होली के जुलूस में जूते खाते हुए निकले “लाट साहब”, पुलिस ने दी सलामी,22 थानों के साथ पुलिस लाइन के बल के अलावा 1 RAF,2 PAC कंपनी के साथ 225 मजिस्ट्रेट,प्रशासनिक अधिकारी समेत डेढ़ हजार पुलिसकर्मी रहे तैनात attacknews.in

शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश), 29 मार्च । शाहजहांपुर जिले में होली पर्व पर निकलने वाला ‘लाट साहब’ का जुलूस सोमवार को परम्परागत तरीके से निकाला गया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र से निकला बड़े लाट साहब का जुलूस सबसे पहले फूलमती मंदिर पहुंचा जहां लाट साहब ने पूजा-अर्चना की। उसके बाद यह जुलूस कोतवाली पहुंच गया जहां परंपरा के तहत कोतवाल ने लाट साहब को सलामी दी। सलामी लेने के बाद लाट साहब ने कोतवाल प्रवेश सिंह से साल भर हुए अपराधों का ब्योरा मांगने की रिवायत पूरी की। उसके बाद कोतवाल ने परम्परा के अनुसार लाट साहब को शराब की बोतल और नकद धनराशि दी।

कोतवाली से जुलूस निकलकर चार खंबा और केरूगंज होते हुए कचहरी मार्ग से विश्वनाथ मंदिर पहुंचा, जहां फिर लाट साहब ने पूजा अर्चना की। उसके बाद घंटाघर होते हुए यह जुलूस बंगला के नीचे सम्पन्न हो गया।

जुलूस के दौरान लाट साहब को एक बैलगाड़ी पर तख्त के ऊपर कुर्सी डालकर बैठाया गया था। उन्हें चोट ना लगे, इसलिए हेलमेट भी लगाया गया था। उनके सेवक बने दो होरियारे झाड़ू से हवा करते रहे एवं जूतों की माला पहने लाट साहब पर होरियारे ‘होलिका माता की जय’ बोलते हुए जूते बरसाते नजर आये।

पुलिस अधीक्षक एस. आनंद ने बताया कि जुलूस को सकुशल संपन्न कराने के लिए पूरे जिले के 22 थानों से तथा पुलिस लाइन से पुलिस बल के अलावा एक कंपनी आरएएफ तथा दो कंपनी पीएसी के साथ 225 मजिस्ट्रेट तथा प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस बल समेत डेढ़ हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।

इस बीच, अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) संजय कुमार ने बताया कि होली पर शहर में निकलने वाले छोटे लाट साहब के आठ और जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न हो गए। इन जुलूसों में भी मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।

आयोजन समिति के एक सदस्य ने बताया कि इस बार दिल्ली से आ रहे लाट साहब को रोककर मुरादाबाद से लाट साहब को बुलाया गया था। लाट साहब बनाए जाने वाले व्यक्ति को एक निश्चित धनराशि तो दी ही जाती है साथ ही आयोजन समिति के सदस्य भी इनाम के तौर पर हजारों रुपए देते हैं।

उन्होंने बताया कि लाट साहब की पहचान छिपाने के लिए चेहरा हाथ पर कालिख लगाई जाती है तथा हेलमेट पहनाया जाता है। जुलूस के पूरे मार्ग पर होरियारे ‘लाट साहब की जय’, ‘होलिका माता की जय’ बोलते हुए लाट साहब को जूते मारते हैं।

स्वामी शुकदेवानंद कॉलेज में इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर विकास खुराना ने लाट साहब के जुलूस की परंपरा के बारे में बताया कि शाहजहांपुर शहर की स्थापना करने वाले नवाब बहादुर खान के वंश के आखिरी शासक नवाब अब्दुल्ला खान पारिवारिक लड़ाई के चलते फर्रुखाबाद चले गए और वर्ष 1729 में 21 वर्ष की आयु में वापस शाहजहांपुर आए।

उन्होंने बताया कि नवाब हिंदू मुसलमानों के बड़े प्रिय थे। एक बार होली का त्यौहार हुआ तब दोनों समुदायों के लोग उनसे मिलने के लिए घर के बाहर खड़े हो गए और जब नवाब साहब बाहर आए तब लोगों ने होली खेली। बाद में नवाब को ऊंट पर बैठाकर शहर का एक चक्कर लगाया गया। इसके बाद से यह परंपरा बन गई।

खुराना ने बताया कि शुरू में बेहद सद्भाव पूर्ण रही इस परंपरा का स्वरूप बाद में बिगड़ता ही चला गया और लाट साहब को जूते मारने का रिवाज शुरू कर दिया गया। इस पर आपत्ति भी दर्ज कराई गई और मामला अदालत में भी पहुंचा लेकिन न्यायालय ने इसे पुरानी परंपरा बताते हुए इस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।

सार्वजनिक जलाई गई होलिका की आग को पुनः प्रज्वलित करने ज्वलनशील पदार्थ डालते ही लपटें अचानक तेजी से भभकने पर चारों युवक आग में जले attacknews.in

