वाशिंगटन, सात अक्टूबर । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने देश में 2016 में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में रूस के कथित हस्तक्षेप संबंधी मामले को फर्जी बताते हुए इससे जुड़े सभी दस्तावेजों को ‘‘पूरी तरह सार्वजनिक’’ करने का आदेश दिया।
ट्रम्प ने मंगलवार रात को ट्वीट किया, ‘‘मैंने अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े एकमात्र राजनीतिक अपराध – रूसी हस्तक्षेप संबंधी फर्जी मामले से जुड़े सभी दस्तावेजों को पूरी तरह सार्वजनिक करने का पूरा अधिकार दिया है। इसी तरह हिलेरी क्लिंटन के ईमेल प्रकरण में किया गया। कोई संपादन नहीं।’’
इस घोषणा से कुछ ही घंटों पहले राष्ट्रीय खुफिया के निदेशक ने कुछ दस्तावेजों को सार्वजनिक किया था।
‘फॉक्स न्यूज’ ने कहा कि हस्तलिखित दस्तावेजों में खुलासा हुआ है कि पूर्व सीआईए निदेशक जॉन ब्रेनन ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को जानकारी दी थी कि 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने ट्रम्प को रूस के साथ जोड़ने की कथित योजना बनाई थी, ताकि ‘‘उनके (हिलेरी के) निजी ईमेल सर्वर के इस्तेमाल से लोगों का ध्यान हटाया जा सके’’।
नए दस्तावेजों के अनुसार डेमोक्रेटिक पार्टी कहने पर रूस ने दिया था 2016 के चुनाव में दखल: ट्रंप
इससे पहले 26 सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया था कि नए दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि रूस ने 2016 में राष्ट्रपति पद के लिये डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की तरफ से चुनाव में दखल दिया था।
साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रूस का कथित दखल राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप के कार्यकाल के शुरूआती तीन साल के दौरान विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के लिये सबसे बड़े मुद्दों में शामिल था। इसी मुद्दे पर ट्रंप के खिलाफ महाभियोग भी चलाया गया था, जो नाकाम हो गया था। डेमोक्रेटिक पार्टी ने आरोप लगाया था कि रूस ने राष्ट्रपति चुनाव में रिपल्बिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के दखलअंदाजी की थी।
ट्रंप ने वर्जीनिया के न्यूपोर्ट में रिपब्लिकन पार्टी की चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने चार साल तक ये आरोप झेले। मैं साफ कर दूं कि मैंने कभी ऐसा नहीं किया। ऐसा सोचा तक नहीं। चार साल तक मुझपर जो आरोप लगाए गए वे उलट साबित हुए। रूस ने उनके लिये चुनाव में दखल दिया था।
ट्रंप ने दावा किया, ‘नए दस्तावेजों में साबित हो चुका है कि रूस ने 2016 के चुनाव में हस्तक्षेप किया था। दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि ऐसा हिलेरी क्लिंटन के कहने पर किया गया, न कि ट्रंप के कहने पर।’
राष्ट्रपति ने दावा किया, ‘हाल ही में जारी किये गए लिखित संदेशों से सब कुछ बिल्कुल साफ हो गया है। एफबीआई जानती थी कि डेमोक्रेटिक पार्टी ने मुझे, आपके प्रिय राष्ट्रपति को निशाना बनाने के लिये रूस से गलत जानकारी मांगी।