देश में 109 मार्गों पर निजी कंपनियाँ चलायेंगी ट्रेन और सभी रेलवे स्टेशनों पर दो साल में लग जायेंगे CCTV कैमरे attacknews.in

नयी दिल्ली, 01 जुलाई ।सरकार ने 109 मार्गों पर ट्रेनों के परिचालन की पूरी जिम्मेदारी निजी कंपनियों के हाथों में सौंपने की योजना बनाई है और इसके लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

इसमें ट्रेनों की खरीद, उसके लिए पैसा जुटाने, ट्रेनों के परिचालन एवं रखरखाव की जिम्मेदारी निजी कंपनी की होगी जबकि ड्राइवर और गार्ड रेलवे के होंगे।

कंपनी अपने राजस्व में रेलवे को हिस्सेदारी देगी। साथ ही पटरी के इस्तेमाल के लिए भाड़ा और उपभोग के आधार बिजली का शुल्क भी वह रेलवे को देगी।

रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन आमंत्रित करने के साथ ही इसके लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

सूत्रों ने बताया कि 12 क्लस्टरों में 109 मार्गों पर ‘अप’ और ‘डाउन’ मिलाकर 218 ट्रेनों का परिचालन निजी कंपनी को मिलेगा। इसके लिए उन्हें कम से कम 16 कोच वाली 151 आधुनिक ट्रेनें खरीदनी होंगी। इसमें मेक इन इंडिया को प्राथमिकता की शर्त भी होगी। इस पहल से निजी कंपनियों द्वारा 30 हजार करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है।

दो साल में सभी रेलवे स्टेशन पर लग जायेंगे सीसीटीवी कैमरे:

इधर देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम अगले दो साल में पूरा कर लिया जायेगा।

रेलवे बोर्ड के सदस्य (सिग्नलिंग और दूरसंचार) प्रदीप कुमार ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के उद्देश्य से सभी रेलवे स्टेशनों और कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव है। इनमें से 598 स्टेशनों और 2,019 कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाये जा चुके हैं। अगले दो साल में सभी रेलवे स्टेशनों और 7,020 कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम पूरा कर लिया जायेगा। देश में छह हजार से अधिक रेलवे स्टेशन हैं।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन के लिए 1,927 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का काम पूरा कर लिया गया है तथा 1,089 स्टेशनों पर इस दिशा में काम चल रहा है।

पिछले साल ही 350 स्टेशनों को इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली के साथ अपग्रेड किया गया है।
हर जोन में कम से कम एक केंद्रीकृत यातायात नियंत्रण प्रणाली (सीटीसी) बनाने की भी योजना है। इसमें एक ही जगह से दो सौ किलोमीटर से अधिक का रेल यातायात नियंत्रित किया जा सकता है। कुल 6,966 किलोमीटर रेल मार्ग को सीटीसी प्रणाली के तहत लाने की मंजूरी मिल चुकी है। इस परियोजना की लागत 6,328 करोड़ रुपये होगी।

कमलनाथ ने प्रभात झा और विष्णुदत्त शर्मा को बिना शर्त माफी मांगने का भेजा कानूनी नोटिस और कहा: ये मेरी छबि धूमिल करके राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं attacknews.in

भोपाल, 01 जुलाई ।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनके खिलाफ हाल ही में चीन को लेकर आरोप लगाने के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को नोटिस भेजे हैं। इनमें दोनों नेताओं से बगैर शर्त माफी मांगने के लिए कहा गया है।

श्री कमलनाथ की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने 30 जून को ईमेल और कुरियर के माध्यम से दोनों नेताओं को लीगल नोटिस भेजे हैं।

अलग अलग नोटिस में कहा गया है कि श्री झा और श्री शर्मा ने यहां क्रमश: 26 जून और 27 जून को मीडिया के समक्ष श्री कमलनाथ के खिलाफ मानहानिकारक, आधारहीन और असत्य आरोप लगाए हैं। ये आरोप चीन को लाभ पहुंचाने से संबंधित हैं और इनका प्रकाशन एवं प्रसारण विभिन्न समाचार माध्यमों में भी हुआ है।

नोटिस में विस्तार से घटनाक्रम का ब्याैरा देते हुए कहा गया है कि श्री कमलनाथ छिंदवाड़ा से दस बार सांसद चुने गए हैं। वे वर्तमान में विधायक होने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद का दायित्व संभाल रहे हैं। वे केंद्र में मंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री भी रहे हैं। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ दोनों नेताओं ने आधारहीन और असत्य आरोप लगाए हैं। ऐसा लगता है कि निकट भविष्य में राज्य में होने वाले 24 विधानसभा उपचुनावों के मद्देनजर राजनैतिक लाभ के लिए ऐसा किया गया है।

नोटिस के अनुसार इस तरह के आधारहीन आरोप लगाकर श्री कमलनाथ की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है। इसमें कहा गया है कि नोटिस प्राप्त होने के सात दिनों के अंदर श्री झा और श्री शर्मा बगैर शर्त लिखित में माफी मांगें, अन्यथा उनके खिलाफ मानहानि संबंधी विधिक कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी।

गृह मंत्रालय ने खालिस्तानी संगठनों से जुड़े नौ व्यक्तियों को आतंकवादी घोषित किया attacknews.in

नयी दिल्ली 01 जुलाई । केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने विभिन्न खालिस्तान संगठनों से जुड़े नौ लोगों को राष्ट्र विरोधी गतिविधि चलाने के लिए आज गैरकानूनी गतिविधियां (निषेध) अधिनियम 1967 के तहत आतंकवादी घोषित कर दिया।

मंत्रालय ने इससे पहले भी पिछले वर्ष चार व्यक्तियों को इस अधिनियम के तहत आतंकवादी घोषित किया था।

खालिस्तान आंदोलन से जुड़े जिन लोगों को आज आतंकवादी घोषित किया है उनमें पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन “बब्बर खालसा इंटरनेशनल” का प्रमुख वाधवा सिंह बब्बर, पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन “इंटरनेशनल सिख यूथ फ़ैडरेशन” का प्रमुख लखबीर सिंह , पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन “खालिस्तान ज़िंदाबाद फोर्स” का प्रमुख रणजीत सिंह, पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन “खालिस्तान कमांडो फोर्स” का प्रमुख परमजीत सिंह, जर्मनी में रहने वाला आतंकवादी संगठन “खालिस्तान ज़िंदाबाद फोर्स” का प्रमुख सदस्य भूपिंदर सिंह भिंडा और गुरमीत सिंह बग्गा, अमरीका में रहने वाला गैरकानूनी संस्था “सिख फॉर जस्टिस” का प्रमुख सदस्य गुरपतवंत सिंह पन्नुन, कनाडा में रहने वाला “खालिस्तान टाइगर फोर्स” का प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर और ब्रिटेन में रहने वाला आतंकवादी संगठन “बब्बर खालसा इंटरनेशनल” का प्रमुख परमजीत सिंह शामिल हैं।

कोरोनिल दवा को लेकर विवाद में फंसे बाबा रामदेव का आयुष मंत्रालय एवं पतंजलि के बीच विवाद खत्म हुआ ,मेडिकल टर्मोलॉजी को लेकर पैदा हुआ संशय दूर कर लिया गया attacknews.in

हरिद्वार 01 जुलाई । हरिद्वार पतंजलि योगपीठ के संचालक बाबा रामदेव ने बुधवार को स्पष्ट किया केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने पतंजलि योगपीठ द्वारा बनाई गई दवा को कोविड-19 बीमारी के प्रबंधन में सहायक माना है हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया की आयुष मंत्रालय ने उनकी औषधि को कोरोना बीमारी की औषधि के रूप में मान्यता दी है।

बाबा रामदेव ने कहा कि हमने सभी मानकों को पूरा करके इस औषधि का लाइसेंस प्राप्त किया है और सभी रोगी इस दवा को लेकर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा कर कोरोना वायरस जैसी बीमारी से लड़ सकते हैं उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि यह कोरोना बीमारी की वैक्सीन का विकल्प नहीं है यह केवल एक रेमेडी है जो लोग ऐसी बीमारियों से ग्रस्त है वह इन दवाइयों को लेकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं ।

उन्होंने कहा की आयुष मंत्रालय एवं पतंजलि के बीच इस दवा को लेकर कोई विवाद नहीं है बस कुछ मेडिकल टर्मोलॉजी को लेकर संशय बना हुआ है जिसे दूर कर लिया गया है और आयुष मंत्रालय गाइड लाइन के अनुसार अब इस दवा को इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर बाजार में उतारा जाएगा ।