भरतपुर 29 मार्च । राजस्थान के भरतपुर से लगते उत्तरप्रदेश के गोवर्धन कस्बे में ज्वलनशील पदार्थ डालने से भभकी होलिका की आग में चार लोगों के झुलस जाने का मामला सामने आया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार रात होलिका दहन के काफी देर बाद ये चारों जब अपने होलिका जलाने के लिए मेवाती मोहल्ले पहुंचकर सार्वजनिक रूप से जलाई गई होलिका की आग को पुनः प्रज्वलित करने के लिए उसमें ज्वलनशील पदार्थ डाल दिया जिससे आग की लपटें अचानक तेजी से भभक उठी और इन चारों को अपनी चपेट में ले लिया और झुलस गए।

इनमें से एक युवक ने आग को तेज करने के लिए होलिका की अग्नि में ज्वलनशील पदार्थ डाल दिया था, जिससे अचानक लपटें तेजी से उठी और चारों युवकों को लपेटे में ले लिया।

घटना देर रात की मेवाती मोहल्ले की बताई जाती है। होलिका दहन तो शाम को ही हो गया था, लेकिन वे शगुन के लिए होलिका की अग्नि लेने के लिए देर रात वहां पहुंचे थे। जब वे वहां पहुंचे तो होलिका की अग्नि लगभग ठंडी पड़ चुकी थी।

उन्होंंने उस ठंडी पड़ती अग्नि की मामूली चिंगारी को तेज करने के लिए ज्वलनशील पदार्थ का प्रयोग किया और उसमें डाल दिया।

जैसे ही ऐसा किया गया, अंदर की ओर धधक रही आग ने बड़ा रूप ले लिया और आग की लपटों से चारों युवक झुलस गए। घटना के दौरान तुरंत ही स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। हालांकि तब तक वे काफी झुलस गए थे।

इनमें दो की हालत गंभीर है, जिन्हें भरतपुर के अस्पताल ले जाया गया, जबकि दो का इलाज गोवर्धन के अस्पताल में चल रहा है। घटना मे गोवर्धन के पंकज मित्तल व डीग के उमेशचंद अग्रवाल सहित दो अन्य युवक झुलसे। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने आसपास के सीसीटीवी निकलवाए हैं, जिसके आधार पर जानकारी जुटाई जा रही है।

पाकिस्तान के रावलपिंडी में सौ साल पुराने हिंदू मंदिर पर मुस्लिम कट्टरपंथियों का हमला,दरवाजों के साथ-साथ सीढ़ियां तहस-नहस कर दी attacknews.in

इस्लामाबाद, 29 मार्च। पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में 100 साल से भी अधिक पुराने एक हिंदू मंदिर पर अज्ञात लोगों के एक समूह ने हमला किया है। पुलिस को मिली शिकायत में यह बात कही गई है। इस मंदिर के नवीकरण का काम चल रहा है।

शिकायत के अनुसार शहर के पुराना किला इलाके में शनिवार शाम साढ़े सात बजे 10 से 15 लोगों के समूह ने मंदिर पर हमला किया और ऊपरी मंजिल के मुख्य द्वार तथा एक अन्य दरवाजे के साथ-साथ सीढ़ियां भी तोड़ दीं।

‘डॉन’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) उत्तरी जोन के सुरक्षा अधिकारी सैयद रजा अब्बास जैदी ने रावलपिंडी के बन्नी थाने में शिकायत दी, जिसमें बताया गया है कि पिछले एक महीने से मंदिर के निर्माण और नवीनीकरण का काम चल रहा है।

उन्होंने कहा कि मंदिर के सामने कुछ अतिक्रमण किया गया था, जिसे 24 मार्च को हटा दिया गया। मंदिर में धार्मिक गतिविधियां शुरू नहीं हुई हैं और न ही वहां पूजा के लिये कोई मूर्ति रखी गई है।

उन्होंने मंदिर और उसकी पवित्रता को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

इससे पहले, अतिक्रमण करने वालों ने मंदिर के आसपास दुकानें और पटरियां बनाकर काफी लंबे समय से कब्जा कर रखा था।

जिला प्रशासन ने पुलिस की मदद से हाल ही में सभी तरह का अतिक्रमण हटा दिया। मंदिर को अतिक्रमण मुक्त कराए जाने के बाद नवीनीकरण का काम शुरू हुआ था।

इस बीच, मंदिर के प्रशासक ओम प्रकाश ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि सूचना मिलते ही रावलपिंडी के पुलिस कर्मी वहां पहुंचे और हालात काबू में किया।

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार प्रकाश ने कहा कि पुलिस मंदिर के साथ-साथ उनके घर के बाहर भी तैनात है। हालांकि उन्होंने कहा कि मंदिर में होली का जश्न नहीं मनाया जाएगा।

इटावा में होली की रात खेली गई खून की होली: पूर्व प्रधान के बेटे की हत्या और एक ही कमरे में बंद नौकर ने की आत्महत्या attacknews.in

इटावा, 29 मार्च । उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के जसवंतनगर में होली पर नगला नरिया में आज खून की होली खेली गई ,जिसमें दो लोगों की जान चली गई,मरने वालों में एक परिवार के मुखिया का पुत्र तथा दूसरा उनका नौकर है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा0 बृजेश सिंह के अनुसार पूर्व प्रधान मंडी आढ़तिया अमलेश कुमार यादव ने बताया कि उनका 21 वर्षीय पुत्र गुरवेश उर्फ मयंक शनिवार शाम गोवर्धन मथुरा परिक्रमा करने के लिए रिश्तेदारो तथा गांव के लोगो के साथ गया था ।

