मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और राजस्थान के बीच बस सेवाएं स्थगित रहने की अवधि बढ़ाकर 31 मई कर दी गयी attacknews.in

भोपाल, 23 मई । कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के कारण मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और राजस्थान के बीच बस सेवाएं स्थगित रहने की अवधि बढ़ाकर 31 मई कर दी गयी है।

राज्य के अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) एवं राज्य परिवहन प्राधिकार के सचिव अरविंद सक्सेना ने इस संबंध में आज आदेश जारी कर दिए। अभी तक यह अवधि 23 मई थी, जिसे बढ़ाकर 31 मई किया गया है। निर्धारित अवधि में इन राज्यों से मध्यप्रदेश में बस सेवाओं के संचालन पर पहले की तरह पूरी तरह रोक रहेगी।

मध्यप्रदेश में बारहवीं की परीक्षा के आयोजन संबंधी निर्णय जून के प्रथम सप्ताह में लिया जायेगा,पुराने पैटर्न के अनुसार ही परीक्षाएँ आयोजित की जायेंगी attacknews.in

भोपाल,23 मई । मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने बताया कि जून के प्रथम सप्ताह में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए बारहवीं की परीक्षा के आयोजन के संबंध में आवश्यक निर्णय लिया जायेगा।

श्री परमार ने बताया कि निर्णय लेते समय परीक्षार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सर्वोच्च वरीयता दी जायेगी। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 12वीं की परीक्षा की आवश्यक तैयारियाँ पूर्व में ही कर ली गयी हैं। फिलहाल परीक्षा प्रणाली में कोई परिवर्तन प्रस्तावित नहीं है। परिस्थितियाँ अनुकूल होने पर पुराने पैटर्न के अनुसार ही परीक्षाएँ आयोजित की जायेंगी।

राजस्थान सरकार ने लागू किया जन अनुशासन लाॅकडाउन का नया माॅडल: 24 मई से आठ जून तक त्रि-स्तरीय जन अनुशासन लॉकडाउन attacknews.in

जयपुर, 23 मई । राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने पन्द्रह दिन लाकडाउन को बढाते हुए 24 मई से आठ जून तक त्रि-स्तरीय जन अनुशासन लॉकडाउन लगाया गया है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में शनिवार को हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में जन अनुशासन लॉकडाउन को 15 दिन और बढ़ाने के लिए दिए गए सुझाव के मद्देनजर प्रदेश में 24 मई से 8 जून तक त्रि-स्तरीय जन अनुशासन लॉकडाउन की गाइडलाइन जारी की गई है।

मंत्रिपरिषद ने पॉजिटिव केस की संख्या में कुछ कमी आने के बावजूद संक्रमण एवं मृत्यु दर तथा अस्पतालों पर अत्यधिक दबाव होने के कारण लॉकडाउन जैसे सख्त कदमों को जारी रखने का सुझाव दिया था।

त्रि-स्तरीय जन अनुशासन लॉकडाउन के तहत परिवार, वार्ड, ग्राम, शहर एवं राज्य स्तर पर सामाजिक व्यवहार में कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप बदलाव लाने की अपेक्षा की गई है।

प्रथम स्तर पर पारिवारिक जिम्मेदारी समझते हुए लोगों को कुछ समय के लिए बाहरी व्यक्तियों का घर में प्रवेश रोकना होगा। अतिआवश्यक होने पर खुले स्थान पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मिला जा सकता है, ताकि परिवार के बुजुर्ग, बच्चे एवं अन्य लोग सुरक्षित रहें।

दूसरे स्तर पर गांव और मोहल्ले में ऐसी गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश रखना होगा, जिनसे संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी स्थान पर 5 से ज्यादा लोग एकत्र ना हों।

इसी प्रकार तीसरे स्तर पर मेडिकल इमरजेंसी और अनुमत श्रेणी के अलावा एक शहर से दूसरे शहर, शहर से गांव, गांव से शहर तथा एक गांव से दूसरे गांव में आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित रखना होगा। ग्राम स्तरीय निगरानी समितियों को इसमें अपनी विशेष भूमिका निभानी होगी। समस्त प्रदेशवासियों को इन दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए अपने सामाजिक व्यवहार में बदलाव लाना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि विवाह समारोह में भीड़ जुटना संक्रमण के प्रसार का एक बड़ा कारण रहा है। इसे देखते हुए विशेषज्ञों की सलाह एवं जनप्रतिनिधियों के सुझाव पर 30 जून तक विवाह स्थगित रखने की अपेक्षा की गई है।

उन्होंने कहा है कि लोग कोविड प्रोटोकॉल को आवश्यक रूप से अपने व्यवहार में शामिल करें ताकि स्थिति में सुधार होने पर लॉकडाउन की पाबंदियों में शिथिलता दी जा सके।

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से कुछ तकलीफें जरूर होती हैं, लेकिन संक्रमण प्रसार की वर्तमान स्थितियों में प्रदेशवासियों की जीवनरक्षा के लिए ये प्रतिबंध लगाना जरूरी है।

गत दिनों जयपुर जिले में संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में टेस्ट, ट्रेक एवं ट्रीट प्रोटोकॉल की व्यवस्था को और प्रभावी बनाने का निर्णय किया गया था।

