मध्यप्रदेश के शहडोल में लाखों रूपये के गबन मामले में बीइओ पद से हटाकर शा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में व्याख्याता पद पर स्थानांतरित किया attacknews.in

शहडोल, 5 जून । मध्यप्रदेश के शहडोल में जिला कलेक्टर सतेन्द्र सिंह ने गबन के मामले में जैसिंघनगर के बीइओ अशोक शर्मा को उनके पद से हटाते हुए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बंसुकली में व्याख्याता के पद पर स्थानांतरित कर दिया है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जैसिंघनगर के बीइओ अशोक शर्मा ने 2 जून 2014 से 3 फरवरी 2020 के बीच नवीन खाता खोलकर एक करोड़ 1 लाख 72 हजार 176 का गबन किया था। इस मामले में आयुक्त जनजाति कार्य विभाग भोपाल के 19 मई 2021 के पत्र के निर्देश में कलेक्टर शहडोल को एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया गया था। इसके बाद कलेक्टर श्री सिंह ने उनका स्थानांतरण व्याख्याता के पद पर कर दिया है।

मथुरा में झाड़फूंक द्वारा गांव के लोगों का इलाज करने वाले तांत्रिक ने किया इलाज के बहाने विवाहिता से बलात्कार attacknews.in

मथुरा 05 जून । उत्तर प्रदेश में मथुरा जिले के बरसाना क्षेत्र के एक गांव में इलाज के बहाने तांत्रिक द्वारा विवाहिता के साथ दुष्कर्म किये जाने का मामला प्रकाश में आया है।

पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि तांत्रिक झाड़फूंक द्वारा गांव के लोगों का इलाज दिन में कर रहा था।

इस बीच इलाज कराने गई विवाहिता से उसने रात को आने को कहकर लौटा दिया।

गुरूवार की रात दस बजे जब महिला तांत्रिक के पास गई तो उसने इलाज के बहाने महिला का शील भंग किया।

महिला ने जब आप बीती घरवालों को बताई तो महिला की ओर से बरसाना थाने में पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

भरतपुर जिले के नगला बंडा का रहनेवाला तांत्रिक नरेन्द्र दिल्ली निवासी संदीप तोमर के साथ गांव आया था।

बलात्कार करने के बाद ही वह गांव से भाग गया।

बरसाना के थानाध्यक्ष इंसपेक्टर आजादपाल सिंह ने बताया कि दो बच्चों की मां का चिकित्सकीय परीक्षण करा दिया गया है।

संदीप तोमर को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि फरार तांत्रिक की तलाश जारी है।

प्रेमिका से मिलने गये प्रेमी सिपाही की लात-घूसों से जमकर पिटाई,मोटरसाइकिल से प्रेमिका के घर पहुंचा जहां बैठकर अपने प्रेमी के साथ चल दी और पहरा देने वालों ने कर दी पूजा attacknews.in

औरैया, 05 जून । उत्तर प्रदेश के महोबा जिला में तैनात एक सिपाही को प्रेमिका से मिलने औरैया आना भारी पड़ गया, जहां प्रेमिका के परिजनों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी।

आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि जालौन जिले के माधौगढ़ निवासी सिपाही सौरभ कठेरिया छुट्टी पर अपने घर आया हुआ था।

इस बीच उसने सदर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली प्रेमिका से फोन पर बात की और दोनों ने मिलने के लिए आज का दिन तय किया।

सिपाही तय समय पर मोटरसाइकिल से प्रेमिका के घर पहुंचा जहां प्रेमिका मोटरसाइकिल पर बैठकर अपने प्रेमी सिपाही के साथ चल दी।

लेकिन दोनों को यह खबर नहीं थी कि उनकी एक-एक हरकत पर परिजनों की नजर बनी हुई है और जैसे ही सिपाही मोटरसाइकिल लेकर आगे बढ़ा तभी परिजनों ने कुछ अन्य लोगों के साथ जालौन चैराहे पर सिपाही को घेर लिया।

इसके बाद लात-घूसों से उसकी जमकर पिटाई की, इस बीच प्रेमी को बचाने के प्रयास में प्रेमिका के भी कई हाथ लग गए, तभी झगड़ा होते देख किसी ने पुलिस को फोन से सूचना दे दी।

पुलिस मौके पर पहुंचती, आरोपी मारपीट कर वहां से भाग गए।

पीड़ित सिपाही ने बताया कि हमलावर उसके गले में पड़ी सोने की चेन व पर्स में रखे 19 हजार रूपये भी पार कर ले गए।