वह रविवार की शाम करीब पांच बजे घर वापस लौटा था और सो गया ।

रात करीब 11 बजे उसके पिता ने खाने के लिए फोन किया तो उसने मना कर दिया कि वह सो रहा है ।

खाने का मन नहीं है वह नीचे वाले कमरे मे सो रहा था वही पास मे उसका 30 वर्षीय नौकर मुकेश कुमार भी सो रहा था ।

उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह करीब छह बजे उसके भाई कृपाल सिंह उठे और उन्होंने नीचे आकर खिड़की खोली तो सामने दुपट्टे से लटका हुआ नौकर मुकेश का शव देखा तो वह अंदर गये तो चादर से ढ़का मयंक का शव मिला।

पास में ही कुल्हाडी भी पड़ी मिली।

श्री सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद वह एसपी सिटी प्रशांत कुमार एवं कई थानों के पुलिस बल के साथ नगला नरिया गये और फोरेसिंक विशेषज्ञ व डाग स्क्वायड भी मौके पर पहुंचे।

पुलिस की टीमो ने घटनास्थल का मुआयना किया।

उन्होंने बताया कि घर में जितने गेट लगे है कोई गेट खुला नहीं था ,जिसमें दोनो की मृत्यु हुई है एक पर कुल्हाडी का बार है तथा दूसरे दुपट्टे से फंदा लगा मिला है ।

उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पायेगा की इनकी मौत कैसे हुई ।

घर मे केबल चार लोग ही थे ।

परिवार के लोगो का कहना है कि उनकी किसी से रंजिश नहीं है अभी परिवार के लोगों ने तहरीर नहीं दी है वह तहरीर देंगे उसी के हिसाब से पुलिस जांच करेगी।

परिजनों के अनुसार मृतक मयंक ने बीएससी कर रखी थी।

वह अपने पिता के साथ घर के काम हाथ बटाता था ।

मृतक नौकर मुकेश जो लगभग आठ माह पहले ही आया था और फिरोजाबाद का रहने वाला बताता था।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने दुशांबे में भारत के विदेश मंत्री के साथ मुलाकात किए जाने की बात को नकारते हुए भारत के साथ संबंधों की बहाली के प्रस्ताव से किया इंकार attacknews.in

इस्लामाबाद, 29 मार्च। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में मंगलवार को होने वाले ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात के लिए अभी तक कोई बैठक न तय है और न ही इसका कोई प्रस्ताव दिया गया है।

मीडिया में प्रकाशित एक खबर में यह जानकारी सामने आई।

सम्मेलन में दोनों मंत्रियों के शामिल होने की खबर से उनकी मुलाकात की अटकलें लगाई जा रही हैं।

कुरैशी ने रविवार को डॉन अखबार से कहा कि उनके और जयशंकर के बीच कोई बैठक न तय है न ऐसा कोई प्रस्ताव दिया गया है।

भारत और पाकिस्तान द्वारा पर्दे के पीछे से राजनयिक संबंधों की पूर्ण बहाली के प्रयास के बारे में मीडिया में आई खबरों पर पूछे गए सवाल के जवाब में कुरैशी ने कहा, “अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।”

जयशंकर ने सम्मेलन में कुरैशी से मुलाकात करने के बारे में भी पिछले सप्ताह पूछे गए सवालों का सीधे तौर पर जवाब नहीं दिया था।

उन्होंने 26 मार्च को नयी दिल्ली में आयोजित ‘इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव’ में कहा था, “मेरा कार्यक्रम बन रहा है। मुझे नहीं लगता कि अभी तक ऐसी किसी बैठक की योजना बनी है।”

भारत के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि जयशंकर सम्मेलन में भाग लेने के दौरान अन्य देशों के नेताओं से बातचीत कर सकते हैं।

शरद पवार अस्पताल में भर्ती,बुधवार को होगा आपरेशन attacknews.in

मुंबई, 29 मार्च । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के पेट में दर्द होने के बाद उन्हें रविवार को मुंबई के ब्रीचकैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

महाराष्ट्र के एक मंत्री एवं राकांपा नेता नवाब मलिक ने बताया कि श्री पवार को वरिष्ठ डाक्टरों की निगरानी में भर्ती किया गया है। गॉलब्‍लैडर में कुछ परेशानी के कारण बुधवार को उनका ऑपरेशन किया जायेगा।

उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी परिवार की सैफई की होली इस बार मुलायम सिंह यादव के यहां नहीं आने पर अखिलेश यादव एवं शिवपाल सिंह यादव के खेमों में बंट गई attacknews.in

इटावा,29 मार्च । देश में चर्चा के केंद्र में रहने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) परिवार की सैफई की होली इस बार मुलायम सिंह यादव के यहां नहीं आने पर अखिलेश एवं शिवपाल के खेमों में बट गई ।

