सुधारवादी स्वामी के रुप में दलित उत्थान में अग्रणी कर्नाटक के उडुपी पेजावर मठ प्रमुख विश्वेश तीर्थ स्वामी ने त्यागी देह attacknews.in

उडुपी, 29 दिसंबर ।कर्नाटक में उडुपी पेजावर मठ के प्रमुख विश्वेश तीर्थ स्वामी का रविवार को निधन हो गया।

वह 88 वर्ष के थे और लंबे अरसे से अस्वस्थ थे।
निमोनिया के इलाज के लिए उन्हें 20 दिसंबर को मणिपाल के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कराया गया था और तब से वह गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में थे। डॉक्टरों ने शनिवार को बताया था कि श्री तीर्थ की हालत गंभीर है और उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है। उनकी तबीयत अधिक बिगड़ने पर रविवार सुबह उन्हें वेंटीलेटर पर ही पेजावर मठ लाया गया जहां कुछ घंटों बाद उनका निधन हो गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें सेवा और आध्यात्मिकता का शक्तिपुंज बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा , “उडुपी में पेजावर मठ के श्री विश्वेश तीर्थ स्वामीजी सदैव लोगों के मन-मस्तिष्क में रहेंगे और उन्हें प्रकाशित करते रहेंगे। लोगों के लिए वह सदैव पथ प्रदर्शक बने रहेंगे। आध्यमिकता एवं सेवा के शक्तिपुंज के रुप में उन्होंने सदैव न्यायपूर्ण एवं सद्भावपूर्ण समाज के लिए काम किया। ओम शांति।”

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने श्री विश्वेश तीर्थ स्वामी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा , “उडुपी में पेजावर मठ के श्री विश्वेश तीर्थ स्वामी जी के निधन के समाचार से बहुत दुख हुआ। मेरी संवेदना दुनिया भर में फैले उनके अनुयायियों के साथ हैं। ओम शांति।”

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने मठ जाकर उनके अंतिम दर्शन किये और शोक व्यक्त किया है। स्वामीजी के निधन पर राज्य तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गयी है। उनकी अंत्येष्टि पूरे राजकीय सम्मान के साथ की जायेगी।

विधायक रघुपति भट ने इससे पहले बताया था कि स्वामीजी का पार्थिव शरीर माधव सरोवर तालाब में पवित्र स्नान के लिए श्री कृष्ण मठ ले जाया जायेगा। उनका पार्थिव शरीर कृष्ण मठ से खुली जीप में अज्जरकड मैदान ले जाया जायेगा जहां श्रद्धालु उनका अंतिम दर्शन करेंगे। इसके बाद उसे हेलिकॉप्टर से बेंगलुरु ले जाया जायेगा। । उनका अंतिम संस्कार उनकी इच्छा के अनुसार करीब सात बजे बेंगलुरु के पूर्णप्रज्ञा विद्यापीठ में किया जायेगा।

स्वामीजी का जन्म दक्षिण कन्नड़ जिले के रामकुजना में एम. नारायणाचार्य और कमलम्मा के घर 27 अप्रैल 1931 को हुआ था। उन्हें 1938 में आठ वर्ष की आयु में एक भिक्षु बनाया गया था। वह पेजावर मठ की ‘गुरु परंपरा’ के तहत 33 वें गुरु थे।

उन्होंने अपनी आध्यात्मिक शिक्षा पलिमार और भंडारकरी मठ के दिवंगत विद्यामान तीर्थ स्वामी के अधीन हासिल की।

स्वामीजी को “सुधारवादी स्वामी” के तौर पर जाना जाती है। उन्होंने ऐसे समय में दलित कालोनियों का दौरा किया जब इसे निषेध माना जाता था। वह परंपराओं को त्यागे बिना हिंदू धर्म में जाति प्रथा जैसी समस्याओं के हिमायती थे। विश्वास और राजनीति पर उनके विचारों से कभी-कभी विवाद भी उत्पन्न हुए।

उत्तर भारत में शीतलहर का कहर जारी,जम्मू-कश्मीर और लद्दाख प्रदेशों में पारा शून्य से कई डिग्री नीचे पहुंचा, डल झील बर्फ बनी attacknews.in

नयी दिल्ली 29 दिसंबर ।राष्ट्रीय राजधानी, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश समेत उत्तर भारत भीषण शीतलहर की चपेट में है तथा न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आने से लोग हाड़ कंपा देने वाली ठंड के प्रकोप से बेहाल हैं।

राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को अधिकतम तापमान कल से थोड़ा अधिक 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

श्रीनगर में अब तक की सबसे सर्द रात

श्रीनगर में तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है। इसके साथ ही मशहूर डल झील के कई हिस्से बर्फ में तब्दील हो गए और रात में श्रीनगर का तापमान शून्य से 6.2 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया।

मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर घाटी और लद्दाख केंद्र शासित क्षेत्र में तापमान जमाव बिंदू से कई डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। इससे क्षेत्र में शीत लहर तेज हो गई है।

उन्होंने बताया कि श्रीनगर में कल रात पारा शून्य से 6.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि इससे पिछली रात तापमान शून्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस कम था।

शहर में यह इस सीजन की सबसे सर्द रात थी, जिसके बाद डल झील के कई हिस्से बर्फ में तब्दील हो गए। झील के अलावा कई जलधाराओं का भी यही हाल है और कई स्थानों पर पानी आपूर्ति लाइन प्रभावित हुई है।

मशहूर स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में तापमान शून्य से 6.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। वहीं पहलगाम में तापमान शून्य से 10.4 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया।

केंद्र शासित क्षेत्र लद्दाख के लेह शहर में तापमान शून्य से 19 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि द्रास शहर में तापमान शून्य से 28.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

अधिकारी ने बताया, ‘‘ 31 दिसंबर से कुछ दिनों के लिए कश्मीर में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है।’’

हरियाणा, पंजाब में ठंड से कोई राहत नहीं

चंडीगढ़, से खबर है कि,हरियाणा और पंजाब के लोगों को ठंड से कोई राहत नहीं मिल रही है। हरियाणा में हिसार और पंजाब में बठिंडा सबसे ठंडा स्थान दर्ज किया गया।

हिसार में 0.2 डिग्री सेल्सियस और बठिंडा में 0.5 डिग्री सेल्सियस के साथ हाड़ कंपाने वाली ठंड का कहर जारी है। यहां तापमान सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस तक नीचे गिर गया।

हिसार में एक युवक की मौत होने की खबर है जबकि हरियाणा सरकार ने सोमवार और मंगलवार को सभी सरकारी व निजी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की।

एक से 15 जनवरी तक शरदकालीन अवकाश होने के कारण स्कूल अब 16 जनवरी से ही खुलेंगे।

पुलिस ने बताया कि पुरानी सब्जी मण्डी क्षेत्र में सब्जी की रेहड़ी लगाने वाले 36 वर्षीय रिंकू का सुबह रेहड़ी पर शव मिला। मूल रूप से उत्तर प्रदेश निवासी रिंकू रात को बड़वाली ढाणी में खाली पड़े एक प्लाट में अपनी रेहड़ी को खड़ी करके रेहड़ी में ही सोया था। मृतक के शव का पोस्टमार्टम सिविल अस्पताल में किया गया। डाक्टर की मुताबिक ठंड में पड़े रहने की वजह से उसकी मौत

शीत लहर के बढ़ते कहर के बीच दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में रात का तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि इस मौसम की अब तक की सबसे सर्द रात है।

हरियाणा के नारनौल, सिरसा और रोहतक में तापमान क्रमश: 1.5 डिग्री सेल्सियस, 1.8 डिग्री सेल्सियस और 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब के आदमपुर में तापमान एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

वहीं दोनों ही राज्य कोहरे के घने चादर में लिपटे हुए हैं, जिससे दृश्यता कम हो गई है। अगले दो दिनों तक शीत लहर जारी रहेगी।

यूपी की सड़कों पर ठंड का पहरा,आगरा में पारा 1़ 7 डिग्री पर

लखनऊ से खबर है कि,शीतलहर के बीच गलन भरी ठंड और घने कोहरे का सामना कर रहे उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में रविवार को सूर्य के दर्शन नहीं हुये जबकि बर्फीली हवाओं के चलते लोगबाग घरों में कैद होने को मजबूर हो गये।

