पूर्वांचल विश्वविद्यालय को तोड़कर बनाया आजमगढ़ विश्वविद्यालय 15 जून के बाद शुरू करेगा अपना कार्य, पूर्वांचल में अब 529 महाविद्यालय ही बचेंगे attacknews.in

 

जौनपुर , 02 मई । उत्तर प्रदेश के जौनपुर में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विवि के बंटवारे को लेकर सरकार ने नोटिफिकेशन कर दिया है। अब 15 जून के बाद आजमगढ़ विश्वविद्यालय अस्तित्व में आ जाएगा।

15 जून से पहले जिन महाविद्यालयों के छात्र पूविवि से जुड़े हैं, उनकी परीक्षाएं यही विवि कराएगा मगर इसके बाद से सभी प्रक्रिया आजमगढ़ विश्वविद्यालय के निर्देशन में होगी। बंटवारे के बाद अब पूविवि में तीन जिलों के कुल 529 महाविद्यालय शेष बचेंगे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बंटवारे को लेकर काफी समय से चल रही चर्चा पर सरकार ने नोटिफिकेशन कर विराम लगा दिया है। बंटवारे के बाद पूर्वांचल विश्वविद्यालय से जौनपुर, गाजीपुर और प्रयागराज का एक महाविद्यालय बचेगा। पूविवि से वर्तमान में पांच जिलों के कुल 938 महाविद्यालय संबद्ध हैं। इसमें जौनपुर के 195 और गाजीपुर के 333 हैं। प्रयागराज का एकमात्र महाविद्यालय पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध है। पूविवि के बंटवारे के संबंध में शासन स्तर से जारी नोटिफिकेशन को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई। 15 जून के बाद आजमगढ़ और मऊ के छात्र आजमगढ़ विवि में दाखिला ले सकेंगे।

पूर्वांचल विवि में ग्रीष्मावकाश 31 मई तक

इधर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. निर्मला एस.मौर्य की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में ग्रीष्मावकाश 01 मई से 31 मई 2021 तक करने का निर्णय लिया गया।

प्रो मौर्य ने रविवार को बताया कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए विश्वविद्यालय शासन के दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए सख्त कदम उठा रहा है। विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों की मुख्य परीक्षा और सेमेस्टर की परीक्षा का निर्णय आगे की परिस्थिति और शासन के दिशा निर्देशों के अनुसार लिया जाएगा।

पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग का जश्न मनाने वालों के खिलाफ सख्त निर्देश:FIR दर्ज करने और थाना प्रभारियों को निलंबित करने को कहा attacknews.in

कोलकाता, 02 मई । चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे निकलने से पहले ही कुछ पार्टी समर्थकों के गलियों में निकलकर जश्न मनाये जाने की घटना पर कड़ा रुख अख्तियार किया है और कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर कड़े निर्देश जारी किये हैं।

आयोग ने पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और केन्द्रशासित प्रदेश पुड्डुचेरी की सरकारों को इस तरह के मामलों में प्राथमिकी दर्ज करने और संबंधित क्षेत्रों के थाना प्रभारियों को निलंबित किये जाने का निर्देश दिया है।

निर्वाचन आयोग ने रविवार को कहा कि उसने कई जगहों पर जीत का जश्न मनाने के लिए लोगों के जमा होने को लेकर कड़ा रुख अपनाया है और संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों से कहा कि ऐसी स्थिति में प्राथमिकी दर्ज की जाए तथा थाना प्रभारी को निलंबित किया जाए।

कई जगहों पर जीत का जश्न मनाए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर आयोग के एक प्रवक्ता कहा कि निर्वाचन आयोग ने लोगों के जमा होने और जश्न मनाने संबंधी कुछ खबरों का संज्ञान लिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग ने पांचों राज्यों के मुख्य सचिवों को निर्देश दिया है कि वे ऐसे मामलों में प्राथमिकी दर्ज कराएं और संबंधित थानों के प्रभारियों को निलंबित करें तथा ऐसी घटनाओं के बारे में तत्काल कार्रवाई के बारे में रिपोर्ट करें।’’

चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर भीड़ जमाकर जीत का जश्न बनाने और विजय जुलूस निकालने पर पाबंदी लगाई है।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों की मतगणना चल रही है।

सतना में विंध्या इंजीनियरिंग के गोदाम में छापामार 400 से अधिक लिक्विड आक्सीजन सिलेंडर जब्त किए गए attacknews.in

सतना, 2 मई । मध्यप्रदेश केे सतना जिले में एक औद्योगिक इकाई के गोदाम में भारी मात्रा में लिक्विड ऑक्सीजन के भरे सिलेंडर मिले हैं।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि कोरोना के संकट के समय में आक्सीजन सिलेंडरों की जमाखोरी और मुनाफाखोरी रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। यहाँ मुखबिर से मिली सूचना पर कोलगवां क्षेत्र में विंध्या इंजीनियरिंग के गोदाम में छापामार कर लगभग 400 से अधिक लिक्विड आक्सीजन सिलेंडर जब्त किए गए हैं। कार्यवाही अभी जारी है।