एक खेमा मुलायम सिंह यादव के भाई प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) का गठन कर चुके शिवपाल सिंह यादव हैं तो दूसरी ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव, पार्टी महासचिव प्रो0 रामगोपाल यादव और परिवार के तमाम छोटे-बड़े राजनीतिक गैर राजनीतिक सदस्य खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं ।

सैफई मंच पर प्रो.रामगोपाल यादव जब पहुंचे तो यहां परिवार के सबसे बड़े होने के नाते अखिलेश यादव ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया ।

पंचायत चुनाव को लेकर जहां एक ओर शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे और निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव को एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने का आशीर्वाद दिया है ऐसे में शिवपाल की मुलायमी होली से दूरी कही न कही बड़ा संकेत माना जा रहा है।

सबसे बड़ी और खास बात तो यह रही कि इससे पहले हमेशा सपा प्रमुख अखिलेश यादव और महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव का संबोधन हुआ करता था जबकि इस बार वह संबोधन आज नहीं सुनाई दिया ।

शिवपाल ने भले ही मुलायम के आंगन की होली में इस दफा शामिल होना मुनासिब नहीं समझा जबकि इससे पहले पिछले साल एक मंच पर अखिलेश ,शिवपाल थे लेकिन तब मुलायम मौजूद रहे थे ,लेकिन इसबार मुलायम की गैर मौजूदगी में अखिलेश और शिवपाल का अलग-अलग मंच सजा है।

जीवन में जोश और उमंग पैदा करने वाले रंग के पर्व होली के मौके पर मुलायम का कुनबा अपने आंगन में एक साथ जमा हुआ करता था वह आज पूरी तरह से अलग-थलग नजर आया ।

मुलायम के आंगन मे होली जश्न में जहाॅ अखिलेश रामगोपाल,धर्मेद्र,तेजप्रताप,अक्षय,अभिेषक,अनुराग और कार्तिकेय दिखाई दिये वही शिवपाल अपने बेटे आदित्य समर्थको के साथ एस एस मेमोरियल में रहे ।

लंबे अरसे से अपने भतीजे अखिलेश यादव से वैचारिक मतभेद के चलते अलग पार्टी का गठन कर चुके शिवपाल सिंह यादव ने होली के मौके पर इस दफा एक नई इबारत लिख डाली है ।

उन्होंने अपने पिता सुधर सिंह के नाम पर स्थापित किए एस.एस.मेमोरियल स्कूल में होली का जश्न अपने समर्थकों के साथ में मनाया ।

बेशक शिवपाल सिंह यादव ने अपनी अलग पार्टी का गठन कर लिया हो, लेकिन अभी तक उन्होंने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है ।

शिवपाल सिंह यादव अपनी परंपरागत जसवंतनगर विधानसभा से सपा से ही विधायक है ।

इस मौके पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने अंदाज में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसाते हुए कहा कि बुरा न मानो होली है। यह योगीजी की मुख्यमंत्री रहते हुए आखिरी होली है। अगले साल प्रदेश की जनता को नई सरकार के साथ होली मनाने का मौका मिलेगा।

अखिलेश यादव ने कहा कि बुरा न मानो होली है। लेकिन फिर भी ये बात कहनी चाहिए कि जितना भेदभाव भाजपा सरकार में हो रहा है, उतना कभी किसी की सरकार में नहीं हुआ। इसके कई उदाहरण हैं, एक उदाहरण नहीं जहां हम ये नहीं कह सकते हैं कि भेदभाव नहीं हुआ है। शेर पले बढ़े यहां पर, लाइन सफारी शुरू होनी चाहिए थी। लाइन सफारी इसलिए नहीं शुरु हुई क्योंकि इससे देश ही दुनिया का आकर्षण इटावा की तरफ बढ़ेगा। टूरिस्ट बढ़ेगा। इससे किसी न किसी को रोजगार मिलेगा। लेकिन सरकार जानबूझकर इटावा व समाजवादी कार्यक्रमों से भेदभाव कर रही है

तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हमले में घायल हुई भाजपा कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार की मां की मौत : अमित शाह ने उनकी मौत का जिम्मेदार बेरहमी से की गई पिटाई को बताया attacknews.in

 

कोलकाता 29 मार्च । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को उत्तरी 24 परगना जिले में स्थित निमता रेजिडेंस में पिछले माह कथित तौर पर तृणमूल समर्थकों के हमले में 84 वर्षीय शोभा मजुमदार के निधन पर शोक व्यक्त किया।

तृणमूल समर्थकों पर श्रीमती मजुमदार और उनके बेटे की बेरहमी से पिटाई करने का आरोप है। श्री शाह ने ट्वीट कर कहा, “बंगाल की बेटी शोभा मजुमदार जी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ जिन्हें तृणमूल के गुंडों ने बेरहमी से पीटा था।”

एक महीने तक चेहरा समेत विभिन्न हिस्सों पर अपनी जख्मों से लड़ने के बाद श्रीमती मजुमदारने सोमवार को तड़के निमता थाना क्षेत्र के पटना-ठाकुरतला निवास में अंतिम सांस ली।

उत्तरी दमदम विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नंबर छह की निवासी श्री मजुमदार 27 फरवरी को अपने पुत्र और भाजपा कार्यकर्ता गोपाल मजुमदार को बचाने का प्रयास कर रही थीं, तो उसी दौरान युवकों के एक गिरोह ने उनपर भी हमला कर दिया था।

