कांग्रेस ने पंजाब की आठ निकायों में से छह पर किया कब्जा;शिरोमणि अकाली दल,आम आदमी पार्टी और भाजपा का किया सफाया attacknews.in

चंडीगढ़ ,17 फरवरी । पंजाब के निकाय चुनावाें में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने आठ में से छह निकायों पर जीत हासिल कर आम आदमी पार्टी , शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी का सफाया कर दिया ।

हालांकि मोगा नगर निगम में कांग्रेस शिअद ,आप ,भाजपा और निर्दलीयों को टक्कर नहीं दे सकी और मोहाली नगर निगम का परिणाम कल घोषित किया जायेगा क्योंकि वहां आज दो वार्ड में पुनर्मतदान कराया गया

पंजाब के 6 नगर निगमों पर कांग्रेस का कब्जा

पंजाब में कांग्रेस ने मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी , शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी का सफाया करते हुये आज राज्य के 6 निगमों और 109 नगर परिषदों के चुनावों में जोरदार जीत हासिल की ।

कांग्रेस ने अबोहर, बठिंडा, कपूरथला, होशियारपुर, पठानकोट, और बाटला नगर निगम पर जीत हासिल की है। राज्य में सात निगमों और 109 नगर परिषदों के लिए गत 14 फरवरी को हुये चुनाव में कुल 9,222 उम्मीदवार मैदान में थे।

लोगों ने शिअद, आप, भाजपा को खारिज किया : कैप्टन अमरिंदर

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज निकाय चुनावों में कांग्रेस की सफलता को अपनी सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों पर जनता की मुहर लगना बताया और कहा कि लोगाें ने ‘जन-विरोधी‘, ‘किसान-विरोधी‘ शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी को पूरी तरह से खारिज कर दिया।

मुख्यमंत्री ने लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सुनिल जाखड़, विधायकों व पार्टी के कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि लोगाें ने स्पष्ट रूप से उक्त पार्टियों के ‘विभाजनकारी‘, ‘अलाेकतांत्रिक‘, ‘असंवैधानिक‘ व ‘प्रतिगामी‘ एजेंडा को पूरी तरह खारिज कर दिया है।

आप ने पहली बार निकाय चुनाव लड़कर ‘शानदार‘ प्रदर्शन किया : चीमा

आम आदमी पार्टी (आप) ने आज दावा किया कि चूंकि उसने पहली बार निकाय चुनाव लड़ा था, उस हिसाब से पार्टी का प्रदर्शन ‘अच्छा‘ था।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा नेे जारी बयान में कहा कि वह पंजाब के मतदाताओं के फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में पार्टी का जनाधार बढ़ा है और दावा किया कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव भारी बहुमत से जीत दर्ज करेगी।

कांग्रेस ने ‘दमन‘ का सहारा लेकर जीत हासिल की : शिअद

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने आज आरोप लगाया कि पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने ‘राज्य- प्रायोजित दमन‘ का सहारा लेकर नगर निगम चुनावों में जीत हासिल की।

यहां जारी एक बयान में पार्टी प्रवक्ता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि उनकी पार्टी मुख्य विपक्ष के रूप में उभरी है तथा पंजाब नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) पूरी तरह से खत्म हो गई है। उन्होंने दावा किया कि अकाली उम्मीदवारों ने राज्य भर में कांग्रेस को कड़ा मुकाबला दिया तथा लगभग सभी सीटों पर कांग्रेस तथा अकाली दल का सीधा मुकाबला देखा गया ।

कांग्रेस ने निकाय चुनाव में लोकतंत्र की हत्या करने में लगायी पूरी ताकत :भाजपा

पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा है कि निकाय चुनावों में सत्तारूढ कांग्रेस ने पूरी ताकत लोकतंत्र की हत्या करने में लगा दी है।

श्री शर्मा ने आज चुनाव परिणामों को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि निकाय चुनाव परिणाम कांग्रेस की आधिकारिक नैतिक हार को दर्शाते हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा उनकी सरकार ने चुनाव में जम कर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दो दर्जन से अधिक स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा की, जबकि पुलिस ने उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की। भाजपा के उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार से जबरन रोका गया, उन पर जानलेवा हमले किये गए, जिसके बारे में भाजपा द्वारा इस मामले को चुनाव आयोग के ध्यान में भी लाया गया था।

गुना में महिला के कंधों पर जैठ को बैठाकर 3 किमी तक घुमवाकर मारपीट करने वाले ससुरालियों के 5 सदस्य गिरफ्तार attacknews.in

गुना, 17 फरवरी । मध्यप्रदेश के गुना जिले के सिरसी थाना क्षेत्र के दगडफला गांव में एक महिला से दुर्व्यवहार और मारपीट का मामला सामने आने के बाद से पुलिस ने आज शाम तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा ने आज बताया कि यह घटना 9 फरवरी की है, जिसका वीडियो 15 फरवरी को वायरल हुआ है। घटना जिले के सिरसी थाना क्षेत्र के दगडफ़ला गांव में सामने आयी है। उन्होंने बताया कि यहां एक महिला को ससुराल वालाे ने उसकी इच्छा के विपरीत ससुराल ले जाने का दबाव बनाया। महिला ने जब इंकार किया तो ससुराल वालों ने उसके साथ जबर्दस्ती करते हुए मारपीट की तथा उसके साथ दुर्व्यवहार किया। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।

गुना में महिला के साथ अमानवीय व्यवहार को शर्मनाक बताया कमलनाथ ने

इसी तरह कल मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुना जिले के बांसखेड़ी गांव में एक गर्भवती महिला के साथ अमानवीय और आपराधिक व्यवहार की घटना को आज शर्मनाक बताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

श्री कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए कहा कि यह घटना मानवता को तार तार करने वाली है। एक गर्भवती महिला के कंधे पर एक युवक को बैठाकर उसे सार्वजनिक स्थान पर घुमाया गया। इस दौरान महिला को लाठियों से पीटा गया।

उन्होंने पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस संबंध में सवाल किए हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषी अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाना चाहिए और दोषी अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो। उन्होंने महिला को पूर्ण सुरक्षा मुहैया कराने और उसके समुचित इलाज की व्यवस्था करवाने की मांग भी की है।

गुना से प्राप्त समाचार के अनुसार सिरसी थाना क्षेत्र के सनायी गांव में एक महिला के साथ यह घटना 09 फरवरी को घटित हुयी। बताया गया है कि महिला अपने पहले पति को छोड़कर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ रहती थी। उसकी पुरानी ससुराल के कुछ लोग 09 फरवरी को महिला के घर पहुंचे और किसी बात को लेकर हुए विवाद के चलते उन्होंने महिला के कंधे पर परिवार के एक सदस्य को बैठा दिया और इसके बाद महिला को गांव में घुमाया गया। इस दौरान उस पर हमले भी किए गए।

इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने महिला की शिकायत पर उसी दिन मामला दर्ज कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया । शेष आरोपियों की तलाश की जा रही है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।

जम्मू-कश्मीर के जमीनी हालात जानने आये 23 देशों के राजदूतों वाले यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल ने अपने दो-दिनी दौरे में मेयर समेत विभिन्न वर्गाें से मुुलाकात attacknews.in