सीरम इंस्टीट्यूट के CEO आदर पूनावाला ने कहा कि, मैं कुछ दिनों में लंदन से भारत लौटूंगा :पुणे में कोविशील्ड का उत्पादन पूरे जोर से चल रहा है,कुछ दिनों में लौटने पर मैं काम की समीक्षा करने के लिए उत्साहित हूं attacknews.in

मुंबई, दो मई । सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आदर पूनावाला ने कहा कि वह कुछ दिनों में लंदन से भारत लौटेंगे।

पूनावाला ने भारत के कोरोना वायरस महामारी की दूसरी खतरनाक लहर से जूझने के कारण बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए कोविड-19 रोधी टीके के उत्पादन को लेकर उन पर बढ़े दबाव के बारे में बात की थी, जिसके बाद उन्होंने भारत लौटने की घोषणा की।

पूनावाला ने मध्यरात्रि को एक ट्वीट किया, ‘‘ब्रिटेन में अपने सभी साझेदारों और शेयरधारकों के साथ शानदार बैठक हुई। इस बीच यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पुणे में कोविशील्ड का उत्पादन पूरे जोर से चल रहा है। कुछ दिनों में लौटने पर मैं काम की समीक्षा करने के लिए उत्साहित हूं।’’

सरकारी सुरक्षा दिए जाने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में पूनावाला ने लंदन के अखबार ‘दि टाइम्स’ के साथ बातचीत में शनिवार को कहा था कि कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति की मांग को लेकर भारत के सबसे शक्तिशाली लोगों में से कुछ ने उनसे फोन पर उग्रतापूर्वक बातें की हैं।

सीआईआई भारत में ऑक्सफोर्ड/ एस्ट्राजेनिका की कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन कर रही है।

उन्होंने कहा कि इस दवाब के चलते ही वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ लंदन आ गए हैं।

भारत सरकार के अधिकारियों के अनुसार पूनावाला को संभावित खतरों को देखते हुए सुरक्षा दी गयी। देश में किसी भी जगह उनके साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान उनकी सुरक्षा में होंगे। इनमें 4-5 कमांडों होंगे।

पूनावाला ने समाचार पत्र से कहा, ‘‘मैं यहां (लंदन) तय समय से अधिक रूक रहा हूं, क्योंकि मैं उस स्थिति में वापस नहीं जाना चाहता। सब कुछ मेरे कंधों पर पड़ गया है, लेकिन मैं इसे अकेले नहीं कर सकता… मैं ऐसी स्थिति में नहीं रहना चाहता, जहां आप सिर्फ अपना काम करने की कोशिश कर रहे हों, और सिर्फ इसलिए कि आप हर किसी की जरूरत को पूरा नहीं कर सकते, आप अंदाजा नहीं लगा सकते कि बदले में वे क्या करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लोगों की उम्मीद और उग्रता का स्तर वास्तव में अभूतपूर्व है। यह बहुत अधिक है। सभी को लगता है कि उन्हें टीका लगना चाहिए। वे समझ नहीं सकते कि उनसे पहले किसी और को यह क्यों मिलना चाहिए।’’

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार तीसरे सप्ताह बढ़ता हुआ 584 अरब डॉलर के पार पहुंचा attacknews.in

मुंबई 02 मई । देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार तीसरे सप्ताह बढ़ता हुआ 584 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है।

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 23 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा का देश का भंडार 1.70 अरब डॉलर बढ़कर 584.11 अरब डॉलर पर रहा। इससे पहले 16 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में यह 1.19 अरब डॉलर बढ़कर 582.41 अरब डॉलर हो गया था।

केंद्रीय बैंक ने बताया कि 23 अप्रैल को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 1.06 अरब डॉलर चढ़कर 541.65 अरब डॉलर पर रहा। स्वर्ण भंडार भी 61.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 35.97 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास आरक्षित निधि 1.8 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.99 अरब डॉलर और विशेष आहरण अधिकार 70 लाख डॉलर की बढ़त के साथ 1.51 अरब डॉलर रहा।

कोरोना से बचने के लिए इन योग आसनों के द्वारा ऑक्सीजन ग्रहण कर सकते हैं और प्राकृतिक वेंटिलेटर को भी उपयोग में ला सकते है attacknews.in

सहारनपुर 02 मई । आक्सीजन की कमी से सांस लेने में हो रही समस्या को कुछ हद तक योग की मदद से दूर किया जा सकता है। इसके लिये भस्त्रिका, अनुलोम विलोम,भ्रामरी और प्राणायाम उपयोगी साबित हो सकते हैं।

