ईडी ने जब्त की एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स इंडियंस फॉर एमनेस्टी इंटरनेशनल ट्रस्ट की 17.66 करोड़ रुपये की विभिन्न अचल सम्पत्तियां attacknews.in

नयी दिल्ली 16 फरवरी । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई करते हुए अंतराष्ट्रीय गैर सरकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बैंक अकाउंट को जब्त करने के लिए प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर जारी किया गया है।

ईडी ने बताया कि एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स इंडियंस फॉर एमनेस्टी इंटरनेशनल ट्रस्ट की 17.66 करोड़ रुपये की विभिन्न अचल सम्पतियों की कुर्की की जा रही है।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी के आधार पर ईडी इंडियंस फॉर एमेनेस्टी इंटरनेशनल ट्रस्ट, एमेनस्टी इंडरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड तथा एमनेस्टी इंटरनेशनल साउथ एशिया फाउंडेशन के खिलाफ जांच कर रही है।

प्रवर्तन निदेशालय  ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले  में मंगलवार को ह्यूमन राइट ऑर्गनाइजेशन एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया की 17.66 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की।

जांच एजेंसी ने बयान जारी कर कहा कि अब तक एमनेस्टी इंटरनेशनल की 19.54 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। एनजीओ पर पिछले दो सालों में ईडी और सीबीआई ने छापेमारी की थी, जिसके बाद उसके बैंक अकाउंट्स को भी फ्रीज कर दिया गया था। बाद में एनजीओ ने भारत में अपनी सेवाओं को बंद कर दिया था।

ईडी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, ”प्रवर्तन निदेशालय  ने मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) के तहत एक प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर जारी किया जिसके तहत मैसर्स एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स इंडियंस फॉर एमनेस्टी इंटरनेशनल ट्रस्ट के बैंक खातों को अटैच किया जा रहा है। दोनों ही संस्थाओं पर अपराध का आरोप है। प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर में 17.66 करोड़ की चल संपत्तियों की कुर्की भी शामिल है।”

बयान में आगे कहा गया है कि प्रथम दृष्टया पाया गया है कि मैसर्स एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्रा. लिमिटेड और अन्य को विदेश से धन मिला है। एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के पेरेंट बॉडी एमनेस्टी इंटरनेश्नल यूके से 51.72 करोड़ रुपये लेने का आरोप है।

एमनेस्टी इंटरनेशन इंडिया पर अक्टूबर से ही जांच चल रही है। इसके बाद, पिछले साल 29 सितंबर 2020 को भारत में ऑपरेशंस को बंद कर दिया गया था। एमनेस्टी इंटरेशनल इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा था कि भारत सरकार द्वारा एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के बैंक खातों को पूरी तरह से फ्रीज कर दिया गया है, जिसकी जानकारी 10 सितंबर 2020 को हुई। इससे संगठन द्वारा किए जा रहे सभी कामों पर ब्रेक लग गया है। संस्था ने आरोप लगाया कि भारत सरकार की कार्रवाई के बाद उसे अपने कर्मचारियों को निकालने पर मजबूर होना पड़ा।

साल 2018 में ईडी ने एनजीओ के बेंगलुरु स्थित हेडऑफिस पर छापेमारी की थी और उसके बैंक खातों को फ्रीज कर दिया था। इसके बाद साल 2019 में सीबीआई ने छापेमारी की, जिसके बाद एनजीओ ने कहा कि उन्होंने कोई कानून नहीं तोड़ा है और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। ग्रुप की ओर से कहा गया कि जब भी हमने भारत में मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ कुछ बोला है तब हमें प्रताड़ित किया गया।

किरण बेदी पुड्डुचेरी के उप राज्यपाल पद से हटायी गयीं,तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन को पुड्डुचेरी के उप राज्यपाल पद का अतिरिक्त कार्यभार attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 फरव।भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की पूर्व अधिकारी किरण बेदी को पुड्डुचेरी के उप राज्यपाल पद से हटा दिया गया है।
राष्ट्रपति भवन की ओर से मंगलवार को यह जानकारी दी गयी।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यालय से जारी वक्तव्य में बताया गया है कि डॉ. बेदी को पुड्डुचेरी के उप राज्यपाल पद से हटा दिया गया है।

वक्तव्य के अनुसार, तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन को पुड्डुचेरी के उप राज्यपाल पद का अतिरिक्त कार्यभार संभालने का निर्देश जारी किया गया है।

सुश्री सुंदरराजन पुड्डुचेरी के उपराज्यपाल पद के लिए नियमित व्यवस्था होने तक वहां का कार्यभार संभालेगी,

किरण बेदी को हटाया जाना जनता की जीत: नारायणसामी

इधर पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने मंगलवार रात कहा कि डॉ. किरण बेदी को उप राज्यपाल के पद से हटाया जाना न केवल सेक्युलर डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीए) बल्कि प्रदेश के लोगों की भी जीत है।

श्री नारायणसामी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चुनी हुई सरकार की लोगों के अधिकार की रक्षा करने की जिम्मेदारी होती है और इसलिए प्रदेश सरकार ने डॉ. बेदी को हटाने की मांग को लेकर आंदोलन किया।

उन्होंने कहा कि श्रीमती तमिलिसाई सुदंरराजन, जिन्हें पुड्डुचेरी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है, संवैधानिक दिशानिर्देशों के अनुसार कार्य करेंगी।

मध्यप्रदेश में लव जेहाद के खिलाफ लागू किए गए मप्र धार्मिक स्वतंत्रता अध्यादेश-2020 को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 फरवरी । ‘लव जिहाद’ से संबंधित मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अध्यादेश 2020 को चुनौती देने वाली याचिका उच्चतम न्यायालय में दायर की गयी है।

याचिका में राज्य सरकार के अध्यादेश को चुनौती देते हुए इसे संविधान के अनुच्छेद 14, 19, 21 और 25 का उल्लंघन करार दिया गया है।

यह याचिका अधिवक्ता राजेश इनामदार, शाश्वत आनंद, देवेश सक्सेना, आशुतोष मणि त्रिपाठी और अंकुर आजाद की ओर से तैयार की गयी है और एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड (एओआर) अल्दानीश रेन द्वारा दायर की गयी है।