श्रीनगर, 17 फरवरी । जम्मू कश्मीर का वर्ष 2019 में विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद वहां स्थिति के आकलन के लिए यूरोपीय संघ के दूतों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर केंद्र शासित प्रदेश पहुंचा।

अधिकारियों ने इस बारे में बताया।

अधिकारियों ने बताया कि 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच केंद्र शासित प्रदेश पहुंचा।

उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल के बृहस्पतिवार को जम्मू का दौरा करने की योजना है।

जमीनी हालात का आकलन करने के लिए विभिन्न देशों के राजदूत दो-दिवसीय यात्रा पर बुधवार को यहां पहुंचे।

पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 और 35-ए को समाप्त किये जाने के बाद से विदेशी देशों के राजदूतों का जम्मू-कश्मीर का यह तीसरा दौरा है।

जम्मू-कश्मीर में 15 अगस्त 2019 को 4-जी इंटरनेट सेवा बहाल होने और जिला विकास आयोग (डीडीसी) अध्यक्षों के चुनाव के बाद से विदेशी राजदूतों का यह पहला दौरा है।

विदेशी दूतों ने की मेयर समेत विभिन्न वर्गाें से मुुलाकात

जम्मू-कश्मीर के जमीनी हालात का आकलन करने के लिए 23 विभिन्न देशों के राजदूतों ने अपने दो-दिवसीय दौरे के दौरान बुधवार को श्रीनगर के मेयर जुनैद जीम मट्टू और जिला विकास परिषद (डीडीसी) के नवनिर्वाचित सदस्यों एवं नगर निकायों के सदस्यों से मुलाकात की।

केंद्र की ओर से पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 और 35 (ए) के अधिकांश प्रावधानों को समाप्त किये जाने, जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किये जाने तथा तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला तथा महबूबा मुफ्ती समेत सभी मुख्यधारा के नेताओं को हिरासत में लिये जाने के बाद विभिन्न देशों के दूतों का यह तीसरा दौरा है।

अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद, 23 सदस्यीय विदेशी प्रतिनिधिमंडल को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के एक सरकारी कॉलेज में ले जाया गया, जहां उन्हें पंचायत और डीडीसी सहित स्थानीय निकायों के सुदृढ़ीकरण के बारे में जानकारी दी गई।

उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के मद्देनजर श्रीनगर शहर और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

इस प्रतिनिधिमंडल में आयरलैंड, फ्रांस, मलेशिया, ब्राजील, इटली, फिनलैंड, नीदरलैंड, बेल्जियम, स्पेन, स्वीडन, सेनेगल, क्यूबा, चिली, पुर्तगाल, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान, घाना, एस्टोनिया, बोलीविया, मलावी, इरिट्रिया, आइवरी कोस्ट और बांग्लादेश के प्रतिनिधि शामिल हैं। किसी भी प्रदर्शन को रोकने के लिए हवाई अड्डे की सड़क पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है जबकि मंगलवार को हवाई अड्डे की सड़क पर सुरक्षा बल के बंकर को हटा दिया गया था।

सीधी में अबतक नहर से निकली 51 लाशें:मौतों वाली बस का ड्राइवर गिरफ्तार;दुर्घटना में अपनों को खोने वाले परिवारों से शिवराज सिंह चौहान मिले attacknews.in

सीधी, 17 फरवरी । मध्यप्रदेश के सीधी जिले की रामपुर नैकिन थाना पुलिस ने नहर में बस गिरने के कारण हुए वीभत्स हादसे के मामले में आज बस चालक बालेंद्र विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार बस चालक रीवा जिले के हरदी सेमरिया गांव का निवासी है और कल सुबह हादसे के बाद वह घटनास्थल से भागने में सफल रहा था। पुलिस ने उसे उसके घर से गिरफ्तार किया है।

चार और शव मिले, मृतकों की संख्या बढ़कर 51 हुयी:

मध्यप्रदेश के सीधी जिले के रामपुरनैकिन थाना क्षेत्र में 50 से अधिक यात्रियों से भरी बस के एक नहर में गिरने के कारण हुए हादसे के 24 घंटे बाद आज चार और लोगों के शव मिलने से मृतकों की संख्या 47 से बढ़कर 51 हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कल देर शाम तक चले राहत एवं बचाव कार्य के बाद आज सुबह फिर से यात्रियों की तलाशी का कार्य प्रारंभ हुआ। इस दौरान चार और शव घटनास्थल से कुछ दूर नहर में मिले, जो बह गए थे। कल शाम तक 47 यात्रियों के शव मिले थे, जिनमें 24 पुरुष और 21 महिलाएं तथा दो बच्चे शामिल थे। अधिकांश मृतक सीधी और सिंगरौली जिले के निवासी हैं।

आज सुबह स्वाति (22), दीपू (20), खुशबू (23) और पांच माह की शुभि के शव मिले हैं। दो तीन लोगों के और लापता होने की आशंका है।

कल सुबह सीधी से सतना के लिए रवाना हुयी बस सरदा गांव के पास नहर में गिर गयी थी। नहर में 20 फीट से अधिक ऊंचाई तक पानी था। बस नहर के समानांतर मार्ग पर चल रही थी और तेज गति होने के कारण चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा और बस नहर में समा गयी। कल लगभग तीन घंटे बाद बस को क्रेन की मदद से पानी से निकाला गया था और दिन भर चले राहत कार्य के दौरान 47 लोगों के शव निकाले गए थे। लगभग सात लोग किसी तरह ग्रामीणों की मदद से अपनी जान बचाने में कामयाब रहे।

अाज सुबह फिर से नहर में कई किलोमीटर क्षेत्र में यात्रियों की तलाश की गयी है। बत्तीस सीटर बस में लगभग 60 यात्रियों के सवार होने की सूचनाएं हैं। बस सवार अधिकांश युवक और युवतियां थे, जो रेलवे और नर्सिंग की परीक्षा देने सीधी से सतना के लिए रवाना हुए थे।

शिवराज ने बस दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के परिवार से की मुलाकात

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी जिले में बस दुर्घटना प्रभावितों मृत व्यक्तियों के परिजनों से आज मुलाकात की और दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त की।

श्री चौहान दोपहर जिले के रामपुर नैकिन और चुरहट के रामनगर में बस दुर्घटना के प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और अपनी संवेदना प्रकट करते हुए पीडित परिवार को ढांढस बंधाया।

उन्होंने कहा कि सीधी बस दुर्घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और भयावह थी। इस दुर्घटना में अपनों को खोने वाले परिवारों से आज वह मिले हैं। उन्होंने इस हादसे में अपनी पत्नी और बेटी को खोने वाले अनिल गुप्ता के रामपुर नैकिन स्थित घर पहुंचकर संवेदना प्रकट की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि असमय काल कवलित होने वालों को हम लौटा नहीं सकते हैं, परंतु दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ खड़े हैं।

उन्होंने बस दुर्घटना में असमय काल कवलित होने वाले चुरहट के स्वर्गीय शिवभान पाल के परिजनों से भेंटकर संवेदना प्रकट की और सहायता राशि का चेक सौंपा। उन्होंने ईश्वर से इस वज्रपात को सहन करने की शक्ति परिजनों को देने प्रार्थना की और कहा कि प्रभावितों की हरसंभव सहायता करेंगे।

