अयोध्या के बबलू खान ने भगवान राम को मुसलमानों का भी पैगंबर बताकर कहा कि 4 अगस्त को मुस्लिम परिवारों द्वारा अयोध्या नगरी में दीपोत्सव मनाया जाएगा attacknews.in

अयोध्या/नईदिल्ली 28 जुलाई ।अनीस खान उर्फ बब्लू खान ने आज कहा कि राम मंदिर के भूमि पूजन पर मुस्लिम समुदाय पांच सौ एक दीपक जलायेंगे, क्योंकि रामलला हमारे भी पैगम्बर हैं।

राम मंदिर समर्थक श्री खान ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिये पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भूमि पूजन करने वाले हैं जो हिन्दू मुस्लिम एकता को बल देती है।

उन्होंने कहा कि गंगा-जमुनी तहजीब की नगरी अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के भूमि पूजन के दिन एक मुस्लिम परिवार अपने घर पर पांच सौ एक दीपक जलायेगा। इसके लिये मुस्लिम परिवार मिट्टी का दिया और बत्ती की व्यवस्था कर रहा है।

राम मंदिर निर्माण में बतौर कारसेवक शामिल हों मुसलमान: बख्त

उधर मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के कुलाधिपति फ़िरोज़ बख्त अहमद ने पूरे विश्व और विशेष रूप से भारतीय मुसलमानों से आग्रह किया है की भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब को जिंदा रखते हुए वे सब अयोध्या आएं और राम मंदिर की कार सेवा में खुले दिल से भाग लें जिससे यह प्रमाणित हो जायेगा कि भारत वास्तव में एक सोने की चिड़िया है और आने वाले दिनों में विश्व गुरु का स्थान ग्रहण करने वाला है।

श्री अहमद ने कहा की बीते 500 वर्ष से भी अधिक समय में कई मुस्लिम, अंग्रेज़ और हिन्दू रजा-महाराजा आये मगर किसी के राज में भी इस ज्वलंत समस्या का समाधान नहीं हुआ जो कि भारत के मौजूदा दिलदार, दमदार, जानदार, कामदार, वफादार, वजादार और सबसे अधिक ईमानदार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर दिखाया।

उनका मानना है की पूरे विश्व के मुसलमान मन से चाहते हैं की श्रीराम का एक अति भव्य मंदिर बने और साथ ही कुछ फासले पर बाबरी मस्जिद का भी निर्माण हो। वह पिछले लगभग 20 वर्ष से विभिन्न हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी भाषाओँ के अख़बारों में लिखते आ रहे हैं कि जिस तरह से मुसलमानों के लिए मक्का अति आदरणीय आस्था स्थल है, ईसाईयों के लिए बेथलेहम है, बौद्धों के लिए बोध गया है और जैन समुदाय के किये श्रवण बेलगोला है, उसी प्रकार स हिन्दू समुदाय के लिए अयोध्या है और यह बड़े ही हर्ष का विषय है की 500 वर्ष से भी अधिक समय के बाद यह सुभ अवसर आया है।

उन्होंने कहा की शायद उच्चतम न्यायालय ने उनकी दिली मुराद सुन ली और नौ नवम्बर 2019 को एक ऐसा ऐतिहासिक निर्णय दिया जिससे किसी के दिल को ठेस नहीं लगी। उस दिन मुसलमानों ने हार पर आंसू नहीं बहाए और हिन्दुओं ने जश्न नहीं मनाया क्या क्योंकि उस दिन भारत के इतिहास में पहली बार हिन्दू और मुसलमान एक दुसरे के गले ही नहीं मिले बल्कि दोनों समुदायों के दिल भी मिल गए।

श्री अहमद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिखकर उन्हें पांच अगस्त को राम मंदिर के शिला पूजन कार्यक्रम के लिए शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि मशहूर शायर इकबाल के अनुसार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवन राम न केवल हिन्दुओं के भगवन हैं बल्कि मुसलमानों के भी इमाम हैं।

अशोक गहलोत सरकार ने राज्यपाल द्वारा विधानसभा सत्र बुलाने के निर्देश को नकारा और उन्हें अपनी हद में रहने की सलाह देकर अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करने की नसीहत दे दी attacknews.in

जयपुर 28 जुलाई।राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार द्वारा विधानसभा सत्र बुलाने के बारे में राज्यपाल द्वारा मांगे गए बिन्दुओं पर जवाब का प्रस्ताव जल्द राज्यपाल को भेजा जाएगा।

राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री निवास पर श्री गहलोत की अध्यक्षता में आज मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विधानसभा सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल कालराज मिश्र द्वारा मांगे गए तीन बिन्दुओं पर विचार जवाब तैयार किया गया।

बैठक के बाद राजस्‍व मंत्री हरीश चौधरी ने बताया कि राज्‍यपाल विधानसभा अध्‍यक्ष के काम में हस्‍तक्षेप न करें। उन्होंने कहा कि सरकार 31 जुलाई को बैठक बुलाना चाहती है न कि 21 दिन का नोटिस जारी करने के बाद। उन्होंने राज्‍यपाल से अनुरोध करते हुए कहा कि सरकार का काम सरकार को और अध्‍यक्ष का काम अध्‍यक्ष को करने दें।

श्री चौधरी ने बताया कि गहलोत सरकार ने स्‍पष्‍ट कर दिया कि राज्‍यपाल की तीनों अपत्तियां मंजूर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल की तीन बातों में से दो सरकार से संबंधित नहीं है। वहीं, 21 दिन का नोटिस देना सरकार का अधिकार है, राज्‍यपाल का नहीं।

गौरतलब है कि गहलोत सरकार द्वारा विधानसभा राज्यपाल ने दूसरे बिन्दु में पुछा है यदि आप बहुमत साबित करना चाहते हैं तो लिखित में बताइए कि विश्‍वासमत के लिए सदन का सत्र बुलाना है।

राज्‍यपाल ने कोरोना संक्रमण से उपजे हालात को लेकर भी आपत्ति जताई है। उन्‍होंने गहलोत सरकार से पूछा है कि विधानसभा में कोरोना संक्रमण से कैसे बचाया जाएगा। 200 विधायकों और 1000 कर्मचारियों के बीच सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन कैसे होगा?