जयपुर के लिए बनाए गए इस मॉडल को प्रदेशभर में लागू किया जाएगा। इसके तहत आईएलआई लक्षणों वाले मरीजों का चिन्हीकरण, मेडिकल किट वितरण, जांच, होम आइसोलेशन एवं उपचार की नियमित निगरानी की जाएगी। डोर-टू-डोर सर्वे का काम इस प्रकार किया जाएगा जिससे प्रत्येक घर का सर्वे 10 दिन में हो जाए और यह प्रक्रिया प्रत्येक 10 दिवस में दोहरायी जाए।

मध्यप्रदेश में कोरोना पर नियंत्रण पाने के बाद अब जिलों में कोरोना कर्फ्यू में ढील देने की प्रक्रिया सोमवार से शुरू, सबसे पहले पांच जिलों झाबुआ, आलिराजपुर, खंडवा, बुरहानपुर और भिंड को चुना गया attacknews.in

भोपाल, 23 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पर काफी हद तक काबू पाने के बाद अब जिलों में कोरोना कर्फ्यू में ढील देने की प्रक्रिया सोमवार से शुरू होगी।इसके लिए सबसे पहले पांच उन जिलों को चुना गया है, जहां पर संक्रमण पर काफी नियंत्रण पा लिया गया है।

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा ने यहां बताया कि अपेक्षाकृत कम कोरोना संक्रमण वाले जिलों झाबुआ, आलिराजपुर, खंडवा, बुरहानपुर और भिंड में सोमवार से कोरोना कर्फ्यू के कुछ प्रतिबंधों में रियायत देने संबंधी आदेश संबंधित जिला कलेक्टरों ने जिला आपदा प्रबंधन समितियों के निर्णय के आधार पर जारी कर दिए हैं।

उन्होंने कहा कि इन पांच जिलों में 24 मई से 31 मई के बीच रियायत संबंधी नए आदेश संबंधित कलेक्टरों ने जारी किए हैं।

इन जिलों के अनुभवों के आधार पर एक जून से अन्य जिलों में भी इसी तरह रियायत देने और अन्य गतिविधियों पर प्रतिबंध कम करने या हटाने की प्रक्रिया पर विचार किया जाएगा।

आज की स्थिति में सभी 52 जिलों में कोरोना कर्फ्यू प्रभावशील है और इन पांच जिलों के अलावा शेष 47 जिलों में यह 31 मई तक जारी रहेगा।

यह कर्फ्यू अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह से प्रभावशील हैं।

नए आदेशों के तहत सभी सरकारी कार्यालय एक सौ प्रतिशत अधिकारियों और 25 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ खोले जाएंगे।

पंजीयन कार्यालय भी खुले रहेंगे।

आवश्यक वस्तुओं जैसे मेडिकल, फल सब्जी, दूध, आटा चक्की, पशु आहार, राशन दुकान, खाद और कृषि उपकरण संबंधी दुकानें पूरे दिन खुली रहेंगी।

इसके अलावा शेष दुकानों में से भी 20 प्रतिशत दुकानें खोली जा सकेंगी और इनमें मुख्य रूप से सेवा क्षेत्र और निर्माण सामग्री से संबंधित दुकानें शामिल हैं।

नए आदेशों के तहत कालोनियों में स्थित दुकानें भी खुल सकेंगी।ई कॉमर्स को भी अनुमति रहेगी।

ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ दुकानें खोली जा सकेंगी।

श्रमिकों की गतिविधियां भी शुरू हो सकेंगी और कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करते हुए निर्माण संबंधी कार्य भी शुरू हो सकेंगे।

नए आदेशों में संबंधित जिलों की आवश्यकता के अनुरूप और भी रियायतें प्रदान की गयी हैं।

मध्यप्रदेश में अप्रैल माह में कोरोना की दूसरी लहर पीक पर थी और इस दौरान औसत संक्रमण दर 25 प्रतिशत के पार हो गयी थी।

कई जिलों में तो यह 50 प्रतिशत तक को पार कर गयी थी।

इन स्थितियों की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रतिदिन स्वयं समीक्षा करते आ रहे हैं और हाल में उन्होंने संकेत दिए थे कि एक जून से कोरोना कर्फ्यू में रियायत दी जाएगी।

कांग्रेस नेता कमलनाथ के खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज:कोरोना काे इंडियन वेरिएंट बताने और आग लगाने संबंधी बयान के मामले में दर्ज हुई प्राथमिकी attacknews.in

भोपाल, 23 मई । मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के खिलाफ कोरोना को इंडियन वेरिएंट बताने और वर्चुअल बैठक में आग लगाने संबंधी बयान के मामले में आज यहां पुलिस की अपराध शाखा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 188 और अापदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 54 के तहत यहां पुलिस की अपराध शाखा ने प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इसके साथ ही मामला जांच में ले लिया गया है।

आरोप है कि वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने शनिवार को उज्जैन में पत्रकार वार्ता के दौरान कोरोना के ‘इंडियन वेरिएंट’ के संबंध में बयान दिया है। भाजपा नेताओं ने अपनी शिकायत में कहा है कि इससे देश की छवि वैश्विक पटल पर धूमिल हुयी है।

