भोपाल 12 अक्टूबर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक शारदा विहार में हुई। जिसमें अमित शाह के बेटे जय शाह का मुद्दा छाया रहा, आरएसएस के होसबोले ने कहा कि आरोपों की जांच होगी, लेकिन पहले उन्हें साबित किया जाए।
तीन दिनों तक होने वाली राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की बैठक में जहां संघ के पिछले कामकाज की समीक्षा की जाएगी, वहीं आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई जाएगी। बैठक में अमित शाह पर लग रहे आरोपों का मुद्दा भी गर्माया रहा । दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि आरोपों की जांच होनी चाहिए लेकिन पहले आरोप लगाने वाले इन्हें साबित करें।
दत्तात्रेय होसबोले भोपाल में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक के कार्यक्रम और रूपरेखा पर चर्चा करने आए थे, लेकिन ज्यादा समय वो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे पर लग रहे आरोपों को लेकर सवाल-जबाब में उलझे रहे।
बैठक के एंजेडा पर चर्चा करते हुए संघ के दत्तात्रेय होसबोले ने बताया कि इस बैठक में कोई राजनैतिक चर्चा नहीं होगी। नोटबंदी और जीएसटी पर भी चर्चा नहीं होगी।
संघ कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले पर दत्तात्रेय बोले कि जो वैचारिक दृष्टि से हार गए, वो अपने बचाव में संघ कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग देश की शांति भंग करना चाहते हैं। बंग्लादेशी घुसपैठ और रोहिंग्या मामले पर बैठक में चर्चा को लेकर होसबोले का कहना है कि पहले इस विषय पर हम चर्चा कर चुके हैं और भी चर्चा कर सकते हैं।
दत्तात्रेय होसबोले ने बताया कि इस बैठक में हम जून से लेकर अक्टूबर तक हुए कामकाज की समीक्षा करेंगे। आगामी प्रतिनिधि सभा की योजना और 3 साल (2021) तक की कार्ययोजना कार्यकारी मंडल की बैठक में बनेगी। दत्तात्रेय ने कहा समाज संक्रमण काल से गुजर रहा है, इसलिए जरूरी है कि स्वस्थ संवाद हो। उन्होंने कहा कि परिवार में शांति है तो पूरे राष्ट्र में शांति है। इसीलिए अब संघ परिवारों के लिए कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, ताकि परिवार बच्चों को संस्कार के बारे में बताया जा सके। इन तमाम मुद्दों पर बैठक में चर्चा होगी, और कई बड़े आयोजनों की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
होसबोले ने कहा कि संघ को आज 90 साल से ज्यादा हो गए है, लेकिन ऊर्जा आज भी बरकरार है। उन्होंने कहा कि संघ में स्वयंसेवकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 20 से 35 साल के उम्र के तकनीक से लैस युवा संघ की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। आज देश में संघ की 53 हजार से अधिक शाखाएं हैं। ‘जॉइन आरएसएस’ कार्यक्रम के तहत बड़ी संख्या में लोग आरएसएस में शामिल हुए हैं।