प्रो़ सुनील कुमार  राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति नियुक्त attacknews.in

 

भोपाल, 27 मई । मध्यप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का कुलपति प्रो. सुनील कुमार को नियुक्त किया है।

राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति के रुप में प्रो. सुनील कुमार का कार्यकाल, कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से चार वर्ष की कालावधि के लिए होगा।

राज्यपाल ने यह कार्रवाई राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अधिनियम, 1998 की धारा 12 की उपधारा (1) में प्रदत्त शक्तियों के तहत की है।

मध्यप्रदेश के सभी खेल अलंकरण पुरस्कारों के आवदेन की तिथि बढ़ी,आवेदन 15 जून तक आमंत्रित attacknews.in

 

भोपाल,27 मई ।मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्‍याण विभाग ने विक्रम, एकलव्‍य, विश्‍वामित्र, प्रभाष जोशी और लाईफ टाईम एचीवमेंट पुरस्‍कार के लिये आगामी 15 जून तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये हैं।

जिला खेल एवं युवा कल्‍याण अधिकारी ने बताया कि पात्र एवं इच्‍छुक खिलाड़ी निर्धारित तिथि तक जिला खेल और युवा कल्याण कार्यालय अथवा संचालनालय खेल और युवा कल्याण टी.टी.नगर स्टेडियम भोपाल में ऑफलाईन आवेदन 15 जून तक कर सकते

मध्यप्रदेश में खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा वर्ष 2020 के एकलव्य पुरस्कार, विक्रम पुरस्कार, विश्वामित्र पुरस्कार, लाइफ टाईम एचीव्हमेंट एवं स्व. प्रभाष जोशी खेल पुरस्कार के लिए आवदेन करने की अंतिम तिथि अब 15 जून तक बढ़ा दी गई है।

संचालक खेल और युवा कल्याण पवन जैन ने बताया कि वर्ष 2020 के एकलव्य पुरस्कार, विक्रम पुरस्कार, विश्वामित्र पुरस्कार, लाइफ टाईम एचीव्हमेंट एवं स्व. प्रभाष जोशी खेल पुरस्कार के लिए पूर्व में 30 जून 2020 तक ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे, लेकिन कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए आवदेन की तिथि में बढ़ोतरी की गई है। जिन खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों एवं खेल हस्तियों ने पूर्व में किन्हीं कारणों के चलते आवेदन नहीं कर पाए वह अपने जिले के जिला खेल और युवा कल्याण कार्यालय अथवा संचालनालय खेल और युवा कल्याण, टी.टी. नगर स्टेडियम भोपाल में ऑफलाईन आवेदन 15 जून तक प्रस्तुत कर सकते हैं। ऐसे आवेदक जिन्होंने वर्ष 2020 के अवार्ड हेतु ऑनलाईन आवेदन पूर्व में जमा करा दिए हैं उन्हें दोबारा आवेदन करने की जरूरत नहीं है। आवेदन-पत्र विभागीय वेबसाइट से भी डाउनलोड किया जा सकता है।

इटावा में मंडप समारोह मे ही सात फेरो से पहले दूल्हन की दर्दनाक मौत, मांग भरी जा चुकी थी फेरों की तैयारी थी,अचानक बेहोश होकर मंडप में दम तोड़ दिया attacknews.in

 

इटावा 27 मई । उत्तर प्रदेश में इटावा के भर्थना इलाके के समसपुर से एक अकल्पनीय घटना सामने आई है जहाॅ पर मंडल समारोह मे ही सात फेरो से पहले दूल्हन की हदयघात से दर्दनाक मौत ने हर किसी को सन्न कर दिया ।

दुल्हन की मौत के कुछ ही देर में दोनों पक्षों में सहमति बनी कि दुल्हन की छोटी बहन निशा के साथ जल्दी से शादी की रस्मों को करा दिया जाए ।

सहमति के बाद मृत दुल्हन की बहन दुल्हन बनी ।

बहन जो कुछ देर पहले तक दूल्हे को जीजा कह रही थी।उससे आनन फानन में उसकी शादी हो गई ।

वैवाहिक कार्यक्रम विधिवत हिन्दू रीति रिवाज के साथ सम्पन्न हो रहा था ।बारात स्वागत, बारात भ्रमण, जयमाला, दावत, गोद भराई, माॅग भराई सहित कई रस्में हो चुकी थी ।

सात फेरों से पहले अचानक दुल्हन की तबियत बिगड़ी और कुछ ही मिनट में उसकी मौत हो गई ।