माैसम विभाग के अनुसार कम से कम अगले 24 घंटो में कड़ाके की ठंड से राहत मिलने के आसार नहीं है जबकि 31 दिसम्बर से हवाओं के दिशा परिवर्तन और पश्चिमी विक्षोभ के चलते ठंड में मामूली राहत मिल सकती है। इस दौरान आसमान में बादलों का जमघट लगने और नये साल के पहले दो रोज गरज चमक के साथ बूंदाबांदी होने का अनुमान है।

भीषण ठंड के बीच आज सुबह राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान का जायजा लिया और वन्यजीवों के बाड़ों में ठंड से बचाव की व्यवस्थाओं को परखा। उन्होने खुले में विचरण करने वाले बारहसिंहा ,हिरण और चीतल समेत अन्य पशुओं के लिये अलाव जलाने का निर्देश दिये।

रविवार को छुट्टी का दिन होने के बावजूद ठंड के चलते प्राणिउद्यान में दर्शकों की तादाद में खासी गिरावट दर्ज की गयी वहीं माल और बाजारों में भी दुकानदार ग्राहकों की बाट जोहते नजर आये। सड़कों पर भीडभाड बेहद कम रही। रोडवेज की बसें खाली चल रही थी।

घने कोहरे के चलते दिल्ली कानपुर राजमार्ग पर दर्जनों ट्रेने अपने निर्धारित समय से 14 घंटे तक के विलंब से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची वहीं दिल्ली लखनऊ रेलमार्ग पर भी रेलों को संचलन अस्तव्यस्त रहा।

लखनऊ के चारबाग और जंक्शन रेलवे स्टेशनों पर सैकडों यात्री हाड़ कंपा देने वाली ठंड में अपनी ट्रेन का इंतजार करते नजर आ रहे है। ट्रेनों के विलंब से चलने से पिछले एक सप्ताह से हर रोज सैकडों रिजर्वेशन निरस्त कराये जा रहे हैं।

रेल विभाग के सूत्रों ने बताया कि कोहरे के कारण घंटों लेट चल रही लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली 12420 गोमती एक्सप्रेस को रविवार को निरस्त कर दिया गया जबकि 14864 मरुधर एक्सप्रेस 14 घंटे, 15909 अवध आसाम साढ़े आठ घंटे,14017 सदभावना एक्सप्रेस छह घंटे,15026 मऊ-आनंद विहार साढ़े पांच घंटे,12596 गोरखपुर हमसफर साढे तीन घंटे,13308 गंगा सतलज एक्सप्रेस साढ़े सात घंटे,13006 पंजाब मेल साढ़े चार घंटे और 13050 अमृतसर हावड़ा एक्सप्रेस पांच घंटे तक के विलंब से चल रही थी।

माउंटआबू में न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दू से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंचा:

राजस्थान में पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंटआबू में न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दू से तीन डिग्री नीचे पहुंच जाने से हाड कंपकपा देने वाली सर्दी के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया।

कड़ाके की ठंड के चलते सैर-सपाटे को आए सैलानी एवं स्थानीय लोग काफी परेशान रहे। रविवार की सुबह इस सीजन का सर्वाधिक ठंडा दिन रहा। कड़ाके की सर्दी से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई। दिन चढने तक लोग घरों में दुबके रहे। व्यापारिक प्रतिष्ठान भी देरी से खुले। सवेेरे वाहनचालकों को वाहन चालू करने में दिक्कत का सामना करना पड़ा।

दिल्ली में ठंड का प्रकोप जारी

नयी दिल्ली से खबर है कि, दिल्ली में रविवार को शीतलहर और ठिठुरन वाली ठंड का प्रकोप जारी रहा और न्यूनतम तापमान 2.0 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाने से लोगों का ठंड से बुरा हाल है।

दिल्ली में 14 दिसम्बर से शीतलहर का प्रकोप शुरू हुआ था और अभी अगले तीन दिनों तक बने रहने की आशंका है। वर्ष 1901 के बाद यह दूसरी बार है जब राजधानी में इतने लंबे समय तक शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है।

मौसम विभाग के अनुसार आज सुबह 8.30 बजे सबसे कम तापमान आया नगर में 2.0 डिग्री सेल्सियस, दिल्ली विश्वविद्यालय में 3.0, नरेला में 2.0 जबकि सफदरजंग में तापमान 2.0 और पालम में 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आज सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 100 प्रतिशत दर्ज की गयी।

मौसम विभाग के अनुसार आज दिन का अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

शनिवार की सुबह न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

मौसम विभाग का कहना है कि दिसंबर में इस साल औसत अधिकतम तापमान अब तक 19.85 डिग्री सेल्सियस रहा है और वर्ष के आखिरी दिन यह 19.15 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है ।

विभाग का मानना है कि यदि अधिकतम तापमान 19.15 तक गिरता है तो यह 1901 के बाद दूसरा मौका होगा जब दिसंबर सबसे ठंडा होगा। बाईस साल पहले दिसंबर 1997 में औसत अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और इस प्रकार 1997 के बाद से दिसंबर माह में सबसे अधिक ठंडे दिन रहे हैं।

आगामी एक और दो जनवरी को ओलावृष्टि के अनुमान के चलते नये वर्ष के जश्न में खलल भी पड़ सकता है । विभाग का मानना है कि तीन जनवरी तक पहाड़ी क्षेत्रों में जोरदार हिमपात होगा।

राष्ट्रपति से दादा साहेब फाल्के अवार्ड लेने के साथ अमिताभ बच्चन ने ठहरना नहीं अभी कुछ बाकी काम करने की बात कही attacknews.in

नयी दिल्ली 29 दिसंबर ।राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन को सिनेमा जगत में उल्लेखनीय योगदान के लिए रविवार शाम यहां दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया।

श्री कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह श्री बच्चन को यह पुरस्कार प्रदान किया।

इस अवसर पर श्री बच्चन ने मजाकिया लहजे में कहा, “जब इस पुरस्कार की घोषणा हुई तो मेरे मन में एक संदेह उठा कि क्या कहीं ये संकेत है मेरे लिए कि भाई साहब आपने बहुत काम कर लिया है, अब घर बैठ के आराम कीजिए। उन्होंने कहा कि अभी भी थोड़ा काम बाकी है, जिसे मुझे पूरा करना है।”

इस पुरस्कार की शुरुआत भारतीय सिनेमा के जनक धुंडीराज गोविंद फाल्के की याद में 1969 में हुई थी। सरकार सिनेमा जगत और इसके विकास में उल्लेखनीय योगदान देने वाले लोगाें को इससे सम्मानित करती है। इस पुरस्कार के तहत एक स्वर्ण कमल और 10 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाती है।
श्री बच्चन की पहली फिल्‍म 1969 में आयी ‘सात हिंदुस्‍तानी’ थी। उन्हें अग्निपथ, ब्लैक, पा और पीकू सहित चार राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें 2015 में देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म विभूषण भी प्रदान किया जा चुका है।

बांग्लादेश में भारत विरोधी गतिविधि नहीं चलने देने की सहमति देते हुए कड़ी कार्रवाई करने को तैयार हुआ बांग्लादेश बार्डर गार्ड attacknews.in

नयी दिल्ली 29 दिसम्बर । बंगलादेश बार्डर गार्ड (बीजीबी) ने कहा है कि वह किसी भी संगठन को अपनी जमीन से भारत विरोधी गतिविधि नहीं चलाने देगा और इनमें लिप्त पाये जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ.) और (बी.जी.बी.) के बीच आज यहां संपन्न हुए 49 वें महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन में इस बात पर सहमति बनी। सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व बी.एस.एफ के महानिदेशक विवेक जौहरी तथा बी.जी.बी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मेजर जनरल मोहम्मद शफीनुल इस्लाम ने किया।

सम्मेलन में दोनों पक्षों ने अवैध रूप से घुसपैठ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की और घुसपैठ की संभावना वाले क्षेत्रों में गश्त तेज करने पर भी वे एकमत थे।