इसके अलावा श्री चौहान इस दुर्घटना में हताहत रामनगर-चुरहट के स्व. श्यामलाल साकेत के निवास पर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी और सहायता राशि का चेक सौंपा। उन्होंने कहा कि आवास योजना के तहत परिवार को मकान दिये जायेंगे। दु:ख की इस घड़ी में हम सब शोकाकुल परिवार के साथ हैं। उन्होंने कहा कि बस दुर्घटना में लोगों की जान बचाने वाली बहादुर बेटी शिवरानी समाज, प्रदेश और देश का गौरव है। उन्होंने कहा कि दूसरों के जीवन की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने वाली बेटी की पढ़ाई की व्यवस्था सरकार करेगी। उन्होंने उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।

CBI ने मध्यप्रदेश में बिना पेपर दिये 10वीं-12वी परीक्षा में हजारों छात्रों को उतीर्ण करने के घोटाले में शामिल कोचिंग सेंटरों और अधिकारियों के खिलाफ जालसाजी का अनुपूरक चालान पेश किया attacknews.in

भोपाल, 17 फरवरी । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) की ओर से आयोजित सेकेंड्री और सीनियर सेकेंड्री परीक्षाओं में जालसाजी के मामले में भोपाल स्थित विशेष अदालत के समक्ष आठ आरोपियों के खिलाफ अनुपूरक चालान पेश किया है।

सीबीआई की ओर से आज मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार यह परीक्षा अप्रैल 2017 में आयोजित की गयी थी और जुलाई 2018 में सीबीआई की ओर से प्रकरण दर्ज किया गया था। जांच के बाद दो आरोपियों के खिलाफ मई 2019 में चालान (आरोपपत्र) पहले ही दाखिल किया जा चुका है।

नेशनल इस्टीट्यूट ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) में अप्रैल 2017 में आयोजित माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षाओं के दौरान गड़बड़ घोटाले में सीबीआई ने कुल 8 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र मध्य प्रदेश के भोपाल जिले की विशेष अदालत के सामने दायर कर दिया है. इस मामले में आरोप है कि जिन परीक्षार्थियों को पास दिखाया गया था वह परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए थे.

सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक, आरोपपत्र में जिन आरोपियों के नाम शामिल किए गए हैं उनमें आशीष मेसी, मनोज कुमार बोरा, राजेश कुमार, संदीप कुमार, धनीराम, भास्कर मेथी, राहुल कुमार और अनीश कुमार यादव के नाम शामिल हैं।

सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक, मामला नेशनल इस्टीट्यूट ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) की अप्रैल 2017 में में हुई परीक्षा में धांधली से जुड़ा हुआ है. इस मामले में आरोप लगा था कि मध्य प्रदेश के सीहोर रतलाम और उमरिया जैसे तीन परीक्षा केंद्रों पर उक्त यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में बड़ी संख्या में ऐसे छात्र शामिल नहीं हुए थे जिन्हें यूनिवर्सिटी द्वारा पास दिखाया गया था।

यह भी आरोप लगाया गया था कि आरोपियों ने छात्रों के परीक्षा केंद्रों उत्तर पुस्तिका आदि की उपस्थिति सीट में जालसाजी और हेराफेरी की. आरोपियों द्वारा कथित रूप से अनुपस्थित विद्यार्थियों की अनुपयोगी उत्तर पुस्तिकाओं का इस्तेमाल किया गया. इस मामले में काफी हो-हल्ला मचने के बाद सीबीआई ने 23 जुलाई 2018 को जांच के लिए मामला दर्ज कर लिया।

जांच के बाद सीबीआई ने इस मामले में अपना पहला आरोपपत्र दो मुख्य आरोपियों के खिलाफ 13 मई 2019 को कोर्ट के सामने दाखिल किया था. सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक, पहला आरोपपत्र दायर होने के बाद भी सीबीआई की जांच इस मामले में जारी रही और अब इस मामले में आठ और आरोपियों को सीबीआई की जांच में दोषी पाया गया. लिहाजा इन सभी के खिलाफ अब सीबीआई की विशेष अदालत के सामने आरोप पत्र दायर किया गया है मामले की जांच अभी भी जारी है।

ध्यान रहे कि सरकारी परीक्षा क्षेत्रों में भी गड़बड़ घोटाले के कई मामले लगातार सामने आते रहे हैं. इनमें मध्य प्रदेश में व्यापम घोटाला, उत्तर प्रदेश में हुआ यूपी पीएससी घोटाला आदि के नाम मुख्य रूप से शामिल हैं।

NIOS स्‍कैम: सीबीआई ने 26 ठिकानों पर की थी छापेमारी, मिले थे कई अहम सुराग:

28 नवम्बर 2018 की रिपोर्ट के अनुसार नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ ओपन स्कूलिंग यानि NIOS घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बीते दो दिनों 25 और 26 नवम्बर में 6 राज्यों मध्य प्रदेश, हरियाणा, ओडिशा, नई दिल्ली, असम और सिक्किम के साथ ही साथ एनआईओएस के एक अधिकारी के परिसर व अध्‍ययन केंद्रों सहित कुल 26 जगहों पर सर्च ऑपरेशन चलाया।

सर्च ऑपरेशन में सीबीआई को हार्ड डिस्क, कंप्यूटर, उत्तर पत्र (Answer Sheet), फीस भुगतान और परीक्षा हॉल की सीट योजना बरामद की थी।

सीबीआई ने एनआईओएस के एक अज्ञात अधिकारी के खिलाफ एचआरडी मंत्रालय के आदेश पर बीते 23 जुलाई को मुकदमा दर्ज किया था।

आपको बता दें कि नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ ओपन स्कूलिंग यानि एनआईओएस की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में ऐसे 2000 हजार से ज्‍यादा छात्र पास कर दिए गए जो परीक्षा में बैठे ही नहीं थे। जांच में यह भी पता चला है कि इस हेराफेरी में एनआईओएस के कुछ अधिकारी, छात्र और प्राइवेट लोग भी शामिल हैं।

बताया गया कि एक बड़ी रकम गुवाहाटी स्थित एनआईओएस के एक कमर्चारी के खाते में भेजी गई थी। यह रकम दिल्ली स्थित एक व्यक्ति के खाते से भेजी गई।

गौरतलब है कि शैक्षणिक सत्र 2016-17 में हजारों की संख्या में बिना पेपर दिए छात्र पास हुए थे। यह सब कोचिंग सेंटर और एनआईओएस के संलिप्त अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा था। ये वही कोचिंग सेंटर हैं जिनके गली-मोहल्ले में 9वीं पास सीधे 10वीं और 11वीं फेल 12वीं कक्षा पास करें का इश्तहार जगह-जगह चिपके रहते हैं। ये कोचिंग सेंटर ही पैसों के दम पर बिना परीक्षा दिए ही छात्रों को पास कराने का ठेका उठाते हैं और ओपन स्कूल के अधिकारियों की मदद से उन्हें पास करा देते हैं।

यौन शोषण का खुलासा होने के बाद पत्रकार एम जे अकबर ने प्रिया रमानी को फंसाना चाहा,अदालत में रमानी बरी हुई,अकबर पर चलेगा मुकदमा attacknews.in

