राजस्थान विधानसभा का सत्र बुलाने के मामले में सरकार और राजभवन में टकराव,राज्यपाल ने सत्र बुलाने की अनुमति देने का सशर्त प्रस्ताव रखा attacknews.in

जयपुर/नईदिल्ली 27 जुुलाई । राजस्थान में विधानसभा सत्र बुलाने के मुद्दे पर राज्य सरकार और राजभवन में टकराव हो गया है।

सूत्रों ने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल द्वारा सत्र आहूत करने के प्रस्ताव की फाइल राजभवन ने संसदीय कार्य विभाग को वापस भेज दी है।

राज्यपाल ने विधानसभा का सत्र बुलाने की अनुमति देने का सशर्त प्रस्ताव रखा

विधानसभा सत्र संवैधानिक प्रावधानों के अनुकूल आहूत हो – मिश्र

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि विधानसभा सत्र संवैधानिक प्रावधानों के अनुकूल आहूत होना आवश्यक है।

श्री मिश्र ने आज जारी बयान में कहा कि राजस्थान विधानसभा का पांचवां सत्र बुलाने के लिये राज्य सरकार द्वारा उनके परामर्श के अनुसार सुधार करके भेजा गया पत्र 25 जुलाई की रात को प्राप्त हुआ।

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि विधानसभा सत्र संवैधानिक प्रावधानों के अनुकूल आहूत होना आवश्यक है।

श्री मिश्र ने कहा कि राजस्थान विधानसभा का पांचवां सत्र बुलाने के लिये राज्य सरकार द्वारा उनके परामर्श के अनुसार सुधार करके भेजा गया पत्र 25 जुलाई की रात को प्राप्त हुआ।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 31 जुलाई से सत्राहूत करने का प्रस्ताव भेजा है। राज्य सरकार ने अपने प्रस्ताव में यह वर्णित किया है कि ‘राज्यपाल महोदय भारतीय संविधान के अनुच्छेद 174 में मंत्रिमण्डल की सलाह मानने को बाध्य हैं एवं राज्यपाल स्वयं के विवेक से कोई निर्णय नहीं ले सकते हैं।’

उन्होंने कहा कि लेकिन परिस्थितियाँ विशेष हों, ऐसी स्थिति में राज्यपाल को विधानसभा का सत्र संविधान की भावना के अनुरूप आहूत करने का हक है कि विधानसभा के सभी सदस्यों को उपस्थिति के लिये उचित समय एवं उचित सुरक्षा एवं उनकी मुक्त एवं स्वतन्त्र इच्छा, स्वतन्त्र आवागमन, सदन की कार्यवाही में भाग लेने के लिये प्रक्रिया को अपनाया जावे।

उन्होंने बताया कि मीडिया के जरिए राज्य सरकार के बयान से यह स्पष्ट हो रहा है कि राज्य सरकार विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाना चाहती है, परन्तु सत्र बुलाने के प्रस्ताव में इसका कोई उल्लेख नहीं है।

श्री मिश्र ने कहा कि इस विषय में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय ‘नाबाम रबिया एवं बमांग फेलिक्स बनाम विधानसभा उपाध्यक्ष, अरूणाचल प्रदेश एक अप्रैल 2016 1⁄2 8 एसीसी एक के पैरा 162 का उल्लेख किया गया है।

उन्होंने बताया कि मंत्रिमण्डल के पुनः प्राप्त प्रस्ताव के संबंध में विधिक विशेषज्ञों से राय ली गई। जिसमें ‘‘नाबाम रबिया एवं बमांग फेलिक्स बनाम विधानसभा उपाध्यक्ष, अरूणाचल प्रदेष 1⁄420161⁄2‘‘ मामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के पैरा 150 से 162 का अध्ययन किया गया है। इसमें यह तथ्य सामने आया कि संविधान के अनुच्छेद 174 1⁄411⁄2 के अन्तर्गत माननीय राज्यपाल साधारण परिस्थिति में मंत्रिमण्डल की सलाह के अनुरूप ही कार्य करेंगे और भारतीय संविधान के अनुच्छेद 1741⁄411⁄2 की पालना के लिये भी मंत्रिमण्डल की सलाह मान्य है।

श्री मिश्र ने कहा कि यदि राज्य सरकार विश्वास मत हासिल करना चाहती है तो यह अल्प अवधि में सत्र बुलाये जाने का युक्तियुक्त आधार बन सकता है। चूंकि वर्तमान में परिस्थितियाँ असाधारण है इसलिए राज्य सरकार को तीन बिन्दुओं पर कार्यवाही किये जाने का परामर्श देते हुए पत्रावली पुनः प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।

उन्होंने कहा कि पहला विधानसभा का सत्र 21 दिन का स्पष्ट नोटिस देकर बुलाया जाये, जिससे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 के अन्तर्गत प्राप्त मौलिक अधिकारों की मूल भावना के अन्तर्गत सभी को समान अवसर की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। दूसरा किसी भी परिस्थिति में विश्वास मत हासिल करने की विधानसभा सत्र में कार्यवाही की जाती है, तब ऐसी परिस्थितियों में जबकि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में विशेष अनुज्ञा याचिका दायर की है।

तीसरा विश्वास मत प्राप्त करने की सम्पूर्ण प्रक्रिया संसदीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव की उपस्थिति में की जाये तथा सम्पूर्ण कार्यवाही की वीडियों रिकॉर्डिंग करायी जावे। ऐसा विश्वास मत केवल हाँ या ना के बटन के माध्यम से ही किया जाये। यह भी सुनिष्चित किया जाये कि ऐसी स्थिति में विश्वास मत का सजीव प्रसारण किया जाय।

श्री मिश्र ने कहा कि यदि विधानसभा का सत्र आहूत किया जाता है तो विधानसभा के सत्र के दौरान सामाजिक दूरी का पालन किस प्रकार किया जाएगा। क्या कोई ऐसी व्यवस्था है जिसमें 200 माननीय विधायकगण और 1000 से अधिक अधिकारी/कर्मचारियों को एकत्रित होने पर उनको संक्रमण का कोई खतरा नहीं हो और यदि उनमें से किसी को संक्रमण हुआ तो उसे अन्य में फैलने से कैसे रोका जायेगा।

श्री मिश्र ने कहा है कि राजस्थान विधानसभा में 200 विधायकगण और 1000 से अधिक अधिकारी/कर्मचारियों के एक साथ सामाजिक दूरी की पालना करते हुए बैठने की व्यवस्था नहीं है जबकि संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए आपदा प्रबन्धन अधिनियम एवं भारत सरकार के दिशा निर्देशों की पालना किया जाना आवयक है।

उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 174 का निरपेक्ष अर्थ मंत्रिमण्डल की आज्ञा में उल्लेखित किया गया है। यह राज्यपाल का संवैधानिक दायित्व है कि ऐसी विपरीत परिस्थिति में बिना किसी विशेष आकस्मिकता के विधानसभा का सत्र आहूत करके 1200 से अधिक लोगों के जीवन को खतरे में डाला जाए। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 174 के अन्तर्गत उपरोक्त परामर्श देते हुए विधानसभा का सत्र आहूत किये जाने के लिये कार्यवाही किये जाने के निर्दे राज्य सरकार को दिये हैं।

इससे पहले उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 31 जुलाई से सत्राहूत करने का प्रस्ताव भेजा, जिसमें कहा गया है कि ‘राज्यपाल भारतीय संविधान के अनुच्छेद 174 में मंत्रिमण्डल की सलाह मानने को बाध्य हैं एवं राज्यपाल स्वयं के विवेक से कोई निर्णय नहीं ले सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि लेकिन विशेष परिस्थितियों में राज्यपाल को विधानसभा का सत्र संविधान की भावना के अनुरूप आहूत करने का हक है।

राजस्थान में राज्यपाल की रही स्तब्ध करने वाली भूमिका : कांग्रेस

कांग्रेस ने कहा है कि राजस्थान के राज्यपाल की भूमिका हैरान और स्तब्ध करने वाली रही है और भारतीय जनता पार्टी की ओर से नियुक्त राज्यपालों की इसी तरह की भूमिका के विरोध में पार्टी ने सोमवार को पूरे देश में राज भवनों के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संसदीय लोकतंत्र के संचालन में राज्यपालों की भूमिका अहम है। राज्यपाल विधानसभा का सत्र कब आयोजित करने के साथ ही विधायकों को समन जारी कर सकते हैं और यदि मुख्यमंत्री बहुमत साबित करना चाहते है तो राज्यपाल विधान सभा की बैठक बुला सकते हैं।

श्री चिदंबरम ने कहा कि राजस्थान में कैबिनेट के फैसले को लेकर राज्यपाल ने जो भूमिका निभाई है वह हैरान और स्तब्ध करने वाली है तथा उसकी इसी भूमिका के खिलाफ कांग्रेस ने आज राजभवनो के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर जनता का ध्यान भाजपा की गैरसंवैधानिक नियमों के उल्लंघन की तरफ आकर्षित किया।

उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्यपाल शीघ्र ही विधान सभा का सत्र बुलाएंगे और संविधान का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद भाजपा ने जितने राज्यपाल नियुक्त किए हैं उनमें ज्यादातर ने पद का दुरुपयोग कर संवैधानिक प्रक्रियाओं का मजाक उड़ाया है।

कांग्रेस में अंतकर्लह के डायरेक्टर, एक्टर, प्राॅड्यूसर और खलनायक हैं गहलोत – पूनियां

राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में जारी अंतकर्लह के डायरेक्टर, एक्टर, प्राॅड्यूसर, खलनायक खुद श्री अशोक गहलोत हैं।

डा़ पूनिया ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस के जो 19 विधायकों की नाराजगी की बात सामने आ रही है, उनको अशोक गहलोत कांग्रेस से बाहर करने का षडयंत्र रच रहे हैं। यह श्री गहलोत का ही षडयंत्र है कि 19 विधायकों को पार्टी से बाहर कैसे निकाला जाये, यह सारी व्यूहरचना उन्होंने ही रची है।

अशोक गहलोत ने राजस्थान के लोकतंत्र को बचाने के लिये करोड़ों लोगों द्वारा देश के राजभवनों के बाहर प्रदर्शन को सफल बताया और कहा कि:हमसे नाराज 19 विधायक सोनिया गांधी से माफी मांगे, राहुल गांधी से माफी मांगे attacknews.in

जयपुर 27 जुलाई । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य में लोकतंत्र को बचाने के लिए लडी जा रही जंग में आज देश के करोडो लोगों ने राजभवनों के बाहर प्रदर्शन कर तानाशाहीपूर्ण रवैये का विरोध किया।

श्री गहलोत ने आज यहां एक पंच सितारा होटल में विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि राजस्थान में चल रहे सियासी जंग को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा राष्ट्रीय रूप देने के लिए आभार व्यक्त करते हुये कहा लोकतंत्र को बचाने के लिए देश भर में यह जो संकल्प व्यक्त किया वह बहुत बडी उपलब्धी थी।

उन्होंने कहा आज राज्य में जो चल रहा है वह 70 वर्षो में नहीं हुआ। उन्होंने कहा राज्यपाल महोदय का जो दूसरा पत्र आया है उसका जबाव तैयार हो रहा है। हम सब मिलकर यह तय करेंगें कि आगे हमारी अप्रोच किस रूप में हो। उन्होेनें कहा कि स्पष्ट कानून है कि जब केबिनेट सिफारिश करती है, फाइल जाती है राज्यपाल को और हस्ताक्षकर होकर आती है।

उन्होंने विधायकों से कहा कि जैसे कोरोना के अंदर कोरोना वायरर्स कहलाते है डाक्टर लोग, डेमोक्रसी के अंदर आप लोग डेमोक्रेसी के वारियरस के रूप में हो और मैं ईमानदारी से कह सकता हूं कि दो चीजे एक डमोके्रसी के वाॅरियर्स के रूप में हो उसी रूप में देश के अंदर लोकतंत्र कायम रखा है।

श्री गहलोत ने कहा हमारे जो 19 विधायक हमसे नाराज होकर चले गये है अगर उन्होंने गलती कर दी है तो वह पार्टी अध्यक्षा से माफी मांगे, राहुल गांधी से माफी मांगे लेकिन वहां रिसोर्ट में रह रहे है। उनका अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बाहर धरना होना चाहिये था और पार्टी अध्यक्षा से मांग करते कि मुख्यमंत्री से यह शिकायत है, मंत्रियों से शिकायत है और हमारी मांगे यह हैं। उन्होंने कहा पार्टी की परंपरा यही रही है।ृ

उन्होंने नाराज गुट के विधायकों को भारतीय जनता पार्टी के हाथ में खेलने का आरोप लगाते हुये कहा कि केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत की आॅडियों में जारी वार्ता से उनकी यह पोल खुल चुकी है।

राजस्थान विस अध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट से ली याचिका वापस,उच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश के खिलाफ दायर की थी attacknews.in

नयी दिल्ली 27 जुलाई ।राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी ने उच्च न्यायालय के 21 जुलाई के अंतरिम आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में दायर अपनी याचिका सोमवार को वापस ले ली।

राजस्थान उच्च न्यायालय ने गत 21 जून को अंतरिम आदेश सुनाते हुए विधानसभा अध्यक्ष को सचिन पायलट और उनके खेमे के 18 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने से 24 जुलाई तक के लिए रोक लगा दिया था, जिसे अध्यक्ष ने शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी।

