बक्सर/पटना 23 सितंबर । बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडे ने उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठाए जाने को ऐच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) लेने की वजह बताई और कहा कि पिछले 34 साल की पुलिस सेवा में किसी भी चुनाव के दौरान पक्षपात का आरोप नहीं लगा लेकिन इस बार इस मुद्दे पर कई सवाल उठने लगे थे।
श्री पांडेय ने बुधवार को मोबाइल फोन कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों से बातचीत में कहा कि खबरें आ रही थी कि डीजीपी के पद से इस्तीफा देकर वह इस बार का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इन खबरों से वह परेशान हो गये थे और उन्हें प्रतीत हो रहा था जैसे लोगों के दिमाग में यह भ्रांति घर कर गई है कि वह चुनाव में किसी दल विशेष को लाभ पहुंचाएंगे।
पूर्व डीजीपी ने कहा कि पिछले 34 सालों की पुलिस सेवा के दौरान उन्होंने कई निष्पक्ष चुनाव कराए है। किसी भी चुनाव के दौरान उन पर किसी दल अथवा व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के आरोप नहीं लगे लेकिन अब उन्हें ऐसा लग रहा था कि इस चुनाव में उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठ सकते हैं, जिसको लेकर वह बहुत परेशान थे इसीलिए उन्होंने वीआरएस ले लिया।
चुनाव लडने के बारे में कोई फैसला नहीं किया है: गुप्तेश्वर पांडेय
ऐच्छिक सेवानिवृति लेने के एक दिन बाद बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि उन्होंने चुनाव लड़ने के बारे में अभी कोई फैसला नहीं किया है।
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अपने सेवाकाल के दौरान अपनी मुखरता को उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं जोड़ कर देखे जाने के बारे में उन्होंने कहा, ‘कोई कुछ भी बोल सकता है। सुशांत मामले से मेरे वीआरएस का कुछ भी लेना—देना नहीं है।’’
पांडेय ने दावा किया, ‘‘उस मामले में जो लडाई लडी़ वह बिहार की अस्मिता और सुशांत को न्याय दिलाने के लिए किया।’
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने सेवा में तीन दशक से अधिक समय बिताया है और कोई भी मेरी पेशेवर अखंडता पर उंगली नहीं उठा सकता है।
चुनाव लड़ने के बारे में अपनी योजना के बारे में पूछे जाने पर पांडेय ने कहा, ‘मैं चुनाव लड़ुंगा, यह भी मैंने अभी कहां कहा है। बक्सर, बेगूसराय, जहानाबाद और वाल्मीकि नगर संसदीय क्षेत्र सहित कई जिलों के शुभचिंतकों का दबाव है।”
केसरिया रंग का गमछा कंधे पर डाले गुप्तेश्वर से पूछे जाने पर कि उन्होंने ‘भगवा’ रंग धारण कर लिया है इसका मतलब यह लगाया जाए कि वे भाजपा में शामिल होने वाले हैं, उन्होंने कहा कि इसे राजनीतिक ढंग से मत देखिए ।
उन्होंने कहा, ‘ मैं अभी किसी राजनीतिक दल में न शामिल हुआ हूं और न ही राजनीतिक व्यक्ति हूं। जब मैं तय करुंगा कि राजनीति में जाना और कौन दल में शामिल जाना है वह भी मैं बताउंगा।’
पांडेय ने कहा, “मैं सेवा के नियमों से बंधा हुआ नहीं, अब एक स्वतंत्र व्यक्ति हूं । मैं, यदि मैं चाहता हूं, तो देश के किसी भी अन्य नागरिक की तरह चुनाव लड़ सकता हूं। मैं वर्तमान में सैकड़ों लोगों से मिलने के लिए उत्सुक हूं।’’
ऐच्छिक सेवानिवृति ले चुके पूर्व पुलिस महानिदेशक ने कहा कि वह विभिन्न जिलों के अपने शुभचिंतकों से बात करेंगे। ‘‘उनसे बात करके तय करुंगा कि मुझे क्या करना है।’
नीतीश कुमार के बारे में पूछे जाने पर पांडेय ने कहा कि वह प्रशासन एवं पुलिसिंग के मामले में बिल्कुल सख्त हैं । उनका वीजन बहुत स्पष्ट है । पुलिसिंग के मामले में वह न किसी प्रकार का नाजायज राजनीतिक हस्तक्षेप करते हैं और न कोई सत्तारुढ दल का व्यक्ति करे, उसे बर्दाश्त करते हैं ।
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ली स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति
बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय ने मंगलवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली।
वर्ष 1987 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी श्री पांडेय की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति को मंगलवार को गृह विभाग ने मंजूरी प्रदान कर दी।
श्री पांडेय को 31 जनवरी 2019 को बिहार का पुलिस महानिदेशक बनाया गया था। उनका कार्यकाल 28 फरवरी 2021 को पूरा होने वाला था।