श्री चौधरी ने बताया कि सरकार राज्यपाल द्वारा मांगे गए बिन्दुओं का जवाब जल्द भेज देगी।

लम्बे ब्रेक के बाद मध्यप्रदेश में अगस्त माह के पहले सप्ताह में अच्छी बारिश के आसार attacknews.in

भोपाल, 28 जुलाई ।मानसून के ‘लम्बे ब्रेक’ के बाद मध्यप्रदेश में अगस्त माह के पहले सप्ताह में एक बार फिर इसके सक्रिय होने के आसार हैं, जिसके चलते अधिकांश स्थानों पर अच्छी वर्षा की संभावना है।

मौसम विभाग केन्द्र भोपाल के वैज्ञानिक ए के शुक्ला ने बताया कि जुलाई माह में मानसून के ‘लम्बे ब्रेक’ के चलते अन्य वर्षो की तुलना में काफी कम बारिश दर्ज की गयी।

उन्होंने बताया कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है तथा ‘विंड पैटर्न’ में भी बदलाव हुआ है, जिसके चलते एक से दो दिन में प्रदेश के उत्तरी हिस्से, ग्वालियर, चंबल संभाग के अलावा रीवा संभाग में वर्षा की गतिविधियों बढ़ने के आसार हैं।

उन्होंने कहा कि भोपाल में फिलहाल बारिश की गतिविधियां कम रहेंगी, लेकिन गरज चमक की संभावना बन सकती है।

इंग्लैंड के क्रिकेटर स्टुअर्ट ब्रॉड पहुंचें 500 विकेट के शिखर पर,यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के चौथे सबसे तेज गेंदबाज बने attacknews.in

मैनचेस्टर, 28 जुलाई ।इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट के शिखर पर पहुंच गए हैं। ब्रॉड टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट लेने वाले दुनिया के चौथे तेज गेंदबाज और कुल सातवें गेंदबाज बन गए हैं।

34 वर्षीय ब्रॉड ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच के पांचवें और आखिरी दिन मंगलवार को क्रैग ब्रेथवेट को आउट कर अपना 500वां शिकार किया और 500 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाजों के विशिष्ट क्लब में शामिल हो गए। ब्रॉड अपने 140वें टेस्ट में इस उपलब्धि पर पहुंचे हैं।

ब्रॉड यह उपलब्धि हासिल करने वाले इंग्लैंड के दूसरे गेंदबाज बन गए हैं। इससे पहले जेम्स एंडरसन को यह उपलब्धि हासिल थी। यह भी दिलचस्प है कि एंडरसन का 500वां शिकार वेस्ट इंडीज के क्रैग ब्रेथवेट थे और ब्रॉड ने भी ब्रेथवेट को अपना 500वां शिकार बनाया।

टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट के क्लब में श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800), ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न (708), भारत के अनिल कुंबले (619), इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन (589), ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्ग्रा (563) और वेस्ट इंडीज के कोर्टनी वाल्श (519) शामिल हैं।

500 टेस्ट विकेट लेने के मामले में ब्रॉड अन्य गेंदबाजों से धीमे रहे हैं। मुरली ने 87 टेस्ट, कुंबले ने 105 टेस्ट, वार्न ने 108 टेस्ट, मैक्ग्रा ने 110 टेस्ट , वाल्श और एंडरसन ने 129 टेस्ट में 500 विकेट पूरे किये जबकि ब्रॉड ने 500 विकेट पूरे करने में 140 टेस्ट लिए।

छह फुट पांच इंच लम्बे ब्रॉड ने अपना टेस्ट करियर दिसम्बर 2007 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में शुरू किया था। ब्रॉड को विंडीज के खिलाफ तीन मैचों की इस सीरीज के पहले टेस्ट से बाहर रखा गया था जिस पर ब्रॉड ने खासी नाराजगी जताई थी। इंग्लैंड पहला टेस्ट हार गया था।

ब्रॉड को दूसरे टेस्ट में टीम में जगह मिली और उन्होंने दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट लिए। इंग्लैंड ने यह मैच जीता। उन्होंने तीसरे टेस्ट की पहली पारी में छह विकेट लेकर अपनी विकेट संख्या 497 पहुंचा दी।

उन्होंने विंडीज की दूसरी पारी में अपना तीसरा विकेट लेने के साथ ही अपने 500 विकेट पूरे कर लिए।

ब्रॉड का पहला विकेट चामिंडा वास, 100वां विकेट प्रसन्ना जयवर्धने, 200वां विकेट क्रिस रोजर्स, 300वां विकेट स्टीवन स्मिथ, 400वां विकेट बीजे वाटलिंग और 500वां विकेट ब्रेथवेट रहे। सबसे कम गेंदों में 500 विकेट पूरे करने के मामले में ब्रॉड तीसरे नंबर पर हैं। उनसे आगे मैक्ग्रा और एंडरसन हैं।

500 विकेट लेने में गेंदों की संख्या इस प्रकार है:

25528 मैक्ग्रा
28150 एंडरसन
28430 ब्रॉड
28833 वाल्श
29511 मुरलीथरन
30200 वार्न
32959 कुंबले

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या के लिए उकसाने वाली अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार करने बिहार पुलिस मुंबई में attacknews.in

पटना 28 जुलाई । बॉलीवुड के नवोदित सुपर स्टार सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद मुंबई पुलिस की जांच को लेकर पूरे देश में उठ रहे सवालों के बीच अभिनेता के परिवार वालों के सब्र का बांध टूट गया और उनके पिता ने राजधानी पटना के राजीव नगर थाने में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के खिलाफ सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने समेत कई आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है।

पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि सुशांत सिंह के पिता कृष्ण कुमार सिंह ने राजीव नगर थाने में अभिनेत्री एवं सुशांत की गर्लफ्रैंड रिया चक्रवर्ती के खिलाफ सुशांत को प्रेम में फंसाकर उसके पैसे ऐंठने और आत्महत्या के लिए उकासने के आरोपों के तहत कांड संख्या 241/20 दर्ज की गई है। मामला भारतीय दंड विधान की धारा 341, 342, 380, 406, 420, 306, 506 और 120 (बी) के तहत दर्ज किया गया है।

पुलिस द्वारा रिया चक्रवर्ती के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद बिहार पुलिस की चार सदस्यीय टीम मुंबई रवाना हो गई है। पुलिस के मुताबिक सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले में मुंबई पुलिस द्वारा की जा रही जांच से अलग बिहार पुलिस अपनी जांच करेगी।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अस्पताल में स्वावलंबी होकर खुद कपडे धो रहे हैं और अपने ही हाथों से बनी चाय पी रहे हैं attacknews.in

भोपाल, 28 जुलाई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि पहली बार हो रही वर्चुअल कैबिनेट बैठक इस बात का परिचायक है कि चाहे कोई भी परिस्थिति हो, हम राज्य के जनता के कार्य रुकने नहीं देंगे।

श्री चौहान वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अस्पताल से ही बैठक में शामिल हुए और अपने सहयोगी मंत्रियों को संबोधित किया। श्री चौहान ने अपने स्वास्थ्य की जानकारी दी और कहा कि वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। कल से उन्हें बुखार नहीं आया और खांसी पर भी नियंत्रण है।