बरात आई ।

खूब स्वागत सत्कार हुआ ।शादी की रस्में हुईं।दूल्हा दुल्हन ने एक दूसरे को स्टेज पर जयमाला पहनाई ।
दुल्हन की मांग भरी जा चुकी थी ।

रात के करीब ढाई बजे मंडप में सात फेरों की तैयारी चल रही थी ।

दुल्हन मंडप में थी ।तभी अचानक दुल्हन बेहोश हुई और मंडप में ही तोड़ दिया ।

बेहद गम के बीच मृत दुल्हन की छोटी बहन को दूल्हे के साथ विदा कर दिया गया ।

राजस्थान में सौतेले बाप ने तीन बच्चियों के साथ कर दी बलात्कार और गंभीर लैंगिक छेड़छाड़ की घटना, पुलिस प्रकरण दर्ज attacknews.in

चित्तौड़गढ़ 27 मई । राजस्थान में चित्तौड़गढ़ स्थित सामाजिक अधिकारिता मंच के शेल्टर होम में रह रही तीन नाबालिग बच्चियों के साथ उनके ही सौतेले पिता द्वारा ज्यादती किये जाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया है।

सदर थानाधिकारी दर्शनसिंह ने बताया कि बाल कल्याण समिति द्वारा इस आशय की एक रिपोर्ट डाक से मिलने के बाद यहां के आश्रय स्थल में पिछले पांच माह से रह रही तीन बच्चियों के साथ उनके ही सौतेले पिता द्वारा ज्यादती करने का मामला पाॅक्सो अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है जिसकी जांच की जा रही है, बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया है।

आरोपी पिता भीलवाड़ा जिला निवासी फरार है।

इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड के अध्यक्ष एडवोकेट रमेशचंद्र दशोरा ने बताया कि पांच माह पूर्व इन बच्चियों का लालन पालन करने में असमर्थ इनकी माता जो खुद विशेष आवश्यकता के अंतर्गत है लेकर एक समाजसेवी संस्था के जरिये हमारे पास लेकर आई थी जिन्हें यहां स्थित आश्रय स्थल पर रखा हुआ था।

इसी बीच कोई पंद्रह रोज पूर्व इनका सौतेला पिता शराब के नशे में आश्रय स्थल आया और बच्चियों को अपने साथ ले जाने के लिए हंगामा करने लगा लेकिन बच्चियों ने उसके साथ जाने से इंकार कर दिया।

इसके बाद अधीक्षक ललिता उपाध्याय ने तीनों बच्चियों से काउंसलिंग की जिसमें सामने आया कि सौतेला पिता महेंद्रसिंह ने एक बच्ची के साथ कई बार ज्यादती की जबकि दोनों बच्चियों के साथ गंभीर लैंगिक छेड़छाड़ की जिसके बाद हमने पुलिस अधीक्षक को डाक के माध्यम से 11 मई को रिपोर्ट भिजवाई थी।

उन्होंने बताया कि संभवतः इन बच्चियों की मां को भी सौतेले पिता की हरकतों का पता था और इसी वजह से उसने यह बात छिपाते हुए अपने एकल नारी का हवाला दे इन बच्चियों को उन्हें सौंपा था।

भारत ने कहा कि वह नेपाल में हाल के राजनीतिक घटनाक्रम को उस देश के आंतरिक मामलों के रूप में देखता है और उसकी प्रगति, शांति, स्थिरता और विकास की यात्रा में समर्थन देता रहेगा attacknews.in

 

नयी दिल्ली, 26 मई । भारत ने बुधवार को कहा कि वह नेपाल में हाल के राजनीतिक घटनाक्रम को उस देश के आंतरिक मामलों के रूप में देखता है और नेपाल को उसकी प्रगति, शांति, स्थिरता और विकास की यात्रा में समर्थन देता रहेगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपने बयान में कहा, ‘‘ हमने नेपाल में हाल के राजनीतिक घटनाक्रम को देखा है । हम इसे नेपाल के आंतरिक मामलों के रूप में देखते हैं जिससे उन्हें अपने घरेलू ढांचे और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के तहत निपटना है। ’’

उन्होंने कहा कि एक पड़ोसी और मित्र के रूप में भारत, नेपाल और वहां के लोगों को उनकी प्रगति, शांति, स्थिरता और विकास की यात्रा में निर्वाध रूप से समर्थन देता रहेगा ।

उल्लेखनीय है कि नेपाल के विपक्षी गठबंधन ने राष्ट्रपति द्वारा प्रतिनिधि सभा को भंग करने के फैसले को ‘असंवैधानिक’ बताते हुए इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दाखिल की है। इससे पहले राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली की सिफारिशों पर सदन को भंग कर दिया था। ओली की सरकार सदन में विश्वास मत में हारने के बाद अल्पमत में आ गई थी।