केरल के काला धन मामले में भाजपा से जुड़े लोकप्रिय मलयालम फिल्म अभिनेता सुरेश गोपी को भी SIT नै निशाने पर लिया;कभी भी पूछताछ attacknews.in

त्रिशूर, 05 जून ।कोडकारा काला धन चोरी मामले की जांच कर रही विशेष टीम लोकप्रिय मलयालम फिल्म अभिनेता सुरेश गोपी को पूछताछ के लिए बुला सकती है।

सूत्रों ने संकेत दिया है कि जरूरत पड़ने पर सुरेश गोपी से पूछताछ की जा सकती है।

पुलिस उस समय त्रिशूर में मौजूद सभी नेताओं के बयान ले रही है, क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता और मामले के आरोपी धर्मराजन विधानसभा चुनाव के समय त्रिशूर पहुंचे थे।

विशेष टीम ने जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं की हेलिकॉप्टर यात्राओं की जांच की तो सुरेश गोपी की हेलिकॉप्टर यात्रा भी सवालों के घेरे में आ गयी।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन के निजी सचिव दीपिन से आज यहां पुलिस क्लब में पूछताछ की गयी।

पुलिस ने सुरेंद्रन के ड्राइवर लेबिश से भी पूछताछ की।

विशेष टीम मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कोडुंगल्लूर के एस.एन. पुरम निवासी कार्यकर्ता रेजिल से भी पूछताछ कर रही है, जिसने कथित तौर पर एक आरोपी से पैसे लिए थे।

आशंका जतायी जा रही है कि लूट के बाद फरार हुए गैंग ने रेजिल से मदद मांगी।

उसका एक आरोपी रंजीत से करीबी संपर्क में था।

पता चला है कि उन्होंने रेजिल को उनकी मदद के लिए तीन लाख रुपये दिये।

राजमार्ग पर हुई डकैती का खुलासा तब हुआ, जब पार्टी के दो कार्यकर्ताओं ने अप्रैल में पुलिस में शिकायत दर्ज करायी कि कुछ लोगों ने उनके वाहन को रोक कर उससे 3.5 करोड़ रुपये लूट लिए।

आरोप है कि यह पैसा भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी उम्मीदवारों को बांटने के लिए लाया गया था।

भाजपा की त्रिशूर इकाई के अध्यक्ष के. के. अनीश कुमार से शुक्रवार को पूछताछ की गयी।

मामले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

केरल भाजपा अध्यक्ष को कालाधन मामले में फंसाने की विजयन सरकार की तैयारी:SIT ने के. सुरेंद्रन के सचिव और चालक से पुलिस क्लब में पूछताछ की attacknews.in

त्रिशूर 05 जून । कोडकारा काला धन मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केरल इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन के सचिव और चालक से शनिवार को यहां पुलिस क्लब में पूछताछ की।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने श्री सुरेंद्रन के सचिव दीपिन को दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ के बाद रिहा कर दिया और उनके चालक लिबेश से भी दीपिन के साथ दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गयी।

दोनों ने स्वीकार किया कि वे आरोपी धर्मराजन को जानते हैं और चुनाव के दौरान उन्होंने उनसे कई बार संपर्क साधा था।

पुलिस टीम ने कोडुंगल्लूर के मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एक कार्यकर्ता रिजिल से डकैती गिरोह के मुख्य आरोपी रंजीत को कथित रूप से मदद मुहैया कराने के सिलसिले में भी पूछताछ की।

विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार आने वाले दिनों में श्री सुरेंद्रन सहित भाजपा के और नेताओं को तलब किया जाएगा।

इससे पहले, एसआईटी ने हाल ही में संपन्न चुनाव के दौरान हवाला के जरिये राज्य में लाये गये करीब 3.5 करोड़ रुपये के संबंध में कुन्नमकुलम निर्वाचन क्षेत्र से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार के. के. अनीश कुमार और भाजपा के आयोजन सचिव एम गणेश, राज्य कार्यालय सचिव जी. गिरीश सहित अन्य राज्य के नेताओं से भी गवाही ली थी।

एसआईटी को जानकारी मिली थी कि यह धन भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए लाया गया था।

पुलिस ने उत्तरी मालाबार के विभिन्न जिलों में आरोपियों और उनके दोस्तों के घरों पर छापेमारी की और तीन अप्रैल को कोडकारा में एक गिरोह द्वारा एक वाहन को लूटकर चुराये गये लगभग 1.25 करोड़ रुपये बरामद किए।

मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू 15 जून तक जारी रहेगा: शिवराज सिंह चौहान ने कहा-प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है attacknews.in

भोपाल, 05 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। प्रदेश में कल 81 हजार टेस्ट हुए थे, जिनमें केवल 718 पॉजीटिव प्रकरण आए हैं। पॉजिटिविटी रेट अब घटकर 0.8 प्रतिशत हो गया है।

श्री चौहान स्मार्ट सिटी पार्क में वृक्षारोपण के उपरांत मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पाँच जिले ऐसे हैं, जिनमें कल कोरोना का एक भी प्रकरण नहीं आया। हमें आशा है कि प्रदेश के कई जिले अगले कुछ दिनों में पूरी तरह कोरोना मुक्त हो जायेंगे।

उन्होंने कहा कि अभी इंदौर, भोपाल और जबलपुर में कोरोना के प्रकरणों की कुछसंख्या हैं, अभी लगातार सावधानी रखी जा रही है। अगर पाँच प्रतिशत से कम पॉजिटिविटी दर होती है तो कोरोना संक्रमण नियंत्रण में माना जाता है। हम 0.8 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट पर पहुँच चुके हैं।

भारत के कोरोना संक्रमण के हाॅट स्पाॅट राज्य महाराष्ट्र में अनलॉक प्रक्रिया सात जून से; ‘ब्रेक द चैन’ के तहत प्रतिबंधों में 5 चरण में ढील दी जायेगी attacknews.in

मुंबई 05 जून ।कोरोना महामारी पर नियंत्रण के परिप्रेक्ष्य में महाराष्ट्र में ‘ब्रेक द चैन’ के तहत लागू प्रतिबंधों में सात जून से ढील दी जायेगी।

महाराष्ट्र राज्य आपदा प्रबंधन, राहत एवं पुनर्वास के प्रमुख सचिव असीम गुप्ता ने शुक्रवार की देर रात इस आशय की अधिसूचना जारी की।

अधिसूचना के मुताबिक राज्य के जिलों को कोविड संक्रमण दर के मानदंड और ऑक्सीजन बेड के उपयोग के आधार पर पांच चरणों में बांटा गया है।

पहले चरण में पांच प्रतिशत से कम संक्रमण दर और 25 प्रतिशत से कम ऑक्सीजन एम्बुलेंस का उपयोग करने वाले जिले आएंगे। ऐसे जिलों में सभी गतिविधियां सुचारू रूप से जारी रहेगी।

दूसरे चरण में पांच प्रतिशत की संक्रमण दर और 25 से 40 प्रतिशत के बीच ऑक्सीजन बेड उपयोग वाले इन जिलों में निर्माण, कृषि सेवाओं सहित सभी गतिविधियां शुरू की जा सकेंगी। रेस्टोरेंट, मॉल, सिनेमाघर, जिम, सैलून और स्पा अपनी 50 फीसदी क्षमता से शुरू होंगे।

तीसरे चरण में पांच से 10 फीसदी संक्रमण दर और 40 फीसदी से ज्यादा ऑक्सीजन बेड के इस्तेमाल वाले जिलों में आवश्यक सेवाओं के साथ अन्य दुकानें शाम चार बजे तक खुली रहेंगी। शनिवार और रविवार को केवल आवश्यक सेवाएं ही जारी रहेंगी।

चौथे चरण में 10 से 20 प्रतिशत की संक्रमण दर और 60 प्रतिशत से अधिक ऑक्सीजन बेड के उपयोग वाले जिले आएंगे। इन जिलों में आकस्मिक सेवाएं शाम चार बजे तक जारी रहेंगी, बाकी सभी गतिबंधियां प्रतिबंधित रहेंगी। सामाजिक आयोजनों पर प्रतिबंध यथावत रहेगा।

इसी प्रकार पांचवे चरण में 20 प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर और 75 प्रतिशत से अधिक ऑक्सीजन बेड वाले जिलों में सोमवार से शुक्रवार शाम चार बजे तक आवश्यक दुकानें खुली रहेंगी। शनिवार और रविवार को चिकित्सा सेवाओं को छोड़कर सभी गतिविधियां बंद रहेंगी।

अधिसूचना के मुताबिक मराठवाड़ा क्षेत्र में हिंगोली, जालना, नांदेड़ और लातूर जिले पहले और औरंगाबाद जिला दूसरे तथा बीड, उस्मानाबाद और परभणी जिले तीसरे चरण में शामिल रहेंगे।