याचिका में कहा गया है, “विवादित अध्यादेश विवाह की आजादी, अपनी इच्छा के धर्म को अपनाने, उस पर अमल करने और उसके प्रचार-प्रसार की आजादी का हनन करता है और इसने आम आदमी की निजी स्वायत्तता, कानून की नजर में समानता, व्यक्तिगत स्वतंत्रता और चयन एवं अभिव्यक्ति की आजादी पर कुठाराघात किया है, साथ ही यह भारत के संविधान, 1950 के अनुच्छेद 14, 19, 21 और 25 के तहत प्रदत्त मौलिक अधिकारों का खुल्लम खुल्ला एवं स्पष्ट उल्लंघन है।”

याचिकाकर्ता का कहना है, “ विधानसभा की विधायी प्रक्रिया से इतर अध्यादेश लागू करने का प्रतिवादियों का कदम न केवल निरंकुश और संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है, बल्कि संविधान के साथ धोखा भी है।” याचिका में अध्यादेश में जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाओं के बारे में सरकारी एजेंसियों अथवा विभागों के पास उपलब्ध उचित डाटा की गैर मौजूदगी को भी उल्लेखित किया गया है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश- 2020 और उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम, 2018 को चुनौती देने वाली याचिकाएं पहले से ही शीर्ष अदालत में लंबित हैं।

लखनऊ समेत देश केअनेक हिस्सों में एक साथ आतंकी हमले से दहलाने की साजिश नाकाम पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया  के कमाण्डर समेत दो सदस्यों को गिरफ्तारी;बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद attacknews.in

लखनऊ,16 फरवरी । उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने लखनऊ समेत देश के विभिन्न हिस्सों में एक साथ आतंकी हमले की साजिश नाकाम करते हुए आतंकी संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कमाण्डर समेत दो सदस्यों को आज शाम लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया और उनके कब्जे बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद ध किया गये है।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार के अनुसार लखनऊ को बम धमाकों से दहलाने की साज‍िश नाकाम करते हुए एसटीएफ ने पीएफ के मिलिट्री कमांडर बदरुद्दीन को उसके साथी केरल के ही निवासी फिरोज खान को मंगलवार शाम करीब साढ़े बजे लखनऊ के कुकरैल तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है। गुडम्बा इलाके से गिरफ्तार कर ल‍िया है। ये आतंकी लखनऊ को बम धमाकों से दहलाने केरल से आये थे। उनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद हुए हैं।
उन्हेंने बताया कि लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध की आड़ में आग फैला चुके संगठन पीएफआइ ने अब देश-प्रदेश को दहलाने की साजिश रची थी।
बसंत पंचमी के आसपास लखनऊ में होने वाले हिन्दू संगठनों के कार्यक्रमों में आतंकी हमले के लिए पीएफआइ के दो आतंकी केरल से लखनऊ पहुंच भी गए, लेकिन वह अपने खौफनाक मंसूबों को पूरा कर पाते, उससे पहले एसटीएफ ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने विस्फोटक और हथियार बरामद कर आतंकी हमले की साजिश नाकाम कर दी। उनके निशाने पर कई नेता भी थे।
श्री कुमार ने बताया कि पीएफआइ के कमांडर केरल निवासी अन्सद बदरुद्दीन और केरल के ही निवासी फिरोज खान को मंगलवार शाम करीब साढ़े बजे लखनऊ के कुकरैल तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है। दोनों आतंकी आज बसंत पंचमी के मौके पर धमाकों की योजना में शामिल थे। उनके कब्जे से 16 हाई एक्सप्लोसिव डिवाइस (मय बैट्री डेटोनेटर व लाल रंग का तार), .32 बोर की पिस्टल, सात कारतूस, 4800 रुपये, पैन कार्ड, चार एटीएम कार्ड, मेट्रो कार्ड के अलावा अन्य कार्ड और 12 रेलवे टिकट बरामद हुए हैं। दोनों के पास से कई चौंकाने वाले दस्तावेज मिले हैं, जिनके आधार पर आगे की छानबीन की जा रही है।

ऐसे बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम:केंद्रीय और राज्य कर, खुदरा बिक्री मूल्य, पेट्रोल के लिए 60%-डीजल के लिए 54 प्रतिशत हिस्सा बनते हैं,देश में ईंधन पर सबसे अधिक वैट वसूलने वाले राज्य, राजस्थान में सबसे अधिक कीमतें,रसोई गैस के दाम 50 ₹ बढ़े attacknews.in

राजस्थान में पेट्रोल 99.87 रुपये पर, एलपीजी-एटीएफ कीमत में तेजी

नयी दिल्ली, 16 फरवरी । राजस्थान में पेट्रोल की कीमत मंगलवार को 99.87 रुपये प्रति लीटर हो गई, जो भारत में अब तक का उच्चतम स्तर है। पेट्रोल की कीमत में लगातार आठवें दिन बढ़ोतरी की वजह से यह दाम वृद्धि हुई है।

सरकारी स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेताओं के मूल्य अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल की कीमत में 30 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 35 पैसे की बढ़ोतरी की गई है।

इसके साथ ही तेल कंपनियों ने रसोई गैस (एलपीजी) की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर और जेट ईंधन (एटीएफ) में 3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई।

राष्ट्रीय राजधानी में अब एलपीजी की कीमत 769 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम का सिलेंडर हो गई है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि की वजह से खुदरा कीमतें बढ़ी हैं। इसका कारण स्थानीय बिक्री कर या मूल्यवर्धित कर (वैट) और माल भाड़ा अलग अलग राज्यों में भिन्न भिन्न होना है।

दिल्ली में अब पेट्रोल 89.29 रुपये प्रति लीटर और डीजल 79.70 रुपये में मिलेगा।

उच्च वैट लगाने वाले राज्यों में इन ईंधनों की दरें अधिक हैं।

मुंबई में, पेट्रोल की कीमत बढ़कर 95.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 86.72 रुपये लीटर हो गई।

देश में ईंधन पर सबसे अधिक वैट वसूलने वाले राज्य, राजस्थान में पेट्रोल और डीजल की सबसे अधिक कीमतें हैं।

राज्य के श्रीगंगानगर शहर में, पेट्रोल की कीमत बढ़कर 99.87 रुपये और डीजल उछलकर 91.86 रुपये प्रति लीटर हो गया।