नेपाल के विपक्षी दलों के पूर्व सांसद रविवार और सोमवार को एकत्र हुए थे तथा उन्होंने प्रधानमंत्री पद के लिए शेर बहादुर देउबा के दावे के समर्थन में अपने हस्ताक्षर सौंपा था ।

राष्ट्रपति भंडारी ने प्रधानमंत्री ओली की सिफारिश पर शनिवार को पांच महीने में दूसरी बार 275 सदस्यीय सदन को भंग कर दिया था तथा 12 और 19 नवंबर को मध्यावधि चुनाव की घोषणा की थी।

फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सऐप ने भारत में लागू किए गए नए सोशल मीडिया नियमों पर सरकार के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल की याचिका, इन नियमों में यह पता लगाना जरूरी है कि किसी संदेश की शुरुआत किसने की attacknews.in

 

नयी दिल्ली, 26 मई । फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सऐप ने नए सोशल मीडिया मध्यवर्ती नियमों पर सरकार के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया है, जिसके तहत संदेश सेवाओं के लिए यह पता लगाना जरूरी है कि किसी संदेश की शुरुआत किसने की।

व्हाट्सऐप के एक प्रवक्ता ने पुष्टि की कि कंपनी ने हाल ही में लागू किए गए आईटी नियमों के खिलाफ 25 मई को दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।

यह कदम ऐसे वक्त में उठाया गया है, जबकि नए सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती संस्‍थानों के लिए दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम 2021, के जरिए सोशल मीडिया कंपनियों को अधिक से अधिक जवाबदेह और जिम्मेदार बनाने की कवायद चल रही है।

व्हाट्सऐप के एक प्रवक्ता ने कहा कि मैसेजिंग ऐप के लिए चैट पर निगाह रखने की आवश्यकता, उन्हें व्हाट्सऐप पर भेजे गए हर एक संदेश का फिंगरप्रिंट रखने के लिए कहने के बराबर है।

प्रवक्ता ने कहा कि यह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को तोड़ देगा और लोगों के निजता के अधिकार को कमजोर करेगा।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम दुनिया भर में लगातार नागरिक समाज और विशेषज्ञों के साथ उन अनिवार्यताओं का विरोध कर रहे हैं, जो हमारे उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता का उल्लंघन करेंगे। इस बीच, हम लोगों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से व्यावहारिक समाधानों पर भारत सरकार के साथ बातचीत जारी रखेंगे।’’

नये सूचना प्रौद्योगिकी नियम बुधवार 26 मई से प्रभाव में आएंगे और इनकी घोषणा 25 फरवरी को की गयी थी। इस नए नियम के तहत ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसी बड़े सोशल मीडिया मंचों को अतिरिक्त उपाय करने की जरूरत होगी। इसमें मुख्य अनुपालन अधिकारी, नोडल अधिकारी और शिकायत अधिकारी की नियुक्ति आदि शामिल हैं।

प्रमुख सोशल मीडिया मंचों को नये नियमों के अनुपालन के लिये तीन महीने का समय दिया गया था। इस श्रेणी में उन मंचों को रखा जाता है, जिनके पंजीकृत उपयोगकर्ताओं की संख्या 50 लाख से अधिक है।

नियमों का पालन न करने के परिणामस्वरूप इन सोशल मीडिया कंपनियों को अपनी मध्यस्थ की स्थिति खोनी पड़ेगी। यह स्थिति उन्हें किसी भी तीसरे पक्ष की जानकारी और उनके द्वारा ‘होस्ट’ किए गए डाटा के लिए दायित्वों से छूट और सुरक्षा प्रदान करती है। दूसरे शब्दों में, उन पर कार्रवाई की जा सकती है।

फेसबुक के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि कंपनी परिचालन प्रक्रियाओं को लागू करने के लिए काम कर रही है और इसका उद्देश्य आईटी नियमों के प्रावधानों का पालन करना है।

सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ने कहा कि वह कुछ मुद्दों पर स्पष्टता को लेकर सरकार के लगातार संपर्क में है। फेसबुक के पास फोटो साझा करने का मंच इंस्टाग्राम भी है।

हालांकि, फेसबुक और गूगल दोनों ने मंगलवार तक अनुपालन के नए स्तर को पूरा करने के बारे में चीजें स्पष्ट नहीं की।

दिल्ली में सरेआम हो रही गायों की हत्या;बाहरी दिल्ली में गौ हत्या के तीन अलग-अलग मामलों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है attacknews.in

