अरविंद केजरीवाल ने झूठी और अफवाहों की बात ट्वीट करके देश को संकट में डाला,जिससे सिंगापुर के साथ भारत के पुराने रणनीतिक साझीदारी वाले रिश्तों पर गहरी चोट पहुंची हैं;विदेश मंत्री जयशंकर ने गैरजिम्मेदाराना बयानों पर फटकार लगाते हुए आगाह किया attacknews.in

नयी दिल्ली 19 मई ।कोरोना विषाणु के सिंगापुर वैरिएंट संबंधी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ट्वीट से नाराज सिंगापुर को भारत ने आज स्पष्ट किया है कि कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप में कहने में श्री केजरीवाल सक्षम नहीं हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां ट्वीटर पर जानकारी दी कि सिंगापुर सरकार ने वहां भारत के उच्चायुक्त पी. कुमारन को तलब करके दिल्ली के मुख्यमंत्री के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है जिसमें उन्होंने कोरोना विषाणु के सिंगापुर स्ट्रेन के आने की बात कही है।

श्री बागची ने कहा कि उच्चायुक्त ने सिंगापुर सरकार को बताया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ कहने में सक्षम नहीं है।
सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक वक्तव्य में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के फेसबुक एवं ट्वीटर पर बयान, कि सिंगापुर में कोरोना का एक वैरिएंट पाया गया है जो बच्चों के लिये नुकसानदेह है तथा इससे भारत में तीसरी लहर भी आ सकती है, निराधार एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। सिंगापुर का विदेश मंत्रालय निराशा व्यक्त करता है कि एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती ऐसे दावे करने से पहले तथ्यों की जांच करने में विफल रही।

सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा है कि कोरोना विषाणु के सिंगापुर वैरिएंट जैसी कोई चीज़ नहीं है। हाल के दिनों में सिंगापुर में कोरोना के जो भी मामले सामने आये हैं उनमें विषाणु का बी 1.617.2 वैरिएंट पाया गया है जो सबसे पहले भारत में पाया गया था।

श्री केजरीवाल ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा था, “सिंगापुर में आया कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए बेहद ख़तरनाक बताया जा रहा है, भारत में ये तीसरी लहर के रूप में आ सकता है।” उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों तथा बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो।

केजरीवाल की टिप्पणी भारत के रणनीतिक संबंधों के लिए घातक: जयशंकर

विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके गैरजिम्मेदाराना बयानों के विरुद्ध आज आगाह किया जिससे सिंगापुर जैसे देशों के साथ भारत के पुराने रणनीतिक साझीदारी वाले रिश्तों पर चोट पहुंचती है।

श्री केजरीवाल द्वारा मंगलवार को ट्वीट करके कोविड के नये स्ट्रेन को सिंगापुर स्ट्रेन बताये जाने एवं केन्द्र सरकार से सिंगापुर से विमान सेवाएं बंद करने को कहे जाने पर विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने ट्वीटर पर कहा, “जिम्मेदार लोगों समझना चाहिए कि उनकी गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों से दीर्घकालिक रणनीतिक साझीदारी वाले संबंधों को चोट पहुंच सकती है।”

विदेश मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री भारत के आधिकारिक रुख को प्रकट नहीं करते हैं।

उन्होंने कहा कि भारत एवं सिंगापुर कोविड के खिलाफ लड़ाई में मजबूत साझीदार हैं। उन्होंने सिंगापुर द्वारा भारत में समय पर ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए वायुसेना के विमान को भेजने का उल्लेख करते हुए कहा कि यह दर्शाता है कि भारत एवं सिंगापुर के रिश्ते कितने महत्वपूर्ण हैं।

नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी ट्वीट करके श्री केजरीवाल को याद दिलाया कि भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मार्च 2020 से ही बंद हैं। उन्होंने कहा, “केजरीवाल जी, अंतरराष्ट्रीय उड़ाने मार्च 2020 से ही बंद हैं। हमारा सिंगापुर से एयर बबल अरेंजमेंट भी नहीं है। केवल चंद उड़ानें वंदे भारत मिशन के अंतर्गत फंसे हुए भारतीयों को लाने के लिए आयोजित की गयीं थीं। आखिरकार ये हमारे अपने लोग हैं।”

श्री केजरीवाल ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा था, “सिंगापुर में आया कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए बेहद ख़तरनाक बताया जा रहा है, भारत में ये तीसरी लहर के रूप में आ सकता है।” उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों तथा बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो।

इससे पहले श्री केजरीवाल के ट्वीट पर सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन ने जवाब दिया, “(कोविड वायरस का) कोई सिंगापुर वैरिएंट नहीं है। राजनीतिज्ञों को तथ्यों पर आधारित रहना चाहिए।” बाद में श्री बालाकृष्णन एक अन्य ट्वीट में डॉ. जयशंकर काे इस स्पष्टीकरण के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, “आइए हम अपने देशों में माैजूदा हालात को ठीक करने और एक दूसरे की मदद करने पर ध्यान दें। जब तक प्रत्येक व्यक्ति सुरक्षित नहीं हो जाता तब तक कोई सुरक्षित नहीं है।”

इससे पहले दिन में श्री केजरीवाल के ट्वीट से नाराज सिंगापुर सरकार ने वहां भारत के उच्चायुक्त पी. कुमारन को तलब करके दिल्ली के मुख्यमंत्री के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां ट्वीटर पर यह जानकारी दी। श्री बागची ने कहा कि उच्चायुक्त ने सिंगापुर सरकार को बताया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ कहने में सक्षम नहीं है।

सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक वक्तव्य में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के फेसबुक एवं ट्वीटर पर बयान, कि सिंगापुर में कोरोना का एक वैरिएंट पाया गया है जो बच्चों के लिये नुकसानदेह है तथा इससे भारत में तीसरी लहर भी आ सकती है, निराधार एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। सिंगापुर का विदेश मंत्रालय निराशा व्यक्त करता है कि एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती ऐसे दावे करने से पहले तथ्यों की जांच करने में विफल रही।

सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा है कि कोरोना विषाणु के सिंगापुर वैरिएंट जैसी कोई चीज़ नहीं है। हाल के दिनों में सिंगापुर में कोरोना के जो भी मामले सामने आये हैं उनमें विषाणु का बी 1.617.2 वैरिएंट पाया गया है जो सबसे पहले भारत में पाया गया था।

इंदौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में 5 गिरफ्तार; कमलनाध ने कालाबाज़ारी के मामलों व शामिल रसूखदार, सत्ताधारी लोगों की संलिप्तता की उच्चस्तरीय जाँच की घोषणा की मांग की attacknews.in

खरगोन/भोपाल 19 मई । मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाना पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में इंदौर स्थित दो अस्पतालों के कर्मचारियों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने आज पत्रकार वार्ता में बताया कि शुक्ला अस्पताल इंदौर में कार्यरत मुख्य आरोपी दिलीप पाटीदार, सीएचएल अस्पताल इंदौर में कार्यरत ओटी टेक्नीशियन रोहित पाटीदार, सचिन शितोले निवासी ठीकरी, अभिषेक कनासे निवासी जुलवानिया थाना तथा हर्ष महाजन निवासी ठीकरी को गिरफ्तार कर उनसे विभिन्न कंपनियों के 12 रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त किये गये। उन्हें आज खरगोन स्थित एक न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से 3 दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है।

प्रदेश सरकार जीवन रक्षक दवाई की कालाबाजारी के मामले में जांच की घोषणा करे-कमलनाथ

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश सरकार से कोरोना महामारी में जीवन रक्षक दवाई और इंजेक्शनों की कालाबाजारी को लेकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

श्री कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से कहा ‘मध्यप्रदेश में इस कोरोना महामारी में एक तरफ़ जीवन रक्षक दवाइयों, इंजेक्शनो, उपकरणो के अभाव में कई लोगों की जाने जा रही है, इसके लिये लोग आज भी दर- दर भटक रहे है, वही दूसरी तरफ़ आपदा की इस घड़ी में प्रदेश भर में भाजपा व उसके नेताओ से जुड़े हुए लोगों के नाम निरंतर इसकी कालाबाज़ारी में, नक़ली इंजेक्शन सप्लाई में प्रतिदिन सामने आ रहे है। मै सरकार से माँग करता हूँ कि इन कालाबाज़ारी के सभी मामलों की व इसमें सामने आये रसूखदार, सत्ताधारी ज़िम्मेदार लोगों की संलिप्तता की उच्चस्तरीय जाँच की घोषणा हो ’।

श्री कमलनाथ ने लिखा है कि इन मिलावटी नरपिशाचो के ख़िलाफ़ कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो, इन्हें बख्शा नहीं जावे।यह मानवता के दुश्मन है, इंसानियत के दुश्मन है। संकट की इस घड़ी में भी इनके लिये पैसा ही भगवान है। यह आपदा में भी अवसर तलाश रहे है। जनता इनको कभी माफ़ नहीं करेगी ’।

CBI द्वारा भ्रष्टाचार मामले में इफको, आईपीएल के अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 मई । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भ्रष्टाचार के मामले में इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लि. (इफको) और इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) के पूर्व अधिकारियों के 12 ठिकानों पर बुधवार को छापे मार रही है।

सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने बुधवार को बताया कि इफको के तत्कालीन प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) यू एस अवस्थी और आईपीएल के तत्कालीन प्रबंध निदेशक परविन्दर सिंह गहलौत एवं कई अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

सीबीआई ने इसी मामले में एक निजी कंपनी के दो प्रोमोटरों, दुबई की एक कंपनी के अध्यक्ष, प्रोमोटर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा इसके कर्मचारियों, अन्य निजी कंपनी के एक चार्टर्ड अकाउंटेंट तथा प्रोमोटर तथा इफको के अज्ञात निदेशकों सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।

प्रवक्ता ने बताया कि जांच एजेंसी इन अधिकारियों के दिल्ली, गुड़गांव और मुंबई सहित देश के 12 ठिकानों पर छापे मार रही है।

मामले की जांच जारी है।

पूर्वी तट से टकरा सकता है एक और तूफान, “तौकते” उत्तर-पूर्वी दिशा में मुड़कर धीरे-धीरे कमजोर पड़ने पर बनेगा निश्चित स्थान पर कम दबाव का क्षेत्र;राजस्थान और प उत्तर प्रदेश में दिखेगा असर attacknews.in

नयी दिल्ली 19 मई । चक्रवाती तूफान ताउपे के तबाही मचाने के बाद एक और तूफान इसी महीने पूर्वी तटों से टकरा सकता है।

भारतीय मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक प्रारंभिक संकेतों के आधार पर 22 मई के आसपास उत्तरी अंडमान समुद्र एवं इससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है तथा बाद के 72 घंटों के दौरान इसके चक्रवाती तूफान का रूप लेने और धीरे-धीरे तेज होने की संभावना है।

चक्रवाती तूफान “तौकते” उत्तर-पूर्वी दिशा में मुड़कर धीरे-धीरे कमजोर पड़ेगा:

भारत मौसम विज्ञान विभाग के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र ने सूचना दी है कि अत्यधिक तीव्र तूफान “तौकते” कमजोर पड़ जायेगा तथा दक्षिण राजस्थान और पड़ोसी गुजरात के इलाकों पर विक्षोभ में बदल जायेगा। यह सूचना भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 19 मई, 2021 को 0745 बजे जारी की है।

अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान “तौकते” का बचा-खुचा असर गहरे विक्षोभ के रूप में गुजरात के ऊपर कायम रहा और उत्तर-पूर्वी दिशा में सात किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बढ़कर कमजोर पड़कर विक्षोभ में बदल गया। वह आज 19 मई, 2021 को 0530 बजे दक्षिण राजस्थान और पड़ोसी गुजरात के इलाकों के ऊपर अक्षांश 24.3o उत्तर तथा देशांतर 73.3o पूर्व में स्थित रहा। यह उदयपुर (राजस्थान) से पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में 60 किलोमीटर तथा डीसा (गुजरात) के पूर्व-उत्तरपूर्व दिशा में 110 किलोमीटर पर मौजूद रहा। अंदेशा है कि यह उत्तर-पूर्व दिशा में बढ़ेगा और अगले 12 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर पड़कर कम दबाव के क्षेत्र में बदल जायेगा। अगले दो दिनों के दौरान तूफान का बचा-खुचा असर पूरे राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में देखा जा सकता है।