श्रीगंगानगर में ब्रांडेड पेट्रोल की कीमत 102.65 रुपये प्रति लीटर और इसी तरह के ग्रेड डीजल की कीमत 95.52 रुपये हो गई है।

दिल्ली में ब्रांडेड पेट्रोल की कीमत 92.12 रुपये प्रति लीटर और उसी ग्रेड के डीजल की कीमत 82.99 रुपये है।

तेल कंपनियों ने राष्ट्रीय राजधानी में विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) की कीमत 1,942.5 रुपये प्रति किलोलीटर या 3.6 प्रतिशत बढ़ाकर 55,737.91 रुपये प्रति किलोलीटर कर दी।

पेट्रोल और डीजल की कीमतें दैनिक आधार पर संशोधित की जाती हैं, एलपीजी और एटीएफ दरों को हर महीने एक और 16 तारीख को संशोधित किया जाता है।

लगातार आठ दिनों में, पेट्रोल के लिए कीमतों में 2.34 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 2.57 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

कीमतों में लगातार बढ़ोतरी की कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने आलोचना की है, जिसने आम आदमी पर बोझ कम करने के लिए करों में तत्काल कटौती किये जाने की मांग की है।

तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले सप्ताह संसद को बताया था कि सरकार उत्पाद शुल्क में कमी करने के बारे में विचार नहीं कर रही है ताकि रिकॉर्ड ऊंचाई पर जा पहुंची कीमतों को कम किया जा सके।

केंद्रीय और राज्य कर, खुदरा बिक्री मूल्य, पेट्रोल के लिए 60 प्रतिशत और डीजल के लिए 54 प्रतिशत हिस्सा बनते हैं।

केंद्र सरकार पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क पर 32.90 रुपये और डीजल पर 31.80 रुपये प्रति लीटर वसूलती है।

मध्यप्रदेश में मंगलवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,58,082 और मृतकों की 3,841 हुई ,233 नए मामले सामने आने के साथ ही 221 नए मरीज स्वस्थ हो गए attacknews.in

भोपाल, 16 फरवरी । मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के 233 नए मामले सामने आने के साथ ही 221 नए मरीज स्वस्थ हो गए। वर्तमान में प्रदेश में 1856 एक्टिव मरीज हैं।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात्रि यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान 13,729 सेंपल जांचे गए, जिसमें कोरोना के 233 नए मामले सामने आए। इसी के साथ संक्रमण की दर 1़ 6 प्रतिशत रही। प्रदेश में अब तक कुल 2,58,082 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, तीन नए मरीजों की इस बीमारी से मृत्यु हो जाने के बाद अब तक 3841 लोगों की इस बीमारी से जान चली गयी है।

मध्यप्रदेश में कोरोना को लेकर आज की स्थिति

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों को लेकर मंगलवार को रात्रि में राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार स्थिति इस प्रकार है:

जिला…….संक्रमित…मृत्यु…ठीक हुए

इंदौर………58180…927…56881
भोपाल…….43335… 618…42180
ग्वालियर….16483….229..16225
जबलपुर…..16487…252..16085
सागर………5482….151….5287
खरगौन…….5470..107…5312
उज्जैन…….5007…104…4853
रतलाम……4752…..82….4616
धार……….4150….58….4078
रीवा………4133..35…..4090
होशंगाबाद…3880…61….3808
शिवपुरी……3647…..30….3617
बैतुल………3656…76….3542
विदिशा……3608…71….3531
नरसिंहपुर…3532… 30….3492
सतना……..3491…42….3445
मुरैना………3235….29….3206
बालाधाट…..3188…14….3164
नीमच……..3045….37….2999
शहडोल…..2988….30…2938
देवास……..2971….27….2940
बडवानी….2945….31….2888
छिदंवाडा….2898..46…2825
मंदसौर…..2853…35….2800
सीहोर…….2817…48….2751
दमोह……..2840..92…2661
झाबुआ……2563..27…2508
रायसेन……2479…46….2429
राजगढ……2454…66..2334
खंडवा……2354…63…2285
कटनी …….2272..18…2248
हरदा………2148….36…2105
छतरपुर……2110…32…2076
अनुपपुर…..2108…15…2083
सीधी………2048…13….2004
सिंगरौली…..1932….26…1875
दतिया……..1910….20…1886
शाजापुर……1798…22…1768
सिवनी……..1589…10…1578
गुना……….1557….26….1526
भिंड……….1506…10….1496
श्योपुर…….1510…16….1477
उमरिया…….1318..18…1297
टीकमगढ़….1313….27…..1281
अलीराजपुर…1299….16…..1279
मंडला……..1223…10…1212
अशोकनगर….1135..17…1118
पन्ना……….1134…4……1122
डिण्डोरी………1025….1…1007
बुरहानपुर…….875….27…847
निवाडी……..685..3…..679
आगर मालवा….664…10…..651

योग…….258082…3841….252385

Update सीधी में बस ने छीनी जिंदगियां:60 यात्रियों से भरी बस के नहर में गिरने से अब तक 47 यात्रियों की मौत, सात को सुरक्षित निकाला गया,बाकी लापता की तलाश बुधवार को होगी attacknews.in

सीधी, 16 फरवरी । मध्यप्रदेश के सीधी जिले के रामपुरनैकिन थाना क्षेत्र में आज सुबह बाणसागर बांध परियोजना से जुड़ी नहर में बस के गिरने के कारण 47 यात्रियों की मौत हो गयी और चालक और क्लीनर सहित सात लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। राहत एवं बचाव कार्य देर शाम तक जारी रहा,बुधवार को फिर किया जाएगा शुरू।

मृतकाें में 24 पुरुष और 21 महिलाएं तथा दो बच्चे शामिल हैं। इनमें अधिकांश मृतक सीधी और सिंगरौली जिले के हैं और कुछ सतना जिले के निवासी बताए गए हैं। चालक बालेंदु विश्वकर्मा और क्लीनर दिग्विजय सहित सात लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। राहत एवं बचाव कार्य देर शाम तक जारी रहा। कुछ और लोगों के लापता होने की आशंका हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। घटना की दंडाधिकारीय (मजिस्ट्रियल) जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