सीमा पर बंगलादेशी नागरिकों की मौत की घटनाओं के बारे में यह सहमति बनी कि बीएसएफ के जवान जानलेवा हथियारों का इस्तेमाल नहीं करने की नीति का सख्ती से पालन करेंगे। यह भी कहा गया कि फायरिंग का विकल्प आत्मरक्षा के लिए ही किया जायेगा। भारत की ओर से स्पष्ट किया गया कि बीएसएफ नागरिकता के आधार पर अपराधियों के साथ भेदभाव नहीं करती।

दोनों देशों के बीच इस तरह के सम्मेलन का आयोजन बीते कई दशकों से लगातार किया जा रहा है। वर्ष में दो बार होने वाले इस सम्मेलन का आयोजन बारी बारी किया जाता है पिछला सम्मेलन ढाका में हुआ था। दोनों देशों के सीमा रक्षक बलों द्वारा सीमा पर एक मजबूत सुरक्षा प्रणाली की स्थापना की गई है जिसके माध्यम से सीमा रक्षा तथा सीमा प्रबंधन से जुड़े मुद्दों का उचित निदान आपसी सहयोग और समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित किया जा रहा है।

सम्मेलन में दोनों पक्षों के बीच बातचीत मादक पदार्थों, सोना, नकली मुद्रा तथा मवेशियों की तस्करी तक ही सीमित नहीं रही, सीमा सुरक्षा बल द्वारा भारत विरोधी समूहों के खिलाफ कार्रवाई, अंतर्राष्ट्रीय सीमा के 150 गज के भीतर बाड़ का निर्माण, नागरिकों का अवैध आव्रजन, सीमा सुरक्षा बल कार्मिकों पर हमले तथा उनकी हत्याओं जैसे गंभीर विषयों पर विस्तारपूर्वक विचार विमर्श किया गया। वहीं भौगोलिक परिस्थितियों तथा प्राकृतिक कठिनाईयों के चलते उत्पन्न समस्याओं पर भी गहन अध्ययन किया गया।

नागरिकता रजिस्टर भारत का आंतिरक मामला : बंगलादेश बार्डर गार्ड

बंगलादेश बार्डर गार्ड (बीजीबी) के महानिदेशक मेजर जनरल मोहम्मद शफीनुल इस्लाम ने आज कहा कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) पूरी तरह भारत का आंतरिक मामला है।

सीमा सुरक्षा बल और बीजीबी के बीच यहां महानिदेशक स्तर के सम्मेलन के बाद संवाददाता सम्मेलन में सवालों के जवाब में मेजर जनरल इस्लाम ने एनआरसी के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में यह बात कही।

उन्होंने कहा कि बीएसएफ और बीजीबी के बीच अच्छा सहयोग है तथा उनका बल सीमा पार से घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए हर संभव कदम उठाता रहेगा।

पश्चिम बंगाल से लगती सीमा की ओर से अवैध बंगलादेशियों की संख्या हाल ही में अचानक बढने के बारे में पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि बीजीबी को इस तरह की जानकारी नहीं है।

हालाकि उन्होंने कहा कि बंगलादेश के करीब 300 नागरिक इस वर्ष कई बार भारत के सीमावर्ती गांवों में अपने परिचितों से मिलने गये लेकिन वे वापस लौट आते हैं।

बीएसएफ के महानिदेशक विवेक जोहरी ने कहा कि सीमा पर कई गांव बसे हुए हैं और इनमें से कुछ दोनों देशों में बंटे हुए है। इनके आवागमन को नियंत्रण में रखना और इनकी गतिविधियों पर निगरानी रखना दोनों बलों के लिए चुनौती है।

उन्होंने कहा कि हाल ही में एक सीमावर्ती गांव में एक व्यक्ति की मौत के बाद भारत की ओर से 100 से भी अधिक लोग वहां जाना चाहते थे। विवाह और अन्य समारोह में भी लोगों को आवागमन होता है इस तरह की स्थिति में हम बीजीपी की सहमति से इन लोगों को वहां जाने देते हैं।

गत वर्ष अक्टूबर में बीएसएफ के एक जवान की बीजीबी की ओर से फायरिंग में मौत से संबंधित सवाल पर मेजर जनरल इस्लाम ने कहा कि इसकी जांच चल रही है। इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने पर इस मामले में उचित कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि जिस भारतीय मछुआरे ने समुद्री सीमा का उल्लंघन किया था उसे गिरफ्तार किया गया था और स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

श्री जोहरी और बीजीबी महानिदेशक दोनों ने कहा कि ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग इस मामले में स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और उम्मीद है कि वह मछुआरा जल्द ही रिहा हो जायेगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति रोकने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। इस बारे में मानक प्रक्रिया की समीक्षा की गयी है और जिन बातों पर सहमति बनी है उन्हें नयी मानक प्रक्रिया में जोड़ा जायेगा।

मेजर जनरल इस्लाम के नेतृत्व में बीजीबी का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 49 वें महानिदेशक स्तरीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए यहां आया हुआ है।

केरल में भारतीय इतिहास कांग्रेस के कार्यक्रम में CAA का जिक्र करने पर अपमानित होने के बाद राज्यपाल ने मुख्य सचिव को तलब किया attacknews.in

तिरुवनंतपुरम , 29 दिसंबर ।कन्नूर विश्वविद्यालय में भारतीय इतिहास कांग्रेस (आईएचसी) में विरोध झेलने के एक दिन बाद रविवार को केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने राज्य के मुख्य सचिव टॉम जोस को राजभवन तलब किया ।

राजभवन सूत्रों ने बताया कि मुख्य सचिव ने राज्यपाल से मुलाकात की।

आईएचसी का शुभारंभ करने वाले राज्यपाल को संशोधित नागरिकता कानून का जिक्र करने के कारण कुछ प्रतिनिधियों और छात्रों की ओर से विरोध झेलना पड़ा था ।

खान ने यह भी कहा था कि इतिहास कांग्रेस में उनके शुभारंभ संबोधन के दौरान नामी इतिहासकार इरफान हबीब ने बाधा डालने की कोशिश की और अलग-अलग राय को लेकर उनकी असहिष्णुता ‘‘अलोकतांत्रिक’’ थी ।

खान ने कहा कि वह तो केवल पिछले वक्ताओं द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर प्रतिक्रिया देकर संविधान की रक्षा के अपने दायित्व को पूरा कर रहे थे।

राज्यपाल ने कहा था कि इतिहासकार ने उनके एडीसी और सुरक्षा अधिकारी को भी धक्का दिया ।

बहरहाल, कन्नूर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गोपीनाथ रविंद्रन ने स्वीकार किया कि राज्यपाल के खिलाफ प्रदर्शन में प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ ।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि इतिहासकार इरफान हबीब का नाम वहां वक्ताओं की सूची में नहीं था ।

हबीब ने आईएचसी में प्रोटोकॉल के किसी भी तरह के उल्लंघन से इनकार किया और विरोध करने वाले प्रतिनिधियों और छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के लिए माकपा नीत एलडीएफ सरकार पर निशाना साधा।

अखिलेश यादव ने NRC को मुसलमानों के खिलाफ बताकर NPR के फार्म भरने से मना कर दिया attacknews.in

लखनऊ 29 दिसम्बर। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज कहा कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर देश के गरीबों और मुसलमानों के खिलाफ है लिहाजा समाजवादी कोई भी दस्तावेज नहीं दिखायेंगे ।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि वो इस देश के नागरिक हैं लिहाजा कोई भी दस्तावेज नहीं दिखायंगे ।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार लोगों पर झूठे मुकदमें कर परेशान कर रही है । सपा की अगर सरकार बनी तो सभी मुकदमें वापस होंगे ।

नहीं भरूंगा एनपीआर के लिये फार्म

अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को देश के गरीबों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ करार देते हुए कहा कि वह एनपीआर के लिये कोई फार्म नहीं भरेंगे।

अखिलेश ने कहा ‘चाहे एनआरसी हो या एनपीआर, यह हर गरीब, हर अल्पसंख्यक और हर मुस्लिम के खिलाफ है।’

उन्होंने सभाकक्ष में बैठे सपा के छात्र नेताओं से मुखातिब होते हुए कहा ‘सवाल यह है कि हमें एनपीआर चाहिये या रोजगार? अगर जरूरत पड़ी तो मैं पहला व्यक्ति होउंगा जो कोई फार्म नहीं भरेगा। आप साथ देंगे कि नहीं। नहीं भरते हैं तो हम और आप सब निकाल दिये जाएंगे। हम तो नहीं भरेंगे, बताओ आप भरोगे?’