महाराष्ट्र में कोरोना 13 हजार नए मामले, 300 की मौत

कोरोना से पूरे देश में सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान 13 हजार 659 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 58,19,214 हो गई है।

राज्य सरकार द्वारा शनिवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार इस अवधि में 300 में मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 99,512 पहुंच गया है।

कोरोना काल में देशभर में पिछले वर्ष 1 अप्रैल से अब तक प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत 1.2लाख दावों के लिए ₹ 2403 करोड़ का भुगतान किया गया attacknews.in

नई दिल्ली 05जून । कोरोना काल में देशभर में पिछले वर्ष 1 अप्रैल से अब तक प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) के तहत 1.2लाख दावों के लिए 2403 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यहां बीमा कंपनियों के प्रमुखों के साथ बैठक कर इस योजना के तहत दावों के निपटान में तेजी लाने की बात कही जिस पर उन्हें बताया गया कि 1 अप्रैल 2020 से अब तक 99 प्रतिशत दावों का निपटान किया जा चुका है और तक 1.2 लाख दावों में 2403 करोड रुपए का भुगतान किया गया है।

वित्त मंत्री ने बीमा कंपनियों के प्रमुखों से कहा कि इस योजना के तहत दावे को सहानुभूति पूर्वक निपटान किया जाना चाहिए और एकता में तेजी लाई जानी चाहिए।

बैठक में उन्हें बताया गया कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) के तहत 31 मई 2021 तक 82660 दावों में 1629 करोड रुपए का भुगतान किया गया है। अन्य योजनाओं के तहत दावों का भुगतान 30 दिन के बजाय सात कार्य दिवसों में किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत स्वास्थ्य कर्मी कोरोना योद्धाओं के स्वास्थ्य बीमा की सुविधा का लाभ 419 स्वास्थ्य कर्मियों को अब तक मिला है और इसके तहत 209.5करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।

मई में अब तक जीएसटी राजस्व संग्रह 1.02 लाख करोड़ के पार,पांच करोड़ से अधिक के कारोबारियो को चार जून तक रिटर्न भरना था attacknews.in

नयी दिल्ली, 05 जून । कोरोना के दूसरी लहर के कारण राज्यो द्वारा कड़े लॉकडाउन लगाए जाने के मद्देनजर कारोबारियो को रिटर्न भरने की अवधि बढ़ाए जाने के बीच इस वर्ष मई महीने के लिए 4जून तक 102709 करोड़ रुपए का जीएसटी राजस्व संग्रहित हुआ है।

कोरोना की पहली लहर के बाद देश में आर्थिक गतिविधियों में आ रही तेजी के साथ ही जीएसटी राजस्व संग्रह में भी तेजी का रुख बना हुआ है। कारोबारियो को रिटर्न भरने के लिए दी गई छूट और इस महीने के लिए अंतिम आंकड़े आने पर राजस्व में और बढ़ोतरी होगी क्योंकि पांच करोड़ रुपए तक के कारोबारियो को इस वर्ष जुलाई के पहले सप्ताह तक रिटर्न बदाखिल करने की छूट दी गई है। पांच करोड़ से अधिक के कारोबारियो को चार जून तक रिटर्न भरना था।

मई में लगातार आठवें महीने जीएसटी राजस्व सँग्रह एक लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा। अक्टूबर 2020 से लगातार जीएसटी राजस्व सँग्रह एक लाख करोड़ रुपए के पार बना हुआ है। अक्टूबर 2020 में 105,155 करोड़ रुपए, नवंबर 2020 में 104,963 करोड़ रुपए, दिसंबर 2020 में 115,174 करोड़ रुपये और इस वर्ष जनवरी में 119,875 करोड़ रुपए, फरवरी में 113143 करोड़ रुपए, मार्च में 123902 करोड़ रुपए और इस वर्ष अप्रैल में यह राशि अब तक के रिकार्ड 141384 करोड़ रुपए जीएसटी राजस्व सँग्रहित हुआ था।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया विश्वभर में वितरित किए गए कोविड-19 रोधी दो अरब टीकों में से 60 प्रतिशत टीके तीन देशों चीन, अमेरिका और भारत को मिले हैं attacknews.in

संयुक्त राष्ट्र, पांच जून । विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वरिष्ठ सलाहकार ने कहा कि अब तक विश्व भर में वितरित किए गए कोविड-19 रोधी दो अरब टीकों में से करीब 60 प्रतिशत टीके महज तीन देशों चीन, अमेरिका और भारत को मिले हैं।

