इजरायली वायु सेना ने हमास के तकनीकी कार्यालय को उड़ाया;फिलिस्तीन चीफ जस्टिस की चेतावनी: फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष पूर्ण धार्मिक युद्ध में बदल सकता है attacknews.in

तेल अवीव,19 मई। इजरायली वायु सेना ने उत्तरी गाजा पट्टी में विद्रोही संगठन हमास के तकनीकी विभाग को बमबारी कर नष्ट कर दिया है। इजरायली सुरक्षा बलों(आईडीएफ) ने बुधवार को यह जानकारी दी।

आईडीएफ ने ट्वीट कर कहा कि कुछ समय पहले ही वायु सेना के लडाकू विमानों ने हमास के तकनीकी विभाग की एक इमारत को निशाना बनाया और यह कार्रवाई जाबलिया क्षेत्र में की गई है।

फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष पूर्ण धार्मिक युद्ध में बदल सकता है: अब्बास

फिलिस्तीनी राष्ट्रपति के धार्मिक और इस्लामी मामलों के सलाहकार महमूद अल-हब्बाश ने कहा कि इज़राइल तथा फिलिस्तीनियों के बीच मौजूदा सशस्त्र टकराव बड़े पैमाने पर धार्मिक युद्ध में तब्दील हो सकता है, जिसके परिणाम दुनिया भर में महसूस किए जाएंगे।

श्री हब्बास ने स्पूतनिक से बुधवार को कहा कि फिलिस्तीनी प्राधिकरण ने ‘इजरायल द्वारा यरूशलेम में पवित्र स्थलों के उल्लंघन के साथ-साथ यहूदी बस्तियों में बसने वालों की ओर से चरमपंथी कार्रवाइयों’ के कारण धार्मिक युद्ध के संभावित प्रकोप की चेतावनी दी है।

फिलिस्तीनी मुद्दे के निदान तक जारी रहेगा गाजा पट्टी संघर्ष: अब्बास

महमूद अल हब्बास ने कहा कि गाजा पट्टी में मौजूदा सशस्त्र टकराव किसी बिंदु पर रूक जाएगा, लेकिन फ़िलिस्तीनी मुद्दे के पूरी तरह से सुलझने तक यह बार-बार शुरू होता रहेगा।

फ़िलिस्तीनी मुख्य न्यायाधीश अल-हब्बाश के अनुसार वर्षों से चल रहे फ़िलिस्तीनी-इज़राइली संघर्ष को समाप्त करने का एकमात्र तरीका ‘यरूशलेम, वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी’ पर इजरायल के कब्जे को समाप्त करना है। यरुशलेम को राजधानी के साथ फिलिस्तीन काे स्वतंत्र संप्रभु देश की मान्यता भी देनी होगी।”

गाजा पट्टी से इजरायल में दागे गये नये रॉकेट

फिलिस्तीन के साथ जारी संघर्ष के बीच गाजा पट्टी से इजरायल में नये रॉकेट दागे गये हैं।

इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने बुधवार को यह जानकारी दी।

आईडीएफ ने ट्वीट कर जानकारी दी, “इजरायलियों की नींद एक बार फिर सायरन की आवाज से खुल रही है। दक्षिण इजरायल की पुलिस सायरन बजाकर लोगों को रॉकेट हमले को लेकर सतर्क कर रही है।”

मध्यप्रदेश में बुधवार को कोरोना से 88 की मौत, 5 हजार से अधिक मरीज मिले;अबतक संक्रमितों की संख्या 7,47,783 और मृतकों की संख्या 7227 हुई attacknews.in

भोपाल, 19 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के दिनों दिन घटते मामले के बीच आज भी राज्य भर में पांच हजार से अधिक कोरोना के नये मरीज मिले है।
इस महामारी ने आज 88 लोगों की जान ले ली।

मध्यप्रदेश की कोरोना पॉजिटिविटी दर जो 1 मई को 20.3 प्रतिशत थी, आज 19 मई को घटकर 6.96 प्रतिशत हो गई है।

एक्टिव केसेस की संख्या के हिसाब से मध्यप्रदेश 21 अप्रैल को देश में 7वें नंबर पर था।

आज की स्थिति में बेहतर सुधार के साथ प्रदेश 15 वें नंबर पर आ गया है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में कोरोना संक्रमण को लेकर 72,756 लोगों की जांच की गई।

जांच सैंपल रिपोर्ट में 5,065 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये हैं।

वहीं 67691 की जांच सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव रहे और बाकी रिजेक्ट किये गये।

पॉजीटिविटी रेट आज (संक्रमण दर) 6़9 प्रतिशत दर्ज की गयी।

इस महामारी से मुक्त होकर आज राज्य में 10,337 लोग घर रवाना हुए है।

वहीं प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या अब 77,607 पहुंच गयी है।

प्रदेश में कोरोना संक्रमण ने अब तक 7,47,783 लोगों अपनी गिरफ्त में लिया है।

हालांकि इनमें से 6,6949 लोगों ने संक्रमण को मात देकर घर पहुंच गये है।

इस महामारी ने अब तक प्रदेश में 7227 लोगों की जान ले चुका है।

आज 88 लोगों की मौत हुई है।

राज्य के इंदौर जिले में आज भी दूसरे जिलों की तुलना सबसे अधिक संक्रमित मिले हैं।

इंदौर जिले में आज 1153 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये।

वहीं दूसरे स्थान पर भोपाल जिले में 653 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।