बस में क्षमता से अधिक व्यक्ति सवार थे। बस की क्षमता 32 यात्रियों की थी और इसमें लगभग 60 यात्री सवार थे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दुर्घटना स्थल सीधी जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलाेमीटर दूर सरदा गांव में है। यहां से सतना जिला मुख्यालय लगभग एक सौ किलोमीटर दूर है। बस सुबह लगभग छह बजे सीधी से सतना के लिए रवाना हुयी थी और निर्धारित मार्ग के छुहिया घाटी में जाम के कारण बसचालक ने मार्ग बदल लिया और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित नहर के समानांतर चल रही सड़क पर आने के बाद यह हादसा हो गया और लगभग साढ़े सात बजे बस नहर में समा गयी।

सूत्रों ने बताया कि बाणसागर बांध जलाशय से जुड़ी इस नहर में 20 फीट से अधिक पानी भरा था। हादसे की सूचना के बाद सबसे पहले लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित बांध जलाशय से पानी छोड़ने का कार्य बंद कराया गया। इस वजह से नहर का जलस्तर कम हुआ और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लायी जा सकी। हादसे की सूचना मिलते ही रीवा संभाग आयुक्त राजेश जैन और कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी भी दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए।

सूत्रों ने कहा कि बस में मुख्य रूप से सीधी और सिंगरौली जिलों के यात्री सवार थे। यात्रियों में शामिल अनेक युवक युवती अपने अभिभावकों के साथ सतना जिले में आयोजित रेलवे और नर्सिंग की परीक्षा में शामिल होने जा रहे थे।

सूत्रों के अनुसार यह बस सतना जिला निवासी एक व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत है और जबलानाथ परिहार ट्रेवल्स के नाम से संचालित थी। बस की क्षमता 32 यात्रियों की थी, लेकिन इसमें लगभग 60 लोगों के सवार होने की जानकारी सामने आयी है।

इस बीच प्रत्यक्षदर्शियों ने यह भी बताया है कि सीधी से सतना का मुख्य मार्ग छुहिया घाटी से हाेते हुए जाता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से छुहिया घाटी में वाहनों के अक्सर खराब हो जाने के कारण जाम की स्थिति बन रही है। इसलिए क्षेत्रीय वाहन चालक इस मुख्य मार्ग की बजाए छुहिया घाटी के पहले बगवार गांव से होते हुए नहर के समानांतर जाने वाले मार्ग से होकर सतना जाते हैं। आज भी बसचालक ने इसी मार्ग का चयन किया और तेज गति से जाते समय ब्रेकर पर बस अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी।

रात होने से रोका बचाव कार्य:

जिला कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि देर शाम सात बजे तक चले राहत एवं बचाव कार्य में 47 यात्रियों के शव निकाले गए हैं। इनमें 24 पुरुष और 21 महिलाएं तथा दो बच्चे शामिल हैं। इनमें अधिकांश मृतक सीधी और सिंगरौली जिले के हैं और कुछ सतना जिले के निवासी बताए गए हैं। वहीं, सात यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बस का चालक लापता है।

उन्होंने बताया के अंधेरा होने की वजह से राहत एवं बचाव कार्य रोक दिया गया है। अभी कुछ और यात्रियों के लापता होने की आशंका हैं, जिनकी तलाश कल सुबह की जाएगी।

उधर, घटना की दंडाधिकारीय (मजिस्ट्रियल) जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बस में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे। बस की क्षमता 32 यात्रियों की थी और इसमें लगभग 60 यात्री सवार थे।

हादसे की यह थी प्रमुख वजह:

इस बीच सीधी से संवाददाता से प्राप्त समाचार के अनुसार बस सुबह सीधी जिला मुख्यालय से लगभग छह बजे रवाना हुयी थी और उसमें सीधी तथा सिंगरौली जिले के युवक युवती और उनके अभिभावक भी सवार थे, जो सतना जिला मुख्यालय पर आज आयोजित होने वाली रेलवे और नर्सिंग से संबंधित परीक्षा में शामिल होने जा रहे थे। रास्ते में एक घाटी पर जाम की स्थिति के कारण बस निर्धारित रुट की बजाए नहर के किनारे वाले मार्ग से ले जायी जा रही थी, तभी संभवत: किसी वाहन को आेवरटेक करने के दौरान वह अनियंत्रित होकर नहर में लगभग साढ़े सात से आठ बजे के बीच समा गयी।

कम से कम 30 फीट चौड़ी नहर में दुर्घटना के वक्त कम से कम 20 फीट ऊंचाई तक पानी भरा हुआ था। राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ कराने के लिए तत्काल प्रशासन सक्रिय हुआ और क्रेन इत्यादि भी बुलाने के साथ ही बाणसागर बांध जलाशय से पानी की निकासी बंद करायी गयी। बांध और हादसास्थल के बीच की दूरी लगभग 40 किलोमीटर बतायी गयी है। पानी की निकासी बंद होने के कुछ समय बाद नहर में जलस्तर घटा और तब बस निकालने के साथ ही मृतकों के शव निकाले गए।

सतना पुलिस ने बताया:

इस बीच पुलिस सूत्रों ने बताया कि बाणसागर बांध जलाशय से जुड़ी इस नहर में 20 फीट से अधिक पानी भरा था। हादसे की सूचना के बाद सबसे पहले लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित बांध जलाशय से पानी छोड़ने का कार्य बंद कराया गया। इस वजह से नहर का जलस्तर कम हुआ और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लायी जा सकी। हादसे की सूचना मिलते ही कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी भी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे।

सूत्रों ने कहा कि बस सुबह सीधी से सतना के लिए रवाना हुयी थी। सुबह लगभग आठ बजे छुहिया घाटी में जाम लगा होने के कारण बस अपने निर्धारित मार्ग के स्थान पर पास ही स्थित दूसरे मार्ग से सतना की ओर रवाना हुयी और बाणसागर बांध परियोजना की नहर में जा गिरी। यह मार्ग नहर से सटा हुआ था और बस असंतुलित होकर नहर में समा गयी। बस में सीधी और आसपास के जिलों के यात्री सवार होने की सूचना है। मृतकों की पहचान की जा रही है।

इसलिए बदला था रास्ता:

बाणसागर बांध जलाशय से जुड़ी इस नहर में 20 फीट से अधिक पानी भरा था। जलाशय से पानी छोड़ने का कार्य बंद कराने के बाद नहर का जलस्तर कम हुआ और राहत एवं बचाव और तेजी से प्रारंभ किए गए। हादसे की सूचना मिलते ही कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे।

सूत्रों ने कहा कि हादसा जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर हुआ है और बस सुबह सीधी से रवाना हुयी थी और यह सतना जा रही थी। सुबह लगभग आठ बजे छुहिया घाटी में जाम लगा होने के कारण बस पास ही स्थित दूसरे मार्ग से सतना की ओर रवाना हुयी और बाणसागर बांध परियोजना की नहर में जा गिरी।

रीवा संभागायुक्त ने बताया:

रीवा संभाग आयुक्त राजेश जैन ने बताया कि नहर में घटनास्थल से बस को भी निकाल लिया गया है। कुल 37 लोगों की मृत्यु हुयी है, जिनमें से 16 महिलाएं, 20 पुरुष और एक बच्चा शामिल है। सात व्यक्ति शुरूआत में ही किसी तरह नहर से तैरकर निकल आए थे। उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य लगभग पूरा हो गया है। हालाकि इस आशंका के चलते कि, कहीं कुछ यात्री नहर में पानी के बहाव में बह तो नहीं गए, आसपास के संभावित क्षेत्रों में भी तलाशी की जा रही है।

श्री जैन ने कहा कि सीधी जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलाेमीटर दूर हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन का अमला पहुंच गया था। वे स्वयं सुबह नौ बजे घटनास्थल पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य की गति और बढ़वायी।

नरेन्द्र मोदी ने बहराइच में महाराजा सुहेलदेव के भव्य स्मारक का शिलान्यास करने के बाद कहा:”इतिहास वो नहीं जो गुलामी की मानसिकता रखने वालों ने लिखा” attacknews.in

बहराइच/लखनऊ 16 फरवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि देश का इतिहास वो नहीं है जो भारत को गुलाम बनाने वाले और गुलामी की मानसिकता रखने वाले लोगों ने लिखा है बल्कि इतिहास वो है जो लोककथाओं के माध्यम से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित होता है।

बहराइच में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की मौजूदगी में महाराजा सुहेलदेव के भव्य स्मारक का वर्चुअल शिलान्यास करने के बाद श्री मोदी ने कहा कि अपने पराक्रम से मातृ भूमि का मान बढ़ाने वाले महाराजा सुहेलदेव सरीखे कई राष्‍ट्र नायकों को इतिहास से दरकिनार कर दिया गया। उन्हे इतिहास में वो स्थान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे। सरदार वल्लभ भाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस और डॉ. भीमराव आंबेडकर को भी ऐसे लोगों ने ही उचित सम्मान नहीं दिया। वह खुद को भाग्यशाली समझते है कि बहराइच में महाराजा सुहेलदेव के भव्य स्मारक के शिलान्यास का सौभाग्य मिला।

योगी सरकार के कार्यों की जम कर तारीफ करते हुये उन्‍होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में उत्‍तर प्रदेश में जो प्रयास हुए हैं उनका प्रभाव नजर आने लगा है। आज जिस राज्य में सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं, उसका नाम उत्तर प्रदेश है । विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करने में यूपी देश के टॉप तीन राज्यों में जगह बना चुका है।

प्रधानमंत्री ने कहा “ हमारी कोशिश है कि हम देश के इन महापुरुषों का सम्मान करें । हमारे राष्‍ट्र नायकों के साथ इतिहास लिखने वालों ने जो अन्याय किया उसे आज का भारत उसे सुधार रहा है। आधुनिक एवं भव्य स्मारक और ऐतिहासिक चित्तौरा झील का विकास आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। ”

उन्होने कहा कि बीते कुछ सालों में देश भर में इतिहास, आस्था, अध्यात्म, संस्कृति से जुड़े जितने भी स्मारकों का निर्माण किया जा रहा है, उनका बहुत बड़ा लक्ष्य पर्यटन को बढ़ावा देने का भी है । उत्तर प्रदेश पर्यटन व तीर्थाटन दोनों के मामले में समृद्ध है। यहां इसके विस्‍तार की क्षमताएं भी अपार हैं ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कोरोना के बेहतर प्रबंधन के लिए तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके कुशल नेतृत्व ने कोरोना को फैलने से रोक लिया। बहराइच से एक बार फिर किसानों को समझाने का प्रयास करते हुये उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर कुछ लोग किसानों में केवल भ्रम फैला रहे हैं जिन्‍होंने किसानों की जमीन छीन ली वो नहीं चाहते कि किसानों की आय बढ़ जाए और वो पूरी तरह आत्‍म निर्भर बन जाएं।

श्री मोदी ने कहा कि बहराइच जैसे विकास के आकांक्षी जिले में स्वास्थ सुविधाएं बढ़ना यहां के रहने वालों के जीवन को आसान बनाएगा। इसका लाभ आसपास के जिले श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर को तो होगा ही साथ ही नेपाल से आने वाले मरीजों को भी मदद करेगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मूल मंत्र के साथ प्रदेश वासियों को सुविधायें दी जा रही हैं । सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने महाराजा सुहेलदेव को लेकर कई कदम उठाए हैं । फरवरी 2016 में तत्कालीन भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने भारत-नेपाल सीमा के पास बहराइच जिले में महाराज सुहेलदेव की एक प्रतिमा का अनावरण किया। उन पर एक पुस्तक का लोकार्पण किया था ।

मुंबई में एक ओर अभिनेता ने कर ली आत्म-हत्या: अक्षय कुमार और सुशांत सिंह राजपूत के साथ किया था काम;बाॅलीवुड की राजनीति और पत्नी से थे परेशान attacknews.in

मुम्बई, 16 फरवरी । पुलिस की प्राथमिक जांच के अनुसार अभिनेता संदीप नाहर ने मुम्बई के उपनगरीय इलाके गोरेगांव में अपने फ्लैट में फांसी लगाकर खुदकुशी की थी और अभिनेता ने फेसबुक पर पोस्ट किये एक वीडियो में इसके लिए अपनी पत्नी को जिम्मेदार ठहराया तथा ‘सुसाइड नोट’ में बॉलीवुड की ‘राजनीति’ का भी उल्लेख किया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार सोमवार शाम नाहर को उनकी पत्नी कंचन और दोस्तों ने बेहोश पाया और वे उन्हें एसवीआर अस्पताल ले गये जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