शिकायत में यह भी कहा गया है कि विपक्ष के नेता कमलनाथ ने हाल ही में अपने विधायकों के साथ एक वर्चुअल मीटिंग के दौरान ‘आग लगाने’ की बात कही है। उन्होंने ऐसा कहकर कानून और शांति व्यवस्था को भंग करने का कृत्य किया है।

इसके पहले भाजपा के जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी की अगुवायी में भाजपा नेताओं का एक दल पुलिस की अपराध शाखा में पहुंचा और विधिवत शिकायती पत्र सौंपकर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

नेताओं ने प्रमाण के रूप में उज्जैन की पत्रकार वार्ता और वर्चुअल मीटिंग की पेनड्राइव पुलिस को सौंपी है। इस मौके पर राज्य सरकार के मंत्री विश्वास सारंग, श्रीमती कृष्णा गौर और पूर्व महापौर आलोक शर्मा भी मौजूद थे।

अयोध्या में सगी बहिन ने जमीन के लिए भाई और उसके परिवार के पांच सदस्यों की कर दी हत्या,4 गिरफ्तार attacknews.in

अयोध्या, 23 मई । उत्तर प्रदेश में अयोध्या के इनायतनगर क्षेत्र में जमीन के टुकड़े के लिये सगे भाई और उसके परिवार के चार सदस्यों की हत्या की आरोपी बहन समेत 4 लोगों काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी मृतक के भांजे की तलाश की जा रही थी जिसे मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने रविवार को बताया कि ग्राम पंचायत खानपुर के मजरे बरिया निसार गांव निवासी राकेश कुमार और उसकी पत्नी ज्योति के अलावा उनकी पुत्री एवं दो पुत्रों की गला रेत कर शनिवार देर रात हत्या कर दी गयी थी। इस लोमहर्षक हत्याकांड को मृतक के भांजे पवन ने अंजाम दिया जो राकेश के घर के पास ही रहता था। मामा भांजे में दो बीघा जमीन के बैनामे को लेकर पिछले कई दिनो से विवाद चल रहा था।

उन्होने बताया कि हत्या के मामले में पवन के पिता रामराज, मां शेषमता और पत्नी ममता को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि मुख्य आरोपी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। पवन की गिरफ्तारी पर 25 हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया है।
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, अपर पुलिस महानिदेशक एसएन साबत और पुलिस महानिरीक्षक संजीव गुप्ता ने घटनास्थल का दौरा कर आरोपी की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया।

मुठभेड़ में किया गया गिरफ्तार

सगे मामा समेत परिवार के पांच सदस्यों की हत्या करने के आरोपी को पुलिस ने रविवार दोपहर बाद एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस मृतक की बहन,बहनोई और मुख्य आरोपी की पत्नी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने रविवार को बताया कि ग्राम पंचायत खानपुर के मजरे बरिया निसार गांव निवासी राकेश कुमार और उसकी पत्नी ज्योति के अलावा उनकी संतान अंशिका,ध्रुव और शक्ति की गला रेत कर शनिवार देर रात हत्या कर दी गयी थी। इस लोमहर्षक हत्याकांड को मृतक के भांजे पवन और परिजनो ने अंजाम दिया जो राकेश के घर के पास ही रहता था। मामा भांजे में दो बीघा जमीन के बैनामे को लेकर पिछले कई दिनो से विवाद चल रहा था।

खंडवा में जनसम्पर्क अधिकारी के तबादले का मामला गर्माया,कलेक्टर ने अधिकार के बाहर जाकर निकाला आदेश, प्रदेश के जनसंपर्क अधिकारी एकजुट हुए कलेक्टर के खिलाफ attacknews.in

भोपाल, 23 मई । मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में पदस्थ जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) बृजेंद्र शर्मा का वहां के जिला प्रशासन द्वारा तबादला और इसकी प्रक्रिया का मामला गर्मा गया है। राज्य के जनसंपर्क अधिकारी इस मामले में कलेक्टर के खिलाफ एकजुट हो गए हैं।

खंडवा जिले के अपर कलेक्टर के दस्तखत से शनिवार को जारी किए गए आदेश में श्री शर्मा को तत्काल भारमुक्त करते हुए आयुक्त, जनसंपर्क संचालनालय के कार्यालय में उपस्थिति देने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसी आदेश में श्री शर्मा का प्रभार खंडवा के संयुक्त कलेक्टर प्रमोद कुमार पांडेय को सौंपने के लिए कहा गया है। रोचक बात यह है कि इस आदेश की प्रतिलिपि 43 अधिकारियों को भेजी गयी है, जिसमें थाना प्रभारी और पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।

खंडवा में पत्रकारों को धमकाने वाले कलेक्टर अनय द्विवेदी ने अब जनसंपर्क अधिकारी का ट्रांसफर कर उन्हें रिलीव कर दिया। कलेक्टर की तानाशाही का यह मामला खंडवा से निकलकर भोपाल के प्रशासनिक गलियारों में भी गर्मा गया है।

जनसंपर्क आयुक्त का कहना है कि कलेक्टर को यह अधिकार ही नहीं है।

गौरतलब है जनसंपर्क मंत्रालय मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के पास है। संगठनों का कहना है यह तो सीएम के अधिकारों पर अतिक्रमण है।

सूत्रों के अनुसार मीडिया में लगातार लापरवाही उजागर होने से प्रशासन नाखुश है और वह खबरों को दबाने की कोशिश में लगा था। यह जिम्मा जनसंपर्क के स्टाफ को दिया था।