चेतावनीः

वर्षा
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o संभावना है कि 19 मई को पूर्वी राजस्थान में ज्यादातर स्थानों पर हल्की बारिश होगी और छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी।

o पश्चिमी विक्षोभ से जुड़े कम दबाव के कारण पछुआ हवा चलेगी, जिसके कारण उत्तराखंड में कई स्थानों पर हल्की बारिश होगी और ज्यादातर स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा अगले 24 घंटे में हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तरप्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तर मध्यप्रदेश और पश्चिम राजस्थान में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा होने के आसार हैं।

तेज हवा की चेतावनीः
·

o तेज हवायें चलने की संभावना है। अगले 12 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान और पड़ोसी गुजरात क्षेत्र में 45-55 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवायें चलेंगी, जिनकी रफ्तार बढ़कर 65 किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो सकती है।

इजरायली वायु सेना ने हमास के तकनीकी कार्यालय को उड़ाया;फिलिस्तीन चीफ जस्टिस की चेतावनी: फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष पूर्ण धार्मिक युद्ध में बदल सकता है attacknews.in

तेल अवीव,19 मई। इजरायली वायु सेना ने उत्तरी गाजा पट्टी में विद्रोही संगठन हमास के तकनीकी विभाग को बमबारी कर नष्ट कर दिया है। इजरायली सुरक्षा बलों(आईडीएफ) ने बुधवार को यह जानकारी दी।

आईडीएफ ने ट्वीट कर कहा कि कुछ समय पहले ही वायु सेना के लडाकू विमानों ने हमास के तकनीकी विभाग की एक इमारत को निशाना बनाया और यह कार्रवाई जाबलिया क्षेत्र में की गई है।

फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष पूर्ण धार्मिक युद्ध में बदल सकता है: अब्बास

फिलिस्तीनी राष्ट्रपति के धार्मिक और इस्लामी मामलों के सलाहकार महमूद अल-हब्बाश ने कहा कि इज़राइल तथा फिलिस्तीनियों के बीच मौजूदा सशस्त्र टकराव बड़े पैमाने पर धार्मिक युद्ध में तब्दील हो सकता है, जिसके परिणाम दुनिया भर में महसूस किए जाएंगे।

श्री हब्बास ने स्पूतनिक से बुधवार को कहा कि फिलिस्तीनी प्राधिकरण ने ‘इजरायल द्वारा यरूशलेम में पवित्र स्थलों के उल्लंघन के साथ-साथ यहूदी बस्तियों में बसने वालों की ओर से चरमपंथी कार्रवाइयों’ के कारण धार्मिक युद्ध के संभावित प्रकोप की चेतावनी दी है।

फिलिस्तीनी मुद्दे के निदान तक जारी रहेगा गाजा पट्टी संघर्ष: अब्बास

महमूद अल हब्बास ने कहा कि गाजा पट्टी में मौजूदा सशस्त्र टकराव किसी बिंदु पर रूक जाएगा, लेकिन फ़िलिस्तीनी मुद्दे के पूरी तरह से सुलझने तक यह बार-बार शुरू होता रहेगा।

फ़िलिस्तीनी मुख्य न्यायाधीश अल-हब्बाश के अनुसार वर्षों से चल रहे फ़िलिस्तीनी-इज़राइली संघर्ष को समाप्त करने का एकमात्र तरीका ‘यरूशलेम, वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी’ पर इजरायल के कब्जे को समाप्त करना है। यरुशलेम को राजधानी के साथ फिलिस्तीन काे स्वतंत्र संप्रभु देश की मान्यता भी देनी होगी।”

गाजा पट्टी से इजरायल में दागे गये नये रॉकेट

फिलिस्तीन के साथ जारी संघर्ष के बीच गाजा पट्टी से इजरायल में नये रॉकेट दागे गये हैं।

इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने बुधवार को यह जानकारी दी।

आईडीएफ ने ट्वीट कर जानकारी दी, “इजरायलियों की नींद एक बार फिर सायरन की आवाज से खुल रही है। दक्षिण इजरायल की पुलिस सायरन बजाकर लोगों को रॉकेट हमले को लेकर सतर्क कर रही है।”

मध्यप्रदेश में बुधवार को कोरोना से 88 की मौत, 5 हजार से अधिक मरीज मिले;अबतक संक्रमितों की संख्या 7,47,783 और मृतकों की संख्या 7227 हुई attacknews.in

भोपाल, 19 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के दिनों दिन घटते मामले के बीच आज भी राज्य भर में पांच हजार से अधिक कोरोना के नये मरीज मिले है।
इस महामारी ने आज 88 लोगों की जान ले ली।

मध्यप्रदेश की कोरोना पॉजिटिविटी दर जो 1 मई को 20.3 प्रतिशत थी, आज 19 मई को घटकर 6.96 प्रतिशत हो गई है।

एक्टिव केसेस की संख्या के हिसाब से मध्यप्रदेश 21 अप्रैल को देश में 7वें नंबर पर था।

आज की स्थिति में बेहतर सुधार के साथ प्रदेश 15 वें नंबर पर आ गया है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में कोरोना संक्रमण को लेकर 72,756 लोगों की जांच की गई।

जांच सैंपल रिपोर्ट में 5,065 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये हैं।

वहीं 67691 की जांच सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव रहे और बाकी रिजेक्ट किये गये।

पॉजीटिविटी रेट आज (संक्रमण दर) 6़9 प्रतिशत दर्ज की गयी।

इस महामारी से मुक्त होकर आज राज्य में 10,337 लोग घर रवाना हुए है।

वहीं प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या अब 77,607 पहुंच गयी है।