इसके अलावा ग्वालियर में 105, जबलपुर में 324, उज्जैन में 151, रतलाम में 160, रीवा में 175, सागर जिले में 198 नये कोरोना मरीज मिले है।

बाकी अन्य जिलों में भी 7 से लेकर 100 के बीच कोरोना संक्रमित मिले है।

जबलपुर में युवती द्वारा शादी से इंकार करने के बाद युवक ने मचाया खूनी तांडव,युवती का भाई गंभीर,विरोध करने वाले बुजुर्ग की मौत attacknews.in

जबलपुर, 19 मई ।मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में एक युवती के शादी करने से इंकार के बाद नाराज युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर जमकर आतंक मचाया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार पनागर थाना क्षेत्र के राम बचौड़ा में काजल नामक युवती से जबलपुर निवासी अनुज पटेल शादी करना चाहता था।युवती ने शादी से इंकार कर दिया।

इस बात से नाराज होकर कल अनुज अपने साथी बंटू पांडे, रूपेश पटेल, राज ठाकुर, राजेश बंगाली, कृष्णा सतनामी, कुणाल रैकवार कार, स्कूटी व बाईक से पहुंचे और युवती के घर के सामने आकर गालीगलौज करने लगे।

इस बीच कुंजीलाल पाठक ने विरोध किया तो सभी ने मिलकर धारदार हथियार व डंडे और चाकू से उन पर हमला कर दिया।

इसके साथ ही युवती के भाई विवेक के साथ मारपीट करते हुए चाकू से हमला कर दिया।

पुलिस ने बताया कि दोनों घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुंजीलाल की उपचार के दौरान मौत हो गई।

पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है।

छत्तीसगढ़ के 88 गांव में अब तक नहीं पहुंचा कोरोना का संक्रमण attacknews.in

धमतरी 19 मई । एक ओर जहां देश समेत पूरी दुनिया कोविड-19 के संक्रमण से जूझ रही है, वहीं छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में इसे लेकर राहत भरी खबर यह है कि अब तक जिले के 88 गांव में कोरोना का संक्रमण पहुंच नहीं पाया है।

स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक जिले के सभी चार विकासखंडों में से सिर्फ कुरुद ब्लाक इससे बच नहीं पाया। तीन विकासखंड धमतरी, मगरलोड एवं नगरी क्षेत्र के 88 गांव में कोरोना का संक्रमण नहीं पहुंचा है जबकि कुरूद विकासखंड के 135 गांव इससे अछूता नहीं रहे।

धमतरी ब्लॉक के 148 गांव में से फिलहाल 21 गांव कोरोना से पूरी तरह मुक्त है। मगरलोड ब्लाक के 166 गांव में से 11 गांव में कोरोना नहीं पहुंच सका। इसी तरह नगरी ब्लॉक के 224 गांव में से सर्वाधिक 56 गांव में कोरोना वायरस काफी दूर है।

राजस्थान में म्यूकोरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) को महामारी घोषित किया attacknews.in

जयपुर, 19 मई । राजस्थान में कोविड-19 संक्रमण के प्रभाव के कारण म्यूकोरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) को महामारी घोषित कर दिया है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने बताया कि म्यूकोरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) मरीजों की संख्या में निरन्तर वृद्धि और कोरोना के साइड इफेक्ट के रूप में सामने आने तथा ब्लैक फंगस एवं कोविड का एकीकृत एवं समन्वित रूप से उपचार किए जाने के चलते पूर्व में घोषित महामारी कोविड-19 के अन्तर्गत ही राजस्थान महामारी अधिनियम के तहत (ब्लैक फंगस) को सम्पूर्ण राज्य में महामारी तथा नोटिफाएबल बीमारी घोषित कर दी।

वैक्सीन की अग्रिम जानकारी:केंद्र सरकार,राज्यों को 1 मई, से 15 जून.तक 5 करोड़, 86 लाख, 29 हजार खुराकें निशुल्क देगी जबकि कंपनियों द्वारा सीधी खरीद में जून में 4 करोड़, 87 लाख, 55 हजार खुराकें उपलब्ध करवाई जाएगी attacknews.in

केंद्र सरकार द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 15 जून, 2021 तक उपलब्ध वैक्सीन खुराकों की अग्रिम सूचना

राज्यों को सलाह कि कोविड वैक्सीन की अग्रिम जानकारी और प्रचार के लिये वे जिलावार कोविड वैक्सीन केंद्र (सीवीसी) के बारे में योजना बनायें

सीवीसी को अग्रिम रूप से कोविन परसमय-सारिणी प्रदर्शित करनी होगी, ताकि वैक्सीन केंद्रों पर भीड़ न जमा हो

नईदिल्ली 19 मई । कोविड-19 टीकाकरण का उदार मूल्य-निर्धारण और टीकाकरण के तेज तीसरे चरण की रणनीति पर अमल किया जा रहा है। यह रणनीति एक मई, 2021 से शुरू हो गई थी।

रणनीति के अंग के रूप में हर महीने केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से मान्यता प्राप्त वैक्सीनों में से 50 प्रतिशत वैक्सीन केंद्र सरकार खरीदेगी।

केंद्र सरकार लगातार केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से मान्यता प्राप्त वैक्सीनों का 50 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकारों को निशुल्क प्रदान करती रहेगी, जैसा कि पहले भी किया जा रहा था। इसके अलावा, हर महीने 50 प्रतिशत वैक्सीन राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों के लिये सीधी खरीद के लिये उपलब्ध कराई जायेंगी।

