नईदिल्ली 3 मार्च |बच्चों को छोड़ दिया जाए तो दुनिया भर में करीब करीब हर वयस्क के पास मोबाइल फोन पहुंच चुका है. सबसे ज्यादा उछाल भारत में देखा जा रहा है.
2017 के मध्य तक दुनिया भर में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वालों की संख्या पांच अरब के पार हो जाएगी.
एसोसिएशन ऑफ मोबाइल ऑपरेटर्स GSMA के शोध में यह बात सामने आई है.
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में फिलहाल मोबाइल फोन का सबसे तेज रफ्तार बाजार भारत है. रिपोर्ट में भारत की खास चर्चा की गई है. इसके मुताबिक 2020 तक भारत में 31 करोड़ नए मोबाइल फोन सब्सक्राइबर्स होंगे.
मोटोरोला के वाइस प्रेसीडेंट मार्टिन कूपर ने 1973 में पहला व्यावसायिक मोबाइल फोन पेश किया. डायनाटेक 10 साल बाद बाजार में आया और उसकी कीमत थी 4000 डॉलर.
सामाजिक परिवर्तन और अर्थव्यवस्था में भी मोबाइल फोन और उनमें मौजूद इंटरनेट बड़ी भूमिका निभा रहा है.
GSMA के डीजी मैट्स ग्रैनरिड के मुताबिक, “मोबाइल एक वैश्विक मंच है जो दुनिया की दो तिहाई आबादी की मदद करता है, यह नई डिजिटल इकोनॉमी और सामाजिक आर्थिक चुनौतियों के लिए कनेक्टिविटी और आधारभूत ढांचा मुहैया कराता है.”
भविष्य की ओर इशारा करते हुए ग्रैनरिड ने कहा, “हमारी ताजा मोबाइल इकोनॉमी रिपोर्ट बताती है कि कैसे स्मार्टफोन और हाई स्पीड कनेक्टिविटी की सर्वव्यापकता के चलते आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में मौलिक खोजें हो रही हैं और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन हो रहा है.”
ऐसा माना जा रहा है कि 2020 तक 5G कनेक्टिविटी के विस्तार के लिए मोबाइल ऑपरेटरों को 700 अरब डॉलर का निवेश करना होगा. 5G कनेक्टिविटी इतनी तेज होगी कि एक पूरी एचडी फिल्म एक सेकेंड से भी कम समय में डाउनलोड की जा सकेगी. ज्यादातर देशों में फिलहाल 4G फैल रहा है. फिलहाल 4G कनेक्टिविटी के पास 21 फीसदी बाजार है जो 2020 तक 41 फीसदी हो जाएगा.