डब्ल्यूएचओ महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस के वरिष्ठ सलाहकार ब्रुस एलीवर्ड ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा, ‘‘इस हफ्ते हमें दो अरब से अधिक टीके मिलेंगे…हम टीकों की संख्या और नए कोविड-19 रोधी टीकों के लिहाज से उल्लेखनीय दो अरब टीकों का आंकड़ा पार कर लेंगे। इन्हें 212 से अधिक देशों में वितरित किया गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम दो अरब टीकों की तरफ देखें तो 75 प्रतिशत से अधिक खुराक महज 10 देशों को मिली है। यहां तक कि 60 फीसदी टीके तीन देशों चीन, अमेरिका तथा भारत को मिले हैं।’’

एलीवर्ड ने कहा कि कोवैक्स ने कोविड-19 रोधी टीके 127 देशों में वितरित करने और कई देशों में टीकाकरण अभियान शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने बताया कि दो अरब टीकों में से चीन, भारत और अमेरिका को मिली 60 प्रतिशत खुराकों को ‘‘घरेलू रूप से खरीदा और इस्तेमाल किया गया।’’

एलीवर्ड ने कहा कि केवल 0.5 प्रतिशत टीके कम आय वाले देशों को गए जो दुनिया की आबादी का 10 प्रतिशत हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अब दिक्कत यह है कि टीकों की आपूर्ति बाधित हो रही हैं। भारत तथा अन्य देशों में दिक्कतों के कारण बाधाएं हो रही है तथा इस खाई को भरने में मुश्किल हो रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कम से कम चौथी तिमाही में फिर से टीकों की आपूर्ति शुरू करें।’’

दुनिया का सबसे बड़ा टीका निर्माता एसआईआई कोवैक्स को एस्ट्राजेनेका टीकों की आपूर्ति करने वाला अहम संस्थान है। भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण कोवैक्स को टीकों की आपूर्ति बाधित हो गयी है।

संरा शांतिरक्षकों के लिए दिए गए 200,000 टीके इस्तेमाल हो रहे हैं: संरा प्रवक्ता

इधर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए 2,00,000 टीके दिए थे और ‘‘उन्हें इस्तेमाल किया जा रहा है’’, साथ ही बड़ी संख्या में शांतिरक्षकों का टीकाकरण हो चुका है।

दुजारिक ने शुक्रवार को यह बात कही।

उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों के टीकाकरण के संबंध में पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर में कहा, ‘‘भारत सरकार ने हमें 200,000 खुराकें दी थीं….और जहां तक मुझे ज्ञात है बड़ी संख्या में शांतिरक्षकों का टीकाकरण चल रहा है।’’

उन्होंने कहा,‘‘ भारतीय टीकों की संख्या 200,000 थी, ये एस्ट्राजेनेका के टीके थे और इनका इस्तेमाल चल रहा है।’’

भारत शांतिरक्षा अभियानों में योगदान देने वाले बड़े देशों में से एक है और उसने संयुक्त राष्ट्र के सभी मिशनों में काम कर रहे शांतिरक्षकों के टीकाकरण के लिए टीकों की 2,00,000 खुराकें दी हैं।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फरवरी में घोषणा की थी कि भारत संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षकों के लिए टीके देगा।

संयुक्त राष्ट्र को चीन की ओर से टीके की पेशकश के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा ‘‘हम रूस के अधिकारियों की ही भांति चीन के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में पाकिस्तान और अफगानिस्तान अल-कायदा के कट्टर आतंकवादियो की पनाहगाह;संगठन का सरगना आयमन मोहम्मद रबी अल-जवाहिरी भी यही कहीं छिपा है attacknews.in

 

संयुक्त राष्ट्र, पांच जून । संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक आतंकवादी संगठन अलकायदा के अधिकतर कट्टर आतंकवादी अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमाई क्षेत्र में रह रहे हैं, इनमें संगठन का पूर्व सरगना आयमन अल जवाहिरी भी शामिल है। माना जाता है कि जवाहिरी जिंदा है और बेहद कमजोर है।

यह रिपोर्ट शुक्रवार को जारी की गयी। इसमें कहा गया है कि तालिबान से जुड़े अलकायदा के आतंकवादी और अन्य विदेशी चरमपंथी अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में रह रहे है।

अलकायदा आतंकवादी आयमन मोहम्मद रबी अल-जवाहिरी के बारे में माना जा रहा कि वह अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमाई क्षेत्र में कहीं छिपा है। पूर्व में खराब स्वास्थ्य के कारण उसकी मौत की खबरें आयी थीं लेकिन उसकी पुष्टि नहीं हो पायी।

