चालू रबी मार्केंटिंग सीजन में सरकारी एजेंसियों ने पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में लगभग 70 प्रतिशत अधिक गेहूं की खरीद की;पहली बार मिशन “एक राष्ट्र, एक एमएसपी, एक डीबीटी” ने पूर्ण रूप लिया attacknews.in

केंद्रीय पूल में 02.05.2021 तक लगभग 292.52 एलएमटी गेहूं की खरीद की गई

चालू रबी मार्केंटिंग सीजन में खरीद कार्य से लगभग 28.80 लाख गेहूं उत्पादक किसान लाभान्वित

पंजाब के किसान अब गेहूं बिक्री के एवज में बिना विलम्ब सीधे अपने खातों में भुगतान प्राप्त करे हैं; 17,495 करोड़ रुपए पंजाब के किसानों के खातों में पहले ही सीधे भेजे जा चुके हैं

रबी मार्केटिंग सीजन 2021-22 के दौरान एमएसपी कार्रवाई जोरों पर

नईदिल्ली 4 मई । चालू रबी मार्केंटिंग सीजन (आरएमएस) 2021-22 में भारत सरकार वर्तमान मूल्य समर्थन योजना के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर रबी फसलों की खरीद कर रही है। चालू आरएमएस खरीद कार्रवाई से लगभग 28.80 लाख गेहूं उत्पादक किसान पहले ही लाभ प्राप्त कर चुके हैं।

चालू आरएमएस 2021-22 के दौरान लगभग 17,495 करोड़ रुपए पंजाब के किसानों के खातों में भेजे जा चुके हैं। यह पहला मौका है कि पंजाब के किसान गेहूं बिक्री के एवज में सीधे अपने खातों में भुगतान राशि प्राप्त कर रहे हैं।

गेहूं खरीद का कार्य पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में तेजी से चल रहा है। 02 मई, 2021 तक 292.52 एलएमटी से अधिक की खरीद की गई है। यह पिछले वर्ष की समान अवधि के 171.53 एलएमटी से लगभग 70 प्रतिशत अधिक खरीद है।

02 मई 2021 तक कुल 292.52 एलएमटी गेहूं खरीद में से पंजाब का योगदान 114.76 एलएमटी (39.23 प्रतिशत), हरियाणा 80.55 एलएमटी (27.53 प्रतिशत) तथा मध्य प्रदेश का योगदान 73.76 एलएमटी (25. 21 प्रतिशत) रहा है।

30, अप्रैल 2021 तक की गई खरीद के लिए पंजाब में लगभग 17,495 करोड़ रुपए और हरियाणा में लगभग 9628.24 करोड़ रुपए सीधे किसानों के खातों में भेजे गए हैं।

इस वर्ष सार्वजनिक खरीद के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा गया है, जब हरियाणा और पंजाब ने एमएसपी के अप्रत्क्ष भुगतान से अलग हट कर भारत सरकार के निर्देश के अनुसार सभी खरीद एजेंसियों द्वारा प्रत्यक्ष आन लाइन अंतरण को चुना है। पंजाब और हरियाणा के किसान पहली बार इस लाभ का आनंद ले रहे हैं क्योंकि पहली बार किसान गेहूं बिक्री के एवज में “एक राष्ट्र, एक एमएसपी, एक डीबीटी” के अंतर्गत बिना विलंब प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त कर रहे हैं।

भारतीय रेलवे ने सदी की सबसे बड़ी चुनौती का सामना करते हुए अबतक,20 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने अपनी यात्रा पूरी की, 76 टैंकर में 1125 मीट्रिक टन एलएमओ पहुंचाया,27 टैंकर अभी राज्यों में पहुंचने वाले हैं attacknews.in

इस समय 27 टैंकर में 422 मीट्रिक टन एलएमओ के साथ सात ऑक्सीजन एक्सप्रेस अपने सफर पर हैं

हरियाणा अपनी चौथी और पांचवीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस हासिल करेगा जिनमें ओडिशा के अंगुल और राउरकेला से लगभग 72 मीट्रिक टन (एमटी) एलएमओ की ढुलाई की जा रही है

85 टन के साथ एक और ऑक्सीजन एक्सप्रेस हापा (गुजरात) से निकल चुकी है और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में डिलीवरी के लिए गुड़गांव पहुंचेगी

नईदिल्ली 4 मई । हरियाणा,मध्य प्रदेश,उत्तर प्रदेश,तेलंगाना और दिल्ली के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस अपने सफर पर हैं सभी बाधाओं पर काबू पाने के साथ नए हल तलाशते हुए भारतीय रेल देश भर के विभिन्न राज्यों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) पहुंचाकर राहत प्रदान करने की अपनी यात्रा जारी रखे हुए है।