सपा अध्यक्ष ने कहा कि जो पुलिसकर्मी नये नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध करने वाले लोगों पर लाठियां चला रहे हैं, उन्हें बताया जाना चाहिये कि उनसे भी उनके माता—पिता का प्रमाणपत्र मांगा जाएगा।

उन्होंने कहा कि सभी भारतीय लोग ऐसे लोगों से भारत बचाएं जो संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब इसलिये किया जा रहा है ताकि जनता अपनी बुनियादी समस्याओं और देश की बदहाल अर्थव्यवस्था के बारे में सवाल न पूछे।

उन्होंने कहा कि सरकार ने नोटबंदी के वक्त कहा था कि भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा, मगर वह बात झूठ निकली। नोटबंदी के कारण अनेक बैंक डूब गये। जीएसटी से कारोबारी बर्बाद हो गये। हालत यह है कि देश की अर्थव्यवस्था आईसीयू से निकलकर आईसीसीयू में पहुंच गयी है।

अखिलेश ने कहा कि सपा सरकार ने युवाओं को लैपटाप दिया और भाजपा शौचालय की तरफ ले जा रही है। इस फर्क को समझिये।

इंजीनियर बनने की इच्छा रखने वाले हेमंत सोरेन शपथग्रहण करके बन गये झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री attacknews.in

रांची, 29 दिसंबर । झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने रविवार को झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। सोरेन 2013 के बाद दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं।

यहां मोरहाबादी मैदान में दोपहर सवा दो बजे आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा. रामेश्वर उरांव और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम एवं राष्ट्रीय जनता दल के एक मात्र विधायक सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली।

इस प्रकार चुनाव-पूर्व गठबंधन में शामिल तीनों दलों के प्रतिनिधियों ने शपथ ग्रहण किया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज शाम ही मंत्रिपरिषद की पहली बैठक बैठक बुलायी है।

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने सभी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।

सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हुयीं। समारोह में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा और अतुल अंजान तथा द्रमुक नेता एम के स्टालिन भी शामिल हुए।

समारोह में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हुए।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा उत्तर प्रदेश की ही पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भी शामिल नहीं हुयीं।

झारखंड में पिछले दिलों हुए विधानसभा चुनावों में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले विपक्षी झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 81 सीटों में से 47 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया था।

उसने सत्ताधारी भाजपा को पराजित किया जिसे सिर्फ 25 सीटें मिलीं।

इंजीनियर नहीं बन पाए हेमंत दूसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने

अलग झारखंड राज्य के लिए चले लंबे संघर्ष के नेतृत्वकर्ताओं में से एक ‘दिशोम गुरू’ शिबू सोरेन के पुत्र हेमंत सोरेन घरेलू उलझनों के कारण अपनी मां रूपी सोरेन किस्कू की इच्छा के अनुरूप इंजीनियर तो नहीं बन पाए लेकिन अपने राजनीतिक कौशल के बल पर दूसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री अवश्य बन गए ।

राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में आज झारखंड के ग्यारहवें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले श्री हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त 1975 को रामगढ़ जिले में गोला प्रखंड के सुदूर नेमरा गांव में हुआ था। वह दिशोम गुरू पिता शिबू सोरेन के सानिध्य और माता रूपी सोरेन किस्कू के आंचल की छांव में पले बढे।

उच्च शिक्षा के लिए श्री हेमंत सोरेन का दाखिला अविभाजित बिहार के पटना हाई स्कूल में कराया गया, जहां से उन्होंने ने 12वीं तक की शिक्षा पूरी की।

मां रुपी सोरेन किस्कू अपने द्वितीय पुत्र हेमंत को इंजीनियर बनना चाहती थीं। इस कारण प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान बीआईटी मेसरा में मैकेनिकल पाठ्यक्रम में उनका दाखिला कराया गया लेकिन वर्ष 1996 से 2000 तक पिता की विभिन्न मामलों में कानूनी उलझन एवं पारिवारिक कारणों से हेमंत इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाये और 2003 में झामुमो छात्र मोर्चा के अध्यक्ष बने।

मध्यप्रदेश में बसपा विधायक रमाबाई को CAA का समर्थन करने के कारण मायावती ने पार्टी से निकाला attacknews.in

भोपाल, 29 दिसंबर । संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने पर बसपा प्रमुख मायावती ने मध्यप्रदेश की अपनी विधायक रमाबाई को रविवार को पार्टी ने निलंबित कर दिया है।

रमाबाई मध्यप्रदेश के दमोह जिले के पथरिया सीट से बसपा विधायक हैं।

मायावती ने ट्वीट किया, ‘‘बसपा अनुशासित पार्टी है और अनुशासन तोड़ने पर पार्टी के सांसद/विधायक आदि के विरूद्ध भी तुरन्त कार्रवाई की जाती है।’’

उन्होंने लिखा, ‘‘इसी क्रम में मध्यप्रदेश में पथरिया से बसपा विधायक रमाबाई परिहार द्वारा सीएए का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलम्बित कर दिया गया है। उन पर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है।’’

मायावती ने कहा, ‘‘बसपा ने सबसे पहले इसे विभाजनकारी व असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरूद्ध वोटिंग की तथा इसको वापस लिए जाने को लेकर लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भी दिया। फिर भी विधायक रमाबाई ने सीएए का समर्थन किया। पहले भी उन्हें कई बार पार्टी लाइन पर चलने की चेतवानी दी गई थी।’’

बसपा विधायक रमाबाई ने शनिवार शाम को अपनी पथरिया विधानसभा सीट पर केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के एक कार्यक्रम में सीएए का समर्थन किया था। समर्थन करने पर पटेल ने उनकी तारीफ भी की थी।

इसके बाद रमाबाई ने मीडिया से कहा कि सीएए बहुत अच्छा कानून है और इसको लागू करने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद भी दिया।

मध्यप्रदेश में कांग्रेस नीत कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को बसपा का समर्थन प्राप्त है। माना जा रहा है कि सीएए का समर्थन कर रमाबाई कमलनाथ पर उन्हें कैबिनेट में शामिल करने का दबाव बना रही हैं।

सीएए को लेकर केन्द्र का फैसला सराहनीय: रामबाई

मध्यप्रदेश के दमोह जिले के पथरिया से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की विधायक रामबाई सिंह ने केन्द्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाया यह कदम सराहनीय है।

बसपा विधायक सुश्री रामबाई सिंह ने वायरल वीडियों में मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने एक अच्छा निर्णय लिया है। वे इसका समर्थन करतीं हैं।

उन्होंने कहा कि उनके (श्री मोदी) के इस निर्णय से देश के लोगों को कोई नुकसान नहीं होगा। यह निर्णय तो बांग्लादेश और पाकिस्तान से प्रताड़ित भारत आए नागरिकों के लिए है, जिसमें कुछ गलत नहीं।

हिंसाईयों को मेरठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पाकिस्तान चले जाने के बयान पर भड़की मायावती और समर्थन में सामने आई उमा भारती attacknews.in

attacknews.in

लखनऊ 29 दिसम्बर।उत्तर प्रदेश के मेरठ के पुलिस अधीक्षक (शहर) अखिलेश नारायण सिंह के शनिवार को वायरल हुए वीडियो पर आज बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती भी भड़क गई और इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की ।

वायरल वीडियो से राजनीतिक बवाल मचा है और बहस छिड़ी है। राजनीतिक दल मेरठ के पुलिस अधीक्षक के बयान की आलोचना कर रहे हैं । शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने तीखी आलोचना की थी तो रविवार को बसपा प्रमुख मायावती ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की। उन्होंनें पुलिस अधीक्षक को बर्खास्त करने की भी मांग की है।

