भारत में रविवार देर रात 24 घंटे में रिकाॅर्ड 39 हजार नये मरीजों के साथ संक्रमितों की संख्या 11.16 लाख के पार हुई,27,472 की मौत,रिकवरी दर 63 फीसदी के करीब attacknews.in

नयी दिल्ली 19 जुलाई । देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के मामले पिछले तीन दिनों में एक लाख से अधिक वृद्धि दर्ज करते हुए रविवार की रात 11.13 लाख के पार पहुंच गये लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 63 फीसदी के करीब पहुंच गयी यानी अब तक 6.96 लाख से अधिक लोग इस महामारी से निजात पा चुके हैं।

देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर में आंशिक रूप से कमी दर्ज करते हुए 62.51 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर 2.46 फीसदी रही। शनिवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 63.10 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.50 फीसदी रही। शुक्रवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 63.35 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.55 फीसदी रही। चिंता की बात यह है कि पिछले दो दिनों के दौरान मरीजों के स्वस्थ होने की दर में करीब एक फीसदी कमी आई है।

देश में तीन मई को कोरोना रिकवरी दर 26.59 प्रतिशत थी जो 31 मई को बढ़कर 47.40 प्रतिशत हो गई और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 1116400 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 1077618 थी। अब तक कुल 696073 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 27472 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 389453 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या 3.06 लाख से अधिक हो चुकी है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनके सही तरीके से इलाज की अहम भूमिका रही।

इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाये जा रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारें अपने स्तर से भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन या पूर्णबंदी या फिर जनता कर्फ्यू लागू कर रही हैं।

इसके अलावा देश में परीक्षण सुविधाओं में खासी बढ़ोतरी की गई है। आईसीएमआर द्वारा सुझाई गई परीक्षण रणनीति के तहत अब सभी पंजीकृत चिकित्सा विशेषज्ञ जांच की सिफारिश कर सकते हैं। राज्यों/ केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा गोल्ड स्टैंडर्ड आरटी-पीसीआर आधारित व्यापक परीक्षण के साथ रैपिड एंटीजन प्वाइंट ऑफ केयर (पीओसी) जांच के परिणाम स्वरूप नमूनों की जांच में खासी बढ़ोतरी हुई है। कुल 13791869 नमूनों के परीक्षण के साथ भारत में प्रति दस लाख (टीपीएम) परीक्षण का आंकड़ा 9,994.1 नमूनों तक पहुंच गया।

कोरोना जांच करने वाली प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़कर 1262 हो गई है जिनमें 889 प्रयोगशालाएं सरकारी और 373 निजी क्षेत्र की हैं। इनमें रियल टाइम आरटी पीसीआर आधारित परीक्षण प्रयोगाशालाएं 648 (सरकारी, 397 ,निजी 251),ट्रूनैट आधारित परीक्षण प्रयोगाशालाएं 510 (सरकारी,455 ,निजी 55) तथा सीबीएनएएटी आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं 104 (सरकारी,37 , निजी 67) हैं।

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के मामले में पूरे विश्व में तीसरे स्थान पर स्थित भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले गुरुवार की रात 10 लाख के पार पहुंच गये थे। गुरुवार की रात संक्रमितों का आंकड़ा 1001863 था जो शनिवार की रात को 1070417 पर पहुंच गया था और आज रात इसने 11 लाख के आंकड़ें को भी पार कर लिया जो चिंता का विषय है।

दिल्ली में कोरोना रिकवरी दर 84 फीसदी, निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 685

केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद राजधानी में कोरोना वायरस पर काफी हद तक नियंत्रण करने में सफलता मिली है और रविवार को संक्रमण को मात देने वालों की संख्या लगातार बारहवें दिन नये मामलों की तुलना में अधिक रही। हालांकि निषिध्द क्षेत्रों की संख्या बढ़ती हुई आज 685 पर पहुंच गई।

दिल्ली स्वास्थ्य मंत्रालय के पिछले 24 घंटों के आंकड़ों के अनुसार नये मामले कल के 1475 की तुलना में आज घटकर 1211 रह गए। सात जुलाई के 1379 की तुलना में आज सबसे कम मामले आए हैं। आज 1860 ने वायरस को शिकस्त दी।

केंद्रीय गृहमंत्री ने 15 जून को दिल्ली की स्थिति काबू से बाहर होने पर कमान संभाली और तबाड़तोड़ कदम उठाए। इसके बाद राजधानी में वायरस काबू करने में बड़ी सफलता मिली।

दिल्ली में कुल संक्रमितों का आंकडा हालांकि एक लाख 22 हजार 793 पर पहुंच गया जबकि इसमें से स्वस्थ होने वालों की संख्या एक लाख तीन हजार 134 अर्थात 83.99 प्रतिशत पर पहुंच गया है।

नौ जुलाई को रिकार्ड 4027 मरीज ठीक हुए थे।

पिछले 24 घंटों में 31 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों की कुल संख्या 3628 पर पहुंच गयी।

दिल्ली सरकार ने प्लाजमा थैरेपी से गंभीर कोरोना मरीजों के उपचार के लिए दो प्लाजमा बैंक आईएलबीएस और एलएनजेपी में खोले हैं।

दिल्ली में 23 जून को 3947 एक दिन के सर्वाधिक मामले आए थे।

महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद दिल्ली तीसरा राज्य है जहां संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख से अधिक है। महाराष्ट्र में वायरस का आंकड़ा तीन लाख को पार कर गया है।

दिल्ली में नये मामलों की तुलना में मरीजों के ठीक होने की संख्या लगातार बढ़ रही है और सक्रिय मामल़ों की संख्या घटकर 16031 रह गई है।

कोरोना जांच में पिछले कुछ दिनों में आई तेजी से कुल जांच का आंकड़ा आज 8,18,989 पर पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 20206 जांच की गई। इसमें आरटीपीसीआर जांच 5762 और रैपिड एंटीजेन जांच 14444 थी। दिल्ली में 10 लाख की जनसंख्या पर जांच का औसत 43104 हो गया है।

दिल्ली सरकार के कुल कोरोना बेड की संख्या 15475 हैं जिसमें से 3592 पर मरीज हैं जबकि 11883 खाली हैं।

होम आइशोलेशन में मरीजों की संख्या भी गत दिवस के 9136 से घटकर आज 8819 रह गई।

यूपी में कोरोना के रिकार्ड 2250 मरीज,लखनऊ में 392

कोरोना संक्रमण काल के कठिन दौर का सामना कर रहे उत्तर प्रदेश में नये मरीजों की संख्या में उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। पिछले 24 घंटों में राजधानी लखनऊ में काेरोना के 392 मामले सामने आये जबकि राज्य में यह संख्या 2250 थी।

लखनऊ में कोरोना के बढ़ते मामलों से चिंतित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाम सात बजे जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक तलब की। बैठक में पुलिस कमिश्नर,जिलाधिकारी,नगर आयुक्त और मुख्य चिकित्साधिकारी से विचार विमर्श किया गया।

हरियाणा में कोरोना के 617 नये मामले, कुल संख्या 26164 हुई, 349 मौतें

हरियाणा में कोरोना संक्रमण की स्थिति अब उत्तरोत्तर गम्भीर रूप धारण करती जा रही है। राज्य में आज सायं तक कोरोना के 614 नये मामले आने के बाद राज्य में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 26164 पहुंच गई है। वहीं इनमें से 349 लोगों की मौत हो चुकी है और 19793 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले अब 6022 हैं।

राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कोरोना की स्थिति को लेकर यहां जारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। राज्य में काेरोना संक्रमण पॉजिटिव दर 5.94 प्रतिशत, रिकवरी दर 75.65 प्रतिशत जबकि मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है। राज्य के सभी 22 जिले इस समय कोरोना की चपेट में हैं। राज्य में कोरोना मामले अब लगातार बढ़ रहे हैं।

कर्नाटक में कोरोना मामले 64000 के करीब,1240 की मौत

कर्नाटक में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के 4120 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार को बढ़कर 64000 के करीब पहुंच गयी तथा 91 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा 1300 से अधिक हो गया।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 63772 हो गयी है। इस दौरान 91 और लोगों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 1336 हो गया है।

महाराष्ट्र में कोरोना मामले 3.10 लाख के पार,रिकवरी दर 55 फीसदी से घटी

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान 9518 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार की रात बढ़कर 3.10 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन चिंता की बात यह है कि मरीजों की रिकवरी दर 55 फीसदी से घटकर 54 फीसदी पर आ गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में अब तक 310455 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं। इस दौरान 258 और लोगों की इससे मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 11854 हो गयी है। राज्य में इस अवधि में केवल 3906 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 169569 हो गयी है।

मुंबई में कोरोना मामले 1.01 लाख के पार, रिकवरी दर 70 फीसदी

देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाने वाली महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई कोरोना वायरस (कोविड-19) से पूरे देश में सबसे भयंकर रूप से प्रभावित है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान 1038 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार को बढ़कर 1.01 लाख से अधिक हो गयी तथा 64 और लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 5700 को पार कर गया लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 71 फीसदी के करीब पहुंच गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 101388 हो गयी तथा इस दौरान मृतकों का आंकड़ा 5714 पहुंच गया है। इस अवधि में 1193 और मरीजों के रोगमुक्त होने के बाद स्वस्थ लोगों की संख्या बढ़कर 71685 हो गयी है।

तमिलनाडु में कोरोना मामले 1.70 लाख के पार, रिकवरी दर 69 फीसदी

तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 4979 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद रविवार को संक्रमितों की संख्या 1.70 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर बढ़कर 69 फीसदी पहुंच गयी है।

राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 69.08 फीसदी पहुंच गयी है जो शनिवार को 68.70 फीसदी रही थी। राज्य में संक्रमितों की मृत्यु दर महज 1.45 प्रतिशत है।

आंध्र में कोरोना मामले 50000 के करीब,642 की मौत

आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के 5041 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद रविवार को संक्रमितों की संख्या 50000 के करीब पहुंच गयी तथा 56 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा 642 पहुंच गया।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 49650 हो गयी है। इस दौरान 1127 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 22890 हो गयी है।

राजस्थान में कोरोना के 934 मामले सामने आने से आंकड़ा 29 हजार के पार

राजस्थान में रविवार को अब तक के सबसे अधिक 934 नये संक्रमित मिलने के बाद संक्रमितों का आंकड़ा 29 हजार 434 पर पहुंच गया, जबकि छह मरीजों के मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 559 हो गयी।
चिकित्सा विभाग की रात में जारी रिपोर्ट के अनुसार जोधपुर कोराेना का प्रमुख केंद्र बनकर उभर रहा है।

मध्यप्रदेश में कोरोना के 837 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमितों की 22600 हुई ,721 की मौत,एक्टिव मरीजों की संख्या 6568 रह गई attacknews.in