अब तक भारतीय रेल ने देश भर के विभिन्न राज्यों में 76 टैंकरों में 1125 एमटी (लगभग) एलएमओ पहुंचाया है। 20 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने अपनी यात्रा पूरी कर ली है एवंसात और लोडेड ऑक्सीजन एक्सप्रेस 27 टैंकरों में 422 एमटी (लगभग) एलएमओ ले जा रही हैं। भारतीय रेल कोशिश कर रहा है कि अनुरोध करने वाले राज्यों को कम से कम समय में अधिक से अधिक एलएमओ पहुंचाया जा सके।

दिल्ली के लिए तीसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस 120 एमटी लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के साथ दुर्गापुर से अपने रास्ते पर है और उम्मीद है कि चार जून, 2021 को दिल्ली पहुंच जाएगी।

तेलंगाना कोओडिशा के अंगुल से आने वाले अपने दूसरे ऑक्सीजन एक्सप्रेस से 60.23 एमटी एलएमओ मिलेगा।

हरियाणा को अपनी चौथी और पांचवीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस मिलेगी जिसमें लगभग 72 एमटी लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन है। ये ट्रेनें ओडिशा के अंगुल और राउरकेला से आ रही हैं। 85 टन के साथ एक और ऑक्सीजन एक्सप्रेस हापा (गुजरात) से निकल चुकी है और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में डिलीवरी के लिए गुड़गांव पहुंच रही है।

मध्य प्रदेश (चौथी), उत्तर प्रदेश (10वीं), तेलंगाना, हरियाणा और दिल्ली के लिए और ऑक्सीजन एक्सप्रेस रास्ते में हैं। कुल सात ट्रेनों में 422.08 मीट्रिक टन एलएमओ की ढुलाई की जा रही है।

भारतीय रेल अब तक महाराष्ट्र (174 एमटी), उत्तर प्रदेश (430.51 एमटी), मध्य प्रदेश (156.96 एमटी), दिल्ली (190 एमटी),हरियाणा (109.71 एमटी) और तेलंगाना (63.6 एमटी)में 1125 मीट्रिक टन से अधिक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचा चुकी है।

दिल्ली हाईकोर्ट ने कोरोना संक्रमण से मौतें होने की जानकारी देना नकारात्मक खबरें नहीं माना attacknews.in

नयी दिल्ली, 03 मई । दिल्ली उच्च न्यायालय ने कोरोना वायरस संक्रमण से होने वाली मौतों की खबरें समाचार चैनलों पर प्रसारित करने पर रोक लगाने से जुड़ी याचिका सोमवार को खारिज कर दी।

ललित वालेचा ने न्यायालय में एक याचिका पेश करके कहा था कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर जब से आयी है तब से समाचार चैनल न्यूज आर्टिकल और अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से बहुत नकारात्मक चित्र और खबरें अत्यंत गैरजिम्मेदाराना तरीके से प्रसारित कर रहे हैं।

मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति जसमीत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण होने वाली मौतों की जनता को जानकारी देना नकारात्मक खबरें नहीं है।इसके बाद दोनों ने यह याचिका खारिज कर दी।

न्यायालय ने कहा कि जब खबरें सही होंगी तो उन पर कोई रोक नहीं लगायी जा सकती।

भारत को 13 देशों से मिली सहायता सामग्री;कोविड महामारी से मुकाबले के लिए 9 ऑक्सीजन जेनेरेटर, 2116 कन्सन्ट्रेटर, 1379 सिलेंडर एवं 965 वेंटीलेटर एवं सहायक उपकरण तथा करीब एक लाख 36 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन शामिल attacknews.in

नयी दिल्ली 03 मई । भारत में कोविड महामारी से मुकाबले के लिए अब तक 13 देशों से सहायता सामग्री प्राप्त हुई है जिनमें नौ ऑक्सीजन जेनेरेटर, 2116 ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर, 1379 सिलेंडर एवं 965 वेंटीलेटर एवं सहायक उपकरण तथा करीब एक लाख 36 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन शामिल हैं।

सरकार के आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन, मॉरीशस, सिंगापुर, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, आयरलैंड, रोमानिया, अमेरिका, थाईलैंड, जर्मनी, फ्रांस, बेल्जियम और इटली से सहायता सामग्री आयी है। रूस से करीब डेढ़ लाख स्पूतनिक-5 वैक्सीन भी भेजी है।

ये सामग्री 27 अप्रैल से लेकर रविवार दो मई तक प्राप्त हुई है। इसके अलावा सऊदी अरब से समुद्र के रास्ते 80 टन द्रवीकृत मेडिकल ऑक्सीजन आ रही है। फ्रांस ने भारत को अस्पताल में ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाले आठ अत्याधुनिक संयंत्र प्रदान किये हैं। प्रत्येक नोवएयर प्रीमियम आर एक्स 400 हॉस्पिटल लेवल ऑक्सीजन जेनेरेटर 250 बिस्तरों को सालभर तक ऑक्सीजन दे सकता है। ये ऑक्सीजन जेनेरेटर आठ अस्पतालों को दस साल से अधिक समय तक अनवरत प्राणवायु प्रदान करने में सक्षम है। सरकार ने प्राथमिकता एवं आवश्यकता के आधार पर उन आठ अस्पतालों को पहले से चिह्नित कर लिया है जहां ये संयंत्र लगाये जाएंगे। इनमें से कम से कम चार अस्पताल दिल्ली के हैं। इससे कई महत्वपू्र्ण स्थानों पर ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर राहत मिल सकेगी।

विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला के अनुसार सरकार मुख्य रूप से आक्सीजन उत्पादक संयंत्र, कन्सन्ट्रेटर, आक्सीजन सिलेंडर, क्रायोजेनिक टैंकर सहित तरल आक्सीजन हासिल करने पर फोकस कर रही है। चिकित्सा आपूर्ति सीधी खरीद एवं अन्य माध्यमों से लाई जा रही है।

उनका कहना है कि अमेरिका, रूस, जापान, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन समेत 40 से अधिक देशों ने भारत की मदद के लिए मेडिकल सामग्री एवं ऑक्सीजन संबंधी उपकरण देने की पेशकश की है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 500 से अधिक ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, 4 हजार ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर, 10 हजार ऑक्सीजन सिलेंडर आ रहे हैं।

भारत का मानना है कि कोविड महामारी ने विश्व के समक्ष एक अभूतपूर्व परिस्थितियां पैदा कर दीं हैं और इस महामारी से दुनिया को एकजुट होकर ही निपटना होगा।

दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा:अस्पताल बनाने में सेना की मदद के आग्रह पर दिल्ली सरकार के पत्र का जवाब दे केंद्र;ऑक्सीजन के लिए क्रायोजेनिक टैंकर की आपूर्ति करने का भी सरकार का आग्रह attacknews.in

नयी दिल्ली, तीन मई । दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि केंद्रीय रक्षा मंत्री से आप सरकार के आग्रह पर निर्देश प्राप्त करें। आम आदमी पार्टी की सरकार ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आग्रह किया है कि वह सेना के सहयोग से अस्पताल निर्मित करवाएं जिसमें ऑक्सीजन युक्त बिस्तर और आईसीयू बिस्तर हों ताकि कोविड-19 रोगियों का इलाज किया जा सके। साथ ही सरकार ने सिंह से ऑक्सीजन के लिए क्रायोजेनिक टैंकर की आपूर्ति करने का भी आग्रह किया है।

न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति रेखा पल्ली की पीठ को दिल्ली सरकार के वकील ने सूचना दी कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को रविवार को पत्र लिखकर सेना के सहयोग का आग्रह किया है और इस पर अमल करने में एक-दो दिनों का वक्त लग जाएगा।

दिल्ली सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ वकील राहुल मेहरा ने केंद्र से आग्रह किया कि हम आभारी होंगे यदि सशस्त्र बल कोविड-19 रोगियों के लिए दस हजार बिस्तर वाले अस्पताल का संचालन करें और सशस्त्र बलों से आग्रह किया गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए क्रायोजेनिक टैंकर मुहैया कराए जाएं।

केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल चेतन शर्मा ने निर्देश प्राप्त करने और अदालत को सूचित करने के लिए समय मांगा।

पीठ ने कहा, ‘‘हम केंद्र को निर्देश देते हैं कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री द्वारा रक्षा मंत्री को लिखे गए पत्र के बारे में निर्देशों से अवगत कराएं।’’

इससे पहले अदालत ने वरिष्ठ वकील कृष्णन वेणुगोपाल के सुझाव पर दिल्ली सरकार से कहा था कि वर्तमान परिस्थितियों में सशस्त्र बलों की सेवा लेने पर विचार करें क्योंकि वे अस्पताल बना सकते हैं, जहां राष्ट्रीय राजधानी में काफी संख्या में कोविड-19 रोगियों का इलाज किया जा सकता है।

नरेन्द्र मोदी ने कोरोना महामारी की बढती चुनौती से निपटने चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता बढाने के लिए कई निर्णयों को मंजूरी दी:सौ दिन कोविड ड्यूटी करने वालों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता attacknews.in

नयी दिल्ली 03 मई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना महामारी की दिनों दिन बढती चुनौती से निपटने के लिए चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता बढाने तथा उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए आज कई महत्वपूर्ण निर्णयों को मंजूरी दी।

श्री मोदी ने सोमवार को एक बैठक में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त मानव संसाधनों की बढ़ती आवश्यकता की समीक्षा की। बैठक में कई ऐसे निर्णयों को मंजूरी दी गयी जिससे कोविड ड्यूटी में चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता काफी हद तक बढ़ जाएगी।

एक बड़े निर्णय के तहत नीट-पीजी परीक्षा को कम से कम 4 माह टालने का निर्णय लिया गया और यह परीक्षा 31 अगस्त 2021 से पहले आयोजित नहीं की जाएगी। इसके अलावा, परीक्षा की घोषणा के बाद इसके आयोजन से पहले छात्रों को कम से कम एक माह का समय दिया जाएगा। इससे बड़ी संख्या में योग्य डॉक्टर कोविड ड्यूटी करने के लिए उपलब्‍ध हो जाएंगे। कोविड प्रबंधन में सेवाएं प्रदान करने वाले कर्मियों को कोविड ड्यूटी के न्यूनतम 100 दिन पूरे कर लेने पर आगामी नियमित सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी।