स्वास्थ्य मंत्रालय कोविड वैक्सीन की खुराकों के बारे में अग्रिम सूचना राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को देता रहा है।

यह सूचना महीने के दो पखवाड़ों में दी जाती है कि कितनी खुराकें दी जायेंगी। यह भी सूचना दी जाती है कि राज्य और निजी अस्पताल वैक्सीन निर्माता से किस कीमत पर सीधी खरीद कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने राज्यों और जिलाधिकारियों के साथ कल कोविड-19 के हालात पर चर्चा में इस बात को रेखांकित किया था।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बार फिर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड वैक्सीन खुराकों (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) के आबंटन के बारे में लिखा है। यह आबंटन मई 2021 और जून 2021 के पहले पखवाड़े की अवधि में केंद्र सरकार द्वारा किया जाना है, जो निशुल्क है।

इसके अलावा मई और जून, 2021 के दौरान राज्यों और निजी अस्पतालों द्वारा कोविशील्ड व कोवैक्सीन की सीधी खरीद भी इसमें शामिल है।

पहले से जानकारी होने से राज्य ज्यादा और बेहतर तरीके से टीकाकरण की योजना बना सकेंगे।

अग्रिम जानकारी के आधार पर केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक मई, 2021 से 15 जून, 2021 तक पांच करोड़, 86 लाख, 29 हजार खुराकें निशुल्क प्रदान करेगी।

वैक्सीन निर्माताओं से प्राप्त सूचना के अनुसार राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा सीधी खरीद के लिये जून 2021 के अंत तक कुल चार करोड़, 87 लाख, 55 हजार खुराकें उपलब्ध रहेंगी।

वैक्सीन के बारे में उपरोक्त अग्रिम जानकारी के आधार पर जून 2021 तक की स्पष्ट आपूर्ति समय-सारिणी और कोविड-19 टीकाकरण अभियान के कामयाब क्रियान्वयन के हवाले से खुराकों की उपलब्धता के कारगर और तर्कसंगत इस्तेमाल को सुनिश्चित करने के लिये राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को निम्नलिखित सलाह दी गई हैः

जिलावार कोविड टीकाकरण केंद्रों की योजना की
तैयारी, ताकि वैक्सीन लगाई जा सके।

लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिये ऐसी योजनाओं का तमाम मीडिया प्लेटफार्मों के जरिये प्रचार किया जाये।

राज्य सरकारों और निजी कोविड टीकाकरण केंद्रों, दोनों को कोविन डिजिटल प्लेटफार्म पर टीकाकरण समय-सारिणी प्रदर्शित करें।

राज्य और निजी कोविड टीकाकरण केंद्र एक-एक दिन वाली टीकाकरण समय-सारिणी की जानकारी देने से बचें।

कोविड टीकाकरण केंद्रों पर भीड़-भाड़ न हो।

कोविन पर बुकिंग प्रक्रिया में किसी तरह की अड़चन न होने पाये।

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी जाती है कि वे सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दें कि 15 जून, 2021 तक के कोविड टीकाकरण की अग्रिम योजना तैयार करें।

टीकाकरण से देश की जोखिम वाली आबादी को कोविड-19 से सुरक्षा मिलती है। इस प्रक्रिया की समय-समय पर समीक्षा की जाये और उच्च स्तर पर निगरानी की जाये।

उज्जैन के जनप्रतिनिधियों की जिद के आगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक ना चली, आग्रह टाल नहीं सके मुख्यमंत्री और मेडिकल कॉलेज की घोषणा हो गई attacknews.in

उज्जैन 19 मई । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज संभाग स्तरीय कोविड-19 समीक्षा बैठक के लिए उज्जैन आए ।बैठक के दौरान उज्जैन के जनप्रतिनिधियों द्वारा पुरजोर ढंग से मांग रखी गई कि उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोला जाए।

इस तरह की की मांग पहले भी समय-समय पर की जाती रही है किंतु आज की बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में मुख्यमंत्री से कहा कि वे आज घोषणा करके ही जाएं ।

उज्जैन जिले के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय , विधायक श्री पारस जैन ,बहादुरसिंह चौहान, श्री विवेक जोशी, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला आदि के आग्रह को मुख्यमंत्री टाल नहीं सके और उज्जैन को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिल गई।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा: मध्यप्रदेश में कोरोना लड़ाई निर्णायक दौर में; उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा; हर जिले में पोस्ट कोविड केयर सेन्टर बनाया जायेगा; डॉक्टर, नर्स पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को दूर किया जाएगा; 31 मई तक जनता कर्फ्यू में ढील नहीं,संक्रमण को ढूंढकर वहीं समाप्त करें, सभी जिले अपनी टेस्टिंग की संख्या बढ़ायें attacknews.in

कोरोना संक्रमण के कारण अनाथ हुए बच्चों को 5 हजार रुपये महीना पेंशन दिया जायेगा

ब्लैक फंगस के मरीजों का नि:शुल्क उपचार किया जायेगा

उज्जैन में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिये अभी और सख्ती से कार्य करें-मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की,

वेबकास्ट के माध्यम से जिला एवं तहसील स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट गुप के सदस्यों से चर्चा की