नाहर की उम्र 30 के करीब थी। उन्होंने अक्षय कुमार की फिल्म ‘केसरी’ और सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म ‘एम एस धोनी’ जैसी फिल्मों में काम किया था।

अपनी मौत से कुछ घंटे पहले अभिनेता ने फेसबुक पर एक वीडियो और ‘सुसाइड नोट’ पोस्ट किया था जिनमें उन्होंने इस अतिवादी कदम के लिए कथित रूप से अपनी पत्नी को जिम्मेदार ठहराया और बॉलीवुड में ‘‘राजनीति’’ से जूझने का भी जिक्र किया ।

अधिकारी ने कहा, ‘‘ नाहर को उनकी पत्नी और उनके दोस्तों ने बेडरूम में पंखे से लगे फंदे से लटका पाया। उन्होंने उन्हें नीचे उतारा और वे उन्हें गोरेगांव के एसवीआर अस्पताल ले गये। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ’’

अधिकारी ने बताया कि नाहर का बेडरूम अंदर से बंद था और जब बार बार दरवाज पीटने पर कोई जवाब नहीं मिला तब उनकी पत्नी ने अपने दोस्तों, फ्लैट के मालिक और चाबी बनाने वाले को बुलाया एवं फिर नकली चाबी से कमरा खोला गया।

उन्होंने बताया कि मंगलवार को नाहर के पिता और भाई अंतिम संस्कार के वास्ते शव पर दावा करने के लिए गोरेगांव थाना पहुंचे।

पुलिस के अनुसार अब तक किसी ने कोई शिकायत नहीं दर्ज करायी है लेकिन उसने दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया है और वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस नाहर की पत्नी का बयान दर्ज करेगी क्योंकि सबसे पहले उन्होंने ही उन्हें फांसी के फंदे पर देखा था। अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे जो नाहर को अस्पताल ले गये थे।

पोस्ट किये गये वीडियो में नाहर यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि वह पत्नी के साथ निरंतर लड़ाई से ‘आजिज’ आ गये हैं तथा पत्नी और उनकी सास उन्हें परेशान एवं ब्लैकमेल कर रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं बहुत पहले ही खुदकुशी कर लेता लेकिन मैंने अपने आप को समय देना पसंद किया और उम्मीद की कि चीजें बेहतर हो जाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब मैं कहां जाऊं। मैं नहीं जानता कि यह कदम उठाने के बाद क्या होगा… लेकिन इस जीवन में मैं नरक में रहा हूं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा एक ही अनुरोध है कि मेरे जाने के बाद कंचन को कुछ मत कहिए बल्कि उनका उपचार कराइए।’’

पुलिस के अनुसार नाहर ने सोमवार को अपनी मौत से करीब तीन घंटा पहले यह वीडियो पोस्ट किया।

नाहर ने अपने कथित सुसाइड नोट में लिखा है कि बॉलीवुड में उन्होंने ‘राजनीति’ का सामना किया । इसके साथ ही उन्होंने ‘‘ कामकाज के गैर- पेशेवर तरीके और यहां के लोगों में संवेदना की कमी’’ का भी जिक्र किया।

गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली में लालकिले पर हिंसा के उगलेगा कई राज दीप सिद्धु;दिल्ली की अदालत ने पुलिस हिरासत ओर सात दिन के लिए बढ़ाई attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 फरवरी । दिल्ली की एक अदालत ने 26 जनवरी को, तीन कृषि कानूनों के विरोध में निकाली गई किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले में हिंसा होने के मामले में मंगलवार को अभिनेता- कार्यकर्ता दीप सिद्धू की पुलिस हिरासत की अवधि सात दिन के लिए बढ़ा दी है।

इस मामले में पुलिस की हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद सिद्धू को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया था।

पुलिस ने सिद्धू से हिरासत में पूछताछ के लिए और समय दिए जाने की अपील की थी और कहा था कि इस मामले में आगे की जांच और अन्य आरोपियों की पहचान के लिए हिरासत अवधि को बढ़ाए जाने की जरूरत है।

अदालत ने नौ फरवरी को सिद्धू को सात दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया था। पुलिस का आरोप है कि सिद्धू किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा को उकसाने के मुख्य आरोपियों में से एक है।

पुलिस ने कहा था कि ऐसे वीडियो हैं, जिसमें सिद्धू को कथित तौर पर घटना स्थल पर देखा जा सकता है।

पुलिस ने आरोप लगाया, ‘‘ वह भीड़ को उकसा रहा था। वह हिंसा करने वालों में से एक है। सह-षडयंत्रकारियों की पहचान के लिए कई सोशल मीडिया अकाउंटों की जांच जरूरी है। वहीं उसका स्थायी पता नागपुर दिया गया है जबकि आगे के खुलासों के लिए पंजाब और हरियाणा के कई स्थानों पर जांच करने के लिए जाने की जरूरत है।’’

पुलिस ने आरोप लगाया, ‘‘ वह उन लोगों के साथ बाहर निकलता देखा जा सकता है जिन्होंने लाल किले पर धार्मिक झंडे लगाए और उसे बधाई दी। वह बाहर आया, ऊंचे स्वर में भाषण दिया और भीड़ को उकसाया। वह लोगों को भड़काने का मुख्य आरोपी है। उसने भीड़ को उकसाया, जिसकी वजह से हिंसा हुई। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए।’’

वहीं सिद्धू के वकील ने कहा कि हिंसा से सिद्धू का कोई लेना-देना नहीं है और ‘‘वह केवल गलत वक्त पर गलत जगह पर था।’’

भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत सिद्धू पर मामला दर्ज किया गया है।

गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई थी। इस बीच, कुछ प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर लेकर लाल किले पहुंचे। इनमें से कुछ अंदर गए और इस ऐतिहासिक इमारत की प्राचीर पर धार्मिक झंडा लगा दिया। हिंसा में करीब 500 पुलिसकर्मी घायल हो गए और एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी।

मध्यप्रदेश में मौतों का कहर: सीधी से सतना जा रही 54 यात्रियों से भरी बस पुल से नहर में गिरकर जलमग्न हुई,42 शव बरामद,7 यात्रियों ने तैर कर जान बचाई attacknews.in