योग गुरू गुलशन कुमार ने रविवार को कहा कि कोरोना संक्रमण काल में लोग बुखार, गले में खराश और खांसी से खासे भयभीत है। उधर आक्सीजन की कमी से संबधित हर एक सूचना लोगों के बीच अनजाना भय पैदा कर रही है। लोगों को पता होना चाहिये कि डर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर प्रतिकूल असर डालता है। अगर किसी का आक्सीजन लेबल कम हो रहा है तो ऐसे व्यक्ति को चेस्ट के नीचे तकिया लगाकर एक तकिया जांघो के नीचे लगाकर उलटा पेट के बल लिटा देना चाहिये और उसे गहरी सांस लेते और छोडनी चाहिये। इससे आक्सीजन की कमी में सुधार होगा। यह एक प्राकृतिक वेटीलेटर है।

उन्होने कहा कि मौसम में बदलाव के कारण हमारे शरीर की प्रकृति संचित हुए मल को निष्कासित करती है परिणाम स्वरूप बुखार, खांसी, बलगम, दस्त, डायरिया, कफ, एसिडिटी आदि लक्षण दिखाई देते है। टेलीविजन पर महामारी की खबरे अखबारों में नकारात्मक खबरे यह सब व्यक्ति के अन्दर डर व भय पैदा करती है जिसके कारण हमारी शारीरिक गतिविधियां कमजोर व स्लो हो जाती है। हमारे लंग्स की कार्यक्षमता प्रभावित होने लगती है और हमारे आक्सीजन के स्तर में भी कमी आने लगती है ।

योग गुरू ने कहा कि इस माह गेहूँ की कटाई का काम चल रहा है गेहूँ की कटाई के कण वायु मण्डल मे फैल कर वायू मण्डल को प्रदूषित करते है जिसके कारण सूखी खांसी अधिकांश लोगों को होती है इसी को एलर्जिक खांसी कहते है। ऐसी स्थिति में हमारी प्रतिरक्षण प्रणाली भी कमजोर पड जाती हैं तब हमारी बीमारी तीव्र हो जाती है। प्रतिदिन कोरोना काल के दौरान हो रही मृत्यु के भय के कारण भी घबराये हुए पारिवारिक लोग रोगी को अनावश्यक हास्पिटल में भर्ती करते है जहाँ कि व्यवस्थाएँ पहले से चरमरायी हुई है।
आक्सीजन का अभाव है,मेडिकल सुविधाएँ पूरी है नही, वहाँ पर मरीज दम तोड रहे है। यदि होम आइसोलेशन में लोग है वहा पर परिवार के लोगों द्वारा देखभाल सुहानभूति सकारात्मक रवैया आपको जल्दी स्वस्थ करता है।

उन्होने कहा कि आक्सीजन कम होने लगे तो भस्त्रिका,अनुलोम विलोम और भ्रामरी प्राणायाम करे। भस्त्रिका प्राणायाम – सुखासन या पद्मासन या कुर्सी पर पीठ सीधी करके बैठे । तत्पश्चात कोहनी मोडकर रखते हुए दोनों हाथो को मुट्ठी बन्द करके कन्धो पर लाए फिर दोनो हाथ सिर के ऊपर करके मध्यम वेग से सांस भरे फिर तेजी से नीचे हाथ लाते हुए छक की आवाज के साथ सांस बाहर छोडे ।यह अभ्यास लगभग बीस बार करे। फिर थोडा विश्राम करे। फिर पुनः दोहराये ऐसा तीन बार बीस बीस बार करे।

अनुलोम विलोम प्राणायाम – सर्वप्रथम बायें नासिका से लम्बी गहरी सांस भरे और दायें नासिका छिद्र से निकाल दे फिर दाये नासिका छिद्र से लम्बी गहरी सांस भरे फिर बाये नासिका से सांस छोड देनी है ।इस क्रम को 20-20 बार दोनों नासिका से बारी बारी करे।

भ्रामरी प्राणायाम – दोनो हाथो अगुंठो से कर्ण छिद्रों को बन्द करे नासिका से श्वास का पुरक करे रेचन करते हुए कंठ से भौरे की ध्वनि करते हुए धीरे धीरे श्वास को छोड़ दे।

भारत को फ्रांस ने भेजे आठ अत्याधुनिक ऑक्सीजन जेनेरेटर, चार दिल्ली में लगेंगे attacknews.in

नयी दिल्ली 02 मई । कोविड महामारी में भारत की सहायता के लिए फ्रांस से पहली खेप आज सुबह यहां पहुंची जिसमें अस्पताल में ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाले आठ अत्याधुनिक संयंत्र शामिल हैं।