उज्जैन 19 मई। मध्य प्रदेश में हम कोरोना से जंग जीतने के निर्णायक दौर में पहुंच गये हैं। प्रदेश में पॉजीटिविटी दर लगभग सात प्रतिशत के आसपास हो गई है। रिकवरी रेट बढ़ रहा है। ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, रेमडीसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त व्यवस्था है। ब्लैक फंगस रोग का इलाज भी नि:शुल्क किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस से लड़ाई को जन-आन्दोलन का रूप दिया जायेगा। हम सबको एक होकर इससे लड़ना है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को उज्जैन जिले से वेबकास्टिंग के माध्यम से उज्जैन संभाग के सभी जिलों एवं उज्जैन के सभी तहसील स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों को सम्बोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिले में एक एक पोस्ट कोविड केयर सेन्टर बनाया जायेगा। वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के बाद ब्लैक फंगस और खून के थक्के जमने के कई प्रकरण सामने आये हैं। हमें अब इस नये संकट से भी लड़ाई लड़नी है।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर्स एवं क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से कहा कि वे कोरोना संक्रमण में अपने माता-पिता खो चुके ऐसे अनाथ बच्चों की सूची बनायें और उन्हें भिजवायें, ताकि ऐसे बच्चों को हर महीने पांच हजार रुपये की राशि दी जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बच्चों के लिये नि:शुल्क राशन एवं नि:शुल्क शिक्षा की व्यवस्था शासन द्वारा की जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी को भी भूखा नहीं रहने दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उज्जैन जिले में शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि हाल ही में ग्रामीण पथ कर विक्रेताओं के खातों में राशि पहुंचाई गई है। शीघ्र ही निर्माण श्रमिकों एवं स्व-सहायता समूहों के खातों में भी राशि पहुंचाई जायेगी।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर एवं क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से कहा कि आने वाला समय कोरोना से जंग करने में निर्णायक साबित होगा, इसलिये आगामी 10 से 12 दिन तक जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाये। 31 मई तक जनता कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी जाये।

वेबकास्ट के दौरान उज्जैन के एनआईसी कक्ष में वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय, विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान, विधायक श्री पारस जैन, आईजी श्री योगेश देशमुख, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, जनप्रतिनिधि श्री विवेक जोशी, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला मौजूद थे।

कर्मचारियों की मृत्यु पर अनुकंपा नियुक्ति

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि हम सब अपने उन कर्मचारियों जो फिल्ड में रहते हुए कोरोना के विरूद्ध लड़ाई लड़ रहे हैं, उनके साथ मजबूती से खड़े हैं। चाहे वह संविदा कर्मचारी हो अथवा नियमित कर्मचारी हो, आशा या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हो, आऊटसोर्स वाला कर्मचारी हो या कोटवार हो, उनकी मृत्यु यदि हो जाती है तो उनके परिजनों को प्राथमिकता से अनुकंपा नियुक्ति दी जायेगी।

अधिकारी अनाथ बच्चों के घर जाकर मुलाकात करें

मुख्यमंत्री ने मंदसौर जिले द्वारा किये गये नवाचार की प्रशंसा करते हुए सभी जिले के कलेक्टर को निर्देश दिये कि वे कोरोना से अनाथ हो चुके बच्चों के घर जाकर उनसे मुलाकात करें। उल्लेखनीय है कि मंदसौर जिले में अभिनव प्रयास के दौरान प्रशासनिक अधिकारी अनाथ बच्चों के घर जाकर उनके हालचाल पूछ रहे हैं।

कोरोनामुक्त पंचायत अभियान चलायें

मुख्यमंत्री ने सभी ग्रुप सदस्यों से कहा कि वे कोरोनामुक्त पंचायत बनाने के लिये अपने स्तर पर हर संभव प्रयास करें। कोरोनामुक्त पंचायत के बाद कोरोनामुक्त वार्ड एवं कोरोनामुक्त ब्लॉक व तहसील भी बनायें। आगामी 11 दिनों में कोरोना केसेस की संख्या शून्य करें। विशेष कार्य योजना बनायें और संक्रमण किसी भी स्थिति में रोके जायें।

कोरोना की तीसरी लहर को रोकने की विशेष तैयारी करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चैन से न बैठें और यह मानकर न चलें कि कोरोना समाप्त हो रहा है। कोरोना एक घातक वायरस है जो कभी भी किसी पर भी वार कर सकता है। विशेषज्ञों ने संभावना व्यक्त की है कि कोरोना की तीसरी लहर अनिवार्य रूप से आनी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी कलेक्टर एवं ग्रुप सदस्य कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिये विशेष तैयारी करें। बच्चों के लिये विशेष वार्ड बनाये जायें, जहां कोरोना से निपटने के लिये आईसीयू बेड, ऑक्सीजन बेड, दवाईयां एवं अन्य संसाधनों की व्यवस्था की जाये।

किल कोरोना अभियान लगातार जारी रहे

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में प्रारम्भ किये गये किल कोरोना अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान के द्वारा घर-घर में सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों को चिन्हित किया जाये और उन्हें किट देकर संक्रमण को काफी हद तक रोक दिया जाये। किल कोरोना अभियान लगातार जारी रहे। पूरी आबादी को इसमें कवर किया जाये।

