वाशिंगटन, 16 मई ।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और अमेरिका के बीच नजदीकी साझेदारी का जिक्र किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना ‘‘अच्छा मित्र’’ बताया। उन्होंने घोषणा की कि अमेरिका ‘‘अदृश्य शत्रु’’ से लड़ाई में मदद के लिए भारत को बड़ी संख्या में वेंटिलेटर देगा।
ट्रम्प ने यह भी कहा कि अमेरिका और भारत मिलकर घातक कोरोना वायरस के लिए टीका विकसित कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष दिसंबर में कोरोना वायरस महामारी चीन से शुरू हुई थी और अब यह पूरी दुनिया में फैल गई है। विश्वभर में कोरोना वायरस के कारण 3,07,666 लोगों की मौत हो चुकी है और 45 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं।
भारत में शुक्रवार तक कोविड-19 के कुल मामले 85,000 का आंकड़ा पार कर गए जो चीन में संक्रमण के कुल 82,933 मामलों से अधिक है।
ट्रम्प ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘‘मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व का अनुभव हो रहा है कि अमेरिका भारत में हमारे मित्रों को वेंटिलेटर्स दान करेगा।’’ हालांकि व्हाइट हाउस ने अभी यह नहीं बताया कि कितने वेंटिलेटर दान किए जाएंगे।
कैंप डेविड जाने के लिए मरीन वन में सवार होने से पहले शुक्रवार को ट्रम्प ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हम भारत में बहुत सारे वेंटिलेटर्स भेज रहे हैं। मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। हमारे पास वेंटिलेटरों की बढ़िया आपूर्ति है।’’
ट्रम्प के अनुरोध पर पिछले महीने भारत ने अमेरिका में कोविड-19 के मरीजों इलाज के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की पांच करोड़ गोलियां भेजी थीं।
इससे पहले ट्रम्प ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने फरवरी में अपनी नई दिल्ली, अहमदाबाद तथा आगरा की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘भारत महान देश है और आप जानते हैं कि आपके प्रधानमंत्री मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं। ’’
ट्रम्प ने कोरोना वायरस के टीके के विकास के लिए काम कर रहे भारत-अमेरिकी वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं की भी सराहना की।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कायलेग मेकेनेनी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘राष्ट्रपति ने भारत के साथ हमारे शानदार संबंधों की हाल में प्रशंसा की है। पिछले कुछ समय से भारत हमारे लिए एक बढ़िया साझेदार रहा है। भारत को वेंटिलेटर दान के बारे में जानकर मुझे प्रसन्नता हुई।’’
उन्होंने बताया कि भारत सहित कई देशों को वेंटिलेटर दिए जा रहे हैं।
ट्रम्प ने भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं की प्रशंसा की:
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जानलेवा कोरोना वायरस के इलाज के लिए दवाइयां और टीका विकसित करने के प्रयासों के लिए भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिकों तथा शोधकर्ताओं की प्रशंसा की।
ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए भारत के साथ निकटता से मिलकर काम कर रहा है।
उन्होंने शुक्रवार को व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में पत्रकारों से कहा, ‘‘अमेरिका में भारतीयों की अच्छी-खासी तादाद है और कई लोग टीका विकसित करने पर भी काम कर रहे हैं। महान वैज्ञानिक और शोधकर्ता।’’
वह कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारतीय-अमेरिकी समुदाय की सराहना के सवाल पर जवाब दे रहे थे।
यह पहली बार है कि किसी राष्ट्रपति ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय की वैज्ञानिक और शोध प्रतिभा की तारीफ की है। अनुमान है कि अमेरिका में 40 लाख भारतीय-अमेरिकी हैं जिनमें से करीब 25 लाख इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में संभावित मतदाता हैं।
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर ट्रंप पहले प्रत्याशी थे जिन्होंने न्यू जर्सी में अक्टूबर 2016 में भारतीय-अमेरिकियों के लिए अलग चुनावी रैली की थी। तब से वह अपने आप को व्हाइट हाउस में भारत और भारतीय-अमेरिकियों का सबसे अच्छा मित्र बताते रहे हैं।
‘ट्रम्प विक्ट्री इंडियन-अमेरिकन फाइनेंस कमिटी’ के सह-अध्यक्ष अल मैसन ने कहा कि राष्ट्रपति न केवल 32.5 करोड़ अमेरिकियों के संवदेनशील संरक्षक है बल्कि वह दृढ़ और मानवीय कमांडर-इन-चीफ भी हैं।
मैसन ने कहा, ‘‘ट्रम्प अपराजेय हैं। उनके आलोचकों और शत्रुओं को उन्हें अकेला छोड़ देना चाहिए। उन्हें अदृश्य कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के खिलाफ सभी अमेरिकियों के लिए लड़ने और अर्थव्यवस्था को फिर से खड़ा करने की खातिर ध्यान केंद्रित करने पर छोड़ देना चाहिए।’’
राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार और ट्रम्प विक्ट्री फाइनेंस कमिटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष किम्बर्ली गिलफॉयले ने हाल ही में एक संपादकीय में कहा था कि ट्रम्प के साथ अमेरिका के लोग हैं।
गौरतलब है कि चीन के वुहान में शुरू हुए कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक 3,00,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 45 लाख लोग संक्रमित हैं।
अकेले अमेरिका में कोविड-19 से 87,000 से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं