वाशिंगटन, पांच सितंबर । अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने पाकिस्तान को 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता खत्म करने के ट्रंप प्रशासन के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि इस्लामाबाद ने आतंकवाद के खिलाफ जंग में संतोषजनक प्रगति नहीं की है।
ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल जोसेफ डनफोर्ड के साथ पोम्पिओ इस्लामाबाद पहुंच रहे हैं। पोम्पिओ की इस यात्रा से कुछ दिन पहले ही ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान की 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता यह कहते हुए खत्म कर दी थी कि वह अपनी सीमा के भीतर मौजूद आतंकवादियों के खिलाफ संतुष्टिपूर्ण कार्रवाई नहीं कर रहा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के कार्यभार संभालने के बाद पोम्पिओ की यह वार्ता पाकिस्तान सरकार के साथ ट्रंप प्रशासन की पहली उच्च स्तरीय चर्चा है।
पाकिस्तान पहुंचने से कुछ घंटे पहले पोम्पिओ ने अपने साथ यात्रा कर रहे संवाददाताओं से कहा, ‘ पाकिस्तान को राशि नहीं दी जा रही है, इसका स्पष्ट कारण है। हमने उनकी तरफ से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वह प्रगति नहीं देखी जो देखना चाहते थे।’
पेंटागन ने घोषणा की थी कि वह आतंकवादी समूहों से निपटने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने के चलते पाकिस्तान को दी जाने वाली 30 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता को रोकेगा।
पोम्पिओ का कहना है कि यह पाकिस्तान के लिए कोई खबर नहीं है क्योंकि पाकिस्तान को पिछली गर्मियों में ही बता दिया गया था, उन्हें यह धन नहीं मिलेगा।
खान के साथ बैठक से पहले पोम्पिओ ने आशा जताई है कि वह संबंधों का नया अध्याय शुरू करके इसमें प्रगति कर सकते हैं।attacknews.in