अध्यक्ष की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष दलील दी कि उच्च न्यायालय के गत शु्क्रवार के आदेश के बाद पहले के आदेश के खिलाफ याचिका जारी रखने का कोई मतलब नहीं रह जाता, इसलिए उन्हें इसे वापस लेने की अनुमति प्रदान की जाये।

श्री सिब्बल ने कहा कि गत 24 जुलाई को 32 पन्नों का आदेश सुनाया था, जिसमें संविधान की 10वीं अनुसूची की व्याख्या सहित कई सवाल खड़े किये गये हैं।

उन्होंने कहा, “हमें कानूनी विकल्प पर विचार करना है कि आगे क्या करना है।” न्यायालय ने उन्हें याचिका वापस लेने की अनुमति प्रदान कर दी।

भाजपा ने आरोप लगाकर राहुल गांधी को बार-बार झूठ बोलने वाला झूठल्ला और लगातार सेना का अपमान करने वाला बताकर कलंकित परिवार वाला बताया attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 जुलाई । भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर बार-बार ‘‘झूठ बोलने’’ और सेना का ‘‘अपमान’’ करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि कांग्रेस की सरकारों के दौरान चीन ने भारत की 43,000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा जमाया।

पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी चाहे जितने झूठ बोले लेकिन उनके परिवार पर लगा ‘‘कलंक’’ कभी नहीं मिट सकता। इसलिए, चीन और पाकिस्तान के सामने घुटने टेकने वाली पार्टी उसे कोई नसीहत न दे।

पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा राव ने कहा, ‘‘राहुल गांधी बार-बार झूठ बोलकर भारत की सेना का अपमान कर रहे हैं। डोकलाम के बाद, सर्जिकल स्ट्राइक के बाद, बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद, हर बार सेना ने अपने पराक्रम से भारत को विजय दिलाई।’’

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी लेकिन हर बार भारतीय सेना का ‘‘मनोबल’’ गिराने के लिए सेना का ‘‘अपमान’’ करने का दुस्साहस करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘फिर एक बार हमारे 20 जवानों ने भारत की सीमाओं की सुरक्षा के लिए अपनी जान दे दी। इन कुर्बानियों का राहुल गांधी बार-बार अपमान करने का साहस कर रहे हैं।’’

राव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी की सरकारों के दौरान भारत को चीन के हाथों 43,000 वर्ग किलोमीटर जमीन गंवानी पड़ी।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप में थोड़ी भी शर्म बची है तो भारत की भूमि सरेंडर करने के लिए आपकी पार्टी के अध्यक्ष, आपके नेतृत्व को देश की जनता से क्षमा मांगनी चाहिए।’’

चीन द्वारा भारत की भूमि पर कब्जा किए जाने संबंधी आंकड़े प्रस्तुत करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ये आपके परिवार का इतिहास है। आप जितने भी झूठ बोलेंगे आपके परिवार पर जो कलंक है, वो नहीं मिट सकता। इसलिए चीन के सामने, पाकिस्तान के सामने घुटने टेकने वाली पार्टी हमें कोई नसीहत न दे।’’

उन्होंने कहा कि भारत की सार्वभौमिकता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षित है।

उन्होंने कहा, ‘‘हर इंच भारत की भूमि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सुरक्षित है। भारत की सेना का अपमान करना राहुल गांधी छोड़ दें।’’

इससे पहले, राहुल गांधी ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गतिरोध की पृष्ठभूमि में को कहा कि वह चीन की घुसपैठ पर झूठ नहीं बोलने वाले हैं, चाहे उनका राजनीतिक जीवन ही क्यों न खत्म हो जाए।

साथ ही उन्होंने कहा कि चीनी सैनिकों की भारतीय सीमा में घुसपैठ को नकारने और इस विषय पर झूठ बोलने वाले देशभक्त नहीं हैं।

राहुल गांधी के इस बयान को ‘‘हास्यास्पद’’ बताते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘उनका करियर बहुत पहले ही खत्म हो चुका है। 2019 में ही आपका राजनीतिक ‘सनसेट’ (सूर्यास्त) हो गया है। आप केवल कांग्रेस पार्टी के भविष्य को खत्म करने का लक्ष्य लेकर आगे चल रहे हैं और इसके अलावा राहुल गांधी को हम बहुत गंभीरता से नहीं लेने वाले हैं।’’

राव ने कहा कि देश की जनता राहुल गांधी का कोई राजनीतिक भविष्य नहीं देखती है।

भारत सरकार ने चीन के ओर 47 मोबाइल ऐप पर रोक लगाई,पहले 59 मोबाइल एप्प प्रतिबंधित किया जा चुका है attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 जुलाई ।सरकार ने चीन की 47 और ऐप पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही अब तक चीन की कुल 106 मोबाइल एप को देश की संप्रभुता, एकता और सुरक्षा के लिये नुकसानदेह बताते हुये रोक लगाई जा चुकी है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्र ने बताया कि जिन 47 नई चीनी ऐप पर अब रोक लगाई गई है वह पहले बंद की गई ऐप के ही प्रतिरूप अथवा भिन्न रूप हैं।

सूत्र ने बताया कि इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया गया है। जिन नई ऐप पर रोक लगाई गई है उनकी सूची तुरंत उपलब्ध नहीं हो पाई है और न ही इसके बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ कहा गया है।

सरकार ने इससे पहले 29 जून को चीन की 59 ऐप पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। सरकार ने इन ऐप को देश की संप्रभुता, एकता और सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाला बताया है।

राफेल लड़ाकू विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए आज भर दी है उड़ान,29 जुलाई को पहुंचेंगे अम्बाला attacknews.in

नईदिल्ली/पेरिस 27 जुलाई ।(भारतीय वायु सेना) राफेल लड़ाकू विमानों ने आज सुबह फ्रांस के मेरिग्नैक स्थित दसॉल्ट एविएशन फैसिलिटी से भारत के लिए उड़ान भर दी है। इन पांच विमानों में तीन सिंगल सीटर विमान और दो ट्विन सीटर विमान शामिल हैं।

इन विमानों का आगमन दो चरणों में करने की योजना बनाई गई है। इन विमानों को वहां से लाने की जिम्‍मेदारी भारतीय वायुसेना के पायलटों को दी गई है जिन्होंने इन विमानों को उड़ाने का व्यापक प्रशिक्षण लिया है। वहां से आगमन के पहले चरण के दौरान हवा से हवा में ईंधन भरने का काम भी यही पायलट करेंगे। फ्रांसीसी वायु सेना द्वारा उपलब्‍ध कराए गए विशेष टैंकर की सहायता से यह काम सफलतापूर्वक किया जाएगा।

इन विमानों के 29 जुलाई 2020 को अंबाला स्थित एयर फोर्स स्टेशन पर पहुंचने की संभावना है। हालांकि, इन विमानों के आगमन के दौरान मौसम को भी ध्‍यान में रखना होगा। नंबर 17 स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरोज’ को राफेल विमानों से लैस इस सैन्‍य बेस पर तैयार किया जा रहा है।

भारत ने वायुसेना के लिये 36 राफेल विमान खरीदने के लिये चार साल पहले फ्रांस के साथ 59 हजार करोड़ रुपये का करार किया था।

वायुसेना के बेड़े में राफेल के शामिल होने से उसकी युद्ध क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होने की उम्मीद है। भारत को यह लड़ाकू विमान ऐसे समय में मिले हैं, जब उसका पूर्वी लद्दाख में सीमा के मुद्दे पर चीन के साथ गतिरोध चल रहा है।

फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने विमानों के फ्रांस से उड़ान भरने से पहले भारतीय वायुसेना के पायलटों से बातचीत की।

पेरिस में स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘यात्रा मंगलमय हो: फ्रांस में भारतीय राजदूत ने राफेल के भारतीय पायलटों से बातचीत कर उन्हें बधाई दी। साथ ही उन्हें सुरक्षित भारत पहुंचने के लिये शुभकामनाएं भी दीं।’

इन पांच राफेल लड़ाकू विमानों को बुधवार दोपहर वायुसेना में शामिल किये जाने की उम्मीद है। हालांकि, वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि इन्हें बल में शामिल करने को लेकर औपचारिक समारोह का आयोजन अगस्त के मध्य में किया जाएगा।

गलवान में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद दोनों देशों के संबंधों में तनाव के बीच भारत की आकाश में मारक शक्ति को और मजबूत बनाने के लिये 29 जुलाई को अत्याधुनिक पांच राफेल विमान भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो जायेंगे।

पांच विमानों की पहली खेप ने सोमवार को उड़ान भरी है और 7000 किलोमीटर का लंबा सफर तय करने के बाद यह 29 जुलाई को भारत में हरियाणा के अंबाला स्थित एयरबेस पहुंचेंगे।

राफेल 10 घंटे की दूरी तय करने के बाद संयुक्त अरब अमीरात में फ्रांस के एयरबेस अल धफरा एयरबेस पर उतरेगा। अगले दिन राफेल विमान अम्बाला के लिए उड़ान भरेगा।

राफेल भारतीय वायु सेना के 17 वें स्क्वाड्रन ‘गोल्डन ऐरो’ का हिस्सा बनेगा जो राफेल विमान से सुसज्जित पहला स्क्वाड्रन है।

फ्रांस से भारत 36 राफेल जेट फाइटर 36 हजार करोड़ रुपए में खरीदेगा। फ्रांस स्थित दूतावास ने आज इसकी जानकारी दी। भारत को पहला राफेल अक्टूबर-19 में सौंपा गया था। इस मौके पर आयोजित समारोह में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होने आए थे।

भारत में रविवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या साढ़े 14 लाख के करीब, 24 घंटे में कोरोना का प्रकोप बढ़ा-पहली बार 50 हजार से ज्यादा संक्रमित आये सामने,मौत का आंकड़ा भी 33 हजार के करीब पहुंचा,रिकवरी दर में गिरावट attacknews.in

नयी दिल्ली 26 जुलाई ।वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का देश में बढ़ते प्रकोप की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहले जहां तीन दिनों में एक लाख से अधिक मामले सामने आते थे वहीं अब दो दिनों में इससे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। देश में वर्तमान में कोरोना संक्रमितों की संख्या 14.38 लाख के पार पहुंच गयी है लेकिन चिंता की बात यह भी है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर में पहले की तुलना में गिरावट दर्ज की गयी है।

इससे पहले संक्रमितों की संख्या शुक्रवार शाम 13 लाख के पार पहुंच गयी तथा मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 31000 के करीब जा पहुंचा था। देश में पिछले दो दिनों के भीतर एक लाख से अधिक संक्रमण के मामले सामने आये हैं। इससे पूर्व तीन दिनों में संक्रमण के एक लाख मामले सामने आ रहे थे।

कोरोना से गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में प्रकोप तेजी से बढ़ने से रविवार की रात संक्रमितों का आंकड़ा 14.33 लाख के पार पहुंच गया तथा मृतकों की संख्या 32,803 से अधिक हो गयी।

इस दौरान राहत की बात यह रही कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर शनिवार के 63.93 फीसदी से मामूली घटकर आज 63.90 प्रतिशत पर पहुंच गयी। मृत्यु दर भी पहले के 2.31 फीसदी की तुलना में घटकर 2.28 प्रतिशत पर आ गयी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज सुबह जारी आंकड़ों में कुल संक्रमितों की संख्या 13,85,522 हाे गयी तथा कुल मृतक संख्या 32,063 हो गयी थी।

देर शाम विभिन्न राज्यों के आंकड़ों में महाराष्ट्र के अलावा आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में रिकार्ड नये मामले आये। इन सात राज्यों में 37 हजार से अधिक नये मामले तथा 586 और लोगों की मौत हुई है।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 14,38,949 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है। इस प्रकार सुबह से लेकर देर रात तक 46,862 नये मामले आ चुके हैं। अब तक कुल 9,16,346 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 32,806 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 4,84,377 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

इस प्रकार बीमार मरीजों की तुलना में ठीक हुए रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 4.31 लाख के पार पहुंच गयी है। फिलहाल यह अंतर 4,31,969 है।

इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध भी फिर लगाने पड़े हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारें अपने स्तर से भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन या पूर्णबंदी या फिर जनता कर्फ्यू लागू कर रही हैं।

देश में वर्तमान में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के पॉजिटिव मामले आने की दर (पाॅजिटिविटी दर) 8.07 प्रतिशत है और केंद्र सरकार राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश के साथ मिलकर इसे पांच प्रतिशत से कम करने के लिये प्रयासरत है। देश के 19 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत रिकवरी दर से अधिक दर्ज की गयी है।

देशभर में एक दिन में कोरोना वायरस कोविड-19 के रिकॉर्ड 4,42,263 नमूनों की जांच की गयी।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से आज जारी आंकड़ों के मुताबिक 25 जुलाई को देशभर में कोरोना वायरस के 4,42,263 नमूनों की जांच की गयी और इसके साथ ही अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या 1,62,91,331 हो गयी है। देश में कोरोना परीक्षण लैब की संख्या भी बढ़कर 1,300 से अधिक हो गयी है।

महाराष्ट्र में कोरोना मामले पौने चार लाख के पार, रिकवरी दर में सुधार

देश में कोरोना महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान 9431 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार की रात बढ़कर पौने चार लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह भी है कि मरीजों की रिकवरी दर में निरंतर सुधार जारी है जिसके कारण स्वस्थ लोगों की संख्या 2.13 लाख से अधिक हो चुकी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में अब तक 3,75,799 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं। इस दौरान 267 और लोगों की इससे मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 13,655 हो गयी है। राज्य में इस अवधि में 6,044 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 2,13,238 हो गयी है।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज बढ़कर 56.74 फीसदी पहुंच गयी जो शनिवार को 56.55 प्रतिशत थी। मरीजों की मृत्यु दर भी घटकर 3.63 प्रतिशत पर आ गई।