मायावती ने ट्वीट कर लिखा ‘उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय है ना कि पाकिस्तानी यानि नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ के पुलिस अधीक्षक (शहर ) द्वारा उनके प्रति साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी करना अति निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है’।

ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर फिर उनको तुरंत नौकरी से बर्खास्त करना चाहिए। बीएसपी की यह मांग है’।

गौरतलब है कि मेरठ में प्रदर्शनकारी हिन्दुस्तान मुर्दाबाद और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। इस पर पुलिस अधीक्षक ने कहा था कि अगर पाकिस्तान से इतना ही प्रेम है तो वहीं चले जाओ। उनका ये वीडियो वायरल हो गया जिसे लेकर उनकी आलोचना हो रही है ।

मेरठ के पुलिस अधीक्षक को मिला उमा भारती का साथ:

भारतीय जनता पार्टी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मेरठ में उपद्रवियों को खदेडऩे के दौरान कुछ लोगों को पाकिस्तान जाने की सलाह देने वाले मेरठ के पुलिस अधीक्षक (शहर) अखिलेश नारायण सिंह के पक्ष में आ गई हैं ।

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री तथा झांसी से सांसद रहीं उमा भारती ने रविवार को साफ कहा है कि उपद्रव के मामले में बवालियों को पाकिस्तान जाने की सलाह देने वाले पुलिस अधीक्षक ने अच्छा काम किया है।

उन्होंने कहा कि मैं तो मेरठ के पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण सिंह के साथ हूं।

वीडियो पर श्री अखिलेश नारायण सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि हमें देखकर लड़कों ने हिंदुस्तान मुर्दाबाद और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे । जिस पर उन्होंने कहा था कि यदि पाकिस्तान से इतना प्रेम है तो वहीं चले जाओ। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

उनका वीडियो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है।

सुश्री उमा भारती ने प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर मानवीय भूल कर रहे हैं । पुलिस वालों के भी अपने परिवार होते हैं और उनमें देशभक्ति का जज्बा होता है । अखिलेश नारायण की आलोचना दोनो भाई बहन की घिनौनी साजिश है ।

उत्तरप्रदेश में हिंसा भड़काने में बच्चों को शामिल करने वालों पर होगी कार्रवाई,नुकसान की रिकवरी की रिपोर्ट प्रस्तुत attacknews.in

सहारनपुर, 29 दिसम्बर ।सहारनपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक उपेंद्र अग्रवाल ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ किए जा रहे प्रदर्शनों में बच्चों के शामिल किए जाने को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को निर्देश दिए कि ऐसा करने वालो के खिलाफ किशोर देखभाल अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए।

श्री अग्रवाल ने कहा कि सहारनपुर रेंज में सीएए के विरोध में हुए प्रदर्शनों में यह बात सामने आई है कि कम उम्र के बच्चों को प्रदर्शनों में न|/न केवल बडी तादाद में शामिल किया बल्कि उनसे पत्थरबाजी भी कराई गई। इस तरह के मामलों का संज्ञान राष्ट्रीय बाल कल्याण संरक्षण आयोग ने लिया है और इस पर रोक लगाने की अपेक्षा पुलिस-प्रशासन से की है।

उपद्रवियों के बाद अब पुलिस की बारी जल्द जारी होगी रिकवरी नोटिस:

कानपुर से खबर है कि, नागरिक संशोधन बिल को लेकर बाबूपुरवा व यतीमखाना में उपद्रवियों के द्वारा हुई हिंसा के दौरान कानपुर पुलिस ने नुकसान का आकलन कर एक रिपोर्ट प्रशासन को भेजी है जिसमें सरकारी और निजी संपत्ति को करीब 36 लाख रुपये के नुकसान होने की बात कही गई है ।

जिला प्रशासन अब उपद्रवियों से वसूली करने की तैयारी कर रहा है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यतीमखाना में 21 दिसंबर की शाम उपद्रवियों ने दो पुलिसकर्मियों के वाहनों समेत चार वाहनों में आग लगा दी थी। इसके साथ ही चौकी में तोडफ़ोड़ की और 20 दिसंबर को भी दो वाहनों और दो दुकानों में तोडफ़ोड़ की थी।

नागरिकता में किसी के साथ पक्षपात नहीं होना चाहिए: सलमान खुर्शीद

फर्रूखाबादसे खबर है कि,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस देश में किसे नागरिकता दी जा रही है का प्रश्न उठा रही है, किसकी नागरिकता जा रही है का प्रश्न नहीं उठा रही है ऐसे में किसी के साथ पक्ष पात नहीं होना चाहिए।

श्री खुर्शीद रविवार को जिला मुख्यालय से करीब 32 किलोमीटर दूर अपने पैत्रक ग्राम पितौरा कायमगंज में यूनुस खां के आवास पर पहुंचने के बाद अपने सजातीय बंधुओं से नागरिकता संशोधन कानून के मामले को लेकर पिछले दिनों यहां हुये धरना प्रदर्शन में पुलिस में नामजद किये गये लोगों की मदद के लिये हालचाल जानने गये थे। इस मौके पर उन्हें लोगों से इस सिलसिले में विस्तार से बातचीत की।

सीएए के विरोध के नाम पर हुई हिंसा में सपा,कांग्रेस के नेता शामिल: समीर सिंह

देवरिया,से खबर है कि,भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता समीर सिंह ने आज यहां आरोप लगाया कि नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) के विरोध में हुई हिंसा में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता शामिल थे।

श्री सिंह ने रविवार को यहां कहा कि सीएए के मुद्दे पर कांग्रेस, सपा समेत विपक्ष लोगों को गुमराह कर लोगों को उकसा रहे हैं । भाजपा एक अभियान चलाकर लोगों को बतायेगी कि यह कानून लोगों को नागरिकता देने के लिए बना है, न कि नागरिकता लेने के लिए।

तमिलनाडु में रंगोली बनाकर सीएए का विरोध, छह महिलाएं समेत आठ लोग हिरासत में:

तमिलनाडु के चेन्नई से खबर है कि,नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) तथा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में रंगोली बनाकर एक तरह का अनूठा प्रदर्शन करने के मामले में तमिलनाडु की छह महिलाओं समेत आठ लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया लेकिन बाद में उन्हें रिहा कर दिया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में ‘सिटीजंस अगेंस्ट सीएए’ समूह के बैनरतले इन महिलाओं ने रंगोली बनायी थी। रंगोली में “ नो टू सीएए, नो टू एनआरसी, नो टू एनपीआर ” नारे के शब्दों को उकेरा गया था । रंगोली को देखने वहां लोगों की भीड़ एकत्र हो गयी जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ।

इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने बसंत नगर बस टर्मिनल के समीप सुबह सात से दस बजे तक रंगोली बनाये जाने की अनुमति मांगी थी , लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के बाद समूह की महिलाएं बसंत नगर-4 एवेन्यू पहुंची और वहां रंगोली बनाना शुरू कर दिया। पुलिस ने यहां महिलाओं को हिरासत में ले लिया , हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया।

इस बीच द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने छह महिलाओं को हिरासत में लिए जाने की घटना की निंदा की और कहा कि यह सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक सरकार की बढ़ती जा रही प्रताड़ना की प्रवृत्ति का एक और उदाहरण है। उन्होंने संविधान में प्रतिष्ठापित बुनियादी अधिकारों पर पाबंदी लगाने के लिए सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार को मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाने की मांग की।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तरप्रदेश में पुलिस की अभद्रता की शिकायत CRPF को की,राबर्ट वाड्रा ने अपनी पत्नी पर गर्व होने की बात कही attacknews.in

नयी दिल्ली 29 दिसंबर ।कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तरप्रदेश सरकार पर अमानवीयता की हदें पार करने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि राज्य पुलिस बेबुनियाद आरोपों पर कांग्रेस नेताओं को जेल में डाल रही है।

श्रीमती वाड्रा ने एक ट्वीट में कहा, “ उप्र सरकार ने अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी हैं। कांग्रेस की कार्यकर्ता सदफ जफर साफ-साफ वीडियो में पुलिस से हिंसा फैलाने वाले लोगों को गिरफ्तार करने की बात कह रही हैं। पुलिस ने सदफ पर बेबुनियाद आरोप लगाकर जेल में डाल दिया है।”