आयुष मंत्रालय, भारत सरकार को हमने अपने क्लीनिकल कंट्रोल्ड ट्रायल की सभी दस्तावेज उपलब्ध करा दिए हैं, तथा मंत्रालय ने यह भी स्वीकार किया है कि पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन ने कोविड-19 के प्रबंध के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित की है। आयुष मंत्रालय तथा पतंजलि में अब इस विषय पर कोई भी असहमति नहीं है।

आयुष मंत्रालय के निर्देश के अनुसार, दिव्य कोरोनिल टैबलेट, दिव्य श्वासारि वटी एवं दिव्य अणु तेल, जैसा कि
स्टेट लाइसेंस अथाॅरिटी, आयुर्वेद-यूनानी सर्विसेज, उत्तराखंड सरकार से निर्माण एवं वितरण करने की जो पतंजलि को अनुमति मिली हुई है, उसके अनुरूप अब हम इसे सुचारु रुप से पूरे भारत में निष्पादित कर सकते हैं।

आयुर्वेदिक ड्रग्स लाइसेंस एवं क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल की दोनों धारायें बिल्कुल अलग हैं। आयुर्वेद की सभी दवाओं के लाइसेंस की प्रक्रिया उनके परम्परागत गुणों के आधार पर ही है।

उन्होंने कहा पतंजलि के लगभग 500 से अधिक सीनियर वैज्ञानिक पतंजलि रिसर्च सेन्टर योग एवं आयुर्वेद के विकास केे अनुसंधान में संलग्न हैं। पतंजलि ने इस सेवा में 10 हजार करोड़ से ज्यादा की सेवा राष्ट्र के नाम समर्पित की है।हम भारत की सनातन वेद परम्परा और ऋषि परम्परा के प्रतिनिधि हैं। हमने कभी न झूठा प्रचार किया है, न करेंगे। ये हम करोड़ों लोगों को विश्वास दिलाना चाहते हैं।

संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2020 और भारतीय वन सेवा परीक्षा, 2020 के उम्मीदवारों को अपने पंसद के परीक्षा केन्द्र चुनने के लिए अंतिम तारीखें निर्धारित की attacknews.in

नईदिल्ली 1 जुलाई । संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2020 और भारतीय वन सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2020 का आयोजन 4 अक्तूबर 2020 (रविवार) को पूरे भारत में संशोधित कार्यक्रम/और इसके तहत 5 जून 2020 को प्रकाशित आरटीएस के अनुसार करेगा।

सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2020 [भारतीय वन सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2020] के उम्मीदवारों की बड़ी संख्या और परीक्षा केंद्रों को बदलने के लिए उनकी ओर से प्राप्त अनुरोधों को ध्यान में रखते हुए आयोग ने उन्हें दोबारा अपने पंसद का केन्द्र चुनने का विकल्प देने का फैसला किया है।

इसके अलावा सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा, 2020 और भारतीय वन सेवा (मुख्य) परीक्षा, 2020 के लिए भी उम्मीदवारों को अपने पंसद का केन्द्र चुनने का विकल्प उपलब्ध कराया जा रहा है। केंद्रों में बदलाव के लिए उम्मीदवारों के अनुरोध पर अतिरिक्त उम्मीदवारों को समायोजित करने के लिए केंद्रों द्वारा अतिरिक्त/बढ़ी हुई क्षमता की जानकारी के अनुरुप  विचार किया जाएगा।

उम्मीदवार अपने पंसद के केन्द्रों के चयन के लिए आयोग की वेबसाइट https://upsconline.nic.inपर 7 जुलाई से 13 जुलाई 2020 तक और फिर 20 से 24 जुलाई तक शाम छह बजे दो चरणों में आवेदन ऑनलाइन जमा कर सकेंगे। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि यदि आवश्यक हो, तो वे उपरोक्त वेबसाइट पर जाकर तय तिथि के हिसाब से अपने पंसद के परीक्षा केन्द्रों के लिए आवेदन करें।

उम्मीदवार कृपया इस बात पर ध्यान दें कि केंद्र में परिवर्तन के लिए उनके अनुरोध को “पहले आवेदन पहले आवंटन ” के  आधार पर माना जाएगा [जिसका आयोग की सभी परीक्षाओं में पालन किया जाता है, और सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2020 और भारतीय वन सेवा परीक्षा, 2020] के नोटिस में इसका उल्लेख किया जा चुका है।

यदि किसी परीक्षा केन्द्र की क्षमता पूरी हो चुकी हो तो उसके लिए कोई आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। ऐसे में जिन उम्मीदवारों को अपने पसंद का केन्द्र नहीं मिल सकता उन्हें अन्य केन्द्रों में से अपने पसंद का केन्द्र चुनना होगा।

सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2020 के लिए 12 फरवरी 2020 को जारी नोटिस संख्या 05/2020-CSP  तथा भारतीय वन सेवा परीक्षा, 2020 के लिए भी 12 फरवरी 2020 को जारी नोटिस संख्या 06/2020-IFoS में उल्लिखित सभी शर्तें और उम्मीदवारों के लिए निर्धारित पात्रता में कोई बदलाव नहीं किया गया है ये अपरिवर्तित रहेंगी।

इसके अलावा, आयोग अपनी वेबसाइट https://upsconline.nic.in पर उम्मीदवारों को 1 से 8 अगस्त, 2020 की  अवधि के दौरान आवेदन वापस लेने के लिए अलग से एक विंडों उपलब्ध कराएगा। आवेदन वापस लेने के नियम और शर्तें उसी प्रकार होंगी जैसा कि सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के लिए 12 फरवरी 2020 को जारी नोटिस संख्या 05/2020-CSP और भारतीय वन सेवा परीक्षा के लिए भी इसी दिन जारी नोटिस संख्या 06/2020-IFoS में उल्लिखित है। उम्मीदवारों को ध्यान रखना होगा कि एक बार आवेदन वापस लेने के बाद भविष्य में किसी भी परिस्थिति में दोबारा आवेदन नहीं किया जा सकेगा।

गूगल क्रोम एक्सटेंशन पर इंटरनेट उपभोक्ताओं की गोपनीय जानकारियां असुरक्षित,साइबर सुरक्षा एजेंसी ने इन्स्टॉल करने के लिए सतर्क किया attacknews.in

नयी दिल्ली, एक जुलाई। देश की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने बुधवार को कहा कि इंटरनेट उपभोक्ताओं को गूगल क्रोम के एक्सटेंशन को इन्स्टॉल करते वक्त सतर्कता बरतनी चाहिए क्योंकि कपंनी ने 100 से अधिक ऐसे लिंक हटाए हैं जो उपभोक्ताओं के ‘‘संवेदनशील’’ डेटा को एकत्रित कर रहे थे।

भारत के साइबर स्पेस की रक्षा करने वाली और साइबर हमलों से मुकाबला करने वाली एजेंसी ‘द कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ऑफ इंडिया ’ (सीईआरटी-इन) ने कहा कि उसने यह भी पाया कि इन एक्सटेंशन में ऐसे कोड्स थे जिनकी मदद से इन्हें गूगल क्रोम के वेब स्टोर की सुरक्षा जांच से छिपाया जा सकता था।

उसने कहा कि निजता को खतरे में डालने वाले इन लिंक्स में स्क्रीनशॉट लेने, क्लिपबोर्ड को पढ़ने, उपभोक्ताओं के पासवर्ड को पढ़ने तथा अन्य गोपनीय सूचना हासिल करने की क्षमता थी।

एजेंसी ने परामर्श में कहा, ‘‘जानकारी मिली है कि गूगल ने क्रोम वेब स्टोर से गूगल क्रोम ब्राउजर के ऐसे 106 एक्सटेंशन हटा दिए हैं जो उपभोक्ता के संवेदनशील डेटा को एकत्रित कर रहे थे।’’

उसने कहा, ‘‘ये एक्सेटेंशन उपभोक्ताओं के वेब सर्च के नतीजे बेहतर करने, फाइलों को एक फॉरमेट से दूसरे में बदलने जैसे टूल के रूप में दिए जा रहे थे और कुछ एक्सटेंशन सुरक्षा जांच के रूप में काम कर रहे थे।’’

संघीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ने यूजर्स को गूगल क्रोम एक्सटेंशंस को हटाने (अनइन्स्टॉल करने) का सुझाव दिया है।

उसने कहा कि यूजर क्रोम एक्सटेंशंस पेज पर जा सकते हैं और डेवलेपर मोड को चालू करके यह देख सकते हैं कि कोई खतरे वाला एक्सटेंशन तो उनके पास इन्स्टॉल नहीं है और फिर उसे अपने ब्राउजर्स से हटा सकते हैं।

एजेंसी ने इंटरनेट उपभोक्ताओं को केवल वे एक्सटेंशंस इन्स्टॉल करने की सलाह दी है जिनकी बेहद जरूरत है और ऐसा करने से पहले उपभोक्ताओं की प्रतिक्रियाएं देखने के लिए कहा है।

उसने कहा कि ऐसे एक्सटेंशंस अनइन्स्टॉल कर दें जिनकी जरूरत नहीं है। साथ ही अपुष्ट स्रोतों से एक्सटेंशंस इन्स्टॉल न करें।

भारत-चीन सीमा विवाद: लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बैठक में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों को पीछे हटाने की जटिल प्रक्रिया के बीच सीमा पर तनाव कम करने को दी गई प्राथमिकता attacknews.in

नयी दिल्ली 01 जुलाई । भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध को दूर करने के लिए दोनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई बैठक में सीमा पर प्राथमिकता के आधार पर तनाव कम करने पर जोर दिया गया।

मुद्दों के सर्वमान्य समाधान के लिए भविष्य में दोनों पक्षों के बीच सैन्य और राजनियक स्तर पर और बैठकें भी होंगी।

सूत्रों के अनुसार दोनों देशों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की तीसरी बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि दोनों देश तनाव कम करने की दिशा में प्राथमिकता के आधार पर कदम उठायेंगे।

पहली दो बैठकें चीनी क्षेत्र में होने के बाद मंगलवार को तीसरी बैठक भारतीय क्षेत्र के चुशूल में हुई जो करीब 12 घंटे तक चली जिसमें दोनों सेनाओं के बीच झड़प की जगह से सैनिकों को पीछे हटाने , सीमा पर तनाव कम करने और वास्तविक नियंत्रण रेखा से संबंधित सभी गतिविधियों और घटनाक्रम तथा आगे की योजना पर विस्तार से चर्चा हुई।

लेह स्थित 14वीं कोर के जनरल आफिसर इन कमान लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने बातचीत में भारत का नेतृत्व किया जबकि चीन के दक्षिण जिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर लिउ लिन ने चीनी पक्ष का नेतृत्व किया।

बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने जोर देकर कहा कि सीमा पर जल्द से जल्द चरणबद्ध तरीके और कदम दर कदम तनाव में प्राथमिकता के आधार पर कमी लाना जरूरी है।

सूत्रों ने बताया कि मुद्दों के सर्वमान्य समाधान तथा वास्तविक नियंत्रण रेखा पर द्विपक्षीय समझौतों तथा प्रोटोकाल के अनुसार शांति तथा मैत्रीपूर्ण स्थिति सुनिश्चित करने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर भविष्य में और बैठकें होंगी।

दोनों देश पिछले करीब दो महीने से चले आ रहे इस गतिरोध को दूर करने के लिए कई दौर की बैठक कर चुके हैं।

यह बैठक दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच गत 17 जून को स्थिति को जिम्मेदारी के साथ संभालने की भावना को ध्यान में रखते हुए हुई। इस बातचीत में दोनों पक्षों के बीच 6 जून की बैठक में सैनिकों को पीछे हटाने को लेकर बनी सहमति को भी केन्द्र में रखा गया।

बैठक के दौरान कोरोना महामारी काे देखते हुए सभी जरूरी प्रोटोकाल का ध्यान रखा गया । बातचीत में दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

सूत्रों का कहना है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया जटिल है।

दोनों देशों के सैनिकों के बीच गत 15 जून की रात गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की यह दूसरी बैठक थी। इस झड़प में एक कर्नल सहित भारत के 20 सैनिक शहीद हो गये थे। झड़प में चीन के सैनिक भी बड़ी संख्या में हताहत हुए थे।

भारत में मंगलवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 5,84,482 हुई,17,322 की मौत,महाराष्ट्र में भयावह स्थिति-1.75 लाख हुई संक्रमितों की संख्या,देश में मरीजों की रिकवरी दर 59.24प्रतिशत हुई attacknews.in

नयी दिल्ली 30 जून । देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमितों की संख्या मंगलवार की रात 5.82 लाख की संख्या को पार कर गयी लेकिन इसके साथ ही स्वस्थ होने वालों की दर भी निरंतर बढ़ती जा रही है।

देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर 59.24 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर महज 2.97 फीसदी रही। सोमवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 58.54 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर जबकि मृत्यु दर महज 2.98 फीसदी रही। रविवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 58.56 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 3.04 फीसदी थी। शनिवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 58.13 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर 3.08 प्रतिशत रही।

गुरुवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 57.72 रही जबकि मृत्यु दर महज 3.12 फीसदी रही। बुधवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 57.31 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर 3.15 प्रतिशत रही।

पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में करीब दो फीसदी का इजाफा हुआ है।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 5,84,482 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 566840 थी। अब तक कुल 345070 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 17,322 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 220024 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या सवा लाख के पार पहुंच चुकी है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनका सही तरीके से इलाज इसमें अहम भूमिका निभा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत में महामारी के मामलों या रोगियों का जल्द पता लगने, समय पर परीक्षण एवं निगरानी, मरीजों के संपर्क में आए लोगों का व्‍यापक रूप से पता लगाने और प्रभावकारी नैदानिक प्रबंधन या उपचार की बदौलत इस वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्‍या को कम करने में मदद मिली है। यह कोविड-19 की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर केंद्र सरकार द्वारा श्रेणीबद्ध, पूर्व-निर्धारित और अत्‍यंत सक्रिय नजरिया अपनाने का भी एक प्रमाण है।

देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 2,10,292 नमूनों की जांच की गयी जिससे अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या बढ़कर 86,08,654 हो गयी है।

केंद्रीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान देश में कोविड-19 की जांच करने वाली लैब की संख्या बढ़कर 1049 हो गयी है। इन सभी लैब में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड नमूनों की जांच की जिससे अब तक जांच किये गये कुल नमूनों की संख्या बढ़कर 86,08,654 हो गयी है।

दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 87 हजार के पार, निषिद्ध क्षेत्र 440 हुए

कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप झेल रही राजधानी दिल्ली में मंगलवार को नये मामले बढ़ने के साथ ही निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या में हुआ इजाफा चिंता बढ़ाने वाला रहा।

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 2199 नये मामले आने से कुल संक्रमितों की संख्या 87360 हो गई। इस दौरान निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या पांच बढ़कर 440 पर पहुंच गई।

इस दौरान 62 और मरीजों की मौत होने से इस महामारी से मरने वालों की कुल संख्या 2742 हो गई।

दिल्ली में 23 जून को एक दिन में कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक 3947 नये मामले सामने आए थे। सोमवार को 2084 नये मामले थे। पिछले 24 घंटों में राहत की बात यह रही कि इस दौरान 2113 मरीज ठीक भी हुए और अब तक 58348 लोग कोरोना को शिकस्त दे चुके हैं। आज सक्रिय मामलों की संख्या 26270 रही।
कोरोना जांच में पिछले कुछ दिनों में आई तेजी से कुल जांच का आंकड़ा 531752 पर पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 18179 जांच की गई। इसमें आरटीपीसीआर जांच 9585 और रैपिड एंटीजेन जांच 7595 थीं। दिल्ली में दस लाख की जनसंख्या पर जांच का औसत भी बढ़कर 27986 हो गया।

दिल्ली में कुल कोरोना बेड्स 13611 हैं जिसमें से 5912 पर मरीज हैं जबकि 7749 खाली हैं।होम आइसोलेशन में 16240 मरीज हैं।

तमिलनाडु में कोरोना मामले 90000 के पार, 1201 की मौत

तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप रुकने का नाम नहीं ले रहा है तथा 3943 रिकॉर्ड नये मामले सामने आने के बाद मंगलवार को संक्रमितों की संख्या 90000 के पार पहुंच गयी। इसके साथ ही संक्रमण के मामले में यह राज्य देश भर में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है।

