नयी दिल्ली, 09 सितंबर । पहले एक साल में ही एक करोड़ ग्राहक बनाने के बाद भारतीय डाक भुगतान बैंक (आईआईपीबी) ने आधार आधारित सभी सेवायें देने की सोमवार को घोषणा की जिससे अब किसी भी बैंक के ग्राहक आईआईपीबी के माध्यम से अपना पैसा निकाल सकेंगे।
संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को एक कार्यक्रम में आधार आधारित सेवाओं के शुरुआत की घोषणा की। बैंक के एक साल पूरा होने के अवसर पर यहाँ आयोजित समारोह में उन्होंने इतने कम समय में एक करोड़ ग्राहक का आँकड़ा हासिल करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि बैंक को अगले एक साल में पाँच करोड़ ग्राहक तक पहुँचने का लक्ष्य रखना चाहिए।
आधारित आधारित सेवायें शुरू करने के बाद कोई भी व्यक्ति अपने किसी भी बैंक का पैसा भी आईआईपीबी से निकाल सकेंगे या बैलेंस की जानकारी ले सकेंगे। शर्त यह होगी कि उनका बैंक खाता आधार से जुड़ा होना चाहिये। इन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए ग्राहक को सिर्फ अपने बायोमीट्रिक निशान द्वारा ट्रांजेक्शन की अनुमति देनी होगी। इसके लिए श्री प्रसाद ने कहा कि समावेशन इस सरकार का मूल मंत्र है। डाक विभाग को बैंकिंग से वंचित लोगों को बैंकिंग सेवायें उपलब्ध कराने, ऋण सुविधा से वंचित लोगों को यह सुविधा देने और वित्तीय रूप से असुरक्षित लोगों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के प्रयास करने चाहिये।
डाक विभाग के सचिव ए.एन. नंदा ने कहा कि आधार आधारित सेवाओं की शुरुआत से बैंकिंग ढाँचे में अंतर-परिचालन क्षमता ढाई गुणा बढ़ गयी है। आईआईपीबी देश का सबसे बड़ा अंतर-परिचालन बैंकिंग नेटवर्क बन गया है।
आईआईपीबी की शुरुआत पिछले साल एक सितंबर को की गयी थी।