जनप्रतिनिधियों ने कोरोना संक्रमण की स्थिति से अवगत कराया

जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों को अनुबंधित अस्पतालों में इलाज के लिये पैसा न देना पड़े। हमारा प्रयास होना चाहिये कि आयुष्मान भारत योजना के हितग्राही अनुबंधित अस्पतालों में उपचार करायें। सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने बताया कि गैस ॲथोरिटी ऑफ इण्डिया से चर्चा अनुसार शीघ्र ही जिले में ऑक्सीजन के प्लांट लगाये जायेंगे। विधायक श्री पारस जैन ने जीवाजीगंज अस्पताल को डिसमेंटल कर पुन: निर्मित किये जाने का आग्रह किया। महिदपुर विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान ने महिदपुर में शासकीय अस्पताल में 100 बेड की अतिरिक्त व्यवस्था किये जाने का आग्रह किया। तराना के विधायक श्री महेश परमार ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि तहसील मुख्यालय में 25 बेड की व्यवस्था की जाये। तराना में टीकाकरण के कार्य में और गति लाई जाये तथा पेयजल की समस्या को देखते हुए तराना में पीने के पानी की व्यवस्था करवाई जाये। घट्टिया के विधायक श्री रामलाल मालवीय ने आग्रह किया कि घट्टिया, उन्हेल और नरवर में 10-10 आईसीयू बेड की व्यवस्था की जाये, ताकि वहां के मरीजों को उज्जैन न आना पड़े। श्री विवेक जोशी ने सीटी स्केन मशीन उपलब्ध कराने एवं श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला ने टप्पा तहसील से कस्बों तक में 10-10 ऑक्सीजन बेड की सुविधा मिली, इसकी जानकारी दी।

सभी कलेक्टर ने कोरोना पर दिया प्रजेंटेशन

उज्जैन जिले की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री आशीष सिंह द्वारा जानकारी दी गई कि उज्जैन जिले में पॉजीटिविटी दर 10 प्रतिशत से नीचे आ गई है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिये अभी और सख्ती से कार्य किया जाये। सेम्पलिंग अधिक से अधिक की जाये।

कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्यमंत्री को पावर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी कि जिले में किल कोरोना अभियान सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। दो सर्वे हो चुके हैं, तीसरा सर्वे चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों में सर्वे टीम द्वारा हर एक घर में जाकर लोगों की जानकारी ली जाये। सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों का तत्काल उपचार किया जाये। उन्हें मेडिकल किट वितरित की जाये, ताकि संक्रमण की चेन को पूरी तरह से तोड़ा जा सके। गंभीर मरीजों को आइसोलेशन तथा अस्पताल रैफर किया जाये। सभी जिलों के कलेक्टर ने कोरोना को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी पावर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी।

माइक्रो कंटेनमेंट बनाये जायें

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में जहां प्रकरण अधिक हों, वहां माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र बनाये जायें। कोरोना संक्रमण को ढूंढकर वहीं समाप्त करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिले अपनी टेस्टिंग की संख्या बढ़ायें। किसी भी स्थिति में टेस्टिंग कम न हो। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की भी चिन्ता की जाये। जिन लोगों के घर छोटे हैं उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर, नर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ की कोई कमी नहीं रहने दी जायेगी। सीटी स्केन मशीन का ऑर्डर किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के जो मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, उन मरीजों को भी सावधानी रखनी होगी। यदि उन्हें ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई देते हैं तो वे चिकित्सकों से सम्पर्क करें। इसके लिये दवाईयों की कोई कमी नहीं आयेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि वेक्सीन के एक भी डोज को बर्बाद नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि एक जिले के अच्छे प्रयोग को दूसरी जगह भी लागू किया जाये।

उज्जैन में जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु नागरिक कर सकते हैं नगर निगम उज्जैन के यूएमसी सेवा ऐप के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन:यहाँ समझे पूरी प्रक्रिया attacknews.in

उज्जैन 19 मई ।नगर निगम द्वारा नागरिकों को निगम से संबंधित सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराने हेतु यूएमसी सेवा एप तैयार कराया गया है।

प्रायः देखने में आया है कि कोराना कर्फ्यू के कारण नागरिकों को जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु आवेदन करने में समस्या उत्पन्न हो रही है। इसे दृष्टिगत रखते हुए आयुक्त क्षितिज सिंघल द्वारा नागरिकों से अपील की गई है कि वे जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु यूएमसी सेवा ऐप के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। निर्धारित समयावधि में आवेदन की जांच के उपरांत प्रमाण पत्र को ऑनलाइन अपलोड किया जावेगा जिसे आवेदन कर्ता डाउनलोड कर सकता है

आवेदन प्रक्रिया:-

  1. सर्वोत्तम यूएमसी सेवा एप प्ले स्टोर से डाउनलोड करें।
  2. यूएमसी सेवा ऐप को अपने मोबाइल नम्बर से लॉगिन करने।

  3. लॉगिन के बाद ऐप पर जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु दो पृथक पृथक ऑप्शन आएंगे।

  4. मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु मृत्यु प्रमाण पत्र के ऑप्शन पर क्लिक करें – दिए गए दिशा निर्देश को पढ़े एवं चेक बॉक्स को सिलेक्ट कर ओके पर क्लिक करें-

क्रिएट न्यू रिक्वेस्ट पर क्लिक करें –

दिए गए कॉलम में मृत्यु दिनांक, जेंडर, मृतक का नाम, मृतक के पिता का नाम, मृत्यु स्थान, दाहसंस्कार स्थान, निवास का पता, मृतक का समग्र आईडी को भरने के उपरांत मृतक एवं आवेदक का आधार कार्ड तथा अस्पताल/शमशान से प्राप्त रसीद अटैच कर सब्मिट के ऑप्शन पर क्लिक करें।

