नयी दिल्ली 20 अगस्त । अमेरिकी रक्षा मंत्री डा. टी एस्पर ने जम्मू-कश्मीर में केन्द्र सरकार द्वारा उठाये गये कदमों को भारत का आंतरिक मामला करार दिया है और कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी मुद्दे को द्विपक्षीय बातचीत से निपटाया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ टेलीफोन पर बातचीत के एक दिन बाद आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डा. एस्पर से टेलीफोन पर बात की। बातचीत में अमेरिकी रक्षा मंत्री ने यह बात कही।
श्री सिंह ने बातचीत के दौरान सीमा पार से आतंकवाद का मुद्दा उठाया और क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता बनाये रखने के लिए अमेरिकी समर्थन की सराहना की।
उन्होंने अमेरिकी रक्षा मंत्री से कहा कि अनुच्छेद 370 भारत का आंतरिक मामला है और इसका उद्देश्य जम्मू कश्मीर में विकास तथा आर्थिक प्रगति लाना, लोकतंत्र को मजबूत करना तथा वहां के लोगों को समृद्ध बनाना है।
डा. एस्पर ने भारत के इस रूख का समर्थन किया कि जम्मू कश्मीर में हाल में उठाये गये कदम भारत का आंतरिक मामला है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी मुद्दे को द्विपक्षीय बातचीत से निपटाया जायेगा।
श्री सिंह ने डा. एस्पर को अमेरिकी रक्षा मंत्री का पद संभालने पर बधाई दी। दोनों रक्षा मंत्रियों ने रक्षा सहयोग में प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए संबंधों को और मजबूत बनाने के प्रति वचनबद्धता दोहरायी। उन्होंने सैन्य सहयोग, रक्षा नीति, अनुसंधान और विकास में सहयोग, रक्षा व्यापार, प्रौद्योगिकी और औद्योगिक सहयोग सहित विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान किया।
उन्होंने इस वर्ष होने वाले तीनों सेनाओं के अभ्यास को लेकर चल रही तैयारियों तथा लिमोआ और कोमकासा जैसे समझौतों को लागू करने के लिए उठाये जा रहे कदमों पर संतोष जताया।
दोनों मंत्रियों ने इस साल अमेरिका में होने वाले 2 प्लस 2 डायलाग को लेकर भी उत्साह प्रकट किया। श्री सिंह ने अमेरिकी कंपनियों से मेक इन इंडिया के तहत भारत में रक्षा क्षेत्र में निवेश करने का आह्वान किया।