राहत की बात यह है कि राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 55.53 फीसदी है जबकि मृत्यु दर महज 1.33 प्रतिशत है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या 90167 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 60 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 1201 हो गयी है।

सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 2325 और मरीज स्वस्थ हुए हैं और इसके बाद ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 50074 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 38892 सक्रिय मामले हैं।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में तमिलनाडु देश में महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद तीसरे नंबर पर आ गया था लेकिन सोमवार को 86000 से अधिक मामलों के साथ ही यह दिल्ली को पीछे छोड़ दूसरे स्थान पर आ गया था। दिल्ली में सोमवार तक संक्रमितों की संख्या 85161 थी।

हरियाणा में कोरोना के 338 नये मामले, कुल संख्या 14548 पहुंची, 236 मौतें

हरियाणा में कोरोना संक्रमण के आज सायं तक 338 नये मामले आने के बाद राज्य में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 14548 पहुंच गई है। वहीं इनमें से 236 लोगों की मौत हो चुकी है और 9972 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले अब 4340 हैं।

राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कोरोना की स्थिति को लेकर यहां जारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। राज्य में काेरोना संक्रमण पॉजिटिव दर 5.63 प्रतिशत, रिकवरी दर 68.55 प्रतिशत जबकि मृत्यु दर 1.62 प्रतिशत है। राज्य के सभी 22 जिले इस समय कोरोना की चपेट में हैं। राज्य के गुरूग्राम जिले में कोरोना के अब तक सबसे ज्यादा मामले आये हैं। इसके अलावा फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक, अम्बाला, पलवल और करनाल में जिलों में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गुरूग्राम में आज कोरोना के 87, फरीदाबाद 143, रोहतक 28, करनाल 20, कैथल 11, झज्जर और कुरूक्षेत्र आठ-आठ, पलवल सात, जींद छह, पानीपत पांच, हिसार चार, रेवाड़ी और सिरसा तीन-तीन, महेंद्रगढ़ दो तथा नूंह, पंचकूला और यमुनानगर में एक-एक मामला आया।

महाराष्ट्र में कोरोना मामले 1.75 लाख के करीब, 7800 से अधिक की मौत

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति भयावह होती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान रिकाॅर्ड 4878 से अधिक नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या मंगलवार की रात बढ़कर 1.75 लाख के करीब पहुंच गयी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस अवधि में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 174761 हो गयी है। इस दौरान 245 और लोगों की इस महामारी से मौत होने से इस जानलेवा वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 7855 हो गयी है। इस दौरान राज्य में 1951 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 90911 हो गयी है।

राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 52.02 फीसदी है जबकि मृत्यु दर महज 4.49 प्रतिशत है।

सूत्रों के मुताबिक राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 75979 है जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र पूरे देश में कोरोना संक्रमण और मौत के मामले में पहले नंबर पर है।

मध्यप्रदेश में हुए 13593 कोरोना संक्रमित, 10395 स्वस्थ ,किर्गिस्तान से इंदौर पहुंचे चार यात्री कोरोना संक्रमित निकले,कोरोना के सैंपल लेने गया लैब टैक्नीशियन बेहोश attacknews.in

भोपाल, 30 जून ।मध्यप्रदेश में 223 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 13593 तक पहुंच गयी, जिसमें से 10395 मरीजों के अब तक स्वस्थ हो जाने से प्रदेश में अब 2626 मरीज ही विभिन्न अस्पताल में उपचाररत भर्ती हैं।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में प्रदेश भर में 223 नए मरीज सामने आए, जिसमें सबसे अधिक मुरैना में हैं, जहां 59 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए। वहां कोरोना के बढ़ते मामले के चलते जिला प्रशासन द्वारा आज से तीन दिन के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। हालाकि इस दौरान वहां आवश्यक वस्तुओं की दुकानें आम दिनों की तरह खुलीं रहेंगी।

इंदौर जिले में कोरोना के 45 नये मामले, तीन की मौत

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के कल 45 नये मामले आने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 4709 तक जा पहुंची है। राहत की खबर है कि अब तक 3452 संक्रमित रोगी स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने कल रात बुलेटिन जारी कर बताया कि कल जांचे गये 1512 सैम्पलों में 45 संक्रमित पाये गये हैं, जबकि 1172 सैम्पल जांच के लिये प्राप्त हुये हैं। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 84704 जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी हैं, जिसमें कुल संक्रमितों की संख्या 4709 है।

सीएमएचओ ने बताया कि कल एक 70 वर्षीय महिला तथा 58 और 51 वर्षीय दो पुरुषों समेत तीन की आधिकारिक मौत दर्ज की गयी है, जिसके बाद मृतकों की संख्या 229 तक जा पहुँची है।

उधर अब तक 3452 संक्रमितों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है, जिसके बाद अस्पताल में उपचारत रोगियों की संख्या 1028 है। जबकि अब तक संस्थागत क्वारेंटाइन केंद्रों से 4478 संदेहियों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दी जा चुकी है।

मुरैना में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 242, चार की मौत

मुरैना जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 242 हो गई है। जबकि यहां इस बीमारी के चलते चार मरीज की मौत हो चुकी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन ने इस वैश्विक महामारी कोरोना के प्रकोप की रोकथाम के लिये व्यापारियों और जनप्रतिनिधियों की कल बुलाई गई बैठक में दोनों पक्षों से सुझाव मांगे गए। व्यापारियों ने कोरोना पोजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या को दृष्टिगत मुरैना में 14 दिन के लिये लॉक डाउन करने की बात कही। जबकि जनप्रतिनिधियों कहा कि शादी समारोहों के चलते लॉकडाउन नहीं किया जाए बल्कि सोशल डिस्टसिंग और मास्क लगाने के लिये लोगों को जागृत किया जाए। व्यापारियों ने कल अपनी दुकाने बंद रखी।

वंदे भारत मिशन, यूक्रेन से इंदौर पहुंचे 144 यात्री

वंदे भारत मिशन के तहत यूक्रेन के कीव बोर्सपिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आज सुबह एयर इंडिया की एक यात्री उड़ान मध्यप्रदेश के इंदौर के देवी अहिल्याबाई होल्कर अंतरराष्ट्रीय विमान तल पर 144 यात्रियों को लेकर पहुंची है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार यूक्रेन के कीव बोर्सपिल से दिल्ली होते हुये आज सुबह 5 बजकर 20 पर इंदौर पहुंची इस एयर इंडिया की उड़ान में सवार इंदौर के रहने के वाले 29 यात्रियों समेत कुल 144 यात्री थे। इस उड़ान में अन्य यात्री मध्य प्रदेश के अन्य जिलों सहित छत्तीसगढ़, गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों के बताये जा रहे हैं, जिन्हें उनके जिलों के लिए रवाना किया गया है जबकि इंदौर के रहने वाले 29 यात्रियों को यहाँ एक निजी होटल में संस्थागत क्वारेंटाइन किया गया है।

किर्गिस्तान से इंदौर पहुंचे चार यात्री कोरोना संक्रमित

‘वंदे भारत मिशन’ के तहत बीती 21 जून को किर्गिस्तान से मध्यप्रदेश के इंदौर पहुंचे चार यात्रियों में ‘कोविड 19’ संक्रमण पाया गया है।

इंदौर जिला के स्वास्थ्य महकमे के नोडल अधिकारी (कोरोना) डॉ अमित मालाकार ने आज जानकारी देते हुये बताया कि बीती 21 जून को किर्गिस्तान से यहाँ कुल 125 यात्री पहुंचे थे। जिनमें से 12 यात्री इंदौर निवासी हैं, जिन्हें यहीं संस्थागत क्वारेंटाइन में रखा गया था।

कोरोना के सैंपल लेने गया लैब टैक्नीशियन बेहोश

भिण्ड में कोरोना के सैंपल लेने के लिए गया एक लैब टैक्नीशियन अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में पदस्थ लैब टेक्नीशियन राजीव सोनी कल शाम मातादीन का पुरा में पीपीई किट पहनकर कोरोना संदिग्धों के सैंपल लेने गया था कि अचानक वह बेहोश होकर गिर पडा। लैब टेक्नीशियन के साथ गए कर्मचारियों ने तत्काल अस्पताल प्रबंधक को इसकी सूचना दी। सूचना के बाद एंबुलेंस पहुंच गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सिवनी जिले में 46 लोग किए गए होम क्वारेंटाईन

सिवनी जिले के आदिवासी विकासखंड घंसौर में एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में 46 लोगों को होम कोरेन्टाईन किया गया है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आदिवासी विकासखंड घंसौर में दो दिन पूर्व जबलपुर से एक व्यक्ति आया था। इस व्यक्ति ने प्रशासन को कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी न देकर ग्राम बरेला, दुर्जनपुर व गोरखपुर में लोगों से मेल-मिलाप कर वापिस चला गया था। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने तीन ग्रामों के संपर्क में आए लोगों को होम कोरेन्टाईन किया है।

कटनी में मिला एक कोराेना मरीज

कटनी में एक 40 वर्षीय महिला कोरोना से संक्रमित पाई गई।आधिकारिक जानकारी के अनुसार भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) जबलपुर से कल देर रात मिली रिपोर्ट में एक महिला में कोरोना के लक्षण पाया गया। महिमा की तबीयत कुछ दिन पहले खराब हो गई थी और वह इलाज के लिए एक निजी चिकित्सक के पास गई थीं। डॉक्टर द्वारा कोरोना के लक्षण पाए जाने पर उन्हें जिला चिकित्सालय भेज दिया गया था।

कोरोना के मद्देनजर महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध

उज्जैन स्थित भगवान महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास में कावडियों को मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कोविड-19 के दृष्टिगत श्रावण -भादौ मास में निकलने वाली भगवान महाकालेश्वर की निकने वाली सवारी के मार्ग में संशोधन किया गया है। श्रावण मास में कावड़ यात्रियों का शहर में प्रवेश प्रतिबंध रहेगा। श्री महाकालेश्वर मन्दिर में भस्म आरती का समय प्रात: 5.30 बजे से रात्रि 9 बजे तक हो सकेंगे। श्रावण मास में 9 से 10 हजार दर्शनार्थी प्रीबुकिंग के माध्यम से दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान महाकालेश्वर मन्दिर गर्भगृह में प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।

बुरहानपुर में 9 नए मामले मिलने के बाद कुल संख्या 401 तक पहुंची

बुरहानपुर में आज कोरोना के 9 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 401 तक पहुंच गयी है।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विक्रम सिंह वर्मा ने बताया कि आज 9 नए मरीज आए हैं। इनमें 1 पुरूष और 8 महिलाएं हैं। यह नए मरीज राजीव गॉधी नगर, बैरी मैदान, डॉ भीमराव आंबडेकर वार्ड, नागझीरी मोमीनपुरा और आलमगंज आदि के हैं। बुरहानपुर में कोरोना संक्रमित 401 मरीज हो गए हैं। इनमें 23 मरीजों की मौत हुई है।

धार में कोरोना से 178 संक्रमित, 142 स्वस्थ, 6 मौत

धार जिले में ‘कोविड 19’ के आज 5 संक्रमित सामने आने के बाद यहां संक्रमितों की संख्या 178 तक जा पहुंची है। वही राहत की बात यह है कि आज 07 मरीज पूर्णतः स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। अब तक कुल 142 मरीज स्वस्थ हो चुके है, यहां अब तक 6 की मौत संक्रमण से दर्ज की गई है।इस प्रकार वर्तमान में यहां के अस्पतालों में 30 मरीजों का इलाज जारी हैं।

मुरैना में 27 नए काेराेना मरीज मिले

मुरैना में 27 नए कोरोना के मरीज मिलने के बाद इससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 263 हो गयी। वही, एक मरीज की मृत्यु भी हुयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज आई 108 कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट में 27 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से इनकी संख्या बढ़कर 263 हो गई है। जबकि 75 मरीजों की जांच निगेटिव मिली है और 06 मरीजो की जांच दुबारा कराई जाएगी।

भिंड में मिले 22 कोरोना मरीज

भिंड जिले में आज 22 कोरोना पाॅजिटिव मरीज सामने आए हैं।आधिकारिक जानकारी के अनुसार शहर में ही 22 कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं। अब कोरोना पाॅजिटिवों की संख्या 244 हो गई है। जिसमें 138 ठीक होकर घर चले गए तथा 106 का भिण्ड कोरोना सेंटर में इलाज चल रहा है।

सागर में 12 नए कोरोनो मरीज मिले

सागर जिले में बीना रिफायनरी के दो कर्मचारियों सहित बारह लोगों की रिपोर्ट कोराेना संक्रमित पाई गयी, जबकि 19 मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए।

बीएमसी के बायपोलॉजी विभाग की लैब से मिली रिपोर्ट के अनुसार आज बीना रिफायनरी के दो कर्मचारियों 38 वर्षीय और 51 वर्षीय व्यक्ति की रिपोर्ट पाजीटिव निकली है, जो कि पूर्व में आये कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में रहे हैं। बीना रिफायनरी से अब तक आधा दर्जन कर्मचारी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। वहीं, खुरई रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल के 38 साल के डाक्टर की रिपोर्ट पाॅजिटिव आयी है।

फिर से पाकिस्तानी निशाना:मुंबई की ताज होटल और ताज लैंडइंड होटल को पाकिस्तान ने उड़ाने की धमकी दी ,पुलिस अलर्ट पर, भारी सुरक्षा बल तैनात attacknews.in

मुंबई, 30 जून । दक्षिण मुंबई में स्थित इंडिया गेट के समीप बने ताज होटल और पश्चिमी उपनगर बान्द्रा स्थिति ताज लैंडइंड होटल को कल किसी ने फाेन पर बम से उड़ाने की धमकी दी थी जिसके बाद दोनों होटलों की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार कल अर्धरात्रि को पाकिस्तान से किसी ने फोन पर दोनों होटलों को उड़ाने की धमकी दी।

दोनों होटलों की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है और पुलिस जिस फोने नंबर से होटल को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी उसकी जांच कर रही है।

धमकी भरा फोन पाकिस्तान के कराची के एक नंबर से किया गया था रिपोर्ट के अनुसार फोन करने वाले ने कथित तौर पर लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य होने का दावा किया।

ताज होटल चलाने वाली इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड ने आज दोपहर एक बयान जारी कहा कि मुंबई पुलिस ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।

इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के प्रवक्ता ने कहा कि उन लोगों ने सारी जानकारी पुलिस विभाग को दे दी है और जांच में पुलिस को पूरा सहयोग देंगे। छब्बीस नवंबर 2008 को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने ताज होटल को अपना निशाना बनाया था।

मुंबई में ताज होटल के बाहर सुरक्षा बढ़ाई गई: पुलिस

कराची स्टॉक एक्सचेंज पर हुए हमले के बाद दक्षिण मुंबई में स्थित ताज होटल के बाहर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान पाकिस्तानी आतंकवादियों के निशाने पर शामिल स्थलों में कोलाबा इलाके में स्थित ऐतिहासिक ताज होटल भी था।

अधिकारी ने बताया कि सोमवार को कराची एक्सचेंज पर हुए हमले के बाद मुंबई पुलिस हाई अलर्ट पर है और आतंकवाद-रोधी उपायों को पुख्ता करते हुए होटल तथा अन्य संवेदनशील प्रतिष्ठानों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

हालांकि अभी तक पुलिस ने इन खबरों की पुष्टि नहीं की है कि पाकिस्तान से एक व्यक्ति ने फोन कर इस आलीशान होटल को बम से उड़ाने की धमकी दी है।

अधिकारी ने कहा, ‘पुलिस अलर्ट पर है और (ताज होटल) इलाके में पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किये गए हैं।

मध्यप्रदेश आने और नहीं आने के असमंजस के बीच आनंदीबेन पटेल बुधवार को भोपाल पहुंचकर कार्यवाहक राज्यपाल के रूप मे शपथ ग्रहण करेंगी attacknews.in

भोपाल, 30 जून । मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही कवायद के बीच प्रदेश की कार्यवाहक राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल बुधवार को दोपहर में राजधानी भोपाल पहुंचेंगी और फिर वे शपथ ग्रहण करेंगी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कार्यवाहक राज्यपाल श्रीमती पटेल दिन में साढ़े तीन बजे के बाद यहां पहुंचेंगी। इसके बाद राजभवन के सांदीपनी सभागार में राज्यपाल का शपथ ग्रहण समारोह होगा। वे लखनऊ से विशेष विमान से यहां आएंगी।

आनंदीबेन पटेल के भोपाल पहुंचने पर असमंजस बरकरार रहा:

इसी बीच यह खबर भी आई कि,मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही कवायद और मंत्रियों की शपथ का कार्यक्रम तय नहीं हो पाने की स्थिति के बीच प्रदेश की कार्यवाहक राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के बुधवार को दोपहर में राजधानी भोपाल पहुंचने को लेकर असमंजस की स्थिति बन गयी है ।

सूत्रों के अनुसार श्रीमती पटेल के बुधवार की दोपहर में यहां पहुुंचने का कार्यक्रम शाम को तय हो गया था। लेकिन देर शाम श्रीमती पटेल के भोपाल आगमन को लेकर फिर संशय बन गया। संकेत दिए गए थे कि उनका बुधवार की दोपहर में लखनऊ से भोपाल पहुंचने का कार्यक्रम अंतिम तौर पर नहीं बना है।

इससे पहले भोपाल की रिपोर्ट है कि, मध्यप्रदेश की कार्यवाहक राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल बुधवार को दोपहर में यहां पहुंचेंगी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कार्यवाहक राज्यपाल श्रीमती पटेल कल यहां राजभवन में शपथ भी लेंगी।

मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन अस्वस्थता के चलते इन दिनों लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती हैं। इसके मद्देनजर उत्तरप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती पटेल को मध्यप्रदेश के राज्यपाल पद का भी प्रभार दिया गया है।

राज्य में शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर पिछले तीन चार दिनों से कवायद जमकर चल रही है। इस बीच श्री चौहान ने आज शाम को यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया के सवालों के संक्षिप्त जवाब में कहा ‘मंत्रिमंडल विस्तार कल नहीं होगा। कल के बाद होगा।’

इसलिए दिया गया था उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन को मध्यप्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार:

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। मध्यप्रदेश में मुख्यंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली प्रदेश भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार होना बाकी है।

राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की अनुपस्थिति के दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश के राज्यपाल के कार्यो का निर्वहन करने के लिए नियुक्त किया है।

मालूम हो कि टंडन का लखनऊ में एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है।

इस आदेश के बीच मुख्यमंत्री चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश में भाजपा के संगठन महासचिव सुहास भगत रविवार से दिल्ली यात्रा पर चले गए थे और मंत्रिमंडल के विस्तार के संबंध में पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व से विचार विमर्श कर रहे थे ।

मंत्रिमंडल में 20 से 25 लोगों को लिये जाने का अनुमान लगाया जा रहा था। उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मार्च माह में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए नौ पूर्व विधायक भी शामिल हैं।

मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों के राज्य विधानसभा से त्यागपत्र देने से कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार गिर गयी थी और चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी थी।

कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच मुख्यमंत्री चौहान एक माह तक अकेले ही सरकार चलाते रहे। बाद में अप्रैल माह में उन्होंने पांच मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया।

इस बीच, राजभवन के सूत्रों ने बताया कि सोमवार को आनंदीबेन का भोपाल आने का कार्यक्रम स्थगित हो गया ।

टंडन की हालत स्थिर, उत्तराखंड के राज्यपाल ने जानी कुशलक्षेम

लखनऊ से खबर है कि ,मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की हालत स्थिर है। आज उत्तराखंड के राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अस्पताल पहुंचकर उनसे भेंट की और उनकी कुशलक्षेम जाना।

राजभवन ने आज यहां लखनऊ में उनका इलाज कर रहे चिकित्सकों की ओर से जारी बुलेटिन के हवाले से बताया कि श्री टंडन की हालत स्थिर है। उनको अभी ट्रेकोस्टॉमी के माध्यम से क्रिटिकल केयर वेंटिलेटर सपोर्ट दिया जा रहा है। इस बीच आज उत्तराखंड की राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने मेदांता लखनऊ में उनसे भेंट कर कुशलक्षेम जाना। मेदांता लखनऊ की एक्सपर्ट टीम उनके बेहतर इलाज के लिए निरंतर प्रत्यनशील है।

कश्मीर में पिछले छह महीनों के दौरान 128 आतंकवादियों का हुआ सफाया,पाकिस्तान ने कुपवाड़ा में की घुसपैठ की कोशिश और तंगधार तथा नौगाम सेक्टर में किया संघर्ष विराम का उल्लंघन attacknews.in

जम्मू/श्रीनगर 30 जून । जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने मंगलवार को कहा कि सुरक्षाबलों की ओर से प्रदेश में आक्रामक तरीके से आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाए जा रहे हैं और पिछले छह महीनों के दौरान विभिन्न अभियानों में 128 आतंकवादी मारे जा चुके हैं।

डीजीपी सिंह ने सीमावर्ती राजौरी और पुंछ जिलों का दौरा करने के समय पत्रकारों से कहा, “ प्रदेश में आक्रामक तरीके से आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाए जा रहे हैं और केवल इस माह में अब तक विभिन्न आतंकवादी संगठनों के 48 आतंकवादी मारे जा चुके हैं।”

अनंतनाग में मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए:

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने मंगलवार सुबह दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के वाघमा में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था।

उन्होंने बताया कि इसी बीच आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर दी। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।

अधिकारी ने बताया कि अभी तक दो आतंकवादी मारे गए हैं।

उन्होंने बताया कि आतंकवादियों की पहचान की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि वे किस आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए थे।

अनंतनाग के खुलचोहर इलाके में सोमवार को हुई मुठभेड़ में भी तीन आतंकवादी मारे गए थे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दो से तीन आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह ने आज तड़के अनंतनाग में बिजबेहरा के वागामा गांव में संयुक्त घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया।

सुरक्षा बलों ने गांव से बाहर निकलने के सभी मार्गों को सील करने के बाद लक्षित इलाके की ओर बढ़ना शुरू किया, तभी वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने जवानों पर स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलियां चलाईं जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी।

उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये जिनकी पहचान नहीं की जा सकी है। अंतिम रिपोर्ट मिलने तक मुठभेड़ जारी थी।

आस-पास के इलाकों में किसी भी प्रकार के विरोध-प्रदर्शन को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।

इसके साथ ही जिले में पिछले 24 घंटों के दौरान दो मुठभेड़ों में पांच आतंकवादी मारे गये।

इससे पहले सोमवार को अनंतनाग के रानीपोरा में हुई मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन का शीर्ष कमांडर और लश्कर ए तैयबा के दो आतंकवादी मारे गये थे। प्रशासन ने जिले में एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को आज दूसरे दिन भी बंद रखा।

पाकिस्तान ने तंगधार और नौगाम सेक्टर किया संघर्ष विराम उल्लंघन:

पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के नौगाम और तंगधार सेक्टर में अग्रिम चौकियों और रिहायशी इलाकों में गोलीबारी कर एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने मंगलवार को बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने आज सुबह बारामूला जिले में नौगाम सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। पाकिस्तानी सैनिकों ने मोर्टार दागे और अन्य हथियारों से गोलीबारी की। उन्होंने बताया कि भारतीय सैनिक भी मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।

सुरक्षा बलों ने कुपवाड़ा में घुसपैठ का प्रयास विफल किया:

सुरक्षा बलों ने सीमावर्ती कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया।

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि कुपवाड़ा के पारकिन गली सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर तैनात सुरक्षा बलों ने सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात दो समूहों में छह से आठ व्यक्तियों को संदिग्ध गतिविधियों में देखा। उन्होंने घुसपैठियों को ललकारते हुए समर्पण के लिए कहा लेकिन ऐसा न किये जाने पर सुरक्षा बलों ने गोलियां चलायी। दोनों तरफ से थोड़ी देर गोलीबारी हुई और इसी बीच घुसपैठिए अंधेरे का फायदा उठाते हुए वहां से भाग निकले।

भारत में 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध से चीन की अकड़ हुई ढीली लेकिन विरोध पर उतरा , टिक टाॅक ने भारत में खुद ही बंद कर दिया अपना धंधा attacknews.in

बीजिंग/नईदिल्ली , 30 जून । लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ संघर्ष के बाद उपजे तनाव के बीच भारत के चीन के 59 ऐप को प्रतिबंधित करने से चीन की अकड़ ढीली पड़ती नजर आ रही है और उसने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि वह स्थिति की समीक्षा कर रहा है।

गलवान संघर्ष के बाद भी ऐंठ दिखा रहे चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने मंगलवार को चिंता जताते हुए कहा कि हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। यही नहीं भारत के इस कदम के बाद चीन ने अंतरराष्ट्रीय कानून का राग भी अलापना शुरू किया है।

चीनी ऐप प्रतिबंध: चीन ने जतायी चिंता, निर्णय का विरोध किया

चीन ने उसके यहां से संचालित 59 मोबाइल ऐप पर भारत द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे भेदभावपूर्ण बताया है और इसका विरोध किया है।

चीन के यहां स्थित दूतावास ने आज एक वक्तव्य जारी कर कहा है कि भारत का यह निर्णय संदेहास्पद और विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन प्रतीत होता है। उसने कहा है कि यह निर्णय व्यापार और ई कामर्स के सामान्य नियमों के विरूद्ध है। यह भारत में प्रतिस्पर्धा तथा उपभोक्ताओं के हितों के भी अनुकूल नहीं है।

चीनी एप पर रोक: टिक टॉक ने कहा सरकारी आदेश का पालन करने की प्रक्रिया में है

चीनी एप टिक टॉक ने मंगलवार को कहा कि वह भारत सरकार के आदेश के मुताबिक एप को बंद करने की प्रक्रिया में है। कंपनी ने जोर देते हुये कहा कि उसने एप का इस्तेमाल करने वाले किसी भी भारतीय की जानकारी चीन अथवा किसी अन्य देश के साथ साझा नहीं की है।

छोटे वीडियो साझा करने वाली इस कंपनी ने कहा कि उसे अपनी प्रतिक्रिया और स्पष्टीकरण देने के लिये संबंधित सरकारी पक्षों से मिलने के लिये आमंत्रित किया गया।

भारत ने सोमवार को चीन से संबंध रखने वाली 59 एप को बंद कर दिया। इनमें काफी प्रचलित टिक टॉक और यूसी ब्राउजर भी शामिल हैं। सरकार का कहना है कि ये एप देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के लिहाज से नुकसानदेह हैं।

इस बीच, टिक टॉक एप को गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर से हटा लिया गया है। सूत्रों का कहना है कि टिकटॉक ने खुद इन एप स्टोर से एप को हटाया है।

भारत में टिक टॉक के प्रमुख निखिल गांधी ने कहा, ‘‘भारत सरकार ने टिक टॉक सहित 59 एप को बंद करने का अंतरिम आदेश जारी किया है। हम इस आदेश का पालन कर रहे हैं। हमें संबंधित सरकारी पक्षों के समक्ष अपनी प्रतिक्रिया और स्पष्टीकरण देने के लिये आमंत्रित किया गया।’’

टिक टॉक का कहना है कि वह भारतीय कानूनों के तहत आंकड़ों की निजता और सुरक्षा जरूरतों का लगातार अनुपालन करती है और उसने भारत में उसकी एप का इस्तेमाल करने वाले किसी भी भारतीय के बारे में कोई सूचना चीन की सरकार अथवा अन्य किसी देश के साथ साझा नहीं की है। ‘‘हम उपयोगकर्ताओं की निजता और सत्यनिष्ठा को सबसे अधिक महत्व देते हैं।’’

गौरतलब है कि बढ़ते तनाव के बीच सरकार ने चीन से संचालित टिकटॉक, शेयर इट, हेलो, यू सी न्यूज, यू सी ब्राउज़र, क्लब फैक्ट्री सहित 59 ऐप को प्रतिबंधित कर दिया है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत उन ऐप पर प्रतिबंध लगाया है जो देश की संप्रभुता और अखंडता, देश की रक्षा तथा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जोखिम वाले हैं।

मंत्रालय ने कहा कि एंड्रॉयड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल ऐप को लेकर विभिन्न माध्यमों से मिली शिकायतों के साथ ही कई रिपोर्ट में इन ऐप के देश के बाहर स्थित सर्वर से अवैध तरीके से उपयोगकर्ताओं के डाटा की चोरी करने या गलत उपयोग करने की जानकारी मिली थी जिसके बाद उन पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है।

चीनी ऐप पर प्रतिबंध के फैसले की देश ने की सराहना: जावड़ेकर

सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज कहा कि चीन की 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले की पूरे देश ने सराहना की है और यह आत्म निर्भर भारत की ओर एक सही कदम है।

श्री जावड़ेकर ने आज यहां टि्वट कर कहा , “ पूरे देश ने चीन की 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाने के नरेन्द्र मोदी सरकार के फैसले की सराहना की है। इससे भारतीय स्टार्टअप को प्रोत्साहन मिलेगा और वे बहुत जल्द बेहतर संस्करण के साथ आएंगे। यह आत्म निर्भर भारत की ओर एक सही कदम है ।”

उल्लेखनीय है कि सरकार ने चीन से संचालित 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है । यह कदम देश की संप्रभुता और अखंडता तथा राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाया गया है।

सरकार ने जिन ऐप को प्रतिबंधित किया है उनमें टिकटॉक, शेअर इट, कवाई, यू सी ब्राउज़र, बैडू मैप, शेन, क्लाश इं किंग्स, डी यू बैटरी सवेर, हेलो, लिकी, यू कैम मेकअप, मी कम्युनिटी, सी एम ब्रोअर्स, वायरस क्लीनर, यू सी न्यूज, क्लब फैक्ट्री, वी चाट सहित 59 एप्प शामिल हैं।

मध्यप्रदेश में कांग्रेस नेताओं के फोन टेप करने का आरोप जीतू पटवारी ने लगाया और सरकार से कोरोना पर श्वेतपत्र लाने को कहा,वहीँ कमलनाध ने कहा: मेरी सरकार को अलोकतांत्रिक तरीके गिराया,इसलिए मनाया “काला दिवस” attacknews.in

भोपाल, 30 जून । मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनसे जुड़े लोगों के फोन टेप करा रही है।

श्री पटवारी ने यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, उनके नजदीकी लोगों, नेताओं और अन्य लोगों की जासूसी करायी जा रही है। इसके अलावा इन लोगों के फोन टेप कराए जा रहे हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि तीन माह की सरकार इस तरह के कार्य कर रही है और कुछ अधिकारी भी तरह के कार्य में लिप्त हैं।

वहीं प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने इन आरोपाें से इंकार करते हुए कहा कि साबन के अंधे को हरा ही हरा दिखायी देता है। श्री पाराशर ने कहा कि जिन लोगों ने हमेशा इस तरह के कार्य किए हैं, अब उन्हें वही दिखायी दे रहा है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर और भी आरोप लगाए।

भाजपा सरकार कोरोना के मामले में लाए श्वेत पत्र: कांग्रेस

मध्यप्रदेश कांग्रेस ने आज राज्य में कोरोना एवं विभिन्न वर्गो की अन्य परेशानियों को लेकर मौजूदा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर आरोप लगाया और कहा कि कोरोना के मामले में भी यह सरकार लोगों के सामने सच नहीं ला रही, इसलिए सरकार को इस मामले में श्वेत पत्र जारी करना चाहिये।

प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पी सी शर्मा और पूर्व मंत्री एन पी प्रजापति ने पत्रकारों को संबोधित किया।

इस मौके पर पूर्व मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों समेत राज्य के उत्थान के लिए अनेक कार्य किए, लेकिन भाजपा सरकार को यह रास नही आया और उसने अलौकतांत्रिक तरीके से साढ़े तीन महीने पहले कांग्रेस की कमलनाथ सरकार का अपदस्थ कर दिया।

श्री पटवारी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 20 लाख किसानों की कर्जमाफी की आम जनता को बिजली बिल में राहत दी, अन्य वर्गो के लिए अन्य कदम उठाए , लेकिन मौजूदा सरकार ने किसानों की रिणमाफी में विराम लगा दिया, बिजली बिजली बढा दिए गए। इसके चलते अन्य वर्ग भी सरकार की इस कार्य प्रणाली से परेशान है।

श्री पटवारी का आरोप है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल बनाने में समय लगा दिया और अब इसका विस्तार करने में उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड रही है।

इस तरह उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य मतें कोरोना को लेकर हालात ठीक नहीं है और सरकार इससे संबंधित आंकड़े छिपा रही है। राज्य में कोरोना के कारण मौत अधिक हुयी, लेकिन सरकारी आंकड़े में इन्हे कम करके दिखाया जाता है। इसलिए इस पर सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।

कांग्रेस ने आज के दिन को काला दिवस के रुप में मनाया: कमलनाथ

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सत्तारूढ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को अलौकतांत्रिक तरीके से गिराने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने आज के दिन को लोकतंत्र की हत्या के 100 वें दिवस के रुप में प्रदेश भर में मनाया।