अपनी सुरक्षा को लेकर प्रियंका द्वारा सीआरपीएफ को लिखा गया पत्र:

लखनऊ से खबर है कि,कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के लखनऊ दौरे में शनिवार को हुये नाटकीय घटनाक्रम के बीच उनके कार्यालय ने सुरक्षा को लेकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) के वीआईपी सुरक्षा प्रभारी को रविवार को पत्र लिखा।

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पत्र में शिकायत की गई है कि लखनऊ के सर्किल अधिकारी ने प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों को धमकाते हुए चेतावनी दी थी कि वे उनकी आवाजाही को प्रतिबंधित रखे। पत्र में संबंधित अधिकारी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई है ।

सीआरपीएफ महानिदेशालय के महानिरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह को लिखे पत्र में प्रियंका गांधी के कार्यालय ने बताया कि हजरतगंज के सर्किल ऑफिसर अभय मिश्रा ने प्रोटोकॉल को तोड़ा।

दूसरी ओर प्रियंका गांधी वाड्रा के पति राबर्ट वाड्रा ने आज कहा कि उन्हें अपनी पत्नी पर गर्व है ,हालांकि पुलिस ने जो हरकत की उससे वो परेशान जरूर हैं । पुलिस ने शनिवार को उन्हें धक्का देकर गिरा दिया और गला दबाने की कोशिश की । इसके बावजूद उनका हौसला टूटा नहीं और वो दो पहिया वाहन से भारतीय पुलिस सेवा के अवकाश प्राप्त अधिकारी एसआर दारापुरी से मिलने गईं । दारापुरी 19 दिसम्बर को नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ राजधानी लखनऊ में हुये हिंसक प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किये गये थे ।

शनिवार को श्री दारापुरी के मिलने जाने के दौरान हुये नाटकीय घटनक्रम में प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया और गला दबाने की कोशिश की जबकि पुलिस ने ऐसी किसी भी घटना से साफ इंकार किया है ।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को पार्टी के अधिकारियों के साथ आगे की रणनीति को लेकर बैठक भी की ।

कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट के साथ एक फोटो भी साझा की है।

प्रियंका को अपनी बचकानी हरकतों से बाज आना चाहिए:भाजपा

देवरिया,से खबर है कि,भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता समीर सिंह ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर तंज कसते हुए कहा है कि उनको अपनी बचकानी हरकतों से बाज आना चाहिए।

श्री सिंह रविवार को उत्तर प्रदेश के देवरिया में कहा कि कांग्रेस महासचिव श्रीमती वाड्रा ने लखनऊ में शनिवार को पुलिस पर जो आरोप लगाया था। उस पर आज उनकी सफाई भी आ गई है। श्रीमती वाड्रा ने पहले महिला पुलिस अधिकारी पर आरोप लगाया कि उनका गला दबाया था और उन्हें धक्का दिया था, अब व अपने बयान पर सफाई दे रही है ।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह जरूर है कि श्रीमती वाड्रा ने लखनऊ में पुलिस को धक्का दिया और नियम तोड़कर जेड प्लस सुरक्षा होते हुए बगैर प्रशासन को बताये बिना हेलमेट के स्कूटी पर सवार होकर यात्रा की। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जेड प्लस सुरक्षा में रहने वाला व्यक्ति जो एक राष्ट्रीय पार्टी का महासचिव हो और इस तरह से यात्रा करता है। इस दौरान कोई घटना होती तो पुलिस वालों की नौकरी जाती।

उन्होंने कहा कि श्रीमती वाड्रा को अपनी बचकानी हरकतों से बाज आना चाहिए और झूठ नहीं बोलना चाहिए। क्योंकि वे एक पार्टी की महासचिव हैं।

गौरतलब है कि शनिवार को लखनऊ में कांग्रेस महासचिव श्रीमती वाड्रा नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शनकारियों को भड़काने के आरोप गिरफ्तार किए गये पूर्व आईपीएस अधिकारी एस आर दारापुरी के परिजनों ने मिलने उनके घर जा रही थी। उस दौरान पुलिस ने उनकी सुरक्षा के संबंध में किसी इलाके में जाने के बारे में पूछा था,लेकिन उन्होंने पुलिस को कुछ नहीं बताया। जब पुलिस ने उन्हें रोका तो वह कार से उतर कर कुछ दूर पैदल चलनेे के बाद पार्टी कार्यकर्ता की स्कूटी पर बैठकर आगे दारापुरी के घर तक गई थी।

इस मामले में श्रीमती वाड्रा ने रविवार को सीआरपीएफ को शिकायती पत्र लिखा है ,जिसमें उन्होंने लखनऊ की महिला सर्किल अधिकारी पर उनकी सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों को धमकाते हुए चेतावनी दने का आरोप लगाया और उनके आवाजाही पर प्रतिबंध लगाये। शिकायती पत्र में हजरतगंज के सर्किल आफिसर पर प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप लगा है।

मुस्लिम राष्ट्रों ने कश्मीर,NRC और CAA के खिलाफ मुद्दों पर भारत के विरोध में बैठक करने की तैयारी की attacknews.in

इस्लामाबाद, 29 दिसंबर ।सऊदी अरब भारत द्वारा लागू किए गए CAA कानून तथा NRC को लेकर भारत में मुसलमानों के हितों के लिए तथा कश्मीर में स्थिति पर चर्चा के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के सदस्य राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने की योजना बना रहा है। पाकिस्तानी मीडिया की खबर में इस बारे में बताया गया है ।

‘डॉन’ अखबार ने कूटनीतिक सूत्रों के हवाले से बताया कि सऊदी अरब के विदेश मंत्री शहजादा फैसल बिन फरहान ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी से बृहस्पतिवार को विदेश कार्यालय में मुलाकात की।

शहजादा फैसल सऊदी अरब की आपत्ति के कारण मुस्लिम राष्ट्रों के कुआलालंपुर सम्मेलन में पाकिस्तान के हिस्सा नहीं लेने के मद्देनजर अपने देश के नेतृत्व की ओर से आभार प्रकट करने आए थे ।

विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘ दोनों विदेश मंत्रियों ने कश्मीर के मसले के संबंध में ओआईसी की भूमिका पर चर्चा की।’’

कुरैशी ने प्रिंस फैसल को भारत द्वारा पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद कश्मीर में हालात के बारे में बताया।

विदेश कार्यालय ने कहा कि उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के संबंध में भारत सरकार की कार्रवाई और भारत में लगातार अल्पसंख्यकों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने का मुद्दा उठाया ।

ओआईसी मुस्लिम बहुल देशों का संगठन है और पाकिस्तान भी इसका हिस्सा है । आम तौर पर यह संगठन पाकिस्तान का समर्थन करता है और कई बार कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ दे चुका है ।

ओआईसी ने एक संक्षिप्त बयान में पिछले सप्ताह कहा था कि वह भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों को प्रभावित करने वाले हालिया घटनाक्रमों पर करीबी नजर रखे है ।

शहजादा फैसल ने प्रधानमंत्री इमरान खान से भी मुलाकात की। बैठक में विदेश मंत्री कुरैशी, विदेश सचिव सोहेल महमूद, खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे ।

खान ने सऊदी के मंत्री से कहा कि भारत द्वारा संघर्षविराम के कथित उल्लंघन से नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ रहा है और यह क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है।

सऊदी अरब के भारत से बढ़ते कारोबार और मुस्लिम मुद्दों पर कड़ा रूख अख्तियार करने से ओआईसी की नाकामी के कारण पाकिस्तान में कुआलालंपुर सम्मेलन को तगड़ा समर्थन मिला । यह सम्मेलन 19-21 दिसंबर को हुआ ।

नई पीढ़ी को अराजकता पसंद नहीं, आने वाला दशक युवाओं का रहेगा और उनके सामर्थ्य से देश के विकास का दशक होगा attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 दिसंबर ।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में कहा कि नई पीढ़ी को अराजकता पसंद नहीं है और आने वाला दशक निश्चित तौर पर युवाओं और उनके सामर्थ्य के साथ देश के विकास का दशक होगा।

