न्यूयॉर्क, पांच नवंबर । अमेरिका के इतिहास में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन राष्ट्रपति चुनाव में सबसे अधिक मत हासिल करने वाले प्रत्याशी बन गए हैं और उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा स्थापित रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
नेशनल पब्लिक रेडियो (एनपीआर) की खबर के मुताबिक चार नवंबर तक बाइडेन को 7.07 करोड़ मत मिल चुके थे जो अब तक के राष्ट्रपति चुनाव में किसी प्रत्याशी को मिले सबसे अधिक मत हैं।
एनपीआर के मुताबिक यह संख्या वर्ष 2008 के चुनाव में ओबामा को मिले मतों से करीब 3,00,000 अधिक है जो पिछला रिकॉर्ड था। बाइडेन ने लोकप्रिय मतों के मामले में ओबामा को पछाड़ दिया है जिनके पक्ष में वर्ष 2008 में 6,94,98,516 लोगों ने मतदान किया था।
बाइडेन व्हाइट हाउस की दौड़ में निवर्तमान राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को कड़ी टक्कर दे रहे हैं और लोकप्रिय मतों के मामले में उनसे 27 लाख मतों से आगे हैं। कड़ी टक्कर वाले राज्यों में जैसे-जैसे मतगणना बढ़ रही है, वैसे-वैसे बाइडेन की बढ़त का अंतर भी बढ़ रहा है।
एनपीआर ने कहा कि पूरे देश में अब भी लाखों मतों की गिनती बाकी है जिनमें कैलिफोर्निया भी शामिल है जहां पर 64 प्रतिशत मतों की गिनती हुई है।
ट्रंप भी बुधवार तक 6.732 करोड़ मत हासिल कर ओबामा के रिकॉर्ड के करीब है।
एनबीसी न्यूज के मुताबिक इस बार करीब 10 करोड़ मतदाताओं ने ई-मेल मतपत्र के जरिये मतदान किया है जिनमें से 2.3 करोड़ मतों की गिनती बाकी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन और ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर
इधर अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव की मतगणना में पूर्व उप राष्ट्रपति एवं डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन आगे चल रहे हैं लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी एवं रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी कांटे की टक्कर जारी है।
व्हाइट हाउस पहुंचने के लिए किसी को भी कम से कम 270 ‘इलेक्टोरल कॉलेज सीट’ पर जीत दर्ज करनी होगी।
पेनसिल्वेनिया अधिकारियों ने बुधवार तड़के उनके नतीजों के स्पष्ट होने में अभी एक और दिन लगने की बात कही थी। पेनिसिल्वेनिया में महत्वपूर्ण 20 ‘इलेक्टोरल कॉलेज सीट’ हैं।
कई प्रमुख मीडिया संगठनों ने अभी तक मिशिगन, विस्कॉन्सिन, नोर्थ कैरोलाइना, जॉर्जिया और नवेडा जैसे प्रमुख ‘बैटलग्राउंड’ राज्यों पर अपने अनुमान घोषित नहीं किए हैं।
‘बैटलग्राउंड’ उन राज्यों को कहा जाता है, जहां रुझान स्पष्ट नहीं होता।
वहीं बाइडेन ने न्यू जर्सी और न्यूयॉर्क में जीत दर्ज कर ली है।
न्यूयॉर्क में बाइडेन को 22 लाख और ट्रंप को 12 लाख मत मिले।
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की खबर के अनुसार पूर्व उप राष्ट्रपति ने कोलोराडो, कनेक्टिकट, डेलावेयर, इलिनोइस, मैसाचुसेट्स, न्यू मैक्सिको, वरमोंट और वर्जीनिया में जीत दर्ज कर ली है। जबकि राष्ट्रपति ट्रंप अलबामा, अर्कांसस, केंटकी, लुइसियाना, मिसिसिपी, नेब्रास्का, नॉर्थ डकोटा, ओक्लाहोमा, साउथ डकोटा, टेनेसी, वेस्ट वर्जीनिया, व्योमिंग, इंडियाना और साउथ कैरोलाइना में आगे चल रहे हैं।
अमेरिका में सभी की नजरें राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर टिकी हैं, कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बीच सर्वाधिक 10 करोड़ से अधिक अमेरिकी, पूर्व-मतदान में अपना वोट डाल चुके हैं ।
कोरोना वायरस के कारण चुनाव की रात लोगों की भीड़ से खचाखच भरे रहने वाले ‘टाइम्स स्क्वायर’ पर सन्नाटा पसरा दिखा।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतगणना मंगलवार रात को ही शुरू हो गई थी।
इस वक्त अमेरिकी चुनाव पर कोई टिप्पणी नहीं : संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता
इधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि वह इस समय अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं और पूरी प्रक्रिया पर करीब से नजर रखी जा रही है।
प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बुधवार को कहा, ‘‘ नहीं, इस समय नहीं। मेरा मतलब है कि हम निश्चित तौर पर पूरी प्रक्रिया पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। अब भी प्रक्रिया चल रही है। इस समय हम टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।’’
प्रवक्ता ने यह जबाव अमेरिकी चुनाव के बारे में उनकी राय पूछे जाने पर दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव: बाइडेन जीत के करीब, ट्रंप कानूनी लड़ाई को तैयार
अमेरिकी चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन जीत के आंकडें 270 के बेहद करीब पहुंच गए हैं वहीं रिपब्लिकन पार्टी से उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप कानूनी लड़ाई लड़ने के अपने फैसले पर आगे बढ़ गए हैं।
विभिन्न मीडिया संगठनों के अनुमान के अनुसार बाइडेन को अब जीत के लिए केवल छह से 17 ‘इलेक्टोरल कॉलेज सीट’ ही चाहिए। जबकि ट्रंप ने अभी 214 ‘इलेक्टोरल कॉलेज सीट’ पर जीत हासिल की है।
ट्रंप ने बुधवार देर रात ‘बैटलग्राउंड’ राज्य पेन्सिलवेनिया, मिशिगन, नॉर्थ कैरोलाइना और जॉर्जिया में अपनी जीत की घोषणा कर दी थी।
‘बैटलग्राउंड’ उन राज्यों को कहा जाता है, जहां रुझान स्पष्ट नहीं होता।
अमेरिका के राष्ट्रपति ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘ हमने पेन्सिलवेनिया, जॉर्जिया और नॉर्थ कैरोलाइना में दावा किया है, जहां प्रत्येक में ट्रंप को बढ़त मिल रही थी़….इनके अलावा हम मिशिगन पर भी दावा कर रहे है, जहां बड़ी संख्या में गुप्त रूप से मतपत्रों के होने की जानकारी मिली थी।’’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ हमारे वकीलों ने ‘‘सार्थक पहुंच’’ की अनुमति मांगी है, लेकिन अब उससे क्या भला होगा ? हमारी प्रणाली की अखंडता को और राष्ट्रपति चुनाव को क्षति पहुंच चुकी है। इस बारे में चर्चा की जानी चाहिए।’’
दूसरी ओर, बाइडेन ने चुनाव में जीत का विश्वास व्यक्त किया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ प्रक्रिया पर और एक-दूसरे में विश्वास रखें। हम साथ में इसमें जीत दर्ज करेंगे।’’
ट्रंप अभियान दल ने जॉर्जिया, मिशिगन और पेन्सिलवेनिया में मुकदमें दर्ज कराए हैं और विस्कोंन्सिन में मतों की फिर गिनती किए जाने की मांग की है। मुख्यधारा की मीडिया ने बाइडेन को मिशिगन और विस्कॉन्सिन में विजेता बताया है। वहीं ट्रंप पेन्सिलवेनिया में आगे चल रहे हैं।
ट्रंप को जीतने के लिए ‘बैटलग्राउंड’ राज्य जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलाइना और नेवादा में जीत दर्ज करना बहुत जरूरी है, जहां बाइडेन थोड़े ही अंतर से आगे चल रहे हैं। वहीं ट्रंप अभियान को अरिजोना में भी जीत की उम्मीद है, जबकि कई मीडिया संगठन बाइडेन को वहां विजेता घोषित कर चुके हैं।
अमेरिकी सीनेट पर नियंत्रण पाने से चूकी डेमोक्रेटिक पार्टी
अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी की पकड़ कमजोर होती दिख रही है। अमेरिका के कई प्रमुख प्रांतों में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार अपने विपक्षी रिपब्लिकन उम्मीदवारों के खिलाफ हारते नजर आ रहे हैं। इससे सीनेट में पकड़ मजबूत करने के डेमोक्रेटिक पार्टी के इरादे को झटका लगा है।
कांग्रेस में बढ़त हासिल कर उस पर अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे डेमोक्रेटिक सदस्य उच्च सदन पर भी नियंत्रण हासिल करना चाहते थे। इससे वह देश में राष्ट्रपति बनने वाले अगले व्यक्ति के एजेंडे को आगे बढ़ाने अथवा उसमें रुकावट डालने की स्थिति में हो सकते हैं।