प्रदेश में कोरोना संक्रमण ने अब तक 7,47,783 लोगों अपनी गिरफ्त में लिया है।

हालांकि इनमें से 6,6949 लोगों ने संक्रमण को मात देकर घर पहुंच गये है।

इस महामारी ने अब तक प्रदेश में 7227 लोगों की जान ले चुका है।

आज 88 लोगों की मौत हुई है।

राज्य के इंदौर जिले में आज भी दूसरे जिलों की तुलना सबसे अधिक संक्रमित मिले हैं।

इंदौर जिले में आज 1153 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये।

वहीं दूसरे स्थान पर भोपाल जिले में 653 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।

इसके अलावा ग्वालियर में 105, जबलपुर में 324, उज्जैन में 151, रतलाम में 160, रीवा में 175, सागर जिले में 198 नये कोरोना मरीज मिले है।

बाकी अन्य जिलों में भी 7 से लेकर 100 के बीच कोरोना संक्रमित मिले है।

जबलपुर में युवती द्वारा शादी से इंकार करने के बाद युवक ने मचाया खूनी तांडव,युवती का भाई गंभीर,विरोध करने वाले बुजुर्ग की मौत attacknews.in

जबलपुर, 19 मई ।मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में एक युवती के शादी करने से इंकार के बाद नाराज युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर जमकर आतंक मचाया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार पनागर थाना क्षेत्र के राम बचौड़ा में काजल नामक युवती से जबलपुर निवासी अनुज पटेल शादी करना चाहता था।युवती ने शादी से इंकार कर दिया।

इस बात से नाराज होकर कल अनुज अपने साथी बंटू पांडे, रूपेश पटेल, राज ठाकुर, राजेश बंगाली, कृष्णा सतनामी, कुणाल रैकवार कार, स्कूटी व बाईक से पहुंचे और युवती के घर के सामने आकर गालीगलौज करने लगे।

इस बीच कुंजीलाल पाठक ने विरोध किया तो सभी ने मिलकर धारदार हथियार व डंडे और चाकू से उन पर हमला कर दिया।

इसके साथ ही युवती के भाई विवेक के साथ मारपीट करते हुए चाकू से हमला कर दिया।

पुलिस ने बताया कि दोनों घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुंजीलाल की उपचार के दौरान मौत हो गई।

पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है।

छत्तीसगढ़ के 88 गांव में अब तक नहीं पहुंचा कोरोना का संक्रमण attacknews.in

धमतरी 19 मई । एक ओर जहां देश समेत पूरी दुनिया कोविड-19 के संक्रमण से जूझ रही है, वहीं छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में इसे लेकर राहत भरी खबर यह है कि अब तक जिले के 88 गांव में कोरोना का संक्रमण पहुंच नहीं पाया है।

स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक जिले के सभी चार विकासखंडों में से सिर्फ कुरुद ब्लाक इससे बच नहीं पाया। तीन विकासखंड धमतरी, मगरलोड एवं नगरी क्षेत्र के 88 गांव में कोरोना का संक्रमण नहीं पहुंचा है जबकि कुरूद विकासखंड के 135 गांव इससे अछूता नहीं रहे।

धमतरी ब्लॉक के 148 गांव में से फिलहाल 21 गांव कोरोना से पूरी तरह मुक्त है। मगरलोड ब्लाक के 166 गांव में से 11 गांव में कोरोना नहीं पहुंच सका। इसी तरह नगरी ब्लॉक के 224 गांव में से सर्वाधिक 56 गांव में कोरोना वायरस काफी दूर है।

राजस्थान में म्यूकोरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) को महामारी घोषित किया attacknews.in

जयपुर, 19 मई । राजस्थान में कोविड-19 संक्रमण के प्रभाव के कारण म्यूकोरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) को महामारी घोषित कर दिया है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने बताया कि म्यूकोरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) मरीजों की संख्या में निरन्तर वृद्धि और कोरोना के साइड इफेक्ट के रूप में सामने आने तथा ब्लैक फंगस एवं कोविड का एकीकृत एवं समन्वित रूप से उपचार किए जाने के चलते पूर्व में घोषित महामारी कोविड-19 के अन्तर्गत ही राजस्थान महामारी अधिनियम के तहत (ब्लैक फंगस) को सम्पूर्ण राज्य में महामारी तथा नोटिफाएबल बीमारी घोषित कर दी।

वैक्सीन की अग्रिम जानकारी:केंद्र सरकार,राज्यों को 1 मई, से 15 जून.तक 5 करोड़, 86 लाख, 29 हजार खुराकें निशुल्क देगी जबकि कंपनियों द्वारा सीधी खरीद में जून में 4 करोड़, 87 लाख, 55 हजार खुराकें उपलब्ध करवाई जाएगी attacknews.in

केंद्र सरकार द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 15 जून, 2021 तक उपलब्ध वैक्सीन खुराकों की अग्रिम सूचना

राज्यों को सलाह कि कोविड वैक्सीन की अग्रिम जानकारी और प्रचार के लिये वे जिलावार कोविड वैक्सीन केंद्र (सीवीसी) के बारे में योजना बनायें

सीवीसी को अग्रिम रूप से कोविन परसमय-सारिणी प्रदर्शित करनी होगी, ताकि वैक्सीन केंद्रों पर भीड़ न जमा हो

नईदिल्ली 19 मई । कोविड-19 टीकाकरण का उदार मूल्य-निर्धारण और टीकाकरण के तेज तीसरे चरण की रणनीति पर अमल किया जा रहा है। यह रणनीति एक मई, 2021 से शुरू हो गई थी।

रणनीति के अंग के रूप में हर महीने केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से मान्यता प्राप्त वैक्सीनों में से 50 प्रतिशत वैक्सीन केंद्र सरकार खरीदेगी।

केंद्र सरकार लगातार केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से मान्यता प्राप्त वैक्सीनों का 50 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकारों को निशुल्क प्रदान करती रहेगी, जैसा कि पहले भी किया जा रहा था। इसके अलावा, हर महीने 50 प्रतिशत वैक्सीन राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों के लिये सीधी खरीद के लिये उपलब्ध कराई जायेंगी।

