मध्यप्रदेश में कोरोना के 736 नये मरीजों के साथ संक्रमितों की संख्या 26,210 हुई , 791 मरीजों की अब तक मौत ,शिवराज सिंह चौहान ने सभी कलेक्टरों को कोरोना संबंधी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाने को कहा attacknews.in

भोपाल, 23 जुलाई ।मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते हुए प्रकरणों के बीच आज 736 कोरोना पॉजिटिव के नए प्रकरण सामने आये है। इन्हें मिलाकर राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अब बढ़कर 26210 पहुंच गयी है। प्रदेश में उपचाररत मरीजों (एक्टिव केस) की संख्या अब 7553 हो गयी है।11 मरीजों की मौत के साथ अब तक 791 मरीजों की मौत हो चुकी है ।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से आज रात जारी बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में 10550 सैंपल की जांच रिपोर्ट में से 736 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं और इन्हें मिलाकर अब संक्रमित मरीजों की आंकड़ा 26210 हो गयी है। इस महामारी से प्रदेश में अभी तक 17866 लोग अस्पताल से स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं। आज 507 लोगों के स्वस्थ होने पर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

भोपाल में मिले 144 नए संक्रमित

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के 144 नए मरीज मिलने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5123 तक पहुंच गयी, जिसमें से 3344 मरीज ठीक हो चुके हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज सुबह प्राप्त जांच रिपोर्ट में दो चिकित्सक, यातायात विभाग का एक जवान, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कैंप के सात जवान सहित 144 नए मरीजों की पुष्टि हुयी है। इसके बाद कोरोना से संक्रमितों की संख्या 4979 से बढ़कर अब 5123 तक पहुंच गयी। वहीं, इस बीमारी से अब तक 3344 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद वर्तमान में 1630 एक्टिव केस हैं।

इसके अलावा इस बीमारी से भोपाल में अब तक 149 मरीज जान गवां चुके हैं। राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते आज रात आठ बजे से चार अगस्त की सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन लगाने के आदेश दिए गए हैं।

सतना में शनिवार-रविवार दो दिन का लाॅकडाउन

मध्यप्रदेश के सतना जिले में बढते कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने जिले के कुछ क्षेत्रों में दो दिनो के संपूर्ण लाकडाउन लागू करने का फैसला किया है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार अब सप्ताह के दो दिन यानी शनिवार और रविवार को लॉकडाउन रहेगा। बताया गया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए वापस लॉकडाउन की ओर लौटने की मजबूरी के बीच रविवार के एक दिनी वीकली लॉकडाउन को बढ़ा कर अब सतना में दो दिन का कर दिया गया है। लेकिन दूसरे दिन का यह लॉकडाउन पूरे जिले भर में प्रभावी नही होकर केवल उन क्षेत्रों में प्रभावी होगा, जहां ज्यादा संक्रमण है। जबकि रविवार को पूरा जिला लॉकडाउन रहेगा।

मरीज की मौत मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

मध्यप्रदेश के गुना के जिला अस्पताल में कथित तौर पर उपचार के अभाव से एक मरीज की मृत्यु के मामले में आज मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए है। उन्होंने इसकी जांच डिप्टी कलेक्टर सोनम जैन को सौपी है। कलेक्टर ने उन्हें इस मामले की जांच कर सात दिवस में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं।

कटनी में मिले छह कोरोना मरीज

कटनी जिले में आज आधा दर्जन कोरोना संक्रमित मरीज मिले है।आधिकारिक जानकारी के अनुसार जबलपुर आईसीएमआर लैब से आयी जांच रिपोर्ट में छह लोग कोरोना पॉजिटिव मिले है। इन मरीजों को जोड़कर जिले में अब संक्रमित मरीजों की आंकड़ा 79 पहुंच गई है। इस महामारी से 41 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके है और तीन लोगों की मौत हो गई है। शेष 34 लोगों की उपचार अस्पताल में चल रहा है।

पूजा गृह कोरोना की स्थिति देखकर ही खुलेंगे :ऊषा

मध्यप्रदेश की पर्यटन, संस्कृति, अध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर ने की प्रदेश में कोरोना कहर कम होने व उसकी स्थिति देखकर ही सरकार पूजा गृह खोलने पर विचार करेगी। अभी हमें सोशल डिस्टेंंसिंग का ध्यान देना है।

सुश्री ठाकुर ने कहा कि जल्दी ही वर्चुअल दर्शन व पूजा पाठ का भी इंतजाम कर रहे हैं। ताकि लोग पूजा पाठ घर से रहकर ही कर सकें। उन्होंने कहा कि ईश्वर की आराधना व साधना अभी कोरोना के चलते लोग घरों के भीतर ही रहकर करें, ताकि कोरोना का बढ़ता कहर रोका जा सके।

शिवपुरी में चार दिन रहेंगे संपूर्ण लॉकडाउन

मध्यप्रदेश के शिवपुरी में जिला प्रशासन ने जिले में 25 व 26 जुलाई के साथ ही एक और दो अगस्त को संपूर्ण लॉकडाउन के आदेश दिया है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कलेक्टर अनुग्रह पी ने 25 एवं 26 जुलाई तथा 1 एवं 2 अगस्त को संपूर्ण लॉकडाउन के आदेश दिए हैं। इस दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। लॉकडाउन का उल्लंघन किए जाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।

सीहोर जिले में 27 कोरोना मरीज मिले

सीहोर जिले में आज 27 कोरोना संक्रमित मरीज मिले है।आधिकारिक जानकारी के अनुसार 27 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। जिले में अभी तक 152 पॉजिटिव हो गए हैं। अभी तक 53 मरीज ठीक हो चुके है। आज 3 व्यक्तियों का स्वस्थ होने के उपरांत कोविड केयर सेंटर सीहोर से डिस्चार्ज किया गया है।

कोरोना संबंधी गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाए-शिवराज

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते हुए प्रकरणों को देखते हुए सभी जिलों में कोरोना संबंधी गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जाए।

श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिलों में प्रभारी अधिकारी एवं सभी कलेक्टर्स हमारी कोरोना रणनीति आई.आई.टी.टी. (आईडेंटिफाई, आयसोलेट, टैस्ट्र एण्ड ट्रीट) का प्रभावी क्रियान्वयन करें। जिन जिलों में टैस्टिंग कम है, वहां टैस्टिंग बढ़ाई जाए। जिलों की परिस्थिति अनुरूप होम क्वारेंटाइन व संस्थागत क्वारेंटाइन किया जाए। कोरोना अस्पतालों में सर्वोत्तम इलाज किया जाए। जनता को मास्क पहनने, फिजिकल डिस्टेंसिंग रखने, भीड़ न लगाने आदि के लिए जागरू‍क किया जाए तथा ऐसा न करने पर जुर्माने आदि की कार्रवाई की जाए।

बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र, चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई आदि उपस्थित थे।

छतरपुर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां गत 7 दिनों में 113 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंटरस्टेट बॉर्डर पर निरंतर निगरानी करने के निर्देश दिए। बाहर से आने वालों की हैल्थ स्क्रीनिंग अनिवार्य रूप से की जाए। जिले में खनिज के अवैध परिवहन को भी सख्ती से रोके जाने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए। जिले में अभी 210 पॉजीटिव तथा 113 एक्टिव मरीज हैं, 95 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।

बड़वानी जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां गत 07 दिनों में 95 नए केस आए हैं। जिले की टैस्टिंग प्रति दिन 3843 है, जबकि मध्यप्रदेश की 8150 व्यक्ति प्रतिदिन है। मुख्यमंत्री ने जिले में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने के निर्देश दिए।

कोरोना की जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि प्रदेश में सर्वाधिक 177 नए प्रकरण भोपाल में आए है। इसके बाद इंदौर में 99, ग्वालियर में 63, मुरैना में 49, छतरपुर में 30, जबलपुर में 28, विदिशा में 25, उज्जैन में 24, नीमच में 20, बड़वानी में 20, झाबुआ में 18, रीवा में 17 तथा होशंगाबाद में 16 नए मरीज मिले हैं। दमोह में 25 टैस्ट में 13 नए पॉजीटिव मरीज मिले हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन सभी जिलों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए।

सतना जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां मैहर में नए प्रकरण आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस बात का सभी जिले ध्यान दें कि मंदिरों एवं उपासना स्थलों में एक बार में 5 से अधिक व्यक्ति न जाएं।

राजस्थान में अशोक गहलोत द्वारा विधानसभा सत्र बुलाने के लिए दबाव बनाकर,विधायकों से राज भवन में धरना दिलवाने के बाद राज्यपाल कलराज मिश्र ने संवैधानिक मर्यादा का पाठ पढाया attacknews.in

