वाशिंगटन , 25 जून । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि अमेरिका में घुसपैठ करने वाले प्रवासियों को विधि सम्मत न्यायिक प्रक्रिया का अधिकार नहीं मिलना चाहिए।
गौरतलब है कि प्रवासियों को उनके बच्चों से अलग करने के फैसले से पलटने और 500 से ज्यादा बच्चों के उनके माता – पिता से फिर से मिलने के बाद , ट्रंप इस बयान के साथ वापस अपनी कठोर आव्रजन नीति वाले रूख पर लौट आए हैं।
मध्य अमेरिका और मैक्सिको से अमेरिका की दक्षिणी सीमा के रास्ते आने वाले हजारों प्रवासियों को रोकने के लिए ट्रंप ने मई की शुरूआत में आदेश दिया था कि अवैध रूप से सीमा पार करने वाले सभी वय स्कों को गिरफ्तार कर लिया जाए और उनके बच्चों को उनसे अलग कर दिया जाये।
बच्चों के जंजीरों वाले बाड़ों में बंद होने की तस्वीरें सामने आने के बाद वैश्विक तथा घरेलू स्तर पर भीषण आलोचनाओं के कारण ट्रंप ने बच्चों को माता – पिता से अलग करने का कानून जरूर वापस ले लिया , लेकिन आव्रजन नीति पर उनका कठोर रूख अभी भी बरकरार है।
नवंबर में होने वाले मध्यावधि संसदीय चुनाव से पहले ट्रंप प्रवासियों के मुद्दे को बहुत महत्वपूर्ण विषय मान रहे हैं।
ट्रंप ने कल ट्वीट किया , ‘‘ हम इन लोगों को अपने देश में घुसपैठ करने की अनुमति नहीं दे सकते हैं। ’’
राष्ट्रपति का कहना है कि जब कोई आता है तो हमें तुरंत , बिना जज या अदालती मुकदमे के उन्हें वहीं ले जाना चाहिए , जहां से वे आये हैं। उन्हें अमेरिकी संविधान में प्रदत्त कानूनी प्रक्रिया के पालन के अधिकार नहीं मिलने चाहिए।
आने वाले लगभग सभी परिवारों ने शरण देने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि हमारी प्रणाली अच्छी आव्रजन नीति और कानून – व्यवस्था का मजाक है।
ट्र्रंप अकसर प्रवासियों को देश में होने वाले अपराधों से जोड़ने का प्रयास करते हैं।attacknews.in