भोपाल/सीधी (मप्र), 16 फरवरी । मध्यप्रदेश के सीधी जिले में रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र में यात्रियों से भरी एक बस मंगलवार सुबह पुल से नहर में गिर गई, जिससे 42 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, हादसे के बाद सात लोग तैरकर नदी से बाहर आ गए।

सीधी जिले के पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत ने ‘ बताया, ‘‘अब तक बाणसागर नहर से 37 शवों को बाहर निकाला गया है।’’

उन्होंने कहा कि बस को भी नहर से बाहर निकाल लिया गया है और इसमें अब एक भी शव नहीं है।

कितने यात्री अब भी लापता हैं, इस बारे में पूछे जाने पर कुमावत ने कहा, ‘‘इस बारे में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है।’’

उन्होंने बताया कि हादसे के बाद सात लोग तैरकर सुरक्षित नदी से बाहर आ गये हैं। हादसा सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुआ।

कुमावत ने बताया कि बचाव अभियान जारी है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सीधी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर मैं लगातार प्रशासन से और राहत कार्य में जुटे लोगों के संपर्क में हूं। मन बहुत व्यथित है।’’

उन्होंने कहा कि बचाव कार्य लगातार जारी है। जिलाधिकारी, आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है।

चौहान ने कहा कि राज्य के मंत्री तुलसीराम सिलावट और रामखेलावन पटेल तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हो गये हैं। उन्होंने कहा कि हादसे के वक्त यह बस सीधी से सतना जा रही थी।

उन्होंने कहा, ‘‘इस दुर्घटना में हमारे जो भाई-बहन नहीं रहे, उनके परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि तत्काल दी जाएगी। मेरी अपील है कि सभी धैर्य रखें।’’

चौहान ने कहा, ‘‘नहर के जलस्तर को कम करने के लिए बाणसागर की ओर से आने वाले पानी को भी रोक दिया गया है।’’

इससे पहले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘प्रदेश में सीधी से सतना जा रही बस के नहर में गिर जाने की दुखद ख़बर सामने आयी है। कई यात्रियों के हताहत होने की जानकारी सामने आयी है। मैं सरकर से मांग करता हूं कि तत्काल राहत कार्य प्रारंभ कर बस में फंसे यात्रियों को बचाने के लिये प्रयास हो। पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाए।’’

वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब यह हादसा हुआ तो इस बस में करीब 50 यात्री सवार थे। यह बस नहर में पूरी तरह से पानी में डूब गई थी और दिखाई भी नहीं दे रही थी।

दिशा रवि की गिरफ्तारी कानून के अनुरूप की गई: दिल्ली पुलिस प्रमुख का दावा”दिशा ने ‘टेलीग्राम ऐप’ के जरिए ग्रेटा थनबर्ग को यह ‘टूलकिट’ भेजी, इस पर कार्रवाई के लिए ‘‘उन्हे मनाया था’’ attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 फरवरी । दिल्ली के पुलिस आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव ने मंगलवार को कहा कि जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी कानून के अनुरूप की गई है, जो ‘‘ 22 से 50 वर्ष की आयु के लोगों के बीच कोई भेदभाव नहीं करता।’’

श्रीवास्तव ने पत्रकारों से कहा कि यह गलत है जब लोग कहते हैं कि 22 वर्षीय कार्यकर्ता की गिरफ्तारी में चूक हुई।

दिशा रवि को तीन कृषि कानूनों से संबंधित, किसानों के विरोध प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट’ सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में गत शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस ने दावा किया है कि उन्होंने ‘टेलीग्राम ऐप’ के जरिए जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को यह ‘टूलकिट’ भेजी थी और इस पर कार्रवाई के लिए ‘‘उन्हे मनाया था।’’

दिल्ली पुलिस के प्रमुख ने कहा, ‘‘ दिशा रवि की गिरफ्तारी कानून के अनुरूप की गई है, जो 22 से 50 वर्षीय की आयु के लोगों के बीच कोई भेदभाव नहीं करता।’’

उन्होंने कहा कि दिशा रवि को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है और मामले की जांच जारी है।

दिल्ली पुलिस ने सोमवार को आरोप लगाया था कि रवि और मुम्बई की वकील निकिता जैकब और पुणे के इंजीनियर शांतनु ने ‘टूलकिट’ तैयार की और दूसरों के साथ इसे साझा करके भारत की छवि धूमिल करने की कोशिश की।

पुलिस ने दावा किया है कि रवि के ‘टेलीग्राम’ अकाउंट से डेटा भी हटाया गया है।

जैकब और शांतनु के खिलाफ भी गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है।

देश में उपभोक्ताओं का उत्पीड़न करने वाली टेलीमार्केटिंग कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के दिए निर्देश attacknews.in

नयी दिल्ली 15 फरवरी । केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी, संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दूरसंचार उपभोक्ताओं को उत्पीड़न से बचाने के लिए टेलीमार्केटिंग कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

श्री प्रसाद ने सोमवार को मोबाइल फोन पर अवांछित संदेशों,एसएमएस के जरिये बार-बार उत्पीड़न किये जाने, धोखाधड़ी वाले ऋण लेनदेन का वादा करने आदि से जुड़ी उपभोक्ताओं की बढ़ती चिंता और नाराजगी को दूर करने और डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित और संरक्षित बनाने के उद्देश्य से आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्देश दिए।

संचार मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे दूरसंचार उपभोक्ताओं के उत्पीड़न में शामिल व्यक्तियों और टेलीमार्केटिंग कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। उपभोक्ताओं के उत्पीड़न के तरीकों में अवांछित वाणिज्यिक संदेश या कॉल शामिल हैं। इसके अलावा, केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि दूरसंचार संसाधनों का उपयोग वित्तीय धोखाधड़ी करने और आम आदमी की मेहनत की कमाई को ठगने के लिए भी किया जा रहा है। इस तरह की गतिविधियों को तत्काल रोकने के लिए अधिकारियों को सख्त और ठोस कार्रवाई करने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किये गये।

अधिकारियों ने बताया कि यहां तक कि डू नॉट डिस्टर्ब (डीएनडी) सेवा में पंजीकृत ग्राहकों को भी पंजीकृत टेली-मार्केटर्स (आरटीएम) की ओरसे वाणिज्यिक संवाद मिलना जारी है और इसके अलावा गैर – पंजीकृत टेली-मार्केटर्स (यूटीएम) भी ग्राहकों को वाणिज्यिक संवाद भेज रहे हैं।