जयपुर 24 जुलाई । राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि संवैधानिक मर्यादा से ऊपर कोई नहीं होता है तथा किसी भी प्रकार की दबाव की राजनीति नहीं होनी चाहिए।

श्री मिश्र ने आज बताया कि राज्य सरकार द्वारा 23 जुलाई को रात में विधानसभा के सत्र को अत्यन्त ही अल्प नोटिस के साथ आहूत किये जाने की पत्रावली पेश की गई। पत्रावली में गुण दोषों के आधार पर राजभवन द्वारा परीक्षण किया गया तथा विधि विषेशज्ञों द्वारा परामर्श प्राप्त किया गया।

उन्होंने कहा कि विधि विशेषज्ञों के परामर्श के बाद राज्य सरकार के संसदीय कार्य विभाग को राजभवन द्वारा कुछ बिन्दुओं के आधार पर स्थिति प्रस्तुत करने के लिए पत्रावली प्रेषित की गई है। इसके तहत विधानसभा सत्र को किस तिथि से आहूत किया जाना हे, इसका उल्लेख केबिनेट नोट में नहीं है और ना ही केबिनेट द्वारा कोई अनुमोदन प्रदान किया गया है।अल्प सूचना पर सत्र बुलाये जाने का न तो कोई औचित्य प्रदान किया गया है और ना ही कोई एजेण्डा प्रस्तावित किया गया है। सामान्य प्रक्रिया में सत्र आहूत किए जाने के लिए 21 दिन का नोटिस दिया जाना आवष्यक होता है।

राज्य सरकार को यह भी सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिए गए हैं कि सभी विधायकों की स्वतन्त्रता एवं उनका स्वतंत्र आवागमन भी सुनिश्चित किया जावे। कुछ विधायकों की निर्योग्यता का प्रकरण माननीय उच्च न्यायालय और माननीय सर्वोच्च न्यायालय में भी विचाराधीन है। उसका संज्ञान भी लिए जाने के निर्देष राज्य सरकार को दिए गए हैं। साथ ही कोरोना के राजस्थान राज्य में वर्तमान परिपेक्ष्य में तेजी से फैलाव को देखते हुए किस प्रकार से सत्र आहूत किया जायेगा, इसका भी विवरण प्रस्तुत किए जाने के निर्देष दिए गए हैं।

इसके अलावा राजभवन द्वारा स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक कार्य के लिए संवैधानिक मर्यादा और सुसंगत नियमावलियों में विहित प्रावधानों के अनुसार ही कार्यवाही की जावे। यह भी कहा गया है कि राज्य सरकार का बहुमत है तो विश्वास मत प्राप्त करने हेतु सत्र आहूत करने का क्या औचित्य है।

राज्यपाल का अल्प समय की सूचना पर विधानसभा सत्र बुलाने से इनकार

आज दोपहर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने अल्प समय की सूचना पर विधानसभा सत्र बुलाने से इनकार किया ।

अपने विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलकर विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग की थी।

कांग्रेस एवं निर्दलीय विधायक अभी राजभवन में ही मौजूद रहे तथा श्री गहलोत राज्यपाल से दुबारा मिल सकते है ऐसा कहा जा रहा था ।

सत्र नहीं बुलाने पर राजभवन का घेराव करने की श्री गहलोत की चेतावनी पर विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने राजभवन में केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल सीआरपीएफ तैनात करने की मांग की ।

विधानसभा सत्र बुलाने की मांग को लेकर कांग्रेस विधायक पहुंचे राजभवन

वही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के मामले में विधायकों के साथ आज राजभवन पहुंचें थे।

राजभवन पहुंचेने के बाद कांग्रेस एवं निर्दलीय विधायक सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए राजभवन के लाॅन में बैठ गये। सभी विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में तथा केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

इस दौरान मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने गये तथा अविलम्ब विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की गयी थी ।

सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल ने श्री गहलोत से कहा कि कोरोना महामारी के दौरान विधानसभा सत्र बुलाने के मामले में विधिक राय ली जा रही है।

इससे पूर्व सभी विधायक एक पंच सितारा होटल से चार बसों में बैठ कर राजभवन लाये गये। मुख्यमंत्री श्री गहलोत भी विधायकों के साथ बस में बैठकर आये थे।

गौरतलब है कि श्री गहलोत कल ही राज्यपाल श्री मिश्र से मिले थे तथा अविलम्ब विधानसभा बुलाने की मांग की थी। लेकिन इस पर अभी तक राज्यपाल की ओर से जवाब नहीं मिलने पर मजबूरन सभी विधायकों को लेकर राजभवन आये।

केन्द्र के दबाव में राज्यपाल विधानसभा सत्र नहीं बुला रहे है-गहलोत

इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि राज्यपाल कलराज मिश्र केन्द्र सरकार के दवाब में विधानसभा का सत्र नहीं बुला रहे है।

श्री गहलोत ने आज राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्यपाल द्वारा केबिनेट के फैसले को मानने की परंपरा रही है और हमने उनसे इसके तहत ही विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी चल रही है विधानसभा सत्र में इस पर बहस करेंगे और बहुमत भी साबित करेंगे।

उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते है कि राज्यपाल किसी के दवाब में नहीं आएंगे तथा वह इस पर जल्द ही निर्णय लेंगे।

उन्होंने कहा कि हमेशा विपक्ष विधानसभा सत्र बुलाने की मांग करता है लेकिन इस बार सत्ता पक्ष विधानसभा बुलाने के लिए निवेदन कर रहा है और विधानसभा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। लेकिन यह समझ से परे है कि विधानसभा का सत्र क्यों नहीं बुलाया जा रहा है।

श्री गहलोत ने कहा कि सभी विधायक राजभवन के लाॅन में गांधीवादी तरीके से बैठे है तथा राज्यपाल के निर्णय का इंतजार कर रहे है। उनका फैसला आ जाने के बाद ही हम आगे की रणनीति पर चर्चा कर कदम उठायेंगे तब तक यही बैठेंगे।

राजभवन का घेराव के संबंध में उनके द्वारा दिये गये बयान पर उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्ष 1993 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भैंरोसिंह शेखावत अपने विधायकों के साथ राजभवन के इस लाॅन में धरने पर बैठे थे। श्री शेखावत ने भी उस समय राजभवन को घेरने का बयान दिया था। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भाजपा के नेताओं को इसकी जानकारी नहीं है।

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने बताया कि राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम मध्यनजर कांग्रेस पार्टी की ओर से राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर शनिवार को धरना प्रदर्शन किया जायेगा।

सत्र बुलाने के आश्वासन के बाद कांग्रेस विधायकों का धरना समाप्त

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कुछ महत्वपूर्ण बिंंदुओं पर जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस विधायकों को विधानसभा का सत्र बुलाने का आश्वासन दिया, इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने आज राजभवन में धरना समाप्त कर दिया।

धरना समाप्त करने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पत्रकारों को बताया कि राज्यपाल ने मंत्रिमंडल के सदस्यों से कुछ बिंदुओं पर जानकारी मांगी है, लिहाजा कैबिनेट की बैठक रात साढ़े नौ बजे बुलाई गयी है। उन्होंने बताया कि राज्यपाल को बैठक में लिये गये निर्णय की जानकारी आज रात ही दे दी जायेगी।

उन्होंने कहा कि राज्यपाल संविधान की अनुपालना करेंगे। वह संविधान की धारा 174 के तहत मंत्रिमंडल की सिफारिश मानने को प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर बहुमत की सरकार को विधायकों की खरीदफरोख्त करके गिराने का षडयंत्र रचने का आरोप लगाया।

राजस्थान कैबिनेट की बैठक हुई 

इस घटनाक्रम के चलते अशोक गहलोत कैबिनेट की बैठक शुक्रवार रात यहां मुख्यमंत्री निवास में शुरू हुई।

पाटी सूत्रों के अनुसार बैठक में विधानसभा सत्र बुलाए जाने की कैबिनेट के प्रस्ताव पर राजभवन द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर चर्चा हुई ।

राजभवन ने छह बिंदुओं पर जवाब मांगा है। राजभवन द्वारा जिन छह बिंदुओं को उठाया गया है उनमें से एक यह भी है कि राज्य सरकार का बहुमत है तो विश्वास मत प्राप्त करने के लिए सत्र आहूत करने का क्या औचित्य है? इसके साथ ही इसमें कहा गया है कि विधानसभा सत्र किस तिथि से आहूत किया जाना है, इसका उल्लेख केबिनेट नोट में नहीं है और ना ही कैबिनेट द्वारा कोई अनुमोदन किया गया है।

राजस्थान में राज्यपाल पर दबाव बनाने के लिए अशोक गहलोत ने कई सुर बदले,पहले जनता द्वारा राज भवन घेरने का डर दिखाया,बाद में भाजपा को कोसा और राज्यपाल को नसीहत देते नजर आये