नयी दिल्ली 26 मई । बाहरी दिल्ली में गौ हत्या के तीन अलग-अलग मामलों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को जामिया नगर इलाके से आसिफ (36) उसके भाई मोहनीश (24) और उनके एक अन्य रिश्तेदार नईम (20) को गिरफ्तार किया गया। आसिफ और मोहनीश पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।

पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी कथित रूप से गायों की हत्या कर उनका मांस 100 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बेचते थे, उन्हें पकड़ने के लिए पांच टीमों का गठन किया गया था।

पुलिस के मुताबिक गौ हत्या का पहला मामला 16 मई को सामने आया था जब बापरोला गांव के एक खाली प्लाट में गाय की हड्डियां एवं अन्य अवशेष मिले थे।

दूसरा मामला भी उसी दिन उसी गांव से सामने आया। पुलिस के मुताबिक तीसरा मामला 20 मई का निहाल विहार का है।

इन तीनों घटनास्थलों की जांच के बाद उनके बीच आपस में तार जुड़ते नजर आये और इन्हीं लोगों की संलिप्तता का संकेत मिला।

पुलिस ने बताया कि पोस्ट मार्टम के बाद भारतीय दंड संहिता, दिल्ली कृषि पशु संरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता रोकथाम अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।

बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने कहा कि करीब एक सप्ताह तक 600 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच करने के बाद इस अपराध में इस्तेमाल में लाये गये वाहन की पहचान की गयी।

पुलिस उपायुक्त ने कहा, ‘‘हमारी टीमों ने 1350 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला और संदिग्ध वाहन के मार्ग पता लगाया। जांच से मिली जानकारी के आधार पर जांच दल जामिया नगर पहुंचा। दिल्ली और उसके आस-पास के करीब 110 संदिग्धों से पूछताछ की गयी। तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से संदिग्ध लोगों के बारे में पता चला। इसके बाद बाटला हाउस और जामिया नगर से उन्हें पकड़ लिया गया।’

CBI ने बम्बई हाईकोर्ट को बताया:पुलिस तैनाती और तबादलों में कथित भ्रष्टाचार के बारे में महाराष्ट्र सरकार से मांगी जानकारी पर नौ जून तक कार्रवाई नहीं करेंगे attacknews.in

मुंबई, 26 मई । सीबीआई ने बुधवार को बम्बई उच्च न्यायालय को बताया कि वह पुलिस तैनाती और तबादलों में कथित भ्रष्टाचार के बारे में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला द्वारा दर्ज करायी शिकायतों से संबंधित दस्तावेजों की मांग करते हुए महाराष्ट्र सरकार को भेजे पत्रों पर नौ जून तक कोई कार्रवाई नहीं करेगी।

सीबीआई की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस वी राजू ने न्यायमूर्ति एस जे कथावाला और न्यायमूर्ति एस पी तावड़े की अवकाशकालीन पीठ के समक्ष यह बात कही। यह पीठ राज्य सरकार की एक याचिका पर सुनवाई कर रही है।

सरकार ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ 21 अप्रैल को एजेंसी द्वारा दर्ज प्राथमिकी से दो पैराग्राफ रद्द करने और इनके संबंध में कोई जांच न करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था।

सीबीआई ने पांच अप्रैल को उच्च न्यायालय के एक आदेश पर राकांपा नेता देशमुख के खिलाफ प्रारंभिक जांच करने के बाद प्राथमिकी दर्ज की थी।

राजू ने बुधवार को अवकाशकालीन पीठ से कहा कि राज्य सरकार की याचिका पर उसी पीठ को सुनवाई करनी चाहिए जिसने पांच अप्रैल का आदेश पारित किया था।

न्यायमूर्ति कथावाला ने कहा कि अगर मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति जी एस कुलकर्णी की पीठ इस मामले की सुनवाई करती है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन तब तक सीबीआई को जांच में राज्य सरकार से सूचना लेने के संबंध में ‘‘अपनी कार्रवाई रोकनी’’ चाहिए।

राजू ने कहा, ‘‘हम इस याचिका को दूसरी पीठ के समक्ष पेश किए जाने तक सीबीआई द्वारा महाराष्ट्र सरकार से मांगे दस्तावेजों को पेश करने के संबंध में कार्रवाई नहीं करेंगे। यह राज्य सरकार से मांगी जानकारियों तक ही सीमित होगा न कि पूरी जांच के संबंध में।’’