रिपोर्ट के मुताबिक जवाहिरी जिंदा है लेकिन इतना कमजोर हो गया है कि उसके बारे में नहीं बताया जाता है। रिपोर्ट में देश का नाम नहीं बताया गया है।

अलकायदा के नेतृत्व में मूल रूप से गैर अफगान लोग हैं और इसमें उत्तरी अफ्रीका और पश्चिम एशियाई देशों के नागरिक हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘सदस्य देशों का आकलन है कि अलकायदा और तालिबान के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच वर्तमान में औपचारिक वार्ता नहीं हो रही। वहीं, एक सदस्य देश ने कहा है कि शांति प्रक्रिया को लेकर तालिबान और अलकायदा के बीच लगातार संवाद हो रहा है।’’

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा तालिबान की सरपरस्ती में अफगानिस्तान के कंधार, हेलमंद और निमरूज प्रांतों में सक्रिय है।

इस समूह में अफगान और पाकिस्तानी नागरिकों के अलावा बांग्लादेश, भारत और म्यांमा के भी आतंकी है। भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा का वर्तमान नेता ओसामा महमूद है और उसने असीम उमर की जगह ली है।

नरेंद्र मोदी ने बताया प्रदूषण को कम करने और आयात निर्भरता घटाने के लिए पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य 5 साल घटाकर 2025 किया गया, पहले 2030 था attacknews.in

नयी दिल्ली, पांच जून । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि प्रदूषण को कम करने और आयात पर निर्भरता घटाने के लिए पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने के लक्ष्य को पांच साल घटाकर 2025 कर दिया गया है। पहले यह लक्ष्य 2030 तक पूरा किया जाना था।

गन्ने और गेहूं व टूटे चावल जैसे खराब हो चुके खाद्यान्न तथा कृषि अवशेषों से एथेनॉल निकाला जाता है। इससे प्रदूषण भी कम होता है और किसानों को आमदनी का एक विकल्प भी मिलता है।

विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित एक समारोह में भारत में 2020-2025 के दौरान एथेनॉल सम्मिश्रण से संबंधित रूपरेखा के बारे में विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट जारी करने के बाद मोदी ने कहा कि अब एथेनॉल 21वीं सदी के भारत की बड़ी प्राथमिकताओं से जुड़ गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘एथेनॉल पर ध्यान केंद्रित करने से पर्यावरण के साथ ही एक बेहतर प्रभाव किसानों के जीवन पर भी पड़ रहा है। आज हमने पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल सम्मिश्रण के लक्ष्य को 2025 तक पूरा करने का संकल्प लिया है।’’

पिछले वर्ष सरकार ने 2022 तक ईंधन ग्रेड के एथेनॉल को 10 प्रतिशत पेट्रोल में मिलाने का लक्ष्‍य तय किया था।

मोदी ने नए लक्ष्यों को हासिल करने की सफलता के लिए सभी हितधारकों को शुभकामनाएं भी दी।

उन्होंने कहा कि 2014 तक भारत में औसतन सिर्फ एक से डेढ़ प्रतिशत एथेनॉल मिलाया जाता था लेकिन आज यह करीब 8.30 प्रतिशत तक पहुंच गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2013-14 में जहां देश में 38 करोड़ लीटर एथेनॉल खरीदा जाता था, वह अब आठ गुना से भी ज्यादा बढ़कर करीब 320 करोड़ लीटर हो गया है।’’

उन्होंने बताया कि पिछले साल पेट्रोलियम कंपनियों ने 21,000 करोड़ रुपये का एथेनॉल खरीदा और इसका बड़ा हिस्सा देश के किसानों, विशेष कर गन्ना किसानों को गया और उन्हें इससे बहुत लाभ हुआ।

उन्होंने कहा कि अब एथेनॉल 21वीं सदी के भारत की बड़ी प्राथमिकताओं से जुड़ गया है और एथेनॉल पर ध्यान केंद्रित करने से पर्यावरण के साथ ही एक बेहतर प्रभाव किसानों के जीवन पर भी पड़ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘21वीं सदी के भारत को, 21वीं सदी की आधुनिक सोच, आधुनिक नीतियों से ही ऊर्जा मिलेगी। इसी सोच के साथ हमारी सरकार हर क्षेत्र में निरंतर नीतिगत निर्णय ले रही है।’’