जयपुर, 24 जुलाई ।कांग्रेस और उसके समर्थक विधायकों के राजभवन में धरना शुरू किए जाने के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार की शाम कहा कि राज्य में उल्टी गंगा बह रही है जहां सत्ता पक्ष खुद विधानसभा का सत्र बुलाना चाहता है और विपक्ष के नेता कह रहे हैं कि हम तो इसकी मांग नहीं कर रहे।

गहलोत ने राज्यपाल को संवैधानिक मुखिया बताते हुए अपने विधायकों को गांधीवादी तरीके से पेश आने की नसीहत दी। गहलोत ने उम्मीद जताई कि राज्यपाल कलराज मिश्र विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की कांग्रेस सरकार के प्रस्ताव पर जल्द ही फैसला करेंगे।

गहलोत ने राजभवन के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी कैबिनेट ने विधानसभा का सत्र बुलाने का फैसला किया। पहल हमने की। उसका विपक्ष को भी स्वागत करना चाहिए। यही परंपरा रही है लोकतंत्र की। यहां उल्टी गंगा बह रही है, हम कह रहे हैं कि हम सत्र बुलाएंगे और अपना बहुमत सिद्ध करेंगे। कोरोना वायरस और बाकी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राज्यपाल हमारे संवैधानिक मुखिया हैं। हमने उनसे आग्रह किया। मुझे यह कहते हुए संकोच नहीं है कि बिना ऊपर के दबाव के वह इस फैसले को रोक नहीं सकते थे क्योंकि राज्य कैबिनेट का जो फैसला होता है राज्यपाल उससे बंधे होते हैं।’’

गहलोत ने कहा कि अगर राज्यपाल के कुछ सवाल हैं तो वह सचिवालय स्तर पर समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमेशा विपक्ष मांग करता है कि विधानसभा का सत्र बुलाया जाए। यहां सत्ता पक्ष कह रहा है कि विधानसभा का सत्र बुलाया जाए जहां दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। वहीं विपक्ष कह रहा है कि हम ऐसी मांग ही नहीं कर रहे। यह क्या पहेली है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि कलराज मिश्र जिनका अपना एक व्यक्तित्व है और जिनका दिल्ली में भी पक्ष-विपक्ष सम्मान करता रहा है, वह दबाव में नहीं आएंगे क्योंकि उन्होंने संवैधानिक पद की शपथ ली है।’’

गहलोत ने कहा, ‘‘जिंदगी में कई ऐसे मौके आते हैं जब उन्हें साहस से फैसले करने पड़ते हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द अपना फैसला सुनाएंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘विधायक राजभवन में कब तक रहेंगे और धरना कब तक चलेगा। इस पर निर्भर करेगा कि राज्यपाल कब तक पत्र देते हैं और उसमें क्या लिखते हैं। उसके बाद ही कुछ फैसला करेंगे कि हमें क्या करना है।’’

जनता राजभवन का घेराव करेगी संबंधी अपने बयान पर गहलोत ने कहा, ‘‘1993 में भैंरोसिंह शेखावत ने कहा था कि अगर बहुमत मेरे पास है और हमें नहीं बुलाया गया तो राजभवन का घेराव होगा। राजभवन का घेराव होगा …यह राजनीतिक भाषा होती है। जनता को समझाने के लिए, संदेश देने के लिए।’’

गहलोत ने कहा कि कभी भैंरो सिंह शेखावत यहीं पर धरने पर बैठे थे। गहलोत ने कहा, ‘‘भाजपा के नये-नये नेता पैदा हुए हैं उन्हें कोई जानकारी नहीं। इन्हें चाहिए कि हम जैसे वरिष्ठ नेताओं से कुछ बातचीत करें और कुछ ज्ञान लें।’’

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अपने विधायकों से आग्रह किया है कि हमें गांधीवादी तरीके से पेश आना है। गहलोत ने कहा कि राज्यपाल संवैधानिक प्रमुख हैं और हम कोई टकराव नहीं चाहते।

इससे ठीक पहले पत्रकारों को यह कहा;

जनता राजभवन काे घेरने आ गयी तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी-गहलोत

इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से किसी दबाव में नहीं आकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि ऐसा नहीं करने पर जनता राजभवन को घेरने आ गयी तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी।

एक होटल में ठहरे विधायकों के साथ राजभवन की ओर कूच करने के लिये निकले श्री गहलोत ने पत्रकारों को बताया कि सत्र बुलाने के लिये मैंने राज्यपाल को कल ही पत्र सौंप दिया था और उनसे फोन पर भी बात हुई, लेकिन इस मामले में काेइ जवाब नहीं आया।

उन्होंने कहा कि हम सभी विधायक राजभवन जाकर राज्यपाल से सत्र बुलाने की सामुहिक प्रार्थना करेंगे।
श्री गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर राज्य में गंदी राजनीति करने और निचले स्तर पर जाकर सीबीआई और ईडी के माध्यम से दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ।

उन्होंने पुराना वाकया सुनाते हुए कहा कि दिवंगत भैरोसिंह शेखावत के मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में सरकार गिराने के दो बार प्रयास किये गये थे, लेकिन तब मैंने प्रदेशाध्यक्ष होते हुए इस मामले में नहीं पड़ने का फैसला लिया और तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिंहराव एवं राज्यपाल बलिराम भगत को भी इस तरह के मामले में हमारे शामिल नहीं होने की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि हमारे पास पुख्ता बहुमत है। हमारे कुछ साथियों को हरियाणा के एक रिजॉर्ट में बंधक बनाया गया है। जहां उनमें कई बीमार और परेशान हैं। वे विधायक खुद को मुक्त कराने के लिये हमें फोन भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा का सत्र बुलाया गया तो दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा। बहस होगी तथा सारी बातें सामने आ जायेंगी।

श्री गहलाेत ने कहा कि हम पूरी तरह एकजुट हैं और हमें कोई चिंता नहीं है। जबकि बहुमत साबित करने वाले को हमेशा चिंता रहती है। हम बहुमत को लेकर परेशान नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल भी हमेशा यह कहता रहा है कि विधानसभा में बहुमत साबित किया जाये। न्यायिक क्षेत्र में भी ऐसी चर्चायें होने लगी थी कि विधानसभा सत्र बुलाया जाये, जिसके लिये हम तैयार हैं।

श्री गहलाेत ने कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि राज्यपाल किसी दबाव के तहत फैसला नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह विधायकों के साथ राजभवन में राज्यपाल से सामुहिक रूप से मिलेंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि वह किसी के दबाव में नहीं आयें। वह संवैधानिक पद पर हैं, उन्होंने संविधान की शपथ ली है। उन्हें अपनी अंतरात्मा के आधार पर निर्णय करना चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं और राज्य की जनता राजभवन को घेरने आ गयी तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी।

कांग्रेस विधायक राजभवन में धरने पर बैठे

राजस्थान में कांग्रेस विधायक तथा अशोक गहलोत सरकार के समर्थक अन्य विधायक शुक्रवार अपराह्न राजभवन के दालान में धरने पर बैठ गए। ये विधायक विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का सामूहिक आग्रह करने के लिए राजभवन गए थे।

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा,’ हमने राज्यपाल से नियमों के तहत विधानसभा का सत्र बुलाने का आग्रह किया। राज्यपाल केंद्र के निर्देशों पर काम कर रहे हैं। जब तक सत्र की तारीख नहीं दी जाती है हम यहां पर बैठे हैं।’

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इससे पहले राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। इसके बाद राज्यपाल विधायकों से मिलने भी आए

राज्यपाल पर बनाया जा रहा है अनैतिक दबाव-भाजपा

।राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस विधायकों द्वारा राजभवन पर दिये जा रहे धरने को अनैतिक बताते हुए केन्द्र सरकार से दखल देने की मांग की है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने आज यहां प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजभवन पर धरना देने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने का आग्रह किय है।

दिल्ली के 11 स्थानों और राजस्थान के तीर्थ पुष्कर की मिट्टी राम मंदिर भूमि पूजन के लिए अयोध्या रवाना attacknews.in

नयी दिल्ली/अजमेर/लखनऊ , 24 जुलाई ।अयोध्या में पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के भूमिपूजन तथा मंदिर की नींव में डालने के लिए देशभर की नदियों का जल और पवित्र स्थानों की मिट्टी को अयोध्या भेजने के क्रम में आज दिल्ली के 11 पवित्र स्थानों की मिट्टी पीतल के कलशों में रवाना की गयी।

विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार और दिल्ली प्रांत अध्यक्ष कपिल खन्ना ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान मिट्टी से भरे पीतल के कलशों को पुष्प अक्षत तिलक से पूजन करके अयोध्या के लिए रवाना किया।

मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी अयोध्या के लिए रवाना की गई