अदालत ने यह बयान स्वीकार कर लिया और उच्च न्यायालय के पंजीयक कार्यालय को याचिका को आठ जून को मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति जी एस कुलकर्णी की पीठ के समक्ष पेश करने का निर्देश दिया।

मध्यप्रदेश में बुधवार को कोरोना के 2182 नए मरीज आए सामने, 72 की मृत्यु,अबतक संक्रमितों की संख्या 7,71,878 और मृतकों की संख्या 7758 हुई attacknews.in

भोपाल, 26 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले भले ही कम हो रहे हैं, लेकिन संक्रमण के कारण मृत्यु के मामलों में अपेक्षित गिरावट नहीं आ पा रही है।आज भी 72 लोगों की मृत्यु दर्ज की गयी।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 70195 मामलों की जांच में 2182 मामले पॉजीटिव, 68,013 निगेटिव रहे और 198 सैंपल रिजेक्ट किए गए।

इस तरह संक्रमण दर 3़ 1 प्रतिशत रही।

वहीं 7479 संक्रमितों के स्वस्थ होने पर एक्टिव केस की संख्या घटकर 43265 पर आ गयी है।

प्रदेश में 72 संक्रमितों की मृत्यु दर्ज की गयी है, जिसमें पांच पांच मामले भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और सागर जिले में दर्ज किए गए।

इसके अलावा सात लोगों की मृत्यु जबलपुर जिले में हुयी।

राज्य में अब तक कोरोना के कारण 7758 लोगों की मृत्यु दर्ज की गयी।

बुलेटिन के अनुसार सबसे अधिक प्रकरण 623 इंदौर में, 433 भोपाल में, ग्वालियर में 88, जबलपुर में 82, सागर में 108, रतलाम में 52, उज्जैन में 45, दमोह में 38 और बैतूल में 39 मामले दर्ज किए गए।

राज्य में अब तक 7,71,878 व्यक्ति संक्रमित हुए हैं, जिनमें से 72,0855 कोरोना को मात देने में सफल रहे।

सबसे अधिक सक्रिय मामले इंदौर में 8488, भोपाल में 8244 और ग्वालियर में 2043 हैं।

शेष 49 जिलों में एक्टिव मामले दो हजार से कम ही हैं।

सबसे कम एक्टिव केस 46 अलिराजपुर जिले में हैं।

खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाना क्षेत्र से विस्फोटक  2000 जिलेटिन रॉड और अन्य सामग्री के साथ 3 लोगों की गिरफ्तारी  attacknews.in

 

खरगोन, 26 मई। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाना क्षेत्र में 2000 जिलेटिन रॉड और अन्य सामग्री के साथ 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

बलक्वाड़ा थाना के नगर निरीक्षक वरुण तिवारी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर बेगंदी मिर्जापुर रोड पर ग्राम मिर्जापुर के पास एक पिकअप वाहन से कल 2000 जिलेटिन रॉड, आठ फ्यूज वायर तथा 300 नग आईईडी बरामद की गई।

पिकअप वाहन में बैठे शोभा लाल जाट निवासी भीलवाड़ा जिला, हाल मुकाम ठीकरी (बड़वानी) देवी सिंह उदावत निवासी जोधपुर जिला बिलाड़ा थाना राजस्थान को गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों के पास इस विस्फोटक सामग्री के वैध दस्तावेज या लाइसेंस नहीं प्राप्त हुए और तीनों सामानों को एक साथ परिवहन करना बेहद खतरनाक था।

उन्होंने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर इस सामग्री खरीदने वाले भारत निवासी रसवा थाना बलकवाड़ा को भी गिरफ्तार किया गया है।

उसके पास भी इन विस्फोटकों को खरीदने बेचने अथवा रखने का कोई दस्तावेज नहीं पाया गया।

आरोपियों ने बताया कि वह इनकी मदद से कुएं और नहर में विस्फोट कर उसे गहरा करते हैं।

तीनों को आज कसरावद स्थित न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

चक्रवाती तूफान यास ने ओड़िशा तट को पार किया, भारी बारिश हुई;धीरे धीरे कमजोर पड़ा, सुबह बाद झारखंड की तरफ जाते जाते एक गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा attacknews.in

भुवनेश्वर, 26 मई। भीषण चक्रवाती तूफान यास आज सुबह ओडिशा में बालासाेर तट से टकराया और उस समय इसकी रफ्तार 130 से 150 किलोमीटर प्रति घंटा थी लेकिन इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ जितनी पहले आशंका जताई जा रही थी।

भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युजंय मोहपात्रा ने बताया कि चक्रवाती तूफान यास बालासोर-भद्रक तट पर केन्द्रित था और यह बालासोर तट के दक्षिण में 20 किलोमीटर के समीप तट से टकराया तथा यह प्रकिया तीन घंटों तक जारी रही।

इसने सुबह 10.30 से 11.30 के बीच ओडिशा तट को पार किया और यह फिर मयूरभंज जिले की तरफ बढ़ गया तथा उस समय इसकी रफ्तार 120 से 130 किलोमीटर प्रतिघंटा था जिसकी वजह से भारी बारिश हुई थी।

उन्होेंने बताया कि यह धीरे धीरे कमजोर पड़ जाएगा और कल सुबह तक झारखंड की तरफ जाते जाते एक गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा तथा उस समय इसकी रफ्तार 60 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी और इसकी वजह से भारी से बहुत भारी बारिश होगी।

यास तूफान की वजह से बालासोर और भद्रक जिलों में अनेक स्थानों पर पेड़ उखड़ गए तथा हजारों कच्चे मकान तथा अस्थायी आवास नष्ट हो गए। इसकी वजह से सड़क यातायात बाधित हुआ और दो मीटर से ऊंची लहरों के कारण अनके गांवों में समुद्र का पानी घुस गया।

विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने बताया जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा और जाजपुर जिलों में कोई अधिक नुकसान नहीं हुआ है और यहां काफी संख्या में पेड़ उखड़ गए हैं। बालासाेर और भद्रक जिलों में एनडीआरएफ, ओडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमों ने उखड़े हुए पेड़ों को हटाना शुरू कर दिया है।

तूफान की वजह से सिमलीपाल में भारी बारिश 161 मिमी हुई और इसकी वजह से बूढाबालांग नदी में अचानक बाढ़ की आशंका जताई जा रही है।
श्री मोहापात्रा ने बताया कि उत्तर ओडिशा में दिन में भारी से बहुत भारी बारिश होगी और कईं स्थानों पर यह 20 सेंटीमीटर भी होगी।

कांग्रेस तथा वाम दलों सहित 12 दलों के समर्थन से कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के छह माह पूरे होने पर किसानों ने काला दिवस मनाया; वाहनों-घरों पर लहराया काला झंडा attacknews.in

 

नयी दिल्ली 26 मई । तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के छह महीना पूरा होने के मौके पर देशभर में किसानों ने बुधवार को काला दिवस के तौर पर मनाया।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देश के विभिन्न हिस्सों में किसानों ने अपने वाहनों तथा घरों पर काले झंडे लगाकर केंद्रीय कृषि कानूूनों का विरोध किया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों ने सरकार के विरोध में पुतला दहन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को कृषि कानून वापस लेने होंगे। आज देशभर में लोग सरकार के खिलाफ काला झंडा हाथों में लेकर खड़े हुए हैं।

उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की मांगे नहीं मानी जाएगी, तब तक किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे रहेंगे।

किसान के आंदोलन को आज कांग्रेस तथा वाम दलों सहित 12 राजनीतिक दलों ने समर्थन दिया था।

अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव अतुल कुमार अनजान ने बताया कि अपराह्न तीन बजे तब की सूचनाओं के आधार पर 23 राज्यों में लगभग दो लाख से अधिक गांव में किसानों ने अपने घरों पर काले झंडे लगाकर मोदी सरकार की नीतियों का विरोध किया।

कई स्थानों पर केंद्र सरकार के पुतले तथा विभिन्न गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले भी जलाए गए। कुछ राज्यों में पुलिस के साथ झड़पे भी हुईं।

मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, बिहार, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश तथा तमिलनाडु में राज्य सरकारों ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए थे। कई शहरों में प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस के बीच केंद्र सरकार की अर्थी को लेकर छीना झपटी भी हुईं और इस दौरान कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं।

उल्लेखनीय है कि तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के धरने का आज छह महीना पूरा हो गया। साथ ही आज मोदी सरकार के भी सात साल पूरे हो गए। इसलिए किसानों ने आज काला दिवस मनाकर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध किया।

किसानों ने बॉर्डर पर प्रदर्शन करते हुए मनाया काला दिवस

इधर  हरियाणा में सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर किसान आंदोलन के छह महीने पूरे होने पर किसानों ने बुधवार को काला दिवस मनाया।

कुंडली बॉर्डर धरनास्थल पर कई जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों बलबीर सिंह राजेवाल, दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, जगजीत सिंह दल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव, अभिमन्यु कोहाड़ के अनुसार कुंडली बॉर्डर के मुख्य मंच पर बुधवार को सबसे पहले बुद्ध पूर्णिमा मनाई गई और महात्मा बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया गया। इसके बाद किसानों ने अपने वाहनों तथा ट्रैक्टर-ट्रालियों पर काले झंडे लगाए और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

