श्रीलंका के आतंकवादी हमले में कर्नाटक के 5 जदस के नेता भी मारे गये attacknews.in

बेंगलुरु, 22 अप्रैल । श्रीलंका में आतंकवादी हमले में मारे गये लोगों में कर्नाटक निवासी और जनता दल (सेक्युलर) के पांच नेता शामिल हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक इनकी पहचान शिवकुमार, हनुमनथारायप्पा, रंगाप्पा, रमेश और लक्ष्मीनारायण के रूप में की गयी है। इनके पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि वे 18 अप्रैल को हुये पहले चरण के मतदान के बाद श्रीलंका गये थे और कल आने वाले थे।

सूत्रों ने बताया कि कर्नाटक के ही तीन और लोगों के नहीं लौटने की सूचना मिली है। विदेश मंत्रालय से इस संबंध में कोई जानकारी मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है।

जद(एस) नेताओं की मौत की खबर मिलने के बाद उनके घरों के बाहर शुभचिंतकों, विधायकों का जमावड़ा लग गया है और वे सभी परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने की कोशिश कर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री एवं जनता दल (सेकुलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एच डी देवगौड़ा और मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने नेताओं की मौत पर दुख जताया है।

श्री कुमारस्वामी इस संबंध में विस्तृत जानकारी और श्रीलंका से नेताओं के शवों को बेंगलुरु लाने का इंतजाम करने को लेकर विदेश मंत्रालय से संपर्क बनाये हुये हैं

शिवकुमार के परिवार के सदस्यों ने कहा, “हम विदेश मंत्रालय से विस्तृत जानकारी मिलने का इंतजार कर रहे हैं। हम यह जानना चाहते हें उनकी मौत कैसे हुई और उनके शव कब तक यहां आ जाएंगे।”

गौरतलब है कि श्रीलंका में रविवार को ईस्टर दिवस पर गिरजाघरों और होटलों को निशाना बनाकर किये गये आठ विस्फोटों में 290 लोगों की मौत हो गयी और 500 से अधिक घायल हुए हैं।

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दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर भाजपा- कांग्रेस- आप के बीच त्रिकोणीय मुकाबले का ऐसा हैं नजारा और किसका प्रत्याशी हैं दमदार; यहाँ पढ़ें attacknews.in

नयी दिल्ली, 22 अप्रैल । राजधानी दिल्ली में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा और उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर कांग्रेस और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आमने-सामने होंगे।

कांग्रेस और आप के बीच पिछले कई दिनों से राजधानी में चुनावी तालमेल को लेकर बातचीत चल रही थी यद्धपि आप ने बीच में ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी। सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पायी और अंतत कांग्रेस ने भी नामांकन पत्र भरने के अंतिम दिन से एक दिन पहले आज सात में से छह सीटों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये।

कांग्रेस ने दिल्ली की प्रदेश अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को उत्तर पूर्वी दिल्ली से चुनाव मैदान में उतारा है जहां उनका मुकाबाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तथा उत्तर पूर्वी दिल्ली के वर्तमान सांसद मनोज तिवारी से है। श्री तिवारी भोजपुरी फिल्मों के मशहूर अभिनेता तथा भोजपुरी के लाेकप्रिय गायक हैं और इस संसदीय क्षेत्र में भोजपुरी बोलने वाले उत्तर प्रदेश तथा बिहार के मतदाताओं की अच्छी संख्या है।

भाजपा ने चांदनी चौक से केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्द्धन को दोबारा टिकट दिया है। केंद्रीय मंत्री के रूप में उनका प्रदर्शन अच्छा बताया जा रहा है। दिल्ली में भाजपा की सरकार के समय वह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री भी रहे हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल से है। श्री अग्रवाल 15 वीं लोकसभा में पूर्वी दिल्ली से लाेकसभा के सदस्य थे।

कांग्रेस ने नयी दिल्ली सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा कुछ माह पहले तक कांग्रेस के प्रदेश के अध्यक्ष रहे अजय माकन को टिकट दिया है। पार्टी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द सिंह लवली को पूर्वी दिल्ली, पूर्व सांसद महाबल मिश्र को पश्चिमी दिल्ली तथा राजेश लिलोठिया को उत्तर पश्चिमी दिल्ली(सु) सुरक्षित सीट से उम्मीदवार बनाया है।

भाजपा ने डॉ हर्षवर्धन और श्री मनोज तिवारी के अलावा पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा और दक्षिणी दिल्ली से रमेश विधूड़ी को चुनाव मैदान में उतारा है।