सूत्रों के मुताबिक राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 1,48,601 है और सभी मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र पूरे देश में कोरोना संक्रमण और मौत के मामले में पहले स्थान पर है।

तमिलनाडु में कोरोना मामले 2.13 लाख के पार, रिकवरी दर 73 फीसदी

तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 6986 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद रविवार को संक्रमितों की संख्या 2.13 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर बढ़कर 73 फीसदी से अधिक हो गयी है।

राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज बढ़कर 73.23 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर घटकर 1.63 प्रतिशत पहुंच गयी।

आंध्र में कोरोना मामले 96000 के पार,1000 से अधिक की मौत

आंध्र प्रदेश में कोरोना महामारी का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है और पिछले 24 घंटे के दौरान रिकॉर्ड 7627 मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार को 96000 के पार पहुंच गयी तथा 56 और लोगों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 1000 से अधिक हो गया।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में लगातार दूसरे दिन सात हजार से अधिक मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या अब 96,298 हो गयी है तथा मृतकों का आंकड़ा 1041 हो गया है। इस दौरान 3,046 मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की तादाद 46,301 तक पहुंच गयी है।

मुंबई में कोरोना मामले 1.09 लाख के पार, रिकवरी दर 73 फीसदी के करीब

देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाने वाली महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई पूरे देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से सबसे भयंकर रूप से प्रभावित है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान 1,101 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार को बढ़कर 1.09 लाख से अधिक हो गयी तथा 57 और लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 6,100 के करीब पहुंच गया लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 73 फीसदी के पार पहुंच गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,09,161 हो गयी तथा इस दौरान मृतकों का आंकड़ा 6,093 पहुंच गया है। इस अवधि में 1,362 और मरीजों के रोगमुक्त होने के बाद स्वस्थ लोगों की संख्या बढ़कर 80,238 हो गयी है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 28 हजार के करीब पहुंची,874 नये मामले सामने आने के साथ मौत का आंकड़ा हुआ 811,पिछले 24 घंटे में 12 मौतें attacknews.in

भोपाल, 26 जुलाई ।मध्यप्रदेश में कोरोना के 874 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 27800 हो गयी है, हालाकि इनमें से 19132 व्यक्ति स्वस्थ हो गए हैं और एक्टिव केस 7857 हैं।अब तक 811 मरीजों की मौत हो चुकी है और 24 घंटे में 12 मौतें हुई ।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से आज शाम जारी बुलेटिन के अनुसार 13752 सैंपल की जांच में 874 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके साथ ही संख्या 27800 हो गयी। आज 12 लोगों की मौत दर्ज होने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 811 हो गयी।

इंदौर में एक्टिव केस 1894 हुए

इंदौर जिले में कोरोना संक्रमण के 149 नये मामले सामने आने के बाद एक्टिव (उपचारत) रोगियों की संख्या 1894 तक जा पहुंची हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने कल रात ‘हेल्थ बुलेटिन’ जारी कर बताया कि जिले के अब तक एक लाख तीस हजार पच्चीस लोगों की प्राप्त कोरोना जांच रिपोर्ट में से 6858 संक्रमित पाये गये हैं। इसी में शामिल कल जाँचे गए 1603 सैंपल 149 संक्रमित पाये गये हैं।

सीएमएचओ ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 304 तक जा पहुंची है।

नीमच जिले में 12 नए मामले, एक्टिव केस 87

नीमच जिले के कोरोना के 12 नए मामले सामने आने के बाद इनकी संख्या 604 हो गयी है। हालाकि इनमें से 506 व्यक्ति स्वस्थ हो गए हैं।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कल रात 12 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है। कुल संख्या 604 में से 506 व्यक्ति स्वस्थ हो गए हैं और 87 व्यक्तियों का उपचार जारी है। ग्यारह लोगों की जान नहीं बचायी जा सकी।

भोपाल में कोरोना के 199 नए मामले, कुल संख्या 5500 के पार हुयी

भोपाल में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ने के बीच आज फिर 199 नए प्रकरण सामने आए और कुल संक्रमितों की संख्या 5513 हो गयी।

जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से बताया गया है कि अब तक 3400 से अधिक व्यक्ति कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। शेष 1600 से अधिक लोगों का इलाज जारी है। हालाकि अब तक 156 लोगों की जान भी नहीं बचायी जा सकी।

कटनी जिले में सात दिन का लॉकडाउन

कटनी जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते जिला प्रशासन ने यहाँ एक सप्ताह का टोटल लॉकडाउन घोषित किया हैै।

जिले में 26 जुलाई से 2 अगस्त की सुबह 5 बजे तक टोटल लाॅकडाउन लागू रहेगा। इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट शशिभूषण सिंह ने धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिए हैं।

सिवनी जिले में आज मिले तीन कोरोना पाॅजिटिव मरीज

सिवनी जिले में आज तीन महिलाएं कोरोना संक्रमित मिली हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के. सी. मेशराम के अनुसार जिले में तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के साथ यहाँ कुल 37 कोरोना संक्रमित लोग मिल चुके हैं। आज यहाँ ट्रूनाट जांच में जिले के कुरई विकासखण्ड के तहत आने वाले खवासा गाँव की तीन महिलाएं कोरोना पॉजिटिव पायी गई हैं। ये सभी गत दिवस नागपुर में पॉजिटिव पाये गए व्यक्ति के परिवार के सदस्य हैं।

नरसिंहपुर जिले में आठ नए कोरोना मरीज मिले

नरसिंहपुर जिले में आज आठ कोरोना संक्रमित लोग मिले हैं।जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 143 व्यक्तियों की कोरोना रिपोर्ट आज प्राप्त हुई, जिसमें 135 निगेटिव मिले। आठ लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। अभी तक जिले में कुल 145 संक्रमित मिले हैं, जिसमें से 58 लोग स्वस्थ्य होकर घर जा चुके है। एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। जिले में अभी कोरोना एक्टिव केस 86 हैं।

कोरोना से बचाव एवं जागरूकता के लिये स्वयंसेवी संगठनों को भी जोड़ा जाए-शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना से बचाव के उपायों को अपनाने की जागरूकता के लिये स्वयंसेवी संगठनों और संस्थाओं को भी इससे जोड़ा जाए। इसके लिये आउट लाइन बनाये और शीघ्र ही उसका इम्पलीमेंटेशन भी किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज अपने उपचार के दौरान अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि समाज के सहयोग से अभियान चलाकर कोरोना के प्रति जागरूकता लायी जा सकती है। इसके लिये अकेला सरकारी तंत्र काफी नहीं है। समाज के विभिन्न वर्गों के व्यक्तियों को इस अभियान से जोड़ा जाए, जिससे लोग इसकी गंभीरता को समझते हुए जगह-जगह संवाद कर जागरूकता के प्रयास करें। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग सहित सभी सुरक्षात्मक उपायों को अपनाने की समझाइश दें। समाज के सहयोग से ही हम कोविड से जंग जीत सकेंगे।

सैंपल देकर छुपाने वाले के खिलाफ होगी एफआईआर

बड़वानी जिला प्रशासन ने कहा है कि प्राइवेट लैब से जांच कराने के बाद इसकी जानकारी छुपाए जाने पर प्रकरण दर्ज किया जाएगा। प्राइवेट लैब के आंकड़ों को शासकीय रिकॉर्ड में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

जिला कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने चर्चा में बताया कि प्राइवेट लैब से जांच कराने के उपरांत होम क्वारेंटीन नहीं होने की शिकायत के चलते संक्रमण का खतरे के मद्देनजर उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्राइवेट लैब से जांच के उपरांत यदि संबंधित व्यक्ति इसकी जानकारी नहीं देगा तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसा सिस्टम नहीं है कि विभिन्न मान्यता प्राप्त प्राइवेट लैब से सैंपल लिए जाने या उसके परिणाम जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग को मालूम पड़ सकें। उन्होंने कहा कि इंदौर कमिश्नर डॉक्टर पवन शर्मा इस विषय में समन्वय कर आवश्यक कार्यवाही कर रहे हैं।

सीहोर जिले में 16 कोरोना पॉजिटिव मिले

सीहोर जिले में आज 16 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है, इसमे आठ व्यक्ति सीहोर नगर के हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधीर डेहरिया ने बताया कि पॉजिटिव आने वालों में सीहोर नगर के सुभाष नगर से 3 व्यक्ति, पलटन एरिया से 2, वर्कशॉप मंडी से 1 और बड़ी ग्वालटोली से 2 व्यक्ति हैं। श्यामपुर विकासखण्ड के तहत चांदबड़ तथा गुडभेला से 1-1 व्यक्ति, बुदनी के बकतरा से 1, इछावर स्थानीय से 2, आष्टा के सांई कालोनी, भंवरा तथा आष्टा के वार्ड नंबर 17 से 1-1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। अब तक छह पॉजिटिव व्यक्तियों की उपचार के दौरान मृत्यु हुई है

दमोह जिले में मिले 32 पॉजिटिव केस

दमोह जिले में आज 32 लोगों की कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।

जिला स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के जिन 32 लोगों के कोरोना सैंपल आज पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें 19 पुरूष और 12 महिलाएं हैं। एक अन्य मरीज की जानकारी अप्राप्त है।

अशोकनगर के कोरोना संक्रमित शिक्षक की अस्पताल में मौत

अशोकनगर जिले के निवासी कोरोना संक्रमित 45 वर्षीय शिक्षक की आज भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई।

जिला प्रशासन के अनुसार कोरोना संक्रमण के कारण अब तक जिले के तीन लोग अपनी जा गंवा चुके हैं। कोविड़ 19 से संक्रमित शिक्षक यहाँ की त्रिलोकपुरी कालोनी में रहते थे। दस दिन पहले तेज सर्दी खांसी होने के बाद कोरोना की जांच में वह पॉजिटिव आए थे। जिला अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें भोपाल रैफर किया गया था। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में आठ दिन तक भर्ती रहने के बाद आज सुबह उनकी मौत हो गई। परिजनों को सूचना मिली तो वह भोपाल पहुंचे, जहां परिजनों के सामने ही शिक्षक का अंतिम संस्कार किया गया।

सागर में आज सात पाॅजिटिव मरीज मिले

सागर जिले के सात लोगों की काेरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।यहाँ के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सात मरीजों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिसमें एक डॉक्टर भी शामिल है। जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या सवा 600 पर पहुँच गई है जबकि स्वस्थ होकर घर पहुँचने वाले मरीजों की संख्या भी 500 के करीब पहुंच गई है।

अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए चांदी की पांच शिलाओं से नरेन्द्र मोदी करेंगे भूमि पूजन attacknews.in

अयोध्या 26 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ठीक दस दिन बाद यहां राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे तो गर्भ ग्रह मे चांदी की पांच शिलायें रखी जायेंगी।

चालीस किलो वजन की इन शिलाओं के.नाम नंदा,भद्रा,जया,रिक्ता और पूर्ना हैं।

प्रधानमंत्री बनने के बाद श्री मोदी पहली बार अयोध्या आ रहे हैं। भूमि पूजन के साथ ही भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जायेगा। मंदिर नया कीर्तिमान भी गढेगा। मंदिर का निर्माण पहले 37 हजार 500 सौ वर्ग फिट मे प्रस्तावित था लेकिन अब 76 हजार से 84 हजार वर्ग फिट में निर्माण किया जायेगा। पहले इसकी ऊंचाई 128 फिट थी जिसे बढा कर 161 फिट कर दिया गया है।

देश विदेश में रामभक्त 5 अगस्त को 11.30 से 12.30 तक भजन कीर्तन करें : चंपत राय

श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने देश विदेश में रहने वाले रामभक्त श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन के अवसर पर दिन में 11.30 बजे से 12.30 बजे के बीच अपने अपने घर या मंदिर में परिवार सहित भजन पूजन कीर्तन करें।

श्री चंपत राय ने यहां एक बयान में लोगों से अपील करते हुए कहा कि प्रधानमन्त्री श्री मोदी जिस दिन अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर का निर्माण प्रारम्भ करने के लिये पूजन कर रहे होंगे, वह स्वतन्त्र भारत का सर्वाधिक महत्व का अवसर होगा और दूरदर्शन एवं अन्य सभी टीवी चैनल उसका सीधा प्रसारण करेंगे ।

राममंदिर आंदोलन के कर्णधार बढ़ायेंगे भूमि पूजन कार्यक्रम की शोभा

मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की नगरी अयोध्या में पांच अगस्त को भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिये होने भूमि पूजन कार्यक्रम में राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी हस्तियों के अलावा साधु संत हिस्सा लेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोपहर करीब 12 बजे राम की नगरी में पधारेंगे और रामजन्मभूमि पर चांदी की ईंट रखकर शिलान्यास करेंगे। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में 268 मेहमानों के हिस्सा लेंगे जिसमें राम मंदिर आंदोलन से जुड़े पूर्व उप प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठतम नेता लाल कृष्ण आडवाणी,मुरली मनोहर जोशी और कल्याण सिंह के अलावा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत आदि शामिल हैं।

दूरदर्शन करेगा भूमि पूजन का सजीव प्रसारण

कोरोना संक्रमण के कारण अयोध्या में पांच अगस्त को भव्य राममंदिर निर्माण के लिये हाेने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में सीमित मेहमानों को आमंत्रित किया गया है लेकिन इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के साक्षी देश दुनिया के राम भक्त अपनी टेलीविजन स्क्रीन के माध्यम से बनेंगे।

सरकार ने श्रीरामजन्मभूमि पर मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम को जन जन तक पहुंचाने के लिये दूरदर्शन के जरिये सजीव प्रसारण की व्यवस्था की है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने रविवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य का शुभारंभ करेंगे। इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण दूरदर्शन पर किया जाएगा।

राजस्थान की राजनीति में संकट:राज्यपाल ने बिनां कारण विधानसभा सत्र बुलाने के प्रस्ताव को लौटा दिया तो अशोक गहलोत ने अब बहुमत की चर्चा किए बिना कोरोना की चर्चा का भेजा प्रस्ताव attacknews.in

जयपुर 26 जुुलाई । राजस्थान सरकार ने राज्यपाल कलराज मिश्र को 31 जुलाई से विधानसभा का सत्र बुलाने का प्रस्ताव भेजा है।

राज्य में चल रहे सियासी संकट के बीच अशोक गहलोत मंत्रिमंडल ने राज्यपाल द्वारा मांगे गयेे छह बिन्दुओं का जवाब देते हुये विधानसभा का सत्र बुलाने का प्रस्ताव भेजा है।

सूत्रों के अनुसार श्री गहलोत ने प्रस्ताव में राज्यपाल से 31 जुलाई से विधानसभा सत्र बुलाने और छह विधेयक पेश करने की बात कही है।

गौरतलब है कि गहलोत मंत्रिमंडल ने पूर्व में राज्यपाल को प्रस्ताव भेजा था जिसमें 27 जुलाई से विधानसभा सत्र बुलाने का आग्रह किया था, लेकिन राज्यपाल द्वारा इस प्रस्ताव में सत्र बुलाने की तारीख नहीं होने एवं किस कार्य के लिए सत्र बुलाया जा रहा है इसका विवरण नहीं होने पर छह बिन्दुओं की मांग करते हुये लौटा दिया था।

इसके बाद श्री गहलोत सहित सभी विधायकों ने राजभवन में धरना प्रदर्शन किया था। उसके बाद से ही कांग्रेस विधानसभा का सत्र शीघ्र बुलाने की मांग कर रहे हैं। इसके लिये कांग्रेस ने 27 जुलाई को सभी राज्यों में राजभवनों का घेराव करने की घाेषणा की है। इस प्रस्ताव भेजे जाने के बाद सभी की निगाहें राज्यपाल के फैसले पर टिक गयीं हैं।

देश का माहौल चिंताजनक है: गहलोत

इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि आज पूरा देश चिंतित है क्योंकि लोकतंत्र खतरे में है।

गहलोत ने ट्वीटर पर जारी एक वीडियो में कहा, ‘‘आज पूरा मुल्क चिंतित है क्योंकि लोकतंत्र खतरे में है। ‘स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी’ अभियान जो चलाया गया, इसके मायने हैं, इसका अपना सन्देश है। उसे एक तरफ आम जनता को भी समझना पड़ेगा और दूसरी तरफ जो सत्ता में हैं उनको भी समझना पड़ेगा। आज जिस प्रकार का माहौल देश के अंदर है वह चिंताजनक है।’’

उन्होंने कहा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में क्या हुआ सभी को मालूम है और राजस्थान में किस तरह से सरकार राज्यपाल से विधानसभा में जाने की अनुमति मांग रही है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी हमेशा अनिच्छुक रहती है, विपक्ष हमेशा मांग करता है.. यहां हम मांग कर रहे है..अभी तक उसका जवाब नहीं आया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि राज्यपाल बहुत पुराने राजनीतिज्ञ है, मिलनसार, व्यवहार कुशल हैं और उनके पद की बहुत बड़ी गरिमा है। यह संवैधानिक पद है.. वह शीघ्र ही हमें आदेश देंगे, हम विधानसभा का सत्र बुलायेंगे।’’

गहलोत ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस पर राज्यपाल स्वयं चिंतित है उस पर चर्चा करेंगे। शनिवार को राज्य सरकार को लेकर उनका जो संदेश आया वह बहुत अच्छा लगा। राज्य सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए जो प्रबंध, कदम उठाये है, उसकी उन्होंने तारीफ की। पूरे देश और दुनिया में उसकी तारीफ हो रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी का कर्तव्य है कि हम कैसे एक-एक व्यक्ति का जीवन बचाये। आज पूरे देश और प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की संख्या बढती जा रही है। चिंता का विषय बना हुआ है। कैसे उन्हें रोका जाये जिस प्रकार की व्यवस्थाएं की गई है, उनको और मजबूत किया जाये।’’

उन्होंने कहा कि एक माहौल बना कि केन्द्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी भयंकर महामारी है और यह महामारी आने वाले समय में क्या रूप लेगी, कोई कुछ नहीं कह सकता।

उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे कोई शिकायत न पक्ष से है और न विपक्ष से है। सभी ने मिलकर इस महामारी का मुकाबला किया है और इसी कारण से पूरे देश और दुनिया में राजस्थान की तारीफ हुई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी समझ के परे है कि भाजपा को क्या हो गया है कि ऐसे वक्त में भी आप राजनैतिक गतिविधियां ऐसी करो जो लोकतंत्र के खिलाफ हो। आपने कर्नाटक की सरकार गिरा दी। कोरोना शुरू हो चुका था तब भी परवाह नहीं की। मध्य प्रदेश की सरकार गिराने में आप कामयाब हो गये।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है बल्कि बढ़ रहा है राजस्थान में आपने रूख कर लिया.. हो क्या रहा है। पूरा देश-प्रदेश चिंतित है, विचलित है और मैं उम्मीद करता हूं वे इस बात को समझेंगे।’’

लोकतंत्र को बचाने के लिए सोमवार को कांग्रेस करेगी देश में राजभवनों के बाहर प्रदर्शन-माकन

इसी तरह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अजय माकन ने कहा है कि राजस्थान में लोकतंत्र को बचाने के लिए सोमवार को देश में सभी राज्यों में राजभवन के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओ द्वारा प्रर्दशन किया जायेगा।

श्री माकन ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजस्थान में लोकतांत्रिक तरीके से चूनी हुई सरकार द्वारा विधानसभा का सत्र बुलाने के प्रस्ताव को राज्यपाल द्वारा अवहेलना करना संविधान के खिलाफ है।

उन्होंने कहा कि राज्यपाल केन्द्र सरकार के दबाव में केबिनेट के विधानसभा सत्र बुलाने के प्रस्ताव के बावजूद सत्र नहीं बुला रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में एेसा पहली बार हुआ है।

श्री माकन ने कहा कि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा दिया गया नोटिस पर न्यायालय में चुनौती देने वाला मामला भी देश में एेसा पहला है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के निर्णय का परीक्षण न्यायालय कर सकता है लेकिन नोटिस की कार्रवाई को न्यायालय रोक नहीं सकता है।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी भाजपा एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया कि एक और देश में भयंकर कोरोना संक्रमण महामारी का प्रकोप जारी है वहीं दूसरी ओर चीन हमारे देश की जमीन पर कब्जा जमाये बैठा है। लेकिन प्रधानमंत्री चीन से लडने की बजाय कांग्रेस से लड रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा और श्री मोदी देश में लोकतांत्रिक तरीके से चूनी हुई सरकारों काम करने नहीं दे रहे है और बहुत की सरेआम हत्या हो रही है।
उन्होंने देश की जनता से सवाल भी किए हैं।

क्या देश का प्रजातंत्र एवं संविधान पर भाजपा का हमला स्वीकार है।

क्या राजस्थान में जनमत का निर्णय राज्य की आठ करोड़ जनता करेगी या दिल्ली में बैठी केन्द्र सरकार करेगी।

क्या भाजपा की इस प्रकार की कार्रवाई से विधायिका और न्यायपालिका में टकराव नहीं हुआ है।

श्री माकन ने कहा कि देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से कल देश भर में राज्यपाल के यहां धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जायेगा।

कांग्रेस की अंतर्कलह का कारण गहलोत की तानाशाहीपूर्ण कार्यशैली – पूनियां

राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने कहा कि कांग्रेस के अन्दर चल रहे अन्तर्कलह एवं विग्रह के कारक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उनकी तानाशाहीपूर्ण कार्यशैली है।

डाॅ. पूनियां ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि कोरोना का संक्रमण प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार, उनके मंत्री एवं विधायक होटल के बाड़े में बंद होकर मौज-मस्ती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रबंधन में राज्य सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है। राज्य में कोरोना के 35 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 600 से अधिक मौतें हो चुकी हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उनकी सरकार होटल में अंताक्षरी, कैरम, फुटबाॅल खेलने एवं फिल्में देखने में व्यस्त हैं।

मध्यप्रदेश में स्नातक अंतिम वर्ष तथा स्नाकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं ऑनलाइन कराने का निर्णय, मेधावी छात्रों लैपटॉप देने की योजना फिर से शुरू attacknews.in

भोपाल, 26 जुलाई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य में स्नातक अंतिम वर्ष और स्नातकोत्तर के चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं ऑनलाइन कराने का निर्णय लिया गया है।

श्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से लिखा है ‘मेरे बच्चों, शिक्षा से ही समृद्ध और सशक्त भविष्य का निर्माण होगा। मैंने स्नातक अंतिम वर्ष और स्नातकोत्तर के चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं ‘ऑनलाइन’ कराने का निर्णय लिया है। तुम कड़ी मेहनत करो। यह तुम्हारे बेहतर कल के लिए जरूरी है। तुम सफल हो, मेरी शुभकामनाएं तुम्हारे साथ हैं।’

कोविड 19 के प्रकोप के कारण स्कूली और महाविद्यालयीन स्तर की परीक्षाएं भी प्रभावित हुयी हैं।

लेपटाप प्रदाय करने की योजना फिर होगी प्रारंभ

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य के मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप प्रदाय करने की योजना पुनः प्रारंभ की जा रही है।

श्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि इसके अंतर्गत सरकार द्वारा मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप क्रय करने के लिए 25 हज़ार रुपए की प्रोत्साहन राशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।

फेल विद्यार्थी निराश न हो, मिलेगा अवसर-शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल की 2020 परीक्षा में अनुत्तीर्ण विद्यार्थी निराश न हो। अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों को ‘रूक जाना नहीं’ योजना के तहत पुन: परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा।

श्री चौहान ने बताया कि योजना माध्यमिक शिक्षा के ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने वर्ष 2018 की ‘रूक जाना नहीं’ योजना के तहत कक्षा 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है परंतु वह कक्षा 12वीं की परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो सकें है, वे भी योजना का लाभ उठाकर अगस्त माह में होने वाली परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। परीक्षा प्रश्नपत्र मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल के पाठ्यक्रम अनुसार ही होंगे और केवल अनुत्तीर्ण विषयों की ही परीक्षा देनी होगी। इस योजना के तहत पात्र विद्यार्थी कक्षा 10 के लिये 28 जुलाई और कक्षा 12 के लिये 5 अगस्त तक एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क के माध्यम से अथवा स्वयं ऑनलाइन निर्धारित शुल्क जमा कर परीक्षा के लिये पंजीयन करा सकेंगे।

उन्होंने बताया कि ‘रूक जाना नहीं’ योजना में यह भी प्रावधान है कि यदि किसी कारणवश परीक्षार्थी माह अगस्त 2020 की परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पाते तो वे शेष अनुत्तीर्ण विषयों की परीक्षा माह दिसम्बर 2020 में दे सकते है। इसके लिये उन्हें पुन: अपना पंजीयन एम.पी. ऑनलाइन पर करवाना होगा। इस प्रकार विद्यार्थियों को दूसरा अवसर भी प्रदान किया जायेगा।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जुलाई 2020 में आयोजित प्रथम चरण की परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थी को ही कक्षा 11वीं में नियमित प्रवेश की पात्रता होगी। द्वितीय चरण में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को कक्षा 11वीं में नियमित प्रवेश नहीं मिलेगा। परंतु वे वर्ष 2022 के जून माह में रूक जाना नहीं योजना अंतर्गत 12वीं की परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगे।

निजीकरण से पहले सार्वजनिक कंपनी भारत पेट्रोलियम देने जा रहा है अपने कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति और पेश कर दी VRS योजना attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 जुलाई ।सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपारेशन लि. (बीपीसीएल) अपने कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) लेकर आई है।

सरकार देश की तीसरी सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी तथा दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम विपणन कंपनी का निजीकरण करने जा रही है। निजीकरण से पहले कंपनी ने अपने कर्मचारियों को वीआरएस देने की पेशकश की है।

बीपीसीएल ने अपने कर्मचारियों को भेजे आंतरिक नोटिस में कहा, ‘‘कंपनी ने वीआरएस की पेशकश करने का फैसला किया है। यह योजना उन कर्मचारियों के लिए है जो विभिन्न व्यक्तिगत कारणों से कंपनी में सेवाएं जारी रखने की स्थिति में नहीं हैं। वे कर्मचारी वीआरएस के लिए आवेदन कर सकते हैं।’’

‘भारत पेट्रोलियम वीआरएस योजना-2020 (बीपीवीआरएस-2020) 23 जुलाई को खुली है। यह 13 अगस्त को बंद होगी।

कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वीआरएस उन कर्मचारियों को बाहर निकलने का विकल्प देने लिए लाया गया है, जो निजी प्रबंधन के तहत काम नहीं करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ कर्मचारियों को लगता है कि बीपीसीएल के निजीकरण के बाद उनकी भूमिका, स्थिति या स्थान में बदलाव हो सकता है। यह योजना उन्हें बाहर निकलने का विकल्प देती है।’’

बीपीसीएल में सरकार अपनी समूची 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है। कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 20,000 है। अधिकारी ने बताया कि पांच से 10 प्रतिशत कर्मचारी वीआरएस का विकल्प चुन सकते हैं।

बीपीसीएल के अधिग्रहण के लिए रुचि पत्र (ईओआई) 31 जुलाई तक दिया जा सकता है। पीटीआई के पास मौजूद वीआरएस नोटिस के अनुसार 45 साल की आयु पूरी कर चुके कर्मचारी इस योजना के पात्र हैं।

हालांकि, सक्रिय खिलाड़ी यानी किसी खेल की वजह से कंपनी में नियुक्त हुए खिलाड़ियों तथा बोर्ड स्तर के कार्यकारी इस योजना का विकल्प नहीं चुन सकते।

योजना का विकल्प चुनने वाले कर्मचारियों को प्रत्येक पूरे हुए सेवा वर्ष के लिए दो माह का वेतन या वीआरएस के समय तक का मासिक वेतन मिलेगा। सेवाकाल के शेष बचे महीनों को इसमें गुणा किया जाएगा। इसके अलावा उन्हें सेवानिवृत्ति के समय मिलने वाला कंपनी छोड़ने का खर्च भी मिलेगा। वीआरएस लेने वाले कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति बाद चिकित्सा लाभ योजना के तहत चिकित्सा लाभ मिलेगा। इसके अलावा कर्मचारी अपने बचे अवकाश मसलन आकस्मिक, अर्जित, विशेषाधिकार (सीएल, ईएल और पीएल) के बदले नकदी में भुगतान भी ले सकेंगे।

नोटिस में कहा गया है कि जिस कर्मचारी के खिलाफ किसी तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाई चल रही है, वह इस योजना का लाभ नहीं ले सकेगा।

मन की बात का पूरा पाठ पढ़िये : कारगिल युद्ध भारत की मित्रता के जवाब में पाकिस्तान द्वारा पीठ में छुरा घोंपने की कोशिश का परिणाम था; कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है, बहुत ही ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 जुलाई ।प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने रविवार को करगिल के शहीदों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि यह युद्ध भारत की मित्रता के जवाब में पाकिस्तान द्वारा पीठ में छुरा घोंपने की कोशिश का परिणाम था।

आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘‘मन की बात’’ की 67वीं कड़ी में लोगों के साथ अपने विचार साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मंसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आंतरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर ये दुस्साहस किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘आज 26 जुलाई है और आज का दिन बहुत खास है। आज करगिल विजय दिवस है। 21 साल पहले आज ही के दिन करगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था।’’

उन्होंने कहा कि करगिल का युद्ध किन परिस्थितियों में हुआ था वह भारत कभी नहीं भूल सकता।

मोदी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मंसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आंतरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था जबकि भारत, पाकिस्तान से अच्छे संबंधों के लिए प्रयासरत था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे स्वभाव के लोग जो हित करता है, उसका भी नुकसान ही सोचते हैं। इसीलिए भारत की मित्रता के जवाब में पाकिस्तान द्वारा पीठ में छुरा घोंपने की कोशिश हुई थी।’’

मोदी ने कहा कि लेकिन उसके बाद भारत की वीर सेना ने जो पराक्रम दिखाया, जो ताकत दिखाई, उसे पूरी दुनिया ने देखा।

उन्होंने कहा, ‘‘आप कल्पना कर सकते हैं कि ऊंचे पहाड़ों पर बैठा हुआ दुश्मन और नीचे से लड़ रही हमारी सेनाएं, हमारे जवान। लेकिन जीत पहाड़ की ऊंचाई की नहीं, भारत की सेनाओं के, उनके हौसले और सच्ची वीरता की हुई।’’

कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है, बहुत ही ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत : मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है और अभी भी वह उतना ही घातक है जितना शुरुआत के दिनों में था। उन्होंने लोगों से पूरी सावधानी बरतने की अपील की।

अपने विचार साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी सकारात्मक रुख अपनाने और आपदा को अवसर में बदलकर स्थानीय स्तर पर किए गए प्रयोगों के लिए देशवासियों की सराहना की।

उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है। कई स्थानों पर यह तेजी से फैल रहा है। हमें बहुत ही ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। हमें यह ध्यान रखना है कि कोरोना वायरस अब भी उतना ही घातक है जितना शुरू में था। इसीलिए, हमें पूरी सावधानी बरतनी है।’’

मोदी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से पूरे देश ने एकजुट होकर जिस तरह कोरोना वायरस से मुकाबला किया है उसने अनेक आशंकाओं को गलत साबित कर दिया है।

मन की बात 2.0’ की 14वीं कड़ी में प्रधानमंत्री के सम्बोधन का मूल पाठ (26.07.2020)

मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार | आज 26 जुलाई है, और, आज का दिन बहुत खास है | आज, ‘कारगिल विजय दिवस’ है | 21 साल पहले आज के ही दिन कारगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की  जीत का झंडा फहराया था | साथियो, कारगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था, वो, भारत कभी नहीं भूल सकता | पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मनसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहाँ चल रहे आन्तरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था | भारत तब पाकिस्तान से अच्छे संबंधों के लिए प्रयासरत था, लेकिन, कहा जाता है ना

“बयरू अकारण सब काहू सों | जो कर हित अनहित ताहू सों ||

यानी, दुष्ट का स्वभाव ही होता है, हर किसी से बिना वजह दुश्मनी करना | ऐसे स्वभाव के लोग, जो हित करता है, उसका भी नुकसान ही सोचते हैं इसीलिए भारत की मित्रता के जवाब में पाकिस्तान द्वारा पीठ में छुरा घोंपने की कोशिश हुई थी, लेकिन, उसके बाद भारत की वीर सेना ने जो पराक्रम दिखाया, भारत ने अपनी जो ताकत दिखाई, उसे पूरी दुनिया ने देखा | आप कल्पना कर सकते हैं – ऊचें पहाडों पर बैठा हुआ दुश्मन और नीचे से लड़ रही हमारी सेनाएँ, हमारे वीर जवान, लेकिन, जीत पहाड़ की ऊँचाई की नहीं – भारत की सेनाओं के ऊँचे हौंसले और सच्ची वीरता की हुई | साथियो, उस समय, मुझे भी कारगिल जाने और हमारे जवानों की वीरता के दर्शन का सौभाग्य मिला, वो दिन, मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है | मैं, देख रहा हूँ कि, आज देश भर में लोग कारगिल विजय को याद कर रहे है | Social Media पर एक hashtag #courageinkargil के साथ लोग अपने वीरों को नमन कर रहें हैं, जो शहीद हुए हैं उन्हें श्रद्धांजलि दे रहें हैं | मैं, आज, सभी देशवासियों की तरफ से, हमारे इन वीर जवानों के साथ-साथ, उन वीर माताओं को भी नमन करता हूँ, जिन्होंने, माँ-भारती के सच्चे सपूतों को जन्म दिया | मेरा, देश के नौजवानों से आग्रह है, कि, आज दिन-भर कारगिल विजय से जुड़े हमारे जाबाजों की कहानियाँ, वीर-माताओं के त्याग के बारे में, एक-दूसरे को बताएँ, share करें | मैं, साथियो, आपसे एक आग्रह करता हूँ – आज | एक Website है www.gallantryawards.gov.in आप उसको ज़रूर Visit करें | वहां आपको, हमारे वीर पराक्रमी योद्धाओं के बारे में, उनके पराक्रम के बारे में, बहुत सारी जानकारियां प्राप्त होगी, और वो जानकारियां, जब, आप, अपने साथियों के साथ चर्चा करेंगे – उनके लिए भी प्रेरणा का कारण बनेगी | आप ज़रूर इस Website को Visit कीजिये, और मैं तो कहूँगा, बार-बार कीजिये |

साथियो, कारगिल युद्ध के समय अटल जी ने लालकिले से जो कहा था, वो, आज भी हम सभी के लिए बहुत प्रासंगिक है | अटल जी ने, तब, देश को, गाँधी जी के एक मंत्र की याद दिलायी थी | महात्मा गाँधी का मंत्र था, कि, यदि किसी को कभी कोई दुविधा हो, कि, उसे क्या करना, क्या न करना, तो, उसे भारत के सबसे गरीब और असहाय व्यक्ति के बारे में सोचना चाहिए | उसे ये सोचना चाहिए कि जो वो करने जा रहा है, उससे, उस व्यक्ति की भलाई होगी या नहीं होगी | गाँधी जी के इस विचार से आगे बढ़कर अटल जी ने कहा था, कि, कारगिल युद्ध ने, हमें एक दूसरा मंत्र दिया है – ये मंत्र था, कि, कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले, हम ये सोचें, कि, क्या हमारा ये कदम, उस सैनिक के सम्मान के अनुरूप है जिसने उन दुर्गम पहाड़ियों में अपने प्राणों की आहुति दी थी | आइए अटल जी की आवाज़ में ही, उनकी इस भावना को, हम सुनें, समझें और समय की मांग है, कि, उसे स्वीकार करें |

Sound bite of Sh. Atal Ji ###

“हम सभी को याद है कि गाँधी जी ने हमें एक मंत्र दिया था | उन्होंने कहा था कि यदि कोई दुविधा हो कि तुम्हें क्या करना है, तो तुम  भारत के उस सबसे असहाय व्यक्ति के बारे में सोचो और स्वयं से पूछो कि क्या तुम जो करने जा रहे हो उससे उस व्यक्ति की भलाई होगी | कारगिल ने हमें दूसरा मंत्र दिया है – कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले हम ये सोचें कि क्या हमारा ये कदम उस सैनिक के सम्मान के अनुरूप है, जिसने उन दुर्गम पहाड़ियों में अपने प्राणों की आहुति दी थी |”

साथियो, युद्ध की परिस्थिति में, हम जो बात कहते हैं, करते हैं, उसका सीमा पर डटे सैनिक के मनोबल पर उसके परिवार के मनोबल पर बहुत गहरा असर पड़ता है | ये बात हमें कभी भूलनी नहीं चाहिए और इसीलिए हमारा आचार, हमारा व्यवहार, हमारी वाणी, हमारे बयान, हमारी मर्यादा, हमारे लक्ष्य, सभी, कसौटी में ये जरूर रहना चाहिए कि हम जो कर रहे हैं, कह रहे हैं, उससे सैनिकों का मनोबल बढ़े, उनका सम्मान बढ़े | राष्ट्र सर्वोपरी का मंत्र लिए, एकता के सूत्र में बंधे देशवासी, हमारे सैनिकों की ताक़त को कई हज़ार गुणा बढ़ा देते हैं | हमारे यहाँ तो कहा गया है न  ‘संघे शक्ति कलौ युगे’

कभी-कभी हम इस बात को समझे बिना Social Media पर ऐसी चीजों को बढ़ावा दे देते हैं जो हमारे देश का बहुत नुक्सान करती हैं | कभी-कभी जिज्ञासावश forward करते रहते हैं | पता है गलत है ये – करते रहते हैं | आजकल, युद्ध, केवल सीमाओं पर ही नहीं लड़े जाते हैं, देश में भी कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा जाता है, और, हर एक देशवासी को उसमें अपनी भूमिका तय करनी होती है | हमें भी अपनी भूमिका, देश की सीमा पर, दुर्गम परिस्तिथियों में लड़ रहे सैनिकों को याद करते हुए तय करनी होगी |