स्वास्थ्य मंत्रालय कोविड वैक्सीन की खुराकों के बारे में अग्रिम सूचना राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को देता रहा है।

यह सूचना महीने के दो पखवाड़ों में दी जाती है कि कितनी खुराकें दी जायेंगी। यह भी सूचना दी जाती है कि राज्य और निजी अस्पताल वैक्सीन निर्माता से किस कीमत पर सीधी खरीद कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने राज्यों और जिलाधिकारियों के साथ कल कोविड-19 के हालात पर चर्चा में इस बात को रेखांकित किया था।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बार फिर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड वैक्सीन खुराकों (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) के आबंटन के बारे में लिखा है। यह आबंटन मई 2021 और जून 2021 के पहले पखवाड़े की अवधि में केंद्र सरकार द्वारा किया जाना है, जो निशुल्क है।

इसके अलावा मई और जून, 2021 के दौरान राज्यों और निजी अस्पतालों द्वारा कोविशील्ड व कोवैक्सीन की सीधी खरीद भी इसमें शामिल है।

पहले से जानकारी होने से राज्य ज्यादा और बेहतर तरीके से टीकाकरण की योजना बना सकेंगे।

अग्रिम जानकारी के आधार पर केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक मई, 2021 से 15 जून, 2021 तक पांच करोड़, 86 लाख, 29 हजार खुराकें निशुल्क प्रदान करेगी।

वैक्सीन निर्माताओं से प्राप्त सूचना के अनुसार राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा सीधी खरीद के लिये जून 2021 के अंत तक कुल चार करोड़, 87 लाख, 55 हजार खुराकें उपलब्ध रहेंगी।

वैक्सीन के बारे में उपरोक्त अग्रिम जानकारी के आधार पर जून 2021 तक की स्पष्ट आपूर्ति समय-सारिणी और कोविड-19 टीकाकरण अभियान के कामयाब क्रियान्वयन के हवाले से खुराकों की उपलब्धता के कारगर और तर्कसंगत इस्तेमाल को सुनिश्चित करने के लिये राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को निम्नलिखित सलाह दी गई हैः

जिलावार कोविड टीकाकरण केंद्रों की योजना की
तैयारी, ताकि वैक्सीन लगाई जा सके।

लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिये ऐसी योजनाओं का तमाम मीडिया प्लेटफार्मों के जरिये प्रचार किया जाये।

राज्य सरकारों और निजी कोविड टीकाकरण केंद्रों, दोनों को कोविन डिजिटल प्लेटफार्म पर टीकाकरण समय-सारिणी प्रदर्शित करें।

राज्य और निजी कोविड टीकाकरण केंद्र एक-एक दिन वाली टीकाकरण समय-सारिणी की जानकारी देने से बचें।

कोविड टीकाकरण केंद्रों पर भीड़-भाड़ न हो।

कोविन पर बुकिंग प्रक्रिया में किसी तरह की अड़चन न होने पाये।

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी जाती है कि वे सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दें कि 15 जून, 2021 तक के कोविड टीकाकरण की अग्रिम योजना तैयार करें।

टीकाकरण से देश की जोखिम वाली आबादी को कोविड-19 से सुरक्षा मिलती है। इस प्रक्रिया की समय-समय पर समीक्षा की जाये और उच्च स्तर पर निगरानी की जाये।

उज्जैन के जनप्रतिनिधियों की जिद के आगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक ना चली, आग्रह टाल नहीं सके मुख्यमंत्री और मेडिकल कॉलेज की घोषणा हो गई attacknews.in

उज्जैन 19 मई । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज संभाग स्तरीय कोविड-19 समीक्षा बैठक के लिए उज्जैन आए ।बैठक के दौरान उज्जैन के जनप्रतिनिधियों द्वारा पुरजोर ढंग से मांग रखी गई कि उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोला जाए।

इस तरह की की मांग पहले भी समय-समय पर की जाती रही है किंतु आज की बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में मुख्यमंत्री से कहा कि वे आज घोषणा करके ही जाएं ।

उज्जैन जिले के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय , विधायक श्री पारस जैन ,बहादुरसिंह चौहान, श्री विवेक जोशी, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला आदि के आग्रह को मुख्यमंत्री टाल नहीं सके और उज्जैन को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिल गई।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा: मध्यप्रदेश में कोरोना लड़ाई निर्णायक दौर में; उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा; हर जिले में पोस्ट कोविड केयर सेन्टर बनाया जायेगा; डॉक्टर, नर्स पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को दूर किया जाएगा; 31 मई तक जनता कर्फ्यू में ढील नहीं,संक्रमण को ढूंढकर वहीं समाप्त करें, सभी जिले अपनी टेस्टिंग की संख्या बढ़ायें attacknews.in

कोरोना संक्रमण के कारण अनाथ हुए बच्चों को 5 हजार रुपये महीना पेंशन दिया जायेगा

ब्लैक फंगस के मरीजों का नि:शुल्क उपचार किया जायेगा

उज्जैन में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिये अभी और सख्ती से कार्य करें-मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की,

वेबकास्ट के माध्यम से जिला एवं तहसील स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट गुप के सदस्यों से चर्चा की