सूत्रों ने यहां बताया कि फ्रांस की सरकार ने इस खेप को भारतीय रेडक्राॅस सोसाइटी के माध्यम से भारत सरकार को सौंपा।

सूत्रों के अनुसार सरकार ने प्राथमिकता एवं आवश्यकता के आधार पर उन आठ अस्पतालों को पहले से चिह्नित कर लिया है जहां ये संयंत्र लगाये जाएंगे। इनमें से कम से कम चार अस्पताल दिल्ली के हैं। इससे कई महत्वपू्र्ण स्थानों पर ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर राहत मिल सकेगी।

अंतरराष्ट्रीय बाजार खुलने और खाद्य उत्पादों के मा़ंग आने से, अप्रैल 2021 में भारतीय निर्यात 197.03 प्रतिशत बढ़कर 30 अरब 21 करोड़ डालर दर्ज attacknews.in

नयी दिल्ली 02 मई । अंतरराष्ट्रीय बाजार खुलने और खाद्य उत्पादों के मा़ंग आने से, अप्रैल 2021 में भारतीय निर्यात 197.03 प्रतिशत बढ़कर 30 अरब 21 करोड़ डालर दर्ज किया गया है । अप्रैल 2020 में यह आंकड़ा 10 अरब 17 करोड़ डालर रहा था।

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने रविवार को यहां जारी आंकड़ों में बताया कि 2021 में कुल आयात 165. 99 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 45 अरब 45 करोड़ डालर हो गया है। अप्रैल 2020 में कुल आयात 17 अरब 90 हजार डालर रहा था।

आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2021 में कुल व्यापार घाटा 15 अरब 24 करोड डालर रहा है।

आंकड़ों में बताया गया है कि अप्रैल 2021 में जिन पांच प्रमुख उत्पाद क्षेत्रों के निर्यात में वृद्धि हुई है उनमें रत्न और आभूषण (9158.63 प्रतिशत), जूट (1556.39 प्रतिशत), कालीन (1351.48 प्रतिशत), हस्तनिर्मित कालीन (1207.98 प्रतिशत) और चमड़ा (1168.96 प्रतिशत) शामिल हैं।

केवल तीन उत्पाद ऐसे हैं जिनके आयात में अप्रैल 2021 के दौरान गिरावट आयी है इनमें चांदी
(88.55 प्रतिशत), न्यूज़ प्रिंट (46.07 प्रतिशत) और दाल ( 42.46 प्रतिशत ) शामिल है।

राहुल गांधी ने कोरोना संकट के लिए प्रेस, न्यायपालिका, चुनाव आयोग, नौकरशाही,को लताड़ लगाते हुए कहा कि, किसी ने भी अभिभावक या प्रहरी की भूमिका नहीं निभाई attacknews.in

नई दिल्ली 1 मई । राहुल गांधी ने कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति को लेकर केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला किया है।

राहुल गांधी ने कहा कि कोविड-की वर्तमान स्थिति के लिए प्रधानमंत्री की पूरी तरह से गलती है।पीएम अत्यंत केंद्रीकृत, व्यक्तिगत सरकारी मशीनरी चला रहे हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री खुद की छवि बनाने में पूरी तरह से और ठोस तरीके से लगे हुए हैं और उनका पूरा ध्यान असल बात की बजाय अपनी छवि पर केंद्रित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने कोराना वायरस फैलाने वाले कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया और उन कार्यक्रमों की प्रशंसा भी की।

राहुल गांधी ने न्यूज़ एजेंसी को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि मोदी सरकार घमंडी है, वास्तविकता की बजाय पर धारणा पर ध्यान केंद्रित करती है, कोरोना वायरस से केवल विनम्रता अपनाकर लड़ा जा सकता है।भारत अब विश्व में कोराना वायरस का केंद्र है, हम जो अपने देश में देख रहे हैं उससे पूरी दुनिया विचलित हो गई है। कोविड-19 पूर्ण तबाही लाया है, यह लहर नहीं है, यह सुनामी है, जिसने सब कुछ तबाह कर दिया है।ऐसे में जब कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई है, सरकार ने गेंद अब राज्यों की पाले में डाल दी है, नागरिक वास्तव में आत्मनिर्भर’ हो गए हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि प्रेस, न्यायपालिका, चुनाव आयोग, नौकरशाही, किसी ने अभिभावक या प्रहरी की भूमिका नहीं निभाई, भारत एक एक ऐसा जहाज है जो एक तूफान में बिना किसी जानकारी के यात्रा कर रहा है.

मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने देश के अलग-अलग हिस्सों में तेजी से ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए विदेश से 24 टैंकर एयरलिफ्ट किए attacknews.in

 

नयी दिल्ली, 01 मई । उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने देश के अलग-अलग हिस्सों में तेजी से ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए विदेश से 24 टैंकर एयरलिफ्ट किए हैं ।

रिलायंस ने ऑक्सीजन की कड़ी को पुख्ता करने के लिए सऊदी अरब, जर्मनी, बेल्जियम, नीदरलैंड और थाईलैंड से 24 ऑक्सीजन टैंकर्स एयरलिफ्ट किए। देश में तरल ऑक्सीजन की कुल परिवहन क्षमता में इससे 500 टन का इजाफा हुआ है।

टैंकर्स एयरलिफ्ट करने में भारतीय वायुसेना का भी भरपूर सहयोग रहा। वहीं रिलायंस के पार्टनर्स सऊदी अरामको और बीपी ने ऑक्सीजन टैंकर्स की अधिग्रहण में मदद की। रिलायंस ने भारतीय वायुसेना और सहयोगी कंपनियों का आभार जताया है।

रिलायंस जामनगर तेल रिफाइनरी में प्रतिदिन 1000 टन से अधिक मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहा है। यह ऑक्सीजन कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित राज्यों को मुफ्त में दी जा रही है। यह कंपनी देश में करीब 11 प्रतिशत मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन कर रही है ।

श्री अंबानी, रिलायंस के मिशन ऑक्सीजन की निगरानी खुद कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में रिलायंस दोहरी रणनीति पर काम कर रहा है। रिलायंस की जामनगर स्थित रिफाइनरी के बहुत से प्रक्रिया में बदलाव कर ज्यादा से ज्यादा जीवनदायी ऑक्सीजन का निर्माण किया जा रहा है और लोडिंग और परिवहन क्षमताओं को बढ़ाया जा रहा है ।

रिलायंस की जामनगर रिफाइनरी में कच्चे तेल से डीजल, पेट्रोल, और जेट ईंधन जैसे उत्पाद बनाए जाते हैं, यहां मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पाद नहीं किया जाता था। लेकिन कोरोनोवायरस के मामलों में जिस तेजी से वृद्धि हुई है और ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है, उसको देखते हुए रिलायंस ने अपने प्रोसेस में बदलाव कर मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू कर दिया।

देश में ऑक्सीजन की लोडिंग और आपूर्ति एक बड़ी बाधा बनकर उभरी है। रिलायंस के इंजीनियर ने इसका हल नाइट्रोजन टैंकर्स को ऑक्सीजन टैंकर्स में बदल कर खोज निकाला।

रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा “जब भारत कोविड-19 की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ रहा है तब मेरे लिए और रिलायंस में हम सभी के लिए, जीवन बचाने से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है।”

एक बयान में रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने कहा, “हमारा देश अभूतपूर्व संकट से गुजर रहा है। रिलायंस फाउंडेशन में हम मदद की हर संभव कोशिश करेंगे।”

मध्यप्रदेश में शनिवार को मिले 12 हजार से अधिक कोरोना मरीज, 102 की मृत्यु,इंदौर और भोपाल बने हुए हैं कोरोना संक्रमितों के गढ़ attacknews.in

भोपाल, 01 मई । मध्यप्रदेश में आज भी बारह हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मिले है।राज्य भर में इस महामारी के कारण 102 लोगों की मृत्यु हो गयी।प्रदेश में सबसे अधिक कोरोना मरीज आज भी इंदौर जिले में मिले है।राजधानी भोपाल दूसरे स्थान पर रहा।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार आज प्रदेश भर में 60835 सैंपल की जांच की गई।इनमें से 12,379 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।

इस महामारी से अब राज्य भर में 5,75,006 लोग संक्रमित हो चुके है।हलांकि इनमें से 4,81,477 विभिन्न अस्पतालों से स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके है।

वर्तमान में प्रदेश भर के विभिन्न अस्पतालों में 88511 मरीजों का इलाज चल रहा है।वहीं इस बीमारी से आज 14562 लोग निजात पाकर घर रवाना हो गये है।

आज संक्रमण दर 20़ 3 प्रतिशत रहा।आज राज्य में 102 लोगों की मौत हो गयी।राज्य में अब तक 5718 लोग जान गवा चुके है।

राज्य की राजधानी भोपाल में 1683 कोरोना संक्रमित मरीज मिले।वहीं इंदौर में 1832 कोरोना संक्रमित मिले है।इसी तरह ग्वालियर में 1105, जबलपुर में 759, उज्जैन 284, विदिशा 284, सागर में 265, रतलाम में 255, रीवा 348, धार में 247, नरसिंहपुर में 251, सतना में 267 और शिवपुरी में 230 संक्रमित मिले हैं।

