भोपाल, 22 अगस्त । मध्यप्रदेश में राजधानी भोपाल सहित अधिकतर स्थानों पर दो दिन से हो रही बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। लगातार हो रही इस बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं, जिसके चलते बाढ के हालात निर्मित हो गए हैं। राजधानी में दस वर्ष बाद ऐसी बारिश हुयी है।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक पी के साहा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र मध्यप्रदेश पहुंच गया है, जिसके चलते पिछले दाे दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है। इसका सबसे ज्यादा असर राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में देखने को मिला, जहां मूसलाधार बारिश से निचली बस्तियां जलमग्न हो गयी तथा कुछ जगहों में बाढ के हालात बने हुए हैं।
मूसलाधार बारिश से सीहोर में जनजीवन काफी प्रभावित
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन पर काफी असर पड़ा है।
सीहोर जिले में कल रात से हो रही तेज बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए है। पार्वती सहित अन्य नदियां उफान पर है। शहर के निचले इलाके में स्थित कई मकानों में पानी भर गया। मकान में भरे पानी से घर के अंदर रखे गृहस्थी के सामान पानी में तैरने लगे।
इंदौर में झमाझम बारिश से निचले इलाकों में भरा पानी, राहत कार्य शुरू
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के सदर बाजार थाना क्षेत्र में नाले किनारे बसे लोगों को आज झमाझम वर्षा के चलते सुरक्षित स्थानों पर स्थान्तरित किया जा रहा है।
अनुविभागीय दंडाधिकारी संदीप सोनी ने बताया कि सिकंदराबाद नाले के किनारे जलभराव के चलते कई रहवासियों के घरों में पानी भर गया है। जिन्हें स्थान्तरित कर अस्थाई शिविरों में ले जाया जा रहा है। नाव की सहायता से अब तक लगभग एक दर्जन परिवारों को स्थान्तरित कर दिया गया है। इसी तरह शहर के अन्य हिस्सों में भी अलग-अलग दल राहत कार्य मे जुटे हुए है।
कोलार बांध के दो गेट खोले गए
अतिवृष्टि को देखते हुए भोपाल के कोलार बांध के दो गेट आज शाम खोल दिए गए, जिनसे 100 क्यूमेक पानी कोलार नदी में छोडा गया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार भोपाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में लगातार हाे रही बारिश के चलते शाम को कोलार बांध के दो गेट पचास-पचास सेन्टीमीटर खोल दिए गए। इनसे 100 क्यूमेक पानी कोलार नदी में छोड़ा गया। वर्तमान में बांध अपने कुल भराव क्षमता से 2 मीटर कम है।
उज्जैन में बारिश से अाम जनजीवन प्रभावित
मालवा अंचल का उज्जैन जिला भी बारिश से तरबतर हो गया। इस बारिश के चलते अाम जनजीवन प्रभावित हुआ है।
उज्जैन के साथ उसके आसपास के क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार वर्षा के कारण शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ गया, तो वहीं, जिलें में स्थित तालाब भी लबालब भर गए हैं। कल से लगातार हो रही बारिश से निचली बस्तियों में पानी भर गया। हालाकि इसमें अभी तक कोई जनहानि की सूचना नहीं है। अभी तक क्षेत्र में बारिश नहीं होने के कारण शहर में 20 अगस्त से एक दिन छोड़कर जल प्रदाय किया जा रहा था।
अशोकनगर में राजघाट डेम के 16 गेट खोले गए
अशोकनगर जिले के चंदेरी में स्थित रानी लक्ष्मीबाई सागर (राजघाट डेम) बांध परियोजना के 16 गेट आज खोल दिए गए।
राजघाट बांध परियोजना के एसडीओ व्हीएन शर्मा के अनुसार आसपास के क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के कारण
बेतवा नदी का बहाव बढ़ने से राजघाट डेम का जल स्तर बढ़ गया। जिसके चलते सुबह कुछ गेट खोले गए, इसके बाद दोपहर और शाम को तथा रात आठ बजे 18 में से 16 गेट खोल दिए गए। इन सभी गेटों से 3 लाख 23 हजार 584 क्यूसेक (91.62 लाख लीटर प्रति सेकेंड) पानी बाहर छोड़ा जा रहा है।
मध्यप्रदेश के मालवा अंचल में तेज बारिश के आसार
मध्यप्रदेश में पिछले दो दिनों से कई स्थानों पर हो रही झमाझम बारिश के बीच अगले चौबीस घंटों के दौरान पश्चिमी मध्यप्रदेश में आने वाले आधा दर्जन स्थानों पर अति भारी की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है।
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद से राज्य के अधिकांश स्थानों पर बारिश का सिलसिला लगातार बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र का असर छत्तीसगढ़ से होते हुए यह मध्यप्रदेश पहुंच गया है। अब यह राज्य के राजगढ़ और गुना के बीच सक्रिय है। इसके प्रभाव से आगामी 24 घंटों के दौरान मालवा अंचल में आने वाले अनेक स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
भोपाल में झमाझम बारिश से कई इलाके जल मग्न
राजधानी भोपाल में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के बीच चौबीस घंटों में 215़ 4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। भोपाल में दस वर्ष बाद तेज बारिश दर्ज की गई।
बंगाल की खाड़ी से चला मजबूत कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी छत्तीसगढ़ से गुजर कर यह मध्यप्रदेश में पहुंचे से चौबीस घंटों के दौरान राज्य के अधिकांश स्थानों पर झमाझम बारिश हुई है। इस अवधि में दस वर्ष बाद झमाझम बारिश दर्ज की गई। भोपाल और इसके आसपास पिछले दो दिनों से हो रही तेज बारिश के बीच भोपाल स्थित तलाबों का जलस्तर बढ़ गया है। इसके साथ ही कई नाले उफान पर है।
उज्जैन जिले में बारिश से नदी नाले उफान पर
पश्चिमी मध्यप्रदेश में आने वाले उज्जैन जिले में लंबे अंतराल के बाद पिछले 24 घंटों में हुई तेज बारिश से क्षेत्र के शिप्रा नदी सहित कई नाले उफान पर हैं। कल दोपहर से शुरु हुई बारिश के कारण आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार उज्जैन में 117 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके कारण मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी के घाटों पर स्थित अधिकतर मंदिर पूरी तरफ से जल मग्न हो गए। यहां स्थित मंदिर के गुंबज व गेट डूब गए। वहीं उज्जैन शहर के एकमात्र जल प्रदाय स्त्रोत गंभीर नदी पर बने बांध में पानी का लेवल बढ़ता जा रहा है। गंभीर नदी में पानी की आवक तेजी से बढ़ रही है।
उधर राजधानी भोपाल में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के बीच चौबीस घंटों में 215़ 4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। भोपाल में दस वर्ष बाद ऐसी तेज बारिश हुई।
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने एनडीआरएफ के द्वारा कोलार क्षेत्र के छान गांव में बाढ में फंसे हरिनारायण कीर, उनके बच्चे और जानवरों को नदी के बीच से निकाला लिया गया है। सभी लोग सुरक्षित और स्वस्थ है।
इंदौर जिले में मूसलाधार वर्षा, जनजीवन प्रभावित
इंदौर जिले में बीते 24 घन्टे से ज्यादा समय से मूसलाधार बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित रहा।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिले में बीते 24 घन्टे में 10 इंच से ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है। इसके साथ ही यहां अब तक इस मानसून सत्र में कुल 32 इंच वर्षा दर्ज की जा चुकी है। जो अतिआवश्यक 34 इंच वर्षा से केवल 2 इंच कम है। खबर लिखे जाने तक जिले में वर्षा जारी है।
शिवराज ने बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने पर टीम की प्रशंसा की
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के छान गांव में बाढ़ में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचे जाने पर होमगार्ड और एडीआरएफ की रेस्क्यू टीम की प्रशंसा की है।
श्री चौहान ने ट्वीट के मध्यम से लिखा है ‘आज भोपाल में होमगार्ड और एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने सजगता के साथ कार्य करते हुए बाढ़ के कारण फँसे करीब 85 नागरिकों और दो दर्जन से ज़्यादा मवेशियों को जीवित बचाया है। मानवता की सेवा का यह अनूठा उदाहरण है। मैं सभी जवानों के सेवाभाव को प्रणाम करता हूँ और उन्हें धन्यवाद देता हूँ।’
उन्होंने आगे लिखा है ‘भोपाल के छान गाँव में झूँसी नदी में आई बाढ़ में फँसे पिता व उसके 3 साल के बच्चे सहित पशुओं का एनडीआरएफएचक्यू और एसडीआरएफ की टीम ने तत्परता दिखाते हुए रेक्यू किया। मैं पूरी टीम को बधाई और धन्यवाद देता हूँ।आपने अपनी जान की बाज़ी लगाकर दूसरों की जान बचाई है।इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है।’
अतिवर्षा से जलभराव से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं-शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिला मुख्यालय स्थित आपदा नियंत्रण केन्द्र को 24 घंटे सक्रिय रखा जाए। जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक तत्काल की जाए और अतिवर्षा के एवं राहत के प्रयासों की गहन समीक्षा की जाए।
श्री चौहान ने आज उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में अतिवर्षा की स्थिति की समीक्षा कर आमजन को जलभराव की स्थिति से बचाने और आवश्यक राहत के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए की सभी कलेक्टर्स जिले के बड़े बांधों और जलाशयों की स्थिति पर नजर रखें। संबंधित अमला पूर्ण सजग, सतर्क रहे। नर्मदा घाटी विकास विभाग के कंट्रोल रूम से भी निरंतर संपर्क रखा जाए ताकि जलभराव और बांधों के गेट खोलने की स्थिति आने पर सभी आवश्यक इंतजाम हो सकें। संभागीय कमिश्नर्स भी नियमित मॉनिटरिंग कर कठिनाई की स्थिति में समाधान निकालने में पीछे न रहें। बाढ़ की स्थिति में आपदा राहत के लिए सभी उपयोगी उपकरण कार्य करने की स्थिति में रखते हुए बचाव दल मुस्तैद रहें। मुख्यमंत्री ने फसलों की वर्तमान स्थिति की जानकारी भी ली।
सतना जिले में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत
मध्यप्रदेश के सतना जिले में एक व्यक्ति की बिजली गिरने से मौत हो गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कोठी थाना क्षेत्र के ग्राम दिदौंध में खेत में काम करते समय आकाशीय बिजली गिरने से ब्रिजेन्द्र कुमार गौतम की कल मौत हो गई।
झाबुआ जिले में झमाझम बारिश, इंदौर अहमदाबाद मार्ग बंद
आदिवासी क्षेत्र झाबुआ जिले में लगातार दो दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त होने लगा है।
झाबुआ जिले के थांदला में फकरी कालोनी में भारी बारिश के चलते पूरी कालोनी में पानी भर गया है तो पेटलावद तहसील के बाछीखेडा में भारी बारिश के चलते एक तालाब फूट गया है। इंदौर से अहमदाबाद का रास्ता माछलिया घाट के उपर धूलेट में पुलिया पर पानी आ जाने से सुबह से ही बंद है जिसके चलते इंदौर अहमदाबाद राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 49 पर आवागमन बंद है और इस पुलिया के दोनों और गाडियों की लंबी लंबी कतारे लगी हुई है जिससे लोग परेशान हो रहे है।