कोरोना काल में खंडवा कलेक्टर का सबसे पहला गुस्सा मीडियाकर्मियों पर निकला। दो पत्रकारों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया। जवाब नहीं देने की स्थिति में कार्रवाई के लिए धमकाया गया। इसके अलावा कुछ पत्रकारों को अपने कक्ष में बुलाकर मकान तोड़ने तक की धमकी दी गई। मामला यही नहीं थमा एक पत्रकार को तो वाटसएप कॉलिंग कर अभद्रता की गई।

पुलिस थानों को भी भेजी सूचना

जनसंपर्क अधिकारी ब्रजेंद्र शर्मा को शनिवार को रिलीव कर दिया गया। अपर कलेक्टर शंकरलाल सिंघाड़े के हस्ताक्षर से निकले इस आदेश में प्रशासकीय आधार पर कार्यमुक्त करते हुए आयुक्त जनसंपर्क भोपाल में उपस्थिति दर्ज कराने के लिए कहा गया है। इस आदेश की प्रतिलिपि 43 विभागीय प्रमुखों को भेजी गई। हास्यास्पद यह है कि इस आदेश की प्रतिलिपि पुलिस अधीक्षक के साथ ही थाना प्रभारियों को भी भेजी गई है।

कार्यमुक्त कर तत्काल बुलवा लिया वाहन

बताया जाता है कि PRO को कार्यमुक्त करने के साथ ही उनकी गाड़ी भी तत्काल बुलवा ली गई। इस पूरे घटनाक्रम से जनसम्पर्क अधिकारी घबरा गए । उन्होंने कुछ भी टीका-टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। एक चर्चा यह भी है कि वह इस वजह से घबरा गए है कि कही कलेक्टर उल्टी सीधी जांच में उन्हें फंसवा न दें।

इस घटनाक्रम में एक तथ्य यह भी सामने आया कि कलेक्टर के सामने सरकार हाशिए पर आ गई है। खंडवा की हरसूद विधानसभा से विधायक और सरकार में कैबिनेट मंत्री विजय शाह है। वे पल-पल की खबर रखते है। ऐसे में भला एक जिम्मेदार अधिकारी को इस तरह कलेक्टर ने कैसे कार्यमुक्त कर दिया। जनसंपर्क विभाग मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के पास है। ऐसे में यह सवाल भी उठा खड़ा हुआ है कि क्या कलेक्टर ने मंत्री और मुख्यमंत्री की सहमति से यह कदम उठाया है या फिर खुद ही सुपरमैन बन गए।

कलेक्टर के निलंबन की मांग करेंगे

इस मामले में जनसंपर्क अधिकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अरुण कुमार राठौर ने कहा कि इस तरह का आदेश पूरी तरह असंवैधानिक है। हम इसका विरोध करते है। जल्द ही मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर कलेक्टर के निलंबन की मांग करेंगे।

कलेक्टर को ट्रांसफर का अधिकार नहीं

ट्रांसफर करने का अधिकार सिर्फ शासन को है। कलेक्टर को अधिकार नहीं हैं। मैं अभी ऑर्डर देखूंगा। उन्होंने किस आधार पर ट्रांसफर किया है।

  • सुदामा खांडे, आयुक्त जनसंपर्क विभाग

बच्चों वाली ‘कहानी’ सुनाकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने नरेन्द्र मोदी पर कसा तंज; श्री मोदी राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना के कारण हुयी मौतों पर संवेदना व्यक्त करते समय बेहद भावुक हो गये थे attacknews.in

लखनऊ 23 मई । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिये बगैर फेसबुक वाल पर एक कहानी के जरिये तंज कसा है।

उन्होने लिखा “ किसी ने मुझे एक कहानी लिख कर भेजी – सोचा आप सब के साथ शेयर कर लूँ। एक जहाज तूफान में फंसा हुआ था। कई लोग सबकी आंखों के सामने तूफान में डूब गए। कई लोगों के डूब जाने का खतरा था। जहाज में बैठे लोग, जहाज के छोटे-बड़े कर्मी सब जहाज को डूबने से बचाने में लगे थे। बहुत ही भयावह स्थिति थी फिर भी लोग साथ देकर एक दूसरे की हिम्मत बढ़ाते रहे। सबको ये भरोसा था कि जहाज का कैप्टन भी जहाज को बचाने का भरसक प्रयास कर रहा होगा। जब स्थिति ज्यादा बिगड़ने लगी तो लोगों ने जहाज के कैप्टन से अपील की। लेकिन लोग हतप्रभ रह गए जब उन्हें पता चला कि जहाज का कैप्टन तो गायब है। तमाम चीख-पुकारों, अपीलों को वो अनसुना करते हुए जिम्मेदारी की कुर्सी से उठकर कहीं चला गया था।”
“ मगर लोग, छोटे-बड़े कर्मियों ने आशा नहीं छोड़ी। वे बचाव कार्य में लगे रहे। कई लोगों ने अपने साथी खो दिए, कई लोगों के सामने उनके अपने डूब गए।