आकाशवाणी पर प्रसारित वर्ष 2019 के आखिरी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मोदी ने कहा, ‘‘आने वाला दशक दशक न केवल युवाओं के विकास का होगा, बल्कि, युवाओं के सामर्थ्य से देश का विकास करने वाला भी साबित होगा और भारत आधुनिक बनाने में इस पीढ़ी की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है।’’

उन्होंने कहा कि खास बात ये है कि आज के युवा व्यवस्था को पसंद करते हैं, हालांकि कभी-कभी वे बैचैन भी होते हैं।

मोदी ने कहा,“युवा व्यवस्था का अनुसरण भी करना पसंद करते हैं और कभी कहीं व्यवस्था ठीक ढंग से प्रत्युत्तर न करें, तो वे बैचेन भी हो जाते हैं और हिम्मत के साथ व्यवस्था से सवाल भी करते हैं।”

उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसे अच्छा मानता हूं। हमारे देश के युवाओं को अराजकता से नफरत है। अव्यवस्था, अस्थिरता से भी उनको बड़ी चिढ़ है। वे परिवारवाद, जातिवाद, अपना-पराया, स्त्री-पुरुष, इन भेद-भावों को पसंद नहीं करते हैं।’’

प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब संशोधित नागरिकता कानून सहित कुछ अन्य मुद्दों पर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया है और कुछ स्थानों पर विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप भी ले लिया।

प्रधानमंत्री ने इस संदर्भ में कहा कि आने वाली 12 जनवरी को विवेकानंद जयंती पर प्रत्येक युवा अपने दायित्व का चिंतन जरूर करे और इस दशक के लिए कोई संकल्प ले।

उन्होंने कहा, “भारत को इस पीढ़ी से बहुत उम्मीद हैं। इन्हीं युवाओं को देश को नई ऊंचाई पर ले जाना है।”

मोदी ने कहा कि तीन दिन के भीतर हम नए वर्ष के साथ ही नए दशक में भी प्रवेश करेंगे और इस दशक में देश के विकास को गति देने में वो लोग सक्रिय भूमिका निभायेंगे जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है।

लोगों से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील:

प्रधानमंत्री लोगों से अपील की कि वे भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पूरी होने तक अगले तीन साल स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दें।

मोदी ने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की और कहा कि दूसरों को भी स्थानीय उत्पाद खरीदने के लिए प्रेरित करें।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे प्यारे देशवासियो क्या हम संकल्प ले सकते हैं कि 2022 तक जब आजादी के 75 वर्ष पूरे होंगे, इन 2-3 साल हम स्थानीय उत्पाद खरीदने के आग्रही बनें?’’

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘भारत में बना, हमारे देशवासियों के हाथों से बना, हमारे देशवासियों के पसीने की जिसमें महक हो, ऐसी चीजों को हम खरीदने का आग्रह कर सकते हैं क्या? मैं लंबे समय के लिए नहीं कहता हूं, सिर्फ 2022 तक। आजादी के 75 साल हों, तब तक।’’

मोदी ने कहा कि यह काम सिर्फ सरकार द्वारा नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि देशभर में युवाओं को आगे आना चाहिए।

उन्होंने इसके लिए छोटे संगठन बनाकर लोगों को प्रेरित करने, स्थानीय उत्पादों को प्रतिष्ठा और शान से जोड़ने की अपील की।

प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने स्वदेशी को लाखों लोगों के जीवन में उजाला लाने के साधन के रूप में देखा।

उन्होंने कहा, ‘‘महात्मा गांधी ने स्वदेशी की इस भावना को ऐसे दीपक के रूप में देखा जो लाखों लोगों के जीवन को रोशन करता हो। गरीब से गरीब के जीवन में समृद्धि लाता हो।’’

मोदी ने कहा कि सौ साल पहले गांधी जी ने भारतीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए एक बड़ा जन आंदोलन शुरू किया था और आत्मनिर्भर बनने के लिए यह गांधी जी का दिखाया हुआ रास्ता है।

प्रधानमंत्री ने इससे पहले 15 अगस्त को लालकिले से स्थानीय सामान खरीदने के लिए लोगों से आग्रह किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने लाल किले से 15 अगस्त को कहा था कि हम देशवासी स्थानीय सामान खरीदने का आग्रह रखें। आज फिर से मेरा यही सुझाव है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘आज फिर से एक बार मेरा सुझाव है कि क्या हम स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों को प्रोत्साहन दे सकते हैं? क्या अपनी खरीदारी में उन्हें प्राथमिकता दे सकते हैं? क्या हम स्थानीय उत्पादों को अपनी प्रतिष्ठा और शान से जोड़ सकते हैं? क्या हम इस भावना के साथ अपने साथी देशवासियों को लिए समृद्धि लाने का माध्यम बन सकते हैं?’’

उन्होंने एक महिला द्वारा स्थानीय स्तर पर संचालित चप्पल बनाने के कारखाने को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश के फूलपुर में स्थानीय पुलिस और उनके परिवारों की तारीफ की।

मोदी ने कहा कि इन महिलाओं के संकल्प के कारण न केवल उनके परिवारों की वित्तीय स्थिति मज़बूत हुई है, बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार हुआ है।

भारत में खगोलशास्त्र का गौरवशाली इतिहास, तारों से हमारा संबंध सभ्यता जितना ही पुराना : मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हालिया सूर्य ग्रहण का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में खगोल-विज्ञान का बहुत ही प्राचीन और गौरवशाली इतिहास रहा है और तारों के साथ हमारा संबंध, उतना ही पुराना है जितनी पुरानी हमारी सभ्यता है ।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ अभी 26 दिसंबर को सूर्य-ग्रहण था। इसे लेकर मेरे मन में भी तमाम देशवासियों, विशेष तौर पर मेरे युवा-साथियों की तरह ही उत्साह था। मैं भी, सूर्य-ग्रहण देखना चाहता था। लेकिन उस दिन दिल्ली में बादल छाए रहने के कारण मैं वह आनन्द नहीं ले पाया। हालाँकि, टी.वी पर कोझीकोड और भारत के दूसरे हिस्सों में दिख रहे सूर्य-ग्रहण की सुन्दर तस्वीरें देखने को मिलीं। ’’

गौरतलब है कि सूर्य ग्रहण के दिन प्रधानमंत्री ने भी इस नजारे को देखने के अपने उत्साह को ट्विटर पर साझा किया और बताया था कि लाइव स्ट्रीम के जरिए कोझिकोड और अन्य हिस्सों में सूर्य ग्रहण की झलक उन्होंने देखी।

मोदी ने ‘मन की बात’ में कहा कि सूर्य चमकते हुए छल्ले के आकार का नज़र आ रहा था। उन्होंने कहा कि उस दिन उन्हें कुछ विशेषज्ञों से संवाद करने का अवसर भी मिला जिन्होंने बताया कि ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि चंद्रमा, पृथ्वी से काफी दूर होने की वजह से पूरी तरह से सूर्य को ढक नहीं पाता।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह से, एक रिंग का आकार बन जाता है और इसे सूर्य ग्रहण, एक वलय-ग्रहण या कुंडल-ग्रहण भी कहते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रहण हमें याद दिलाते हैं कि हम पृथ्वी पर रहकर अंतरिक्ष में घूम रहे हैं जहां सूर्य, चंद्रमा एवं अन्य ग्रहों जैसे और खगोलीय पिंड घूमते रहते हैं ।

उन्होंने कहा, ‘‘ चंद्रमा की छाया से ही हमें, ग्रहण के अलग-अलग रूप देखने को मिलते हैं । भारत में खगोल-विज्ञान का बहुत ही प्राचीन और गौरवशाली इतिहास रहा है । आकाश में टिमटिमाते तारों के साथ हमारा संबंध, उतना ही पुराना है जितनी पुरानी हमारी सभ्यता है ।’’

मोदी ने इस संबंध में जंतर-मंतर वेधशाला का जिक्र किया और कहा कि इसका खगोल शास्त्र से गहरा संबंध है ।