भोपाल, 19 जुलाई ।मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच आज 837 नए मामले सामने आए और कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 22600 हो गयी है। इसके साथ ही उपचाररत मरीजों (एक्टिव केस) की संख्या 6568 हो गयी है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से आज रात जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में कुल 15986 सैंपल की जांच में 837 सैंपल पॉजीटिव पाए गए और कुल संक्रमितों की संख्या 22600 हो गयी। हालाकि इनमें से अभी तक 15311 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं। आज स्वस्थ होने वाले 447 व्यक्ति हैं, जो नए मिले प्रकरणों की तुलना में लगभग आधे हैं।अब तक कोरोना के कारण 721 मरीजों की मौत हो चुकी है ।

हरदा में कोरोना संक्रमितों की संख्या 133 हुयी

हरदा जिले में 13 नए कोरोना संक्रमित मिलने के बाद कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 133 पर पहुंच गया है।
जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ किशोर कुमार नागवंशी ने कल रात की स्थिति के अनुरूप यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि हरदा जिले में वर्तमान में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मरीज़ों की संख्या 62 है, जिनका उपचार किया जा रहा है। 66 मरीज़ स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं, वहीं इनमें से पांच मरीज़ों की मृत्यु हो चुकी हैं।

नीमच जिले में अब कम हो रही संक्रमितों की संख्या

नीमच जिले में चार व्यक्तियों की कोरोना संबंधी रिपोर्ट पॉजीटथ्व आयी है, जिसके चलते कुल संख्या 537 हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कल रात चार लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी, जिनमें से दो नीचम और दो मनासा निवासी है। जिले में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 537 हो गई है, जबकि 10 व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है। जिले में कुल संक्रमितों में से 468 व्यक्ति स्वस्थ होकर अपने घर लौटे गए हैं और 59 व्यक्तियों का उपचार जारी है।

पन्ना में मात्र नौ एक्टिव केस

पन्ना जिले में सात नए कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 67 हो गई है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कल रात 210 जांच रिपोर्ट में से सात नए संक्रमित मिले। अब तक 58 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। इस तरह नौ मरीजों का कोविड केयर सेंटर में इलाज चल रहा है। प्रशासन लोगों से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय अपनाने का अनुरोध कर रहा है।

इंदौर में कोरोना संक्रमण के 129 नये मामले, एक्टिव केस 1505 हुए

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना संक्रमण के 129 नये मामले आने के बाद संक्रमितों की संख्या 6035 तक जा पहुंची है। हालाकि राहत की खबर है कि अब तक 4238 संक्रमित रोगी स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, जिसके बाद अस्पताल में उपचाररत रोगियों (एक्टिव केस) की संख्या 1505 है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रवीण जड़िया की ओर से कल रात जारी बुलेटिन के अनुसार अब तक एक लाख अठारह हजार चार सौ सत्तावन सैंपल की जांच की गयी है, जिनमें से 6035 संक्रमित मिले हैं। कल 1957 सैम्पल की जांच में 129 संक्रमित रोगी मिले।

डॉ जड़िया ने बताया कि कल चार मौत दर्ज की गयी हैं, जिसमें से तीन मौत अप्रैल माह और एक 16 जुलाई की है। इसके बाद मृतकों की कुल संख्या 292 जा पहुंची है।

इस बीच कल 63 संक्रमित रोगियों को स्वस्थ होने पर विभिन्न कोविड केयर अस्पतालों से छुट्टी दिये जाने के बाद अब तक कुल 4238 रोगियों को छुट्टी दी जा चुकी है। वहीं संस्थागत क्वारेंटाइन केंद्रों से भी नौ संदेहियों को स्वस्थ पाये जाने पर छुट्टी दिये जाने के बाद अब तक कुल 4869 लोगों को छुट्टी दी जा चुकी है।

भोपाल में 149 नए कोरोना संक्रमित, कुल संख्या 4370 हुयी

भोपाल जिले में आज सुबह कोरोना संक्रमण के 149 नए मामले आने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4370 हो गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की ओर से बताया गया है कि जिले में कल रात तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 4221 थी। सुबह 149 कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इनकी संख्या 4370 हो गयी है।

इस बीच आज सुबह यहां चिरायु अस्पताल से 35 व्यक्ति कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर रवाना हो गए। भोपाल में अब तक लगभग 2950 व्यक्ति कोरोना संक्रमण को मात दे चुके हैं। शेष लगभग 1200 लोगों का अस्पताल, क्वारेंटाइन सेंटर और होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है।

भोपाल में इंदौर के बाद सबसे अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। पिछले 20 दिनों से यहां पर कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ी है। यही वजह है कि आज पूरे शहर में पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया है। हालाकि आपातकालीन सेवाओं को इससे मुक्त रखा गया है।

सीहोर में तीन नए प्रकरण, एक की मौत

सीहोर जिले में कोरोना संक्रमण के तीन नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 105 हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राजधानी भोपाल से सटे सीहोर जिले में कल रात एक कोरोना संक्रमित की मौत भी दर्ज की गयी है। अब तक कुल पांच लोग जिले में गंवा चुके हैं। मौत श्यामपुर क्षेत्र निवासी व्यक्ति की हुयी है। जबकि तीन नए प्रकरण सीहोर जिला मुख्यालय पर मिले हैं।

रीवा में मिले चार कोरोना संक्रमित

रीवा जिले में आज कोरोना के चार नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 143 तक पहुंच गयी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज प्राप्त रिपोर्ट में चार नए लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। इसी के साथ जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 143 तक पहुंच गयी है। इनमें 67 मरीजों के स्वस्थ होने जाने के बाद वर्तमान में 75 मरीजों का यहां के कोविड सेंटर में इलाज चल रहा है।

जबलपुर में एक कोरोना मरीज की मौत

जबलपुर में आज एक कोरोना संक्रमित मरीज की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।

नेताजी सुभाषचंद बोस चिकित्सा महाविद्यालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार कोरोना संक्रमित एक बुर्जुग व्यक्ति की सुबह में उपचार के दौरान मौत हो गई। कल कोरोना संक्रमित पाए जाने पर इस व्यक्ति को भर्ती किया गया था। इस व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण के अलावा अन्य प्रकार की बीमारियां थी।

सीहोर में छह व्यक्तियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव

सीहोर जिले में आज छह व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधीर डेहरिया ने बताया कि तीन लोगों की रिपोर्ट कल देर रात को ट्रूनेट मशीन सीहोर से पॉजीटिव आई जबकि तीन लोगों की रिपोर्ट आज भोपाल से पॉजीटिव प्राप्त हुई। कोरोना संक्रमितों में सीहोर के भोपाल नाका, दांगी कॉलोनी, चाण्क्यपुरी, दुर्गा कॉलोनी का एक-एक व्यक्ति तथा आष्टा के किला मोहल्ले से एक व्यक्ति और ग्राम मानाखेड़ी का एक व्यक्ति शामिल हैं। संक्रमितों में सभी पुरुष है। सभी को उपचार के लिए कोविड केयर सेंटर सीहोर में भर्ती किया गया है।

नरसिंहपुर जिले में आठ नए कोरोना संक्रमित मिले

नरसिंहपुर जिले में हर दिन नए संक्रमण केस सामने आने पर कलेक्टर वेदप्रकाश दने जिले की सीमाओं पर फिर से चेक पोस्ट को सक्रिय कर दिया है। यहाँ आज आठ लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।

जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिले की सीमा मेें प्रवेश करने वाले का नाम दर्ज किया जाएगा और चेक पोस्ट पर स्वास्थ्य टीम के सदस्य आने वाले व्यक्ति का परीक्षण करेगें। चार दिन से लगातार जिले में पाॅजिटिव केस सामने आ रहे हैं। आज शाम के समय आई रिपोर्ट में आठ नए केस सामने आने से एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 61 को गई है। अन्य जिलों से आने वाले सडक मार्ग पर चेक पोस्ट बना कर वहां पर पुलिस, राजस्व विभाग के सदस्य और स्वास्थ्य कर्मचारी तैनात किए जा रहे हैं।

शिवपुरी में आठ नए कोरोना संक्रमितों के मिलने के साथ कुल संख्या हुई 235

शिवपुरी सहित जिले में आज आठ लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 235 हो गई है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज आठ लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें सात शिवपुरी शहर के विभिन्न इलाकों के हैं और एक मरीज जिले के खोड क्षेत्र का है। यहाँ कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 235 हो गई है। अभी तक 124 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।

सागर में मिले 10 कोरोना पाॅजिटिव

सागर जिले में आज 10 लोगों की कोरोना जॉंच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।

यहाँ के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से आज 10 लोगों की कोरोना जॉंच रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। जिले में आज तक 521 कोरोना मरीज मिल चुके है जबकि 400 मरीज स्वस्थ होकर घर पहुँच चुके हैं।

भिण्ड में आज छह कोरोना पाॅजिटिव मिले

भिण्ड जिले में आज छह कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं।
जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज जिले में छह कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं। अब कोरोना पाॅजिटिवों की संख्या 419 हो गई है। इसमें 335 ठीक होकर घर चले गए है जबकि 84 का भिण्ड कोरोना सेंटर में इलाज चल रहा है।

भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्युदर घटी,विश्व में सबसे कम मृत्युदर वाला देश बना “India”, क्लिनिकल प्रबंधन के कारण संभव हुआ attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 जुलाई । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि भारत में कोविड-19 के मामलों में मृत्यु दर क्रमश: घट रही है और इसका श्रेय अस्पतालों में भर्ती मरीजों के बेहतर क्लीनिकल प्रबंधन को जाता है।

मंत्रालय ने कहा कि भारत, दुनिया में कोविड-19 के मरीजों की सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में एक है।

मंत्रालय ने कहा कि ऐसे 29 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश हैं, जहां मामला मृत्यु दर (सीएफआर) देश के औसत से कम है। पांच राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में सीएफआर शून्य है और 14 में मृत्यु दर एक प्रतिशत से कम है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों के कारगर क्लीनिकल प्रबंधन पर केंद्र सरकार और राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की सजग कोशिशों के कारण भारत का सीएफआर 2.5 प्रतिशत से नीचे आया है।

मंत्रालय ने कहा कि मामलों को बढ़ने से रोकने की कारगर नीति, तत्परता से जांच करना और देखभाल की समग्र मानक पर आधारित बेहतरीन क्लीनिकल प्रबंधन प्रोटोकॉल ने सीएफआर में कमी लाई है।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘सीएफआर क्रमश: घट रही है, यह 2.49 प्रतिशत है। भारत, दुनिया में कोविड-19 से सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में एक है। ’’

एक महीने पहले यह दर 2.82 प्रतिशत थी, जो 10 जुलाई को घट कर 2.72 हो गई तथा इसके बाद यह घट कर वर्तमान में 2.49 प्रतिशत हो गई है।