श्री चौहान ने कहा कि राज्य एक इतिहास रच रहा है। कैबिनेट के इतिहास में वर्चुअल बैठक पहली बार हो रही है,।यह हमारे संकल्प का परिचायक है कि परिस्थिति चाहे कोई भी हो प्रदेश की जनता का काम हम रुकने नहीं देंगे और अगर अस्पताल से भी जरूरत पड़ी, तो हम काम करेंगे। ईश्वर हमें शक्ति दें, जिससे हम जनता के कार्यों को बेहतर तरीके से संपादित कर सकें।

उन्होंने कहा कि वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। वे लगातार कार्य करने का प्रयास कर रहे हैं। खांसी लगभग समाप्त हो गयी है और बुखार अब नहीं आ रहा है।

अस्पताल के अपने अनुभव साझा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि वे अस्पताल में अपनी चाय खुद बना रहे हैं और अपने कपड़े भी खुद धो रहे हैं, क्योंकि कोरोना के कपड़े किसी और से नहीं धुलवाने चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना स्वाबलंबन की सीख देता है।

श्री चौहान ने कहा कि चूंकि वे अपने कार्य स्वयं कर रहे हैं, इसलिए उन्हें हाथ में भी काफी आराम मिला है।

उन्होंने कहा कि हाथ में पहले फ्रेक्चर हुआ था और उन्हें फिजियोथैरेपी की आवश्यकता रहती थी, लेकिन कपड़े धोने के कारण हाथ में भी काफी आराम है। उन्होंने कहा कि हमें अपने छोटे-मोटे काम स्वयं करते रहना चाहिए।

श्री चौहान ने नागरिकों से अनुरोध करते हुए कहा कि कोरोना से बिल्कुल घबराने को जरूरत नहीं है। समय पर सचेत होकर बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है। कोरोना का समय पर पता चल जाए, तो यह लाइलाज़ बीमारी नहीं है। इस संक्रमण से डर तभी है, जब यह फेफड़ों तक पहुंच जाए। यदि किसी को लक्षण दिखें, तो तुरंत चिकित्सकों का परामर्श लेना चाहिए।

श्री चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग की मदद से मंत्रियों से चर्चा कर राज्य में कोरोना की स्थिति का जायजा लिया।
श्री चौहान शनिवार से यहां चिरायु अस्पताल में भर्ती हैं। वे उसी दिन कोरोना से संक्रमित पाए गए थे।

मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार द्वारा पहली वर्चुअल केबिनेट बैठक के आयोजन की शुरुआत करके सड़क,किसान, कोरोना इलाज की सुविधा और नगर पालिकाओं के संबंध मे लिये अनेक निर्णय attacknews.in

भोपाल 28 जुलाई ।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में देश की पहली वर्चुअल केबिनेट की बैठक हुई। वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में मंत्रियों ने विभिन्न स्थानों से भागीदारी की ।

मंत्रि-परिषद की बैठक में ‘चंबल एक्सप्रेस-वे’ का नाम बदलकर ‘चंबल प्रोग्रेस-वे’ करने निर्णय लिया गया। साथ ही भारतमाला परियोजना के अन्तर्गत चंबल प्रोग्रेस-वे के निर्माण की स्वीकृति दी गयी। योजना के अन्तर्गत मध्यप्रदेश-राजस्थान सीमा से मुरैना होते हुए भिण्ड जिले तक 309 किलोमीटर की फोरलेन ग्रीन फील्ड सड़क के निर्माण को अनुमोदन प्रदान किया गया। परियोजना के लिए राज्य सरकार द्वारा नि:शुल्क भूमि उपलब्ध करायी जाएगी। अर्जित की जाने वाली निजी भूमि को यथासंभव शासकीय भूमि से अदला-बदली के माध्यम से किया जायेगा।

कोविड संक्रमित व्यक्तियों के इलाज की व्यवस्था का अनुसमर्थन

मंत्रि-परिषद ने कोविड संक्रमित व्यक्तियों के इलाज की व्यवस्थाओं का अनुसमर्थन किया, जिसमें जन आरोग्य योजना के तहत भारत सरकार द्वारा निर्धारित पात्रता रखने वाले व्यक्तियों द्वारा मान्यता प्राप्त चिकित्सालयों में कोविड का इलाज कराने पर निर्धारित पैकेज के मान से आयुष्मान भारत निरामय मध्यप्रदेश द्वारा 40 प्रतिशत व्यय भार राज्य वहन करेगा। इसी प्रकार जन आरोग्य योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पात्रता रखने वाले व्यक्तियों द्वारा मान्यता प्राप्त चिकित्सालयों में कोविड का इलाज कराने पर निर्धारित पैकेज के मान से आयुष्मान भारत निरामय मध्यप्रदेश द्वारा शत-प्रतिशत व्यय भार राज्य वहन करेगा। जो व्यक्ति उपरोक्त दोनो श्रणियों में पात्रता नहीं रखते है उनका शासकीय अस्पतालों/ अनुबंधित निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज होगा। गैर अनुबंधित अस्पतालों में इलाज स्वयं के व्यय पर करवाया जा सकेगा।

कोविड अस्पताल/ कोविड हैल्थ केयर सेंटर के लिए निजी चिकित्सालयों के साथ राज्य स्तरीय समिति की उपसमिति के अनुमोदन के बाद अनुबंध निष्पादन किया जायेगा। अस्पतालों को देय राशि का भुगतान जन आरोग्य योजना के अंतर्गत निर्धारित बेड्स की संख्या के आधार पर होगा। देय राशि का 60 प्रतिशत मासिक स्थाई लागत के रूप में और 40 प्रतिशत परिवर्तनशील लागत के रूप में देय होगा। कोविड अस्पताल/ कोविड हैल्थ केयर सेंटर में जन आरोग्य योजना अंतर्गत भारत सरकार द्वारा निर्धारित पात्रता रखने वाले व्यक्तियों के इलाज पर होने वाले व्यय के 60 प्रतिशत की प्रतिपूर्ति भारत सरकार द्वारा की जायेगी। प्रस्ताव उप समिति द्वारा अनुमोदित किया जायेगा। निजी चिकित्सालयों के साथ अनुबंध 3 माह की अवधि के लिये है और उन्हें आवश्यकता पड़ने पर ही बढ़ाने का प्रावधान होगा।

मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना में होगें लगभग 14 करोड़ व्यय

मंत्रि-परिषद ने मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना को अनुसमर्थन प्रदान किया। योजना के तहत 18 से 55 वर्ष आयु वर्ग के पात्र व्यक्तियों को व्यवसाय के लिए 10 हजार रूपये तक की कार्यशील पूंजी बैंक से ऋण के रूप से उपलब्ध करायी जायेगी। जुलाई 2020 से मार्च 2022 तक लागू होने वाली इस योजना में एक लाख ग्रामीण गरीबों को लाभांवित करने का लक्ष्य है। योजना से लगभग 14 करोड़ रूपये का वार्षिक वित्तीय भार आएगा ।