उज्जैन 19 मई। मध्य प्रदेश में हम कोरोना से जंग जीतने के निर्णायक दौर में पहुंच गये हैं। प्रदेश में पॉजीटिविटी दर लगभग सात प्रतिशत के आसपास हो गई है। रिकवरी रेट बढ़ रहा है। ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, रेमडीसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त व्यवस्था है। ब्लैक फंगस रोग का इलाज भी नि:शुल्क किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस से लड़ाई को जन-आन्दोलन का रूप दिया जायेगा। हम सबको एक होकर इससे लड़ना है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को उज्जैन जिले से वेबकास्टिंग के माध्यम से उज्जैन संभाग के सभी जिलों एवं उज्जैन के सभी तहसील स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों को सम्बोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिले में एक एक पोस्ट कोविड केयर सेन्टर बनाया जायेगा। वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के बाद ब्लैक फंगस और खून के थक्के जमने के कई प्रकरण सामने आये हैं। हमें अब इस नये संकट से भी लड़ाई लड़नी है।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर्स एवं क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से कहा कि वे कोरोना संक्रमण में अपने माता-पिता खो चुके ऐसे अनाथ बच्चों की सूची बनायें और उन्हें भिजवायें, ताकि ऐसे बच्चों को हर महीने पांच हजार रुपये की राशि दी जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बच्चों के लिये नि:शुल्क राशन एवं नि:शुल्क शिक्षा की व्यवस्था शासन द्वारा की जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी को भी भूखा नहीं रहने दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उज्जैन जिले में शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि हाल ही में ग्रामीण पथ कर विक्रेताओं के खातों में राशि पहुंचाई गई है। शीघ्र ही निर्माण श्रमिकों एवं स्व-सहायता समूहों के खातों में भी राशि पहुंचाई जायेगी।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर एवं क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से कहा कि आने वाला समय कोरोना से जंग करने में निर्णायक साबित होगा, इसलिये आगामी 10 से 12 दिन तक जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाये। 31 मई तक जनता कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी जाये।

वेबकास्ट के दौरान उज्जैन के एनआईसी कक्ष में वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय, विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान, विधायक श्री पारस जैन, आईजी श्री योगेश देशमुख, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, जनप्रतिनिधि श्री विवेक जोशी, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला मौजूद थे।

कर्मचारियों की मृत्यु पर अनुकंपा नियुक्ति

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि हम सब अपने उन कर्मचारियों जो फिल्ड में रहते हुए कोरोना के विरूद्ध लड़ाई लड़ रहे हैं, उनके साथ मजबूती से खड़े हैं। चाहे वह संविदा कर्मचारी हो अथवा नियमित कर्मचारी हो, आशा या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हो, आऊटसोर्स वाला कर्मचारी हो या कोटवार हो, उनकी मृत्यु यदि हो जाती है तो उनके परिजनों को प्राथमिकता से अनुकंपा नियुक्ति दी जायेगी।

अधिकारी अनाथ बच्चों के घर जाकर मुलाकात करें

मुख्यमंत्री ने मंदसौर जिले द्वारा किये गये नवाचार की प्रशंसा करते हुए सभी जिले के कलेक्टर को निर्देश दिये कि वे कोरोना से अनाथ हो चुके बच्चों के घर जाकर उनसे मुलाकात करें। उल्लेखनीय है कि मंदसौर जिले में अभिनव प्रयास के दौरान प्रशासनिक अधिकारी अनाथ बच्चों के घर जाकर उनके हालचाल पूछ रहे हैं।

कोरोनामुक्त पंचायत अभियान चलायें

मुख्यमंत्री ने सभी ग्रुप सदस्यों से कहा कि वे कोरोनामुक्त पंचायत बनाने के लिये अपने स्तर पर हर संभव प्रयास करें। कोरोनामुक्त पंचायत के बाद कोरोनामुक्त वार्ड एवं कोरोनामुक्त ब्लॉक व तहसील भी बनायें। आगामी 11 दिनों में कोरोना केसेस की संख्या शून्य करें। विशेष कार्य योजना बनायें और संक्रमण किसी भी स्थिति में रोके जायें।

कोरोना की तीसरी लहर को रोकने की विशेष तैयारी करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चैन से न बैठें और यह मानकर न चलें कि कोरोना समाप्त हो रहा है। कोरोना एक घातक वायरस है जो कभी भी किसी पर भी वार कर सकता है। विशेषज्ञों ने संभावना व्यक्त की है कि कोरोना की तीसरी लहर अनिवार्य रूप से आनी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी कलेक्टर एवं ग्रुप सदस्य कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिये विशेष तैयारी करें। बच्चों के लिये विशेष वार्ड बनाये जायें, जहां कोरोना से निपटने के लिये आईसीयू बेड, ऑक्सीजन बेड, दवाईयां एवं अन्य संसाधनों की व्यवस्था की जाये।

किल कोरोना अभियान लगातार जारी रहे

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में प्रारम्भ किये गये किल कोरोना अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान के द्वारा घर-घर में सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों को चिन्हित किया जाये और उन्हें किट देकर संक्रमण को काफी हद तक रोक दिया जाये। किल कोरोना अभियान लगातार जारी रहे। पूरी आबादी को इसमें कवर किया जाये।

जनप्रतिनिधियों ने कोरोना संक्रमण की स्थिति से अवगत कराया

जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों को अनुबंधित अस्पतालों में इलाज के लिये पैसा न देना पड़े। हमारा प्रयास होना चाहिये कि आयुष्मान भारत योजना के हितग्राही अनुबंधित अस्पतालों में उपचार करायें। सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने बताया कि गैस ॲथोरिटी ऑफ इण्डिया से चर्चा अनुसार शीघ्र ही जिले में ऑक्सीजन के प्लांट लगाये जायेंगे। विधायक श्री पारस जैन ने जीवाजीगंज अस्पताल को डिसमेंटल कर पुन: निर्मित किये जाने का आग्रह किया। महिदपुर विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान ने महिदपुर में शासकीय अस्पताल में 100 बेड की अतिरिक्त व्यवस्था किये जाने का आग्रह किया। तराना के विधायक श्री महेश परमार ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि तहसील मुख्यालय में 25 बेड की व्यवस्था की जाये। तराना में टीकाकरण के कार्य में और गति लाई जाये तथा पेयजल की समस्या को देखते हुए तराना में पीने के पानी की व्यवस्था करवाई जाये। घट्टिया के विधायक श्री रामलाल मालवीय ने आग्रह किया कि घट्टिया, उन्हेल और नरवर में 10-10 आईसीयू बेड की व्यवस्था की जाये, ताकि वहां के मरीजों को उज्जैन न आना पड़े। श्री विवेक जोशी ने सीटी स्केन मशीन उपलब्ध कराने एवं श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला ने टप्पा तहसील से कस्बों तक में 10-10 ऑक्सीजन बेड की सुविधा मिली, इसकी जानकारी दी।