मेरे प्यारे देशवासियो, पिछले कुछ महीनों से पूरे देश ने एकजुट होकर जिस तरह कोरोना से मुकाबला किया है, उसने, अनेक आशंकाओं को गलत साबित कर दिया है | आज, हमारे देश में recovery rate अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है, साथ ही, हमारे देश में कोरोना से मृत्यु-दर भी दुनिया के ज्यादातर देशों से काफ़ी कम है | निश्चित रूप से एक भी व्यक्ति को खोना दुखद है, लेकिन भारत, अपने लाखों देशवासियों का जीवन बचाने में सफल भी रहा है | लेकिन साथियो, कोरोना का खतरा टला नहीं है | कई स्थानों पर यह तेजी से फैल रहा है | हमें बहुत ही ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है | हमें यह ध्यान रखना है कि कोरोना अब भी उतना ही घातक है, जितना, शुरू में था, इसीलिए, हमें पूरी सावधानी बरतनी है | चेहरे पर mask लगाना या गमछे का उपयोग करना, दो गज की दूरी, लगातार हाथ धोना, कहीं पर भी थूकना नहीं, साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रखना – यही हमारे हथियार हैं जो हमें कोरोना से बचा सकते हैं | कभी-कभी हमें mask से तकलीफ होती है और मन करता है कि चेहरे पर से mask हटा दें | बातचीत करना शुरू करते हैं | जब mask की जरूरत होती है ज्यादा, उसी समय, mask हटा देते हैं | ऐसे समय, मैं, आप से आग्रह करूँगा जब भी आपको mask के कारण परेशानी feel होती हो, मन करता हो उतार देना है, तो, पल-भर के लिए उन Doctors का स्मरण कीजिये, उन नर्सों का स्मरण कीजिये, हमारे उन कोरोना वारियर्स का स्मरण कीजिये, आप देखिये, वो, mask पहनकर के घंटो तक लगातार, हम सबके जीवन को, बचाने के लिए जुटे रहते हैं | आठ-आठ, दस-दस घंटे तक mask पहने रखते हैं | क्या उनको तकलीफ नहीं होती होगी! थोड़ा सा उनका स्मरण कीजिये, आपको भी लगेगा कि हमें एक नागरिक के नाते इसमें जरा भी कोताही ना बरतनी है और न किसी को बरतने देनी है | एक तरफ हमें कोरोना के खिलाफ लड़ाई को पूरी सजगता और सतर्कता के साथ लड़ना है, तो दूसरी ओर, कठोर मेहनत से, व्यवसाय, नौकरी, पढाई, जो भी, कर्तव्य हम निभाते हैं, उसमें गति लानी है, उसको भी नई ऊँचाई पर ले जाना है | साथियो, कोरोना काल में तो हमारे ग्रामीण क्षेत्रों ने पूरे देश को दिशा दिखाई है | गांवो से स्थानीय नागरिकों के, ग्राम पंचायतों के, अनेक अच्छे प्रयास लगातार सामने आ रहे हैं | जम्मू में एक ग्राम त्रेवा ग्राम पंचायत है | वहाँ की सरपंच हैं बलबीर कौर जी | मुझे बताया गया कि बलबीर कौर जी ने अपनी पंचायत में 30 bed का एक Quarantine Centre बनवाया | पंचायत आने वाले रास्तों पर, पानी की व्यवस्था की | लोगों को हाथ धोने में कोई दिक्कत न हो – इसका इंतजाम करवाया | इतना ही नहीं, ये बलबीर कौर जी, खुद, अपने कन्धे पर spray pump टांगकर, Volunteers के साथ मिलकर, पूरी पंचायत में, आस-पास क्षेत्र में, sanitization का काम भी करती हैं | ऐसी ही एक और कश्मीरी महिला सरपंच हैं | गान्दरबल के चौंटलीवार की जैतूना बेगम | जैतूना बेगम जी ने तय किया कि उनकी पंचायत कोरोना के खिलाफ जंग लड़ेगी और कमाई के लिए अवसर भी पैदा करेगी | उन्होंने, पूरे इलाके में free mask बांटे, free राशन(ration) बांटा, साथ ही उन्होंने लोगों को फसलों के बीज और सेब के पौधे भी दिए, ताकि, लोगों को खेती में, बागवानी में, दिक्कत न आये | साथियो, कश्मीर से एक और प्रेरक घटना है, यहाँ, अनंतनाग में municipal president हैं – श्रीमान मोहम्मद इकबाल, उन्हें, अपने इलाके में sanitization के लिए sprayer की जरूरत थी | उन्होंने, जानकारी जुटाई, तो पता चला कि मशीन, दूसरे शहर से लानी पड़ेगी और कीमत भी होगी छ: लाख रूपये, तो, श्रीमान इकबाल जी ने खुद ही प्रयास करके अपने आप sprayer मशीन बना ली और वो भी केवल पचास हज़ार रूपये में – ऐसे, कितने ही और उदाहरण हैं | पूरे देश में, कोने-कोने में, ऐसी कई प्रेरक घटनाएँ रोज सामने आती हैं, ये सभी, अभिनंदन के अधिकारी हैं | चुनौती आई, लेकिन लोगों ने, उतनी ही ताकत से, उसका सामना भी किया |

मेरे प्यारे देश्वासियो, सही approach से सकारात्मक approach से हमेशा आपदा को अवसर में, विपत्ति को विकास में बदलने में, बहुत मदद मिलती है | अभी, हम कोरोना के समय भी देख रहे हैं, कि, कैसे हमारे देश के युवाओं-महिलाओं ने, अपने talent और skill के दम पर कुछ नये प्रयोग शुरू किये हैं | बिहार में कई women self help groups ने मधुबनी painting वाले mask बनाना शुरू किया है, और देखते-ही-देखते, ये खूब popular हो गये हैं | ये मधुबनी mask एक तरह से अपनी परम्परा का प्रचार तो करते ही हैं, लोगों को, स्वास्थ्य के साथ, रोजगारी भी दे रहे हैं | आप जानते ही हैं North East में bamboo यानी, बाँस, कितनी बड़ी मात्रा में होता है, अब, इसी बाँस से त्रिपुरा, मणिपुर, असम के कारीगरों ने high quality की पानी की बोतल और Tiffin Box बनाना शुरू किया है | bamboo से, आप, अगर, इनकी quality देखेंगे तो भरोसा नहीं होगा कि बाँस की बोतलें भी इतनी शानदार हो सकती हैं, और, फिर ये बोतलें eco-friendly भी हैं | इन्हें, जब बनाते हैं, तो, बाँस को पहले नीम और दूसरे औषधीय पौधों के साथ उबाला जाता है, इससे, इनमें औषधीय गुण भी आते हैं | छोटे-छोटे स्थानीय products से कैसे बड़ी सफलता मिलती है, इसका, एक उदहारण झारखंड से भी मिलता है | झारखंड के बिशुनपुर में इन दिनों 30 से ज्यादा समूह मिलकर के lemon grass की खेती कर रहे हैं | lemon grass चार महीनों में तैयार हो जाती है, और, उसका तेल बाज़ार में अच्छे दामों में बिकता है | इसकी आजकल काफी माँग भी है | मैं, देश के दो इलाकों के बारे में भी बात करना चाहता हूँ, दोनों ही, एक-दूसरे से सैकड़ों किलोमीटर दूर हैं, और, अपने-अपने तरीक़े से भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कुछ हटकर के काम कर रहे हैं – एक है लद्दाख, और दूसरा है कच्छ | लेह और लद्दाख का नाम सामने आते ही खुबसूरत वादियाँ और ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों के दृश्य हमारे सामने आ जाते हैं, ताज़ी हवा के झोंके महसूस होने लगते हैं | वहीँ कच्छ का ज़िक्र होते ही रेगिस्तान, दूर-दूर तक रेगिस्तान, कहीं पेड़-पौधा भी नज़र ना आये, ये सब, हमारे सामने आ जाता है | लद्दाख में एक विशिष्ट फल होता है जिसका नाम चूली या apricot यानी खुबानी है | ये फसल, इस क्षेत्र की economy को बदलने की क्षमता रखती है, परन्तु, अफ़सोस की बात ये है, supply chain, मौसम की मार, जैसे, अनेक चुनौतियों से ये जूझता रहता है | इसकी कम-से-कम बर्बादी हो, इसके लिए, आजकल, एक नए innovation का इस्तेमाल शुरू हुआ है – एक Dual system है, जिसका नाम है, solar apricot dryer and space heater | ये, खुबानी और दूसरे अन्य फलों एवं सब्जियों को जरुरत के अनुसार सुखा सकता है, और वो भी hygienic तरीक़े से | पहले, जब खुबानी को खेतों के पास सुखाते थे, तो, इससे बर्बादी तो होती ही थी, साथ ही, धूल और बारिश के पानी की वजह से फलों की quality भी प्रभावित होती थी | दूसरी ओर, आजकल, कच्छ में किसान Dragon Fruits की खेती के लिए सराहनीय प्रयास कर रहे हैं | बहुत से लोग जब सुनते हैं, तो, उन्हें आश्चर्य होता है – कच्छ और Dragon Fruits | लेकिन, वहाँ, आज कई किसान इस कार्य में जुटे हैं | फल की गुणवत्ता और कम ज़मीन में ज्यादा उत्पाद को लेकर काफी innovation किये जा रहे हैं | मुझे बताया गया है कि Dragon Fruits की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, विशेषकर, नाश्ते में इस्तेमाल काफी बढ़ा है | कच्छ के किसानों का संकल्प है, कि, देश को Dragon Fruits का आयात ना करना पड़े – यही तो आत्मनिर्भरता की बात है |

साथियो, जब हम कुछ नया करने का सोचते हैं, Innovative सोचते हैं, तो, ऐसे काम भी संभव हो जाते हैं, जिनकी आम-तौर पर, कोई कल्पना नहीं करता, जैसे कि, बिहार के कुछ युवाओं को ही लीजिये | पहले ये सामान्य नौकरी करते थे | एक दिन, उन्होंने, तय किया कि वो मोती यानी pearls की खेती करेंगे | उनके क्षेत्र में, लोगों को इस बारे में बहुत पता नहीं था, लेकिन, इन लोगों ने, पहले, सारी जानकारी जुटाई, जयपुर और भुवनेश्वर जाकर training ली और अपने गाँव में ही मोती की खेती शुरू कर दी | आज, ये, स्वयं तो इससे काफ़ी कमाई कर ही रहे हैं, उन्होंने, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और पटना में अन्य राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों को इसकी training देनी भी शुरू कर दी है | कितने ही लोगों के लिए, इससे, आत्मनिर्भरता के रास्ते खुल गए हैं I

साथियो, अभी कुछ दिन बाद रक्षाबंधन का पावन पर्व आ रहा है | मैं, इन दिनों देख रहा हूँ कि कई लोग और संस्थायें इस बार रक्षाबंधन को अलग तरीके से मनाने का अभियान चला रहें हैं | कई लोग इसे Vocal for local से भी जोड़ रहे हैं, और, बात भी सही है | हमारे पर्व, हमारे समाज के, हमारे घर के पास ही किसी व्यक्ति का व्यापार बढ़े, उसका भी पर्व खुशहाल हो, तब, पर्व का आनंद, कुछ और ही हो जाता है I सभी देशवासियों को रक्षाबंधन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं I

साथियो, 7 अगस्त को National Handloom Day है | भारत का Handloom, हमारा Handicraft, अपने आप में सैकड़ो वर्षों का गौरवमयी इतिहास समेटे हुए है | हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि न सिर्फ भारतीय Handloom और Handicraft का ज्यादा-से-ज्यादा उपयोग करें, बल्कि, इसके बारे में, हमें, ज्यादा-से-ज्यादा लोगों को बताना भी चाहिए I  भारत का Handloom और Handicraft कितना rich है, इसमें कितनी विविधता है, ये दुनिया जितना ज्यादा जानेगी, उतना ही, हमारे Local कारीगरों और बुनकरों को लाभ होगा I

साथियो, विशेषकर मेरे युवा साथियो, हमारा देश बदल रहा है | कैसे बदल रहा है? कितनी तेज़ी से बदल रहा है ? कैसे-कैसे क्षेत्रों में बदल रहा है ? एक सकारात्मक सोच के साथ अगर निगाह डालें तो हम खुद अचंभित रह जायेंगे | एक समय था, जब, खेल-कूद से लेकर के अन्य sectors में अधिकतर लोग या तो बड़े-बड़े शहरों से होते थे या बड़े-बड़े परिवार से या फिर नामी-गिरामी स्कूल या कॉलेज से होते थे | अब, देश बदल रहा है | गांवों से, छोटे शहरों से, सामान्य परिवार से हमारे युवा आगे आ रहे हैं | सफलता के नए शिखर चूम रहे हैं | ये लोग संकटों के बीच भी नए-नए सपने संजोते हुए आगे बढ़ रहे हैं | कुछ ऐसा ही हमें अभी हाल ही में जो Board exams के result आये, उसमें भी दिखता है | आज ‘मन की बात’ में हम कुछ ऐसे ही प्रतिभाशाली बेटे-बेटियों से बात करते हैं | ऐसी ही एक प्रतिभाशाली बेटी है कृतिका नांदल | कृतिका जी हरियाणा में पानीपत से हैं |

मोदी जी –        हेलो, कृतिका जी नमस्ते |

कृतिका –         नमस्ते सर |

मोदी जी –        इतने अच्छे परिणाम के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई|

कृतिका –         धन्यवाद सर |

मोदी जी –   और आपको तो इन दिनों टेलिफोन लेते-लेते भी आप

थक गयी होंगी | इतने सारे लोगों के फ़ोन आते होंगे |

कृतिका –     जी सर |

मोदी जी –    और जो लोग बधाई देते हैं, वो भी गर्व महसूस करते

होंगे कि वो आपको जानते हैं | आपको कैसा लग रहा है |

कृतिका –     सर बहुत अच्छा लग रहा है | parents को proud feel

करा के  खुद को भी इतना proud feel  हो रहा है |

मोदी जी –    अच्छा ये बताइये कि आपकी सबसे बड़ी प्रेरणा कौन है|

कृतिका –           सर, मेरे मम्मी है सबसे बड़ी प्रेरणा तो मेरी |

मोदी जी –        वाह | अच्छा, आप मम्मी से क्या सीख रही हो |

कृतिका –           सर, उन्होंने अपनी ज़िंदगी में इतनी मुश्किलें देखी हैं

फिर भी वो इतनी bold और इतनी strong हैं, सर | उन्हें देख-देख के इतनी प्रेरणा मिलती है कि मैं भी उन्हीं की तरह बनूँ |

मोदी जी –        माँ कितनी पढ़ी-लिखी हैं |

कृतिका –           सर, BA किया हुआ है उन्होंने |

मोदी जी –        BA किया हुआ है |

कृतिका –           जी सर |

मोदी जी –        अच्छा | तो, माँ आपको सिखाती भी होगी |

कृतिका –           जी सर | सिखाती हैं, दुनिया-दारी के बारे में हर बात

बताती हैं |

मोदी जी –        वो, डांटती भी होगी |

कृतिका –           जी सर, डांटती भी हैं |

मोदी जी –        अच्छा बेटा, आप आगे क्या करना चाहती हैं ?