फसल बीमा योजना के लिए 12 हजार 799 करोड़ से अधिक की राशि

मंत्रि-परिषद ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को खरीफ 2020-21 से रबी 2020-22 तक लागू किए जाने के प्रस्ताव को कार्योत्तर अनुमोदन प्रदान किया। ‍ योजना में तीन वर्ष के प्रीमियम के लिए राज्य सरकार पर 6494 करोड़ 15 लाख रूपये का वित्तीय भार आएगा। केन्द्र सरकार से योजना में 6305 करोड़ रूपये प्राप्त होने की संभावना है। इस प्रकार योजना 12,799 करोड़ से अधिक की होगी। खुली निविदा के माध्यम से बीमा कंपनी का चयन किया जायेगा ।

कैम्पा निधि के अन्तर्गत वार्षिक प्रबंधन

मंत्रि-परिषद ने कैम्पा निधि के अन्तर्गत वार्षिक प्रबंधन स्कीम के तहत वर्ष 2020-21 के अनुमोदित कार्य योजना के लिए 833 करोड़ 54 लाख तथा वर्ष 2019-20 के अतिरिक्त अनुमोदित कार्य योजना के लिए राशि रूपये 149 करोड़ 14 लाख रूपये के प्रस्ताव का अनुसमर्थन किया। कैम्पा राशि से वन क्षेत्र में विगत वर्षो के कार्यो के रख-रखाव, बफर क्षेत्र में रहवास का विकास, बिगडे वनों को सुधार, नदियों का पुनर्जीवन, जल संरक्षण के कार्य, गांव की सीमा में वन क्षेत्रों में बांस का रोपण, वन्य प्राणी संरक्षित क्षेत्रों में ग्रामों का स्वैच्छिक विस्थापन, क्षतिपूर्ति वृक्षारोपण, नगर वनों की स्थापना तथा अधोसंरचना सुदृढ़ीकरण संबंधी कार्यो की प्राथमिकता निर्धारित की गयी है।

नगर परिषदों संबंधी निर्णय

मंत्रि-परिषद ने 21 नगर परिषदों संबंधी अधिसूचना निरस्त कर उन्हें यथावत नगर परिषद रखने के प्रस्ताव को कार्योत्तर अनुमोदन प्रदान किया।

भारत द्वारा बाघों की गणना की विस्तृत रिपोर्ट जारी, आबादी का 70% हिस्सा भारत में, 29 जुलाई को वैश्विक बाघ दिवस मनाने का निर्णय,बाघों को बचाने के लिए एलआईडीएआर (लिडार) आधारित सर्वेक्षण तकनीक का उपयोग होगा attacknews.in

नयी दिल्ली 28 जुलाई ।देश में बाघों की संख्या सालाना छह प्रतिशत की औसत दर से बढ़ रही है और चार में से तीन भौगोलिक क्षेत्रों में वर्ष 2006 की तुलना में बाघों की संख्या 2018 में दोगुने से अधिक हो गई है।

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को यहाँ एक कार्यक्रम में वर्ष 2018 की बाघों की गणना पर विस्तृत रिपोर्ट जारी की।

उन्होंने कहा कि बाघों की बढ़ती संख्या इस बात का संकेत है कि हमारी प्रकृति ठीक है। वर्ष 2018 की गणना के अनुसार देश में 2,967 बाघ हैं। दुनिया के 70 फीसदी बाघ भारत में हैं। इनके अलावा 500 शेर, 30 हजार हाथी और एक सींग वाले तीन हजार गैंडे भी अपने देश में हैं जो हमारी ‘सॉफ्ट पावर’ के प्रतीक हैं।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज वैश्विक बाघ दिवस की पूर्व संध्या पर नई दिल्ली में बाघों की गणना पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि बाघ प्रकृति का एक असाधारण हिस्सा है और भारत में इनकी बढ़ी संख्या प्रकृति में संतुलन को दर्शाती है।

श्री जावड़ेकर ने कहा कि बाघ और अन्य वन्य जीव भारत की एक प्रकार की ताकत हैं जिसे भारत अंतर्राष्ट्रीय मोर्चे पर दिखा सकता है।

उन्होंने कहा कि भारत के पास धरती का काफी कम हिस्सा होने जैसी कई बाधाओं के बावजूद, भारत में जैव-विविधता का आठ प्रतिशत हिस्सा है क्योंकि हमारे देश में प्रकृति, पेड़ों और इसके वन्य जीवन को बचाने और उन्हें संरक्षित करने की संस्कृति है।

वन्यजीवों को हमारी प्राकृतिक संपदा बताते हुए श्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि यह प्रशंसा की बात है कि भारत में दुनिया की बाघों की आबादी का 70 प्रतिशत हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भारत बाघों के पोषण की दिशा में बाघ वाले सभी 13 देशों के साथ मिलकर अथक प्रयास कर रहा है।

श्री जावड़ेकर ने यह भी घोषणा की है कि उनका मंत्रालय एक ऐसे कार्यक्रम पर काम कर रहा है जिसमें मानव और जानवरों के बीच टकराव की चुनौती से निपटने के लिए जंगल में ही जानवरों को पानी और चारा उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी। इस टकराव से कई जानवरों की मौत हो रही है। इसके लिए पहली बार एलआईडीएआर (लिडार) आधारित सर्वेक्षण तकनीक का उपयोग किया जाएगा। लिडार लेजर प्रकाश से लक्ष्य को रोशन करके और एक सेंसर के साथ प्रतिबिंब को मापने के जरिए दूरी को मापने की एक विधि है।

बाघ की प्रमुख प्रकृति पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण मंत्री द्वारा छोटी बिल्लियों की उपस्थिति पर एक पोस्टर भी जारी किया गया। बाघ अभयारण्यों के बाहर भारत के कुल बाघों के लगभग 30 प्रतिशत बाघ रहते हैं। इसे देखते हुए भारत ने वैश्विक रूप से विकसित संरक्षण आश्वासन / बाघ मानकों (सीए /टीएस) के माध्यम से इनके प्रबंधन तरीके का आकलन करन शुरू किया था जिसे अब देश भर के सभी पचास बाघ अभयारण्यों तक विस्तारित किया जाएगा।

इस अवसर पर पर्यावरण राज्य मंत्री श्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि मानव–पशु टकराव से बचा जा सकता है लेकिन देश में इसे खारिज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष काम कर रहे अधिकारियों ने देश में बाघों की संख्या बढ़ाने का सराहनीय काम किया है।

चौथे अखिल भारतीय बाघ अनुमान की विस्तृत रिपोर्ट निम्नलिखित मायने में अद्वितीय है;

सह-शिकारियों और अन्य प्रजातियों के जानवरों के बहुतायत सूचकांक तैयार किए गए हैं, जिन्हें अब तक सिर्फ रहने भर तक सीमित किया गया है।