सभी कलेक्टर ने कोरोना पर दिया प्रजेंटेशन

उज्जैन जिले की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री आशीष सिंह द्वारा जानकारी दी गई कि उज्जैन जिले में पॉजीटिविटी दर 10 प्रतिशत से नीचे आ गई है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिये अभी और सख्ती से कार्य किया जाये। सेम्पलिंग अधिक से अधिक की जाये।

कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्यमंत्री को पावर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी कि जिले में किल कोरोना अभियान सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। दो सर्वे हो चुके हैं, तीसरा सर्वे चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों में सर्वे टीम द्वारा हर एक घर में जाकर लोगों की जानकारी ली जाये। सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों का तत्काल उपचार किया जाये। उन्हें मेडिकल किट वितरित की जाये, ताकि संक्रमण की चेन को पूरी तरह से तोड़ा जा सके। गंभीर मरीजों को आइसोलेशन तथा अस्पताल रैफर किया जाये। सभी जिलों के कलेक्टर ने कोरोना को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी पावर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी।

माइक्रो कंटेनमेंट बनाये जायें

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में जहां प्रकरण अधिक हों, वहां माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र बनाये जायें। कोरोना संक्रमण को ढूंढकर वहीं समाप्त करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिले अपनी टेस्टिंग की संख्या बढ़ायें। किसी भी स्थिति में टेस्टिंग कम न हो। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की भी चिन्ता की जाये। जिन लोगों के घर छोटे हैं उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर, नर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ की कोई कमी नहीं रहने दी जायेगी। सीटी स्केन मशीन का ऑर्डर किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के जो मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, उन मरीजों को भी सावधानी रखनी होगी। यदि उन्हें ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई देते हैं तो वे चिकित्सकों से सम्पर्क करें। इसके लिये दवाईयों की कोई कमी नहीं आयेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि वेक्सीन के एक भी डोज को बर्बाद नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि एक जिले के अच्छे प्रयोग को दूसरी जगह भी लागू किया जाये।

उज्जैन में जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु नागरिक कर सकते हैं नगर निगम उज्जैन के यूएमसी सेवा ऐप के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन:यहाँ समझे पूरी प्रक्रिया attacknews.in

उज्जैन 19 मई ।नगर निगम द्वारा नागरिकों को निगम से संबंधित सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराने हेतु यूएमसी सेवा एप तैयार कराया गया है।

प्रायः देखने में आया है कि कोराना कर्फ्यू के कारण नागरिकों को जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु आवेदन करने में समस्या उत्पन्न हो रही है। इसे दृष्टिगत रखते हुए आयुक्त क्षितिज सिंघल द्वारा नागरिकों से अपील की गई है कि वे जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु यूएमसी सेवा ऐप के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। निर्धारित समयावधि में आवेदन की जांच के उपरांत प्रमाण पत्र को ऑनलाइन अपलोड किया जावेगा जिसे आवेदन कर्ता डाउनलोड कर सकता है

आवेदन प्रक्रिया:-

  1. सर्वोत्तम यूएमसी सेवा एप प्ले स्टोर से डाउनलोड करें।
  2. यूएमसी सेवा ऐप को अपने मोबाइल नम्बर से लॉगिन करने।

  3. लॉगिन के बाद ऐप पर जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु दो पृथक पृथक ऑप्शन आएंगे।

  4. मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु मृत्यु प्रमाण पत्र के ऑप्शन पर क्लिक करें – दिए गए दिशा निर्देश को पढ़े एवं चेक बॉक्स को सिलेक्ट कर ओके पर क्लिक करें-

क्रिएट न्यू रिक्वेस्ट पर क्लिक करें –

दिए गए कॉलम में मृत्यु दिनांक, जेंडर, मृतक का नाम, मृतक के पिता का नाम, मृत्यु स्थान, दाहसंस्कार स्थान, निवास का पता, मृतक का समग्र आईडी को भरने के उपरांत मृतक एवं आवेदक का आधार कार्ड तथा अस्पताल/शमशान से प्राप्त रसीद अटैच कर सब्मिट के ऑप्शन पर क्लिक करें।

  1. जन्म प्रमाण पत्र हेतु जन्म प्रमाण पत्र के ऑप्शन पर क्लिक करें – दिए गए दिशा निर्देश को पढ़े एवं चेक बॉक्स को सिलेक्ट कर ओके पर क्लिक करें-

क्रिएट न्यू रिक्वेस्ट पर क्लिक करें-

दिए गए कॉलम में जन्म दिनांक, जेंडर, बच्चे का नाम, पिता एवं माता का नाम, जन्म स्थान, निवास का पता, माता/पिता/आवेदक का आधार कार्ड तथा अस्पताल से प्राप्त रसीद अटैच कर सब्मिट के ऑप्शन पर क्लिक करें।

  1. प्राप्त रिक्वेस्ट आईडी को संभाल कर रखें इसी से प्रमाण पत्र को डॉउनलोड किया जा सकेगा।

  2. नगर निगम सीमा में जन्मे एवं मृतक व्यक्ति का प्रमाण पत्र हेतु ही आवेदन किया जावे।

  3. शासकीय अस्पताल में जन्मे एवं मृतक व्यक्ति का प्रमाण पत्र वहीं से प्राप्त करें।

अमेरिकन अधिकारी ने कहा:अमेरिका में उपलब्ध कोविड-19 के टीके भारत में मिले कोरोना वायरस के घातक स्वरूप के खिलाफ प्रभावी attacknews.in

वाशिंगटन, 19 मई । अमेरिका में उपलब्ध कोविड-19 के टीके भारत में मिले कोरोना वायरस के घातक स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं। अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पिछले साल पहली बार भारत में पहचाने गए वायरस के बी.1.617 प्रकार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वैश्विक स्तर पर ‘चिंतित करने वाला स्वरूप” बताया है।