अजमेर।से बहुप्रतीक्षित राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के निमित राजस्थान में अजमेर के निकटवर्ती तीर्थगुरु पुष्कर राज स्थित पवित्र सरोवर से जल एवं पवित्र मिट्टी आज अयोध्या के लिए रवाना की गई।
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा तीर्थ पुरोहितों के सहयोग से पुष्कर सरोवर के गउ घाट पर कार्यकर्ताओं ने विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार एवं पूजा पाठ कर पवित्र जल व पवित्र मिट्टी अयोध्या के लिए रवाना की।

योगी जायेंगे अयोध्या,भूमि पूजन की तैयारी का लेंगे जायजा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को अयोध्या जायेंगे और भव्य राममंदिर के निर्माण के लिये पांच अगस्त को हाेने वाले भूमि पूजन की तैयारियों को जायजा लेंगे।

आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि एक दिवसीय संक्षिप्त दौरे के दौरान मुख्यमंत्री रामलला के दर्शन करेंगे और हनुमानगढ़ी भी जायेंगे। श्री योगी बाद में संतों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे। श्री योगी श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों से मुलाकात करेंगे और भूमि पूजन कार्यक्रम के लिये आमंत्रित मेहमानों की सूची को अंतिम रूप देंगे।

राजस्थान हाईकोर्ट ने सचिन पायलट सहित 19 विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सदस्यता की अयोग्यता पर दिये नोटिस पर रोक लगाई attacknews.in

जयपुर, 24 जुलाई ।राजस्थान उच्च न्यायालय ने व्हिप उल्लंघन के मामले में राजस्थान के निष्कासित उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित 19 विधायकों को विधानसभाध्यक्ष डा़ सी पी जोशी के दिये गये नोटिस पर रोक लगा दी है।

उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश गुप्ता ने आज फैसला सुनाते हुए यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश दिया। न्यायालय ने दल बदल विरोधी कानून के तहत फैसला करने का अधिकार अध्यक्ष पर छोड़ा है।

पायलट गुट ने अदालत से उन्हें अयाेग्य घोषित नहीं करने के मामले में गुहार की थी, लेकिन अदालत ने मामला अध्यक्ष पर छोड़ते हुए कहा है कि अदालत इसमें कोई दखल नहीं दे सकती।

विधानसभाध्यक्ष डा़ सी पी जोशी व्हिप नोटिस के मामले में उच्चतम न्यायालय की शरण ली थी तथा सुनवाई पर रोक लगाने की मांग की थी, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली और आदेश दिया कि उच्च न्यायालय का निर्णय अंतिम नहीं होगा। अब इस मामले की सुनवाई उच्चतम न्यायालय में सोमवार को होगी।

विधानसभा अध्यक्ष ने सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी की याचिका पर व्हिप उल्लंघन मामले में नोटिस जारी किया था, जिसे पायलट गुट ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी1

अदालत ने आज केंद्र सरकार को पक्षकार बनाने की याचिका भी स्वीकार की है। जिस पर सुनवाई बाद में की जायेगी।

बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर उच्च न्यायालय में सुनवाई सोमवार को होगी

राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश महेन्द्र गोयल बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) के छह विधायकों को कांग्रेस में शामिल करने के मामले में सोमवार को सुनवाई करेंगे।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मदन दिलावर ने अदालत में इस मामले में याचिका दायर की है। श्री दिलावर ने विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी के समक्ष भी इस मामले में याचिका दायर की थी।
विधानसभा अध्यक्ष ने बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने का प्रार्थना पत्र स्वीकार कर इसकी इजाजत दे दी थी।

नये राजनीतिक घटनाक्रम के तहत विधानसभा सत्र बुलाने का मामला इस मुद्दे पर अदालत का फैसले को देखते हुये टाला भी जा सकता है।

आंनदी बेन को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 जुलाई । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार शुक्रवार को सौंपा।

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार श्री कोविंद ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन के बाद नियमित व्यवस्था होने तक श्रीमती पटेल को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है।

मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा विदेशी पढ़ाई भारत में और विदेश गये छात्रों को भारत में ही पढ़ाई करवाने के लिए ‘स्टे इन इंडिया और स्टडी इन इंडिया’ का कार्यक्रम लागू किया जाएगा attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 जुलाई ।विदेश में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों और विदेश में जाने की तैयारी कर रहे भारतीय छात्रों के लिए शिक्षा मंत्रालय ने ‘स्टे इन इंडिया और स्टडी इन इंडिया’ का नारा दिया है।

मानव संसाधन मंत्रालय ने शुक्रवार को हुई एक बैठक में ‘स्टे इन इंडिया’ को ‘स्टडी इन इंडिया’ के साथ ऐसे भारतीय छात्रों के लिए जोड़ा जा रहा है , जो विदेश में अध्ययनरत हैं या विदेश में पढ़ाई की तैयारी कर रहे हैं। ‘स्टडी इन इंडिया’ मंत्रालय का एक प्रोग्राम है। नए नारे को साकार करने को लेकर लेकर एक कमेटी बनाई गई है जिसे 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट देनी है।

मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने बैठक के दौरान कहा, “कोविड महामारी से पैदा हुई स्थिति की वजह से विदेश में पढ़ाई करने की चाह रखने वाले कई छात्रों ने भारत में रहने का फ़ैसला लिया है। कई ऐसे छात्र जो विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं वो भारत आना चाहते हैं। मंत्रालय को दोनों ही तरह के छात्रों को घ्यान में रखकर उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के तमाम कोशिशें करनी चाहिए।”

बैठक में विदेश जाने की चाह रखने वाले छात्रों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए ऐसे कदम उठाने और ऐसे अवसर देने के फैसले लिए गए , जिसके तहत उन्हें भारत में रोका जा सके। इसके लिए मंत्रालय उन्हें भारत के सर्वोत्तम संस्थानों में पढ़ाई का मौका देने की तैयारी करने वाला है। वहीं, विदेश में पढ़ रहे ऐसे छात्र जो भारत लौटना चाहते हैं उन्हें उनका प्रोग्राम पूरा करने में मदद करने की भी तैयारी की जा रही है।

इसे लेकर एक कमेटी बनाई जानी है जिसके प्रमुख यूजीसी के चेयरमैन डीपी सिंह होंगे। कमेटी को ज़्यादा से ज़्यादा छात्रों को भारत में रोकने को लेकर एक गाइडलाइन तैयार करनी है। इसका रास्ता भी बताना है कि अच्छे विश्वविद्यालयों में छात्रों की संख्या को कैसे बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा मल्टी डिसिप्लिनरी और इनोवेटिव प्रोग्राम शुरू करने के रास्ते भी तलाशे जाएंगे।

मीटिंग के दौरान शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा, “हमें इसके जड़ को समझने की ज़रूरत है कि छात्र विदेश क्यों जा रहे हैं. इसी से इसका हल निकलेगा. भारतीय संस्थान में पर्याप्त इंफ्ऱास्ट्रक्चर विकसित किया जाना चाहिए ताकि छात्र भारत में रही रहें।”

इन प्रयासों के तहत ट्विनिंग और ज़्वाइंट डिग्री प्रोग्राम, क्रॉस कंट्री डिज़ाइनिंग सेंटर, विदेश के मशहूर शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन लेक्चर, अकादमिक और व्यापार जगत को लिंक करने, ज़्वाइट डिग्री वेंचर शुरू करने और भारतीय उच्च संस्थानों में लैटरल एंट्री देने पर भी ग़ौर किया जाएगा। बैठक में लिए गए फ़ैसलों के तहत एआईसीटीई के चेटरमैन अनिल सहस्रबुध तकनीकी संस्थानों से जुड़े मुद्दों पर काम करेंगे।

आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी, काउंसिल ऑफ़ आर्किटेक्चर और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की अलग से सब कमेटी बनाई जानी है। ये कमेटियां यूजीसी और एआईसीटीई के चेयरमैन की सहायता करेंगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंस (एनटीए) के चेयरमैन और सीबीएसई के चेयरमैन से भी शिक्षा जगत में उनके अनुभव के आधार पर सलाह ली जा सकती है. कमेटी को अपनी रिपोर्ट 15 दिनों में देनी है।

मंत्रालय के उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे ने इस पर ज़ोर दिया कि ‘स्टडी इन इंडिया’ के तहत विदेश छात्रों को आकर्षित करने का पुरज़ोर प्रयास होना चाहिए।

लालकृष्ण आडवाणी ने बाबरी मस्जिद विध्वंस में उनकी किसी भी प्रकार की भूमिका से इंकार करते हुए इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया attacknews.in

लखनऊ, 24 जुलाई ।अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराये जाने के मामले में खुद को निर्दोष करार देते हुये पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि उन पर लगाये गये आरोप राजनीति से प्रेरित थे।

वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुये श्री आडवाणी ने शुक्रवार को अपने बयान दर्ज कराये। उन्होने खुद पर लगाये गये आरोपों से इंकार करते हुये कहा कि विवादित ढांचे के विध्वंस में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। उन पर आरोप राजनीतिक कारणों से लगाये गये थे।

बाबरी विध्वंस मामला : आडवाणी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दर्ज कराए बयान

भाजपा नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले की सुनवायी कर रही सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष शुक्रवार को अपने बयान दर्ज कराए ।

भाजपा नेता ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने बयान दर्ज कराए । बृहस्पतिवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने बयान दर्ज कराए थे ।

बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले में इस समय आरोपियों के बयान दर्ज किये जा रहे हैं । सभी 32 आरोपियों के बयान सीआरपीसी की धारा 313 के तहत दर्ज हो रहे हैं ।

अयोध्या में छह दिसंबर 1992 को ‘कारसेवकों’ ने मस्जिद ढहा दी थी । उनका दावा था कि मस्जिद की जगह पर राम का प्राचीन मंदिर हुआ करता था ।

राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले लोगों में आडवाणी और जोशी भी शामिल थे। भाजपा नेता उमा भारती और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह इस मामले में अपने बयान दर्ज करा चुके हैं ।

विशेष अदालत मामले की रोजाना सुनवायी कर रही है । उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुरूप उसे 31 अगस्त तक मामले की सुनवायी पूरी कर लेनी है ।

चुनाव आयोग ने कोरोना काल में ही सभी सीटों पर एकसाथ उपचुनाव करवाने का फैसला लिया ,तिथि जल्द घोषित होगी attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 जुलाई ।चुनाव आयोग ने कोरोना काल में 56 विधानसभा सीटों तथा एक संसदीय सीट पर उप चुनाव कराने का फैसला किया है।

आयोग की समीक्षा बैठक में शुक्रवार को यह निर्णय लिया गया। आयोग की प्रवक्ता शेफाली शरण ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन सीटों के उपचुनाव की तारीख उचित समय पर घोषित की जाएगी।

आयोग ने कल कहा था कि चुनाव आयोग की शुक्रवार को होने वाली बैठक में इन सीटों के उपचुनाव के बारे में विचार किया जाएगा।

आयोग के अनुसार 22 जुलाई को आयोग के वरिष्ठ प्रधान सचिव सुमित मुखर्जी द्वारा जारी विज्ञप्ति से मीडिया में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी इसीलिए उसने कल यह स्पष्ट किया कि आठ विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के बारे में जो फैसला लिया गया था, वह एक विशेष परिस्थिति में लिया गया था लेकिन आयोग ने जन प्रतिनिधित्व कानून की धारा 151 के तहत उपरोक्त सभी सीटों पर उपचुनाव कराने का फैसला किया है।

विज्ञप्ति में कहा गया था कि आठ विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव सात सितंबर तक स्थगित किये गए हैं लेकिन कल की बैठक में सभी सीटों के उप चुनाव के बारे में विचार किया जाएगा।

भारत में गुरुवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 13 लाख के करीब पहुंची, 24 घंटे में रिकार्ड 50 हजार नये मरीज आये सामने,मौत का आंकड़ा 30 हजार के पार हुआ,मरीजों की रिकवरी दर 63 फीसदी के पार attacknews.in

नयी दिल्ली 23 जुलाई ।देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में प्रकोप तेजी से बढ़ने से गुरुवार रात कुल संक्रमितों का आंकड़ा 12.87 लाख के पार पहुंच गया तथा मृतकों की संख्या 30,000 से अधिक हो गयी।

इस दौरान राहत की बात यह रही कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर बुधवार के 63.20 फीसदी से मामूली बढ़कर 63.43 प्रतिशत पर पहुंच गयी।

झारखंड ने राज्य में कोरोना संक्रमण से तेजी से हो रहे फैलाव को काबू करने की दिशा में कठोर कदम उठाते हुए घर से बाहर निकलने पर मास्क नहीं पहने व्यक्ति पर एक लाख रुपये के जुर्माने और दो साल की सजा का प्रावधान किया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज सुबह जारी कोरोना आंकड़ो में कुल संक्रमितों की संख्या 12 लाख 38 हजार 635 था जबकि मृतकों का आंकड़ा 29681 था।

देर शाम विभिन्न राज्यों के आंकड़ो में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और केरल में रिकार्ड नये मामले आये जबकि गत दिवस साढ़े दस हजार से अधिक नये मामले वाले महाराष्ट्र में मामूली राहत रही। इन छह राज्यों में 33 हजार से अधिक नये मामले तथा 587 की और मौत हुई है।

महाराष्ट्र में 9895 नये संक्रमित मामले सामने आये और 298 की मौत हुई है। कुल तीन लाख 47 हजार 502 मामलों के साथ देश में महाराष्ट्र कोरोना से सबसे अधिक त्रस्त राज्य है।

इस दौरान तमिलनाडु में 6472 नये मामले सामने आये और 88 मरीजों की मौत हुई है। कुल 1,92,964 मामल़ों तथा 3,232 मौतों के साथ राज्य पूरे देश में दूसरे नंबर पर है।

कुल मामल़ों के लिहाज से दिल्ली एक लाख 27 हजार 364 मामलों के साथ तीसरे स्थान पर है। यहां 1041 नये मामले आए जबकि 26 लोगों की और मौत से मरने वालों की कुल संख्या 3745 हो गई।

महाराष्ट्र के बाद आंध्र प्रदेश में सर्वाधिक 7,998 नये मामल़ों के आने से मरीजों की कुल संख्या 72,711 पर पहुंच गई। कर्नाटक में 5,030 नये मामलों से कुल संक्रमितों की संख्या 80 हजार के पार हो गई। उत्तर प्रदेश में 2529 नये मामले आने से संक्रमितों की संख्या 58 हजार से अधिक हो गयी है जबकि पश्चिम बंगाल में 2534 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 51 हजार के पार हो गयी है।

गुरुवार को मृत्यु दर भी पहले के 2.42 फीसदी की तुलना में घटकर 2.38 रह गयी।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 12,87,236 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 12,38,635 थी। इस प्रकार सुबह से लेकर देर रात तक 45,552 नये मामले आ चुके हैं। अब तक कुल 8,15,251 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 30,607 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 4,38,961 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

इसप्रकार बीमार मरीजों की तुलना में ठीक हुए रोगमुक्त लोगों की संख्या करीब पौने चार लाख से अधिक का इजाफा हुआ है। फिलहाल यह अंतर 3,76,290 है।

इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध भी फिर लगाने पड़े हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारें अपने स्तर से भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन या पूर्णबंदी या फिर जनता कर्फ्यू लागू कर रही हैं।

देश में वर्तमान में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के पॉजिटिव मामले आने की दर (पाॅजिटिविटी दर) 8.07 प्रतिशत है और केंद्र सरकार राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश के साथ मिलकर इसे पांच प्रतिशत से कम करने के लिये प्रयासरत है। देश के 19 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत रिकवरी दर से अधिक दर्ज की गयी है।

इसबीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में देशभर में कोरोना वायरस के 3,50,823 नमूनों की जांच की गयी और इसके साथ ही अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या 1,50,75,369 हो गयी है। देश में कोरोना परीक्षण लैब की संख्या भी बढ़कर 1,284 हो गयी है।

महाराष्ट्र में कोरोना मामले साढ़े तीन लाख के करीब, रिकवरी दर में सुधार

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान 9895 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या

गुरुवार की रात बढ़कर 3.47 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह भी है कि मरीजों की रिकवरी दर में फिर से सुधार शुरू हो गया।

तमिलनाडु में कोरोना मामले 1.92 लाख के पार, रिकवरी दर 71 फीसदी के करीब

तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 6472 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद गुरुवार को संक्रमितों की संख्या 1.92 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर बढ़कर 71 फीसदी के करीब पहुंच गयी है।

राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज 70.89 फीसदी पहुंच गयी जो बुधवार को 70.55 प्रतिशत रही थी। राज्य में संक्रमितों की मृत्यु दर बढ़कर 1.67 प्रतिशत पहुंच गयी है जो बुधवार तक महज 1.44 फीसदी रही थी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या 192964 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 88 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 3232 हो गयी है।

सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 5210 और मरीज स्वस्थ हुए हैं और ठीक हुए कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 136793 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 52939 सक्रिय मामले हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में तमिलनाडु देश में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है।

आंध्र में कोरोना मामले 72000 के पार,884 की मौत

आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का संकट और गंभीर होता जा रहा है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 7998 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद बुधवार को संक्रमितों की संख्या 72000 के पार पहुंच गयी जबकि 61 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा 880 से अधिक हो गया।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 72,711 हो गयी है और मृतकों की कुल संख्या 884 हो गयी है। इस दौरान 5,428 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 37,555 हो गयी है।