दिल्ली मेंं लोकसभा की सात सीटें हैं। कांग्रेस ने अब तक छह उम्मीदवार घोषित किए हैं जबकि भाजपा चार सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय कर चुकी है।

आम आदमी पार्टी सभी सात सीटों के लिए पहले ही उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है। पार्टी ने पश्चिमी दिल्ली से बलबीर सिंह जाखड़, चांदनी चौक से पंकज गुप्ता, पूर्वी दिल्ली से आतिशी , उत्तर-पश्चिम दिल्ली से गुगन सिंह, दक्षिणी दिल्ली से राघव चड्ढा, उत्तर-पूर्वी दिल्ली से दिलीप पांडे और नयी दिल्ली से ब्रजेश गोयल को चुनाव मैदान में उतारा है।

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अभिजीत मुहूर्त में भोपाल से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जमा किया नामांकन पत्र, कल शक्ति प्रदर्शन के साथ होगा जमा attacknews.in

भोपाल, 22 अप्रैल । मध्यप्रदेश के भोपाल संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने आज यहां अपना नामांकनपत्र जमा कर दिया।

भाजपा प्रत्याशी सुश्री ठाकुर दोपहर लगभग साढ़े बारह बजे यहां जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पहुंची और जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम खाड़े के समक्ष नामांकनपत्र पेश किया।

जिला कलेक्टर कार्यालय के आसपास उनके कुछ समर्थक भी जुटे थे। नामांकनपत्र दाखिले के समय भोपाल के वर्तमान सांसद आलोक संजर और पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता भी मौजूद थे।

पार्टी सूत्रों के अनुसार सुश्री ठाकुर ने आज मुहूर्त के हिसाब से सांकेतिक तौर पर नामांकनपत्र दाखिल किया है। हालाकि वे कल यहां पूरे जोरशोर के साथ एक बार फिर से नामांकनपत्र पेश करेंगी। इस दौरान एक तरह से भाजपा की ओर से शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा।

भोपाल संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहले ही अपना नामांकनपत्र जमा कर चुके हैं।

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पीएम नरेंद्र मोदी फिल्म की रिपोर्ट चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी attacknews.in

नयी दिल्ली, 22 अप्रैल। निर्वाचन आयोग ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बनी बायोपिक के बारे में अपनी विस्तृत रिपोर्ट उच्चतम न्यायालय को सीलबंद लिफाफे में सौंप दी।

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने निर्वाचन आयोग की इस रिपोर्ट को रिकार्ड पर लेते हुये कहा कि इसकी एक प्रति फिल्म निर्माता को भी उपलब्ध करायी जाये। पीठ इस मामले में 26 अप्रैल को आगे सुनवाई करेगी।

शीर्ष अदालत ने 15 अप्रैल को निर्वाचन आयोग को निर्देश दिया था कि वह अपने आदेश पर फिर से विचार करे और पूरी फिल्म देखने के बाद इस मामले में कोई सुविचारित निर्णय ले।

इस मामले में फिल्म निर्माता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने दलील दी थी कि निर्वाचन आयोग ने पूरी फिल्म देखे बगैर ही इसके प्रोमो के आधार पर अपना आदेश दिया है। आयोग ने लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक इस फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया था।

निर्वाचन आयोग के वकील अमित शर्मा ने दलील दी थी कि चूंकि पूरी फिल्म उपलब्ध नहीं थी, इसलिए इसका ट्रेलर देखने के बाद ही इसके प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया।

आयोग ने कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों की शिकायत के मद्देनजर इस फिल्म के प्रदर्शन की तारीख से एक दिन पहले ही 10 अप्रैल को इस पर रोक लगा दी थी।

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राहुल गांधी ने चौकीदार चोर हैं, बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट में खेद जताया attacknews.in

नयी दिल्ली, 22 अप्रैल । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मामले पर उच्चतम न्यायालय में चल रही कार्यवाही के संबंध में दिये गये अपने बयान को लेकर सोमवार को शीर्ष अदालत में दाखिल जवाब में खेद जताया।

श्री गांधी ने अपने जवाब में कहा कि उनके बयान का राजनीतिक विरोेधियों ने गलत इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने चुनावी सरगर्मी में अदालती कार्यवाही को लेकर गलत बयान दिया था, जिस पर उन्हें खेद है।

उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पीठ अब इस मामले की सुनवाई मंगलवार को करेगी।