भारत सरकार ने ट्विटर को नए आईटी नियमों के अनुपालन के लिए ‘एक आखिरी मौका’ दिया;विफल रहने पर उसे मिली छूट वापस ले ली जाएगी और कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा attacknews.in

नयी दिल्ली, पांच जून । सरकार ने शनिवार को ट्विटर को नोटिस जारी कर उसे तत्काल नए आईटी नियमों के अनुपालन के लिए ‘एक आखिरी मौका’ दिया है। सरकार की ओर से आगाह किया गया है कि यदि ट्विटर इन नियमों का अनुपालन करने में विफल रहती है, तो वह आईटी कानून के तहत दायित्व से छूट को गंवा देगी।

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (मेइटी) ने कहा कि ट्विटर द्वारा इन नियमों के अनुपालन से इनकार से पता चलता है कि माइक्रोब्लॉगिंग साइट में प्रतिबद्धता की कमी है और वह भारत के लोगों को अपने मंच पर सुरक्षित अनुभव प्रदान करने का प्रयास नहीं करना चाहती।

सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत में करीब एक दशक से अधिक से परिचालन के बावजूद यह विश्वास करना मुश्किल है कि ट्विटर ने एक ऐसा तंत्र विकसित करने से इनकार कर दिया है, जिससे भारत के लोगों को उसके मंच पर अपने मुद्दों के समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से उचित प्रक्रिया के जरिये हल में मदद मिलती।’’

मंत्रालय ने कहा कि ये नियम हालांकि 26 मई, 2021 से प्रभावी हैं, लेकिन सद्भावना के तहत टि्वटर इंक को एक आखिरी नोटिस के जरिये नियमों के अनुपालन का अवसर दिया जाता है। उसे तत्काल नियमों का अनुपालन करना है। यदि वह इसमें विफल रहती है, तो उसे दायित्व से जो छूट मिली है, वह वापस ले ली जाएगी। साथ ही उसे आईटी कानून और अन्य दंडात्मक प्रावधानों के तहत कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा।

नोटिस में हालांकि यह नहीं बताया गया है कि ट्विटर को इन नियमों का अनुपालन कब तक करना है।

विश्व पर्यावरण दिवस पर नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी दोनों एक साथ चल सकती हैं, आगे बढ़ सकती हैं। भारत ने यही रास्ता चुना है’’ attacknews.in

नयी दिल्ली, पांच जून । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से आ रही चुनौतियों के प्रति भारत ना सिर्फ जागरूक है बल्कि सक्रियता से काम भी कर रहा है। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि अपना देश आज जलवायु न्याय का अगुवा भी बनकर उभरा है।

विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित एक समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब पर्यावरण की रक्षा की बात हो तो यह जरूरी नहीं कि विकास कार्यों को अवरूद्ध किया जाए और इस मामले में भारत दुनिया के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी दोनों एक साथ चल सकती हैं, आगे बढ़ सकती हैं। भारत ने यही रास्ता चुना है।’’

इस कार्यक्रम का आयोजन पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय तथा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने संयुक्‍त रूप से किया। इस वर्ष के आयोजन का विषय है-बेहतर पर्यावरण के लिए जैव ईंधन को बढ़ावा।

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी, धर्मेंद प्रधान, पीयूष गोयल और प्रकाश जावड़ेकर सहित कई अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल और संपीडित बायोगैस कार्यक्रमों के तहत किसानों के प्रत्यक्ष अनुभवों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए कुछ किसानों से संवाद भी किया।

इसके बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटने के लिए जो वैश्विक प्रयास चल रहे हैं उनमें भारत ना सिर्फ एक आशा की किरण बनकर उभरा है बल्कि मानव जाति के कल्याण के एक विश्वस्त साथी के रूप में उसने अपनी पहचान बनाई है।

उन्होंने कहा, ‘‘जो दुनिया कभी भारत को एक चुनौती के रूप में देखती थी। जलवायु परिवर्तन… इतनी बड़ी आबादी… लोगों को लगता था कि संकट यहीं से आएगा… लेकिन आज स्थिति बदल गई है। आज हमारा देश जलवायु परिवर्तन का अगुवा बनकर उभर रहा है। एक विकराल संकट के विरुद्ध बड़ी ताकत बन रहा है।’’

उन्होंने कहा कि ‘‘एक सूर्य, एक विश्व और एक ग्रिड’’ की दृष्टि को साकार करने वाला अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन हो या फिर आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिये गठबंधन की पहल, भारत एक बड़ी वैश्विक दृष्टि के साथ आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक में भारत दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल है।