नयी दिल्ली, 17 फरवरी । दिल्ली की एक अदालत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ पत्रकार एम जे अकबर की ओर से दायर आपराधिक मानहानि मामले में पत्रकार प्रिया रमानी को बुधवार को बरी कर दिया।

रमानी ने वर्ष 2018 में ‘मी टू’ अभियान के दौरान अकबर पर उनका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।

अदालत की ओर से करीब दो बजे आदेश सुनाने की उम्मीद थी लेकिन इसमें विलंब हुआ क्योंकि न्यायाधीश ने कहा कि फैसले में सुधार की आवश्यकता थी।

अदालत ने कहा, “ यौन शोषण के मामलों को उठाने वाली महिलाओं को मानहानि का दावा करने वाली शिकायतों के आधार पर दंडित नहीं किया जा सकता।”

अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें पूरी होने के बाद एक फरवरी को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। पत्रकार प्रिया रमानी ने एम जे अकबर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।

एमजे अकबर ने प्रिया रामानी के खिलाफ यह कहते हुए आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था कि प्रिया रमानी ने Me Too कैंपेन के दौरान किए गए ट्वीट से उनकी मानहानि हुई है. जबकि उनके ऊपर इस तरीके के आरोप इससे पहले कभी नहीं लगे थे।अदालत में इस मामले पर विस्तृत बहस के बाद आज यह फैसला सुनाया गया है।

प्रिया रमानी को बरी करते हुए दिल्ली की अदालत ने अपने आदेश में टिप्पणी करते हुए कहा- “एक महिला को सालों बाद भी सही अपनी शिकायत रखने का हक है।

अदालत ने कहा है कि एक ऐसा शख्स जिसकी सामाजिक प्रतिष्ठा अच्छी हो, वह यौन उत्पीड़न करने वाला भी हो सकता है. यौन उत्पीड़न से सामाजिक प्रतिष्ठा और मनोबल भी गिरता है. छवि के अधिकार को मर्यादा के अधिकार की कीमत पर नहीं सुरक्षित किया जा सकता.”

गौरतलब है कि साल 2018 में मी टू अभियान के तहत रमानी ने अकबर पर यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगाए थे. अकबर ने 15 अक्टूबर 2018 को रमानी के खिलाफ कथित तौर पर उन्हें बदनाम करने के लिए शिकायत दर्ज कराई थी. इसी दौरान अकबर ने 17 अक्टूबर 2018 को केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

साल 2017 में रमानी ने वोग के लिए एक लेख लिखा जहां उन्होंने नौकरी के साक्षात्कार के दौरान पूर्व बॉस द्वारा यौन उत्पीड़न किए जाने के बारे में बताया. एक साल बाद उन्होंने खुलासा किया कि लेख में उत्पीड़न करने वाले व्यक्ति एमजे अकबर थे।

हालांकि, इससे पहले, अदालत में अकबर ने प्रिया रमानी की तरफ से लगाए गए यौन उत्पीड़न के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था।अकबर ने अदालत को बताया था कि रमानी के आरोप काल्पनिक थे और इससे उनकी प्रतिष्ठा और छवि को नुकसान पहुंचा है।दूसरी ओर प्रिया रमानी ने इन दावों का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने विश्वास, सार्वजनिक हित और सार्वजनिक भलाई के लिए ये बातें सबके सामने लाईं।

पश्चिम बंगाल में देसी बम हमले में श्रममंत्री जाकिर हुसैन गंभीर घायल,तृणमूल कांग्रेस की अंदरूनी कलह का नतीजा होता है “मौत के घाट उतार दो?” attacknews.in

मुर्शीदाबाद 17 फरवरी । पश्चिम बंगाल के श्रम मंत्री जाकिर हुसैन बुधवार को बम हमले में घायल हो गए।

कथित तौर पर अज्ञात अपराधियों ने बुधवार को उन पर देसी बम फेंका, जिसके कारण वह घायल हो गए। यह घटना रघुनाथगंज जिला में घटित हुई। घायल अवस्था में श्री हुसैन को उपचार के लिए जंगीपुर अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया।

पश्चिम बंगाल के श्रम राज्य मंत्री जाकिर हुसैन बम से हुए हमले में घायल हो गए हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। उन पर यह हमला बुधवार को रात करीब 9:45 बजे मुर्शिदाबाद जिले के निमतिता रेलवे स्टेशन के बाहर हुआ। कुछ अज्ञात लोगों ने एक के बाद एक कई बम उन्हें निशाना बनाते हुए फेंके, जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। उनके अलावा करीब एक दर्जन समर्थक भी जख्मी हुए हैं। मंत्री जाकिर हुसैन के शरीर के बाएं हिस्से में ज्यादा चोट आई है। खासतौर पर पैर में ज्यादा जख्म है।

पुलिस की ओर से अब तक इस पर कोई बयान नहीं आया है, लेकिन टीएमसी के मुर्शिदाबाद जिले के अध्यक्ष अबू ताहिर खान ने बताया है कि जाकिर हुसैन को जंगीपुर सरकारी अस्पताल में एडमिट कराया गया है। यही नहीं, उन्हें जल्दी ही कोलकाता शिफ्ट किया जाएगा।

बीते कुछ सालों में यह पहला मौका है, जब पश्चिम बंगाल में किसी मंत्री पर इस तरह से हमला हुआ है। खूनी राजनीतिक संघर्ष के गवाह रहे पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले इस हमले से सियासत तेज हो सकती है। हमले की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। ताहिर हुसैन ने 2016 में जंगीपुर विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था।

इससे पहले वह कांग्रेस में थे। अबू ताहिर खान ने जाकिर हुसैन की सेहत के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह बुरी तरह जख्मी हुए हैं। खान ने कहा, ‘हुसैन के कई टांके लगे हैं। डॉक्टरों का कहना है, ज्यादा जख्मी होने के चलते उनका काफी खून बहा है।’

खान ने इस हमले का आरोप बीजेपी पर लगाया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने इन आरोपों को खारिज करते हुए उल्टे टीएमसी को ही इसके लिए जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद अपराधियों का गढ़ हो गया है। घोष ने कहा, ‘ऐसा हो सकता है कि चुनाव से ठीक पहले टीएमसी में छिड़े आंतरिक संघर्ष के चलते ताहिर हुसैन को निशाना बनाया गया हो।’

पश्चिम बंगाल में इस साल मार्च-अप्रैल में चुनाव होने वाले हैं। उससे पहले राज्य के कई हिस्सों में हिंसक झड़प की घटनाएं सामने आई हैं। मुर्शिदाबाद की बात करें तो सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिहाज से यह जिला काफी अहम है। इस जिले को सूबे के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले इलाकों में से एक माना जाता है। यहां 66.28 फीसदी आबादी मुस्लिम है।

कांग्रेस ने भी आंतरिक कलह को बताया वजह: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी ताहिर हुसैन पर हमले को टीएमसी की आंतरिक कलह का नतीजा बताया है। चौधरी ने कहा, ‘ताहिर हुसैन बेहद ईमानदार और मेहनती बिजनेसमैन रहे हैं। उन्होंने मेहनत के साथ अपने करियर को स्थापित किया है। टीएमसी में संघर्ष की बातें मैंने सुनी हैं। पुलिस ही सच्चाई बता सकती है। मैं इस मामले की गहनता से जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करता हूं।’

