गुवाहाटी/शिलॉन्ग/जलपाईगुड़ी, 28 अप्रैल । असम और कुछ अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में बुधवार सुबह एक के बाद एक सात बार भूकंप के झटके महसूस किए गए जिससे इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा और लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) के उपनिदेशक संजय ओ’नील शॉ ने बताया कि सुबह सात बजकर 51 मिनट पर आया पहला भूकंप 6.4 तीव्रता का दर्ज किया और उसका केंद्र असम में सोनितपुर जिले के जिला मुख्यालय तेजपुर से 43 किलोमीटर पश्चिम में था।
भूकंप के झटके पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र और पश्चिम बंगाल के हिस्सों में भी दर्ज किए गए।
इसके बाद सुबह आठ बजकर तीन मिनट, आठ बजकर 13 मिनट, आठ बजकर 25 मिनट, आठ बजकर 44 मिनट पर 4.7, 4 और दो बार 3.6 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए।
इसके बाद राज्य के नगांव जिले में दस बजकर पांच मिनटर पर 3.2 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया। इसके कुछ देर बाद 10 बजकर 39 मिनट पर तेजपुर में 3.4 तीव्रता के भूकंप का एक और झटका महसूस किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की और भूकंप से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘असम के मुख्यमंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल जी से राज्य के कई हिस्सों में भूकंप के संबंध में बात की। केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। मैं असम के लोगों के कुशलक्षेम होने की प्रार्थना करता हूं।’’
गृह मंत्री अमित शाह ने भी सोनोवाल से फोन पर बात की और उन्हें आश्वस्त किया कि केंद्र असम के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘‘भूकंप और कोविड-19 की दूसरी लहर की दोहरी मार झेल रहे मेरी असम की बहनों और भाइयों मैं आपको अपना प्यार और दुआएं भेजती हूं।’’
सोनोवाल ने हर किसी से सतर्क रहने का अनुरोध किया और कहा कि वह सभी जिलों से जानकारियां ले रहे हैं।
भूकंप के झटके पड़ोसी अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों समेत पूरे क्षेत्र में महसूस किए गए।
लोग महामारी के बढ़ते मामलों के बीच सामाजिक दूरी और अन्य कोविड दिशा निर्देशों को नजरअंदाज करते हुए अपने घर से बाहर निकल पड़े। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन घबराहट की वजह से घर से बाहर निकलकर भागने के दौरान कई लोगों को मामूली चोटें आयी हैं।
असम में मुख्यत: तेजपुर के मध्य और पश्चिमी शहरों, नागांव, गुवाहाटी, मंगलदोई, ढेकियाजुली और मोरीगांव में इमारतों तथा अन्य ढांचों को व्यापक नुकसान पहुंचने की खबरें हैं।
सूत्रों ने बताया कि गुवाहाटी में ‘जनता भवन’ परिसर में मुख्यमंत्री के ब्लॉक, राज्य सचिवालय की इमारत को नुकसान पहुंचा है।
गुवाहाटी में लग्जरी ताज विवांता में भी काफी नुकसान हुआ है। होटल की प्रवक्ता इंद्राणी फुकन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि होटल की कांच की कई खिड़कियां, छत और दीवारें टूटकर गिर पड़ी। हालांकि गनीमत है कि किसी कर्मचारी या आगंतुक को चोटें नहीं आयी।
दिसपुर हॉस्पिटल, अपोलो क्लिनिक, डाउन टाउन हॉस्पिटल और एक्सेलकेयर हॉस्पिटल जैसे स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों में भी नुकसान हुआ।
नगांव में एक बहुमंजिला इमारत झुक गई जिससे लोगों के बीच घबराहट पैदा हो गई।
राज्य में कई मकानों, अपार्टमेंट इमारतों और शॉपिंग मॉल्स में भी दरारें आ गई। कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।
ढेकियाजुली के विधायक अशोक सिंघल ने जमीन में दरारें पड़ने और उनमें से पानी निकलने की तस्वीरें ट्वीट की है। हालांकि अभी इनकी पुष्टि नहीं की जा सकी है।
शिलॉन्ग में भूकंप के झटकों से लोग उठ खड़े हुए और डर से कई लोग अपने घरों से बाहर निकलने लगे।
एक अधिकारी ने बताया कि मेघालय में किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। हालांकि भूकंप के ये झटके पिछले कुछ वर्षों में आए सबसे जबरदस्त झटकों में से एक हैं।
उन्होंने बताया कि इतनी तीव्रता के झटके आखिरी बार मार्च-अप्रैल 2016 में आए थे।
अधिकारियों ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में भी भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किए गए। राज्य की राजधानी ईटानगर और पूर्वी केमेंग जिले में कुछ इमारतों में दरारें आ गई हैं।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ट्वीट किया, ‘‘असम और अरुणाचल प्रदेश तथा पूर्वोत्तर में आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। मैं हर किसी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं। कृपया सभी अपनी और अपने प्रियजन की सुरक्षा सुनिश्चित करें। स्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, गृह मंत्री अमित शाह जी और डॉ. जितेंद्र सिंह जी का आभार।’’
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, कूचबिहार और दार्जीलिंग जिले के कुछ हिस्सों में भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किए गए लेकिन कोई बड़े नुकसान की खबर नहीं है।