मंत्रालय ने कहा कि केंद्र के दिशानिर्देशों के तहत राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों ने जांच को तेजी से बढ़ाया तथा सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की कोशिशों को एकजुट कर अस्पतालों का बुनियादी ढांचा बढ़ाया।

कई राज्यों ने बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और पहले से किसी बीमारी से पीड़ित लोगों का पता लगाने के लिये आबादी का सर्वेक्षण किया।

मंत्रालय ने कहा कि मोबाइल ऐप जैसी प्रौद्योगिकी ने इसमें मदद की। इसने अधिक जोखिम ग्रस्त आबादी को निरंतर निगरानी में रखे जाने को सुनिश्चित किया। इस तरह, समय रहते रोग का पता लगाने, समय पर उपचार मुहैया करने और मृत्यु दर कम करने में मदद मिली।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘जमीनी स्तर पर आशा और एएनएम (सहायक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं) जैसे अग्रिम मोर्चे पर सेवा देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रवासी लोगों के प्रबंधन में सराहनीय योगदान दिया तथा समुदाय स्तर पर जागरूकता बढ़ाई। ’’

मणिपुर, नगालैंड, सिक्किम, मिजोरम, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में सीएफआर शून्य है।

जिन राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में सीएफआर राष्ट्रीय औसत से कम है उनमें त्रिपुरा (0.19 प्रतिशत),  असम (0.23), केरल (0.34), ओडिशा (0.51), गोवा (0.60), हिमाचल प्रदेश (0.75), बिहार (0.83), तेलंगाना (0.93), आंध्र प्रदेश (1.31), तमिलनाडु (1.45), चंडीगढ़ (1.71), राजस्थान (1.94), कर्नाटक (2.08) और उत्तर प्रदेश (2.36) शामिल हैं।

भारत में एक दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक 38,902 मामले आने के साथ ही रविवार को संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़ कर 10,77,618 हो गई, जबकि इस रोग से उबरने वाले लोगों की कुल संख्या 6,77,422 हो गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार एक दिन में इस रोग से 543 लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 26,816 हो गई। पिछले 24 घंटों में 23,672 मरीज इस रोग से उबरे हैं, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि दुनिया में कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित 11 देशों अमेरिका, ब्राजील, रूस, पेरू, चिली, मेक्सिको, दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, ईरान, पाकिस्तान, स्पेन में कुल मिलाकर भारत से आठ गुना अधिक मामले हैं और 14 गुना अधिक मौतें हुई हैं।

देश में अब भी 3,73,379 लोग संक्रमित हैं। संक्रमितों की कुल संख्या में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।

यह लगातार चौथा दिन है, जब कोरोना वायरस के एक दिन में 30,000 से अधिक मामले सामने आए हैं।

राजस्थान में विपक्ष के नेता ने अशोक गहलोत सरकार को दिया झटका; बहुमत में है या नहीं, निर्णय सदन में शक्ति परीक्षण से ही होगा attacknews.in

जयपुर, 19 जुलाई ।राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने रविवार को कहा कि सरकार बहुमत में है या नहीं, इसका निर्णय सदन में शक्ति परीक्षण से ही होगा।

उन्होंने कहा कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच शनिवार को हुई वार्ता पर केवल कयास लगाए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने सरकार को समर्थन दे रहे विधायकों की सूची दी होगी अथवा राज्य में चल रहे राजनीतिक संकट के समाधान के बारे में चर्चा की होगी।

कटारिया ने कहा कि जो भी हो, लेकिन सच्चाई यह है कि केवल सदन में शक्ति परीक्षण से ही यह तय होगा कि सरकार बहुमत में है या नहीं।

उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से फोन टैपिंग हो रही है, वह एक सामान्य नागरिक के अधिकारों पर हमला है और सारी सरकार सब काम छोड़कर केवल होटल में बंद होकर बैठी है।

कटारिया ने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगे, भाजपा का ऐसा कोई विचार नहीं है। अभी कल के फैसले के बाद आगे क्या स्थिति बनती है, कांग्रेस में जो दो गुट हुए हैं, उसके बाद क्या होता है, क्या नहीं, यह पता चलने के बाद ही कुछ विचार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि 19 विधायकों की योग्यता के निर्णय के बाद यदि सरकार शक्ति परीक्षण के लिए राज्यपाल से आग्रह करती है तो वह इसपर विचार कर सकते हैं।

सदन में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि जनता द्वारा नकारे जाने और दिल्ली विधानसभा का चुनाव हारने के बाद राजस्थान में चल रहे राजनीतिक ड्रामे में कांग्रेस नेता अजय माकन को नई नियुक्ति दी गई है।

उन्होंने कहा कि जो ऑडियो मुख्यमंत्री निवास से उनके विशेषाधिकारी ने जारी किया है, उससे सवाल उठता है कि किस अधिकार से जनप्रतिनिधियों के टेलीफोन टैप हुए।

राठौड़ ने कहा कि सारे कानून कायदों को ताक पर रखकर राज्य सरकार ने यह बेजा हरकत की है। कांग्रेस के नेताओं को भाजपा की मांग को पूरा करना चाहिए।

उन्होंने कहा यदि वह चाहे तो इसकी जांच सीबीआई को सौंपी जा सकती है।

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि राज्य में अस्थिरता भी है, संवैधानिक संकट भी है…क्या होगा, यह भविष्य के गर्भ में है लेकिन आपातकाल जैसी परिस्थितयां राजस्थान की सरकार ने निश्चित रूप से पैदा कर दी हैं।

पूनियां ने कहा कि विधानसभा सत्र आवश्यकता के अनुसार बुलाया जा सकता है। राज्यपाल को संवैधानिक अधिकार हैं लेकिन सामान्य तौर पर 21 दिन का नोटिस दिया जाता है। परिस्थितयां क्या बनती हैं, सब इसी पर निर्भर करेगा।

उन्होंने कहा कि गहलोत खेमे में कुछ लोगों को निर्दलीय विधायकों, क्षेत्रीय पार्टी के विधायकों को जबरन रोककर रखा गया है और उन्हें नहीं लगता है कि सरकार के पास बहुमत है, इसलिए सरकार भयभीत भी है।

भाजपा राजस्थान सरकार गिराने की कर रही है साजिश-माकन

इधर जयपुर में कांग्रेस नेता अजय माकन ने भारतीय जनता पार्टी पर राजस्थान सरकार को गिराने की सजिश करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उसका राज्य में चुनी हुई कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश एवं षड़यंत्र का चेहरा आए दिन बेनकाब हो रहा है।

श्री माकन ने आज यहां प्रेस कांफ्रेस में कहा कि भाजपाई साजिश की परतें दिन प्रतिदिन खुल रही हैं। विधायकों की निष्ठा खरीदने और लोकतंत्र को धूमिल करने का कुकृत्य एक राजनीतिक कलंक के तौर पर षडयंत्रकारियों के माथे पर लिखा साफ नज़र आ रहा है। राजस्थान की आठ करोड़ जनता इस साजिश को कभी माफ नहीं करेगी। जिस प्रकार से कांग्रेस के विधायकों को भाजपा की हरियाणा सरकार की मेहमाननवाज़ी में मानेसर, गुड़गांवा के होटल एवं रिसॉर्ट में रखा गया, यह अपने आप में भाजपाई सांठगांठ को साबित करता है।

बीमा कंपनियों द्वारा कोरोना कवच बीमा पॉलिसी लाने के बाद स्वास्थ्य बीमा करवाने वालों की बढती जा रही है संख्या और यह पाॅलिसी हो रही है लोकप्रिय attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 जुलाई । कोरोना कवच स्वास्थ्य बीमा पालिसी बाजार में आने के साथ ही बेहद लोकप्रिय हो गयी है। कोविड-19 महामारी के फैलाव को देखते हुए करीब सभी साधारण और स्वास्थ्य बीमा कंपनियों ने कोरोना वायरस संक्रमण के लिए यह उत्पाद दस जुलाई से पेश करना शुरू किया है। इसका उद्येश्य है कि लोग इस महामारी के इलाज के लिए मुनासिब दर पर एक स्वास्थ्य बीमा संरक्षण ले सकें।

इसमें साढ़े तीन महीने से साढ़े नौ महीने के लिए पालिसी बेची जा रही है। इसमें बीमित व्यक्ति के चिकित्सा खर्च की अधिकतम राशि पांच लाख रुपये रखी गयी है। बीमा विनियामक इरडाई ने इसके लिए कंपनियों को मंजूरी दी है।

पालिसी बाजार के स्वास्थ्य बीमा कारोबार के प्रमुख अमुत छाबड़ा ने कहा, ‘इसके लिए बहुत अच्छा समर्थन मिला है, क्योंकि लोग इस योजना को खरीदने के इच्छुक है।’

उन्होंने बताया कि पालिसी बाजार की वेबसाइट पर कंपनियां हर रोज 300 से 500 तक यह पालिसी बेच रही हैं। यह पालिसी ज्यादातर युवा लोग ले रहे है।

उन्होंने कहा कि यह पालिसी काफी मुनासिब दर पर है। इसे मासिक 208 रुपये तक के न्यूनतम प्रीमियम पर लिया जा सकता है, जो बेहद सस्ता है।

महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और दिल्ली एनसीआर के लोगों ने इसमें अधिक रुचि दिखायी है।

एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी के अंडरराइटिंग एवं पुनर्बीमा कारोबार के प्रमुख सुब्रमणियम ब्रह्मजोसियुला ने कहा कि इसमें फेमिली फ्लोटर और पांच लाख के बीमा पर 2500 रुपये रोज के हॉस्पिटल डेली कैश जैसे विकल्प भी दिए गए हैं, जो इसे अधिक आकर्षक बना रहे हैं।

इफको टोक्यो जनरल इंश्योरेंस के कार्यकारी उपाध्यक्ष (अंडरराइटिंग) सुब्रत मंडल ने भी कहा कि कोविड-19 को लेकर यह उत्पाद जारी हुए अभी एक सप्ताह ही हुए हैं और लोग काफी आकर्षित हुए है।

कोरोना कवच को व्यक्ति स्वयं के लिए और अपने जीवनसाथी, माता पिता , सास-स्वसुर और 25 साल से कम उम्र के आश्रित बच्चों के लिए खरीद सकता है।

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में कई राज्यों में बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं भारतीय-अमेरिकी मतदाता और किसी की भी हार-जीत में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं attacknews.in

वाशिंगटन, 19 जुलाई ।अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी के एक शीर्ष नेता ने कहा है कि तीन नवंबर को देश में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में कई राज्यों में भारतीय-अमेरिकी ‘‘बड़ा अंतर पैदा करने वाले’’ मतदाता साबित हो सकते हैं।

देश में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए करीब 100 दिन शेष हैं। ऐसे में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता मिशिगन, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन जैसे कई अहम राज्यों में प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकी समुदाय को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।

डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के अध्यक्ष थॉमस पेरेज ने कहा कि मिशिगन में 1,25,000 भारतीय-अमेरिकी मतदाता हैं।