इश्क से फांसी के फंदे तक की कहानी : शबनम अली ने सलीम के इश्क में अपने मां-बाप, दो भाई, एक भाभी, मौसी की बेटी और एक भतीजे को कुल्हाडी से काट डाला था attacknews.in

अमरोहा, 17 फरवरी । उत्तर प्रदेश के अमरोहा में बेमेल इश्क से परिवार के सात सदस्यों की हत्या के मामले फांसी की सजायाफ्ता शबनम की दया याचिका राष्ट्रपति द्वारा खारिज कर देने से बावनखेड़ी का मनहूस फार्म हाउस फिर एक बार चर्चाओं में है जहां परिवार के मुखिया समेत एक लाईन में सात लोगों के नरसंहार की याद दिलाती सात कब्रें बनी हुई हैं।

अप्रैल, 2008 में प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने ही सात परिजनों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या मामले में फांसी की तारीख मुकर्रर नहीं की गई है। शबनम को फांसी होती है तो यह आजाद भारत का पहला मामला होगा।

शबनम अली, वो महिला कैदी है जिसे आजाद भारत के इतिहास में पहली बार फांसी पर लटकाया जाएगा। इसके लिए मथुरा जेल प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल, शबनम अली ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर साल 2008 में अपने परिवार के सात लोगों को कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के बाद शबनम को फांसी की सजा सुनाई गई थी। तो वहीं, सुप्रीम कोर्ट से पुनर्विचार याचिका खारिज होने के बाद अब शबनम की फांसी की सजा को राष्ट्रपति ने भी बरकरार रखा है। ऐसे में अब उसका फांसी पर लटकना तय हो गया है।

पहचानिये शबनम की क्रूरता आ:

शबनम अली, उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र के बावनखेड़ी गांव की रहने वाली है। शबनम के पिता शौकत अली शिक्षक थे। वो उनकी एकलौती बेटी थी और स्कूल में छोटे बच्चों को पढ़ाती थी।

शबनम को पांचवी पास सलीम से प्यार हो गया था, लेकिन उसके परिवार को ये रिश्ता कतई मंजूर नहीं था। घरवालों की नामंजूरी की वजह से शबनम का अक्सर उनसे झगड़ा होता था। इस दौरान शबनम सलीम के बच्चे की मां बनने वाली थी। वह दो माह की गर्भवती थी और उसे लगा कि अगर परिवार को इस बारे में पता चलेगा तो वह बर्दाश्त नहीं कर सकेंगे।

ऐसे रची कत्ल की खौफनाक साजिश :

ऐसे में उसने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर परिवार को रास्ते से हटाने का फैसला ले लिया और खौफनाक साजिश रच डाली। 14/15 अप्रैल 2008 की रात को शबनम ने खाने में कुछ मिलाया और जब सब बेहोशी की नींद सो गए तो प्रेम में अंधी बेटी ने माता-पिता और 10 माह के मासूम भतीजे समेत परिवार के सात लोगों का कुल्हाड़ी से गला काट कर मौत की नींद सुला दिया।इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। शबनम और सलीम की बेमेल इश्क की खुनी दास्तां करीब 13 साल बाद फांसी के नजदीक पहुंचती दिख रही है।

राष्ट्रपति के यहां से भी खारिज हुई दया याचिका

पिछले साल शबनम ने फांसी पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी। इस पुनर्विचार याचिका को सलीम और शबनम के वकील आंनद ग्रौवर ने दायर किया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट की निचली अदालत ने फैसले को बरकरार रखा है। इसके बाद शबनम-सलीम ने राष्ट्रपति को दया याचिका भेजी थी, लेकिन राष्ट्रपति भवन से उनकी याचिका को खारिज कर दिया है। आजादी के बाद शबनम पहली महिला कैदी होगी जिसे फांसी दी जाएगी। बता दें कि देश में सिर्फ मथुरा जेल का फांसी घर एकलौता जहां महिला को फांसी दी जा सकती है। फिलहाल शबनम बरेली तो सलीम आगरा जेल में बंद है।

बता दें कि महिला को फांसी देने के लिए मथुरा जेल में 150 साल पहले महिला फांसीघर बनाया गया था। लेकिन आजादी के बाद से अब तक यहां किसी महिला को फांसी पर नहीं लटकाया गया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक के मुताबिक, अभी फांसी की तारीख तय नहीं है, लेकिन हमने तयारी शुरू कर दी है। रस्सी के लिए ऑर्डर दे दिया गया है। डेथ वारंट जारी होते ही शबनम-सलीम को फांसी दे दी जाएगी। हालांकि सलीम को फांसी कहां दी जाएगी यह भी अभी तय नहीं है।

खून से लथपथ घर, सात लाशें और रोती हुई एक लड़की

करीब 13 साल पहले 14/15 अप्रैल 2008 की रात गांव के एक घर से अचानक लड़की के दहाड़े मार-मारकर रोने की आवाजें आती हैं। लड़की के रोने की आवाजें, चीखें सुनकर गांव के लोग घर पहुंचते हैं। घर के अंदर का नजारा देखकर ग्रामीणों के होश उड़ जाते हैं। घर में चारों तरफ खून, सात लोगों की खून से लथपथ लाशें और रोती-बिलखती 25 साल की शबनम। शबनम चीख-चीख कर बताती है घर में लुटेरे आए और उसके परिवार को बेरहमी से मार डाला।

पुलिस जांच में हुए खुलासे से सब हैरान

गांव में दहशत फैल जाती है। इसी बीच सूचना पाकर पुलिस मौके पहुंचती है और जांच शुरू होती है। जांच में पुलिस को पता चलता है कि लुटेरे नहीं, बल्कि शबनम ने ही अपने मां-बाप, दो भाई, एक भाभी, मौसी की बेटी और एक भतीजे को कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया। इस वारदात में उसके पांचवी पास प्रेमी सलीम ने साथ दिया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था।

उतर प्रदेश में गिरफ्तार पाॅपुलर फ्रंट आफ इंडिया के कमांडर अन्सद बदरुद्दीन ने देशभर में आतंक फैलाने के उगले कई राज,हाई अलर्ट के बाद कई स्थानों पर दविश, जांच एटीएस करेगी attacknews.in

लखनऊ,17 फरवरी । उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) द्वारा लखनऊ से पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया(पीएफआई) के कमांडर समेत दो सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट करने के बाद कई स्थानों पर दविश दी जा रही है और मामले की जांच आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को सौंप दी है।

राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बुधवार को बताया कि मंगलवार देर शाम एसटीएफ ने पीएफआई के कमांडर अन्सद बदरुद्दीन और हथियारों की ट्रेनिंग देने वाले फिरोज खान को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था। इनके कब्जे से भारी मात्रा में विस्फोटक,डेटोनेटर के साथ 16 डिवाइस, रिवाल्वर, कारतूस, 12 रेलवे टिकट,दो डीएम और चार एटीएम कार्ड भी मिले थे।