राज्य में फिलहाल 34,272 सक्रिय मामले हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

गौरतलब है कि संक्रमण के मामले में आंध्र प्रदेश पूरे देश में पांचवें स्थान पर है।

हरियाणा में कोरोना के 789 नये मामले, कुल संख्या 28975 हुई, 378 मौतें

हरियाणा में कोरोना संक्रमण की स्थिति अब उत्तरोत्तर गम्भीर रूप धारण करती जा रही है। राज्य में आज सायं तक कोरोना के 789 नये मामले आने के बाद राज्य में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 28975 पहुंच गई है। वहीं इनमें से 378 लोगों की मौत हो चुकी है और 22249 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले अब 6348 हैं।

राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कोरोना की स्थिति को लेकर यहां जारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। राज्य में काेरोना संक्रमण पॉजिटिव दर 5.98 प्रतिशत, रिकवरी दर 76.79 प्रतिशत जबकि मृत्यु दर 1.30 प्रतिशत है। राज्य के सभी 22 जिले इस समय कोरोना की चपेट में हैं तथा इनमें कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। राज्य के गुरूग्राम और फरीदाबाद जिले कोरोना मामलों की दृष्टि से तालिका में सबसे ऊपर हैं जहां अब तक क्रमश: कुल 8266 और 7073 मामले आ चुके हैं। इसके अलावा सोनीपत, रोहतक और रेवाड़ी जिलों में भी कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। गुरूग्राम में आज कोरोना के 139, फरीदाबाद 220, अम्बाला 88, सोनीपत 78, रेवाड़ी 48, पानीपत 38, रोहतक 33, करनाल 31, पंचकूला 22, चरखी दादरी 17, झज्जर 12, नूंह और जींद 11-11, सिरसा और कैथल दस-दस, महेंद्रगढ़ आठ, भिवानी सात, फतेहाबाद पांच और यमुनानगर में एक मामला आया।

कर्नाटक में कोरोना मामले 80000 के पार,1600 से अधिक की मौत

कर्नाटक में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के 5030 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 80000 के पार पहुंच गयी तथा 97 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा 1600 से अधिक हो गया।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 80863 हो गयी है। इस दौरान 97 और लोगों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 1616 हो गया है।

इस अवधि में 2071 लोगों के स्वस्थ होने के बाद रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 29310 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 49931 सक्रिय मामले हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है। नये मामलों में से सर्वाधिक 2207 मामले बेंगलुरु शहरी इलाके से सामने आये हैं।

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण से गंभीर रूप से प्रभावित कर्नाटक देश भर में चौथे स्थान पर है।

मुंबई में कोरोना मामले 1.05 लाख के पार, रिकवरी दर 73 फीसदी के करीब

देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाने वाली महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई पूरे देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से सबसे भयंकर रूप से प्रभावित है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान 1,245 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 1.05 लाख से अधिक हो गयी तथा 55 और लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 5900 को पार कर गया लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 73 फीसदी के करीब पहुंच गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,05,923 हो गयी तथा इस दौरान मृतकों का आंकड़ा 5,930 पहुंच गया है। इस अवधि में 1984 और मरीजों के रोगमुक्त होने के बाद स्वस्थ लोगों की संख्या बढ़कर 77,102 हो गयी है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 26 हजार के नजदीक पहुंची,मौत का आंकड़ा हुआ 780 और नये मामले 632 सामने आये attacknews.in

भोपाल, 23 जुलाई ।मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच आज 632 कोरोना संक्रमित के नए मामले सामने आये है। राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की आंकड़ा अब बढ़कर 25474 हो गयी है। जबकि अस्पताल में उपचाररत मरीजों (एक्टिव केस) की संख्या बढ़कर 7335 हो गयी है।अब तक 780 मरीजों की मौत हो चुकी है ।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से आज रात जारी बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में 13866 सैंपल की जांच रिपोर्ट में से 632 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं और इन्हें मिलाकर अब संक्रमित मरीजों की आंकड़ा 25474 हो गयी। वहीं राज्य में इस महामारी से अभी तक 17359 लोग अस्पताल से स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं। प्रदेश में आज 523 लोगों के स्वस्थ होने पर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

नीमच की कोरोना संक्रमित महिला की उज्जैन में मौत

नीमच जिले की कोरोना संक्रमित एक महिला की उज्जैन में उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार शहर के पुरानी नगर पालिका क्षेत्र निवासी कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत उज्जैन में उपचार के दौरान हो गयी। महिला को दो दिन पहले ही उज्जैन रेफर किया गया था। महिला ह्दय संबंधी बीमारी से भी ग्रसित थी। इसे मिलाकर जिले में अब तक 11 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है।

इंदौर में कोविड 19 के 118 नए मामले

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 118 नए मामले आने के बाद वायरस से संक्रमितों की संख्या 6457 तक जा पहुंची है। वहीं एक की मौत दर्ज किये जाने के बाद मृतकों का आंकड़ा 301 हो गया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने कल रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक प्राप्त 125270 जांच रिपोर्ट में कुल 6457 संक्रमित पाये गये हैं। इन प्राप्त जांच रिपोर्टों में कल जांचे गये 1527 सैम्पल भी शामिल हैं। कल जांचे सैम्पलों में 1369 असंक्रमित तथा 118 संक्रमित पाये गये हैं। कल दर्ज एक मौत के बाद अब तक 301 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।

उधर राहत की खबर है कि कल अस्पतालों से 82 मरीजों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दिये जाने के बाद अब तक 4519 रोगी स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। वहीं संस्थागत क्वारेंटाइन केंद्रों से भी अब तक 4983 संदेहियों को स्वस्थ होने पर छोड़ा गया है।

रीवा में मिले आठ नए संक्रमित

रीवा जिले में आठ नए संक्रमित मिलने के बाद इससे प्रभावितों की कुल संख्या बढ़कर अब 159 तक पहुंच गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल रात प्राप्त जांच रिपोर्ट में आठ नए संक्रमितों की पुष्टि हुयी है। इसे मिलाकर अब तक 159 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। इनमें से 67 मरीजों के स्वस्थ हो जाने के बाद वर्तमान में 91 एक्टिव मरीज हैं, जिनका उपचार चल रहा है। वहीं एक मरीज की अब तक इस बीमारी से मृत्यु हुयी है।

अरविंद भदौरिया पाए गए कोरोना संक्रमित, अस्पताल में भर्ती

मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गए।

श्री भदौरिया देर रात कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आने के तत्काल बाद चिरायु मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे और भर्ती हो गए। उन्होंने कल अपरान्ह गले में खरास के बाद कोरोना संबंधी जांच करायी थी और देर रात रिपोर्ट आ गयी, जो पॉजीटिव निकली।

श्री भदौरिया के नजदीकी संपर्क में आने वाले परिजन और स्टाफ समेत कुल 22 लोगों का भी कोरोना संबंधी टेस्ट कराया गया और सभी सैंपल निगेटिव निकले।

श्री भदौरिया ने आज वीडियो संदेश जारी कर अनुरोध किया है कि हाल के दिनों में उनके संपर्क में अाए सभी लोग सतर्क रहें और आवश्यकता पड़ना पर कोरोना संबंधी टेस्ट कराएं।

श्री भदौरिया ने दूरभाष पर चर्चा में कहा कि उन्हें और कोई परेशानी नहीं थी। गले में खरास के चलते उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया था।

इस बीच चिरायु मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीजों की पसंद बनता जा रहा है। शहर में लगभग सभी संक्रमित व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए जाने पर चिरायु अस्पताल का ही रुख करते नजर आ रहे हैं। चिरायु अस्पताल में वर्तमान में लगभग पांच सौ कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा है। आज अस्पताल से कम से कम 33 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर घर लौट रहे हैं।

चिरायु अस्पताल के संचालक डॉ अजय गोयनका के अनुसार अभी तक अस्पताल में लगभग 3160 मरीज इलाज के लिए आ चुके हैं, जिनमें से 2550 से अधिक स्वस्थ होकर जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मुख्य रूप से ‘आॅक्सीजन थैरेपी’ के जरिए कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है। हालाकि मरीजों की स्थिति के अनुरूप विशेषज्ञ चिकित्सक दवाएं इत्यादि तय करते हैं।

राजधानी भोपाल में आज तक 4800 से अधिक व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 3271 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। लगभग 1400 लोगों का विभिन्न अस्पतालों, होम आइसोलेशन और क्वारेंटाइन सेंटर में इलाज चल रहा है।

कोरोना फ़्रंट लाइन वॉरियर्स की कोविड 19 की नियमित जांच हो: यादव

कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के सचिव राकेश सिंह यादव ने आज कहा कि कोरोना की रोकथाम, बचाव और उपचार में जुटे फ़्रंट लाइन वॉरियर्स को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से इनकी कोविड-19 की जांच नियमित की जाए।