कृतिका –           सर हम डॉक्टर बनना चाहते हैं |

मोदी जी –        अरे वाह !

कृतिका –           MBBS

मोदी जी –        देखिये डॉक्टर बनना आसान काम नहीं है !

कृतिका –           जी सर |

मोदी जी –        Degree तो प्राप्त कर लेगी क्योंकि आप बड़ी तेजस्वी

हो बेटा, लेकिन, डॉक्टर का जीवन जो है, वो, समाज के लिये बहुत समर्पित होता है |

कृतिका –           जी सर |

मोदी जी –        उसको कभी रात को, चैन से कभी सो भी नहीं सकता

है | कभी patient का फ़ोन आ जाता है, अस्पताल से फ़ोन आ जाता है तो फिर दौड़ना पड़ता है | यानी एक प्रकार से 24×7, Three Sixty Five Days. डॉक्टर की ज़िंदगी लोगों की सेवा में लगी रहती है |

कृतिका –           Yes Sir.

मोदी जी –        और ख़तरा भी रहता है, क्योंकि, कभी पता नहीं,

आजकल के जिस प्रकार की बीमारियाँ हैं तो डॉक्टर के सामने भी बहुत बड़ा  संकट रहता है |

कृतिका –           जी सर,

मोदी जी –        अच्छा कृतिका, हरियाणा तो खेल-कूद में पूरे हिन्दुस्तान

के लिये हमेशा ही प्रेरणा देने वाला, प्रोत्साहन देने वाला राज्य रहा है |

कृतिका –           हाँजी सर |

मोदी जी –        तो आप भी तो कोई खेल-कूद में भाग लेती हैं क्या,

कुछ खेल-कूद पसंद है क्या आपको ?

कृतिका –           सर, बास्केटबाल खेलते थे, स्कूल में

मोदी जी –        अच्छा, आपकी ऊंचाई कितनी है, ज्यादा है ऊंचाई

कृतिका –           नहीं सर, पांच दो की है |

मोदी जी –        अच्छा, तो फिर तुम्हारे खेल में पसंद करते हैं ?

कृतिका –           सर वो तो बस passion  है,  खेल लेते हैं

मोदी जी –        अच्छा-अच्छा |  चलिये कृतिका जी, आपके माताजी को

मेरी तरफ से प्रणाम कहिये, उन्होंने, आपको इस प्रकार के योग्य बनाया | आपके जीवन को बनाया | आपकी माताजी को प्रणाम और आपको बहुत-बहुत बधाई, बहुत-बहुत शुभकामनाएं |

कृतिका –           धन्यवाद सर |

आइये ! अब हम चलते हैं केरला, एर्नाकुलम (Ernakulam) | केरला के नौजवान से बात करेंगे |

मोदी जी –        हेलो

विनायक –         हेलो सर नमस्कार |

मोदी जी –        So विनायक, congratulation

विनायक –         हाँ, Thank you sir,

मोदी जी –        शाबाश विनायक, शाबाश

विनायक –         हाँ, Thank you sir,

मोदी जी –        How is the जोश

विनायक –         High sir

मोदी जी –        Do you play any sport?

विनायक –         Badminton.

मोदी जी –        Badminton

विनायक –         हाँ yes.

मोदी जी –        In a school or you have any chance to take a training ?

विनायक –         No, In school we have already get some training

मोदी जी –        हूँ हूँ

विनायक –         from our teachers.

मोदी जी –        हूँ हूँ

विनायक –         So that we get opportunity to participate outside

मोदी जी –        Wow

विनायक –         From the school itself

मोदी जी –        How many states you have visited ?

विनायक –         I have visited only Kerala and Tamilnadu

मोदी जी –        Only Kerala and Tamilnadu,

विनायक –         Oh yes

मोदी जी –        So, would you like to visit Delhi ?

विनायक –         हाँ Sir, now, I am applying in Delhi University for my

Higher Studies.

मोदी जी –        Wah, so you are coming to Delhi

विनायक –         हाँ yes sir.

मोदी जी –        tell me, do you have any message for fellow students

who will give Board Exams in future

विनायक –       hard work and proper time utilization

मोदी जी –        So perfect time management

विनायक –         हाँ, sir

मोदी जी –         Vinayak, I would like to know your hobbies.

विनायक –         ………Badminton and than rowing.

मोदी जी –        So, you are active on social media

विनायक –         Not, we are not allowed to use any electronic items or

gadgets in the school

मोदी जी –        So you are lucky

विनायक –       Yes Sir,

मोदी जी –        Well, Vinayak, congratulations again and wish you all

the best.

विनायक –       Thank you sir.

आइये ! हम उत्तर प्रदेश चलते हैं | उत्तर प्रदेश में अमरोहा के श्रीमान् उस्मान सैफी से बात करेंगे |

मोदी जी –        हेलो उस्मान, बहुत-बहुत बधाई, आपको ढेरों-ढेरों बधाई

उस्मान –           Thank you sir.

मोदी जी –        अच्छा आप उस्मान बताइये, कि आपने जो चाहा था

वही result मिला कि कुछ कम आया

उस्मान –           नहीं, जो चाहा था वही मिला है | मेरे parents  भी

बहुत खुश हैं |

मोदी जी –        वाह, अच्छा परिवार में और भाई भी, बहुत इतने ही

तेजस्वी हैं कि घर में आप ही हैं जो इतने तेजस्वी हैं |

उस्मान –           सिर्फ मैं ही हूँ, मेरा भाई वो थोड़ा सा शरारती है

मोदी जी –        हाँ, हाँ

उस्मान –           बाकी मुझे लेकर बहुत खुश रहता है |

मोदी जी –        अच्छा, अच्छा | अच्छा आप जब पढ़ रहे थे, तो

उस्मान आपका पसंदीदा विषय क्या था ?

उस्मान –           Mathematics

मोदी जी –        अरे वाह ! तो क्या mathematic में क्या रूचि रहती

थी?  कैसे हुआ ? किस teacher ने आपको प्रेरित

किया?

उस्मान –           जी हमारे एक subject teacher रजत सर | उन्होंने मुझे

प्रेरणा दी और वो बहुत अच्छा पढ़ाते हैं और mathematics शुरू से ही मेरा अच्छा रहा है  और वो काफी interesting subject भी

मोदी जी –        हूँ, हूँ

उस्मान –           तो जितना ज्यादा करते हैं, उतना ज्यादा interest आता

है तो इसलिए मेरा favourite subject

मोदी जी –        हूँ, हूँ, | आपको मालूम है एक online vedic

mathematics के classes चलते हैं

उस्मान –           Yes sir.

मोदी जी –        हाँ कभी try किया है इसका ?

उस्मान –           नहीं सर, अभी नहीं किया

मोदी जी –        आप देखिये, आप बहुत सारे आपके दोस्तों को लगेगा

जैसे आप जादूगर हैं क्योंकि कंप्यूटर की speed से आप गिनती कर सकते हैं Vedic mathematics की | बहुत सरल techniques हैं और आजकल वो online पर भी available होते हैं |

उस्मान –           जी सर |

मोदी जी –        क्योंकि आपकी mathematics में interest है, तो बहुत

सी नई-नई चीज़ें भी आप दे सकते हैं |

उस्मान –           जी सर |

मोदी जी –        अच्छा उस्मान, आप खाली समय में क्या करते हैं ?

उस्मान –          खाली समय में सर, कुछ-न-कुछ लिखता रहता हूँ मैं |

मुझे लिखने में बहुत interest  आता है |

मोदी जी –        अरे वाह ! मतलब आप mathematics में भी रूचि लेते

हैं literature में भी रूचि लेते हैं |

उस्मान –           yes sir

मोदी जी –        क्या लिखते हैं? कविताएँ लिखते हैं, शायरियाँ लिखते हैं

उस्मान –          कुछ भी current affairs से related कोई भी topic हो उस पर लिखता रहता हूँ |

मोदी जी –        हाँ, हाँ

उस्मान –           नयी-नयी जानकारियाँ मिलती रहती हैं जैसे GST चला

था और हमारा नोटबंदी – सब चीज़ |

मोदी जी –        अरे वाह ! तो आप कॉलेज की पढाई करने के लिए

आगे का क्या plan  बना रहे हैं ?

उस्मान –           कॉलेज की पढाई, सर मेरा, JEE Mains का first attempt

clear हो चुका है और अब मैं september के लिए second attempt में अब बैठूंगा | मेरा main aim  है कि, मैं पहले IIT से पहले Bachelor Degree लूं और उसके बाद Civil Services में जाऊँ और एक IAS बनूँ |

मोदी जी –        अरे वाह ! अच्छा आप technology में भी रूचि लेते हैं?

उस्मान –          Yes sir. इसलिए मैंने IT opt किया है first time best IIT

का |

मोदी जी –        अच्छा चलिए उस्मान, मेरी तरफ से बहुत शुभकामनाएं

हैं और आपका भाई शरारती है, तो आपका समय भी अच्छा जाता होगा और आपके माताजी-पिताजी को भी मेरी तरफ से प्रणाम कहिये | उन्होंने आपको इस प्रकार से अवसर दिया, हौसला बुलन्द किया, और ये मुझे अच्छा लगा कि आप पढाई के साथ-साथ current issues पर अध्ययन भी करते हैं और लिखते भी हैं | देखिये लिखने का फायदा ये होता है कि आपके विचार में sharpness आती है | बहुत-बहुत अच्छा फायदा होता है लिखने से | तो, बहुत-बहुत बधाई, मेरी तरफ से

उस्मान –           Thank you sir.

आइये ! चलिए फिर एकदम से नीचे South में चले जाते हैं | तमिलनाडु, नामाक्कल से बेटी कनिग्गा से बात करेंगे और कनिग्गा की बात तो बहुत ही inspirational है |

मोदी जी :        कनिग्गा जी, वडक्कम (Vadakam)

कनिग्गा:             वडक्कम (Vadakam) Sir

मोदी जी :        How are you

कनिग्गा:         Fine sir

मोदी जी :        first of all I would like to congratulate you for your

great success.

कनिग्गा:             Thank you sir.

मोदी जी :        When I hear of Namakkal I think of the Anjaneyar

temple

कनिग्गा:             Yes sir.

मोदी जी :        Now I will also remember my interaction with you.

कनिग्गा:             Yes sir.

मोदी जी :        So, Congratulations again.

कनिग्गा:             Thank you sir.

मोदी जी :        You would have worked very hard for exams, how was

your experience while preparing.

कनिग्गा:          Sir, we are working hard from the start so, I didn’t

expect this result but I have written well so I get a good result.

मोदी जी :        What were your expectation ?

कनिग्गा:             485 or 486 like that, I thought so

मोदी जी :        and now

कनिग्गा:             490

मोदी जी :        So what is the reaction of your family members & your

teachers?

कनिग्गा:              They were so happy and they were so proud sir.

मोदी जी :        Which one is your favorite subject.

कनिग्गा  :        Mathematics

मोदी जी :         Ohh! And what are your future plans?

कनिग्गा:           I’m going to become a Doctor if possible in AFMC sir.

मोदी जी :          And your family members are also in a medical

profession or somewhere else ?

कनिग्गा:        No sir, my father is a driver but my sister is studying in

MBBS sir.

मोदी जी :      अरे वाह ! so first of all I will do the प्रणाम to your

father who is taking lot of care your sister and yourself. It’s great service he is  doing

कनिग्गा:         Yes sir

मोदी जी :        and he is inspiration for all.

कनिग्गा:          Yes sir

मोदी जी :        So my congratulations to you, your sister and your

father and your family.

कनिग्गा:         Thank you sir.