इसके अलावा इंटर्नशिप रोटेशन के हिस्से के तहत अब मेडिकल इंटर्न को अपने संकाय की देख-रेख में कोविड प्रबंधन ड्यूटी में लगाने की अनुमति देने का भी निर्णय लिया गया। एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों की सेवाओं का उपयोग संकाय द्वारा उनका उचित ओरियंटेशन के बाद लिया जा सकता है । इनका उपयोग छात्र संकाय की देख-रेख में कोविड के हल्‍के लक्षणों वाले मरीजों के टेली-परामर्श और निगरानी जैसी सेवाएं प्रदान करने में किया जा सकता है। इससे कोविड ड्यूटी में लगे मौजूदा डॉक्टरों पर काम का बोझ कम होगा और इसके साथ ही प्राथमिकता देने के प्रयासों को काफी बढ़ावा मिलेगा।

रेजिडेंट के रूप में अंतिम वर्ष के पीजी छात्रों की सेवाओं का उपयोग आगे भी तब तक किया जा सकता है जब तक कि पीजी छात्रों के नए बैच शामिल नहीं हो जाएंगे। बीएससी और जीएनएम योग्य नर्सों का उपयोग वरिष्ठ डॉक्टरों और नर्सों की देख-रेख में पूर्णकालिक कोविड नर्सिंग ड्यूटी में किया जा सकता है।

कोविड संबंधी काम में लगाए जाने वाले मेडिकल छात्रों तथा पेशेवरों को उपयुक्त रूप से टीका लगाया जाएगा। इस प्रकार कार्यरत होने वाले सभी स्वास्थ्य पेशेवरों को ‘कोविड-19 से लड़ने में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सरकार की बीमा योजना’ के तहत कवर किया जाएगा।

ऐसे सभी पेशेवर जो कोविड ड्यूटी के न्यूनतम 100 दिनों के लिए हामी भरते हैं और इसे सफलतापूर्वक पूरा कर लेते हैं, उन्हें केन्द्र सरकार की ओर से ‘प्रधानमंत्री का प्रतिष्ठित कोविड राष्ट्रीय सेवा सम्मान’ भी दिया जाएगा।

शिवराज सिंह चौहान ने बताया:मध्यप्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का निशुल्क वैक्सीनेशन 5 मई से शुरू होगा,45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन यथावत जारी रहेगा attacknews.in

भोपाल, 03 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 18 से 45 वर्ष के व्यक्तियों के नि:शुल्क वैक्सीनेशन का कार्य पाँच मई से प्रारम्भ होगा। वैक्सीनेशन के लिए 5 करोड़ 29 लाख डोजेस की संभावित आवश्यकता के दृष्टिगत दोनों वैक्सीन निर्माताओं को क्रय आदेश जारी किए गए हैं।

श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास से कोविड-19 की रोकथाम एवं व्यवस्थाओं के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिग द्वारा कोविड कोर ग्रुप की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए डोजेस की जल्द से जल्द आपूर्ति के लिए आयात की संभावनाओं का भी परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन कार्य यथावत जारी रहेगा।

घर घर सर्वे कर जहां कोरोना है उसे वहीं समाप्त कर दें-शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमें घर-घर सर्वे कर कोरोना को जहां है वहीं समाप्त कर देना है। कोरोना संक्रमण को बिल्कुल भी फैलने नहीं देना है। सर्वे के दौरान जो मरीज सर्दी, जुखाम, बुखार, खांसी के पाए जाते हैं, उनकी जांच, चिकित्सा परामर्श दिए जाने के साथ ही तुरंत मेडिकल किट देकर उनका इलाज प्रारंभ कराया जाए।

श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किल कोरोना अभियान संबंधी बैठक ले रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि अभियान के संचालन के लिए हर गांव, मोहल्ले में टीम गठित की जाए, जिसमें सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों आदि को जोड़ा जाए। उन्होंने निर्देश दिए के अभियान के अंतर्गत प्रत्येक मरीज को मेडिकल किट अनिवार्य रूप से दी जाए। दवाओं की कमी नहीं आए, यह सुनिश्चित किया जाए।

मध्यप्रदेश में कम हो रही कोरोना पॉजिटिविटी दर

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये किये जा रहे प्रयासों से कोरोना की पॉजिटिविटी दर लगातार कम हो रही है। प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट 30 अप्रैल को 21.12 था था, जो 2 मई को घटकर 20.9 फीसदी हो गया है। आज 3 मई को पॉजिटिविटी रेट और कम होकर 20.2 फीसदी पर आ गया है।