उन्होंने राष्ट्रपति पद के पिछले चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प के हाथों हार का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हम 2016 में मिशिगन में 10,700 मतों से हारे थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पेंसिल्वेनिया में 1,56,000 (भारतीय-अमेरिकी मतदाता) हैं। हम पेंसिल्वेनिया में 42,000 मतों से हारे थे। विस्कॉन्सिन में 37,000 (भारतीय-अमेरिकी) हैं। हम 2016 में विस्कॉन्सिन में 21,000 (मतों) से हारे थे।’’

पेरेज ने ‘एशियन अमेरिकन एंड पैसिफिक आइलैंडर्स’ (एएपीआई), ‘इंडियन-अमेरिकन इम्पैक्ट फंड’ और ‘साउथ एशियंस फॉर बाइडेन’ द्वारा आयोजित एक डिजिटल बैठक में कहा, ‘‘भारतीय-अमेरिकी मत, या और वृहद तौर पर देखें, तो एएपीआई के मत (2020 राष्ट्रपति पद के चुनाव में) बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जिन तीन राज्यों का जिक्र किया, उन्हीं के बारे में सोचिए। केवल भारतीय-अमेरिकी मत आगे बढ़ने के लिए बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं।’’

‘एएपीआई विक्टरी फंड’ के अध्यक्ष शेखर नरसिम्हन ने बताया कि एरिज़ोना (66,000), फ्लोरिडा (193,000), जॉर्जिया (150,000), मिशिगन (125,000), उत्तरी कैरोलिना (111,000), पेंसिल्वेनिया (156,000), टेक्सास (475,000) और विस्कॉन्सिन (37,000) में करीब 13 लाख भारतीय अमेरिकी मतदाता हैं।

उन्होंने बताया कि पार्टी 75 से 80 प्रतिशत भारतीय अमेरिकी मतदाताओं के मत हासिल करने की आकांक्षा रख सकती है।

बाइडेन चुनाव प्रचार मुहिम के लिए एएपीआई के राष्ट्रीय निदेशक अमित जानी ने कहा कि भारतीय अमेरिकी समुदाय का आकार और प्रभाव बढ़ा है। अब भारतीय-अमेरिकी बड़ी संख्या में राजनीति और सरकार का हिस्सा बन रहे है।

जानी ने कहा, ‘‘नवंबर में राष्ट्रपति पद का चुनाव ऐतिहासिक होगा और हमें अंतर पैदा करने के लिए भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सहयोग की बहुत आवश्यकता है।’’

इससे पहले ‘ट्रम्प विक्टरी इंडियन अमेरिकन फाइनेंस कमेटी’ के सह अध्यक्ष अल मैसन ने एक साक्षात्कार में कहा था, ‘‘वे (भारतीय अमेरिकी) पहली बार बड़ा अंतर पैदा करेंगे।’’

मैसन ने आंकड़ों के गुरु कहे जाने वाले कार्तिक रामाकृष्णन के हवाले से कहा कि 2016 में हिलेरी क्लिंटन के लिए मतदान करने वाले 77 प्रतिशत भारतीय-अमेरिकी 2020 में ऐसा नहीं करेंगे।

उन्होंने दावा किया कि डेमोक्रेटिक पार्टी को मतदान देने वाले 50 प्रतिशत लोग इस बार ट्रम्प के लिए मतदान करेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रपति बनने पर बाइडेन भारत को यूएनएसी का स्थायी सदस्य बनने में मदद करेंगे: वर्मा

इधर भारत में अमेरिका के पूर्व राजदूत रिचर्ड वर्मा ने शनिवार को कहा कि डेमोक्रेट पार्टी के राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार जो बाइडेन अगर नवंबर में होने वाले चुनाव जीत जाते हैं तो वह संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को नया रूप देने में मदद करेंगे ताकि भारत को सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट मिल सके।

भारत लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र तथा सुरक्षा परिषद में कई तरह के सुधार किए जाने पर जोर दे रहा है। उसका कहना है कि इसका स्वरूप वर्तमान वास्तविकताओं को नहीं दर्शाता है और ना ही उसका उचित प्रतिनिधित्व करता है।

वर्मा ने कहा, ‘‘ इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनके (बाइडेन के) नेतृत्व में, वह संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को नया रूप देने में मदद करेंगे ताकि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बन सकें। वह एक प्रमुख रक्षा भागीदार के रूप में भी भारत की स्थिति भी मजबूत करेंगे।’’ अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस,रूस और चीन इसके पांच स्थायी सदस्य हैं। इलमें केवल चीन ही भारत को यूएनएससी का स्थायी सदस्य बनाने का विरोध करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘ वह (बाइडेन) हमारे नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेंगे। इसका मतलब है कि सीमा पार आतंकवाद के मामले में और जब उसके (भारत के) पड़ोसी यथास्थिति बदलने की कोशिश करेंगे तो वह भारत के साथ खड़े रहेंगे।’’

भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट,देश में अब तक छह फीसद अधिक वर्षा हुई, उत्तर भारत में कम बारिश,दिल्ली में बारिश के बाद जलभराव,कई झुग्गियां ढहीं,बिहार में वज्रपात से 12 लोगों की मौत attacknews.in

नईदिल्ली/पुणे 19 जुलाई ।पश्चिम बंगाल और सिक्किम समेत देश के कई हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान कई इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने रविवार को मौसम पूर्वानुमान जारी कर यह चेतावनी दी। विभाग ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश,बिहार, असम और मेघालय के विभ्भिन इलाकों में इस दौरान अत्यधिक और कई हिस्सों लगातार मूसलाधार बारिश होने की आशंका है। साथ ही हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तटीय कर्नाटक में अलग-अलग क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना है।

मानसून: देश में अब तक छह फीसद अधिक वर्षा हुई, उत्तर भारत में कम बारिश

देश में मौजूदा मानसून में अब तक सामान्य से छह फीसद अधिक वर्षा हुई है लेकिन उत्तर भारत में कम बारिश हुई है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को यह जानकारी दी।

विभाग के मौसम विज्ञान संबंधी चार संभाग हैं तथा दक्षिण प्रायद्वीप, मध्य भारत, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत संभागों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई।

आईएमडी के अनुसार लेकिन उत्तर-पश्चिम भारत में अब तक 19 फीसद कम वर्षा हुई है। इस संभाग में जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान आते हैं।

विभाग ने बताया कि रविवार तक हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर में कम वर्षा दर्ज की गयी। लद्दाख में तो बहुत कम वर्षा हुई है।

आईएमडी के अनुसार मानसून निर्धारित समय एक जून को केरल पहुंचा था और देश में चार महीने की बारिश का सीजन का प्रारंभ हुआ था। भारत में मानसून के सामान्य रहने की संभावना है।

जून में जारी 2020 के मानसून के अद्यतन अनुमान में आईएमडी ने उत्तर पश्चिम भारत के दीर्घावधि औसत (एलपीए) की 107 फीसद बारिश होने का अनुमान प्रकट किया था जो ‘सामान्य से अधिक’ की श्रेणी में आती है।

लेकिन उत्तर पश्चिम भारत में मानसून कमजोर रहा है।

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा,‘‘ उत्तर-पश्चिम भारत में पर्याप्त वर्षा नहीं हुई है। लेकिन अब भी हमारे पास दो और महीने हैं।’’

विभाग ने 18 से 20 जुलाई तक उत्तर पश्चिम भारत में वर्षा का अनुमान लगाया है।

महापात्र का कहना है कि उम्मीद है कि जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अच्छी वर्षा होगी।

दक्षिण प्रायद्वीप में सामान्य से 17 फीसद अधिक वर्षा हुई है जिसमें तमिलनाड, पुडुचेरी, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना आते हैं। मध्य भारत में 12 फीसदी अधिक वर्षा हुई है। पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 10 फीसदी अधिक वर्षा हुई है।

उत्तरप्रदेश में जल्द ही जोर पकड़ेगा मानसून, होगी अच्छी बारिश

उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में पिछले करीब 10 दिनों से रूठा मानसून जल्द ही जोर पकड़ेगा। मंगलवार से राज्य के अधिकतर इलाकों में बारिश होने की प्रबल सम्भावना है।

आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश हुई अथवा गरज—चमक के साथ छींटे पड़े। हालांकि चंद जगहों पर भारी वर्षा भी हुई।

इस दौरान कतर्नियाघाट और कैसरगंज (दोनों बहराइच) में सबसे ज्यादा 12—12 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गयी। इसके अलावा जौनपुर में आठ, मिश्रिख (सीतापुर), शाहजहांपुर और बिलारी (मुरादाबाद) में सात—सात, एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) में छह, हाटा (कुशीनगर), गोरखपुर और नकुड़ (सहारनपुर) में पांच—पांच सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गयी।

पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के ज्यादातर मण्डलों में दिन का तापमान सामान्य से ज्यादा रहा और लोगों को उमस भरी चिपचिपी गर्मी का सामना करना पड़ा।

अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है। मंगलवार से प्रदेश में मानसून के फिर से जोर पकड़ने की सम्भावना है और 21 तथा 22 जुलाई को प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में वर्षा हो सकती है।

इस बीच, जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा और बांधों से पानी छोड़े जाने की वजह से घाघरा, शारदा, राप्ती और क्वानो नदियां उफान पर हैं। अनेक इलाके बाढ़ के पानी से घिर गये हैं।

केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक घाघरा नदी एल्गिनब्रिज में खतरे के निशान को पार कर गयी है। वहीं, अयोध्या और तुर्तीपार में इसका जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक पहुंच गया है।

शारदा नदी पलियाकलां में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके अलावा राप्ती नदी का जलस्तर बर्डघाट (गोरखपुर) में और क्वानो नदी का जलस्तर चंद्रदीपघाट में खतरे के निशान को पार कर गया है।

उतराखण्ड में बारिश से उफनाई गोरी नदी में चार मकान बहे

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी सब डिवीजन के चौरी बागर गांव में शनिवार रात भारी बारिश से उफनाई गोरी नदी के पानी में चार मकान, कुछ मवेशी और कृषि योग्य भूमि बह गयी है।

एक अधिकारी ने हालांकि कहा कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि स्थानीय लोगों को पहले ही सुरक्षा की दृष्टि से वहां से बाहर निकाल लिया गया था।

बंगापानी के उपजिलाधिकारी एके शुक्ला ने कहा, “खतरे को ध्यान में रखते हुए हमने उन मकानों में रहने वाले परिवारों को पहले ही शिफ्ट कर दिया था। वे सुरक्षित हैं।”

उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को मुआवजे के रूप में 1.19 लाख रुपये की राशि के अलावा 20 किलोग्राम राशन और अन्य जरूरी सामान मुहैया कराया गया है।

अधिकारियों के एक दल को नुकसान के शुरुआती आंकलन के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है।