उन्होंने बताया कि पूछताछ पर दोनों ने कबूला था कि वह लोग बसंती पंचमी पर पूरे देश में एक साथ कई स्थानों पर आतंकी हमला करने के लिये आये थे। इन हमलों में कई हिन्दूवादी संगठनों के नेता भी निशाने पर थे। इनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि इनकी गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में अलर्ट कर दिया गया है।

श्री कुमार ने बताया कि दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में भी पीएफआई के सदस्यों का हाथ हो सकता है। इस बारे में भी पता किया जा रहा है। अभी सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। इस बिन्दु पर वे लोग जांच कर रहे हैं। पीएफआई के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट के बाद कानपुर समेत अन्य स्थानों पर ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही हैं।

उन्होंने बताया कि कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि पीएफआई के कुछ सदस्य देश में शांति व्यवस्था बिगाड़ने के इरादे से आधुनिक हथियार व विस्फोटक जुटा चुके हैं। ये लोग देश के कई हिस्सों में हमला करने की साजिश रच रहे हैं। इनके निशाने पर मुख्य रूप से प्रदेश के 15 से 20 जिले थे और बसंत पंचमी के आसपास हिन्दूवादी संगठनों के कार्यक्रम होने थे। इन कार्यक्रमों में संगठनों के बड़े पदाधिकारियों को निशाना बनाना भी इनका मुख्य उद्देश्य था।

इस बीच एसटीएफ के अपर पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने बताया कि पता चला था कि पीएफआई के मुख्य सदस्य 11 फरवरी को रेलमार्ग से यूपी के अंदर प्रवेश करने वाले हैं। तब भी अलर्ट हुआ था और कई टीमें लगी थी ,लेकिन उस समय उनके बारे में पता नहीं चल सका था। लेकिन एसटीएफ की टीम लगी रही थी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में भी पीएफआई के सदस्यों का हाथ हो सकता है,इस बारे में भी पता किया जा रहा है। अभी सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। इस बिन्दु पर वे दिल्ली पुलिस जांच कर रही हैं।

गौरतलब है कि प्रदेश के कई हिस्सों में सीएए आन्दोलन के दौरान हिंसा भडकाने के आरोप में मेरठ, बिजनौर, शामली,लखनऊ और वाराणसी समेत अन्य स्थानों से पीएफआई के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था ।

पिछले दिनों हाथरस जाते समय मथुरा पुलिस ने भी पीएसफ आई के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर ने के बाद हाल ही केरल से पीएफआई के सदस्य रऊफ को गिरफ्तार किया गया था। लखनऊ से गिरफ्तार किए गये सदस्यों के बारे में आगे की जांच एटीएस करेगी।

गिरफ्तारी के बाद कानपुर में हाई अलर्ट;

लखनऊ में कल देर शाम पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कमांडर समेत दो सक्रिय सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद कानपुर में हाई अलर्ट कर दिया गया है।

पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि जिले में पूर्व में हुए सीएए व एनआरसी के विरोध के दौरान भी पीएफआई का कनेक्शन सामने आया था। साथ ही सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता को पीएफआई ने जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसे देखते हुए जिले की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही खुफिया एजेंसियों को भी जिले के बस अड्डे, मंदिर, रेलवे स्टेशन, मॉल आदि भीड़भाड़ वाली जगहों पर पैनी नजर रखने के लिए लगा दिया गया है।

नरेन्द्र मोदी ने नासकॉम टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम को संबोधित करते हुए कहा:नये भारत के युवाओं में प्रगति को लेकर अधीरता को समझती है सरकार attacknews.in

मुंबई, 17 फरवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि देशवासी ‘प्रगति के लिये अधीर’ हैं और उनकी सरकार ‘नये भारत’ के युवाओं की इस भावना को समझती है।

मोदी ने यहां नासकॉम टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम (एनटीएलएफ) को संबोधित करते हुए कहा कि यह 130 करोड़ से अधिक भारतीयों की आकांक्षाएं हैं, जो सभी को तेज गति से आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करती हैं।

उन्होंने कहा, “नया भारत और प्रत्येक नागरिक विकास के लिये अधीर हैं। हमारी सरकार नये भारत के युवाओं की भावनाओं को समझती है। 130 करोड़ से अधिक भारतीयों की आकांक्षाएं हमें आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करती हैं।’’

उन्होंने कहा कि ‘नया भारत’ आगे बढ़ने के लिये सरकार और निजी क्षेत्र की ओर देखता है।

मोदी ने महामारी के दौरान आईटी उद्योग द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि वित्त वर्ष 2020-21 में यह क्षेत्र करीब दो प्रतिशत बढ़कर 194 अरब डॉलर तक पहुंच जायेगा।

उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि आईटी उद्योग की वृद्धि दर आने वाले समय में नये उच्च स्तर को छूएगी।

भारत के लिये समाधान बनाने के साथ उत्कृष्ट संस्थान तैयार करने पर ध्यान दे आईटी उद्योग: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है और इस क्षेत्र में अगुवा बनने के लिये नवप्रवर्तन पर जोर, प्रतिस्पर्धी के साथ उत्कृष्ट संस्थान निर्माण पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

उन्होंने आईटी उद्योग से कृषि, स्वास्थ्य और देश के लोगों की अन्य जरूरतों को ध्यान में रखकर समाधान बनाये जाने का भी आह्वान किया।

प्रधानमंत्री ने ‘नासकॉम टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम’ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारतीय आईटी उद्योग की विश्व में छाप है, लेकिन हमें इस क्षेत्र में अगुवा बनना है, तो हमें नवप्रवर्तन, प्रतिस्पर्धी क्षमता और उत्कृष्टता के साथ संस्थान निर्माण पर ध्यान देना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘विश्व में भारतीय प्रौद्योगिकी की जो पहचान है, उससे देश को काफी उम्मीदें हैं। आपके समाधान पर मेक फॉर इंडिया की छाप होनी चाहिए।’’

उन्होंने आईटी उद्योग से कहा कि वे कृषि, स्वास्थ्य और देश तथा लोगों अन्य जरूरतों को ध्यान में रखकर समाधान बनाये।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर रहे हैं। यह समय नये लक्ष्य बनाने का है। जब भारत 25-26 साल बाद आजादी के 100 साल मनाएगा, हम कितने वैश्विक उत्पाद बनायें, कितने वैश्विक लीडर बनाये, यह सोचकर काम करने की जरूरत है। इस लक्ष्य को हासिल करने में देश आपके साथ है।

स्टार्टअप का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘स्टार्टअप संस्थापकों को इस बारे में सोचना चाहिए कि कैसे वे संस्थानें सृजित कर सकते हैं, केवल मूल्यांकन पर जोर नहीं होना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार मानती है कि बंधनों में भविष्य का नेतृत्व विकसित नहीं हो सकता, इसीलिए प्रौद्योगिकी उद्योग को अनावश्यक नियमन से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हाल में हमने भू-स्थानिक क्षेत्र को खोला है, इससे प्रौद्योगिकी क्षेत्र के स्टार्टअप को मदद मिलेगी और आत्मनिर्भर भारत अभियान सशक्त होगा।

डिजिटल प्रौद्योगिकी के लाभ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी में सुधार से काले धन की समस्या में कमी आयी है, लोग सशक्त हुए हैं। बहुत कम समय में हम नकद आधारित अर्थव्यवस्था से कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था की ओर बढ़े हैं।

मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी के माध्यम से न्यूनतम सरकार, कारगर शासन व्यवस्था के वादे को पूरा करने में मदद मिल रही है। गरीब और मध्यम वर्ग को सुविधाएं के साथ भ्रष्टाचार से मुक्ति मिली है।

आईटी उद्योग के लिये अवसर के बारे में उन्होंने कहा कि आईटी उद्योग की सबसे बड़ी ताकत देश की बड़ी अबादी है, लोग नये समाधान अपनाने को उत्सुक हैं।

मोदी ने यह भी कहा कि भारत में विचारों की कमी नहीं है, उन विचारों को वास्तविक रूप देने के लिये संरक्षकों और मार्गदर्शकों की जरूरत है।

किसानों की ट्रैक्टर रैली हिंसा में गणतत्रंत दिवस पर लाल किले पर तलवारबाजी करने वाला मैकेनिक मनिंदर सिंह गिरफ्तार attacknews.in

नयी दिल्ली, 17 फरवरी। गणतत्रंत दिवस पर लाल किले पर तलवारबाजी करने वाले 30 वर्षीय एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि कार का ‘एसी’ ठीक करने वाले मैकेनिक मनिंदर सिंह को मंगलवार रात पौने आठ बजे उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के पीतमपुरा के सीडी ब्लॉक बस स्टॉप से गिरफ्तार किया गया। सिंह अपने घर के पास तलवारबाजी का प्रशिक्षण स्कूल भी चलाता है।

पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) प्रमोद सिंह कुशवाह ने कहा, ‘‘ सिंह को एक वीडियो में लाल किले पर दो तलवारों से कलाबाजी करते देखा गया था, जिसका मकसद तलवारों, ‘खंडों’, लोहे की छड़ों, कुल्हाड़ियों, डंडों आदि से पुलिसकर्मियों पर क्रूर हमले करने या हिंसा करने वाले राष्ट्रविरोधी तत्वों और गणतंत्र दिवस पर ऐतिहासिक स्मारक लाल किले को क्षतिग्रस्त करने वालों को भड़काना या उकसाना था।’’

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में अभी तक 120 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। वहीं कई किसान लाल किला परिसर में भी दाखिल हो गए और वहां धार्मिक झंडा भी लगा दिया था।

पुलिस ने बताया कि वह फेसबुक पर विभिन्न समूहों के भड़काऊ ‘पोस्ट’ देखने के बाद उत्तेजित हो गया था। वह कई बार सिंघू बॉर्डर भी गया और वहां नेताओं के भाषण से बेहद प्रेरित हुआ।

पुलिस के अनुसार, सिंह ने अपने पड़ोस के छह लोगों को भी ‘‘उकसाया’’। ये सभी अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर गंणतंत्र दिवस पर सिंघू बॉर्डर से मुकरबा चौक जा रही ट्रैक्टर परेड में शामिल हुए थे।

पुलिस ने बताया कि ट्रैक्टर परेड में शामिल होने से पहले सिंह ने अपने पास दो तलवार और 4.3 फुट का एक खंडा अपने पास रखा था, जिसका इस्तेमाल उसने लाल किले पर तलवारबाजी करने में किया। उसके घर से तलवार भी बरामद कर ली गई है।

योजना के तहत संदिग्ध, उसके पांच साथी और कुछ अन्य असामाजिक तत्व लाल किले में दाखिल हुए और सिंह ने वहां तलवारबाजी की।

कुशवाह ने कहा, ‘‘ तलवारबाजी ने हिंसक प्रदर्शनकारियों को लाल किले पर हाथापाई करने सहित ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों समेत जन सेवकों के साथ हिंसक व्यवहार करने और ऐतिहासिक धरोहर लाल किले को क्षतिग्रस्त करने के लिए उकसाया।’’

पुलिस ने बताया कि 26 जनवरी को लाल किले पर तलवारबाजी करने की उसकी अपनी एक काफी लंबी वीडियो सिंह के फोन से मिली है। उसके सिंघू बॉर्डर जाने से जुड़ी कुछ तस्वीरें भी उसके फोन में मिली। मामले की जांच जारी है।

सुप्रीम कोर्ट ने लव जेहाद के खिलाफ धर्मांतरण रोकने के लिए बने कानूनों के खिलाफ याचिका में हिमाचल प्रदेश और मध्यप्रदेश को पक्षकार बनाया attacknews.in

नयी दिल्ली, 17 फरवरी । न्यायालय ने अंतर-धर्म विवाह के कारण होने वाले धर्मांतरण रोकने के लिए बनाए गए कानूनों को चुनौती देने वाली याचिका में हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश को पक्षकार बनाने की बुधवार को एक गैर सरकारी संगठन को अनुमति दी।

प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने देश में इन कानूनों के इस्तेमाल से अधिकतर मुसलमानों को उत्पीड़ित किए जाने के आधार पर मुस्लिम संगठन जमीअत उलेमा-ए-हिन्द को भी पक्षकार बनने की अनुमति दी।

उच्चतम न्यायालय छह जनवरी को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विवाह के लिये धर्मांतरण रोकने के लिये बनाये गये कानूनों पर गौर करने के लिए राजी हो गया था।

न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमणियन भी पीठ का हिस्सा थे।

पीठ ने विवादित कानूनों पर रोक लगाने से इनकार करते हुए दो अलग-अलग याचिकाओं पर दोनों राज्यों को नोटिस जारी किया था।

अधिवक्ता विशाल ठाकरे और अन्य तथा गैर सरकारी संगठन ‘सिटीजन फॉर जस्टिस एंड पीस’ ने उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश 2020 और उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2018 की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी है।

दलाई लामा ने भारत की पुलिस को करूणा और अहिंसा की रक्षक बताकर आपराधिक न्याय प्रणाली में मौत की सजा की खिलाफत की attacknews.in

नयी दिल्ली, 17 फरवरी । दलाई लामा ने बुधवार को कहा कि जब तक पुलिस कार्रवाई की मंशा व्यापक लोगों की भलाई है तब तक अपने काम में उनकी दृढ़ता ठीक है।

दलाई लामा ने कहा, ‘‘दृढ़ता सामान्य रूप से अनुशासन का एक तरीका है। यह हिंसक है या नहीं, यह पूरी तरह से उसकी मंशा पर निर्भर करता है। पुलिस के रूप में, कुछ परिस्थितियों में, आपको कठोर तरीकों का इस्तेमाल करने की आवश्यकता है, लेकिन लोगों की सुरक्षा व्यापक मंशा होनी चाहिये ।

दलाई लामा भारतीय पुलिस फाउंडेशन के अनुरोध पर ‘‘पुलिसिंग में संवेदना और करूणा’’ विषय पर व्याख्यान दे रहे थे ।

वह हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला में अपने निवास से पुलिस बल के सदस्यों को टलीकान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने लोगों का करूणामय और संवेदनशली बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इस प्रकार की शिक्षा किसी की भी तालीम का एक हिस्सा होना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम में… अंग्रेजों ने आधुनिक शिक्षा की शुरुआत की, लेकिन आपको देश की हजार साल पुरानी परंपराओं को बनाए रखने की भी कोशिश करनी चाहिए, जो अहिंसा, करुणा, सहानुभूति है।’’

धर्म गुरू ने कहा, ‘‘हमें धर्मनिरपेक्ष तरीके से छात्रों को शिक्षित करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। इस तरह की शिक्षा लोगों को अपने आप अधिक दयावान बनाएगी ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय पुलिस करुणा और अहिंसा की रक्षक है ।’’

तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा 1959 के तिब्बती विद्रोह के दौरान भाग जाने के बाद से भारत में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा सारा जीवन सुरक्षाकर्मियों के साथ बीता है । मैने चीनी पुलिस के साथ नौ साल और भारतीय पुलिस के साथ 60 साल बिताए हैं और भारतीय पुलिस लोकतंत्र और सिद्धांतों पर काम करती है।’’

आपराधिक न्याय प्रणाली के बारे में पूछे जाने पर दलाई लामा ने कहा कि वह मौत की सजा के खिलाफ हैं।

हरियाणा की चर्चित भाजपा नेता सोनाली फोगाट के घर लाखों रुपये की चोरी,चोर पिस्तौल से गोलियां भी चुरा ले गए attacknews.in

हिसार, 16 फरवरी । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेेता और टिकटॉक, बिग बॉस फेम सोनाली फोगाट के हिसार स्थित घर में घुसकर अज्ञात चोर 10 लाख रुपए नकद, सोने चांदी आभूषण और लाइसेंसी रिवाल्वर चोरी कर गये।

पिछले विधानसभा चुनाव में आदमपुर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी फोगाट ने बताया कि वह नौ फरवरी को संतनगर स्थित अपने घर को बंद करके चंडीगढ़ गई थी। कल जब वह वापस लौैटीं तो उन्होंने देखा कि उनके मकान का ताला टूटा हुआ है और घर से अलमारी में रखे दस लाख रुपए की नकदी, सोने के गहने, चांदी के बर्तन, घड़ियां, एक लाइसेंसी रिवॉल्वर और 8 जिंदा कारतूस चोरी चले गये हैं। चोर सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग (डीवीआर) भी ले गये हैं।

‘बिग बॉस 14’ से चर्चा में आई बीजेपी नेता सोनाली फोगाट एक बार फिर चर्चाओं में हैं।उनके हिसार स्थित घर में चोरी की घटना हुई है।उनके घर से चोर 10 लाख ज्वेलरी, नकदी और लाइसेंसी रिवॉल्वर ले गई। फिलहाल मामले की जांच पुलिस कर रही हैं ।

सोनाली फोगाट 9 फरवरी को अपने घर में ताला लगाकर चंडीगढ़ गई थीं. जब वह 15 फरवरी को चंडीगढ़ से हिसार वापस आईं तो मकान का ताला टूटा मिला. जिसके बाद उन्होंने घर के अंदर जाकर चेक किया तो देखा कि उनके घर से बहुत सारी चीजें चोर ले गए ।10 लाख रुपये की ज्वेलरी, सोने और चांदी के बर्तन, घड़ियां, 22 बोर लाइसेंसी एक रिवॉल्वर गायब मिले जिसमें 8 गोलियां लोड थीं. इसके अलावा एक डीवीआर भी चोरी हुआ है. हालांकि इस मामले में पुलिस चोरों का पता लगाने में लगी है।

गौरतलब है कि उनके पति की 2016 में रहस्यमय हालात में मौत हुई थी।संजय की फॉर्म हाउस में मौत की खबरें आई थी. पति की मौत के वक्त सोनाली मुंबई में थी। Bigg Boss 14 के घर में सोनाली ने पति की मौत के बारे में बताया था।

छह महीने पहले सोनाली ने हिसार के बालसमद मार्केट कमिटी के सेक्रेटरी को थप्पड़ और चप्पल से पीटा था। जिसका वीडियो बहुत वायरल हुआ था।सोनाली ने कहा था कि सेक्रेटरी ने उनसे अपशब्द कहे थे जिससे उन्होंने आपा खो दिया था. सूत्रों की माने तो यही वायरल वीडियो बिग बॉस में उनकी एंट्री की वजह बना था।

बता दें कि पंजाबी के साथ हरियाणवी फिल्मों और म्यूजिक वीडियो का हिस्सा रह चुकीं सोनाली ने 2019 में ‘छोरियां छोरों से कम नहीं होती’ फिल्म से डेब्यू किया था. उनके TikTok अकाउंट पर पोस्ट हर वीडियो खूब वायरल भी होते थे।

पुड्डुचेरी में नारायणसामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अल्पमत में आई,मुख्यमंत्री के पास अब इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं attacknews.in

पुड्डुचेरी 16 फरवरी । केंद्रशासित पुड्डुचेरी में कामराजनगर के विधायक जॉन कुमार के मंगलवार को इस्तीफा दे दिये जाने के बाद प्रदेश की वी नारायणसामी नीत कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गयी है तथा मुख्यमंत्री के पास अब इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

इससे पहले सोमवार को यानम के विधायक एवं पूर्व मंत्री मल्लाडि कृष्णा राव ने अपना इस्तीफा दे दिया था।

श्री कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष वी शिवाकोलुन्तु को आज अपना त्यागपत्र सौंपा।

बाद में अध्यक्ष ने बताया कि श्री कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। उन्हाेंने कहा कि इससे पहले श्री राव ने ईमेल के जरिए अपना त्यागपत्र भेजा था और उनसे वीडियो काल का अपना इस्तीफे की पुष्टि करने तथा त्यागपत्र की मूल प्रति भेजने के लिए कहा गया है। उन्होंने आश्वस्त किया है कि मूल प्रति प्राप्त होने के साथ ही उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया जायेगा।

सूत्रों के मुताबिक श्री कुमार भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में शामिल हो सकते हैं।इस बीच अन्नाद्रमुक(ईस्ट) एवं विधायक दल के नेता अनबझगन ने श्री नारायणसामी से उनकी सरकार के अल्पमत में होने का हवाला देते हुए इस्तीफे की मांग की है।

श्री अनबझगन ने संवाददाताओं से कहा कि दो मंत्रियों समेत पांच कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री की नीतियों से मतभिन्नता के कारण अपने पदों से त्यागपत्र दे दिये हैं जिससे यह सरकार अल्पमत में आ गयी है। उन्होंने जोर दिया कि श्री नारायणसामी को अपने पद बने रहने का अधिकार नहीं है और उन्हें नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।

उन्हाेंने कहा कि उनकी पार्टी अपने हाईकमान से अनुमति मिलने और सहयोगी दलों के साथ विचारविमर्श के बाद श्री नारायणसामी को सदन में बहुमत साबित करने के निर्देश देने की मांग को लेकर उपराज्यपाल किरण बेदी को ज्ञापन सौंपेगी।

दूसरी तरफ इन घटनाक्रमों पर मुख्यमंत्री की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है।

पुड्डुचेरी में एक और कांग्रेस विधायक का इस्तीफा

पुड्डुचेरी में यानम के विधायक एवं पूर्व मंत्री मल्लाडि कृष्णा राव के सोमवार को त्यागपत्र दिये जाने के एक दिन बाद ही मंगलवार को कामराजनगर के कांग्रेस विधायक जॉन कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

श्री कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष वी शिवाकोलुन्तु को आज अपना त्यागपत्र सौंपा।