  1. जन्म प्रमाण पत्र हेतु जन्म प्रमाण पत्र के ऑप्शन पर क्लिक करें – दिए गए दिशा निर्देश को पढ़े एवं चेक बॉक्स को सिलेक्ट कर ओके पर क्लिक करें-

क्रिएट न्यू रिक्वेस्ट पर क्लिक करें-

दिए गए कॉलम में जन्म दिनांक, जेंडर, बच्चे का नाम, पिता एवं माता का नाम, जन्म स्थान, निवास का पता, माता/पिता/आवेदक का आधार कार्ड तथा अस्पताल से प्राप्त रसीद अटैच कर सब्मिट के ऑप्शन पर क्लिक करें।

  1. प्राप्त रिक्वेस्ट आईडी को संभाल कर रखें इसी से प्रमाण पत्र को डॉउनलोड किया जा सकेगा।

  2. नगर निगम सीमा में जन्मे एवं मृतक व्यक्ति का प्रमाण पत्र हेतु ही आवेदन किया जावे।

  3. शासकीय अस्पताल में जन्मे एवं मृतक व्यक्ति का प्रमाण पत्र वहीं से प्राप्त करें।

अमेरिकन अधिकारी ने कहा:अमेरिका में उपलब्ध कोविड-19 के टीके भारत में मिले कोरोना वायरस के घातक स्वरूप के खिलाफ प्रभावी attacknews.in

वाशिंगटन, 19 मई । अमेरिका में उपलब्ध कोविड-19 के टीके भारत में मिले कोरोना वायरस के घातक स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं। अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पिछले साल पहली बार भारत में पहचाने गए वायरस के बी.1.617 प्रकार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वैश्विक स्तर पर ‘चिंतित करने वाला स्वरूप” बताया है।

अमेरिका के राष्ट्रीय एलर्जी एवं संक्रामक रोग संस्थान (एनआईएआईडी) के निदेशक एवं राष्ट्रपति के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ एंथनी फाउची ने कहा, “ 617 एंटीबॉडी के प्रति मामूली निष्प्रभावीकरण प्रतिरोध दर्शाता है कि मौजूदा टीके जो हम सब इस्तेमाल कर रहे हैं जिनके बारे में हम बात कर रहे हैं वे कुछ हद तक या संभवत: काफी हद तक सुरक्षा प्रदान करने वाले हैं।”

इस मुद्दे पर अपने हालिया अनुसंधान एवं आंकड़ों को प्रस्तुत करते हुए डॉ फाउची ने कहा कि दोनों प्रकार बी617 और बी1618 जिनकी भारत में पहचान हुई है, उनको अनुमापन (टाइट्रेशन) में केवल ढाई गुना कमी के साथ निष्प्रभावी किया गया है।”

उन्होंने कहा, “यह संक्रमण के खिलाफ और निश्चित तौर पर गंभीर रोग के खिलाफ बचाव करने की क्षमता के अस्थायी प्रभाव को दिखाता है।”

डॉ फाउची ने कहा, “इसलिए, कुल मिलाकर यह एकत्रित वैज्ञानिक आंकड़ों का एक और उदाहरण है, जो इस बात के ठोस कारण देता है कि हमें टीका क्यों लगवाना चाहिए।”

व्हाइड हाउस के कोविड-19 पर वरिष्ठ सलाहकार एंडी स्लैविट ने कहा कि अमेरिका में उपलब्ध टीके कोरोना वायरस के भारतीय स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं।

पूरे एशिया के कई देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले फिर से फैलने के कारण प्रतिबंध लगाए गए attacknews.in

ताइपे, 19 मई (एपी) पूरे एशिया में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। एशिया के ऐसे कई देशों में संक्रमण फिर से बढ़ गया है, जहां यह पहले नियंत्रण में लग रहा था। उन देशों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं, होटल व रेस्तरां सेवा प्रतिबंधित है, टैक्सी चालकों को ग्राहक नहीं मिल रहे हैं, शादियां अचानक रद्द कर दी गई हैं।

कम आबादी वाले मंगोलिया में मरने वालों की संख्या 15 से बढ़कर 233 तक बढ़ गई है, जबकि ताइवान में पिछले सप्ताह से संक्रमण के 1,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 6,00,000 से अधिक लोगों को दो सप्ताह के चिकित्सा पृथकवास में रखा गया है। ताइवान ने इससे पहले वायरस को सफलतापूर्वक नियंत्रित कर लिया था।

हांगकांग और सिंगापुर ने दूसरी बार क्वारंटीन-मुक्त यात्रा स्थगित कर दी है।

चीन में स्थानीय संक्रमण के मामले खत्म हो चुके हैं, लेकिन विदेश से आने वाले लोगों के संपर्क में आने से नए मामले सामने आ रहे हैं।

भारत और यूरोप के कुछ हिस्सों में संक्रमण बड़े पैमाने पर फैल रहे हैं, मास्क लगाने के सख्त आदेश, मामलों का तेजी से पता लगाना, बड़े पैमाने पर जांच और व्यापक टीकाकरण के बावजूद संक्रमण का प्रसार खतरनाक स्तर पर हो रहा है।

कई देशों में सामाजिक और आर्थिक जीवन को फिर से सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं, विशेष रूप से स्कूलों और आतिथ्य-सत्कार उद्योग जैसे क्षेत्र बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

एक महामारी विज्ञानी और द्वीपीय देश के पूर्व उपराष्ट्रपति चेन चिएन-जेन के अनुसार, ब्रिटेन में पहली बार सामने आए वायरस के अधिक आसानी से प्रसारित होने वाले स्वरूप के कारण ताइवान में मामले बढ़े हैं।