सभी कैमरा लगे इलाकों में बाघों का लिंगानुपात पहली बार किया गया है।

बाघों की आबादी पर मानवजनित प्रभावों का विस्तृत रूप से वर्णन किया गया है।

बाघ अभयारण्यों के भीतर बाघों की मौजूदगी का पहली बार प्रदर्शन किया गया है।

रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में बाघ क्षेत्र वाले देशों के शासनाध्यक्षों ने बाघ संरक्षण पर तैयार किए गए सेंट पीटर्सबर्ग घोषणा पर हस्ताक्षर करके 2022 तक अपने-अपने देशों में बाघों की संख्या दोगुना करने का संकल्प लिया था।

उस बैठक के दौरान दुनिया भर में 29 जुलाई को वैश्विक बाघ दिवस के रूप में मनाने का भी निर्णय लिया गया। तभी से हर साल बाघ संरक्षण पर लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने और उसके प्रसार के लिए वैश्विक बाघ दिवस मनाया जा रहा है।

पिछले साल वैश्विक बाघ दिवस, 2019 के दौरान यह भारत के लिए गर्व का क्षण था क्योंकि प्रधानमंत्री ने दुनिया के सामने बाघों की संख्या दोगुना करने के भारत के अपने संकल्प को लक्ष्य वर्ष से चार साल पहले पूरा करने की घोषणा की। भारत में बाघों की कुल आबादी अब 2967 है जो दुनिया भर में बाघों की आबादी का 70 प्रतिशत है। भारत की झोली में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की उपलब्धि आई है जो विश्व में कैमरे का विशाल जाल बिछाकर वन्यजीवों के सर्वेक्षण के रूप में देश की कोशिशों को मान्यता देता है।

आज जारी विस्तृत रिपोर्ट में पूरे भारत में स्थानिक अध्यावास और घनत्व के संदर्भ में बाघों की स्थिति का आकलन किया गया है। भारत के प्रधानमंत्री द्वारा जुलाई, 2019 में ‘भारत में बाघों की स्थिति’ पर जारी संक्षिप्त रिपोर्ट के अलावा, आज जारी इस विस्तृत रिपोर्ट में पिछले तीन सर्वेक्षणों (2006, 2010 और 2014) से प्राप्त जानकारी की तुलना देश में बाघों की संख्या के रुझान का अनुमान लगाने के लिए 2018-19 में किए सर्वेक्षण से मिली जानकारी से की गई है। इसमें 100 किलोमीटर के दायरे में बाघ की स्थिति में बदलाव के लिए जिम्मेदार संभावित कारकों की जानकारी के साथ-साथ वास्तविक परिदृश्य, बाघों के उपनिवेश और उनके विलुप्त होने की दर के बारे में भी विशेष रूप से जानकारी दी गई है।

रिपोर्ट में बाघ आबादी वाले प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ने वाले निवास स्थानों की स्थिति का मूल्यांकन किया गया है और वैसे क्षेत्रों की पहचान की गई है जिन्हें हर हाल में संरक्षण की आवश्यकता होती है। रिपोर्ट में प्रमुख मांसाहारी जानवरों के बारे में जानकारी दी गई है और उनके विचरण क्षेत्र और सापेक्ष बहुतायत के बारे में बताया गया है।

विस्तृत रिपोर्ट के लिए यहां क्लिक करें

 

भोपाल की फरार इनामी महिला भूमाफिया कविता नागले चढ़ी पुलिस के हत्थे,बहुत शातिराना अंदाज में फर्जी तरीके से एक प्लाट को एक नहीं,दो नहीं,तीन नहीं,अनेकों को बेच डालें attacknews.in

भोपाल, 28 जुलाई । भोपाल अपराध शाखा ने एक ही भूखंड कई लोग को बेचकर धोखाधड़ी करने के मामले में 10,000 रुपये की इनामी महिला भूमाफिया कविता नागले को सोमवार को गिरफ्तार किया।

भोपाल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) गोपाल सिंह धाकड़ ने मंगलवार को बताया, ‘‘मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस की अपराध शाखा ने फरार भूमाफिया कविता नागले (50) को शहर के अवधपुरी इलाका स्थित अवन्तिका एवेन्यु से सोमवार को गिरफ्तार किया।’’

उन्होंने बताया कि नागले ने एक ही भूखंड कई लोग को बेचकर धोखाधड़ी की और लोगों को 1.36 करोड़ रूपये से अधिक का चूना लगाया।

धाकड़ ने बताया कि नागले पर 10,000 रुपये का इनाम था। उन्होंने बताया कि नागले को मंगलवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है।

अधिकारी ने बताया कि नागले के खिलाफ अवधपुरी थाने में भादंवि की धारा 406 (विश्वास का आपराधिक हनन), 420 (धोखाधड़ी), 467, 468 एवं 471 में मामला दर्ज है।

धाकड़ ने बताया कि उसके पास से फर्जी दस्तावेज भी जब्त किये गये हैं, उनकी जांच जारी है।

उन्होंने बताया कि श्याम मंगल नाम एक व्यक्ति ने नागले के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत अवधपुरी थाने में दर्ज करवाई थी। उसके 2013 में नागले ने रायसेन रोड पर बिलखिरिया थाना इलाके में स्थित दो एकड़ का भूखंड उसे 72.50 लाख रुपये में बेची, लेकिन उसकी रजिस्ट्री बाद में कराने को कहा।

इसी बीच मंगल को पता चला कि नागले ने उक्त भूखंड करीब 64 लाख रुपये में तीन अन्य लोगों भारती द्विवेदी, जे. शोभानी और अशोक जैन को भी बेचा है।

धाकड़ ने बताया कि भोपाल के अवधपुरी स्थित अवन्तिका एवेन्यु अवधपुरी निवासी नागले के विरुद्ध अवधपुरी थाना भोपाल में एक अन्य आपराधिक प्रकरण दर्ज है, जिसमें उसके द्वारा शासकीय पट्टे की जमीन/फ्लैट देने के नाम पर 10-12 गरीब लोगों से 24 लाख रूपये प्राप्त किये गए थे। यह मामला अदालत में विचाराधीन है।

भारत में सोमवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 15 लाख आंकड़े के करीब पहुंची,मौत का आंकड़ा 33,436 हुआ,मरीजों के स्वस्थ होने की रिकवरी दर में सुधार attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 जुलाई । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के देश में बढ़ते प्रकोप की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 14.83 लाख के पार पहुंच गयी है लेकिन साथ ही साथ मरीजों के स्वस्थ होने की दर में भी सुधार होता जा रहा है और सोमवार को इस प्रयास और सफलता मिली।

देश में पिछले दो दिनों के भीतर एक लाख से अधिक संक्रमण के मामले सामने आये हैं। इससे पूर्व तीन दिनों में संक्रमण के एक लाख मामले सामने आ रहे थे।

कोरोना वायरस से गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में प्रकोप तेजी से बढ़ने से रविवार की रात संक्रमितों का आंकड़ा 14.83 लाख के पार पहुंच गया तथा मृतकों की संख्या 33,436 हो गयी।