श्री यादव ने इंदौर में अपने निज निवास पर पत्रकारों से चर्चा में कहा कि स्वस्थ्य संकट के इस दौर में सेवा दे रहें सभी शासकीय और अशासकीय सेवकों की कोविड-19 की जांच अतिआवश्यक किये जाने की आज जरूरत है।

उन्होंने कहा कि भले ही शासकीय सेवा में नियोजित शासकीय महकमें में तैनात कोरोना वारियर्स को अपने घर से अलग रहने की सुविधा मुहैया की गई हैं, लेकिन बेहद व्यस्ततम इन अधिकारी, कर्मचारियों का सार्वजनिक स्थानों पर आना-जाना बना रहता हैं। ऐसे में कम से कम महीने में दो बार इन अधिकारियों, कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट किया जाना चाहिए।

भोपाल में कोरोना के 190 नए मामले मिले

राजधानी भोपाल में आज कोरोना वायरस के 190 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4990 तक पहुंच गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट में 190 नए मरीज की पुष्टि हुयी है। इसे मिलाकर राजधानी में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 4990 तक पहुंच गयी। वहीं, आज 32 मरीजों के स्वस्थ हो जाने के बाद अब तक इस बीमारी से 3304 मरीजों के ठीक होकर घर चले जाने के बाद वर्तमान में 15 सौ से अधिक एक्टिव मरीज हैं, जिनका भोपाल के विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है।

इसके अलावा अब तक इस बीमारी से 148 लोगों की जान चली गयी है। राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते दस दिन का लॉकडाउन लगाने की घोषणा की गयी है।

कटनी में मिले कोरोना के दो नए मामले

कटनी जिले में कोरोना संक्रमित के दो नए मामले आने के बाद जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 73 हो गई है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार आईसीएमआर जबलपुर से आज मिली 50 सेंपल की रिपोर्ट में दो लोग काेरोना संक्रमित पाए गये। आज मिले कोरोना मरीजों में से एक बरही हत्या कांड का आरोपी है और एक डीजल सेड में काम करने वाला एक रेल्वे कर्मचारी है। दोनों मरीजों को जिला चिकित्सालय के कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया है।

बुरहानपुर में कोरोना के पांच नए मामले

मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में पांच और कोरोना संक्रमित पाए गये।जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा विक्रम वर्मा के अनुसार जिले में पांच और कोराना संक्रमित पाए गये। इन मरीजों को मिलाकर अब संक्रमित मरीजों की संख्या 451 हो चुकी है। इनमें से 23 लोगों की मौत हो गई है।विस्तृ

भोपाल नगर निगम सीमा में ही रहेगा 10 दिवसीय लॉकडाउन

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 24 जुलाई रात्रि 8 बजे से भोपाल में लागू होने वाला 10 दिवसीय कंपलीट लॉकडाउन भोपाल नगर निगम सीमा में ही होगा।

इस दौरान दवाओ, सब्जी, फल, दूध आदि अतिआवश्यक सेवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। गरीब वर्ग की सुविधा के लिए शासकीय उचित मूल्य की दुकानें खुली रहेंगी। सभी निजी कार्यालय एवं व्यापारिक संस्थान बंद रहेंगे। सभी उद्योग चालू रहेंगे तथा औद्योगिक क्षेत्रों में आने-जाने के लिए फैक्ट्री स्वामी द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए परिचय-पत्र मान्य किए जाएंगे। अति आवश्यक कार्य से भोपाल नगर-निगम की सीमाओं के अंदर-बाहर जाने के‍ लिए ई-पास दिए जाएंगे।

सीहोर जिले में मिले चार कोरोना पॉजीटिव

सीहोर जिले में आज कोरोना संक्रमित चार मरीज पाये गये। इन्हें मिलाकर अब मरीजों की संख्या 125 हो गई है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधीर डेहरिया ने बताया कि आज जिले में चार लोग कोरोना संक्रमित पाए गये। इन मरीजों को मिलाकर अब इनकी संख्या 125 हो गई है। अब तक स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज किए गए व्यक्तियों की संख्या 50 हो गई है। वर्तमान में एक्टिव मरीजों की संख्या 69 है।

अनूपपुर जिले में पाए गये 15 कोरोना मरीज

अनूपपुर जिले में कोरोना के 15 नए मरीज मिले हैं, जो एक कोरोना मरीज के सम्पर्क में आए थे।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार बीते चौबीस घंटों के दौरान जिले में 15 कोरोना संक्रमित पाये गये। अब तक 67 मरीज पाए गये और इनमें से 32 मरीज अस्पताल से ठीक होकर घर जा चुके है। जबकि 35 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

सिवनी जिले में मिला एक कोरोना पॉजीटिव मरीज

सिवनी जिले में आज एक और कोरोना संक्रमित पाया गया।आधिकारिक जानकारी के अनुसार आईसीएमआर जबलपुर की रिपोर्ट में आज एक और कोरोना पॉजिटिव मिला है। इस मरीज को मिलाकर जिले में अब 30 मरीज पाए गये। इनमें से 21 मरीज स्वस्थ होकर घर पहुंच गये है, जबकि 9 कोरोना संक्रमित मरीजों को उपचार अस्पताल में चल रहा है।

बड़वानी में कोरोना का आंकड़ा 300 पार

बड़वानी जिले में 12 और संक्रमित पाए जाने पर आंकड़ा 300 पार कर गया है।

बड़वानी जिले में 12 और व्यक्तियों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव प्राप्त होने से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 301 हो गई है। इसमें से 203 लोग उपचारित हो चुके हैं, जबकि 5 लोगों की मृत्यु हुई है।

सागर में 11 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले, 16 डिस्चार्ज

सागर जिले में आज 11 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।आधिकारिक जानकारी के अनुसार बीएमसी की बायरोलॉजी लैब से मिली जानकारी के अनुसार आज 11 रिपोर्ट में से पांच बीएमसी एवं 06 रिपोर्ट सागर से बाहर की निजी लैब से है, जिनमे दो मरीज बंडा इलाके के है।

नीमच में मिले 20 कोरोना पॉजिटिव

नीमच जिले में आज 20 कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये।आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज रात विभिन्न लैब से 20 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है, इनमें 19 नीमच और एक व्यक्ति मनासा निवासी है।

शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए पुलिस को फ्री हैन्ड किया,3 साल की बच्ची के बलात्कारी को फांसी की सजा तक ले जाने की कार्रवाई के दिए निर्देश attacknews.in

भोपाल, 23 जुलाई ।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य में आम जनता की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वाले माफियाओं की कमर तोड़ दी जाएगी।

श्री चौहान ने यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में अपने संबोधन में कहा कि राज्य में जितने भी बड़े माफिया हैं, जो लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार आम जनता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

बेटियों के विरूद्ध अपराध के मामले फास्टट्रैक में चलाये-शिवराज

इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान ने छिंदवाड़ा में तीन वर्षीय बालिका के साथ बलात्कार और मौत की घटना में शामिल आरोपियों का मामला फास्टट्रैक में ले जाकर इस जघन्य अपराध के लिए फाँसी की सजा कराने के निर्देश पुलिस प्रशासन को दिये हैं।

श्री चौहान ने आज पुलिस महानिदेशक को निर्देशित किया कि इस घटना की तत्परता से कड़ी जाँच की जाये और प्रकरण फास्टट्रैक अदालत में चलाकर आरोपी को कड़ा से कड़ा दंड सुनिश्चित किया जाये।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में माफियाओं, गुंडो और असामाजिक तत्वों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में ऐसे किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाये। बेटियों के विरूद्ध अपराध पूरी मानवता के खिलाफ है। ऐसे लोगों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नही जायेगा।

मुख्यमंत्री ने 13 जुलाई और 20 जुलाई को कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए माफियाओं के विरूद्ध अभियान चलाने के निर्देश दिये थे।

वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से जिलों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने एसपी और कलेक्टर को माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये थे। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा था कि किसी भी जिले में कार्रवाई होने में लापरवाही होती है तो इसके लिए कलेक्टर और एसपी जिम्मेदार होंगे।

पुलिस प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे अभियान में बड़े सफेदपोश गुंडो और अपराधियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। नाबालिग बालिकाओं के साथ आपराधिक कृत्य करने वाले सफेदपोश मीडिया से जुड़े प्यारे मियां के खिलाफ पुलिस ने सख्ती से कार्यवाई की। उनकी तत्काल गिरफ्तारी हुई और अतिक्रमण पर बनाई उनकी सम्पत्तियों को धराशायी किया गया। उनके विरूद्ध अपराध के जितने अन्य मामले थे उनकी भी जाँच सख्ती से की जा रही है।

