हुनर हाट कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा: नकवी
भोपाल, 13 मार्च । केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि उन्हें आशा है कि भोपाल में आयोजित ‘हुनर हाट’ कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लाल परेड़ मैदान में देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों के दुर्लभ स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पादों के 27वें ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन श्री नकवी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में किया गया।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा विशिष्ठ अतिथि के रूप में मौजूद रहे। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव पी के दास, अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
श्री नकवी ने कहा कि हुनर हाट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से दस्तकारों, शिल्पकारों की स्वदेशी विरासत को मौका और मार्केट उपलब्ध कराने का प्रभावी प्लेटफार्म है। यह आत्मनिर्भर भारत और समावेशी विकास के संकल्प को पूरा करता है। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि हुनर हाट में भाग ले रहे शिल्पकारों के उत्पाद ई-पोर्टल भी उपलब्ध हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भोपाल में आयोजित हुनर हाट कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा।
केन्द्रीय मंत्री श्री नकवी ने हुनर हाट की जानकारी देते हुए बताया कि कारीगरों के उत्पाद के साथ-साथ खान-पान के भी विविध स्टॉल यहां मौजूद हैं। इसमें तंदूरी चाय की उन्होंने विशेष रूप से प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि तंदूरी रोटी का तो सुना है, पर तंदूरी चाय के बारे में पहली बार सुन रहे हैं। इस मौके पर श्री नकवी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग तथा सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सखलेचा ने भी तंदूरी चाय का जायका लिया।
श्री नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों का ‘एम्प्लॉयमेंट और एम्पावरमेंट एक्सचेंज’ साबित हुए हैं। ‘हुनर हाट’ के जरिये अब तक 5 लाख 50 हजार से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों, कलाकारों को रोजगार और रोजगार के मौकों से जोड़ा गया है।
आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के साथ 75 ‘हुनर हाट’ के जरिये 7 लाख 50 हजार दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगार-रोजगार के मौकों से जोड़ा जायेगा।
उन्होंने कहा कि ‘हुनर हाट’ ई प्लेटफार्म के साथ ही पोर्टल पर भी देश-विदेश के लोगों के लिए उपलब्ध है, जहाँ लोग सीधे दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों के बेहतरीन स्वदेशी सामानों को देख-खरीद रहे हैं।
अगले ‘हुनर हाट’ गोवा (26 मार्च से 4 अप्रैल), देहरादून (9 से 18 अप्रैल), सूरत (23 अप्रैल से 2 मई) में आयोजित होंगे। इसके अतिरिक्त कोटा, हैदराबाद, मुंबई, जयपुर, पटना, प्रयागराज, रांची, कोच्चि, गौहाटी, भुवनेश्वर, जम्मू-कश्मीर आदि स्थानों पर भी इसी वर्ष ‘हुनर हाट’ के आयोजन होंगें।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा 27वें ‘हुनर हाट’ का आयोजन ‘वोकल फॉर लोकल’ थीम के साथ लाल परेड ग्राउंड, भोपाल में 12 मार्च से 21 मार्च तक किया जा रहा है। यहां देश भर के 31 से ज्यादा प्रांतों के दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर अपने दुर्लभ स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पाद बिक्री एवं प्रदर्शनी के लिए आएंगे।
भोपाल हुनरमंदों की कद्र जानता है-शिवराज
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल हुनरमंदों की कद्र जानता है। हुनर हाट में आए देश के 31 राज्यों के कारीगरों को भोपाल की जनता से भरपूर सराहना मिलेगी।
श्री चौहान ने हुनर हाट का शुभारंभ किया। उन्होंने भोपाल वासियों से अपील की कि वे शहर में आए कलाकारों के हुनर को जरूर देखें।
केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित क्राफ्ट, कुज़ीन और कल्चर के संगम हुनर हाट में 31 राज्यों के कलाकार और हस्तशिल्पी अपने उत्पाद लेकर आएं हैं। हाट में कुल 250 स्टॉल लगाए गए, जिनमें 210 विभिन्न उत्पादों के और 40 स्टॉल खान-पान के हैं। मध्यप्रदेश के 15 शिल्पी भी हुनर हाट में भाग ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मैन ऑफ आइडियाज़ हैं। कोरोना के कठिन काल में उन्होंने आत्म-निर्भर भारत का संकल्प दिया। इससे प्रेरित होते हुए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का रोडमेप विकसित कर प्रदेश में कार्य जारी है। आत्म-निर्भर भारत वोकल फॉर लोकल के बिना संभव नहीं हो सकता। लोकल उत्पाद की पहचान कारीगारों पर ही निर्भर है। कारीगारों की कला के प्रकटीकरण का मौका और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने का हुनर हाट एक सशक्त माध्यम है। ऐसे मंचों से ही आत्म-निर्भर कारीगर और आत्म-निर्भर दस्तकार बन सकेंगे। यह देश की एकता, आपसी मेलजोल और कारीगरों को राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने का मौका भी देता है। ऐसे ही प्रयासों से कारीगारों के उत्पादों के पहचान वैश्विक स्तर पर बन सकेगी।
श्री चौहान ने केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री नकवी से प्रतिवर्ष मध्यप्रदेश के किसी एक शहर में हुनर हाट आयोजित करने का निवेदन भी किया। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प की भारत में समृद्ध परंपरा रही है। जब पश्चिम के देश कपड़ा निर्माण में आरंभिक अवस्था में थे, तब हमारे कारीगरों ने ढाका की मलमल बना कर अपने हुनर को स्थापित कर दिया था। कारीगरों ने कोरोना काल में भी समाज की बहुत मदद की है। मास्क और पीपीई किट की आपूर्ति में इनका योगदान महत्वपूर्ण रहा।
श्री चौहान ने मध्यप्रदेश को 358 करोड़ रुपये जारी करने और 1 लाख 61 हजार 710 अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को विभिन्न छात्रवृत्तियां प्रदान करने के लिए श्री नकवी का आभार व्यक्त किया।
श्री नकवी ने कहा कि हुनर हाट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से दस्तकारों, शिल्पकारों की स्वदेशी विरासत को मौका और मार्केट उपलब्ध कराने का प्रभावी प्लेटफार्म है। यह आत्म-निर्भर भारत और समावेशी विकास के संकल्प को पूरा करता है।
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि हुनर हाट में भाग ले रहे शिल्पकारों के उत्पाद ई-पोर्टल भी उपलब्ध हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भोपाल में आयोजित हुनर हाट कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा।
श्री नकवी ने अपने संबोधन में हुनर हाट की जानकारी देते हुए बताया कि कारीगरों के उत्पाद के साथ-साथ खान-पान के भी विविध स्टॉल यहाँ मौजूद हैं। इसमें तंदूरी चाय की उन्होंने विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि तंदूरी रोटी का तो सुना है पर तंदूरी चाय के बारे में पहली बार सुन रहा हूँ। श्री चौहान ने समापन-सत्र के उपरांत तंदूरी चाय के स्टाल पर जाकर चाय पी।
हुनर हाट में चाय की चुस्कियों का आनंद लिया शिवराज और नकवी ने
‘वोकल फाॅर लोकल’ के तहत स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित ‘हुनर हाट’ की शुरूआत के मौके पर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ‘तंदूरी चाय’ का लुत्फ उठाया।
ऐतिहासिक लाल परेड मैदान पर आयोजित हुनर हाट की शुरूआत के मौके पर श्री चौहान, श्री नकवी और राज्य के सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने तंदूरी चाय की चुस्कियां लीं।
श्री चौहान ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा है ‘चाय तो मैंने बहुत पी हैं, लेकिन आज भोपाल में हुनर हाट में तंदूरी चाय पहली बार पी। इसका मजा भी कुछ अलग ही है। आप सब भी आकर इसका लुत्फ उठाएं।’ उन्होंने इसका एक आकर्षक फोटो भी ट्वीट पोस्ट किया है।
दस दिवसीय हुनर हाट की शुरूआत के मौके पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश प्रदेश के स्थानीय शिल्पकारों और कारीगरों द्वारा निर्मित वस्तुएं देश और विश्व में बिक सकें, इसके लिए उनकी सरकार पूरा प्रयास करेगी। उन्होंने इस तरह के आयोजन के लिए श्री नकवी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि ये आयोजन प्रतिवर्ष होने चाहिए और अलग अलग शहरों में आयोजित किए जाने चाहिए।
श्री नकवी ने भी अपने संबोधन में हुनर हाट के आयोजन के उद्देश्यों से अवगत कराया और मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रति सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया। हुनर हाट में देश के विभिन्न हिस्सों के शिल्पकार अपने उत्पाद प्रदर्शित कर रहे हैं। यहां पर इन उत्पादों को विक्रय के लिए रखा गया है।