उन्होंने कहा कि महान वैज्ञानिक आर्यभट ने काल-क्रिया में सूर्य-ग्रहण के साथ-साथ, चन्द्र-ग्रहण की दार्शनिक और गणितीय दोनों ही दृष्टिकोण से विस्तृत व्याख्या की है ।

मोदी ने कहा ‘‘भास्कर जैसे उनके शिष्यों ने इस भाव को और ज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए भरसक प्रयास किये। बाद में, चौदहवीं–पंद्रहवीं सदी में, केरल में, संगम ग्राम के माधव ने ब्रहमाण्ड में मौजूद ग्रहों की स्थिति की गणना करने के लिए कैलकुलस का उपयोग किया।’’

उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले उन्होंने ‘प्री मॉडर्न कच्छी – नेविगेशन टेक्नीक एंड वायेज’’ पुस्तक का विमोचन किया था । उन्होंने कहा कि यह पुस्तक एक नाविक मालम की डायरी है जिसमें, प्राचीन नौवहन का, तारों का, तारों की गति का वर्णन किया है ।

संसद सत्र में रिकॉर्ड कामकाज पर मोदी ने राजनीतिक दलों, सांसदों, पीठासीन अधिकारियों को बधाई दी:

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले छह महीने में 17वीं लोकसभा के दोनों सदन बहुत ही उत्पादक रहे हैं जहां लोकसभा ने 114 प्रतिशत और राज्यसभा ने 94 प्रतिशत काम किया जिसके लिए दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारी, सभी राजनीतिक दल और सभी सांसद बधाई के पत्र हैं ।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी संसद को, लोकतंत्र के मंदिर के रूप में हम जानते हैं। एक बात का मैं आज बड़े गर्व से उल्लेख करना चाहता हूँ कि आपने जिन प्रतिनिधियों को चुन करके संसद में भेजा है, उन्होंने पिछले 60 साल के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले छह मास में, 17वीं लोकसभा के दोनों सदन, बहुत ही उत्पादक रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि लोकसभा ने 114 प्रतिशत काम किया, तो राज्य सभा ने 94 प्रतिशत काम किया। इससे पहले, बजट-सत्र में, करीब 135 फ़ीसदी काम किया गया था और देर-देर रात तक संसद चली।

मोदी ने कहा कि सभी सांसद इसके लिए बधाई और अभिनंदन के पात्र हैं ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने जिन जन-प्रतिनिधियों को भेजा है, उन्होंने, 60 साल के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। इतना काम होना, अपने आप में, भारत के लोकतंत्र की ताकत का भी, और लोकतंत्र के प्रति आस्था का भी परिचायक है।

मोदी ने कहा, ‘‘ मैं दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों, सभी राजनीतिक दलों को, सभी सांसदों को, उनकी इस सक्रिय भूमिका के लिए बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूँ।

उत्तरप्रदेश में CAA के खिलाफ हिंसा करने वालों की आई शामत,नुकसान की भरपाई नहीं करने की दशा में कुर्की/जब्ती की कार्रवाई attacknews.in

लखनऊ 28 दिसम्बर।उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन करने और सरकारी तथा निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले अब मुसीबत में हैं ।

पुलिस ने ऐसे लोगों के पोस्टर चौक चौराहे पर लगा दिये हैं और उनकी पहचान कर संपतति के नुकसान की भरपाई के नोटिस भेजे जा रहे हैं । नुकसान की भरपाई नहीं करने पर सरकार उनके खिलाफ कुर्की जब्ती की कार्रवाई करेगी ।

बुलंदशहर में मुस्लिमों ने जिला प्रशासन को सौंपा छह लाख का चेक:

बुलंदशहर से खबर है कि, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान भडकी हिंसा में सरकारी संपत्ति को हुये नुकसान के एवज में जिला प्रशासन को छह लाख 27 हजार रूपये का चेक सौंप कर अनूठी मिसाल पेश की।

मुस्लिम बुद्धिजीवियों के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और उन्हे छह लाख 27 हजार 500 रूपये का चेक सौंपा। इस मौके पर उन्होने जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और पुलिस जवानों को गुलाब का फूल भेंट कर कानून व्यवस्था की जल्द बहाली के लिये बधाई दी।

गौरतलब है कि पिछली 20 दिसम्बर को जुम्मे की नमाज के बाद हुई हिंसा में सरकारी संपत्ति के नुकसान का आकलन जिला प्रशासन ने किया था जिसमें छह लाख 27 हजार 500 रुपये की क्षति दर्शायी गयी थी। हिंसा में पुलिस की एक जीप समेत जलकर स्वाहा हो गया था।

जिला एवं पुलिस प्रशासन ने इसे मुस्लिम समुदाय की अच्छी पहल बताते हुये स्वागत किया है। उन्होने कहा कि जिले में अमन चैन बना हुआ है।

एएमयू के एक हजार अज्ञात छात्रों पर मुकदमा

अलीगढ़ (उप्र), से खबर है कि,रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के एक हजार अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

आरएएफ के कमांडेंट पुनीत कुमार ने शनिवार को बताया कि गत 15 दिसम्बर को एएमयू परिसर में हुई हिंसा के मामले में विश्वविद्यालय के एक हजार छात्रों के खिलाफ पिछले 23 दिसम्बर को मुकदमा दर्ज कराया गया है।

उन्होंने बताया कि इन छात्रों पर बलवा करने और सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है।

सोमालिया की राजधानी पर बरपा आतंकवादियों का कहर: बीच बाजार ट्रक बम विस्फोट से उड़ा दिये 76 लोगों के चिथड़े attacknews.in

मोगादिशु, 28 दिसंबर (एएफपी) ।सोमालिया की राजधानी में एक सुरक्षा जांच चौकी एवं कराधान कार्यालय पर शनिवार सुबह हुए एक ट्रक बम विस्फोट में कम से कम 76 लोग मारे गए।

यह हमला हाल के वर्षों में मोगादिशु में हुए भीषणतम हमलों में से एक है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आज के विस्फोट को देखकर उन्हें 2017 में हुए विस्फोट की याद आ गई जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे।

निजी आमीन एंबुलेंस सेवा के निदेशक अब्दूकादिर अब्दीरहमान ने एएफपी से कहा, ‘‘76 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और 70 अन्य घायल हुए हैं।’’

पुलिस अधिकारी इब्राहीम मोहम्मद ने विस्फोट को ‘‘भयावह’’ करार दिया।

मारे गए लोगों में से ज्यादातर विश्वविद्यालय और अन्य संस्थानों के छात्र बताए जाते हैं जो अपनी कक्षाओं के लिए निकले थे।

इब्राहीम ने कहा, ‘‘हमने दो तुर्क नागरिकों के मरने की भी पुष्टि की है जो संभवत: सड़क निर्माण से जुड़े इंजीनियर थे। हमें अभी यह नहीं पता कि वे घटनास्थल से गुजर रहे थे या फिर इस क्षेत्र में रहते थे।’’

मोगादिशु के मेयर उमर महमूद मोहम्मद ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मरने वालों की सटीक संख्या का अभी पता नहीं है, लेकिन घायलों की संख्या लगभग 90 है।

कैप्टन मोहम्मद हुसैन ने बताया कि विस्फोट सुबह के समय तब हुआ जब सोमालिया में लोग सप्ताहांत के बाद अपने काम के लिए निकले। इसमें कर संग्रह केंद्र को निशाना बनाया गया।

विस्फोट के बाद राजधानी के ऊपर धुएं का गुबार छा गया।

घटनास्थल पर नष्ट हुए वाहन और शव बिखरे नजर आए।

अभी किसी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़ा चरमपंथी संगठन ‘अल शबाब’ प्राय: इस तरह के हमलों को अंजाम देता रहता है। चरमपंथी समूह को कई साल पहले मोगादिशु से खदेड़ दिया गया था, लेकिन वह सुरक्षा चौकियों, होटलों और समुद्र किनारे इस तरह के बड़े हमलों को अंजाम देता रहता है।

अल शबाब ने 2017 में भी मोगादिशु में एक भीषण ट्रक बम विस्फोट किया था जिसमें 500 से अधिक लोग मारे गए थे।