इस दौरान राहत की बात यह रही कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर आज 64.24 फीसदी पहुंच गयी जो रविवार को 63.90 प्रतिशत रही थी। मृत्यु दर भी पहले के 2.28 प्रतिशत की तुलना में आज घटकर 2.26 फीसदी पर आ गयी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज सुबह जारी आंकड़ों में कुल संक्रमितों की संख्या 14,35,453 हाे गयी तथा कुल मृतक संख्या 32,771 हो गयी थी।

देर शाम विभिन्न राज्यों के आंकड़ों में महाराष्ट्र के अलावा आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में रिकार्ड नये मामले आये। इन सात राज्यों समेत पूरे देश में 43 हजार से अधिक नये मामले तथा 624और लोगों की मौत हुई है।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 14,83,263 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है। इस प्रकार सुबह से लेकर देर रात तक 46,244 नये मामले आ चुके हैं। अब तक कुल 9,50,360 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 33,436 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 4,95,044 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

इस प्रकार बीमार मरीजों की तुलना में ठीक हुए रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 4.55 लाख के पार पहुंच गयी है। फिलहाल यह अंतर 4,55,316 है।

इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध भी फिर लगाने पड़े हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारें अपने स्तर से भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन या पूर्णबंदी या फिर जनता कर्फ्यू लागू कर रही हैं।

देश में वर्तमान में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के पॉजिटिव मामले आने की दर (पाॅजिटिविटी दर) 8.07 प्रतिशत है और केंद्र सरकार राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश के साथ मिलकर इसे पांच प्रतिशत से कम करने के लिये प्रयासरत है। देश के 19 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत रिकवरी दर से अधिक दर्ज की गयी है।

महाराष्ट्र में कोरोना मामले 3.83 लाख के पार, रिकवरी दर में सुधार

देश में कोरोना महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान 7924 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या सोमवार रात बढ़कर 3.83 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह भी है कि मरीजों की रिकवरी दर में निरंतर सुधार जारी है जिसके कारण स्वस्थ लोगों की संख्या 2.21 लाख से अधिक हो चुकी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में अब तक 3,83,723 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं। इस दौरान 227 और लोगों की इससे मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 13,883 हो गयी है। राज्य में इस अवधि में रिकॉर्ड 8708 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 2,21,944 हो गयी है।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज बढ़कर 57.83 फीसदी हो गयी जो रविवार को 56.74 प्रतिशत रही थी। मरीजों की मृत्यु दर भी घटकर 3.61 प्रतिशत पर आ गई।

सूत्रों के मुताबिक राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 147592 है जो रविवार को 1,48,601 रही थी। सभी मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र पूरे देश में कोरोना संक्रमण और मौत के मामले में पहले स्थान पर है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 28,589 हुई,789 नए मामले सामने आए, मौत का आंकड़ा हुआ 820 attacknews.in

भोपाल, 27 जुलाई । मध्यप्रदेश में 789 नए मामले मिलने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 28589 तक पहुंच गयी, जिसमें से 19791 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।अब तक 820 मरीजों की मौत हो चुकी है ।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में प्रदेश भर में 789 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 28589 तक पहुंच गयी। इसमें से 659 नए मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अब तक इस बीमारी से 19791 लोग स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए हैं। वर्तमान में 7978 एक्टिव केस (उपचाररत) हैं, जिनकी इलाज चल रहा है।

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 127 नये मामले

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 127 नये मामले आने के बाद यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 6985 तक जा पहुंची है जबकि 4699 संक्रमित रोगियों के स्वस्थ होकर अस्पताल से छुट्टी होने के बाद यहां उपचाररत रोगियों (एक्टिव केस) की संख्या 1982 हो गयी है।

प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (प्रभारी सीएमएचओ) डॉ पूर्णिमा गाडरिया ने रविवार रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक कुल एक लाख इकत्तीस हजार चार सौ सत्तर जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी हैं। इन रिपोर्ट में रविवार को जांचे गये 1445 सैम्पल भी शामिल हैं जिनमें 1301 असंक्रमित तथा 127 संक्रमित पाये गये हैं।

रायसेन जिले में पाए गये आधा दर्जन कोरोना मरीज

रायसेन जिले में आज आधा दर्जन कोरोना संक्रमित मरीज मिले है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना जांच रिपोर्ट में आज आधा दर्जन कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले है। इनमें दो चिकित्सक शामिल है। पाए गये मरीजाें की हिस्ट्री निकाली जा रही है। जिले में अभी तक 295 कोराना पॉजिटिव मिले है और इनमें से 124 लोग अस्पताल में ठीक होकर घर चले गये है। वर्तमान में एक्टिव 164 लोगों का उपचार अस्पताल में चल रहा है।

सीहोर में सात नए पॉजिटिव मिले

मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में आज सात नए लोगों में कोरोना का संक्रमण पाए जाने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 209 तक पहुंच गयी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकार डॉ सुधीर कुमार डेहरिया के अनुसार 7 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। उनमें सीहोर के कस्बा तथा पल्टन एरिया से 1-1, आष्टा के ग्राम भंवरी निवासी 1 व्यक्ति, बुदनी के बकतरा से 1 तथा नसरुल्लागंज के शहरी क्षेत्र से 3 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। आज 4 व्यक्तियों को स्वस्थ होने के उपरांत अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।

शिवपुरी में मिले 5 नए संक्रमित

मध्यप्रदेश के शिवपुरी में आज 5 मरीज कोरोना पॉजिटिव निकले, जिसके बाद कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 272 हो गयी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से जारी किए गए कोरोना हेल्थ बुलेटिन में बताया गया है कि आज 5 मरीजों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 272 तक पहुंच गई है। अभी तक 230 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट यहां 84 प्रतिशत से अधिक है।

एक ही एक्सरे मशीन से सामान्य तथा कोरोना संक्रमित के एक्सरे का आया मामला

मध्यप्रदेश के खरगोन जिला मुख्यालय स्थित जिला चिकित्सालय में कथित रुप से एक ही एक्सरे मशीन से कोरोना संक्रमित तथा सामान्य व्यक्तियों के एक्सरे किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।

जिला अस्पताल खरगोन में एक्सरे करने वाले रेडियोग्राफर मुकेश हिरवे ने बताया कि प्रतिदिन सामान्य और कोरोना संक्रमित लोगों का एक ही कक्ष में एक ही मशीन से एक्सरे किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था से सामान्य व्यक्ति को संक्रमण का खतरा संभावित है। उसने बताया कि प्रति दिन औसतन 50 सामान्य तथा 15 कोरोना संक्रमितों का एक्सरे किया जाता है।