ताइपे में स्कूल, जिम और पूल बंद हैं और घर के अंदर पांच से अधिक लोगों और 10 से अधिक लोगों के बाहर इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है। द्वीप में बुधवार से सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने जनता से सार्वजनिक स्थलों से दूर रहले की अपील की है।

त्साई ने कहा, “हम अपनी चिकित्सा क्षमता को मजबूत करना जारी रखेंगे।”

उन्होंने कहा कि टीके विदेशों से आ रहे हैं।

मलेशिया में मामलों में तेज वृद्धि के बीच अप्रत्याशित रूप से सात जून तक एक महीने का लॉकडाउन लगाया गया है।

यह महज एक साल में दूसरा देशव्यापी लॉकडाउन है और जनवरी के बाद से देश में संक्रमण के मामलों में चार गुना वृद्धि हुई है, जिसके बाद देश में अब कुल मामले 47,400 से अधिक हो गए।

वहां अंतरराज्यीय यात्रा और सामाजिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, स्कूल बंद हैं और रेस्तरां केवल टेकआउट सेवा प्रदान कर सकते हैं।

सिंगापुर ने सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए 13 जून तक कड़े उपाय लागू किए हैं, सार्वजनिक समारोहों को दो लोगों तक सीमित कर दिया है और रेस्तरां में बैठकर खाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

चीन ने लियाओनिंग प्रांत में टोल बूथों, हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर चौकियां स्थापित की हैं, जहां मंगलवार को चार और मामले सामने आए।

थाईलैंड में मंगलवार को संक्रमण से 35 मौतें हुईं, जो प्रकोप शुरू होने के बाद से सबसे अधिक है।

देश में इससे मरने वालों की संख्या 649 हो गई, जिनमें से 555 नवीनतम लहर में हुई हैं। थाईलैंड के कुल 1,16,000 मामलों में से लगभग तीन-चौथाई मामले अप्रैल से सामने आए हैं।

मनीला में मामले बढ़ने के कारण अप्रैल में लॉकडाउन लगाया गया। फिलीपीन में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 11 लाख के अधिक मामले आ चुके हैं, जबकि 18,800 से अधिक मौतें हो चुकी हैं।

वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने बताया:भारत में पिछले एक हफ्ते कोरोना के नये मामलों में 13% की गिरावट,फिर भी संक्रमण के नये मामले दुनिया भर में सबसे ज्यादा attacknews.in

संयुक्त राष्ट्र, 19 मई । भारत में पिछले एक हफ्ते में कोविड-19 के नये मामलों में 13 प्रतिशत की गिरावट देखी गई लेकिन फिर भी संक्रमण के नये मामले दुनिया भर में सबसे ज्यादा भारत में ही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने यह बात कही है।

डब्ल्यूएचओ को राष्ट्रीय अधिकारियों से 16 मई तक प्राप्त कोविड-19 साप्ताहिक महामारी विज्ञान अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक पिछले सप्ताह दुनिया भर में नये मामलों और मौतों में लगातार कमी देखी गई है जहां 48 लाख से कुछ अधिक नये मामले सामने आए और मौत के नये मामले 86,000 से नीचे रहे। पिछले से पिछले हफ्ते के मुकाबले यह क्रमश: 12 प्रतिशत और पांच प्रतिशत घटा है।

संगठन ने कहा कि सर्वाधिक नये मामले भारत से (23, 87, 663 नये मामले) सामने आए जो उससे पिछले हफ्ते की तुलना में 13 प्रतिशत घटे हैं।

इसके बाद ब्राजील से (4,37,076 नये मामले, तीन प्रतिशत की वृद्धि), अमेरिका (2,35,638 नये मामले, 21 प्रतिशत गिरावट), अर्जेंटीना (1,51,332 नये मामले, आठ प्रतिशत वृद्धि) और कोलंबिया (1,15,834, छह प्रतिशत वृद्धि) से सामने आए हैं।

मौत के सर्वाधिक नये मामले भी भारत से ही सामने आए हैं जहां 27,922 नये मामले दर्ज किए गए। प्रति एक लाख आबादी दो नये मरीजों की मौत हो रही है, यह चार प्रतिशत वृद्धि है। इसके बाद नेपाल (1,224 नयी मौतें, प्रति 1,00,000 आबादी 4.2 नयी मौत, 266 प्रतिशत वृद्धि) और इंडोनेशिया (1,125 नयी मौतें, प्रति एक लाख आबादी 0.4 नई मौत, पांच प्रतिशत गिरावट) से सामने आए हैं।

डब्ल्यूएचओ द्वारा राष्ट्रीय अधिकारियों से नौ मई तक प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, भारत में सर्वाधिक नये मामले 27,38,957 दर्ज किए जो उससे पहले के सप्ताह से पांच प्रतिशत अधिक है।

डब्ल्यूएचओ के अनुमान के मुताबिक, भारत में संक्रमण के कुल मामले 2.46 करोड़ हैं और कुल मौत 2,70,284 है।

आंकड़ों में यह भी बताया गया कि पिछले हफ्ते दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र में पिछले हफ्ते 25 लाख से अधिक नये मामले सामने आए हैं और 30,000 से अधिक मरीजों की मौत हुई है जो उससे पिछले सप्ताह की तुलना में क्रमश: 12 प्रतिशत और सात प्रतिशत कम है।