प्रदेश में प्रतिदिन पॉजीटिव केसेस की तुलना में रिकवरी अधिक हो रही है। प्रतिदिन 50 हजार से अधिक टेस्ट किये जा रहे हैं। रविवार 2 मई को 59 हजार 448 टेस्ट किये गए। सभी जिलों में सैम्पल लेने के लिये मोबाइल टीमें भी भेजी जा रही हैं।

शाजापुर में तीन ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित होंगे

कोविड-19 संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए स्कूल शिक्षा एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार के प्रयासों से शाजापुर जिले में तीन ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जायेंगे।

श्री परमार ने बताया कि शाजापुर जिला अस्पताल में 2 और शुजालपुर सिविल अस्पताल में एक ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किया जायेगा। जिला चिकित्सालय में भारत सरकार की ओर से 960 लीटर प्रति मिनिट और राज्य सरकार की ओर से 200 लीटर प्रति मिनिट ऑक्सीजन उत्पादन के संयत्र स्थापित होंगे। इसी तरह विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना के तहत शुजालपुर सिविल हॉस्पिटल में 500 लीटर प्रति मिनिट ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता का संयंत्र स्थापित होगा। राज्य मंत्री श्री परमार ने ऑक्सीजन संयंत्रों की स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का हार्दिक आभार व्यक्त किया है।

मध्यप्रदेश में 160 पुलिस टी.आई.को मिलेगा डीएसपी का पदभार;डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने बताया राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित हो गई है attacknews.in

भोपाल 3 मई । गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि मध्यप्रदेश में डीएसपी के 160 रिक्त पदों का प्रभार टी.आई. को सौंपा जा सकेगा।

उन्होंने बताया है कि उच्च पद का प्रभार सौंपने के लिये मध्यप्रदेश राजपत्र में अधिसूचना का प्रकाशन कर दिया गया है। पुलिस रेग्युलेशन एक्ट की धारा-45 में 45 (क) को जोड़ा गया है।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि पुलिस विभाग की कार्य-प्रणाली को चुस्त-दुरुस्त बनाये रखने के लिये रिक्त पदों के विरुद्ध उच्च पदों का प्रभार शासन द्वारा सौंपे जाने का कार्य विगत माहों से किया जा रहा है।

उन्होंने बताया है कि इसके लिये पुलिस रेग्युलेशन एक्ट की धाराओं में सरकार ने संशोधन भी किया है। पूर्व में कांस्टेबल स्तर से सब इंस्पेक्टर स्तर तक के अधिकारियों को उच्च पद का प्रभार सौंपा जा चुका है। इसी अनुक्रम में अब सरकार डीएसपी के रिक्त पदों पर 160 टी.आई. को पदभार सौंपने जा रही है।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि टी.आई. से डीएसपी का पदभार ग्रहण करने पर टी.आई. कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक की वर्दी धारण कर पदेन समस्त शक्तियों का प्रयोग कर सकेगा। पदभार ग्रहण करने पर वे उप पुलिस अधीक्षक पद पर वरिष्ठता या वेतन भत्ते का दावा नहीं कर सकेंगे।

डॉ. मिश्रा ने कहा है कि शीघ्र ही उच्च पद का प्रभार सौंपे जाने की प्रक्रिया प्रारंभ होगी।

नंदीग्राम सीट की दोबारा मतगणना के लिए अदालत जाउंगी: ममता बनर्जी बुधवार को मुख्यमंत्री पद की लेंगी शपथ: चुनाव आयोग ने नंदीग्राम में फिर से मतगणना की मांग को खारिज किया attacknews.in

कोलकाता, 03 मई ।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि वह नंदीग्राम सीट की मतगणना को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटायेंगी।

ममता बुधवार को मुख्यमंत्री पद की लेंगी शपथ

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के पांच मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है।

पार्टी नेता पार्थ चटर्जी ने दल के नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्यों की बैठक के बाद बताया कि सभी नये चुने गये विधायकों को प्रोटेम स्पीकर विमान बनर्जी शपथ दिलायेंगे। बैठक की अध्यक्षता तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने की।

धनखड़ से मुलाकात से पूर्व नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करेंगी ममता

सुबह की रिपोर्ट यह थी कि, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात से पहले मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी सोमवार को दोपहर बाद पार्टी कार्यालय में नवनिर्वाचित विधायकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगी।

श्री धनखड़ को बताया गया है कि सुश्री बनर्जी उनसे शाम सात बजे राजभवन में मुलाकात करेंगी। राज्य में 292 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में 213 सीटों पर केवल अपने दम पर जीत हासिल कर अपनी पार्टी को लगातार तीसरी बार सत्ता में पहुंचाने का श्रेय केवल सुश्री बनर्जी को जाता है।

सुश्री बनर्जी ने यह कारनामा नंदीग्राम में 10 मार्च को चुनाव प्रचार के दौरान घायल होने के बाद किया। वह दो दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहीं लेकिन इसके बाद उन्होंने व्हील चेयर के सहारे चुनाव प्रचार की कमान संभाले रखी। एक तरह से केवल अपने दम पर उन्होंने पार्टी के पूरे अभियान को संभाले रखा जबकि उनकी विरोधी भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत सभी संसाधन झाेंक दिए थे।

‘बंगाल अपनी बेटी चाहती है’ के नारे के साथ मतदाताओं ने सुश्री बनर्जी को पांच वर्षाें तक और शासन करने का अधिकार सौंप दिया। मतदाताओं ने सत्ता में आने पर ‘सोनार बंगला’ देने के भाजपा के नारे को साफ खारिज कर दिया।

नंदीग्राम सीट से सुश्री बनर्जी को हराकर चुनाव जीतने वाले भाजपा उम्मीदवार शुवेंदु अधिकरी ने कहा,“मुझे इस तरह के बड़े परिणाम की उम्मीद नहीं थी और लोगों को एक बार फिर मुझ पर विश्वास व्यक्त करने के लिए मैं अब आपको धन्यवाद देता हूं।”

सुश्री बनर्जी ने कहा,“मुझे डबल टन (200) देने और डबल इंजन भाजपा सरकार को अस्वीकार करने के लिए धन्यवाद देती हूं।”

सुश्री बनर्जी ने करीब चार बजे पार्टी कार्यालय में पार्टी विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता की। राज्यपाल से मुलाकात से पूर्व इस महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित किया जिसमें कोरोना प्रोटोकॉल का भी पूरा पालन किया गया ।

इस बीच चुनाव आयोग ने तृणमूल की ओर से नंदीग्राम में फिर से मतगणना कराने की मांग को खारिज कर दिया है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आकड़ा छह लाख के पार हुआ और मृतकों की संख्या 6 हजार के करीब पहुंची,अबतक 5 लाख से अधिक संक्रमित मरीज ठीक हुए attacknews.in

भोपाल, 03 मई । वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बीच मध्यप्रदेश में अब तक छह लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमण के चपेट में आ चुके है।

हलाकि राहत की बात यह है कि अब तक पाये गये संक्रमित मरीजों में पांच लाख से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज राज्य के विभिन्न अस्पतालों से ठीक होकर घर पहुंच गये है।

राज्य के 52 जिले कोरोना संक्रमण की चपेट में है।

आज प्रदेश के इंदौर में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मिले है।राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार आज प्रदेश भर में जांच किये गये 59448 सैंपल रिपोर्ट में 12,400 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।

इस महामारी से अब तक राज्य भर में 6,00,430 लोग संक्रमित हो चुके है।हलांकि इनमें से 5,08,775 विभिन्न अस्पतालों से स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके है।

वर्तमान में प्रदेश भर के विभिन्न अस्पतालों में 85750 मरीजों का इलाज चल रहा है।वहीं इस बीमारी से आज 13408 लोग निजात पाकर घर रवाना हो गये है।

आज संक्रमण दर 20़ 2 प्रतिशत रहा।

आज राज्य में 93 लोगों की मौत हो गयी।राज्य में अब तक 5905 लोग जान गवा चुके है।

राज्य की राजधानी भोपाल में 1669 कोरोना संक्रमित मरीज मिले।वहीं इंदौर में 1787 कोरोना संक्रमित मिले है।इसी तरह ग्वालियर में 910, जबलपुर में 739, उज्जैन 233, विदिशा 191, सागर में 230, रतलाम में 345, रीवा 339, धार में 245, संक्रमित मिले हैं।राज्य के बाकी जिलों में भी 8 से 230 के बीच कोरोना मरीज मिले हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया को अदालतों की मौखिक टिप्पणियों की रिपोर्टिंग से रोकने से मना किया और चुनाव आयोग से कहा:सख्त टिप्पणियों को कड़वी घूंट की तरह लेना चाहिए attacknews.in

नयी दिल्ली, 03 मई । उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा कि अदालतों में मौखिक टिप्पणियों की रिपोर्टिंग से मीडिया को नहीं रोका जा सकता क्योंकि ये न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा हैं और जनहित में हैं, साथ ही अदालतों की सख्त टिप्पणियों को ‘कड़वी दवा की घूंट’ की तरह लेना चाहिए।

न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम आर शाह की खंडपीठ ने मद्रास उच्च न्यायालय की हाल की टिप्पणियों के खिलाफ चुनाव आयोग की याचिका की सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। न्यायालय ने मामले में फैसला भी सुरक्षित रख लिया।

मद्रास उच्च न्यायालय ने पिछले दिनों टिप्पणी की थी कि कोरोना की दूसरी लहर के लिए खुद आयोग जिम्मेदार है और उसके अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा चलाया जाना चाहिए।

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, “हम समझते हैं कि हत्या का आरोप लगाने से आप परेशान हैं। मैं अपनी बात करूं तो मैं ऐसी टिप्पणी नहीं करता, लेकिन उच्च न्यायालय की लोगों के अधिकार सुरक्षित रखने में एक बड़ी भूमिका है।”

