मुंबई, 19 जून । बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीवन पर फिल्म बनेगी।
सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से प्रशंसकों के अलावा फिल्म इंडस्ट्री में भी शोक की लहर दौड़ गई थी, जब उन्हें इस बात का पता चला उन्होंने आत्महत्या कर ली है । सुशांत की मौत ने सोशल मीडिया पर इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद और पक्षपात को लेकर बहस छेड़ दी।
फिल्म निर्माता विजय शेखर गुप्ता ने दिवंगत अभिनेता सुशांत के जीवन पर एक फिल्म बनाने का निर्णय किया हैं। फिल्म का नाम ‘सुसाइड या मर्डर’ होगा। विजय ने कहा कि वह फिल्म इसलिए बना रहे हैं जिससे फिल्म इंडस्ट्री में बड़े सितारों और प्रोडक्शन हाउस के एकाधिकार को खत्म किया जा सके।
विजय शेखर गुप्ता ने कहा कि इस फिल्म के माध्यम से वह बॉलीवुड को बेनकाब करना चाहते हैं क्योंकि नए लोगों को फिल्म इंडस्ट्री में मौजूद ‘गैंग’ के कारण कभी अवसर नहीं मिलता हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि सुशांत को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि इंड्रस्टी में उसका लगातार बहिष्कार किया जा रहा था। सुशांत को कई फिल्मों से अंतिम समय में हटा दिया गया। यह बायोपिक नहीं होगी लेकिन यह सुशांत सिंह राजपूत के जीवन से प्रेरित होगी।
सुशांत के बिना एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी का सीक्वल संभव नहीं:
बॉलीवुड फिल्मकार अरूण पांडे का कहना है कि सुशांत सिंह राजपूत के बिना एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी का सीक्वल अब संभव नहीं है।
सुशातं सिंह राजपूत ने वर्ष 2016 में प्रदर्शित फिल्म ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभाया। फिल्मी पर्दे पर धोनी बनने के लिए सुशांत ने कड़ी मेहनत की थी। माही की चाल से लेकर बाल तक। बोलने के लहजे से लेकर बल्लेबाजी शैली तक को सुशांत सिंह राजपूत ने आत्मसात किया था। वह इस सुपरहिट फिल्म के सीक्वल के लिए भी काम करना चाहते थे। फिल्म के सह निर्माता अरुण पांडे का कहना है कि अब इस फिल्म का सीक्वल सुशांत के बिना संभव नहीं है।
अरुण पांडे ने बताया कि धोनी अपनी बायोपिक में सुशांत के रोल से काफी प्रभावित थे। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से किरन मोरे ने सुशांत सिंह की धोनी का किरदार निभाने में मदद की थी। सुशांत महज 34 साल का था। मुझे इस बात में कोई शक नहीं है कि एक सुंदर भविष्य उसका इंतजार कर रहा था। मैं, माही और सुशांत दिल्ली में धोनी के एयर इंडिया कॉलोनी मकान में गए थे। माही ने याद किया था कि वह कहां बैठते थे, खाते थे तो सुशांत भी किरदार को महसूस करने के लिए ऐसा करता था। घर में ऐसा भी स्थान था, जहां माही जमीन पर लेटता था तो सुशांत ने भी ऐसा ही किया
अरुण पांडे ने कहा, “सुशांत की मृत्यु के बाद फिल्म का सीक्वल बनाना संभव नहीं है। हम सुशांत के बिना इस फिल्म के सीक्वल के बारे में सोच भी नहीं सकते। हम इस फिल्म के सीक्वल पर सोच रहे थे, लेकिन अब इसका कोई मतलब नहीं रह जाता है।”