उल्लेखनीय है कि श्री गांधी ने उत्तर प्रदेश के अमेठी में शीर्ष अदालत की कार्यवाही पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि अदालत ने राफेल मामले में मान लिया है कि चौकीदार (श्री नरेंद्र मोदी) चोर है। इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं नयी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से सांसद मीनाक्षी लेखी ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की है और शीर्ष अदालत में इस याचिका पर सुनवाई के बाद श्री गांधी से इस मुद्दे पर जवाब दाखिल करने को कहा था।

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इंदौर से सुमित्रा महाजन की पसंद है भाजपा प्रत्याशी शंकर ललवानी , बड़ी मशक्कत के बाद नाम हुआ फाइनल attacknews.in

भोपाल, 21 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने काफी मशक्कत के बाद आखिरकार आज रात पार्टी के गढ़ इंदौर संसदीय क्षेत्र से श्री शंकर ललवानी को प्रत्याशी घोषित कर दिया।

भाजपा मध्यप्रदेश के 29 में से 28 लोकसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी पहले ही घोषित कर चुकी है। इंदौर में प्रत्याशी चुनने के लिए कई दिनों से प्रयास चल रहे थे।

काफी लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बीजेपी ने मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।शंकर लालवानी को अपना प्रत्याशी बनाया है। इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्‍यक्ष रहे शंकर लालवानी का मुकाबला कांग्रेस प्रत्‍याशी पंकज संघवी से होगा।

इंदौर सीट पर भाजपा पिछले आठ लोकसभा चुनाव से लगातार जीतती आ रही है।इस बार लोकसभा अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन के इस सीट से चुनाव लड़ने से इंकार के बाद मुख्‍य दावेदार बीजेपी के राष्‍ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस सीट से उतरने से इंकार कर दिया था।

1993 में विधानसभा क्षेत्र-4 से लालवानी को बीजेपी अध्यक्ष बनाया गया था।1996 में हुए नगर निगम चुनाव में उन्हें जयरामपुर वार्ड से टिकट मिला था. इसमें उन्होंने अपने भाई और कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश लालवानी को हराया था और पार्षद बने थे।

लालवानी ने नगर निगम में सभापति जैसे महत्वपूर्ण पद का कार्यभार संभाला।वे तीन बार पार्षद रहे. कुछ समय बाद पार्टी ने उन्हें नगर अध्यक्ष बना दिया. नगर अध्यक्ष के पद पर रहते हुए ही उन्हें इंदौर नगर निगम प्राधिकरण की जिम्मेदारी दी गई थी।

सिंधी समाज से आने वाले शंकर लालवानी सुमित्रा महाजन और शिवराज सिंह चौहान के करीबी माने जाते हैं।वे आईडीए के अध्यक्ष रह चुके हैं।इसके अलावा लालवानी बीजेपी के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं. जानकारी के अनुसार शिवराज सिंह चौहान ने भी शंकर लालवानी की पैरवी टिकट के लिए की थी।

सुमित्रा महाजन की विरासत अब शंकर ललवानी के जिम्मे है. पार्टी ने अपने एक स्थानीय गुट के कथित विरोध को दरकिनार करते हुए अपने 30 साल पुराने गढ़ में वरिष्ठ नेता शंकर ललवानी को चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा कर की। रविवार को बीजेपी से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद शंकर ललवानी ने सुमित्रा महाजन से मुलाकात की।

बीते दिनों सुमित्रा महाजन ने कहा था कि ‘जब मैंने साल 1989 में इंदौर से अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ा था तब भी मैंने पार्टी से टिकट नहीं मांगा था. पार्टी ने मुझे खुद टिकट दिया था. मैंने अपनी पार्टी से आज तक टिकट नहीं मांगा है.’

इंदौर के एक अन्य दिग्गज नेता और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी खुद को इस सीट के चुनावी टिकट की दावेदारी से अलग कर लिया था. विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी के रूप में अपनी मौजूदा जिम्मेदारियों का हवाला देते हुए ट्विटर पर कहा था कि उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय किया है. कैलाश विजयवर्गीय की गिनती मध्य प्रदेश बीजेपी के दिग्गज नेताओं में होती है. वह लगातार 6 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।

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श्रीलंका के सीरियल बम धमाकों में मोहम्मद अज्जाम मोहम्मद ने मानव बम बनकर किया पहला धमाका , 8 धमाकों में 235 की मौत, 35 विदेशी भी शामिल attacknews.in