संचार मंत्री ने दूरसंचार विभाग के अधिकारियों को दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) और टेलीमार्केटिंग कंपनियों के साथ एक बैठक कर उन्हें इस मुद्दे की गंभीरता से अवगत कराने और इस संबंध में निर्धारित नियमों और प्रक्रियाओं के अनुपालन को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। नियमों और प्रक्रियाओं के अनुपालन में किसी भी उल्लंघन के मामले में, टेलीमार्केटिंग करने वालों के खिलाफ वित्तीय जुर्माना लगाने और उल्लंघन का दोहराव होने पर संसाधनों की सुविधा को काट दिये जाने का प्रस्ताव किया गया।

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अवांछित वाणिज्यिक संचार (यूसीसी) और दूरसंचार संसाधनों के दुरूपयोग के जरिये की जा रही वित्तीय धोखाधड़ी से कारगर तरीके से निपटने के लिए एक वेब / मोबाइल ऐप्लिकेशन और एसएमएस आधारित प्रणाली विकसित की जायेगी। इससे दूरसंचार उपभोक्ताओं को यूसीसीसे जुड़े मामलों से जुड़ी अपनी शिकायतें दर्ज कराने में मदद मिलेगी। मंत्री ने दूरसंचार संसाधनों के उपयोग के सहारे की जाने वाली धोखाधड़ी की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए जामताड़ा और मेवात के इलाकों में बढ़ती चिंताओं के कारण दूरसंचार सेवाओं के परिचालन (ऑपरेशन) को अवरुद्ध करने सहित विशेष रणनीति तैयार करने का भी निर्देश दिया।

अधिकारियों ने बताया कि यूसीसी और वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित शिकायतों के लिए, समय अत्यंत ही महत्वपूर्ण तत्व है और त्वरित समयबद्ध कार्रवाई से इस तरह के खतरों को कम करने में मदद मिलेगी। इसी के अनुरूप, डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट (डीआईयू)नाम की एक नोडल एजेंसी की स्थापना की जाएगी।

डीआईयू का मुख्य कार्य दूरसंचार संसाधनों से संबंधित किसी भी धोखाधड़ी की गतिविधि की जांच में विभिन्न एलईए, वित्तीय संस्थानों और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के साथ मिलकर काम करना होगा। लाइसेंस सेवा क्षेत्र स्तर पर, टेलीकॉम एनालिटिक्स फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन (टैफकॉप) सिस्टम भी विकसित किया जायेगा।

देशद्रोह और IT Act की गंभीर धाराओं में गिरफ्तार पाॅपुलर फ्रंट आफ इंडिया के नेता रऊफ शरीफ को दो मार्च तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजा,कप्पन को मां से मिलने के लिए अंतरिम जमानत मिली attacknews.in

नयी दिल्ली,/मथुरा,15 फरवरी।बचाव पक्ष के अधिवक्ता की दलीलों को अस्वीकार करते हुए मथुरा के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (प्रथम) अनिल कुमार पाण्डे ने पापुलर फ्रन्ट आफ इण्डिया (पीएफआई) की विद्यार्थी शाखा के नेता रऊफ शरीफ को दो मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

जिला शासकीय अधिवक्ता शिवराम सिंह के अनुसार दो मार्चा को रऊफ शरीफ को अतीकुर्ररहमान, मसूद, आलम एवं पत्रकार सिद्दीक कप्पन के साथ ही अदालत में पेश किया जाएगा। रऊफ शरीफ पर देशद्रोह और आई टी ऐक्ट की गंभीर धाराओं में पांच अक्टूबर 2020 को मथुरा जिले की मांट इलाके से पुलिस ने गिरफ्तार किए थे।

गिरफ्तार आरोपियों में अतीकुर्रहमान, आलम, मसूद और पत्रकार सिद्दीक कप्पन को माहैाल बिगाड़ने,अशांति पैदा करने के लिए धनराशि बांटने का आरोप है।

रऊफ शरीफ को केरल में एनफोर्समेन्ट डायरेक्टरेट द्वारा पैसा बांटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था तथा उस पर हाथरस में माहौल बिगाड़ने के लिए पैसा बांटने का आरोप है।

कप्पन को मां से मिलने के लिए अंतरिम जमानत मिली

इधर उच्चतम न्यायालय ने हाथरस कांड की पीड़िता के गांव जाने के क्रम में गिरफ्तार किये गये केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन को बीमार मां से मिलने के लिए पांच दिन की अंतरिम जमानत पर रिहा करने का सोमवार को आदेश दिया।

मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रमासुब्रमण्यम की खंडपीठ ने कुछ शर्तों के आधार पर कप्पन को अंतरिम जमानत की अनुमति दी।

न्यायालय ने उत्तर प्रदेश पुलिस को निर्देश दिया कि वह कप्पन को अपने साथ केरल ले जाये।

मध्यप्रदेश में mob lynching की बड़ी घटना होने से बची:बड़वानी में बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों द्वारा पीटे जा रहे 2 युवाओं की जान शिक्षक ने बचायी attacknews.in

बड़वानी, 15 फरवरी । मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा निवासी दो युवा ट्रेकरों को बच्चा चोर समझकर पीटे जाने के दौरान एक शासकीय शिक्षक ने पुलिस को फोन कर उनकी जान बचायी है।

सेंधवा निवासी प्रशिक्षित ट्रैकर और रॉक क्लाइंबर हर्षित भावसार और तुषार मेहता ने बताया कि वे 7 फरवरी को ट्रैकिंग का समस्त सामान लेकर सांकड़ से भूरापानी ट्रैकिंग करने निकले थे। उन्होंने भूरापानी पहुंचने के ठीक पहले बीजासन पुलिस चौकी क्षेत्र के जोडमोडा ग्राम में प्यास लगने पर पूनिया के घर से पानी मांगा और पानी पीने के बाद जैसे ही वह निकले, पूनिया के द्वारा बुलाये करीब 40 दुपहिया वाहनों से आए आदिवासी ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और बच्चा चोर समझकर मोबाइल और सामान छीनने के बाद उनकी पिटाई कर दी।