छिंदवाड़ा में मिले 8 नए पॉजिटिव

छिंदवाड़ा जिले में आज 8 नए कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिलने के बाद एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 37 तक पहुंच गयी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार नए पॉजिटिव मरीजों में मोहखेड़ और जुन्नारदेव तहसील में 2-2, परासिया सौंसर व तामिया तहसील में एक-एक तथा एक रोगी छिंदवाड़ा नगर से एक निजी चिकित्सालय के कर्मचारी के रुप में मिला है। सभी कोविड़ सेंटर में भर्ती कराया गया है।

पाकिस्तान द्वारा बार-बार संघर्ष विराम का उल्लंघन करने पर भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के जवान की मौत, आठ घायल attacknews.in

जम्मू, 27 जुलाई ।जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर साेमवार को पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन की भारतीय सेना की आेर से की गयी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना का एक जवान मारा गया तथा आठ अन्य घायल हो गये।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने बगैर किसी उकसावे के प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारत के सीमावर्ती गांवों और अग्रिम चौकियों को निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि सेना ने इसका हाजीपीर, पुंछ, छाम्ब और राख चिकरी सेक्टरों में मुंहतोड़ जवाब दिया जिसमें पाकिस्तान का एक सैनिक मारा गया तथा आठ अन्य घायल हो गये।

सूत्रों के मुताबिक भीमबेर इलाके में पाकिस्तानी जवान मारा गया जबकि पांच अन्य पुंछ जिले में तथा हाजीपीर, राख चिकरी और पाधर इलाके में एक-एक जवान घायल हुआ।

इससे पहले आज दिन में पुंछ जिले में पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी कर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था। पुंछ जिले के मानकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान ने छोटे हथियारों से गोलीबारी की तथा माेर्टार के गोले दागे।

भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए पांच पाकिस्तानी जवानों को घायल कर दिया।

इससे पहले रविवार को भी पाकिस्तान ने पुंछ जिले में संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की थी। सेना की जवाबी कार्रवाई को उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है।

मध्यप्रदेश के घोषित हायर सेकेंडरी परीक्षा परिणाम में टाॅप थ्री टाॅपर रही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भांजियां और इस साल नियमित छात्रों ने सर्वाधिक प्रथम श्रेणी बनाकर रिकार्ड तोड़ा attacknews.in

भोपाल 27 जुलाई ।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भांजे-भांजी छात्रों ने इस साल कोरोना काल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और सर्वाधिक प्रथम श्रेणी प्राप्त की।

माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा संचालित हायर सेकण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिये गये हैं। हायर सेकेण्डरी परीक्षा में इस वर्ष 68.81 प्रतिशत नियमित तथा 28.70 प्रतिशत स्वाध्यायी विद्यार्थी उत्तीर्ण रहे हैं। नियमित छात्राएँ 73.40 प्रतिशत एवं नियमित छात्र 64.66 प्रतिशत सफल हुए हैं। शासकीय विद्यालयों का उत्तीर्ण प्रतिशत 71.43 रहा तथा अशासकीय विद्यालयों का उत्तीर्ण प्रतिशत 64.93 रहा। उल्लेखनीय है कि परीक्षा मार्च 2020 एवं कोविड 19 संक्रमण के कारण शेष परीक्षाएँ जून माह में सम्पन्न कराई गयी थी।

हायर सेकण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा नियमित एवं स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के लिये प्रदेश में कुल 3657 केन्द्रों पर परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा में 6 लाख 60 हजार 574 नियमित परीक्षार्थी एवं 1 लाख 24 हजार 282 स्वाध्यायी परीक्षार्थी शामिल हुए थे।

कुल 6 लाख 59 हजार 729 नियमित परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित किये गये हैं। इनमें 2 लाख 77 हजार 750 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, एक लाख 61 हजार 544 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी में तथा 14 हजार 704 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में एवं 10 परीक्षार्थी उत्तीर्ण श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार कुल 4 लाख 54 हजार 8 परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुए जिनका परीक्षाफल 68.81 प्रतिशत रहा। नियमित परीक्षार्थियों में 97 हजार 960 ने पूरक की पात्रता प्राप्त की है। जबकि 835 नियमित परीक्षार्थियों के परीक्षाफल अंकों की पुष्टि न हो पाने के कारण उनके परिणाम बाद में घोषित किये जाएंगे।

कुल एक लाख 23 हजार 406 स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के परीक्षाफल घोषित किये गये हैं। घोषित परिणामों में 8 हजार 4 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में, 21 हजार 21 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी में तथा 6 हजार 392 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार कुल 35 हजार 429 परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुए हैं। इनका परीक्षा परिणाम 28.70 प्रतिशत रहा। स्वाध्यायी परीक्षार्थियों में 23 हजार 577 ने पूरक की पात्रता प्राप्त की है। परीक्षा अंकों की पुष्टि न हो पाने के कारण 856 परीक्षार्थियों के परिणाम बाद में घोषित किये जाएंगे। साथ ही अन्य राज्य/मण्डल के जिन छात्रों द्वारा पात्रता दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किये गये हैं, उनके परिणाम भी रोके गये हैं। एक माह के भीतर पात्रता दस्तावेज प्रस्तुत करने पर परीक्षण उपरांत परिणाम घोषित किये जाएंगे। पूरक परीक्षा की तिथि शीघ्र घोषित की जाएगी।

प्रावीण्य सूची में प्रथम तीन स्थान पर रहीं छात्राएँ

प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान रीवा की खुशी आत्मजा रमेश प्रताप सिंह (त्यौंथर शा.कन्या.उ.मा.वि), द्वितीय स्थान नरसिंहपुर की मधुलता आत्मजा बसंत सिलावट ने (शा.बहु.उत्कृष्ट.उ.मा.विद्यालय), एवं तृतीय स्थान नीमच की निकिता आत्मजा जयप्रकाश पाटीदार (शा.उत्कृष्ट.उ.मा.वि. क्रमांक-1 नीमच कैंट) ने प्राप्त किया है। प्रावीण्य सूची में कला संकाय के 19, गणित विज्ञान संकाय के 37, जीवविज्ञान संकाय के 19, वाणिज्य संकाय के 34, कृषि संकाय के 7, ललितकला और गृह विज्ञान के 5 विद्यार्थियों ने प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त किया।

दिव्यांग परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 71.08 रहा

मा. शिक्षा मण्डल की वर्ष 2020 हायर सेकण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट में शामिल नेत्रहीन एवं मूक-बधिर छात्रों के परीक्षाफल भी घोषित किये है। गये इस श्रेणी के परीक्षार्थियों का परीक्षाफल 71.08 प्रतिशत रहा। इसमें छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 71.92 एवं छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 70.63 रहा।