शिवराज सिंह चौहान ने संबोधन में कहा: 1 जून से आर्थिक गतिविधियां शुरू होंगी, लेकिन तीसरी लहर भी रोकना जरुरी,सरकार कोविड केयर सेंटर बंद नहीं करेगी attacknews.in

भोपाल, 26 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर काफी हद तक नियंत्रण में आने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि एक जून से आर्थिक गतिविधियां भी धीरे धीरे प्रारंभ की जाएंगी, लेकिन निकट भविष्य में कोरोना की तीसरी लहर रोकना भी जरुरी है।

श्री चौहान ने शाम को प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए यह बात कही।

उन्होंने बार बार जोर देकर कहा कि सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए रोड मैप बनाया है, लेकिन प्रत्येक नागरिक, धर्म गुरुओं और स्वैच्छिक संगठनों को भी कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण की अपनी जिम्मेदारी निभाना है।

तीसरी लहर नहीं रोक पाए, तो फिर भयानक स्थिति बन जाएगी।

साथ ही उन्होंने कहा कि लेकिन कोरोना रोकने संबंधी अनुशासन का पालन करके हम इसे रोक सकते हैं।

श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं और सरकार अनुशासन तथा कोरोना संबंधी नियमों का पूरी तरह पालन करते हुए कोरोना संक्रमण काबू रखने का क्रम रोकेगी नहीं।

लेकिन शादी विवाह, सार्वजनिक, धार्मिक और भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर अंकुश बेहद जरुरी हैं।

इस कार्य में धर्म गुरु और प्रभावी व्यक्ति अपनी भूमिका सुनिश्चित करें।

सरकार कोविड केयर सेंटर बंद नहीं करेगी।

स्वास्थ्य संबंधी अन्य सुविधाएं भी और बढ़ाने का प्रयास रहेगा।

प्रतिदिन 70 हजार से अधिक टेस्टिंग जारी रखने का प्रयास भी होगा।

मुख्यमंत्री ने दोहराया कि आगामी कुछ समय तक काेरोना वायरस रहेगा ही और हमें उसके साथ रहकर अनुशासन के साथ जीने की आदत बनाना होगी।

अन्यथा इसकी कीमत चुकाना होगी।

मध्यप्रदेश पिछले एक वर्ष से अधिक समय से कोरोना के प्रकोप को झेल रहा है, लेकिन मार्च के बाद अप्रैल में कोरोना की दूसरी लहर ने सभी 52 जिलों में जबर्दस्त तबाही मचायी और लोगों के बीच हाहाकार मच गया था।

मई माह के तीसरे सप्ताह से स्थितियां नियंत्रित होना प्रारंभ हुयी और अब औसत संक्रमण दर पांच प्रतिशत के अंदर आ गयी है।

यह दर 25 प्रतिशत को भी पार कर गयी थी।

कुछ जिलों में संक्रमण दर 50 प्रतिशत से भी अधिक थी।

श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश उस स्थिति से भी गुजरा है, जब अस्पतालों के सभी बिस्तर भरे थे।ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए दिन-रात एक करने पड़ रहे थे। कितने ही लोगों को ऑक्सीजन लगी, कुछ लोग वेन्टीलेटर पर चले गए और कुछ लोग तो इस दुनिया से ही चले गए। क्या हम इस कष्ट को फिर से देखना चाहते हैं। इसीलिए सावधानी की रखने की

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू धीरे-धीरे खोला जाएगा। कौनसी गतिविधि कब आरंभ होगी। यह ग्राम, वार्ड, ब्लाक, नगर और जिला स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ तय करेगी। अलग-अलग जिलों में स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार अलग-अलग व्यवस्थाएँ होंगी। यह भी स्थानीय स्तर पर ही तय होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में संक्रमण नियंत्रण के लिए जन-समुदाय के सहयोग का मॉडल प्रभावी रहा है। आज बुद्ध पूर्णिमा है। प्रदेश को कोरोना मुक्त करने का संकल्प प्रदेशवासी लें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों के नाम जारी संदेश में कहा कि कहा है कि आज बुद्ध पूर्णिमा है। आज ही के दिन बोधि वृक्ष के नीचे भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था। भगवान बुद्ध ने कहा था- सर्वं दु:खं, दु:ख समुदय, दु:ख निरोध और दु:ख निरोध गामिनी प्रति पथ अर्थात दु:ख है़, दु:ख का कारण है और कारण का निवारण भी किया जा सकता है। हमें बुद्ध के बताए मध्यम मार्ग पर चलते हुए अनुशासित जीवन जीना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आज कोरोना संकट ने मानवता को एक बार फिर झकझोर कर रख दिया है। कोरोना वायरस के फैलने के कारण का निवारण किया जा सकता है। प्रदेश में सरकार के प्रयास और सभी के सहयोग से कोरोना संक्रमण अब नियंत्रण की स्थिति में है। रिकवरी रेट 93.39 प्रतिशत है, लेकिन सावधानी रखना बहुत जरूरी है।