न्यायमूर्ति शाह ने कहा कि उच्च न्यायालय की टिप्पणी को उसी तरह लेना चाहिए, जैसे डॉक्टर की कड़वी दवाई को लिया जाता है।

शिवराज सिंह चौहान की घोषणा: मध्यप्रदेश के अधिमान्य पत्रकार फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी में शामिल,सभी सुविधाओं का दिया जायेगा लाभ attacknews.in

भोपाल,03 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार को फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी में शामिल किया गया है।

श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण में वास्तविकता को जन-जन तक पहुँचाने वाले पत्रकार भी वास्तव में कोरोना वॉरियर्स हैं। उन्होंने कहा कि अधिमान्य पत्रकारों को भी फ्रंट लाइन वर्कर्स को दी जाने वाली सभी सुविधाओं का लाभ दिया जायेगा।

आक्सीजन से भरपूर पीपल का पत्ता करेगा कोरोना से बचाव:4-5 पीपल के हरे पत्ते, 2 इंच श्वेत मदार,1 मुट्ठी लटजीरा काे चबाकर अथवा काढ़ा बना कर एक एक घंटे में सेवन करें attacknews.in

कानपुर 03 अप्रैल । कोरोना से बचाव के लिये इन दिनों रोग प्रतिरोधक क्षमता की बढ़ोत्तरी के उपायों के प्रचार प्रसार की कड़ी में कानपुर के एक आर्युवेदाचार्य ने दावा किया है कि हरा पीपल पत्ता, श्वेत मदार और लटजीरा का सेवन वैश्विक महामारी से बचाव का अचूक अस्त्र है बल्कि कोरोना संक्रमितों को बीमारी से उबरने में लाभकारी है।

प्रदेश के पर्यावरण विभाग के अधीन ग्रीन हर्बल हेल्थ सेंटर योजना के निदेशक डा केएन सिंह ने सोमवार को बातचीत में कहा कि जड़ी-बूटियों हजारों ऐसे तत्व होते हैं जिनसे सैकड़ों रोगों को ठीक किया जा सकता है। कोई भी मास्क 100 फीसदी कोरोना से बचाव नहीं करता है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को सोशल डिस्टेसिंग और मास्क के उपयोग के साथ साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने की कोशिश करनी चाहिए।

रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने की जड़ी बूटियां उनके आसपास ही है। पीपल का पेड़ 100 फीसदी आक्सीजन का श्रोत है और इसके पत्ते से लेकर जड़ तना सब एंटी वायरल होते है। इम्यूनिटी में इजाफा करने के लिये चार पांच पीपल के हरे पत्ते, दो इंच श्वेत मदार, एक मुट्ठी लटजीरा काे चबाकर अथवा फिर काढ़ा बना कर एक एक घंटे में सेवन करना चाहिए। यह सभी जड़ी बूटियां एंटी वायरल है और हर किसी की पहुंच में है। आसपास के पार्क,तालाब के किनारे सभी को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।

उन्होने बताया कि मेडिकल रिसर्च में पिछले साल ही पता चला था कि कोरोना वायरस हवा में है। इसका अर्थ है कि इस वायरस ने हर किसी को प्रभावित किया है जिसकी प्रतिरोधक क्षमता कम है, उसे यह वायरस संक्रमित कर सकता है मगर कड़ी मेहनत करने वालों और योग एवं फिटनेस बरकरार रख शरीर को चुस्त दुरूस्त रखने वालों में वायरस का असर जानलेवा नहीं बन सकता।

डा सिंह ने कहा कि उन्होने केन्द्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों एवं चिकित्सा संस्थानो को पीपल,लटजीरा और श्वेत मदार के काढ़े की जानकारी देकर इसके व्यापक प्रचार प्रसार का आग्रह किया है ताकि तेजी से फैल रहे संक्रमण की रोकथाम की जा सके। केजीएमयू लखनऊ समेत कई चिकित्सा संस्थानो ने उनके फार्मूले को सराहा है और चिकित्सकों ने इसे खुद अमल में भी लिया है।

उन्होने कहा कि एक साल में यह वायरस पूरी दुनिया में घर घर में, जीव जंतुओं और जंगलों में भी खूब फैल गया है जिससे बचाव केवल जड़ी-बूटियों से ही हो सकता है। इन जड़ी बूटियों में ऐसे-ऐसे कुदरती तत्व हैं जो कि वैक्सीन में नहीं विकसित किये जा सकते हैं क्योंकि वैक्सीन में एक निर्धारित रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित जाती है।