राज्य के बाकी जिलों में भी 16 से 194 के बीच कोरोना मरीज मिले हैं।

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने कोरोना मामलों में फिर आदेश पारित किया;आक्सीजन व रेमडेसीवर इंजेक्शन की निरंतर आपूर्ति की जाये,दवा वितरण नीति युक्तिसंगत बनाएं,अस्पतालों को स्वयं के आक्सीजन प्लांट के लिये वित्तीय मदद दे और टेस्टिंग रिपोर्ट-36 घंटे में मिले attacknews.in

जबलपुर, 01 मई । मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने कोरोना संबंधी मामलों में ऑक्सीजन की कमी व रेमडेसीवर इंजेक्शन को लेकर पूर्व में जारी आदेश का अक्षश: पालन न होने पर चिंता जाहिर की है।

चीफ जस्टिस मो. रफीक व जस्टिस अतुल श्रीधरन की युगलपीठ ने सरकार की ओर से पेश की गई एक्शन टेकन रिपोर्ट का अवलोकन करने व हस्तक्षेपकर्ताओं की ओर से उठायी गई आपत्तियों को गंभीरता से लेते हुए मामले में विस्तृत आदेश जारी किये है।

युगलपीठ ने अपने आदेश में कहा है कि बिना आक्सीजन जीवन के अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती। राज्य का संवैधानिक दायित्व है कि जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चि कराये।

इसके साथ ही न्यायालय ने आयुष्मान, सीजीएचएस व बीपीएल कैशलेस कार्ड धारियों का उपचार करने से अस्पताल इंकार नहीं कर सकते यदि ऐसा किया जाता है तो सरकार उचित कार्रवाई करे।

युगलपीठ ने अंतरिम आवेदनों का निराकरण करते हुए उक्त निर्देश देते हुए मूल मामले की अगली सुनवाई 6 मई को निर्धारित की है।

उल्लेखनीय है कि अस्पताल में बिल राशि का भुगतान नहीं होने पर एक वृद्ध मरीज को बंधक बनाये जाने के मामले में संज्ञान याचिका के साथ अन्य कोरोना संबंधी मामलों की हाईकोर्ट में सुनवाई हो रहीं है। जिसमें विगत 19 अप्रैल को हाईकोर्ट ने अवकाश के दिन मामले की सुनवाई करते हुए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये थे।

इसके बाद मामले में इंदौर के वरिष्ठ अधिवक्ता आनंद मोहन माथुर ने एक आवेदन दायर कर कहा था कि हाईकोर्ट ने अपने आदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने कहा था, लेकिन इसके बावजूद भी आपूर्ति नहीं की जा रहीं है। आवेदन में अनुरोध किया गया था ऑक्सीजन व रेमडेसीवर की आपूर्ति की मॉनिटरिंग हाईकोर्ट द्धारा की जाये।

वहीं हाईकोर्ट एडवोकेट्स बार एसोसियेशन की ओर से भी एक आवेदन पेश कर कहा गया कि बोकारों से एक ऑक्सीजन टैंकर सागर भेजा गया था, लेकिन यूपी में उसे रास्तें में रोक लिया गया, जिसे बाद में रिलीज किया गया। जबकि सागर सहित अन्य जिलों में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौते हो रहीं है। टेस्टिंग बढ़ायी जाये, 36 घंटे में मिले।

मामले की सुनवाई दौरान कोर्ट मित्र व वरिष्ठ अधिवक्ता नमन नागरथ व अधिवक्ता जुबीन प्रसाद ने पक्ष रखते हुए बताया कि कोविड-19 की दूसरी बेव के हिसाब से स्टेट की तैयारी दुरुस्त नहीं है। प्राइवेट लैबों में टेस्टिंग के लिये कई जगह इंकार किया जा रहा है, जिससे स्थिति और भयावह होती जा रहीं है। वहीं सरकार की ओर से प्राइबेट लैबों में कहा और कितने टेस्ट हुए इसकी जानकारी स्पष्ट नहीं है। जिस पर न्यायालय ने टेस्टिंग बढ़ाना सुनिश्चित करने के साथ ही रोगियों की रिपोर्ट 36 घंटे पर मिले यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी सरकार को दिये है।

सरकार की ओर से मामले में कहा गया कि ऑक्सीजन व रेमडेसीवर इंजेक्शन सहित अन्य जरूरी दवाएं जरूरतमंदों को निरंतर उपलब्ध करायी जा रहीं है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मोह. सुलेमान व छबि भारद्धाज की ओर से कहा गया कि बेड व आक्सीजन उपलब्ध करायी जा रहीं है, इसके साथ ही उनकी सुनिश्चिता निरंतर की जा रहीं है। ट्रेन व वायु मार्ग से भी रेमडेसीवर इंजेक्शन अस्पतालों को सीधे पहुंचाये जा रहे है।

मामले में जीवन रक्षक दवाईयों व रेमडेसीवर इंजेक्शन की हो रहीं कालाबाजारी का मुद्दा भी उठा। जिस पर न्यायालय ने चिंता व्यक्त करते हुए कालाबाजारी करने वालों पर अति आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये।