सीमावर्ती जिले के बंगापानी, मुनस्यारी और धारचूला के जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले सभी मुख्य मोटर मार्ग कल रात हुई बारिश के कारण बंद हैं।

आपदा प्रबंधन के प्रभारी अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट राम दत्त पालीवाल ने कहा, “तवाघाट से लिपुलेख सड़क तीन स्थानों पर बंद है, जबकि जौलजीबी से मुनस्यारी और मुनस्यारी से थल तक के मार्ग सड़कों पर मलबा आने के कारण दो स्थानों पर बंद हैं

दिल्ली में बारिश के बाद जलभराव, व्यक्ति की डूबने से मौत, कई झुग्गियां ढहीं

दिल्ली में भारी बारिश के बाद रविवार को मिंटो ब्रिज के नीचे पानी भर गया, जहां 56 वर्षीय पिक-अप ट्रक के चालक की अपनी गाड़ी को निकालने की कोशिश में डूबने से मौत हो गई। इसके साथ ही कई झुग्गियां ढह गईं और और निचले इलाकों में पानी भर गया।

मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे तक 74.8 मिमी बारिश दर्ज की गई।

कई निवासियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें बारिश का पानी लोगों के घरों में आता दिख रहा है और पानी से भरी सड़कों से निकलने की कोशिश करते वाहन नजर आ रहे हैं।

अधिकारियों ने बताया कि जलभराव की सूचना मिंटो रोड और रेलवे पुल के नीचे, जीटीके डिपो, आजादपुर अंडरपास, जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर गुरूनानक चौक, साउथ एवेन्यू रोड और एमबी रोड पर पुल प्रह्लाद पुर अंडरपास समेत कई स्थानों से मिली।

राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में पानी भरने के बाद कई घटनाएं सामने आई।

अन्ना नगर में डब्ल्यूएचओ की इमारत के पास रविवार सुबह कुछ झुग्गियां गिर गईं। दमकल की तीन गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। एनडीआरएफ की एक छोटी टीम को आईटीओ के पास स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा गया है।

पुलिस ने बाताया कि 56 वर्षीय चालक मिंटो ब्रिज के नीचे अंडरपास में पानी भरने की वजह से उसमें से अपना पिक-अप ट्रक निकालने की कोशिश कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान कुंदन के तौर पर हुई है। वह आज सुबह नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से कनॉट प्लेस जा रहा थे।

जलभराव के कारण मिंटो रोड अंडरपास में एक बस और दो ऑटोरिक्शा फंस गए।

दिल्ली अग्निश्मन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया, ” हमें सुबह सात बजकर 54 मिनट पर फोन आया। हमारी टीम घटनास्थल पर पहुंची, जहां जलभराव के कारण एक बस और दो ऑटोरिक्शा फंसे थे। हमारे कर्मियों ने बस के चालक एवं परिचालक और एक ऑटो चालक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।’’

उन्होंने बताया कि बस में कोई यात्री नहीं था।

जलभराव के कारण दिल्ली में कई स्थानों पर यातायात जाम भी लग गया।

दिल्ली यातायात पुलिस ने शहर भर के उन स्थानों के बारे में लोगों को जानकारी दी जहां जलभराव के कारण जाम लग गया है।

जलभराव के कारण मिंटो रोड, मथुरा रोड, आउटर रिंग रोड, महरौली-बदरपुर रोड और आश्रम में यातायात जाम लग गया।

कई निचले इलाकों और सड़कों पर पानी भर गया जहां मरम्मत का काम चल रहा था।

यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, “पेड़ों के गिरने की वजह से कई स्थानों पर यातायात बाधित हुआ है। ”

ट्वीट में बताया गया है कि तिलक नगर मेट्रो स्टेशन के पास सर्विस लेन, प्रशांत विहार में लैंसर्स कॉन्वेंट स्कूल रोहिणी और ओबराय होटल के पास डॉ जाकिर हुसैन मार्ग पर पेड़ गिर गए।

बिहार में वज्रपात से 12 लोगों की मौत

बिहार के नौ जिले में रविवार को आकाशीय बिजली गिरने से 12 लोगों की मौत हो गयी तथा सात अन्य झुलस गये।

वज्रपात से पूर्णिया में तीन, बेगूसराय में दो तथा दरभंगा, नवादा, पूर्वी चंपारण, सहरसा, सारण, मधेपुरा और पटना में एक-एक व्यक्ति की मौत हुयी है।

बेगूसराय से मिली जानकारी के अनुसार, जिले के खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के बिदुलिया गांव निवासी रामविलास महतो अपनी पत्नी विमला देवी के साथ दोपहर में खेत में काम कर रहा था तभी आकाशीय बिजली गिरी। इस दुर्घटना में विमला देवी की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि उसका पति गंभीर रूप से झुलस गया। घायल रामविलास महतो को खोदावंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। वहीं जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र हरदिया गांव में तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने से गौरी चौधरी के पुत्र अनिल चौधरी (35) की मौत हो गयी।

दरभंगा से प्राप्त समाचार के अनुसार, जिले के बिरौल थाना क्षेत्र के अकबरपुर बेक गांव में वज्रपात की घटना में राजकुमार शर्मा की मौके पर ही मौत हो गई वही उसके तीन अन्य चचेरे भाई पवन शर्मा सुनील शर्मा और चरित्र शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वही जिले के जाले थाना क्षेत्र के ब्रहमपुर पूर्वी पंचायत के वार्ड संख्या चार स्थित जगजीवन नगर में वज्रपात की घटना में अर्जुन राम की पत्नी पार्वती देवी एवं उसकी पुत्री सिमरन गंभीर रूप से झुलस गयी जिन्हें रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

नवादा से मिली सूचना के अनुसार, जिले के अकबरपुर थाना के सकरपुरा पंचायत के मोहनार गांव के ज्वाला राम (35) खेत में काम कर रहा था तभी आकाशीय बिजली गिरने से उसकी मौत हो गयी।

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को मिली बलात्कार करने की धमकी attacknews.in

मुंबई ,19 जुलाई । बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को कथित रूप से अश्लील संदेश भेजने और धमकी देने के मामले में मुंबई पुलिस ने इंस्टाग्राम के दो एकाउंट धारकों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की है।

मुंबई सांताक्रूज पुलिस ने रविवार को इसकी पुष्टि की। इससे पहले 16 जुलाई को रिया ने एक इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता की ओर से बलात्कार की धमकी भरे संदेश का स्क्रीनशॉट शेयर किया था और इसे साइबर क्राइम इंडिया को टैग करते हुए संदेश भेजने वाले के विरूद्ध कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।

रिया का कहना है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या करने के बाद उसे सोशल मीडिया पर बलात्कार की धमकियां दी जा रही हैं।

अपने कड़वे अनुभव के बारे में ब्लॉग करते हुए रिया ने लिखा,“मुझे स्वार्थी कहा गया, मैं चुप रही। मुझे कातिल कहा गया, मैं चुप रही। इसके अलावा भी अनेक अपमानजनक बातें कहीं गई लेकिन फिर भी मैं चुप रही।”

रिया ने मनु रावत नामक एक उपयोगकर्ता के संदेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा,“लेकिन मेरी चुप्पी आपको यह कहने का अधिकार कैसे देती है कि अगर मैं आत्महत्या नहीं कर रही हूं तो आप मेरे साथ बलात्कार और मेरी हत्या कर देंगे? क्या आपको लगता है कि आपने जो कहा है उसकी गंभीरता का एहसास आपको है?”

रिया ने कहा,“ये अपराध हैं, और कानून द्वारा कोई भी, मैं दोहराती हूं कि किसी को भी इस तरह की विषाक्तता फैलाने और किसी का भी उत्पीड़न नहीं किया जाना चाहिए। मैं आवश्यक कार्रवाई करने के लिए साइबर क्राइम इंडिया हेल्पलाइन से अनुरोध करती हूं।”

अयोध्या में बनने वाले दुनिया के सबसे ऊंचे श्री राम मंदिर में विराजेंगे राजा राम,मंदिर के हर तल पर 106 खंभे तथा एक खंभे में 16 मूर्तियां होंगी, मंदिर पांच शिखर का बनाया जायेगा attacknews.in

अयोध्या,19 जुलाई । देश दुनिया के करोड़ो श्रद्धालुओं की आस्था के केन्द्रबिंदु अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का सदियों पुराना सपना साकार होने में अब चंद दिनो का समय शेष है। दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिर के निर्माण का भूमि पूजन अगस्त के पहले सप्ताह में होने की पूरी संभावना है।

विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के प्रवक्ता शरद शर्मा ने रविवार को बातचीत में कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण प्रस्तावित मॉडल के अनुरूप ही किया जायेगा हालांकि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में निर्णय लिया गया है कि राम मंदिर की ऊंचाई 161 फिट होगी और शिखर के गुम्बद पाँच बनाये जायेंगे, जिससे मंदिर भव्य दिखेगा।

विहिप प्रवक्ता के मुताबिक राम मंदिर 265.5 फिट लम्बा और 140 फिट चौड़ा और अब 128 फिट की जगह 161 फिट ऊंचा होगा जिसके प्रथम तल पर सबसे पहले सिंहद्वार, रंगमंडप, नृत्यमंडप और फिर परिक्रमा के बाद गर्भगृह होगा। मंदिर के दूसरे मंजिल पर राम दरबार और उसके ऊपर तीन मंडप के अलावा पांच मंडप होंगे। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के हर तल पर 106 खंभे तथा एक खंभे में 16 मूर्तियां होंगी। यह मंदिर पांच शिखर का बनाया जायेगा।

सम्पूर्ण राम मंदिर राजस्थान के वंशी पहाड़पुर से आने वाले पिंड सैंड स्टोन से बनाया गया है। मंदिर में एक लाख 75 हजार घन फिट पत्थर लगना था जिसमें से एक लाख घन फिट से अधिक पत्थर को गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कारीगरों द्वारा तराशा जा चुका है।

ट्विटर पर नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता बढ़ी,फाॅलोअर्स की संख्या बढ़कर छह करोड़ पर पहुंची attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता माइक्रो- ब्लागिंग साइट ट्विटर पर लगातार बढ़ती जा रही है और उनके फाॅलोअर्स की संख्या बढ़कर छह करोड़ पर पहुंच गई है।

श्री मोदी जनवरी 2009 में ट्विटर से जुड़े हैं।

प्रधानमंत्री के ट्विटर हैंडल के अनुसार, उनके फाॅलोअर्स की संख्या छह करोड़ पर पहुंच गई है। सितंबर-19 में ट्विटर पर मोदी के फाॅलोअर्स की संख्या पांच करोड़ थी।

श्री मोदी के मंत्रिमंडल में अहम स्थान रखने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के ट्विटर पर दो करोड 16 लाख फाॅलोअर हैं। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष श्री शाह मई 2013 में ट्विटर से जुड़े हैं।

