वाशिंगटन 15 जुलाई । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक कार्यकारी आदेश जारी कर हांगकांग को वरीयता देने वाले विशेष दर्जे को समाप्त करने की घोषणा करने के साथ ही हांगकांग स्वायत्तता कानून को मंजूरी प्रदान कर दी है जिसके तहत अमेरिका वहां (हांगकांग) के लोगों के अधिकारों का हनन करने वाले चीनी अधिकारियों और कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।
श्री ट्रम्प ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों को इसकी जानकारी देते हुए कहा, “ हांगकांग से अब वैसा ही व्यवहार किया जायेगा जैसा चीन के साथ किया जाता है।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हांगकांग की स्वायत्तता का हनन करने के अपराध में चीन को दंड देने के लिए उन्होंने हांगकांग स्वायत्तता कानून पर हस्ताक्षर कर उसे मंजूरी प्रदान की है। इस कानून को अमेरिकी कांग्रेस में भी सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया है।
चीन ने इस कानून की कड़ी निंदा करते हुए इसे चीन और हांगकांग के आंतरिक मामलों में बड़ा हस्तक्षेप करार दिया है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक वक्तव्य जारी कहा, “अमेरिकी कानून दुर्भावनापूर्ण तरीके से हांगकांग में लागू किए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को कमजोर करने की कोशिश है। इसके जरिये चीन पर प्रतिबंध लगाने की धमकी भी दी गयी है जोकि अंतरराष्ट्रीय कानून तथा अंतरराष्ट्रीय संबंधों का गंभीर रूप से उल्लंघन है। यह हांगकांग और चीन के आंतरिक मामलों में सीधा हस्तक्षेप है। चीन की सरकार इसका कड़ा विरोध करती है।”
चीन ने कहा कि वह अमेरिका में पारित हांगकांग स्वायत्तता कानून के मद्देनजर प्रतिशोध की कार्रवाई करेगा और इस कानून से संबंधित अमेरिकी नागरिकों तथा संगठनों पर प्रतिबंध लगायेगा।
श्री ट्रम्प ने यह आदेश ऐसे समय में जारी किया है जब अमेरिका और चीन के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। हांगकांग में चीन की ओर से लागू किए गए नये विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के बाद से ही ट्रम्प प्रशासन का रुख चीन के प्रति लगातार सख्त होता जा रहा है। इससे पहले इस माह की शुरुआत में अमेरिjioका ने हांगकांग को रक्षा उपकरणों तथा संवेदनशील प्रौद्योगिकी के निर्यात पर रोक लगाने की घोषणा की थी।
अमेरिका ने समाप्त किया हांगकांग का विशेष दर्जा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक आदेश जारी कर हांगकांग को वरीयता देने वाले विशेष दर्जे को समाप्त करने की घोषणा की है।
श्री ट्रम्प ने बुधवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों को इसकी जानकारी देते हुए कहा, “ हांगकांग से अब वैसा ही व्यवहार किया जायेगा जैसा चीन के साथ किया जाता है।”
श्री ट्रम्प ने यह आदेश ऐसे समय में जारी किया है जब अमेरिका और चीन के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। हांगकांग में चीन की ओर से लागू किए गए नये विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के बाद से ही ट्रम्प प्रशासन का रुख चीन के प्रति लगातार सख्त होता जा रहा है। इससे पहले इस माह की शुरुआत में अमेरिका ने हांगकांग को रक्षा उपकरणों तथा संवेदनशील प्रौद्योगिकी के निर्यात पर रोक लगाने की घोषणा की थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने हांगकांग स्वायत्तता कानून नामक एक अन्य आदेश पर भी हस्ताक्षर किए हैं। इस कानून के तहत अमेरिका हांगकांग में लोगों के अधिकारों का हनन करने वाले चीनी अधिकारियों और कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।
दरअसल, ब्रिटेन का उपनिवेश रहे हांगकांग के लोगों के पास चीन में रहने वाले लोगों की अपेक्षा ज्यादा अधिकार और स्वतंत्रता है।
चीन ने हांगकांग में एक विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू कर दिया है। हांगकांग के लोगों के अलावा दुनिया के कई विश्लेषकों का मानना है कि इस कानून से हांगकांग की स्वायत्तता और नागरिक अधिकारों के लिए गंभीर खतरा पैदा होगा। इसके अलावा चीन और ब्रिटेन के बीच 1984 में हुए समझौते के तहत हांगकांग को प्राप्त विशेष दर्जा भी खत्म हो जायेगा। हांगकांग के अलावा अमेरिका और कई यूरोपीय देशों में इस कानून के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं।
गौरतलब है कि वर्ष 1997 में ब्रिटेन ने हांगकांग को चीन को सौंप दिया था लेकिन एक विशेष समझौते के तहत 50 वर्षों के लिए कुछ अधिकारों की गारंटी भी दी गयी थी। एक विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के रूप में, हांगकांग ‘वन कंट्री, टू सिस्टम्स ’के सिद्धांत के तहत चीन के शासन से अलग शासन और आर्थिक प्रणालियों को बनाए रखता है।
ट्रंप अगर नये हांगकांग अधिनियम को लागू करते हैं तो निश्चित तौर पर जवाब दिया जाएगा: चीन
बीजिंग,से खबर है कि, चीन ने बुधवार को अमेरिका को चेतावनी दी है कि हांगकांग के तरजीही दर्जा को समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अगर ‘हांगकांग स्वायत्तता अधिनियम’ को लागू करते हैं तो निश्चित रूप से प्रतिबंधों के साथ जवाब दिया जाएगा।
चीन द्वारा हांगकांग की स्वायत्तता और लोकतांत्रिक स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने के लिए इस एशियाई व्यापारिक केंद्र में एक विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून पेश किये जाने के बाद राष्ट्रपति ट्रम्प ने हांगकांग के लिए तरजीही व्यापार के दर्जे को समाप्त करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।
‘हांगकांग स्वायत्तता अधिनियम’ पर हस्ताक्षर करने की ट्रम्प की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि अमेरिका को इसे लागू नहीं करना चाहिए।
उन्होंने यहां एक मीडिया सम्मेलन में कहा, ‘‘हम अमेरिका से अपनी गलती सुधारने की अपील करते हैं। तथाकथित ‘हांगकांग स्वायत्तता अधिनियम’ को लागू न करें और हांगकांग मामलों और चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना तुरंत बंद करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह अधिनियम हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा पर हमारे कानून को प्रभावित करेगा। अगर अमेरिका गलत रास्ते पर जाने पर जोर देता है, तो चीन निश्चित रूप से जवाबी कार्रवाई करेगा।’’ उन्होंने कहा कि हांगकांग के लिए चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून में बाधा डालने के अमेरिका के प्रयास का कोई फायदा नहीं होगा और चीन अपने वैध हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई करेगा और संबंधित अमेरिकी कर्मियों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका ने चीन के आंतरिक मामलों में व्यापक रूप से हस्तक्षेप किया है और अंतरराष्ट्रीय कानून के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नियमित करने वाले बुनियादी मानदंडों का गंभीरता से उल्लंघन किया है।’’
इससे पहले, वाशिंगटन में ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने हांगकांग में राजनीतिक विरोध को कुचलने वाले चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने संबंधी कानून पर हस्ताक्षर किए हैं