साथियो, ऐसे और भी कितने युवा दोस्त हैं, कठिन परिस्थितियों में भी जिनके हौसलें की, जिनकी सफलता की कहानियाँ हमें प्रेरित करती हैं | मेरा मन था कि ज्यादा-से-ज्यादा युवा साथियों से बात करने का मौका मिले, लेकिन, समय की भी कुछ मर्यादाएं रहती हैं | मैं सभी युवा साथियों को यह आग्रह करूँगा कि वो अपनी कहानी, अपनी जुबानी जो देश को प्रेरित कर सके, वो हम सब के साथ, जरुर साझा करें |

मेरे प्यारे देशवासियो, सात समुन्द्र पार, भारत से  हजारों मील दूर एक छोटा सा देश है जिसका नाम है ‘सूरीनाम’ | भारत के ‘सूरीनाम’ के साथ बहुत ही करीबी सम्बन्ध हैं | सौ-साल से भी ज्यादा समय पहले, भारत से लोग वहाँ गए, और, उसे ही अपना घर बना लिया | आज, चौथी-पांचवी पीढ़ी वहाँ पर है | आज, सूरीनाम में एक चौथाई से अधिक लोग भारतीय मूल के हैं I क्या आप जानते हैं, वहाँ की आम भाषाओँ में से एक ‘सरनामी’ भी, ‘भोजपुरी’ की ही एक बोली है I इन सांस्कृतिक संबंधों को लेकर हम भारतीय काफ़ी गर्व महसूस करते हैं |

हाल ही में, श्री चन्द्रिका प्रसाद संतोखी, ‘सूरीनाम’ के नये राष्ट्रपति बने हैं | वे, भारत के मित्र हैं, और, उन्होंने साल 2018 में आयोजित Person of Indian Origin (PIO) Parliamentary conference में भी हिस्सा लिया था I श्री चन्द्रिका प्रसाद संतोखी जी ने शपथ की शुरुआत वेद मन्त्रों के साथ की, वे संस्कृत में बोले | उन्होंने, वेदों का उल्लेख किया और “ॐ शांति: शांति: शांति:” के साथ अपनी शपथ पूर्ण करी | अपने हाथ में वेद लेकर वे बोले – मैं, चन्द्रिका प्रसाद संतोखी और, आगे, उन्होंने शपथ में क्या कहा ? उन्होंने वेद का ही एक मंत्र का उच्चारण किया | उन्होंने कहा –

ॐ अग्ने व्रतपते व्रतं चरिष्यामि तच्छकेयम तन्मे राध्यताम |

इदमहमनृतात सत्यमुपैमि ||

यानी, हे अग्नि, संकल्प के देवता, मैं एक प्रतिज्ञा कर रहा हूँ |  मुझे इसके लिए शक्ति और सामर्थ्य प्रदान करें | मुझे असत्य से दूर रहने और सत्य की ओर जाने का आशीर्वाद प्रदान करें | सच में, ये, हम सभी के लिए, गौरवान्वित होने वाली बात है |

मैं श्री चंद्रिका प्रसाद संतोखी को बधाई देता हूँ, और, अपने राष्ट्र की सेवा करने के लिए, 130 करोड़ भारतीयों की ओर से, उन्हें, शुभकामनायें देता हूँ |

मेरे प्यारे देशवासियो, इस समय बारिश का मौसम भी है | पिछली बार भी मैंने आप से कहा था, कि, बरसात में गन्दगी और उनसे होने वाली बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, अस्पतालों में भीड़ भी बढ़ जाती है, इसलिए, आप, साफ़-सफ़ाई पर बहुत ज्यादा ध्यान दें | Immunity बढ़ाने  वाली चीजें, आयुर्वेदिक काढ़ा वगैरह लेते रहें | कोरोना संक्रमण के समय में, हम, अन्य बीमारियों से दूर रहें | हमें, अस्पताल के चक्कर न लगाने पड़ें, इसका पूरा ख्याल रखना होगा |

साथियो, बारिश के मौसम में, देश का एक बड़ा हिस्सा, बाढ़ से भी जूझ  रहा है | बिहार, असम जैसे राज्यों के कई क्षेत्रों में तो बाढ़ ने काफी मुश्किलें पैदा की हुई हैं, यानी, एक तरफ कोरोना है, तो दूसरी तरफ ये एक और चुनौती है, ऐसे में, सभी सरकारें, NDRF की टीमें, राज्य की आपदा नियंत्रण टीमें, स्वयं सेवी संस्थाएं, सब एक-साथ मिलकर, जुटे हुए हैं, हर तरह से, राहत और बचाव के काम कर रहे हैं | इस आपदा से प्रभावित सभी लोगों के साथ पूरा देश खड़ा है |

साथियो, अगली बार, जब हम, ‘मन की बात’ में मिलेंगे, उसके पहले ही, 15 अगस्त भी आने वाला है | इस बार 15 अगस्त भी, अलग परिस्थितियों में होगा – कोरोना महामारी की इस आपदा के बीच होगा |

मेरा, अपने युवाओं से, सभी देशवासियों से, अनुरोध है, कि, हम स्वतंत्रता दिवस पर, महामारी से आजादी का संकल्प लें, आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लें, कुछ नया सीखने, और सिखाने का, संकल्प लें, अपने कर्त्तव्यों के पालन का संकल्प लें |  हमारा देश आज जिस ऊँचाई पर है, वो, कई ऐसी महान विभूतियों की तपस्या की वजह से है, जिन्होंने, राष्ट्र निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया, उन्हीं महान विभूतियों में से एक हैं ‘लोकमान्य तिलक’ | 1 अगस्त 2020 को लोकमान्य तिलक जी की 100वीं पुण्यतिथि है | लोकमान्य तिलक जी का जीवन हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है | हम सभी को बहुत कुछ सिखाता है |

अगली बार जब हम मिलेंगें, तो, फिर ढ़ेर सारी बातें करेंगे, मिलकर कुछ नया सीखेंगे, और सबके साथ साझा करेंगें | आप सब, अपना ख्याल रखिये, अपने परिवार का ख्याल रखिये, और स्वस्थ रहिए | सभी देशवासियों को आने वाले सभी पर्वों की बहुत-बहुत शुभकामनायें |

बहुत-बहुत धन्यवाद |

राजस्थान में अपने बागी विधायकों को संभालने की बजाय कांगेस ने ‘लोकतंत्र के लिए आवाज उठाओ’ मुहीम शुरू की और सोमवार को देशभर के राजभवनों के बाहर प्रदर्शन attacknews.in

जयपुर (राजस्थान)/नईदिल्ली , 26 जुलाई।राजस्थान में कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा पर संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक परंपरा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया और राष्ट्रीय डिजिटल अभियान ‘लोकतंत्र के लिए आवाज उठाओ’ (‘स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी’) की शुरूआत की।

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पार्टी के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा, ‘‘राजस्थान की कांग्रेस सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए सफलतापूर्वक कार्य कर रही है और अपने प्रबंधन से इस महामारी पर नियंत्रण का प्रयास कर रही है, जिसे वैश्विक स्तर पर भी सराहा गया है। ऐसे समय में राज्य की चुनी हुई सरकार को भाजपा अस्थिर करने का प्रयास कर रही है।’’

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार और उसके नेता लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनी सरकारों को गिराने का षड्यंत्र रच रहे हैं। कोरोना वायरस संकट में सराहनीय कार्य कर रही राजस्थान कांग्रेस सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचना बंद करें।’’

डोटासरा ने कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए प्रभावी रूप से काम कर रही है। यहां तक कि प्रधानमंत्री ने भी उसके प्रयासों की सराहना की है। भाजपा और उसके नेता सरकार को गिराने का प्रयास क्यों कर रहे हैं? मैं कहना चाहता हूं कि लोकतंत्र की जीत होगी और भाजपा का षड्यंत्र विफल होगा।’’

जयपुर के एक होटल में कांग्रेस नेताओं के साथ ठहरे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘‘पहले मध्यप्रदेश और अब राजस्थान में प्रजातंत्र की दिनदहाड़े हत्या का भाजपाई षड्यंत्र बेनक़ाब हो चुका है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘क्या प्रजातंत्र दिल्ली दरबार का दास है? क्या बहुमत दिल्ली के हाथों की कठपुतली है? क्या वोट के शासन के मायने नहीं हैं? अगर नहीं, तो मिल कर आवाज़ उठाएं।’’

उल्लेखनीय है कि राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और 18 अन्य विधायकों ने कांग्रेस के खिलाफ बागी तेवर अपना लिए हैं। उन्होंने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाग लेने संबंधी पार्टी व्हिप की अवहेलना की।

200 विधानसभा सदस्यों वाली विधानसभा में 19 असंतुष्ट विधायकों सहित कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं, जबकि भाजपा के पास 72 विधायक हैं।

लोकतंत्र भाजपा के छल कपट से नहीं चलेगा : राहुल

इधर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर छल कपट की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि देश का लोकतंत्र संविधान के दायरे में चलेगा और भाजपा इस संबंध में अपने षड्यंत्र में कामयाब नहीं होगी।

श्री गांधी ने ट्वीट किया, “ भारत का लोकतंत्र संविधान के आधार पर जनता की आवाज़ से चलेगा। भाजपा के छल-कपट के षड्यंत्र को नकारकर देश की जनता लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करेगी।”

इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि राज्यपाल संविधान का रखवाला होता है और केंद्र सरकार तथा न्यायालय उन्हें संविधान के दायरे में काम करने के लिए पूछ सकता है और राज्य में संविधान के पालन को लेकर भी उनसे जानकारी ले सकते है।

उन्होंने कहा कि संविधान में राज्यपाल को बहुत सीमित शक्तियां प्रदान की ग्ई है और वह लोकतंत्र की रक्षा में एक आभूषण की तरह है।

राजस्थान संकट: कांग्रेस सोमवार को चेन्नई राजभवन के समक्ष करेगी प्रदर्शन

राजस्थान में कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल करने के भारतीय जनता पार्टी के कथित प्रयासों की निंदा करते हुए तमिलनाडु कांग्रेस सोमवार को यहां राजभवन के समक्ष विरोध-प्रदर्शन करेगी।

प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के. एस. अलागिरी ने यहां जारी बयान में कहा कि पार्टी हाईकमान की ओर से पूरे देश में राजभवनों के समक्ष सभी प्रदेश कमेटियों को विरोध प्रदर्शन आयोजित करने के निर्देश के बाद इस आशय का फैसला किया गया है। यह प्रदर्शन राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा की ओर से विधानसभा में शक्ति परीक्षण के लिए सदन की तुरंत बैठक बुलाने के अनुराेध को स्वीकार नहीं किये जाने के विरोध स्वरूप आयोजित किया जाएगा।

लोकतंत्र को बचाने के लिए सोमवार को कांग्रेस करेगी देश में राजभवनों के बाहर प्रदर्शन, माकन

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अजय माकन ने कहा है कि राजस्थान में लोकतंत्र को बचाने के लिए सोमवार को देश में सभी राज्यों में राजभवन के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओ द्वारा प्रर्दशन किया जायेगा।

श्री माकन ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजस्थान में लोकतांत्रिक तरीके से चूनी हुई सरकार द्वारा विधानसभा का सत्र बुलाने के प्रस्ताव को राज्यपाल द्वारा अवहेलना करना संविधान के खिलाफ है।

राजस्थान में भाजपा कर रही है लोकतंत्र की हत्या : जाखड़

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनिल जाखड़ ने आज आरोेप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता के लालच में अपनी विरोधी पार्टियों की राज्य सरकारों को धनबल से अस्थिर कर लोकतंत्र की हत्या कर रही है।

श्री जाखड़ ने चंडीगढ़ में जारी बयान में कहा कि जिस तरह पहले गोवा व मध्यप्रदेश में और अब राजस्थान में भाजपा की तरफ से लोकतंत्र की हत्या की जा रही है, यह हमारे देश के संघीय ढांचे के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ चुप नहीं बैठेगी।

सुप्रीम कोर्ट में नहीं होगी नियमित सुनवाई,कोरोना महामारी के कारण आगे भी वर्चुअल सुनवाई जारी रखने का निर्णय attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 जुलाई । कोरोना महामारी के मद्देनजर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होने वाली सुनवाई के कारण वीरान पड़ी शीर्ष अदालत के फिलहाल गुलजार होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि अदालत कक्ष में पारंपरिक तरीकों से मुकदमों की सुनवाई की संभावना तलाशने के लिए गठित समिति ने चिकित्सीय सलाह के मद्देनजर इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया है।

अदालत कक्ष में व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होकर पूर्व की भांति सुनवाई किए जाने के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा किए जाने और अंतिम निर्णय के लिए न्यायमूर्ति एन वी रमन की अध्यक्षता वाली सात सदस्यीय समिति ने फिलहाल कोरोना महामारी के कारण वर्चुअल सुनवाई जारी रखने का निर्णय लिया है।

विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि समिति की बैठक 24 जुलाई को शाम साढ़े चार बजे हुई, जिसमें सदस्य न्यायाधीशों ने कोरोना संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ही शीर्ष अदालत में कामकाज जारी रखने का निर्णय लिया है। यह निर्णय चिकित्सकीय परामर्श के मद्देनजर और वकीलों, वादकारियों, रजिस्ट्री कर्मचारियों और न्यायाधीशों की सुरक्षा और कल्याण को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। समिति दो सप्ताह बाद फिर इस मसले पर विचार करेगी।

बैठक में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के अध्यक्ष दुष्यंत दवे, सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन (एससीएओआरए) के अध्यक्ष शिवाजी एम जाधव और बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा की भी राय ली गई। इन लोगो ने वकीलों की आर्थिक स्थिति के मद्देनजर पूर्व की भांति अदालत कक्ष में सुनवाई करने की वकालत की थी, लेकिन न्यायाधीशों ने व्यक्त किया कि वे वकीलों की कठिनाइयों के बारे में पूरी तरह से जागरूक और गहराई से चिंतित हैं और धीरे-धीरे शारीरिक रूप से कामकाज की सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उत्सुक हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में निर्णय चिकित्सा सलाह के आधार पर स्थिति का समग्र मूल्यांकन करके लिया जाना है और वकीलों, न्यायाधीशों, वादियों और अदालत के कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को भी ध्यान में रखना है।

समिति ने आश्वासन दिया है कि शीर्ष अदालत में मामलों की पूर्व की भांति निजी तौर पर उपस्थित होकर होने वाली सुनवाई की क्रमिक बहाली और अदालत परिसर में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए समय और तौर-तरीकों के संबंध में एससीबीए, एससीएओआरए और बीसीआई के इनपुट और सुझावों को विधिवत रूप से ध्यान में रखा जाएगा।

समिति में न्यायमूर्ति रमन के अलावा न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा, न्यायमूर्ति रोहिंगटन फली नरीमन, न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित, न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचुड़ और न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव शामिल हैं।

गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण शीर्ष अदालत में 25 मार्च से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई हो रही है और वादकारियों, प्रतिवादियों, वकीलों, मीडियाकर्मियों और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री के कर्मचारियों के प्रवेश की अनुमति नहीं होने के कारण अदालत परिसर वीरान पड़ा है।