ठाणे,08 नवंंबर। इंटीरियर डिजाईनर को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में दो अन्य लोगों के साथ चार नवंबर को गिरफ्तार किए रिपब्लिक टीवी के एडीटर इन चीफ अरनब गोस्वामी को रविवार को तालोजा जेल में स्थानांतरित कर दिया गया।
रायगढ़ के पुलिस उपाधीक्षक अशाेक दूदहे ने इस बात की जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि जेल अधिकारियों ने अरनब को स्थानांतरित करने का फैसला लिया था। इन तीनों को एक स्थानीय अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था और इसके बाद इन्हें अलीबाग शहर में एक अस्थायी जेल में रखा गया था।
तलोजा जेल में “ऑपरेशन अर्नब” पर लगाया गया 3 खूंखार गैंग, वकील के दावे से मचा हड़कंप:
देश के नंबर-1 न्यूज़ नेटवर्क रिपब्लिक के एडिटर-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी की जान इस समय खतरे में है, अर्नब को 3 दिन पहले मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, उसके बाद मुंबई की अलीबाग कोर्ट ने अर्नब को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया, कोरोना के खतरे को देखते हुए अर्नब को अलीबाग के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था, आज सुबह मुंबई पुलिस ने उन्हें क्वारंटाइन सेंटर से तलोजा जेल शिफ्ट कर दिया गया.
तलोजा जेल शिफ्ट करने पर अर्नब ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से मदद की गुहार लगाई है, तलोजा जेल खूंखार गैंग्स, आतंकवादियों और अपराधियों से भरा हुआ है, इसी जेल में आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के भी गुर्गे मौजूद है और इसी जेल में कई और बड़े गैंगस्टर्स भी मौजूद है।
सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत पटेल जो अर्नब गोस्वामी के केस में लगातार एक्टिव बने हुए है अब उन्होंने एक गंभीर जानकारी साझा की है ट्विटर पर, प्रशांत पटेल ने ट्वीट कर कहा कि तलोजा जेल में अर्नब गोस्वामी के पीछे 3 खूंखार गैंग्स को लगाया गया है, उन्होंने ये भी बताया की किरीट सोमैया अर्नब गोस्वामी से मिलकर आये है और वो अर्नब को सुरक्षा की लगातार कोशिश कर रहे हैं ।
रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी ने भी कहा है कि केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट को अर्नब मामलें में तत्काल दखल देना चाहिए क्योंकि जिस तलोजा जेल में अर्नब को ले जाया गया है वहां आतंकी दाऊद के गुर्गे हैं, अर्नब के साथ कुछ भी हो सकता है, जीडी बक्शी ने कहा कि अर्नब को सरबजीत सिंह नहीं बनाया जाना चाहिए।
बताते चलें कि अर्नब गोस्वामी ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से मदद की गुहार लगाई है. जेल जाते वक्त अर्नब गोस्वामी ने कहा था कि मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है, सुबह 6 बजे मेरे साथ धक्कामुक्की की गई, मेरी जान को खतरा है, मुझे मेरे वकील से नहीं मिलने दिया जा रहा है।
अर्नब की जमानत याचिका पर सोमवार को आएगा फैसला, हाईकोर्ट की वेबसाइट पर जारी हुआ नोटिस:
इंटीरियर डिजायनर को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी और दो अन्य की तरफ से दायर जमानत याचिका पर सोमवार को फैसला सुनाया जाएगा।
बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति एसएस शिंदे और न्यायमूर्ति एमएस कार्णिक की पीठ ने शनिवार को दिनभर चली सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।
वरिष्ठ पत्रकार अर्नब और दो अन्य आरोपियों फिरोज शेख और नीतीश शारदा ने अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए हाईकोर्ट में अंतरिम जमानत याचिका दायर की है। इस पर अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए पीठ ने कहा था कि आरोपी चाहें तो जमानत के लिए सत्र न्यायालय में आवेदन कर सकते हैं।
लेकिन शनिवार को ही हाईकोर्ट की वेबसाइट पर देर रात जारी नोटिस में कहा गया कि इस मामले में पीठ नौ नवंबर को दोपहर तीन बजे के बाद अपना फैसला सुनाएगी।