नई दिल्ली 2 अप्रैल। दलितों और जनजातियों के खिलाफ अत्याचारों पर लगाम लगाने वाले कानून को कमजोर करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दलित संगठनों द्वारा सोमवार को आयोजित दिनभर के भारत बंद के दौरान देश के कई हिस्सों में हिंसा भड़ उठी, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल हो गए है। भारत बंद के दौरान हुई हिंसा पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दुख जताया है।
आरएसएस ने यह भी कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आड़ में संघ के खिलाफ जिस तरह विषैले दुष्प्रचार की कोशिश की जा रही है, वह आधारहीन और निंदनीय है।
संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने बयान जारी कर कहा, एससी-एसटी एट्रोसिटीज एक्ट के उपयोग पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लेकर हो रही हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। न्यायालय के निर्णय की आड़ में जिस प्रकार से संघ के बारे में विषैला दुष्प्रचार करने का प्रयास किया जा रहा है, वह आधारहीन व निंदनीय है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का न्यायालय के इस फैसले से कोई संबंध नहीं है।
उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने, संयम से काम करने और किसी भी तरह के बहकावे में न आने की अपील की।
भैयाजी जोशी ने शांति की अपील करते हुए कहा, संघ समाज के सभी प्रबुद्ध लोगों से अनुरोध करता है कि समाज में परस्पर सौहाद्र्र बनाए रखने में अपना योगदान दें और समाज भी किसी प्रकार के बहकावे में न आते हुए परस्पर प्रेम एवं विश्वास बनाए रखते हुए किसी भी प्रकार के दुष्प्रचार का शिकार ना हों। जोशी ने कहा कि संघ जाति के नाम पर किसी भी भेदभाव या अत्याचार के खिलाफ है।
उन्होंने कहा, जाति के आधार पर किसी भी भेदभाव अथवा अत्याचार का संघ सदा से विरोध करता है। इस प्रकार के अत्याचारों को रोकने के लिए बनाए गए कानूनों का कठोरता से पालन होना चाहिए।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दलितों के मुद्दों पर बीजेपी की निंदा करते हुए कहा कि किसी समुदाय को निम्नतम स्तर पर रखने वाले तंत्र को चुनौती देने वालों की आवाज हिंसा से दबाई जा रही है।
उन्होंने ट्वीट किया था भारतीय समाज में दलितों को निम्नतम स्तर पर रखने की सोच आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) और भाजपा के डीएनए में है। इसे चुनौती देने वालों को हिंसा से दबा दिया जाता है।
उन्होंने कहा, आज हजारों दलित भाई एवं बहनें मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सडक़ों पर हैं। हम उन्हें सलाम करते हैं।
राहुल का बयान सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम पर दिए गए आदेश के बाद विभिन्न संगठनों द्वारा सोमवार को आहूत भारत बंद के संबंध में आया है।attacknews.in