वहीं सरकार की ओर से कहा गया कि कालाबाजाी करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है और उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।

मामले में सरकार की ओर से जानकारी दी गई कि 8 जिलों में पीएसए आक्सीजन जेनरेशन प्लांट में से पीएम केयर्स फंड से 6 पहले बन चुके है, 30 अप्रैल तक दो शेष का काम शुरु हो जायेगा, इसके लिये सरकार की ओर से आदेश जारी किये जा चुके है। इसके साथ ही भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा व शहडोल में 650 एलपीएम पीएसए संयत्रों की स्थापना 20 मई तक हो जायेगी, इसके लिये स्वास्थ निर्देशालय ने आदेश जारी कर दिये है।

स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव मोह. सुलेमान ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों में से 5 से 6 फीसदी को ही रेमडेसीवर इंजेक्शन दिया जा रहा है, जबकि निजी अस्पतालों में अंधाधुंध तरीके से उक्त इंजेक्शन की सलाह दी जा रही है, जिससे उक्त दवा की मांग बढ़ती जा रहीं है।

2- हाईकोर्ट ने ये निर्देश दिये आक्सीजन व रेमडेसीवर इंजेक्शन की निरंतर आपूर्ति की जाये, इस संबंध में 19 अप्रैल को ही आदेश जारी किये गये थे। कालाबाजारी फल-फूल रहीं है, ऐसे में अस्पतालों में स्थिति अराजक हो सकती है, कानून व्यवस्था बिगडऩे की भी आशंका है, ऐसे राज्य को दवा वितरण नीति को फिर से ध्यान देकर युक्तिसंगत बनाना चाहिये।

अस्पतालों के स्वयं के आक्सीजन प्लांट के लिये वित्तीय मदद मिले और ऋण आसानी से उपलब्ध हो सके, सरकार भी सब्सिडी पर विचार करे, ताकि अस्पतालों को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।

इसके अलावा टेस्टिंग रिपोर्ट-36 घंटे पर मिले, इसके साथ ही तकनीशियनों, विशेषज्ञों व लैब अटेंडेंट की संख्या बढ़ाने पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कैशलेस कार्ड धारियों के उपचार से अस्पताल इंकार नहीं कर सकते। यदि वह ऐसा करते है तो सरकार शिकायत प्राप्त होने पर उचित कार्रवाई करे। बीएसएल 37 प्रमाणित लैब है, जिन्हें बढ़ाये जाने के भी निर्देश दिये है।

वहीं ऑक्सीजन आवंटन पर भी सरकार को जवाब पेश करने के निर्देश दिये है। ग्रामीणों इलाकों में भी स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ाने के भी निर्देश दिये है।

इसके साथ बायोमेडीकल डिस्पोजल खुले में पड़े होने के मुद्दे को भी गंभीरता से लेते हुए न्यायालय ने पीसीबी व सरकार को उसके निपटान के लिये आवश्यक कार्रवाई के निर्देश देते हुए परिपालन रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिये है।

ऑक्सीजन टैंकरों के लिये परिवहन व पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है वे टैंकरों के लिये ग्रीन कॉरीडोर प्रदान करे, ताकि समय पर ऑक्सीजन संबंधित स्थानों पर पहुंच सके और मानव जीवन बचाया जा सके। इसके साथ ही ऑक्सीजन टैंकर व अन्य जीवन रक्षक दवाओं को न रोका सके, यह सुनिश्चित करे। केन्द्र व राज्य सरकार जीवन रक्षक दवाओं व ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करे।

सुप्रीम कोर्ट में निर्धारित समय से एक सप्ताह पहले ग्रीष्मावकाश की घोषणा,गर्मी की छुट्टी 10 मई से ही शुरू किये जाने की घोषणा की attacknews.in

नयी दिल्ली, 01 मई । कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर उच्चतम न्यायालय ने अपने निर्धारित समय से एक सप्ताह पहले ही ग्रीष्मावकाश की घोषणा कर दी है।

न्यायालय की ओर से शनिवार को जारी सर्कुलर के अनुसार, उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन ने शीर्ष अदालत में गर्मी की छुट्टी 10 मई से ही शुरू किये जाने की घोषणा की है।

सर्कुलर के अनुसार, गर्मी के बाद न्यायालय में पूर्व के निर्धारित समय से पहले ही (28 जून से) कामकाज शुरू हो जायेगा।

अतिरिक्त रजिस्ट्रार महेश टी पाटनकर की ओर से जारी सर्कुलर में बताया गया है कि इस साल 13 नवम्बर को शनिवार होने के बावजूद अदालती कामकाज होगा। शीर्ष अदालत में शनिवार और रविवार को सप्ताहांत की छुट्टी होती है।