श्री गोपाल जन्म से ही दिव्यांग है। हमलावर किसी तरह घर में घुसने में कामयाब रहे और मां-बेटे को मारकर बुरीतरह घायल कर दिया था। श्रीमती मजुमदार को चार-पांच दिनों तक अस्पताल में ही भर्ती रहना पड़ा। बाद में उन्हें निमता स्थित निवास पर ही उनका इलाज किया जा रहा था, जहां आज सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली।

इस हमले के दौरान श्रीमती मजुमदार का चेहरा बुरीतरह क्षतिग्रस्त हो गया था। उनके उपर बनाये गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसकी तीखी आलोचना की गयी।

केंद्रीय गृह मंत्री ने ट्वीट किया,“उनके परिवार का दर्द और घाव लंबे समय तक ममता दीदी (मुख्यमंत्री एवं तृणमूल प्रमुख) को परेशान करेगा। बंगाल हिंसा मुक्त राज्य के लिए लड़ेगा, तथा बंगाल हमारी बहनों और माताओं के लिए एक सुरक्षित राज्य की लड़ाई लड़ेगा।”

भाजपा समर्थकों ने निमता पुलिस थाने पर धरना दिया और एम बी रोड पर टायर जला कर विरोध प्रदर्शन किया है।

हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि उनके कार्यकर्ता किसी हमले में शामिल नहीं रहे हैं और महिला की मौत उम्र संबंधी बीमारियों के कारण हुई है।

केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी ने कहा कि शोभा मजुमदार 27 फरवरी को तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हमले में घायल हो गयी थी और और इस वजह से उनकी मौत हो गयी ।

वहीं दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत राय ने इन आरोपों को खारिज करते हुये कहा कि इस घटना का राजनीति से कोई संबंध नहीं है और भारतीय जनता पार्टी इस मौत का अनावश्यक रूप से फायदा उठाना चाहती है।

बुजुर्ग महिला की मौत को लेकर पर ममता का शाह से सवाल, ‘हाथरस मामले पर चुप क्यों रहे’

नंदीग्राम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में ‘भाजपा कार्यकर्ता की मां’ की मौत को लेकर उत्पन्न आक्रोश के बीच सोमवार को कहा कि वह महिलाओं के खिलाफ हिंसा का समर्थन नहीं करतीं और उन्हें मौत की असली वजह नहीं पता।

बनर्जी ने पूछा कि जब भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में महिला को ‘उत्पीड़न कर जान से मार दिया गया’, तब केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह क्यों चुप थे।

भाजपा का दावा है कि पिछले महीने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के निमता इलाके में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने भगवा पार्टी कार्यकर्ता की 82 वर्षीय बुजुर्ग मां पर हमला किया था और चोट के चलते उनकी मौत हो गई।

बनर्जी ने नंदीग्राम में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं नहीं जानती की बहन की मौत कैसे हुई। हम महिलाओं के खिलाफ हिंसा का समर्थन नहीं करते। मैंने अपनी बहनों और माताओं के खिलाफ हिंसा का समर्थन नहीं किया है। ‘

उन्होंने कहा, ‘लेकिन भाजपा अब इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है। अमित शाह ट्वीट कर रहे हैं कि बंगाल का क्या हाल है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में जब महिला पर हमला किया गया और बर्बरता दिखाई गई तब वह क्यों चुप रहे?’

बनर्जी ने कहा कि फिलहाल राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है, लिहाजा कानून-व्यवस्था चुनाव आयोग के हाथ में हैं।

उन्होंने कहा, ‘बीते कुछ दिन में तृणमूल कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है।’

ममता बनर्जी ने व्हीलचेयर पर नंदीग्राम में पदयात्रा के बाद जन सभा में तृणमूल कार्यकत्र्ताओं के हमले में घायल महिला शोभा मजूमदार की मौत के असल कारण की जानकारी होने से किया इंकार attacknews.in

नंदीग्राम, 29 मार्च । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि वह महिलाओं के खिलाफ हिंसा का समर्थन नहीं करती हैं और उन्हें शोभा मजूमदार की मौत के असल कारण की जानकारी नहीं है।

सुश्री बनर्जी ने इसी के साथ आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भारतीय जनता पार्टी शासित उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार को लेकर चुप्पी क्यों साधे रहते हैं।

तृणमूल सुप्रीमो ने कहा, “ भाजपा अब शोभा मजूमदार के निधन का राजनीतिकरण कर रही है। अमित शाह ट्वीट करके कह रहे हैं कि बंगाल का क्या हाल है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में जब महिला पर अत्याचार किया गया, तब वह चुप क्यों रहे।”

उन्होंने कहा कि बंगाल में आदर्श आचार संहिता लागू है और कानून-व्यवस्था अब चुनाव आयोग के हाथों में है। तीन तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पिछले कुछ दिनों में हत्या कर दी गयी।

उन्होंने कहा कि बहुत अधिक लालच अच्छा नहीं होता। वह ( अधिकारी) ‘न घर का रहा न घाट का।’