परीक्षार्थियों को दी जा रही अंकसूचियों में यदि किसी प्रकार की लिपिकीय त्रुटि है तो परीक्षा परिणाम घोषित होने के दिनांक से तीन माह की अवधि तक उसे ठीक कराने के लिये नि:शुल्क व्यवस्था है। तीन माह तक किसी प्रकार का सुधार न कराने वाले छात्र-छात्राओं को बाद में ऐसे सुधार कराने के लिये सशुल्क आवेदन करना होगा। इसके अतिरिक्त छात्र-छात्राओं को यदि उन्हें प्राप्त अंकों में किसी प्रकार का संदेह है तो ऐसे परीक्षार्थी अपने प्राप्तांकों के सत्यापन के लिए परीक्षा परिणाम घोषित होने की तिथि के 15 दिवस में एमपी ऑनलाइन के कियोस्क पर अथवा www.mpbse.gov.inपर डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड अथवा इंटरनेट बैंकिंग से शुल्क का भुगतान कर आवेदन सकते है।

उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति प्राप्त करने के लिये भी परीक्षा परिणाम घोषणा की तिथि से 15 दिवस में एमपी ऑनलाइन के कियोस्क पर अथवा www.mpbse.gov.in पर डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड अथवा इंटरनेट बैंकिंग से शुल्क का भुगतान कर आवेदन किये जा सकते हैं। पुनर्गणना, उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति प्राप्त करने के आवदेन जमा करने के लिये मोबाईल एप की सुविधा भी उपलब्ध है। मण्डल का मोबाईल एप ‘MPBSE’ गूगल प्ले स्टोर अथवा एमपी मोबाईल से नि:शुल्क डाउनलोड किया जा सकता है।

मध्यप्रदेश में इस साल स्नातक फायनल और स्नातकोत्तर लास्ट सेमेस्टर की घर बैठे होगी परीक्षा,उत्तर पुस्तिका डाक से या ईमेल से भी भेज सकेंगे attacknews.in

भोपाल 27 जुलाई ।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा और उनके कैरियर एवं भविष्य को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं।

स्नातक प्रथम, द्वितीय वर्ष एवं स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को गत वर्ष के परीक्षा परिणाम तथा वर्तमान सत्र के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर आगामी कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा।

इसी प्रकार स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं के लिए कोरोना के संक्रमण से बचाव एवं शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए उनकी परीक्षाएं निवास में ही रहकर ओपन बुक प्रणाली से करवाई जाएंगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देने पर उनकी फायनल डिग्री पर हमेशा सवाल उठाये जाते हैं, इसलिये ओपन बुक प्रणाली से परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया है।

स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को उनके लॉगिन आईडी तथा निर्धारित वेबसाइट पर प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाये जाएंगे।

ओपन बुक परीक्षा प्रणाली में परीक्षार्थी अपने निवास में ही रहकर उत्तर पुस्तिका लिख सकेंगे। परीक्षार्थी को अपनी उत्तर पुस्तिका संग्रहण केन्द्र में जमा करना होगी। इसके लिये हजारों की संख्या में संग्रहण केन्द्र स्थापित किये गये हैं।

उत्तर पुस्तिका जमा करने के लिये परीक्षार्थी के पास दो विकल्प और होंगे, जिसमें डाक द्वारा और ई-मेल द्वारा भी उत्तर पुस्तिका भेजने की सुविधा होगी।

इन छात्र-छात्राओं को गत वर्षो के प्राप्तांकों का 50 प्रतिशत वेटेज तथा ओपन बुक परीक्षा के प्राप्ताकों का 50 प्रतिशत वेटेज देते हुए स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे।

स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में 5.71 लाख छात्र-छात्राएँ शामिल होंगे।

विश्वविद्यालयीन परीक्षाएं सितम्बर माह में आयोजित की जाएंगी, जिसके परीक्षा परिणाम माह अक्टूबर में घोषित होंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छात्र-छात्राओं से आव्हान किया कि सुनहरे भविष्य के लिये मन लगाकर पढ़ाई करें और कड़ी मेहनत करें, जिससे माता-पिता के साथ मध्यप्रदेश का भी गौरव बढ़ सके।

तकनीकी पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षाएँ 24 अगस्त से

तकनीकी पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षाएँ ऑनलाइन मोड पर 24 अगस्त से आयोजित होंगी।

तकनीकी-शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थितयों और छात्रों के सर्वव्यापी हितों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इसके अतिरिक्त अन्य सेमेस्टर 2 से 7 तक के विद्यार्थियों को अंतरिक मूल्यांकन एवं गत वर्ष में उनके प्रदर्शन के आधार पर आगामी कक्षा में प्रोन्नत करने का भी निर्णय लिया गया है। श्रीमती सिंधिया ने बताया कि जो छात्र ऑनलाइन परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे उनके लिए बाद में विशेष परीक्षा 15 से 23 सितम्बर के मध्य आयोजित की जायेगी।

सुप्रीम कोर्ट में UGC द्वारा आयोजित स्नातक और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षा के आयोजन को रोकने और जनरल प्रमोशन देने के मामले में सुनवाई शुक्रवार तक स्थगित attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 जुलाई ।उच्चतम न्यायालय ने विश्वविद्यालयों में विभिन्न पाठ्यक्रमों की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 30 सितम्बर तक कराये जाने की अनिवार्यता संबंधी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशानिर्देशों को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई 31 जुलाई तक के लिए सोमवार को स्थगित कर दी।

न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी और न्यायमूर्ति बीआर गवई की खंडपीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को यूजीसी की ओर से 29 जुलाई तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। उस जवाब पर याचिकाकर्ता अगले दिन यानी 30 जुलाई को जवाब दाखिल कर सकते हैं।

खंडपीठ चार याचिकाओं की संयुक्त सुनवाई कर रही थी, जिनमें विभिन्न विश्वविद्यालयों के 31 छात्रों, विधि छात्र यश दुबे, युवा सेना नेता आदित्य ठाकरे और एक छात्र कृष्णा बाघमारे की एक-एक याचिका शामिल है। इन चारों याचिकाओं में गृह मंत्रालय के आदेश के मद्देनजर यूजीसी द्वारा जारी गत छह जुलाई को जारी अधिसूचना को रद्द करने की मांग की गयी है।

विधि छात्र यश दुबे की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए। उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह इस मामले में लोक कल्याणार्थ (प्रो-बोनो-पब्लिको) बहस करेंगे। श्री सिंघवी ने दलील दी कि यूजीसी के दिशानिर्देश कठोर एवं अव्यावहारिक हैं। पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों की ओर से पेश वकीलों ने भी परीक्षाओं के आयोजन पर कड़ी
आपत्ति जताई।।

विभिन्न विश्वविद्यालयों के 31 छात्रों की ओर से पेश अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव ने एक ही दिन में कोविड-19 के 50 हजार से अधिक मामलों का उल्लेख करते हुए न्यायालय से यूजीसी के दिशानिर्देशों पर रोक लगाने का आग्रह किया।