गौरतलब है कि भारतीय विधिज्ञ परिषद, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन और सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन (एससीएओआरए) के प्रतिनिधियों ने न्यायमूर्ति रमना से मुलाकात की थी और उनसे कोरोना के मद्देनजर गर्मी की छुट्टी निर्धारित समय से पहले शुरू करने का अनुरोध किया था।

शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना कोर ग्रुप को निर्देश दिये कि,कोरोना के थोड़े भी लक्षण दिखने पर तुरंत जाँच की जाए,व्यक्ति को मेडिकल किट भी दे, जिससे कि उपचार प्रारंभ हो सके attacknews.in

भोपाल, 01 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना की शुरूआत पर ही इलाज प्रारंभ कर दिए जाने से यह पूर्ण रूप से ठीक हो जाता है, परंतु विलंब घातक हो सकता है।

श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना कोर ग्रुप के सदस्यों के साथ बैठक कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि थोड़े भी लक्षण दिखने पर तुरंत जाँच की जाए तथा जाँच के समय ही व्यक्ति को मेडिकल किट भी दे, जिससे कि उपचार प्रारंभ हो सके। लापरवाही बिल्कुल न करें, थोड़े लक्षण दिखते ही इलाज लें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि घर-घर सर्वे कर मरीजों की पहचान की जाए तथा सर्दी, जुकाम बुखार आदि लक्षण होने पर मेडिकल किट देकर इलाज प्रारंभ कर दिया जाए। ‘अर्ली डिटेक्शन एंड क्योर’ की रणनीति पर चलते हुए हम प्रत्येक कोरोना मरीज़ को स्वस्थ कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार मध्यप्रदेश कोरोना पीक से नीचे आ रहा है।

प्रदेश में अब कोरोना के 88 हजार 511 एक्टिव प्रकरण हैं। पिछले 24 घंटे में एक्टिव प्रकरणों में 2285 की कमी आई है, 12 हजार 379 नए प्रकरण आए हैं, वहीं 14 हजार 562 मरीज़ ठीक हुए हैं। हमारी पॉजिटिविटी रेट 20.3 फीसदी हो गई है तथा साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 22 फीसदी है।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर डॉ. महेंद्र अग्रवाल द्वारा किए गए केस प्रेडिक्शन के अनुसार मध्यप्रदेश अपने कोरोना पीक पर पहुँच गया है। अब मामले कम हो रहे हैं।

श्री चौहान ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेशन में उपचाररत मरीजों को दिन में कम से कम एक बार डॉक्टर आवश्यक रूप से फ़ोन करके सलाह दें।
प्रदेश में ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति निरंतर हो रही है। प्रदेश को 589 एमटी ऑक्सीजन का कोटा मिल रहा है। 30 अप्रैल को 465 एमटी, एक मई को 489 एमटी ऑक्सीजन सप्लाई रही तथा 2 मई के लिए 503 एमटी आपूर्ति का अनुमान है।

प्रदेश के सभी जिलों में कुल 58 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं। श्री चौहान ने कार्य को गति दिए जाने के निर्देश दिए।

पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव परिणामों से पहले भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से की मुलाकात attacknews.in

कोलकाता, 01 मई । पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव से पूर्व रविवार को होने वाली मतगणना से पहले शनिवार को अभिनेता से राजनेता बने भारतीय जनता पार्टी के नेता मिथुन चक्रवर्ती ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से यहां राजभवन में मुलाकात की तथा उनके साथ कुछ समय बिताया।

राज्य में 294 में से 292 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में मतदान कराये गये हैं। दो उम्मीदवारों के निधन के कारण दो विधानसभा सीटों पर चुनाव स्थगित कर दिया गया है। रविवार को 292 सीटों के चुनाव परिणाम घोषित किये जायेंगे।

राजभवन के निकास द्वार पर पहले से इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों से 73 वर्षीय मिथुन ने कहा, “ मैने राज्यपाल के साथ कुछ समय व्यतीत किया तथा एक साथ चाय पी।”

मिथुन ने कहा, “मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं था जिसके बारे में राज्यपाल जानना चाहते थे। उस समय मैने कह दिया था कि चुनाव संपन्न होते ही मैं उनसे मुलाकात करने आउंगा।”

मिथुन ने कहा, “यह एक शिष्टाचार भेंट थी और हमने राज्यपाल के साथ मिलकर चाय पी।”

मिथुन ने राजभवन में किसी प्रकार की राजनीतिक या कोरोना महामारी की बढ़ती समस्याओं को लेकर बातचीत होने से साफ इन्कार किया।

भाजपा उम्मीदवारों के प्रचार के लिए लगातार चार सप्ताह तक सघन दौरे के बाद विभिन्न कारणों से मिथुन की तबीयत खराब हो गयी थी।