प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रकरणों संक्रमण में तेजी से गिरावट- शिवराज

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के प्रकरणों में तेजी से गिरावट आ रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि अब प्रदेश के 45 जिलों में कोरोना संक्रमण पॉंच प्रतिशत से कम है। संक्रमण की दृष्टि से प्रदेश का देश में 19 वाँ स्थान है। आगामी 31 मई तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण शून्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

कोरोना अनलॉक के लिए मंत्री समूह की बैठक 27 मई को

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की अध्यक्षता में कोरोना कर्फ्यू को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए विचार-विमर्श हेतु मंत्री समूह की बैठक 27 मई को सुबह 11:30 बजे मंत्रालय में आहूत की गई है।

अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा और विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (गृह) अशोक अवस्थी ने बताया है कि बैठक के सम्बंध में मंत्री समूह के सभी मंत्रियों को आवश्यक सूचना भेज दी गई है।

डॉ. राजौरा ने बताया है कि बैठक में जून माह से कोरोना कर्फ्यू को सुनियोजित रूप से चरणबद्ध प्रक्रिया के अनुरूप समाप्त किए जाने पर चर्चा होगी।

उन्होंने बताया कि अनलॉक के साथ सामान्य जनजीवन बहाल किए जाने के लिए प्रस्तावित रणनीति को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए मंत्री समूह द्वारा आवश्यक विचार विमर्श किया जाएगा ।

कोरोना संक्रमण की चपेट में आजम खान की हालत फिर बिगड़ी, आईसीयू में शिफ्ट attacknews.in

लखनऊ 26 मई । समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद मोहम्मद आजम खां की तबीयत बिगड़ने से उन्हे आईसीयू में एक बार फिर शिफ्ट कर दिया गया है।
सपा के 72 वर्षीय बुजुर्ग नेता और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम को कोरोना संक्रमण के कारण पिछली नौ मई को लखनऊ के मेंदाता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

अस्पताल द्वारा बुधवार को जारी हेल्थ बुलेटिन में बताया गया कि श्री खां के फेफड़ों में पोस्ट कोविड फाइब्रोसिस, कैविटी और चेस्ट इन्फेक्शन पाया गया जिसके बाद उन्हे दोबारा आईसीयू में शिफ्ट किया गया है।

उनको 3-4 लीटर ऑक्सीजन रिक्वायरमेंट के साथ डाक्टरों की गहन निगरानी में रखा गया है।

चिकित्सकों के अनुसार श्री खां की तबीयत क्रिटिकल लेकिन नियंत्रण में है।

हालांकि उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम की स्थिति संतोषजनक है।

सुरक्षा बलों ने मध्य कश्मीर में गंदेरबल के नारानाग जंगल इलाके में घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया attacknews.in

श्रीनगर 26 मई ।सुरक्षा बलों ने बुधवार को मध्य कश्मीर में गंदेरबल के नारानाग जंगल इलाके में घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर सेना और पुलिस ने संयुक्त अभियान शुरू किया। इस दौरान ग्रेनेड , मेगजीन और एके 47 राइफल की 30 राउंड गोलियां तथा काफी संख्या में विस्फोटक बरामद किया गया।

जम्मू कश्मीर में आतंकियों के उत्पात को देखते हुए सुरक्षाबलों द्वारा उनके सफाए का काम भी जारी है। बीते दिनों ही जम्मू और कश्मीर में अनंतनाग के कोकेरनाग इलाके के वेलू में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में लश्कर के तीन आतंकवादी फंसे हुए थे। बाद में इन तीनों को मार गिराया गया।

वहीं उससे पहले एलओसी से सटे पूंछ में पुलिस और सेना ने मिलकर आतंकवादियों पर बड़ी कार्रवाई की थी। यहां बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किया गया। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने बड़े आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया। पुंछ में एक आतंकवादी ठिकाने से सुरक्षा बलों ने 19 हैंड ग्रेनेड बरामद किए थे।