चिकित्सक ने कहा कि पीपल आक्सीजन की प्रचुर मात्रा का द्योतक होने के साथ साथ ताकत से भरपूर होता है। पीपल हाथी का पसंदीदा भोजन है। हाथी को जानवरों में शक्तिशाली और बुद्धिमान माना गया है बल्कि उसका मल भी अन्य जानवरों की तुलना में अच्छा होता है। इसका मतलब है कि हाथी की हाजमें की शक्ति अन्य पशुओं के मुकाबले अच्छी होती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास और खांसी जुकाम में राहत के लिये छोटी पीपल यानी पीपरी, लौंग के भुने कुटे मिश्रण को आधी आधी चम्मच दो बार फांकना चाहिये। इसके अलावा कंलौजी भी खांसी के लिये खासी लाभप्रद है। सरकार को चाहिये कि जड़ी बूटियों को जन जन तक पहुंचाये ताकि कोरोना रूपी दानव का सर्वनाश जल्द से जल्द किया जा सके।

तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में द्रमुक से अन्नाद्रमुक को मिली हार के बाद पलानीस्वामी का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा attacknews.in

चेन्नई 03 मई । द्रमुक से विधानसभा चुनाव में सत्तारुढ़ अन्नाद्रमुक को मिली हार के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

सूत्रों के मुताबिक श्री पलानीस्वामी ने अपना इस्तीफा अधिकारियों के जरिये राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित तक पहुंचाया।

सोलहवें विधानसभा की 234 सीटों पर हुए चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए द्रमुक ने 10 वर्षाें के अंतराल के बाद सत्ता में वापसी की है तथा द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन पहली बार मुख्यमंत्री की ताजपोशी के लिए तैयार हैं।

श्री स्टालिन ने द्रमुक नीत मोर्चे को एक शानदार जीत के लिए प्रेरित किया जो 159 सीटों पर विजयी हुई है। द्रमुक ने अपने दम पर 133 सीटें जीतीं और साधारण बहुमत हासिल कर ली जबकि इसके सहयोगी कांग्रेस और वीसीके ने क्रमश: 18 और चार सीटें जीतीं तथा अन्य सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को दो-दो सीटें मिलीं।

अन्नाद्रमुक नीत मोर्चा को 75 सीटें हासिल हो पायीं। इनमें अन्नाद्रमुक के खाते में 66, पीएमके के पास पांच और भारतीय जनता पार्टी को चार सीटें मिलीं।

बाद में श्री पलानीस्वामी, जो अन्नाद्रमुक के संयुक्त समन्वयक हैं, और पार्टी के समन्वयक ओ पन्नीरसेल्वम ने चुनावों में मतदाताओं को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि अन्नाद्रमुक एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में काम करता रहेगा।

कर्नाटक के चामराजनगर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 24 मरीजों की मौत, जिला प्रभारी मंत्री एस सुरेश कुमार ने कहा कि,सभी मौतें ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुई attacknews.in

बेंगलुरु, तीन मई । कर्नाटक के चामराजनगर में जिला अस्पताल में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी के चलते पिछले 24 घंटों में 24 मरीजों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में कोविड-19 के 23 मरीज भी हैं।

चामराजनगर जिला अस्पताल में मातम पसरा हुआ है जहां खबर सुनने के बाद मृतकों के परिजन रोते-बिलखते नजर आए।

मृतकों के परिवारों ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया और आरोप लगाया कि यहां ऑक्सीजन की कमी थी और वहां नारेबाजी की।

चामराजनगर जिला प्रभारी मंत्री एस सुरेश कुमार ने कहा कि उन्होंने घटना में जिला प्रशासन से मौत की ऑडिट रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।

वह इस बात पर कायम रहे कि सभी मौतें ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुई हैं।

कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, “यह कहना सही नहीं होगा कि सभी 24 मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई हैं। ये मौतें रविवार सुबह से आज सुबह तक हुई हैं। ऑक्सीजन की कमी रविवार देर रात 12:30 बजे से 2:30 के बीच हुई थी।”

मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने भी जिला के उपायुक्त से घटना के बारे में सूचना प्राप्त की है।

सुरेश कुमार ने कहा कि मौत की ऑडिट रिपोर्ट से पता चलेगा कि ये मरीज किस बीमारी से ग्रस्त थे, उन्हें कोई और गंभीर बीमारियां थी और उन्हें किसी स्थिति में अस्पताल लाया गया था।

उन्होंने कहा, “जितने भी लोगों की मौत हुई है जरूरी नहीं कि सभी की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई हो।”

उन्होंने कहा कि 6,000 लीटर तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन थी लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडरों की जरूरत थी।

कुमार ने कहा, “ये सिलेंडर मैसुरु से आने वाले थे लेकिन कुछ समस्या हो गई।”

उन्होंने कहा कि उन्होंने यह स्थिति राज्य के मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री के निजी सचिव और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रताप रेड्डी को भी समझाई जो राज्य में ऑक्सीजन आपूर्ति के प्रभारी हैं।

कुमार ने कहा, “मैंने अधिकारियों को चामराजनगर जिले में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए स्थायी समाधान खोजने को भी कहा है। मैसुरू में जरूर ही समस्या है लेकिन मैसुरु से चामराजनगर और मांड्या में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए।”

मरीजों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए, मंत्री ने कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए चामराजनगर जाएंगे।