अप्रैल 2013 से ट्विटर पर सक्रिय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के एक करोड 78 लाख फाॅलोअर्स हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल में वायनाड से सांसद राहुल गांधी के ट्विटर फाॅलोअर्स एक करोड़ 52 लाख हैं। श्री गांधी अप्रैल 2015 में इससे जुड़े हैं , हालांकि उनकी मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्विटर फाॅलोअर्स की संख्या बहुत कम यानी लाखों में है।

ट्विटर फाॅलोअर्स के लिहाज से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के 12.9 करोड़ फाॅलोअर हैं। सितंबर-19 में यह संख्या 10.8 करोड थी।

ट्विटर पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फाॅलोअर्स की संख्या में पिछले साल सितंबर के छह करोड़ 41 लाख की तुलना में यह बढ़कर 8.37 करोड पर पहुंच गई है।

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के ट्विटर पर फाॅलोअर्स सितंबर-19 के तीन करोड़ 84 लाख से बढ़कर चार करोड 34 लाख हो गए हैं।

देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जो सितंबर -15 से ट्विटर पर सक्रिय हैं उनके फाॅलोअर्स एक करोड़ पांच लाख हैं।

ट्विटर पर निरंतर सक्रिय रहने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक करोड 99 लाख फॉलोअर्स हैं।अन्ना आंदोलन के बाद आम आदमी पार्टी (आप ) का गठन करने वाले श्री केजरीवाल नवंबर से ट्विटर पर सक्रिय हैं।

अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर के निर्माण का भूमि पूजन 5 अगस्त को अभिजीत मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में होगा attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 जुलाई । अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन पांच अगस्त को होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावना है।

सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय से संकेत दिए गए हैं कि वह पूर्वाह्न 11 बजे के आसपास अयोध्या पहुंचेंगे और अभिजीत मुहूर्त में भूमि पूजन संपन्न कराएंगे। अभी तक हालांकि प्रधानमंत्री के अयोध्या के कार्यक्रम की आधिकारिक जानकारी घोषित नहीं की गई है।

सूत्रों के अनुसार श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास की ओर से श्री मोदी को तीन एवं पांच अगस्त को आने का न्योता दिया गया था। प्रधानमंत्री की ओर से पांच अगस्त की तिथि की पुष्टि की गई है।

बताया गया है भाद्रपद कृष्ण पक्ष की द्वितीया सह तृतीया तिथि सर्वार्थ सिद्धि योग वाली है और पूर्वाह्न 11 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर सात मिनट के बीच अभिजीत मुहूर्त में भूमि पूजन संपन्न होने की योजना है।
कोविड 19 महामारी के कारण भूमि पूजन का कार्यक्रम कई बार टाला जा चुका है।

लाॅकडाउन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका पर प्रभात झा का विश्लेषण: स्वयंसेवकों ने लॉकडाउन में बिना प्रचार किये जो सेवा कार्य भारत के प्रत्येक प्रांत और जिलो में किया है उसे देखकर वहां की सरकारें भी हतप्रभ attacknews.in

संघ का कार्य स्वयंसेवक अपने को मिटाकर करता है

लेखकप्रभात झा

(भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद)

 

हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने ‘वर्तमान परिदृश्य और हमारी भूमिका’ विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि कोरोना से पूरी दुनिया जूझ रही है। जीवन तो चल रहा है। स्वयंसेवकों को लगता होगा कि शाखा बंद है , नित्य कार्यक्रम बंद है। ऐसा नहीं है। शाखा भी लग रही है और संघ का काम भी चल रही है। बस उसका स्वरुप बदल गया है।

मोहन भागवत जी के उपर्युक्त विचारों को लेकर विश्लेषकों और मेरे कुछ विपक्षी दलों के राजनीतिक मित्र हतप्रभ है कि ऐसी क्या बात है संघ में कि यह संगठन किसी भी परिस्थिति में अहर्निश सक्रिय रहता है। इस कोरोना काल में भी संघ सक्रियता के नए आयामों के माध्यम से गतिशील है। सच में संघ अद्भुत है। यह दुनिया का एकमात्र ऐसा संगठन है जो अपने स्थापना काल से ही दिनो दिन आगे बढ़ रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग संघ की छवि को धूमिल करने में जुटे रहते हैं। ‘संघ का सच क्या है’, इस पर मैंने प्रस्तुत लेख में विचार प्रस्तुत किये हैं। हालांकि न मैं संघ का प्रवक्ता हूं और न ही संघ का अधिकारी , लेकिन बाल्यकाल से ही संघ से जुड़ा हूं। अतः एक साधारण स्वयंसेवक के नाते इसकी विशेषता पर अपने अनुभव साझा कर रहा हूं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी अनूठी कार्यपद्धति के कारण विश्व में जाना जाता है। संघ की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह सांस्कृतिक संगठन समाज आधारित है न कि सरकार आधारित। संघ विश्व का ऐसा संगठन है जिसका निरंतर विकास हो रहा है। नेहरूजी , इंदिराजी और नरसिम्हाराव जैसे तीन-तीन प्रधानमंत्रियों ने अपने-अपने कार्यकाल में तीन-तीन बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगाया पर संघ न रुका , न झुका, न थका, उलटे समाज के सहयोग से निरंतर बढ़ता ही रहा है।

लोग सोचते हैं कि संघ सतत् अपनें कार्य में कैसे लगा रहता है। शायद उन्हें यह नहीं पता कि यहां सभी राष्ट्र के स्वयंसेवक के नाते स्वप्रेरणा से कार्य करते हैं। यहां कार्य करने वाले सभी स्वयंसेवक का एक ही भाव होता है ‘निःस्वार्थ भावना। जब सभी का भाव निःस्वार्थ होता है तो टकराहट जन्म ही नहीं ले पाती। ‘तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा’ की भावना से बढ़ रहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वयंसेवक। इस भौतिकवादी समय में लाभ-हानि न सोचकर सतत काम में लगे रहते हैं। ‘देश हमें देता है सबकुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें’ की स्पष्टता रहती है।

संघ के संस्थापक और आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवारजी ने सन 1925 को जब विजयादशमी के दिन नागपुर में प्रथम शाखा शुरू की तो उपस्थित स्वयंसेवकों ने कहा कि आप संघ के गुरु बन जाईये। डॉ. हेडगेवारजी ने कहा कि हम सबका गुरु व्यक्ति नहीं परमपवित्र भगवाध्वज होगा। यहीं से संदेश चला गया कि संघ व्यक्ति आधारित नहीं बल्कि विचार आधारित मां भारती के सेवार्थ कार्य करने वाला एक सुदृढ़ सांस्कृतिक संगठन बनेगा। हिंदू संस्कृति की विजयपताका विश्व में फहराएगा।

देश भर में संघ की सात्विक और आध्यात्मिक प्रभाव बढ़ता देख तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को तबसे ज्यादा बदनाम और समाप्त करने की कोशिश की, जब से संघ की प्रेरणा से भारतीय राजनीति में जनसंघ का जन्म हुआ। उससे पूर्व गांधी हत्याकांड में झूठा आरोप लगाकर जिस तरह से स्वयंसेवकों को यातना दी गई आज भी रोंगटे खड़े कर देती है। तत्कालीन सरसंघचालक विश्व के सबसे सबलतम आध्यात्मिक पुरुष डॉ. माधव सदाशिव गोलवलकर “गुरूजी” को जेल तक भेज दिया। संघ पर यातनाओं का दौर चला प्रतिबंध लगा दिया गया। पर सत्य की जीत हुई। न्यायालय ने कहा कि गांधी ह्त्या में संघ का और संघ के स्वयंसेवकों का कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस सहित तत्कालीन शासक को मुंह की खानी पड़ी।

मुझे याद है , एक साक्षात्कार में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वसंत साठे ने मुझे कहा था कि ‘मैं समझ ही नहीं पाता कि संघ का विरोध लोग क्यों करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ‘आपातकाल में मैंने इंदिराजी को कहा था, पर उन्होंने एक नहीं सुनी।

संघ का कार्य निरंतर चलता रहता है। संघ की स्पष्ट मान्यता है कि संघ शाखा लगाएगा और सवयंसेवक दसों दिशाओं में समाज के हर क्षेत्र में काम खड़ा करेंगे। सबसे अच्छी बात है कि संघ किसी को अपना प्रतिद्वंदी नहीं मानता। यहां तक कि संघ को जो अपना दुश्मन मानते हैं उसके बारे में गुरूजी कहा करते थे कि हमारा आज का विरोधी कल का समर्थक होगा। हमें इसी भाव से काम करना है। संघ संस्कृति और राष्ट्र ध्वज की भावना को लेकर काम करता है।

आज स्थिति क्या है कि देश में मनुष्य को परिवार में मिलने वाले संस्कार के अलावा राष्ट्रीय संस्कार का शिक्षण कहीं दिया जा रहा है क्या? कहीं नहीं। संघ का प्रमुख उद्देश्य है चरित्र निर्माण करना और मनुष्य को संस्कारवान बनाना। यही नहीं आज बाल्यकाल से बच्चे अपनी भारतीय संस्कृति में पलें-बढ़ें , अध्ययन करें , इसके लिए संघ की प्रेरणा से विद्या भारती के मार्गदर्शन में देशभर में लाखों विद्यार्थी सरस्वती शिशु मंदिर के माध्यम से अध्ययन करते हैं।
तरुण विद्यार्थियों के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद। देश के हिंदू सनातन धर्म के रक्षार्थ विश्व हिंदू परिषद। मजदूरों के बीच, कर्मचारियों के बीच, शिक्षकों के बीच , समाज के इन वर्गों के बीच काम करने के लिए भारतीय मजदूर संघ की स्थापना। ये सभी संगठन संघ की प्रेरणा से परंतु अपनी योजना से काम करते हैं। किसानों के बीच काम करने के लिए भारतीय किसान संघ, वनवासियों के बीच काम करने के लिए वनवासी कल्याण आश्रम, संस्कार भारती, सेवा भारती, लघु उद्योग भारती, क्रीड़ा भारती, आरोग्य भारती , संस्कृत भारती, प्रज्ञा भारती, विज्ञान भारती, भारत विकास परिषद, राष्ट्रीय संपादक परिषद, स्वदेशी जागरण मंच , हिंदू स्वयंसेवक संघ, अखिल भारतीय शिक्षण मंडल जैसे अनेक संस्थान आज के विभिन वर्गों में काम कर रहे हैं।

भारत प्रकाशन , विश्व संवाद केंद्र , दीनदयाल शोध संस्थान, अखिल भारतीय इतिहास संकलन समिति , भरतीय विचार केंद्र , राष्ट्रीय सिख संगत, विवेकानंद केंद्र, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षणिक परिषद, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद , सहकार भर्ती, ग्राहक पंचायत , सामाजिक समरसता मंच , हिंदू जागरण मंच, अखिल भारतीय साहित्य परिषद, पर्यावरण समिति , दधीचि देहदान समिति तक संघ की प्रेरणा से चल रहे हैं।