माफियाओं के विरूद्ध अभियान में 23 जुलाई को नागदा में बदमाश सलमान लाला पुत्र शेरू लाला की अवैध रूप से निर्मित मकान को नगर पालिका द्वारा ध्वस्त कर दिया गया। नागदा में इसका आतंक था, इसके खिलाफ शिकायत करने में भी लोग डरते थे। सलमान के विरूद्ध हत्या का प्रयास, मार-पीट, अड़ीबाजी, अवैध वसूली इत्यादि गंभीर प्रकृति के 10 अपराध पंजीबद्ध है। सलमान का नागदा नगर क्षेत्र में आतंक बताया जाता था। पुलिस की माफिया विरोधी अभियान में उसकी सम्पत्तियां ध्वस्त करने से क्षेत्र की जनता में एक अच्छा संदेश गया है। लोगों में यह भरोसा मजबूत हुआ है कि गुंडे बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई में शासन चुकेगा नहीं।

मंदसौर में कुख्यात तस्कर अब्दुल पिता बाबू बिल्लौर के डोंडाचूरा की तस्करी को पकड़ने में सफलता हासिल हुई है। रहीमगढ़ सुवासरा रोड पर एक ट्रेलर की जाँच में 3.1 टन डोंडाचूरा 155 बोरी में पकड़ा गया जिसे गेहूँ की बोरियों के बीच छुपाकर रखा गया था। अपराध में पटियाला निवासी ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया। डोंडाचूरा तस्करी के उक्त अपराध में कुख्यात फरार तस्कर अब्दुल पिता बाबू बिल्लौर का माल होने का आरोपी बनाया गया है। उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस द्वारा तस्कर बाबू बिल्लौर के साथ प्यारे मियां के संपर्कों की जाँच की जा रही है।

भोपाल पुलिस द्वारा 22 जुलाई को भोपाल में इनामी बदमाश शेखर लोधी को एनकांउटर में घायल कर गिरफ्तार किया गया। इस पर कई अपराध दर्ज है। पुलिस को इसकी तलाश थी, इस पर 25 हजार रूपये का इनाम भी घोषित था।

प्रदेश में माफिया और गुंडों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।

श्री चौहान ने पुलिस को फ्री-हैंड देते हुए निर्देश दिये हैं कि ड्रग्स का धंधा करने वाले, सम्पत्ति हड़पने वाले सहकारी माफिया, चिटफंड कंपनी, राशन की काला-बाजारी, मिलावट-खोरों, आदतन अपराधियों, अतिक्रमणकारियों और अवैध शराब का कारोबार करने वालो के विरूद्ध कार्यवाई सुनिश्चित की जाये। माफियाओं के विरूद्ध इस अभियान की पुलिस महानिदेशक स्तर पर समीक्षा के भी निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों से वन-टू-वन चर्चा में विभागों की प्राथमिकताएं निर्धारित कीं attacknews.in

भोपाल, 23 जुलाई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रीगणों से वन-टू-वन चर्चा कर विभाग की प्राथमिकताएं निर्धारित कीं।

उन्होंने कहा कि चर्चा में तय हुए बिन्दुओं पर विभाग अपना रोडमेप तैयार करें तथा समय-सीमा निर्धारित कर इन बिन्दुओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि इन बिन्दुओं पर अगले माह पुन: विभागवार समीक्षा की जाएगी।

मुख्यमंत्री चौहान की गुड गवर्नेंस और जनता के प्रति जवाबदेही बेहतर ढंग से तय करने के उद्देश्य से अपने मंत्रियों से अलग अलग (वन टू वन) चर्चा का क्रम आज भी जारी रहा ।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री चौहान ने यहां सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा से सबसे पहले चर्चा की। इसके बाद उन्होंने भोपाल गैस राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग और किसान कल्याण तथा कृषि विकास राज्य मंत्री गिर्राज डंडोतिया से भी चर्चा की।

सूत्रों ने कहा कि श्री चौहान ने कल यहां इसी तरह लगभग 16 मंत्रियों से चर्चा की थी और शेष मंत्रियों से आज चर्चा की। यह क्रम दोपहर तक जारी रहा।

बताया गया है कि चर्चा के दौरान श्री चौहान मंत्रियों को सरकार की प्राथमिकता और लक्ष्य इत्यादि के बारे में बता रहे हैं और उनसे भी उनके सुझाव और यदि कोई समस्या है, तो जानकारी हासिल कर रहे हैं।

कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को सत्ता और दल से बाहर रखने के लिए नरेन्द्र मोदी को लिखा पत्र और उपचुनाव मतपत्र से करवाने का दिया सुझाव attacknews.in

भोपाल, 23 जुलाई ।मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्य के मौजूदा हालातों के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे ‘अवसरवादी नेताओं’ को अपनी सरकार और दल में कोई स्थान नहीं देवें।

श्री कमलनाथ की ओर से लिखा गया पत्र रात्रि में मीडिया को मुहैया कराया गया। इसमें श्री मोदी से आग्रह किया गया है कि उन अवसरवादी नेताओं को अपनी सरकार और दल में कोई स्थान नहीं दिया जाए, जिन पर प्रजातांत्रिक मूल्यों का सौदा करने का आरोप है, ताकि लोकतांत्रिक मूल्य जीवित रह सकें।उनका इशारा भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर था।

उपचुनावों में ईवीएम के स्थान पर मतपत्र के उपयोग का सुझाव दिया था कमलनाथ ने

कल मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने निर्वाचन आयोग को सुझाव देते हुए कहा कि विधानसभा उपचुनावों के दौरान कोरोना संक्रमण से बचने के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के स्थान पर मतपत्र की मदद से मतदान कराया जाना चाहिए।

प्रदेश कांग्रेस की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस संबंध में विधिवत पत्र निर्वाचन आयोग को भेज दिया गया है। पत्र में श्री कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश में होने वाले सभी विधानसभा उपचुनावों में मतदान, ईवीएम के स्थान पर मतपत्र के माध्यम से कराए जाएं, जिससे कोरोना संक्रमण की स्थिति से बचा जा सके।

उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया अनुसार प्रत्येक मतदान केंद्र पर लगभग एक हजार मतदाताओं द्वारा ईवीएम के माध्यम से मतदान करना होगा। इस स्थिति में अलग-अलग मतदाता एक ही ईवीएम पर उंगली से बटन दबाकर मतदान करेगा और तब कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकना आसान नहीं होगा। इन स्थितियों में मतपत्र से मतदान कराना ही सुरक्षित उपाय है।

श्री कमलनाथ ने कहा कि डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के प्रावधानों के अनुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जो दिशानिर्देश जारी किए गए हैं एवं प्रभावशील हैं तथा भविष्य में निर्वाचन आयोग द्वारा जो भी दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे, उनका पार्टी पूर्ण रूप से पालन करेगी।

विज्ञप्ति के अनुसार इस आशय का पत्र प्रदेश कांग्रेस के निर्वाचन संबंधी कार्यों के प्रभारी जे पी धनोपिया ने विधिवत तरीके से राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भेज दिया है।

दो सौ तीस सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में 26 सीट रिक्त हैं और इन पर निकट भविष्य में उपचुनाव होंगे। हालाकि उपचुनावों को लेकर अभी तक औपचारिक कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है।

कमलनाथ का उपचुनाव मतपत्र से कराने का सुझाव हताश का परिचायक: नरोत्तम

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के उपचुनाव को मतपत्रों से कराए जाने के सुझाव पर पलटवार करते हुए आज कहा उनका यह सुझाव उनकी हताशा का परिचायक है।

श्री मिश्रा ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा कि उपचुनाव में ईवीएम के बदले मतपत्रों से मतदान की श्री कमलनाथ की मांग सिर्फ कांग्रेस पार्टी की हताशा है। बटन दबाने से अगर कोरोना फैलने का डर है, तो क्या मुहर लगाने से ये डर खत्म हो जाएगा।

रेलवे के टिकटिंग सिस्टम में होगा बड़ा बदलाव, जारी होंगे क्यूआर कोड वाले टिकट,टिकट आरक्षण व्यवस्था में भी बदलाव attacknews.in

]नयी दिल्ली, 23 जुलाई । भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए अपने समूचे यात्री टिकटिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव करने जा रही है।

रेलवे की आरक्षण प्रणाली में आमूल-चूल बदलाव करके आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस आधारित सिस्टम तैयार किया जा रहा है और स्पर्श रहित चेकिंग के लिए क्यूआर कोड आधारित टिकट प्रणाली लायी जा रही है।

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने आज यहां संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरक्षण की पीआरएस प्रणाली में आमूल-चूल बदलाव किया जा रहा है। वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस के आधार पर टिकट आरक्षण व्यवस्था होगी जिससे लोगों को अधिक से अधिक कन्फर्म टिकट मिल सकेंगे। आरक्षण की संभाव्यता आदि के बारे में भी पता लग सकेगा।