कोलंबो 21 अप्रेैल । श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में रविवार को ईस्टर के अवसर पर तीन कैथोलिक चर्चो और तीन पांच सितारा होटलों को निशाना बनाकर किए गए बम धमाकों में कम से कम 235 लोगों की मौत हो गयी तथा 450 से अधिक लोग घायल हो गए।

मृतकों में 35 विदेशी नागरिक मारे गये हैं जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन ,चीन,बेल्जियम और भारत के नागरिक शामिल हैं।

पुलिस ने बताया कि कोलंबो में एक घर पर छापा मारकर विस्फोट में संलिप्ता के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया।

श्रीलंका धमाकों में कई अमेरिकी नागरिक मारे गये:पोम्पियो

अमेरिका ने कहा है कि श्रीलंका में रविवार को हुए श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों को उसके कई नागरिक मारे गये हैं।

विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक बयान जारी करके कहा,“ हमें श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार बम हमलों के बारे में विस्तृत जानकारी मिल रही है और यह स्पष्ट हो गया है कि इन हमलों में हमारे कई नागरिक मारे गये हैं। अमेरिका कड़े से कड़े शब्दों में इस आतंकवादी हमले की निंदा करता है।”

हमलावर मोहम्मद अज्जाम मोहम्मद ने किया पहला धमाका:

श्रीलंका में 8 श्रंखलाबद्ध बम विस्फोटों में से एक घटना को अंजाम देने वाला आत्मघाती हमलावर ब्लास्ट करने से कुछ समय पहले तक नाश्ते के लिए होटल की कैंटीन में लाइन में लगा था।

होटल के एक अधिकारी ने बताया कि हमलावर मोहम्मद अज्जाम मोहम्मद एक रात पहले ही यहां आकर रूका था। होटल के सीसीटीवी कैमराें की जांच के आधार पर मैनेजर ने बताया कि वह आतंकी खचाखच भरे रेस्तरां में ईस्टर की सुबह नाश्ते के लिए लाइन में सबसे आगे आकर खड़ा हो गया और फिर बम ब्लास्ट कर दिया।

होटल मैनेजर ने बताया, ‘उसने हाथ में प्लेट पकड़ रखी थी और जब उसे खाना परोसा जाने वाला था, तभी उसने इस आतंकी हमले को अंजाम दिया।

भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कोलंबो से प्राप्त आधिकारिक रपटों के हवाले से कहा है कि मृतकों में तीन भारतीय -लोकाशिनी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश- भी शामिल हैं।

फर्जी कागजात पर होटल में रूका था हमलावर

होटल मैनेजर ने मीडियाकर्मियों को बताया ‘उस समय सुबह के 8:30 बज रहे थे और व्यस्तता थी। वहां काफी परिवार थे। वह आतंकी लाइन में सबसे आगे आया और वहां जोरदार विस्फोट कर दिया।’

उन्होंने कहा, हमारा एक साथी, जो उस समय अतिथियों का स्वागत कर रहे थे, उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हमलावर की भी मौत हो गई। श्रीलंकाई पुलिस उसके शव को मौके से ले गई।

होटल के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि हमलावर श्रीलंकाई नागरिक था और वह एक फर्जी पते पर होटल में रूका था।

इनमें से अधिकांश विस्फोट राजधानी कोलंबो में हुए हैं। इस द्वीपीय देश में गृहयुद्ध समाप्त होने के बाद यह सबसे बड़ा खूनखराबा वाला दिन रहा।

श्रीलंका की ऐतिहासिक सेंट एंथनी चर्च में हुआ विस्फोट इतना जोरदार था कि उसकी छत का बड़ा भाग नीचे आ गिरा। इन धमाकों में 3 भारतीयों समेत 35 विदेशी नागरिकों की भी मौत हो गई।

इन धमाकों के साथ ही लिट्टे के साथ खूनी संघर्ष के खत्म होने के बाद करीब एक दशक से जारी शांति भी भंग हो गई।

पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनासेकरा ने बताया कि द्वीपीय राष्ट्र में हुए सबसे खतरनाक हमलों में से एक, ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार पौने नौ बजे ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोवा के एक चर्च में हुए।

वहीं अन्य तीन विस्फोट पांच सितारा होटलों – शंगरीला, द सिनामोन ग्रांड और द किंग्सबरी में हुए।

अधिकारियों के मुताबिक सिनामोन ग्रांड होटल के रेस्तरां में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया।