संघ को कोई भी दूर से नहीं समझ सकता। जैसे आंख होते हुए भी लोग कान से राजनीति करते हैं और धोखा खा जाते हैं, वैसे ही संघ को देखकर ही संघ को समझा जा सकता है। संघ के बारे में सुनकर आश्चर्य ही प्रकट कर सकते हैं। राष्ट्रपिता बापू, बिनोवा भावे, सरदार वल्ल्भ भाई पटेल, लोकनायक जय प्रकाश सहित अगर अभी की बात करें तो भारत रत्न प्राप्त डॉ. प्रणव मुख़र्जी ने भी संघ को जब करीब से देखा-समझा तो उनका मन बदला।

संघ की मान्यता है , यहां पद नहीं दायित्व होता है। कोई भी कार्यकर्ता अपरिहार्य नहीं। यही नहीं, मत अनेक हो सकते हैं पर निर्णय एक। निर्णय के पूर्व विस्तृत चर्चा, निर्णय के बाद सिर्फ उसके संपादन में लगना।

आज तो कोरोना है। आपातकाल में तो हजारों स्वयंसेवक भारत के जेलों में अकारण ठूंस दिए गए थे। अनेक यातनाएं और अत्याचार स्वयंसेवकों और उनके परिजनों पर किये गए। बावजूद इसके स्वर्गीय दीनानाथ मिश्र ने ‘गुप्त क्रांति’ नामक आपातकाल के दौरान भारत के लोकतंत्र की दूसरी लड़ाई में संघ की जो भूमिका थी उसको दर्शाता है। इससे साफ़ हो जाता है कि संघ को मात्र स्वयंसेवक ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार ही कार्य में जुटा रहता है। साथ ही परिवार को पता होता है कि उनका बेटा संघ का माध्यम बनकर राष्ट्रीय कार्य में जुटा हुआ है।

संघ कार्य की नींव में आपसी विश्वसनीयता,आत्मीयता, मानवता और भारतीयता के साथ सबसे बड़ी बात है कि स्वयंसेवक जैसे देश की पीड़ा को अपनी पीड़ा मानता है वैसे ही स्वयंसेवक पर आई पीड़ा को भी अपने परिवार की पीड़ा मानता है और उसे दूर करने में तन-मन-धन से लग जाता है। संघ का कार्य अपेक्षा के बीज पर खड़ा नहीं हुआ है।

स्वयंसेवक के रूप में देखें तो अटल बिहारी वाजपेयी पहले स्वयंसेवक थे जो देश के प्रधानमंत्री बने और लालकृष्ण आडवाणी उपप्रधानमंत्री बने। आज तो देश की जनता ने स्थिति ही बदल दी है। देश में संघ के स्वयंसेवक के नाते भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति पूर्व में प्रचारक रहे। पूर्व में प्रचारक रहे नरेंद्र मोदी स्वयं प्रधानमंत्री हैं। साथ ही,ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष हैं। इतना ही नहीं, देश के केंद्रीय मंत्रिमंडल कई सदस्य, अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल संघ से संबंधित हैं। संघ को निश्चय ही यह सब अच्छा लगता होगा , पर वह अपने को आज भी समाज आधारित संगठन ही मानता है।

संघ जड़ नहीं है बल्कि प्रवाहमान संगठन है। संघ के जितने भी अनुषांगिक संगठन हैं उनमें सभी संगठन आज भारत में नंबर एक का संगठन है। संघ का कार्य वैश्विक स्तर पर भी है। विश्व के अनेक राष्ट्रों में शाखा लगती है। राष्ट्रीय सेविका समिति देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हुए सबसे बड़ी महिला संस्था है।

संघ का कार्य स्वयंसेवक अपने को मिटाकर करता है। यह ऐसा सांस्कृतिक संगठन है जो संघ के स्वयंसेवकों की ‘गुरुदक्षिणा’ से चलता है। संघ में प्रचारक नाम की एक अद्भुत व्यवस्था है। देशभर में संघ के हज़ारों प्रचारक अपना स्वयं का जीवन राष्ट्र को यानी मां भारती को समर्पित कर कार्य करते हैं। संघ के कार्य का सबसे मजबूत नैतिक आधार प्रचारक ही होता है। सरल, सामान्य, नैतिकता, प्रामाणिकता एवं संवेदनशीलता से जुड़कर मानवता भाव से वह सहज ही संघ का कार्य करता है। संघ कार्य के विस्तार में प्रचारको की सबसे बड़ी भूमिका रहती है। वे अपने बारे मे नहीं बल्कि रात-दिन भारतमाता को वैभवशाली बनानें मे जुटे रहते हैं।

आज भी लॉकडाउन में संघ का कार्य पूरी तरह चल रहा है। स्वयंसेवक अपने-अपने संघ कार्यालय में, परिवार में शाखा लगाते हुए राष्ट्र वंदना और संघ की प्रार्थना कर रहे हैं। संघ के स्वयंसेवकों ने लॉकडाउन में बिना प्रचार किये जो सेवा कार्य भारत के प्रत्येक प्रांत और जिलो में किया है वह सराहनीय है। केरल, तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में जिस तरह संघ के स्वयंसेवकों ने भोजन, खाद्यान और वहां रह रहे अन्य प्रांतों के निवासियों की सेवा की है, उसे देखकर वहां की सरकारें भी हतप्रभ थी। मानव सेवा संघ के कार्य का मुख्य आधार है। इस लॉकडाउन में पूरे भारतवर्ष में यह सभी ने अपनी आखों से देखा है। लोगों को भोजन कराना, ठहराना, खाद्य सामग्री समाज से एकत्रित करके उन्हें उपलब्ध कराना। जनसेवा के ये कार्य संघ के सभी अनुषांगिक संगठन कर रहे हैं। संघ स्वयं प्रचार-प्रसिद्धि से दूर रहता है। क्योंकि वह इन सेवाकार्यो को अपना राष्ट्रधर्म मानता है। अनेक स्थानों पर संगोष्ठियां, संघ विचारकों का बौद्धिक, ऑडियो-वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से विषयों पर चर्चाएं पूरे भारतवर्ष में चल रहा है। सभी अनुषांगिक संगठनों ने अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य प्रारंभ किया हुआ है। संघ नूतनता को आमंत्रित भी करता है और पुरातनता को सम्मान भी देता है।

संघ कभी नहीं कहता कि हम ही भारत को वैभवशाली बनाएंगे, संघ कहता है कि हम भी भारत को वैभवशाली बनाने में प्रमुख भूमिका बनाएंगे। संघ को समझना है तो उसे अपनी आखों से देखना होगा न कि कानों से सुनकर। संघ भारत की सांस्कृतिक प्रकृति है। आज नहीं तो कल इस प्रकृति की गोद में सभी को आना ही होगा।

संघ लम्बे समय से धारा 370 , श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन , सामान नागरिक संहिता जैसे मुद्दे पर जन-जागरण कार्य करता रहा है। आज देश में राष्ट्रीय विचारों की सरकार है। संघ के ये संकल्प बिना किसी व्यवधान के साकार हो रहे हैं।

संघ की गतिविधियों का आधार है शाखा। देश के सुदूर स्थानों पर भी शाखाएं लगती हैं। लाखों स्थान पर शाखाओं के माध्यम से व्यक्ति निर्माण साकार होता है। यही कारण है कि देश में जहां कहीं भी आपदाएं आती हैं तो संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले पहुंचकर राहत कार्य में जुट जाते हैं।

संघ भारत की सांस्कृतिक एवं सनातनी आत्मा है। संघ वंदे मातरम है। संघ आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक अनुष्ठान है। इस पुनीत कार्य रूपी यज्ञ में जो अपनी आहुति देता है, वह धन्य होता है। संघ न किसी का विकल्प है और न संघ का कोई विकल्प है। संघ तो भारत माता को वैभवशाली बनाने का एक अनवरत चलने वाला लाखों स्वयंसेवकों का अटूट संकल्प है।

भारत में शनिवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 10.70 लाख के पार, 26,818 की मौत, रिकवरी दर 63 फीसदी से अधिक हुई attacknews.in

नयी दिल्ली 18 जुलाई ।देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के मामले शनिवार की रात 10.70 लाख के पार पहुंच गये लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 63 फीसदी पहुंच गयी यानी अब तक 6.75 लाख से अधिक लोग इस महामारी से निजात पा चुके हैं।

देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 63.10 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर महज 2.50 फीसदी रही। शुक्रवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 63.35 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.55 फीसदी रही। मंगलवार को संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 63.22 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.60 प्रतिशत रही। पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में तीन फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है।

देश में तीन मई को कोरोना रिकवरी दर 26.59 प्रतिशत थी जो 31 मई को बढ़कर 47.40 प्रतिशत हो गई और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 1070417 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 1038716 थी। अब तक कुल 675497 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 26818 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 367707 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या 3.07 लाख से अधिक हो चुकी है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनके सही तरीके से इलाज की अहम भूमिका रही।

इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाये जा रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारें अपने स्तर से भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन या पूर्णबंदी या फिर जनता कर्फ्यू लागू कर रही हैं।

देश भर में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस कोविड-19 के रिकॉर्ड 361024 नमूनों की जांच की गयी है।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से आज जारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या बढ़कर 13433742 हो गयी है।

देश में कोरोना टेस्ट लैब की संख्या भी बढ़कर 1253 हो गयी है। जांच की गति तेज करने से पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 34884 नये मामले सामने आये हैं।

बंगाल में कोरोना मामले 40000 के पार,1076 की मौत

पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के 2198 रिकॉर्ड नये मामले सामने आने के बाद शनिवार को संक्रमितों की संख्या बढ़कर 40000 के पार पहुंच गयी तथा 27 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा 1076 हो गया।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 40209 हो गयी है। इस दौरान 1286 और संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने के बाद रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 23539 हो गयी है।

तमिलनाडु में कोरोना मामले 1.65 लाख के पार, रिकवरी दर करीब 69 फीसदी

तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 4807 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद शनिवार को संक्रमितों की संख्या 1.65 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर बढ़कर 69 फीसदी के करीब पहुंच गयी है।

राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 68.70 फीसदी पहुंच गयी जो गुरुवार को 68.69 फीसदी रही थी। राज्य में संक्रमितों की मृत्यु दर महज 1.42 प्रतिशत है।

मुंबई में कोरोना मामले एक लाख के पार, रिकवरी दर 70 फीसदी

देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाने वाली महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई कोरोना वायरस (कोविड-19) से पूरे देश में सबसे भयंकर रूप से प्रभावित है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान 1199 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या शनिवार को बढ़कर एक लाख से अधिक हो गयी तथा 65 और लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 5600 को पार कर गया लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 70 फीसदी से अधिक हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 100178 हो गयी तथा इस दौरान मृतकों का आंकड़ा 5647 पहुंच गया है। इस अवधि में 1152 और मरीजों के रोगमुक्त होने के बाद स्वस्थ लोगों की संख्या बढ़कर 70492 हो गयी है।

