गुवाहाटी/जोरहाट, 23 फरवरी । असम में जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 102 हो गई है जबकि 310 से अधिक अन्य लोगों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री कार्यालय ने कहा कि अभी तक जोरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 45 लोगों की मौत हो गई है। वहां पर जहरीली शराब पीने के बाद बीमार हुए 221 लोगों को भर्ती कराया गया है।
कार्यालय ने कहा कि 35 और लोगों ने गोलाघाट सिविल अस्पताल में दम तोड़ दिया जहां 93 भर्ती हैं।
यह घटना में चाय बागान वाले दो जिलों गोलाघाट और जोरहाट में हुई जब चाय बागानों के बड़ी संख्या में श्रमिकों ने बृहस्पतिवार रात को जहरीली शराब पी ली।
असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत विश्व शर्मा शनिवार को दोनों अस्पतालों में मरीजों से मिलने गए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज सुबह गोलाघाट और जोरहाट जिलों में (जहरीली शराब घटना में) मृतक संख्या 59 थी और 200 लोग अस्पतालों में भर्ती थे। मृतक संख्या और भर्ती हुए लोगों की संख्या हर पल बदल रही है।’’
उन्होंने कहा,‘‘जोरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जहरीली शराब घटना में भर्ती लोगों में 36 महिलाएं हैं। जब मैं यहां था तो और लोगों को भर्ती कराया गया।’’
उन्होंने कहा कि डिब्रूगढ़ जिले के असम मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल और तेजपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल, सोनितपुर जिले से चिकित्सकों को जोरहाट और गोलाघाट अस्पताल भेजा गया ताकि बड़ी संख्या में प्रभावित लोगों को चिकित्सकीय देखभाल मुहैया करायी जा सके।
मंत्री ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा निदेशक अनूप बर्मन के अलावा असम के स्वास्थ्य निदेशक और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के निदेशक जोरहाट में हैं ताकि मरीजों को मुहैया करायी जा रही सेवाओं की निगरानी की जा सके।
शर्मा ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि बीमार लोगों को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा इलाज मुहैया करा पाएंगे। दोनों अस्पतालों के चिकित्सक, नर्स और कर्मचारी मरीजों को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सकीय देखभाल मुहैया करा रहे हैं…फिलहाल प्रमुख ध्यान इस बात पर है कि प्रभावितों को किस तरह से सर्वश्रेष्ठ इलाज मुहैया कराया जाए।’’
जोरहाट में जहरीली शराब के चलते स्थिति को देखते हुए अस्पताल प्राधिकारियों को अन्य शिकायतों के साथ भर्ती होने वाले व्यक्तियों की संख्या सीमित करने को कहा है ताकि जहरीली शराब पीने के बाद बीमार हुए अधिकतम लोगों को वहां समायोजित कराया जा सके।
अस्पताल प्राधिकारियों को जहरीली शराब पीड़ितों के साथ देखभाल के लिए आये लोगों को भोजन एवं अन्य सुविधाएं मुहैया कराने को कहा गया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या जहरीली शराब बेची जा रही है क्योंकि ताजा मामले सामने आ रहे हैं, शर्मा ने कहा, ‘‘जिन मरीजों में दो तीन दिन पहले दिक्कत हुई थी वे अब आ रहे हैं। कुछ ऐसे लोगों जिन्होंने पहले शराब पी थी वे जहरीली शराब घटना की खबर सुनकर भय के चलते इलाज के लिए आ रहे हैं। ये लोग मनोवैज्ञानिक तौर पर सदमे में हैं और इसलिए उन्हें लग रहा है कि वे बीमार हैं।’’
उन्होंने बताया कि असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने शुक्रवार को घटना की अपर असम डिवीजन कमिश्नर से जांच का आदेश दिया। उन्हें एक महीने रिपोर्ट देने को कहा गया है।
इस सवाल पर कि घटना कैसे हुई, शर्मा ने कहा कि जांच पूरी होने पर यह सामने आएगा।
राज्य के आबकारी मंत्री परिमल सुकलबैद्य ने विभाग के अधिकारियों की एक टीम को घटना की जांच करने का निर्देश दिया।
अधिकारियों ने बताया कि आबकारी विभाग के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है
असम के जोरहाट और गोलाघाट जिलों में अवैध शराब पीने से मरने वालों की संख्या का यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है, सबसे अधिक मौतें गोलाघाट जिले में हुई हैं और यहां मृतकों का आंकड़ा 59 के करीब बताया जा रहा है।
गोलाघाट उपायुक्त धीरेन हजारिका ने बताया कि गोलाघाट जिले में 59 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।
जोरहाट जिले की उपायुक्त रोशनी कोराती ने बताया कि 35 लोगों की मौत की पुष्टि प्रशासनिक तौर पर की जा चुकी है और दोनों जिलों के 200 से अधिक लोग जोरहाट मेडिकल कालेज तथा अस्पताल में भर्ती हैं।
इस मामले में अभी तक छह लोगों की गिरफ्तारी की गई है और घटना की जांच अलग अलग स्तर पर की जा रही है। प्रशासन की तरफ मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की अनुदान राशि दिए जाने की घोषणा की गई है।
जोरहाट मेडिकल कालेज में इस समय दो सौ से अधिक लोग भर्ती हैं और गोलाघाट सिविल अस्पताल में 100 से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है। तिताबोर उप डिवीजन अस्पताल में आठ लोगों का उपचार किया जा रहा है।
इस बीच मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने जेएमसीएच का आज दौरा किया और अस्पताल में शामिल लोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
उन्होने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और अस्पताल में भर्ती लोगों को पचास-पचास हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते पुलिस ने अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है। गोलाघाट जिले में अवैध शराब रखने के लिए इस्तेमाल में लाए जा रहे दो गोदामों को बंद कर दिया गया है।
ऊपरी असम के मंडलायुक्त जूली सोनोवाल ने पहले ही मामले की जांच शुरू कर दी है और अतिरिक्त आयुक्त की अगुवाई में आबकारी विभाग की टीम ने अलग से जांच शुरू कर दी है।
इसके अलावा जोरहाट में हुई मौतों की अलग से मजिस्ट्रेट जांच करने के आदेश दिए जा चुके हैं। गोलाघाट जिले के आबकारी विभाग के दो अधिकारियों को इस मामले में निलंबित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कल मामले की जांच के लिए मंत्री तपन कुमार गोगोई, सांसद कामाख्या प्रसाद तासा तथा विधायक मृणाल सैकिया को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा था।
हालमिरा चाय बागान में गुरुवार रात कुछ लोगों की मौत हुई थी और शुरूआती जांच में पता चला है कि पीड़ितों ने अवैध शराब ‘सुलाई’ पी थी जो स्थानीय तौर पर बनाई गई थी।
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