संगठन ने कहा कि नये मामले सामने आने लगातार नौ हफ्ते तक बढ़ने के बाद घटे हैं हालांकि कुल संख्या वैश्विक महामारी शुरू होने के बाद से अब तक के उच्चतम स्तर पर है। साथ ही कहा कि मौत के मामले लगातार नौंवे हफ्ते में भी बढ़े हैं।

अमेरिकी सांसद ने कोविड-19 से निपटने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए विश्वास जताया कि भारतीय इस चुनौती से पार पा लेंगे attacknews.in

वाशिंगटन, 19 मई । अमेरिका के एक सांसद ने कोविड-19 संकट से निपटने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना की और विश्वास जताया कि भारतीय इस चुनौती से पार पा लेंगे।

सांसद जो विल्सन ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच एक विशेष साझेदारी है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी से निपटने के लिए आवश्यक उपकरणों की भारत को आपूर्ति करने के कांग्रेस के प्रयासों का समर्थन करके वह कृतज्ञ महसूस कर रहे हैं।

विल्सन ने कहा, ‘‘ वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से प्रभावित भारत के लोगों के साथ हमारी सहानुभूति है। इस पीड़ादायक संकट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की मैं सराहना करता हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत के एक दोस्त के तौर पर और ‘हाउस कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन अमेरिकन्स’ के एक सदस्य के नाते इस समय भारत के लोगों के साथ मेरी सहानुभूति है और मुझे विश्वास है कि भारतीय इस चुनौती से पार पा लेंगे।’’

सांसद ने एक बयान में कहा कि ऐसे समय जब भारत के लोगों को मदद की जरूरत है तो इस समय मदद करने वालों को पहचानना जरूरी है।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं ‘इंडियन-अमेरिकन इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स’ का आभारी हूं, जिसका नेतृत्व सीईओ एवं अध्यक्ष केवी कुमार करते हैं। भारत में जारी संकट के मद्देनजर आईएआईसीसी ने डॉ. नरसिम्हुलु नीलगरु, राजदूत तरनजीत सिंह संधू और महावाणिज्य दूत डॉ. स्वाति कुलकर्णी तथा अमित कुमार के साथ मिलकर वैश्विक महामारी से निपटने में भारत की मदद के लिए एक विशेष कार्यबल की स्थापना की है।’’

विल्सन ने बताया कि इसके सफल प्रयासों से भारतीय परिवारों के लिए चिकित्सा उपकरणों और अन्य आपूर्ति के लिए 20 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक राशि एकत्रित की गई।

भारतीय दवा कंपनी डॉ रेड्डीज दूसरे देशों में भी स्पुतनिक वी वैक्सीन को बेचने का अधिकार पाने के लिए आरडीआईएफ से कर रही है बात attacknews.in

हैदराबाद, 19 मई । डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज भारत के अलावा दूसरे देशों में स्पुतनिक वी वैक्सीन को बेचने का अधिकार पाने के लिए आरडीआईएफ के साथ बातचीत कर रही है।

कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

डॉ रेड्डीज ने रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) के साथ भारत में कोविड-19 की वैक्सीन स्पुतनिक की 12.5 करोड़ लोगों के लिए 25 करोड़ खुराक बेचने का समझौता किया है।

डॉ रेड्डीज को हाल में आरडीआईएफ से वैक्सीन की दो लाख से अधिक खुराक मिली हैं और उनसे हाल में अपोलो हॉस्पिटल के साथ मिलकर वैक्सीन लगाने की शुरुआत की है।

डॉ रेड्डीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इरेज इजराइली ने कहा, ‘‘हम उनके (आरडीआईएफ) साथ दूसरे देशों के लिए भी मात्रा और अधिकारों, संपत्ति परमिट के बारे में चर्चा कर रहे हैं।’’

एक सवाल के जवाब में इजराइली ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो 12 महीनों के भीतर 12.5 करोड़ खुराक की आपूर्ति पूरी हो जाएगी।

कर्नाटक सरकार लॉकडाउन से प्रभावित लोगों को बांटेंगी राहत राशि: इसके लिए 1,250 करोड़ रुपये के कोविड राहत पैकेज की घोषणा की attacknews.in

बेंगलुरु, 19 मई । कर्नाटक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है, ऐसे में मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बुधवार को उन लोगों के लिए 1,250 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की, जिनकी आजीविका कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन से प्रभावित हुई है।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वर्तमान लॉकडाउन को 24 मई को समाप्त होने से कुछ दिन पहले आगे बढ़ाने पर निर्णय लिया जाएगा।

येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने कोविड की पहली लहर के दौरान विभिन्न क्षेत्रों को वित्तीय पैकेज दिए थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा प्रतिबंधों ने असंगठित क्षेत्र और किसानों की आजीविका को प्रभावित किया है, इसके प्रभाव को कम करने के लिए हम 1,250 करोड़ रुपये से अधिक के राहत पैकेज की घोषणा कर रहे हैं।’’

यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के वित्तीय बाधाओं का सामना करने के बावजूद पैकेज की घोषणा कर रही है और इस कठिन समय में लोगों के साथ खड़ी है।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, “हमने मौजूदा वित्तीय सीमाओं के भीतर अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया है और भविष्य में और कुछ करने की आवश्यकता पर विचार करेंगे।”

राज्य सरकार ने शुरू में 27 अप्रैल से 14 दिनों के लिए “बंद” करने की घोषणा की थी, लेकिन कोविड के मामले लगातार बढ़ने के कारण बाद में 10 मई से 24 मई तक पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया।