वाशिंगटन, 19 सितंबर । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संकेत दिया है कि वह रविवार को ह्यूस्टन में होने वाले ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में कोई घोषणा ‘‘कर सकते हैं’’।
इस कार्यक्रम में ट्रम्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ करीब 50,000 भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करेंगे।
व्हाइट हाउस ने दोनों देशों के बीच विशेष जुड़ाव रेखांकित करते हुए सोमवार को घोषणा की थी कि ट्रम्प 22 सितंबर को मोदी के साथ ह्यूस्टन रैली में भाग लेंगे।
यह पहली बार होगा, जब ट्रम्प और मोदी मंच साझा करेंगे। यह दोनों नेताओं की तीन महीनों में तीसरी बैठक होगी। इससे पहले उन्होंने जून में जापान में जी-20 शिखर सम्मेलन और पिछले महीने फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन में मुलाकात की थी।
ट्रम्प ने वाशिंगटन डीसी से कैलिफोर्निया जाते समय ‘एयर फोर्स वन’ विमान में बुधवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं।’’
उन्होंने इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया।
ट्रम्प से पूछा गया था कि क्या वह ह्यूस्टन रैली में कोई घोषणा करेंगे, जिसके जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह बात की।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दोनों देशों के अधिकारी ह्यूस्टन में मोदी और ट्रम्प की मुलाकात से पहले एक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं।
ट्रम्प ने शिकायत की थी कि भारत द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर लगाए जाने वाले शुल्क ‘‘अब स्वीकार्य’’ नहीं हैं, जिसके बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया है।
ह्यूस्टन कार्यक्रम के लिए भारतीय-अमेरिकियों के रिकॉर्ड संख्या में पंजीकरण कराने के बारे में ट्रम्प ने कहा कि उनके रैली में शामिल होने की घोषणा के बाद इस कार्यक्रम के लिए भीड़ और बढ़ गई है। इस कार्यक्रम के लिए 50,000 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों ने पंजीकरण कराया है।
ट्रम्प ने कहा कि उनके भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं।
मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र के लिए 21 से 27 सितंबर तक अमेरिका में होंगे। मोदी दूसरी बार लोकसभा चुनाव मई में जीतने के बाद पहली बार अमेरिका जाएंगे। दोनों नेता इस सत्र के इतर न्यूयार्क में भी मुलाकात करेंगे।
नरेन्द्र मोदी के साथ दो बार मुलाक़ात होगी-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस महीने एक हफ्ते से भी कम अंतराल पर दो बार मुलाकात कर सकते हैं। अमेरिका में भारत के शीर्ष राजदूत ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच रणनीतिक संबंधों में यह क्षमता है कि वह इस शताब्दी की “परिभाषित करने वाली साझेदारी” बन जाए।
मई में फिर से निर्वाचित होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति ट्रंप से दो बार मुलाकात कर चुके हैं। इससे पहले इन दोनों के बीच की दो मुलाकातें जापान के जी-20 शिखर सम्मेलन और फ्रांस में हुए जी-7 शिखर वार्ता से इतर हुई थी।
अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने बुधवार को वाशिंगटन के लोगों को बताया कि इस हफ्ते के अंत में जब मोदी अमेरिका पहुंचेंगे तो उन दोनों के बीच, “दो बार और मुलाकात होगी।”
श्रृंगला ने ‘इंडिया ऑन द हिल : चार्टिंग अ फ्यूचर फॉर इंडो-यूएस रिलेशन्स’ कार्यक्रम के दौरान कहा कि इन दोनों के बीच “कुछ ही महीनों के अंतराल पर चार मुलाकातें हो जाएंगी।”
इस कार्यक्रम का संयुक्त आयोजन दो थिंक टैंक अमेरिका के ‘द हैरिटेज फाउंडेशन’ और भारत के ‘ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन’ ने किया था।
मोदी शनिवार को ह्यूस्टन पहुंचेंगे। एक दिन बाद ट्रंप विशाल “हाउडी मोदी” रैली को संबोधित करने उनके साथ मौजूद होंगे।
ये दोनों नेता संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर न्यूयॉर्क में फिर मुलाकात करेंगे।
श्रृंगला ने कहा, “वे 22 सितंबर को मिलेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ह्यूस्टन में भारतीय प्रवासियों के कार्यक्रम को मोदी के साथ मिल कर संबोधित करेंगे और वे न्यूयॉर्क में यूएनजीए से इतर भी मुलाकात करेंगे।”