अमेरिका के राष्ट्रीय एलर्जी एवं संक्रामक रोग संस्थान (एनआईएआईडी) के निदेशक एवं राष्ट्रपति के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ एंथनी फाउची ने कहा, “ 617 एंटीबॉडी के प्रति मामूली निष्प्रभावीकरण प्रतिरोध दर्शाता है कि मौजूदा टीके जो हम सब इस्तेमाल कर रहे हैं जिनके बारे में हम बात कर रहे हैं वे कुछ हद तक या संभवत: काफी हद तक सुरक्षा प्रदान करने वाले हैं।”

इस मुद्दे पर अपने हालिया अनुसंधान एवं आंकड़ों को प्रस्तुत करते हुए डॉ फाउची ने कहा कि दोनों प्रकार बी617 और बी1618 जिनकी भारत में पहचान हुई है, उनको अनुमापन (टाइट्रेशन) में केवल ढाई गुना कमी के साथ निष्प्रभावी किया गया है।”

उन्होंने कहा, “यह संक्रमण के खिलाफ और निश्चित तौर पर गंभीर रोग के खिलाफ बचाव करने की क्षमता के अस्थायी प्रभाव को दिखाता है।”

डॉ फाउची ने कहा, “इसलिए, कुल मिलाकर यह एकत्रित वैज्ञानिक आंकड़ों का एक और उदाहरण है, जो इस बात के ठोस कारण देता है कि हमें टीका क्यों लगवाना चाहिए।”

व्हाइड हाउस के कोविड-19 पर वरिष्ठ सलाहकार एंडी स्लैविट ने कहा कि अमेरिका में उपलब्ध टीके कोरोना वायरस के भारतीय स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं।

पूरे एशिया के कई देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले फिर से फैलने के कारण प्रतिबंध लगाए गए attacknews.in

ताइपे, 19 मई (एपी) पूरे एशिया में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। एशिया के ऐसे कई देशों में संक्रमण फिर से बढ़ गया है, जहां यह पहले नियंत्रण में लग रहा था। उन देशों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं, होटल व रेस्तरां सेवा प्रतिबंधित है, टैक्सी चालकों को ग्राहक नहीं मिल रहे हैं, शादियां अचानक रद्द कर दी गई हैं।

कम आबादी वाले मंगोलिया में मरने वालों की संख्या 15 से बढ़कर 233 तक बढ़ गई है, जबकि ताइवान में पिछले सप्ताह से संक्रमण के 1,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 6,00,000 से अधिक लोगों को दो सप्ताह के चिकित्सा पृथकवास में रखा गया है। ताइवान ने इससे पहले वायरस को सफलतापूर्वक नियंत्रित कर लिया था।

हांगकांग और सिंगापुर ने दूसरी बार क्वारंटीन-मुक्त यात्रा स्थगित कर दी है।

चीन में स्थानीय संक्रमण के मामले खत्म हो चुके हैं, लेकिन विदेश से आने वाले लोगों के संपर्क में आने से नए मामले सामने आ रहे हैं।

भारत और यूरोप के कुछ हिस्सों में संक्रमण बड़े पैमाने पर फैल रहे हैं, मास्क लगाने के सख्त आदेश, मामलों का तेजी से पता लगाना, बड़े पैमाने पर जांच और व्यापक टीकाकरण के बावजूद संक्रमण का प्रसार खतरनाक स्तर पर हो रहा है।

कई देशों में सामाजिक और आर्थिक जीवन को फिर से सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं, विशेष रूप से स्कूलों और आतिथ्य-सत्कार उद्योग जैसे क्षेत्र बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

एक महामारी विज्ञानी और द्वीपीय देश के पूर्व उपराष्ट्रपति चेन चिएन-जेन के अनुसार, ब्रिटेन में पहली बार सामने आए वायरस के अधिक आसानी से प्रसारित होने वाले स्वरूप के कारण ताइवान में मामले बढ़े हैं।

ताइपे में स्कूल, जिम और पूल बंद हैं और घर के अंदर पांच से अधिक लोगों और 10 से अधिक लोगों के बाहर इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है। द्वीप में बुधवार से सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने जनता से सार्वजनिक स्थलों से दूर रहले की अपील की है।

त्साई ने कहा, “हम अपनी चिकित्सा क्षमता को मजबूत करना जारी रखेंगे।”

उन्होंने कहा कि टीके विदेशों से आ रहे हैं।

मलेशिया में मामलों में तेज वृद्धि के बीच अप्रत्याशित रूप से सात जून तक एक महीने का लॉकडाउन लगाया गया है।

यह महज एक साल में दूसरा देशव्यापी लॉकडाउन है और जनवरी के बाद से देश में संक्रमण के मामलों में चार गुना वृद्धि हुई है, जिसके बाद देश में अब कुल मामले 47,400 से अधिक हो गए।

वहां अंतरराज्यीय यात्रा और सामाजिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, स्कूल बंद हैं और रेस्तरां केवल टेकआउट सेवा प्रदान कर सकते हैं।

सिंगापुर ने सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए 13 जून तक कड़े उपाय लागू किए हैं, सार्वजनिक समारोहों को दो लोगों तक सीमित कर दिया है और रेस्तरां में बैठकर खाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

चीन ने लियाओनिंग प्रांत में टोल बूथों, हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर चौकियां स्थापित की हैं, जहां मंगलवार को चार और मामले सामने आए।

थाईलैंड में मंगलवार को संक्रमण से 35 मौतें हुईं, जो प्रकोप शुरू होने के बाद से सबसे अधिक है।

देश में इससे मरने वालों की संख्या 649 हो गई, जिनमें से 555 नवीनतम लहर में हुई हैं। थाईलैंड के कुल 1,16,000 मामलों में से लगभग तीन-चौथाई मामले अप्रैल से सामने आए हैं।

मनीला में मामले बढ़ने के कारण अप्रैल में लॉकडाउन लगाया गया। फिलीपीन में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 11 लाख के अधिक मामले आ चुके हैं, जबकि 18,800 से अधिक मौतें हो चुकी हैं।