नयी दिल्ली,26 फरवरी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि राजधानी के लोग हिंसा नहीं चाहते हैं और जो उपद्रव हुआ है वह ‘ आम आदमी’ ने नहीं किया है और हालात को काबू में करने के लिए सेना को बुलाया जाना चाहिए।
सातवीं दिल्ली विधानसभा के पहले सत्र में उपराज्यपाल के भाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए श्री केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में हिंसा हुई है उसके पीछे कुछ असामाजिक तत्वों, कुछ राजनेता और बाह्य लोगों का हाथ है । दिल्ली के हिंदू हों या मुस्लिम वह कभी भी संघर्ष नहीं चाहते हैं ।
मुख्यमंत्री ने हिंसा पर पूरी तरह से काबू पाने के लिए कहा ,“ मैं फिर से गृहमंत्री से अपील करता हूं कि दिल्ली में हालात को काबू करने के लिए आर्मी को बुलाया जाए।”
दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई है और इसमें 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है । मरने वालों में दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल रतन लाल और इंटेलीजेंस ब्यूरो कर्मचारी अमित शर्मा भी शामिल हैं ।
श्री केजरीवाल ने कहा हिंसा में मारे गए दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल के परिजनों को एक करोड रुपए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जायेगी ।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा,“ मैं दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल जी के परिवार को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार उनका पूरा ख्याल रखेगी । सरकार उनके परिवार को एक करोड रुपए की सम्मान राशि और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देगी ।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा में शहीद हुए दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन इंसानियत के लिए शहीद हुए, इस देश के लिए शहीद हुए । उनहोंने कहा दिल्ली में शांति बनाए रखने के लिए हेड कांस्टेबल रतन लाल की शहादत को हम बेकार नहीं जाने देंगे।
उन्होंने कहा,“ इस दंगे में हर कोई मारा जा रहा है । राहुल सोलंकी की मौत हो गई वो हिंदू था, जाकिर की मौत हो गई वो मुसलमान था । कुछ असामाजिक तत्व अपने निजी फायदे के लिए जनता को भड़का रहे हैं।’’
उन्होंने कहा सारे धर्मों के लोगों को एक साथ खड़े होने का समय आ गया है और हम सबको एक साथ खड़े होने की जरुरत है ।
मुख्यमंत्री ने कहा,“ आधुनिक दिल्ली लाशों की नींव के ऊपर नहीं बन सकती है।” श्री केजरीवाल ने कहा कि अब नफरत की राजनीति , दंगों की राजनीति को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। अब पूरी दिल्ली को एक साथ खड़े होकर कहना होगा कि अब भाई से भाई को लड़ाने वाली राजनीति को सहन नहीं किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा,“ मैं दिल्ली के सारे लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि राज्य सरकार की तरफ से सहायता में कोई कमी नहीं रहेगी, हम दिल्ली की शांति के लिए, दिल्ली की जनता के लिए हर जरुरी कदम उठाएंगे।’