तृणमूल सुप्रीमो ने यहां व्हीलचेयर पर विशाल पद यात्रा की। पिछले महीने एक कथित हमले में उनके घायल हो जाने के बाद उनका यहां यह पहला रोडशो था।

सुश्री बनर्जी ने खुदीराम मोड से नंदीग्राम ब्लॉक-2 के ठाकुर चौक तक पद यात्रा की। इसमें हजारों लोग इसमें शामिल हुए, वे तृणमूल का झंडा लिए हुए थे।

तृणमूल अध्यक्ष ने घोषणा की है कि वह बृहस्पतिवार को मतदान होने तक नंदीग्राम में ही रहेंगी।

दूसरे चरण के दौरान एक अप्रैल को यहां होने वाला चुनाव बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। तृणमूल सुप्रीमो यहां से अपने पूर्व मंत्रिमंडलीय सहयोगी सुवेन्दु अधिकारी से खिलाफ खड़ी हुई हैं। अधिकारी ने पिछले वर्ष दिसम्बर में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।

इससे पहले सुश्री बनजी ने बंगाल में पहले चरण के हुए चुनाव में 30 में से 26 सीटें जीतने के श्री शाह के दावे को लेकर उन पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा को उस चरण में एक भी सीट नहीं मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने चांदीपुर इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा पूरी 30 सीटें जीत लेने का दावा क्यों नहीं करती, क्या चार सीटें उसने कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के लिए छोड़ दी हैं।

उन्होंने कहा, “ तुमको (भाजपा) बड़ा रोसोगुल्ला(जीरो) मिलेगा।”

उन्होंने अगले चरण के चुनाव में केन्द्रीय बलों से निष्पक्ष रहना सुनिश्चित करने का आग्रह करते हुए कहा कि वे भाजपा के लिए वोट की खातिर हेरफेर न करें।

इस बीच, भाजपा के सूत्रों ने बताया कि कल नंदीग्राम में होने वाले रोडशो में श्री शाह के शामिल होने की संभावना है।

श्री शाह ने बंगाल के बेहतर भविष्य के लिए नंदीग्राम के लोगों से भाजपा को वोट देने की अपील की। उन्होंने सुश्री बनर्जी की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बंगलादेश की यात्रा को लेकर आलोचना किये जाने पर कहा कि यह दौरा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए था। इस दौरे का चुनावों से कुछ लेना-देना नहीं है।

दूसरे चरण के लिए मतदान 30 अप्रैल शाम पांच बजे खत्म होगा। भाजपा के सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी नंदीग्राम में रोडशो में हिस्सा ले सकते हैं।

महाराष्ट्र के गडचिरौली जिले में पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो महिला नक्सली समेत पाचं उग्रवादी मारे गये attacknews.in

 

गढ़चिरौली 29 मार्च । महाराष्ट्र के गडचिरौली जिले में साेमवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो महिला नक्सली समेत पाचं उग्रवादी मारे गये।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गडचिरौली जिले के कुरखेदा तहसील के खोब्रामेंधा जंगल क्षेत्र में मुठभेड़ आज सुबह साढ़े सात और आठ बजे के बीच हुई। गडचिरौली पुलिस के सी-60 कमांडो उस समय उसी जंगली इलाके में तलाश अभियान चला रहे थे।

कमांडों को देखते ही उग्रवादियों ने उनपर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इसके बाद जब पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई हुई तो सभी उग्रवादी वहां से भाग खड़े हुए।

बाद में तलाश अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से पांच शव बरामद किये। इनमें से अब तक किसी की पहचान नहीं की जा सकी है।

सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के सीमांत शहर कर्नाह में आतंकवादियों के ठिकाने का भंडाफोड़ करके भारी मात्रा में हथियार,गोले बारूद बरामद किये attacknews.in

 

श्रीनगर 29 मार्च । सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा के सीमांत शहर कर्नाह में आतंकवादियों के एक ठिकाने का भंडाफोड़ किया और वहां से भारी मात्रा में हथियार तथा गोले बारूद बरामद किये।

पुलिस प्रवक्ता ने साेमवार को बताया कि सेना और पुलिस ने खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए कर्नाह में ताड इलाके के धानी गांव में संयुक्त अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों को आतंकवादी ठिकाने का पता लगाने में काफी समय लगा। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से पांच एके 47 राइफल, छह मैगजीन, सात पिस्तौल तथा नौ मैगजीन बरामद किये गये।

इस संबंध में कर्नाह थाना में एक मामला दर्ज किया गया है तथा पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है।

प्रवक्ता ने बताया कि इस सिलसिले में पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।

इस बीच, हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी से इस शांतिपूर्ण क्षेत्र में किसी भी संभावित अप्रिय घटना विफल कर दी गयी है और आतंकवादी संगठनों की नापाक इरादों को भी नाकाम कर दिया है।

ओडिशा के जाजपुर जिले में सूचना का अधिकार के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता पर बदमाशों द्वारा बम फेंककर हमला,गंभीर रूप से घायल attacknews.in

 

जाजपुर (ओडिशा), 28 मार्च । ओडिशा के जाजपुर जिले में सूचना का अधिकार (आरटीआई) के लिए काम करने वाले एक कार्यकर्ता पर कुछ बदमाशों ने बम फेंके, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। वह स्थानीय भाजपा नेता भी हैं। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि शनिवार रात को इमाम नगर क्षेत्र में सर्वेश्वर बेहुरिया पर हमला हुआ, जिसके बाद उन्हें धर्मशाला सीएचसी में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर बेहुरिया को कटक के एससीबी कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित किया गया।

पुलिस ने बताया कि बेहुरिया अपने एक सहयोगी के साथ एक कार में वापस आ रहे थे जब दो व्यक्तियों ने वाहन को रोक कर बम फेंके और भाग निकले।

धर्मशाला पुलिस थाने के प्रभारी सरोज कुमार साहू ने बताया, ‘‘बेहुरिया कार चला रहे थे इसलिए उन्हें ज्यादा चोट आई। उनके सहायक को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’

पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

इस बीच, बेहुरिया की पत्नी रिलु ने इस घटना मामले में धर्मशाला से बीजद विधायक प्रणब बालाबंतरे का हाथ होने की आशंका जताते हुए शिकायत दर्ज कराई है।

इस बीच विपक्षी दल भाजपा ने बेहुरिया को पार्टी का सदस्य बताते हुए मामले में विधायक प्रणब पर उंगली उठाई है।

प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष भृगु बाक्सीपात्रा ने कहा कि अगर विधायक को गिरफ्तार नहीं किया गया तो पार्टी धरना-प्रदर्शन करेगी।

कोरोना वायरस चमगादड़ से अन्य जंतुओं के जरिये मनुष्यों में फैला: कोविड-19 की उत्पत्ति का पता लगाने चीन का दौरा करने वाली विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम ने यह आशंका जताई attacknews.in

बीजिंग, 29 मार्च (एपी) कोविड-19 की उत्पत्ति का पता लगाने के लिये चीन का दौरा करने वाली विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम के अनुसार यह वायरस चमगादड़ से अन्य जंतुओं के जरिये मनुष्यों में फैला होगा। प्रयोगशाला से वायरस फैलने की आशंका बहुत कम है। समाचार एजेंसी एपी को मिली जांच टीम की मसौदा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

हालांकि जांच रिपोर्ट में उम्मीद के अनुसार कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। टीम ने प्रयोगशाला से वायरस के लीक होने के पहलू को छोड़कर अन्य सभी पहलुओं पर आगे जांच करने का प्रस्ताव रखा है।

रिपोर्ट को जारी किये जाने में लगातार देरी हो रही है, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि कहीं चीनी पक्ष जांच के निष्कर्ष को प्रभावित करने का प्रयास तो नहीं कर रहा, ताकि चीन पर कोविड-19 महामारी फैलने का दोष न मढ़ा जाए।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अधिकारी ने पिछले सप्ताह के अंत में कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि टीम की रिपोर्ट अगले कुछ दिन में जारी कर दी जाएगी।

एपी को सोमवार को जेनेवा में स्थित डब्ल्यूएचओ सदस्य देश के राजनयिक की ओर से जांच टीम की रिपोर्ट मिली है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया गया है कि रिपोर्ट को जारी करने से पहले इसमें बदलाव किया जाएगा या नहीं। हालांकि, राजनयिक का कहना है कि यह रिपोर्ट का अंतिम संस्करण है।

इस संबंध में डब्ल्यूएचओ से संपर्क किया गया, लेकिन उसकी ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं मिला है।

अध्ययनकर्ताों ने सार्स-कोव-2 नामक कोरोना वायरस की उत्पत्ति की चार परिस्थितियां बताई हैं। जिसमें चमगादड़ों से अन्य जंतुओं में इसका प्रसार हुआ होगा, मुख्य है।

मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं की परीक्षा 30 अप्रैल और 12वीं की 01 मई से होगी शुरू,पहली बार सुबह 8 से 11 बजे होगी परीक्षाएं attacknews.in

भोपाल, 28 मार्च । मध्यप्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा का टाइम टेबल जारी कर दिया है। दसवीं की परीक्षा 30 अप्रैल से शुरू होगी 12वीं की 01 मई से प्रारंभ होगी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार पहली बार बोर्ड परीक्षा सुबह 8 बजे से 11 बजे तक ली जाएगी। गर्मी के कारण इस बार यह परीक्षा 1 घंटे पहले शुरू होगी। परीक्षाकाल में शासन द्वारा यदि कोई सार्वजनिक अथवा स्थानीय अवकाश घोषित किया जाता है, तो भी परीक्षाएं यथावत कार्यक्रमानुसार सम्पन्न होगीं। नियमित परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं उनके विद्यालय एवं स्वाध्यायी छात्रों की प्रायोगिक परीक्षायें उन्हें आवंटित परीक्षा केन्द्र पर संचालित की जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर प्रायोगिक परीक्षायें अवकाश के दिनों में भी आयोजित की जा सकेंगी

म्यांमार में सेना ने प्रदर्शनकारियों को मौत के घाट उतारना किया शुरू,114 को मार डाला,तख्तापलट के बाद सबसे अधिक रक्तपात वाला दिन,प्रदर्शनकारियों की मौत का बढ़ सकता है आंकड़ा attacknews.in

यांगून, 28 मार्च (एपी) म्यांमा की सेना ने देश की राजधानी नेपीता में शनिवार को परेड के साथ वार्षिक सशस्त्र बल दिवस का अवकाश मनाया, वहीं पिछले महीने हुए सैन्य तख्तापलट के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों को दबाने के तहत देश के अन्य इलाकों में सैनिकों एवं पुलिसकर्मियों की कार्रवाई में कई लोगों की मौत हो गई।

ऑनलाइन समाचार वेबसाइट ‘म्यांमा नाउ’ ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई में 114 लोग मारे गए। यांगून में मौजूदा समय के मृत्यु के आंकड़े एकत्र कर रहे एक स्वतंत्र शोधकर्ता ने मरने वाले लोगों की संख्या 107 बताई है। ये मृतक करीब दो दर्जन शहरों और कस्बों से थे। इससे पहले, सर्वाधिक प्रदर्शनकारी 14 मार्च को मारे गए गए थे। उस दिन सेना की कार्रवाई में 74 से 90 लोगों की मौत हुई थी।

एसोसिएटेड प्रेस स्वतंत्र रूप से मौत के इन आंकड़ों की पुष्टि नहीं करता है।

‘एसोसिएशन ऑफ पॉलिटिकल प्रिजनर्स’ ने शुक्रवार तक तख्तापलट के बाद हुए दमन में 328 लोगों की मौत की पुष्टि की थी।

इन हत्याओं को लेकर म्यांमा सेना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक निंदा हो रही है।

12 देशों के रक्षा प्रमुखों ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘एक पेशेवर सेना आचरण के अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करती है और लोगों को नुकसान पहुंचाने के बजाए उनकी रक्षा करती है। हम म्यांमा सशस्त्र बल से अपील करते हैं कि वह हिंसा बंद करे और म्यांमा के लोगों में अपना सम्मान एवं विश्वसनीयता फिर से कायम करने के लिए काम करें, जो कि उसने अपने इन कृत्यों से गंवा दी है।’’

म्यांमा के लिये यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल ने ट्वीटर पर कहा, “76वां म्यांमा सशस्त्र बल दिवस आतंकवाद और अपमान के दिन के तौर पर याद किया जाएगा। बच्चों समेत निहत्थे नागरिकों की हत्या ऐसा कृत्य है, जिसे किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता।”

म्यांमा में अमेरिका के राजदूत थॉमस वाजदा ने एक बयान में कहा कि सुरक्षा बल निहत्थे नागरिकों की हत्या कर रहे हैं, जो कि पेशेवर सेना या पुलिस बल कभी नहीं करता।

आन सान सू ची की निर्वाचित सरकार को एक फरवरी को तख्तापलट के जरिये हटाने के विरोध में होने वाले प्रदर्शनों से निपटने के लिये सेना बल का इस्तेमाल कर रही है और ऐसे में म्यांमा में मरने वाले प्रदर्शनकारियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। करीब पांच दशक के सैन्य शासन के बाद लोकतांत्रिक सरकार की दिशा में हुई प्रगति पर इस सैन्य तख्तापलट ने विपरीत असर डाला है।

जुंटा प्रमुख वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने तख्तापलट के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों का प्रत्यक्ष जिक्र नहीं किया, लेकिन उन्होंने देश की राजधानी नेपीता के परेड मैदान में हजारों जवानों के समक्ष दिए भाषण में ‘‘राज्य की शांति एवं सामाजिक सुरक्षा के लिए हानिकारक हो सकने वाले आतंकवाद’’ का जिक्र किया और इसे अस्वीकार्य बताया।

इस साल के कार्यक्रम को हिंसा को उकसाने के तौर पर देखा जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि वे तख्तापलट का सार्वजनिक विरोध दोगुना करेंगे और बड़े प्रदर्शनों का आयोजन करेंगे।

प्रदर्शनकारियों ने अवकाश को उसके मूल नाम ‘प्रतिरोध दिवस’ के तौर पर मनाया, जो द्वितीय विश्वयुद्ध में जापानी कब्जे के विरोध में बगावत की शुरुआत थी।

सरकारी एमआरटीवी ने शुक्रवार रात को एक घोषणा दिखाई थी और विरोध प्रदर्शनों में आगे रहने वाले युवाओं से अनुरोध किया था कि वे प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों से सबक सीखें कि उन्हें सिर में या पीठ पर गोली लगने का कितना खतरा है। इन प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों का सबसे ज्यादा शिकार प्रदर्शन में आगे रहने वाले युवा बने हैं।

इस चेतावनी को व्यापक रूप से धमकी के तौर पर लिया जा रहा है, क्योंकि मरने वालों में अधिकतर प्रदर्शनकारियों के सिर में गोली लगी थी जो इस बात का संकेत है कि उन्हें निशाना बनाया गया था।

इस घोषणा में यह संकेत दिया गया कि कुछ युवा इन प्रदर्शनों को खेल समझकर हिस्सा ले रहे हैं और उनके माता-पिता और दोस्तों से अनुरोध किया कि वे उनसे इन प्रदर्शनों में शामिल न होने के लिये बात करें।