गुनसेखरा ने संवाददाताओं को बताया, “धमाकों में कम से कम 235 लोगों की जान गई है। वहीं न्यूज फर्स्ट चैनल के मुताबिक मृतकों की संख्या 230 है।

रविवार को हुए धमाकों की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है।

श्रीलंका में पूर्व में लिट्टे (एलटीटीई) ने कई हमले किए हैं। हालांकि 2009 में लिट्टे का खात्मा हो गया।

संवाददाताओं को जानकारी देते हुए गुनासेकरा ने कहा कि पुलिस फिलहाल इस बात की पुष्टि करने की स्थिति में नहीं है कि क्या सभी हमले आत्मघाती थे। उन्होंने हालांकि कहा कि काटुवापितिया (नेगोम्बो) चर्च में हुए बम धमाके में ऐसे संकेत मिलते हैं कि यह आत्मघाती हमले जैसा था।

एक अधिकारी ने कहा कि एक आत्मघाती हमलावर ने सिनामोह ग्रांड होटल के रेस्तरां में विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया।

गुनासेखरा ने कहा कि नेशनल अस्पताल में 66 शवों को रखा गया था जबकि 260 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि 104 शवों को नेगोम्बो अस्पताल में रखा गया है जबकि 100 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

विदेश सचिव रविनाथा अरियासिंघे ने कहा कि धमाकों में कम से कम 35 विदेशी मारे गए हैं।

कोलंबो में चीनी दूतावास ने कहा कि धमाकों में कम से कम दो चीनी नागरिकों की मौत हुई है। दूतावास घायल चीनी नागरिकों की संख्या की पुष्टि करने की कोशिश कर रहा है।

इससे पूर्व दूतावास ने कहा था कि चार चीनी नागरिक धमाकों में घायल हुए हैं।

स्थानीय पुलिस ने कहा कि धमाकों में करीब 500 लोग घायल हुए हैं।

स्थानीय मीडिया की खबर के मुताबिक धमाकों में घायल हुए लोगों में भारत, पाकिस्तान, अमेरिका, मोरक्को और बांग्लादेश के नागरिक भी बताए जा रहे हैं।

पुलिस प्रवक्ता रुवन गुनासेखरा ने कहा कि बाद में, राजधानी के दक्षिणी उपनगर में कोलंबो चिड़ियाघर के पास एक शक्तिशाली धमाका हुआ जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।

पुलिस ने बताया कि पुलिस की एक टीम ओरुगोदावट्टा क्षेत्र के एक घर में जब जांच के लिए गई तो वहां मौजूद एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। इस विस्फोट में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। रविवार को यहां आठ विस्फोट हो चुके हैं।

आठवें विस्फोट के तुरंत बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया। गुनासेखरा ने बताया कि यह कर्फ्यू अगले नोटिस तक प्रभावी रहेगा।

राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

सिरिसेना ने कहा, ‘‘ मैं इस अप्रत्याशित घटना से सदमे में हूं। सुरक्षाबलों को सभी जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।’’

प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इसे ‘‘कायराना हमला’’ बताते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘‘स्थिति को नियंत्रण’’ में करने के लिए काम कर रही है।

उन्होंने ट्वीट किया,‘‘ मैं श्रीलंका के नागरिकों से दुख की इस घड़ी में एकजुट एवं मजबूत बने रहने की अपील करता हूं। सरकार स्थिति को काबू में करने के लिए तत्काल कदम उठा रही है।’’

राजधानी में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अस्थायी रोक लगा दी है।

श्रीलंका के आर्थिक सुधार एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री हर्षा डी सेल्वा ने बताया कि श्रीलंका सरकार ने आपात बैठक बुलाई है। सभी आवश्यक आपातकालीन कदम उठाए गए हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ बेहद भयावह दृश्य, मैंने लोगों के शरीर के अंगों को इधर-उधर बिखरे देखा। आपातकालीन बल सभी जगह तैनात हैं।’’

कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने ट्वीट किया, ‘‘ विस्फोट आज कोलंबो और बट्टिकलोवा में हुए। हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। भारतीय नागरिक किसी भी तरह की सहायता, मदद और स्पष्टीकरण के लिए इन नंबरों पर फोन कर सकते हैं- +94777903082, +94112422788, +94112422789 ।’’

उच्चायुक्त ने अन्य एक ट्वीट में लिखा, ‘‘ दिए गए नंबरों के अलावा भारतीय नागरिक किसी भी सहायता व मदद और अन्य किसी स्पष्टीकरण के लिए +94777902082, +94772234176 नंबरों पर फोन कर सकते हैं।’’