बहुत ही मार्मिक दृश्य था। मालूम करने पर पता चला कि जहाज के कैप्टन को पहले से जानकारी थी कि मौसम विपरीत होगा, जहाज डूब भी सकता है। लेकिन जहाज के कैप्टन ने न तो लोगों को समय पर आगाह किया, न ही लोगों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम और न ही जहाज का सुरक्षा कवच बढ़ाया और तो और जहाज के कैप्टन ने लोगों की सुरक्षा से जुड़ी कई आवश्यक चीजें दूसरे जहाजों को दे दीं।”

“लंबे समय तक ये मार्मिक दृश्य चलता रहा। लोगों एवं कर्मियों की मेहनत के बाद स्थिति कुछ नियंत्रण में आई। स्थिति नियंत्रण में आने के थोड़ी ही देर बाद अचानक कैप्टन की आवाज जहाज भर में गूंज उठी, एक के बाद एक लाऊडस्पीकर पर उसकी घोषणाएं आने लगीं, एक दिन तो उसकी आवाज़ अटकी और वह रोने भी लगा। जहाज पर फँसे हुए लोग अभी भी त्रस्त थे, कैप्टन की आवाज उन्हें सुनाई तो दे रही थी मगर कुछ दूर, कुछ अलग सी लगने लगी थी। एक दूसरे की मदद में सब व्यस्त थे, जाने अभी भी बचानी थीं। सबका ध्यान इन्हीं कार्यों में लगा हुआ था, किसी को पता तक नहीं लगा कि कैप्टन चुपचाप से बाहर आकर फिर से अपनी सीट पर बैठ गया था।”

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की प्रभारी श्रीमती वाड्रा कोराेना प्रबंधन को लेकर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर बराबर हमले करती रही हैं।

हालांकि उत्तर प्रदेश समेत समूचे देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की जा रही है। श्री मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना के कारण हुयी मौतों को दुखद बताते हुये पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री बेहद भावुक हो गये थे।

टूल किट मामले में छत्तीसगढ़ NSUI नेता की FIR पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को पुलिस ने पूछताछ के लिए जारी किया नोटिस attacknews.in

रायपुर 23 मई। टूलकिट मामले में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दर्ज करवाए मामले में पुलिस ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है।

रायपुर के सिविल लाईन थाने के प्रभारी ने कल देर शाम ईमेल के जरिए श्री संबित पात्रा को भेजे गए नोटिस में उनके खिलाफ धारा 504,505(1) (बी) (सी),469 एवं 188 के तहत दर्ज अपराध में आज शाम चार बजे थाने में व्यक्तिगत रूप से अथवा वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए उपस्थित होने को कहा है। नोटिस का पालन नही करने पर वैधानिक कार्यवाई की भी चेतावनी दी गई है।

ज्ञातव्य है कि टूलकिट विवाद में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कांग्रेस के कूटरचित लेटरहेड की झूठी और मनगढ़त कहानी सोशल मीडिया में प्रचारित करने के आरोप में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सम्बित पात्रा के खिलाफ 19 मई को प्राथमिकी दर्ज करवाई थी।डा.सिंह को भी पुलिस ने इसी तरह का नोटिस जारी किया है।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पुलिस ने पूछताछ के लिए मांगा समय

टूलकिट मामले में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दर्ज करवाए मामले में पुलिस द्वारा जारी नोटिस पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा आज पेश नही हुए और नोटिस पर जवाब देने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है।

रायपुर के सिविल लाईन थाने के प्रभारी ने कल देर शाम ईमेल के जरिए श्री संबित पात्रा को भेजे गए नोटिस में उनके खिलाफ धारा 504,505(1) (बी) (सी),469 एवं 188 के तहत दर्ज अपराध में आज शाम चार बजे थाने में व्यक्तिगत रूप से अथवा वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए उपस्थित होने को कहा गया था।नोटिस का पालन नही करने पर वैधानिक कार्यवाई की भी चेतावनी दी गई थी।

शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ द्वारा कोरोना को “इंडियन वेरिएंट”बताने पर लताड़ते हुए कहा:घटिया राजनीति करके अवसर तलाश रहे हैं,क्या यह देशद्रोह जैसा नहीं है,मौत पर ‘आग लगा दो’ जैसे बयान दे रहे हैं, जैसे उन्हें मौका मिल गया attacknews.in

भोपाल, 23 मई। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के कोरोना को लेकर दिए गए ‘इंडियन वेरिएंट’ संबंधी बयान पर आज तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि क्या यह देशद्रोह जैसा नहीं है। श्री चौहान ने कहा कि वे इसकी कड़ी निंदा करते हैं।

श्री चौहान ने वीडियो संदेश के जरिए कहा कि इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को श्री कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि एक तरफ हम जहां दिन.रात कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के काम में लगे हैं। कई दिनों से चैन की सांस नहीं ली। ऐसे में उम्मीद थी कि राष्ट्रीय संकट में देश एक होगा, राजनीतिक दल कम से कम इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाएंगे।

श्री चौहान ने कहा कि लेकिन उन्हें यह कहते हुए बेहद तकलीफ है कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ देश का मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं।