श्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा ‘आज का दिन प्रदेश भर में लोकतंत्र की हत्या के 100 वें दिवस के रूप में मनाया गया। सभी जानते है कि किस प्रकार हमारी एक चुनी हुई सरकार को, जनादेश प्राप्त सरकार को, साज़िश- षड्यंत्र रच गिरा दिया गया। किस प्रकार का खेल प्रदेश में भाजपा ने खेला, यह सभी ने देखा। इस सच्चाई को तो ख़ुद ज़िम्मेदारों ने स्वीकारा कि किस प्रकार केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर कुछ लोगों के साथ मिलकर यह खेल खेला गया।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ‘हमारी सरकार इसलिये गिरा दी गयी क्योंकि हम किसानों का कर्ज़ माफ़ कर रहे थे, युवाओं को रोज़गार दे रहे थे, महिलाओं को सम्मान व सुरक्षा दे रहे थे, प्रदेश में माफ़ियाओ के ख़िलाफ़ अभियान चला रहे थे, गौशालाएँ बना रहे थे, प्रदेश में निवेश ला रहे थे, झूठी घोषणाएँ नहीं कर रहे थे, प्रदेश की दशा-दिशा बदलने में लगे थे। भाजपा को भय था कि यदि ऐसे ही जनहितैषी कार्य होते रहे तो उसका वर्षों तक सत्ता में लौटना नामुमकिन है। भाजपा सरकार के 100 दिन भी हम सभी ने देखे हैं।’

उन्होंने आगे कहा ‘किस प्रकार आज किसान परेशान है, ग़रीब परेशान है, प्रवासी मज़दूरों की स्थिति सभी ने देखी, भारी भरकम बिजली बिलों से जनता परेशान है, पेट्रोल- डीज़ल की मूल्यवृद्धि से आमजन परेशान है, महँगाई की मार से सब परेशान है, कोरोना नियंत्रण में सरकार की असफलता हम सब देख रहे है, इन 100 दिवस में हमने सिर्फ़ झूठी घोषणाएँ करने वाली, प्रचार- प्रसार वाली सरकार ही देखी है, जिसे जनहित से कोई सरोकार नहीं है।

कांग्रेस ने भाजपा सरकार के सौ दिन पूरे होने के विरोध में आज प्रदेश भर में ‘काला दिवस’ मनाया।

भारत में खालिस्तानी आंदोलन फिर जिंदा हुआ: खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के 6 सदस्य गिरफ्तार; अकाल तख्त के जत्थेदार खालिस्तान समर्थक नारों को गलत नहीं मानते attacknews.in

चंडीगढ़/अमृतसर/नईदिल्ली , 30 जून । पंजाब पुलिस ने मंगलवार को दावा किया कि उसने सामाजिक-धार्मिक नेताओं को निशाना बनाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की कोशिश नाकाम करते हुए खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा कि पाकिस्तान, सऊदी अरब और ब्रिटेन में स्थित खालिस्तान समर्थित तत्वों की मदद से राज्य के विभिन्न हिस्सों में चल रहे आतंकी-मॉड्यूल का रविवार को भंडाफोड़ किया गया।

गुप्ता ने यहां एक विज्ञप्ति में कहा कि आरोपियों की पहचान पटियाला के निवासी सुखचैन सिंह, मनसा निवासी अमृतपाल सिंह और अमृतसर निवासी जसप्रीत सिंह के रूप में हुई है। उनके पास से प्वॉइंट 32 बोर की एक पिस्तौल के अलावा सात कारतूस मिले हैं।

हाल ही में दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के कैथल से उनके एक साथी लवप्रीत सिंह समेत फ्रंट के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया था।

डीजीपी ने कहा कि ये तीनों लोग सोशल मीडिया के जरिये एक दूसरे के संपर्क में आए थे।

उन्होंने कहा कि इसके बाद वे पाकिस्तान स्थित आकाओं के संपर्क में आए, जिन्होंने उन्हें सामाजिक-धार्मिक नेताओं को निशाना बनाने और पंजाब में शांति में भंग करने के लिये उकसाया।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि अमृतपाल सिंह ने अपने षडयंत्र को आगे बढ़ाने के लिए सुखचैन और लवप्रीत को प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि उनके आकाओं ने भविष्य की तैयारियों के लिये उन्हें पाकिस्तान आने का न्योता दिया था।

इनमें से सऊदी अरब में स्थित एक विदेशी आका ने उन्हें योजना को अंजाम देने के बाद पनाह दिलाने का वादा किया था।

इस संबंध में पटियाला के समाना के सदर थाने में गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 तथा शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

कोई नहीं खालिस्तान चाहता : अमरिंदर

चंडीगढ़ में ही 29 जून को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को जोर दिया कि कोई भी सिखों के लिए अलग राज्य नहीं चाहता है। इसके साथ ही उन्होंने अकाल तख्त जत्थेदार के हालिया बयान को खारिज कर दिया कि अगर सरकार खालिस्तान की पेशकश करती है तो सिख समुदाय उसे स्वीकार कर लेगा।

सिंह यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान खालिस्तान के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए सिंह ने कहा, “देश में रहने वाले सिख खुशहाल जीवन जी रहे हैं। वे क्यों खालिस्तान चाहेंगे? कोई यह नहीं चाहता और मैं भी यह नहीं चाहता।’’

उन्होंने कहा कि हर सिख हमेशा देश की एकता और अखंडता के लिए खड़ा रहा है।

सिंह ने कहा, “क्या आप जानते हैं कि हमारे यहां कितने सिख सैनिक हैं? वे देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देते हैं। हम अपने देश के लिए लड़ते हैं और यह हमारा देश है।” अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने छह जून को कहा था, “अगर सरकार पेशकश करती है तो सिख समुदाय सिखों के लिए एक अलग राज्य खालिस्तान को स्वीकार कर लेगा।”

उन्होंने ऑपरेशन ब्लूस्टार की 36 वीं बरसी पर खालिस्तान का मुद्दा उठाया था।

खालिस्तानी लिबरेशन फ्रंट के तीन कट्टर समर्थक गिरफ्तार:

नयी दिल्ली से 27 जून की रिपोर्ट है कि, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खालिस्तानी लिबरेशन फ्रंट के मॉड्यूल का पर्दाफाश कर इसके तीन कट्टर समर्थकों को गिरफ्तार किया है।

स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पुलिस ने खालिस्तान आंदोलन को समर्थन करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जो अपने आकाओं के इशारे पर उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों हत्या जैसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। इनकी पहचान मोहिन्दर पाल सिंह (29), गुरतेज सिंह (41) तथा लवप्रीत (21) के रूप में हुई है।

खालिस्तान के पक्ष में नारे लगाना गलत नहीं : जत्थेदार:

इधर से अमृतसर 06 जून की रिपोर्ट है कि,श्री अकाल तख़्त साहब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने शनिवार को कहा कि वह खालिस्तान की मांग को लेकर सिख युवकों की ओर से खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने को गलत नहीं समझते।

जून 1984 में अकाल तख्त साहिब पर हुई सैनिक कार्रवाई के संबंध में आयोजित समारोह के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि 1984 में हुए आपरेशन ब्लु स्टार की याद में हर वर्ष छह जून को समारोह आयोजित किया जाता है। उन्होने कहा कि अगर समारोह के पश्चात सिख युवक भावनाओं में वह कर खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करते हैं तो उसे वह गलत नहीं समझते।

सिरसा के कालांवाली में ‘खालिस्तान जिंदाबाद‘, ‘जून 84 न भूलने वाला, न बख्शने वाला‘ पोस्टर चस्पां:

इसी संबंध में सिरसा,से 5 जून की रिपोर्ट है कि, ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर पंजाब से लगे हरियाणा के सिरसा के कस्बा कालांवाली में आज सुबह गुरूद्वारों, मंदिरों, गौशाला के साथ कुछ अन्य स्थलों पर ‘खालिस्तान जिंदाबाद‘ के नारे लिखे पोस्टर लगे देखे गये।

पुलिस ने बताया कि पोस्टर कल रात किसी समय लगाये गये थे, जो पुलिस ने अब उतरवा दिये हैं। कालांवाली पुलिस थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू की गई है। कर जांच छेड़ दी है। वहीं राज्य व केंद्र सरकार की खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।