जकार्ता 26 अगस्त । फर्राटा धाविका दुती चंद ने 18वें एशियाई खेलों के एथलेटिक्स प्रतियोगिता की 100 मीटर दौड़ में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए रविवार को रजत पदक जीत लिया जबकि नयी स्टार हिमा दास और मोहम्मद अनस ने भी 400 मीटर दौड़ में रजत जीते। हालांकि लक्ष्मणन गोविंदन ने पुरुष 10000 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीता लेकिन कुछ देर बाद ही उन्हें बाधा पहुंचाने के आरोप में अयोग्य करार दिया गया।
एक समय जेंडर विवाद में फंसी ओड़िशा की दुती ने 100 मीटर के फाइनल में कमाल का प्रदर्शन किया और इस स्पर्धा के स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक का फैसला फोटो फिनिश में हुआ।
दुती ने 11.32 सेकेंड का अपना सर्वश्रेष्ठ समय निकालते हुए रजत पदक जीता। बहरीन की एडिडियोंग ओडियोंग ने 11.30 सेकेंड में स्वर्ण और चीन की योंगली वेई ने 11.33 सेकेंड में कांस्य पदक जीता। स्पर्धा समाप्त होने के बाद विजेताओं के लिए फोटो फिनिश का सहारा लिया गया जिसमें दुती का नाम दूसरे स्थान पर आते ही भारतीय एथलीट ने तिरंगा अपने कंधों पर उठा लिया। दुती के लिए यह पदक गौरव का क्षण था।
घुड़सवारी में जीते दो रजत :
भारत ने 18वें एशियाई खेलों की घुड़सवारी प्रतियोगिता में रविवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए जंपिंग व्यक्तिगत और टीम मुकाबलों में दो रजत पदक हासिल कर लिए।
फवाद मिर्जा ने जंपिंग फाइनल व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत जीता जबकि मिर्जा, राकेश कुमार, आशीष मलिक और जितेंदर सिंह ने जंपिंग फाइनल टीम स्पर्धा का रजत जीता।
मिर्जा ने सेनोर मेडिकोट नाम के घोड़े के साथ फाइनल में 26.40 का स्कोर कर दूसरा स्थान हासिल किया और देश को रजत दिलाया। पांच साल की उम्र से घुड़सवारी सीख रहे मिर्जा ने 2014 में पिछले एशियाई खेलों में इसी स्पर्धा में 10वां स्थान हासिल किया था। उनका एशियाई खेलों का उनका पहला पदक है। फवाद इसके साथ 36 वर्षों के बाद इस स्पर्धा में पदक जीतने वाले पहले भारतीय घुड़सवार बन गए।
मिर्जा के पास स्वर्ण जीतने का शानदार मौका था। उन्हें जंपिंग में तमाम बाधाओं को बिना किसी बाधा को गिराए पार करना था लेकिन उनके घोड़े ने एक बाधा को गिरा दिया जिससे उन्हें चार पेनल्टी अंक मिले और उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा।
स्वर्ण जापान के योशियाकी ओइवा के नाम रहा। उन्होंने बिना किसी पेनल्टी अंक के 22.70 का स्कोर किया जबकि चीन के एलेक्स हुआ ने 27.10 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता।
सिंधु- सायना सेमीफाइनल में:
रजत पदक विजेता पीवी सिंधू और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण विजेता सायना नेहवाल ने 18वें एशियाई खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता में रविवार को महिला एकल सेमीफाइनल में पहुंच कर नया इतिहास रच दिया। सिंधू और सायना ने इसके साथ ही पहली बार भारत के एशियाड में दो महिला पदक सुनिश्चित कर दिए।
सायना ने विश्व की चौथे नंबर की खिलाड़ी और अपनी पुरानी प्रतिद्वंद्वी थाईलैंड की रत्चानोक इंतानोन को लगातार गेमों में 21-18, 21-16से हराया जबकि ओलम्पिक, राष्ट्रमंडल और विश्व चैंपियनशिप की रजत विजेता सिंधू ने थाईलैंड की निचोन जिंदापोल को 61 मिनट तक चले तीन गेमों में 21-11 16-21 21-14 से पराजित किया।
सिंधू चार साल पहले पिछले एशियाई खेलों में राउंड 16 में हार गयीं थीं जबकि सायना को क्वार्टरफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इस बार दोनों खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंच गयीं हैं।attacknews.in