महाराष्ट्र में कोरोना मामले तीन लाख के पार,रिकवरी दर 55 फीसदी

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान 8348 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या शनिवार की रात बढ़कर तीन लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों की रिकवरी दर बढ़कर 55 फीसदी से अधिक हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में अब तक 300937 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं। इस दौरान 144 और लोगों की इससे मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 11596 हो गयी है। राज्य में इस अवधि में 5306 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 165663 हो गयी है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 22 हजार के करीब पहुंची ,682 नए मामले आए, 706 की मौत , शिवराज सिंह चौहान ने कहा: अभी कोरोना गया नहीं है, निश्चिंत न हों attacknews.in

भोपाल, 18 जुलाई ।मध्यप्रदेश में तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच 682 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 21763 तक पहुंच गयी है।इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 706 हो गई ।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान 682 नए मामले सामने आए हैं। इसे मिलाकर प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 21763 हो गयी है। हालांकि 350 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं, जिसके बाद अब तक 14864 मरीज इस बीमारी से पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में वर्तमान में 6193 एक्टिव मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

नीमच में मिले आठ कोरोना संक्रमित मरीज

नीमच में कोरोना संक्रमित आठ नये मामले सामने आने के बाद अब इनकी संख्या 529 हो गई है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसा कल देर रात भोपाल और नीमच लैब से प्राप्त 127 जांच रिपोर्ट में से 118 नेगेटिव, एक रिजेक्ट और 8 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। यह सभी व्यक्ति नीमच क़े है। इन्हें मिला कर नीमच जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 529 हो गई है और इनमें से 468 व्यक्ति रिकवर होकर घर लौट गए है, जबकि 51 व्यक्ति उपचार हेतु भर्ती है। वहीं कोरोना संक्रमित दस मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई है।

भोपाल में कोरोना के 140 नए प्रकरण, संख्या हुयी 4224

भोपाल में कोरोना संक्रमण के आज 140 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4224 पहुंच गयी है। जबकि इनमें से 2866 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंच गए हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार सुबह 140 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गये, जो एक दिन में सर्वाधिक है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमितों की संख्या 4084 से बढ़कर 4224 हो गयी है। अभी तक पाए गये कोरोना संक्रमित 4224 मरीजों में से 2866 लोग अस्पताल से स्वस्थ होकर घर पहुंच गये हैं। जबकि इस महामारी बीमारी के कारण अब तक 129 मरीजों की जान जा चुकी है।

सागर में दो कोरोना संक्रमित मरीज की मौत

सागर जिले में दो कोरोना मरीज की उपचार के दौरान मौत हो गई।आधिकारिक जानकारी के अनुसार बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज के कोविड वार्ड में भर्ती एक बुर्जुग कोरोना मरीज की आज सुबह और कल रात एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई।

इंदौर जिले में कोविड-19 के 145 नये मामले

इंदौर जिले में ‘कोविड-19’ के 145 नए मामले सामने आने के बाद यहां एक्टिव (उपचारत) रोगियों की संख्या 1443 तक जा पहुंची हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने कल रात ‘हेल्थ बुलेटिन’ जारी कर बताया कि जिले के अब तक 116500 (एक लाख सौलह हजार पाँच सौ) लोगों की प्राप्त कोरोना जांच रिपोर्ट में से 5906 संक्रमित पाये गये हैं। इसी में शामिल कल किये गए 2575 टेस्ट में से 145 संक्रमित तथा 2394 असंक्रमित पाये गये हैं।

सीएमएचओ द्वारा जारी किए जाने वाले हेल्थ बुलेटिन में बताया गया है कि शुक्रवार को इंदौर में कोविड-19 से किसी रोगी की मौत नहीं हुई हैं। अप्रैल माह में हुयी चार रोगियों की मौतों को कल आधिकारिक रूप से दर्ज किए जाने के साथ यहां संक्रमण से मरने वालों की संख्या 288 हो गई है।

शुक्रवार को यहां अस्पताल में उपचारत 36 रोगियों को स्वस्थ हो जाने पर छुट्टी दी गई है, जिसके साथ यहां उपचार के बाद 4175 रोगी स्वस्थ्य हो चुके हैं। इसी क्रम में एहतियातन संस्थागत क़वारेन्टीन किये गए संदेहियों में से अब तक 4860 लोग स्वस्थ पाये जाने पर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं।

अभी कोरोना गया नहीं है, निश्चिंत न हों: शिवराज

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अभी कोरोना गया नहीं है, निश्चिंत न हों। पूरी तरह सावधान एवं सजग रहें। कहीं भी भीड़ न लगाएं। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा अन्य सभी सावधानियां बरतें। जरा-सी लापरवाही भी खतरनाक हो सकती है।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग फैज अहमद किदवई, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा संजय शुक्ला उपस्थित थे।

शिवपुरी, हरदा और नरसिंहपुर में मिले कोरोना के मामले

मध्यप्रदेश के शिवपुरी, हरदा और नरसिंहपुर जिलों में आज कोरोना के नए मामले सामने आए हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार शिवपुरी में आज फिर से 13 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिनमें 11 शिवपुरी के विभिन्न क्षेत्रों के हैं तथा दो ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। इसे मिलाकर कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 227 तक पहुंच गयी है, जिसमें से 102 मरीज ठीक हो चुके हैं।

सीहोर में 8 नए मरीज मिले

सीहोर जिले में आज 8 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आनेे के बाद कुल संख्या बढ़कर 102 तक पहुंच गयी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधीर डेहरिया के अनुसार पॉजिटिव व्यक्तियों में 2 नसरुल्लागंज के, इछावर के पांच व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। इसी प्रकार आष्टा के बजरंग कालोनी निवासी 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटिव आई। पॉजिटिव व्यक्तियों में 3 महिलाएं 4 पुरुष एवं एक बालक शामिल है। वहीं, आज 5 व्यक्तियों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।

सिवनी में मिला 22 वां कोरोना मरीज

सिवनी जिले में आज एक और व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 22 हो गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के.सी मेशराम ने बताया कि आज प्राप्त आईसीएमआर जबलपुर की रिपोर्ट में केवलारी विकासखंड के ग्राम सुनहेरा के 28 वर्षीय युवक की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई हैं। यह युवक मंडला जिले के नैनपुर में पॉजिटिव पाये गए 3 व्यक्तियों कें सम्पर्क में आया था। इसकी जानकारी लगने पर युवक एवं उसके परिवार के सदस्यों को होंम क्वॉरेंटाइन कर सैम्पल लिए गए थे।

श्री राम की नगरी अयोध्या में 161 फीट की ऊंचाई वाले भव्य राममंदिर के लिए भूमि पूजन नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में ही होगा जिसकी तारीख पर मोदी करेंगे अंतिम निर्णय attacknews.in

अयोध्या 18 जुलाई । उत्तर प्रदेश में मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के लिये भूमि पूजन की तारीख का अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर छोड़ दिया गया है।

मंदिर निर्माण के लिये गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में शनिवार को भूमि पूजन की तारीख समेत अन्य बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।

ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की अध्यक्षता में करीब चार घंटे चली बैठक के बाद महामंत्री चंपत राय ने पत्रकारों को बताया कि भूमि पूजन के लिये कुछ तिथियां सुझायी गयी है लेकिन देश और देश की सीमाओं की परिस्थितियों के साथ कोरोना महामारी के संकट को देखते हुये इस पर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय पर छोड़ दिया गया है।

उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी हालात को ध्यान में रखकर तारीख पर अंतिम फैसला देंगे। इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिये प्रधानमंत्री के आने के कार्यक्रम में कम से कम 15 दिन तो लगेंगे ही। जब कार्यक्रम तय हो जायेगा, तो आठ दस रोज पहले इसे मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक कर दिया जायेगा।

इस बीच विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि भूमि पूजन के लिये बैठक में 29 जुलाई,तीन अगस्त और पांच अगस्त की तारीख सुझायी गयी है। इनमें तीन या पांच अगस्त को भूमि पूजन होने की अत्यधिक संभावना है। बैठक में यह भी चर्चा हुयी कि मंदिर तीन गुंबद के बजाय अब पांच गुबंद का होगा और मंदिर की ऊंचाई 161 फिट होगी।

बैठक पहले रामलला मंदिर परिसर में होनी थी लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुये आयोजन स्थल सर्किट हाउस में किया गया। बैठक में ट्रस्ट की भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष एवं प्रधानमंत्री के सलाहकार रहे नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास,महासचिव चंपत राय, बीएसएफ के सेवानिवृत्त डीजी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षा प्रभारी रहे केके शर्मा,सदस्य डा अनिल मिश्रा,अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी,अयोध्या राजा बृजेन्द्र मोहन मिश्र, मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा,आईजी संजीव गुप्ता,एसएसपी आशीष तिवारी ने भाग लिया। इसके अलावा ट्रस्ट के सदस्य के पराशरणन,पाथ देवानंद सरस्वती और स्वामी विश्व प्रसन्नजीत वीडियाे कांफ्रेसिंग के जरिये बैठक में हिस्सा लिया।

सूत्रों ने बताया कि भूमि पूजन की तारीख तय होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को कार्यक्रम में भाग लेने के लिये निमंत्रण पत्र भेजा जायेगा।

उन्होने बताया कि ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास को लेने विहिप के महासचिव चंपत राय खुद मणिदास छावनी गये। सूत्रों का कहना है कि मंदिर से संबंधित किसी भी जानकारी को साझा नहीं करने से मंहत नृत्य गोपाल दास सरकार और जिला प्रशासन से नाराज थे। उनका कहना था कि मंदिर निर्माण को लेकर भूमि समतलीकरण,खुदाई के दौरान मिले अवशेष अथवा मंदिर निर्माण से जुड़ी जानकारी उनको नहीं बतायी जाती है और न ही उनसे कोई राय मशवरा लिया जाता है।

रामराज की अवधारणा का केन्द्र बनेगा राम मंदिर : सिंह

इधर उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अयोध्या में रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण शाश्वत सनातन संस्कृति का संवाहक होगा जो पूरे विश्व को सुशासन का बोध कराएगा और रामराज की अवधारणा का सांस्कृतिक केंद्र बनेगा।

बरेली के नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओ और पार्टी पदाधिकारियों से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संवाद करते हुये श्री सिंह ने शनिवार को कहा कि जिसने उत्तर से दक्षिण को जोड़ा, भेदभाव के बंधनों को तोड़ा, ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण की आस सैकड़ों वर्षो से कई सौ करोड़ लोगों के मन में रही है। अब श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने कहा कि जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण शाश्वत सनातन संस्कृति का संवाहक होगा जो पूरे विश्व को सुशासन का बोध कराएगा और रामराज की अवधारणा का सांस्कृतिक केंद्र बनेगा।