श्री चौहान के अनुसार ‘मेरा भारत कोविड’ इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना, ‘इंडियन कोरोना’ वाला बयान देना, क्या कांग्रेस को शोभा देता है। क्या श्री कमलनाथ को शोभा देता है। क्या श्रीमती सोनिया गांधी को शोभा देता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि जब जब इस देश पर संकट आया, सारे राजनीतिक दलों ने एकजुट होकर देश का साथ दिया है। एक नहीं ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जब पूरा देश एक साथ खड़ा हुआ है। महासंकट की इस घड़ी में श्री कमलनाथ घटिया राजनीति कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में सहयोग करना तो दूर, आपदा में जब लोग संकट में हैं, तो वे अवसर तलाश रहे हैं।

श्री चौहान ने प्रतिप्रश्न करते हुए कहा कि क्या श्री कमलनाथ के इस बयान से दूसरे देशों में रहने वाले भारतीयों का मनोबल कम नहीं होगा। क्या देश के सम्मान पर चोट नहीं पहुंचेगी। क्या यह बयान राष्ट्रीद्रोह जैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ मुख्यमंत्री रहे, केंद्रीय मंत्री रहे। उसके बाद भी यह घटिया व्यवहार।

उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश में दिन और रात मेहनत करके जनता को संकट से निकालने के प्रयास में लगे हुए हैं,लेकिन वे मौत में राजनीति का अवसर खोज रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए एक भी मृत्यु दुखद होती है, लेकिन मौत कहां नहीं हुयी। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में नहीं हुई। क्या महाराष्ट्र में नहीं हुयी। क्या दुनिया के बाकी देशों में नहीं हुई। एक.एक मौत हमारे दिल पर बोझ है। हम पीड़ित परिवारों की सेवा करने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैंं, लेकिन वे ‘आग लगा दो’ जैसे बयान दे रहे हैं, जैसे उन्हें मौका मिल गया।

श्री चौहान ने कहा कि क्या कांग्रेस नेता को मौत व्यथित नहीं करती। ज्यादा मौत दिखीं, तो आनंद आ गया कि मौका मिल गया। क्या यह विकृत मानसिकता नहीं है। घटिया सोच नहीं है।

उन्होंने कहा कि वे श्रीमती सोनिया गांधी से पूछना चाहते हैं कि ऐसे बयान देने वाले नेता पर क्या वे कोई कार्रवाई करेंगी। क्या देश को संकट से बचाने के इस समय हम घटिया राजनीति की पराकाष्ठा करेंगे। श्री चौहान ने कहा कि क्या श्री कमलनाथ को यह सब कहते हुए लज्जा भी नहीं आयी। इस तरह की सोच की हम कड़ी निंदा करते हैं।

श्री कमलनाथ ने दो दिन में भोपाल और उज्जैन में मीडिया के समक्ष कोरोना के संबंध में अनेक टिप्पणियां की हैं।

छत्तीसगढ़ में सूरजपुर के उद्दण्ड कलेक्टर को हटाया: युवक को थप्पड़ मारने ,उसका मोबाइल फोन फेंकने की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री ने दिए हटाने के निर्देश attacknews.in

रायपुर, 23 मई । छत्तीसगढ़ में सूरजपुर के जिलाधिकारी द्वारा एक युवक को थप्पड़ मारने और उसका मोबाइल फोन फेंकने की घटना का वीडियो वायरल हो गया है, जिसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिलाधिकारी को हटाने का निर्देश दिया है।

मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट किया, ‘‘सूरजपुर के जिलाधिकारी रणबीर शर्मा द्वारा एक नवयुवक से दुर्व्यवहार किए जाने का मामला सोशल मीडिया के माध्यम से मेरे संज्ञान में आया है। यह बेहद दु:खद और निंदनीय है। छत्तीसगढ़ में इस तरह का कोई कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जिलाधिकारी रणबीर शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए गए हैं।’’

बघेल ने एक अन्य ट्वीट किया, ‘‘शासकीय जीवन में किसी भी अधिकारी द्वारा इस तरह का आचरण स्वीकार्य नहीं है। मैं इस घटना से क्षुब्ध हूं। मैं युवक एवं उनके परिजनों से खेद व्यक्त करता हूं।’’

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राज्य प्रशासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी शर्मा का तबादला संयुक्त सचिव (प्रतीक्षारत) के रूप में नवा रायपुर स्थित मंत्रालय (सचिवालय) में कर दिया है। शर्मा की जगह रायपुर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौरव कुमार सिंह को सूरजपुर का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है।

सूरजपुर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लॉकडाउन लागू किया गया है। शर्मा द्वारा एक युवक को थप्पड़ मारने का वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।

इस वीडियो में दिख रहा है कि मास्क लगाए एक युवक को पुलिस ने रोका। युवक ने शर्मा को एक कागज और मोबाइल फोन पर कुछ दिखाने की कोशिश की, लेकिन इसी दौरान शर्मा ने उसका फोन जमीन पर फेंक दिया।

वीडियो में दिख रहा है कि शर्मा ने बाद में युवक को थप्पड़ भी मारा। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी और अधिकारी वहां पहुंचे और दो पुलिस कर्मियों ने युवक की डंडे से पिटाई की। वीडियो में सुनाई दे रहा है कि शर्मा युवक की पिटाई का आदेश दे रहे हैं।

वीडियो के वायरल होने के बाद शर्मा ने इस घटना के लिए माफी मांगी।

पुलिस के मुताबिक, युवक की पहचान अमन मित्तल (23) के रूप में की गई है। उसके खिलाफ लॉकडाउन के कथित उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।