उन्होंने कहा कि जब पर्यावरण की रक्षा की बात हो तो जरूरी नहीं कि ऐसा करते हुए विकास के कार्यों को भी अवरुद्ध किया जाए।

उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत, दुनिया के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी दोनों एक साथ चल सकते हैं, आगे बढ़ सकती हैं। भारत ने यही रास्ता चुना है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से जो चुनौतियां सामने आ रही हैं, भारत उनके प्रति जागरूक भी है और सक्रियता से काम भी कर रहा है।

उन्होंने कहा कि अब एथेनॉल 21वीं सदी के भारत की बड़ी प्राथमिकताओं से जुड़ गया है और एथेनॉल पर ध्यान केंद्रित करने से पर्यावरण के साथ ही एक बेहतर प्रभाव किसानों के जीवन पर भी पड़ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भारत ने एक और बड़ा कदम उठाया है। एथेनॉल सेक्टर के विकास के लिए एक विस्तृत रोडमैप अभी जारी हुआ है। देशभर में एथेनॉल के उत्पादन और वितरण से जुड़ा महत्वाकांक्षी ई-100 पायलट प्रोजेक्ट भी पुणे में शुरू किया गया है। आज हमने पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने के लक्ष्य को 2025 तक पूरा करने का संकल्प लिया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘21वीं सदी के भारत को, 21वीं सदी की आधुनिक सोच, आधुनिक नीतियों से ही ऊर्जा मिलेगी। इसी सोच के साथ हमारी सरकार हर क्षेत्र में निरंतर नीतिगत निर्णय ले रही है।’’

मध्यप्रदेश में शुक्रवार को कोरोना के 798 नये मरीज आये सामने, 50 की मृत्यु; अबतक संक्रमितों की संख्या 7,83,743 और मृतकों की संख्या 8257 हुई attacknews.in

भोपाल, 04 जून । मध्यप्रदेश में घटते कोरोना संक्रमण के बीच आज 798 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये।आज भी इस महामारी ने 50 लोगों की जान ले ली।

अब प्रदेश में सक्रिय मामले घटकर 12,889 पहुंच गयी है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से शाम को जारी बुलेटिन के अनुसार 79,917 सैंपल की जांच में 798 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।

जांच रिपोर्ट में 79,119 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव रहे।

जबकि 137 सैंपल रिजेक्ट हुए और आज संक्रमण दर घटकर 0़ 9 प्रतिशत पहुंच गयी।

प्रदेश भर में आज 798 नए मामले आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7,83,743 हाे गयी।

राहत की खबर है कि इनमें से 7,62,597 लोग कोरोना संक्रमण को परास्त कर चुके हैं।

इस संक्रमित महामारी ने राज्य में अब तक 8257 लोगों की जान ले ली है।

वर्तमान में सक्रिय मामले अब 12,889 हो गए हैं।

मध्यप्रदेश की साप्ताहिक पॉजिटिविटी 1. 5 प्रतिशत तथा आज की पॉजिटिविटी 1.0 प्रतिशत है।

अब प्रदेश के 32 जिले ग्रीन जोन में हैं, जहां 01 फीसदी से कम साप्ताहिक पॉजिटिविटी है।

प्रदेश के शेष जिले ऑरेंज जोन में हैं जहां 1 प्रतिशत से 5 प्रतिशत तक साप्ताहिक पॉजिटिविटी है।

तीन जिलों अलीराजपुर, छतरपुर तथा झाबुआ में नए प्रकरण 0 हैं तथा तीन जिलों बुरहानपुर, कटनी तथा मंडला में 1-1 नए प्रकरण आए हैं।

अलीराजपुर जिले में केवल 02 एक्टिव प्रकरण हैं।

मध्यप्रदेश के 04 जिलों में ही 15 से अधिक नए प्रकरण आए हैं।

इंदौर में 246, प्रकरण, भोपाल में 176, जबलपुर में 64 तथा सागर में 18 नए प्रकरण आए हैं।

इंदौर की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 4.4 फीसदी, भोपाल की 3.4 प्रतिशत, जबलपुर की 1.6 प्रतिशत तथा सागर की 1.1 प्रतिशत है।

अब कोरोना के 5006 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं, 7883 मरीज होम आइसोलेशन में हैं।

अस्पतलों में भर्ती मरीजों में 1834 मरीज आई.सी.यू. में, 2011 मरीज ऑक्सीलन बैड्स पर तथा 1161 मरीज सामान्य बैड्स पर हैं।