भोपाल 21 अक्टूबर। भोपाल सेंट्रल जेल में उस समय हंगामें की स्थिति बन गई, जब भाई दूज पर भारी संख्या में बहने यहां पर पहुंची।
दरअसल, आज जेल में बंद अपने भाइयों को तिलक करने के लिए बहने यहां पर पहुंची थीं, जेल प्रबंधन ने सुरक्षा का हवाला देते हुए भाई-बहनों को खुले में मिलने से मना कर दिया। इस बात से बहने नाराज हो गईं। बहनों का कहना था कि भाइयों को तिलक करने के लिए हम दूर दराज से यहां तक आए हैं, भाई दूज के त्यौहार के दिन इस तरह की पाबंदी ठीक नहीं है।
जेल प्रबंधन के इस फरमान से नाराज महिलाओं और उनके परिजनों ने हाइवे पर चक्काजाम कर दिया।
चक्काजाम की सूचना मिलते ही पुलिस और जेल प्रबंधन ने मोर्चा संभालते हुए महिलाओं को मिलने की अनुमति दे दी। इस घटनाक्रम के चलते करोंद से गांधी नगर जाने वाले मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
जानकारी के अनुसार, भाई दूज के अवसर पर हर साल जेल प्रबंधन द्वारा अपन कैदी भाइयों को तिलक लगाने और उनसे मुलाकात करने का इंतजाम किया जाता है। पिछले साल हुई जेल ब्रेक की घटना के बाद से जेल प्रबंधन ने कैदियों के अपने परिजनों से मिलने के अलावा बाहर से आने वाले सामान पर भी रोक लगा दी थी। इसके चलते कुछ कैदियों ने अंदर भूख हड़ताल भी कर दी थी।
भाईदूज के मौके पर अपने भाई को तिलक लगाने के लिए जेल पहुंची महिलाओं को जेल प्रबंधन ने साफ मना कर दिया। काफी मान मनौव्वल के बाद भी जेल प्रबंधन नहीं पसीजा तो महिलाओं और उनके परिजनों ने जेल के सामने हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान विरोध कर रही महिलाओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसके चलते पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा और भीड़ को खदेड़ा।
इस चक्काजाम के चलते करोंद से गांधी नगर जाने वाले मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अपने कैदी भाइयों से खुले में मुलाकात करने का आश्वासन दिया। इसके बाद जेल प्रबंधन ने महिलाओं को अपने भाइयों को तिलक लगाने और मुलाकात करने की अनुमति दे दी। बरहाल चक्काजाम खत्म होने के बाद पुलिस और जेल प्रबंधन ने राहत की सांस ली।