वीडियो के वायरल होने के बाद शर्मा की सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हो रही है। लोगों ने उन्हें हटाने और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की है।

इस बीच आईएएस एसोसिएशन ने शर्मा के इस कृत्य की कड़ी निंदा की है।

एसोसिएशन ने ट्वीट किया, ‘‘ आईएएस एसोसिएशन सूरजपुर के जिलाधिकारी के व्यवहार की कड़ी निंदा करता है। यह अस्वीकार्य है और सेवा एवं सभ्यता के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। लोक सेवकों को हमेशा और खासकर इस कठिन समय में समाज के लोगों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए।’’

नगालैंड की सीमा से लगे असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी के 8 उग्रवादी मारे गए attacknews.in

दीफू, 23 मई। नगालैंड की सीमा से लगे असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में रविवार को दिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी (डीएनएलए) के आठ उग्रवादी मारे गए।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।

इससे पहले, अधिकारी ने मुठभेड़ में छह उग्रवादियों के मारे जाने की जानकारी दी थी, क्योंकि तब तक अन्य दो उग्रवादियों के शव बरामद नहीं हुए थे।

अधिकारी ने बताया कि पश्चिम कार्बी आंगलोंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश सोनोवाल के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों और असम राइफल्स के जवानों की टीम ने एक खुफिया सूचना के आधार पर जिले में संयुक्त अभियान चलाया।

उन्होंने बताया कि इस दौरान मिचिबैलुंग इलाके में सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में प्रतिबंधित संगठन के आठ सदस्य मारे गए।

शुरुआत में छह उग्रवादियों के शव बरामद हुए थे और दो अन्य शव दूरस्थ इलाके में तलाश अभियान के दौरान बाद में मिले। ऐसा संदेह है कि ये शव संगठन के दो शीर्ष नेताओं के हैं।

उन्होंने बताया कि मारे गए उग्रवादियों के पास से चार एके-47 राइफल और गोला-बारूद बरामद किया गया है।

उन्होंने बताया कि दाउजीफांग इलाके में एक पुजारी की हत्या के बाद पिछले सप्ताह से जिले में तलाश अभियान जारी है। मुठभेड़ संबंधी विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतारेस ने भारत,अमेरिका व अन्य क्षेत्रों में कोविड-19 की वृद्धि पर कहा: “सांसों के लिए सचमुच संघर्ष कर रहे हैं लोग,महामारी अब भी हमारे बीच है और स्वरूप बदल-बदल कर फल-फूल रही है” attacknews.in

संयुक्त राष्ट्र, 23 मई ।संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि भारत, दक्षिण अमेरिका और अन्य क्षेत्रों में कोविड-19 मामलों की हालिया वृद्धि ने “लोगों को हमारी आंखों के सामने सांसों के लिए सचमुच संघर्ष करने के लिए” छोड़ दिया है।

उन्होंने आगाह किया कि वैश्विक महामारी अब भी “हमारे बीच है, जो स्वरूप बदल रही है और तेजी से फैल रही है”।

गुतारेस ने विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में दिए गए अपने बयान में शुक्रवार को कहा, “मैंने कोविड-19 वैश्विक महामारी की शुरुआत से चेताया है कि जब तक सब सुरक्षित नहीं हो जाते, तब तक कोई भी सुरक्षित नहीं है। टीकों, जांचों, दवाओं और ऑक्सीजन समेत अन्य आपूर्तियों तक असमान पहुंच ने गरीब देशों को वायरस के सामने लाचार कर दिया है।”

उन्होंने कहा, “भारत, दक्षिण अमेरिका और अन्य क्षेत्रों में कोविड-19 के मामलों की हालिया वृद्धि ने लोगों को हमारी आंखों के सामने सांसों के लिए सचमुच संघर्ष करने के लिए छोड़ दिया है। वैश्विक महामारी अब भी हमारे बीच है और स्वरूप बदल-बदल कर फल-फूल रही है।”

उन्होंने कहा, “यह साफ तौर पर समझ लें कि हम वायरस के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं और अगर आप वायरस के साथ युद्ध कर रहे हैं, तो हमें युद्ध परिदृश्य के नियमों के हिसाब से अपने हथियारों से लड़ना होगा और हम अब भी वह नहीं कर रहे हैं। यह बात टीकों के लिहाज से सच है और यह वायरस के खिलाफ जंग में दूसरे तत्वों के लिहाज से भी सच है।”

कोवैक्स को जहां अब तक पूरे विश्व में 17 करोड़ टीके पहुंचा देने चाहिए थी, लेकिन टीकाकरण को लेकर राष्ट्रवाद, सीमित उत्पादन क्षमता और वित्तपोषण के अभाव में यह आंकड़ा महज 6.5 करोड़ पर है।

गुतारेस ने कहा, “मैं जी20 देशों से वित्तीय मदद देने और उदाहरण पेश कर अगुवाई करने का आह्वान करता हूं। अरबों का निवेश खरबों की बचत करने के साथ ही जीवन बचा सकता है।”

गुतारेस ने जोर दिया कि जल्द एवं पूरे विश्व में टीकाकरण तथा निरंतर जन स्वास्थ्य उपायों से ही वैश्विक महामारी को समाप्त किया जा सकता है और अधिक खतरनाक स्वरूपों को पैर जमाने से रोका जा सकता है।

उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि अब तक दुनिया के 82 प्रतिशत टीकों की खुराक संपन्न देशों को गई है जबकि कम आय वर्ग वाले देशों में महज 0.3 प्रतिशत खुराक पहुंची हैं।

फिर से बढ़े दाम; दिल्ली में डीजल ₹ 84 से ऊपर निकला, मुंबई में पेट्रोल ₹ 100 के करीब:इस महीने 12वीं बार दाम बढ़ने से पेट्रोल ₹ 2.81लीटर और डीजल की कीमत ₹ 3.34 प्रति लीटर बढ़ी attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 मई । ईंधन के दाम में रविवार को एक बार फिर बढ़ोतरी से जहां दिल्ली में डीजल की कीमत 84 रुपये लीटर के ऊपर चली गयी वहीं मुंबई में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के करीब पहुंच गयी है।

सार्वजनिक क्षेत्र की ईंधन खुदरा कंपनियों की अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल के दाम में 17 पैसे लीटर और डीजल में 29 पैसे लीटर की वृद्धि की गयी है।

इस महीने में ईंधन के दाम में यह 12वीं बार वृद्धि की गयी है। इससे देश भर में पेट्रोल और डीजल के मूल्य अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गये हैं।

इस वृद्धि के साथ दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 93.21 रुपये लीटर जबकि डीजल 84.07 रुपये प्रति लीटर पहुंच गयी।

इस वृद्धि के साथ राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई शहरों में कीमत 100 रुपये के ऊपर पहुंच गयी है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के करीब पहुंच गयी है।

मुंबई में अब एक लीटर पेट्रोल का दाम 99.49 रुपये जबकि डीजल 91.30 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है।

वैट (मूल्य वर्धित कर) जैसे स्थानीय करों और माल ढुलाई शुल्क के कारण ईंधन के दाम हर राज्य में अलग-अलग हैं। राजस्थान में पेट्रोल पर वैट सर्वाधिक है। उसके बाद मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र का स्थान है।

तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले 15 दिनों में मानक ईंधन के औसत मूल्य और विनिमय दर के आधार पर रोजाना कीमतों में संशोधन करती हैं।

चार मई के बाद ईंधन के दाम में यह 12वीं बार वृद्धि की गयी है। उससे पहले, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में विधानसभा चुनावों के कारण 18 दिनों तक ईंधन के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया था।

राजस्थान के श्री गंगानगर जिले में पेट्रोल और डीजल सबसे महंगा है। वहां पेट्रोल जहां 104.18 रुपये प्रति लीटर है वहीं डीजल 96.91 रुपये प्रति लीटर।

इस महीने 12वीं बार दाम बढ़ने से पेट्रोल 2.81 रुपये लीटर और डीजल की कीमत 3.34 रुपये प्रति लीटर बढ़ी है।

शेयर बाजार में तेजी के साथ भारत की 10 मूल्यवान कंपनियों में से नौ के बाजार पूंजीकरण में 2.41 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 मई । शेयर बाजार में तेजी के साथ देश की 10 सर्वाधिक मूल्यवान कंपनियों में से नौ के बाजार पूंजीकरण (एमकैप) में पिछले कारोबारी सप्ताह में 2,41,177.27 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। इसमें सर्वाधिक लाभ में एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज रही।

पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 1,807.93 अंक यानी 3.70 प्रतिशत मजबूत हुआ।

शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में केवल हिंदुस्तान यूनिलीवर लि. (एचयूएल) के बाजार मूल्यांकन में गिरावट दर्ज की गयी।

आलोच्य सप्ताह में एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) 60,584.04 करोड़ रुपये उछलकर 8,25,619.53 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज का एमकैप 40,604.13 करोड़ रुपये बढ़कर 12,68,459.17 करोड़ रुपये रहा।

भारतीय स्टेट बैंक का बाजार मूल्यांकन 36,233.92 करोड़ रुपये बढ़कर 3,57,966.17 जबकि आईसीआईसीआई बैंक का एमकैप 31,319.99 करोड़ रुपये बढ़कर 4,44,563.06 करोड़ रुपये पहुंच गया।

बजाज फाइनेंस का बाजार पूंजीकरण 18,279.85 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 3,39,871.90 करोड़ रुपये तथा एचडीएफसी का एमकैप 16,983.46 करोड़ रुपये बढ़कर 4,53,863.21 करोड़ रुपये पहुंच गया।

इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण 16,148.39 करोड़ रुपये बढ़कर 5,77,208.83 और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का बाजार मूल्यांकन 10,967.68 करोड़ रुपये बढ़कर 11,39,455.78 करोड़ रुपये रहा।

कोटक महिंद्रा बैंक का मूल्यांकन 10,055.81 करोड़ रुपये बढ़कर 3,48,414.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

इसके उलट, एचयूएल का बाजार पूंजीकरण 3,777.84 करोड़ रुपये घटकर 5,54,667.44 करोड़ रुपये पर आ गया।

बाजार पूंजीकरण के लिहाज से रिलायंस इंडस्ट्रीज सूची में शीर्ष पर रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, एचयूएल, एचडीएफसी लि., आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, कोटक महिंद्रा बैंक और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।