पहले धमाकों की खबर कोलंबो के सेंट एंटोनी चर्च और राजधानी के बाहर नेगोम्बो में सेंट सेबेस्टियन चर्च से आई।

सेंट सेबेस्टियन चर्च के फेसबुक पेज पर अंग्रेजी में लिखी गई एक पोस्ट में कहा, “हमारे चर्च में एक बम धमाका, अगर आपके परिजन वहां हैं तो कृपया आइये और मदद कीजिए।”

सोशल मीडिया पर चल रही तस्वीरों में सेंट सेबेस्टियन चर्च को धमाके में व्यापक नुकसान नजर आ रहा है।

सरकारी डेली न्यूज की खबर के मुताबिक, इन विस्फोटों को देखते हुए भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दंगा पुलिस और विशेष कार्य बल समेत अतिरिक्त सुरक्षा बल को हवाई अड्डे के पास तैनात कर दिया गया है।

सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। सोमवार और मंगलवार को सरकारी स्कूलों को बंद करने की घोषणा कर दी गई है।

सरकारी स्कूलों में सोमवार और मंगलवार की छुट्टी कर दी गई है।

कोलंबो जिले में ईस्टर पर होने वाली सभी प्रार्थना सभाएं रद्द कर दी गई हैं।

श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने इन हमलों को ‘नृशंस’ बताया है।

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प्रियंका गांधी वाड्रा वाराणसी लोकसभा सीट से नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हुई attacknews.in

कलपेट्टा (वायनाड), 21 अप्रैल ।, इन अटकलों के बीच कि प्रियंका गांधी वाड्रा को वाराणसी लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को कहा कि यदि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी कहेंगे तो उन्हें चुनाव लड़ने में खुशी होगी।

राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने यहां सवाददाताओं से कहा, ‘‘आपको पता चल जाएगा। यदि कांग्रेस अध्यक्ष मुझसे चुनाव लड़ने के लिए कहेंगे तो मुझे लड़ने में खुशी होगी।’’

प्रियंका गांधी इस सवाल का जवाब दे रही थीं कि क्या वह उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से चुनाव लड़ेंगी जहां से मोदी फिर से चुनाव मैदान में उतरने वाले हैं।

पिछले महीने कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने जब प्रियंका गांधी से रायबरेली से चुनाव लड़ने के लिए कहा था तो उन्होंने सवाल किया था, ‘‘क्या मुझे वाराणसी से नहीं लड़ना चाहिए?’’

इससे पहले कांग्रेस नेता ने यह भी कहा था कि वह चुनाव लड़ेंगी यदि उनकी पार्टी उनसे ऐसा करने के लिए कहेगी।

प्रियंका गांधी ने यहां मीडिया से बातचीत में भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री उमा भारती की विवादास्पद टिप्पणी खारिज कर दी कि देश उन्हें वैसे ही देखेगा जैसा एक ‘‘चोर की पत्नी’’ को देखता है।

उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, ‘‘उन्होंने मेरी दादी, दादा, पिता, मां से लेकर मेरे पूरे परिवार के बारे में कुछ न कुछ कहा है। वे ऐसी चीजें कहते रहेंगे। लेकिन हम अपना काम करते रहेंगे।’’

पिछले सप्ताह जब उमा भारती से यह पूछा गया था कि प्रियंका गांधी का चुनाव परिणाम पर क्या प्रभाव होगा, उन्होंने कहा था, ‘‘कुछ भी नहीं। उनका प्रभाव क्यों होगा..जिसके पति चोरी के आरोपों का सामना कर रहे हों, उन्हें वैसे ही देखा जाएगा जिस तरह से भारत एक चोर की पत्नी को देखता है।’’

कांग्रेस महासचिव एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए पार्टी प्रभारी प्रियंका गांधी पिछले दो दिनों से राहुल गांधी के लिए प्रचार करने के लिए केरल में हैं। राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अपनी पारंपरिक अमेठी सीट के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

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आजम खान का नाम लिए बिना योगी आदित्यनाथ ने रामपुर के कलंक को मिटाने की बात कही attacknews.in

रामपुर/ कानपुर 21 अप्रैल । समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आजम खान का नाम लिए बगैर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि रामपुर के कलंक को मिटाने और लोकतंत्र स्थापित करने के लिये जनता को एकजुट होकर आगे आना होगा।

श्री योगी ने तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन रठौडा शिव मंदिर परिसर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुये कहा “ अबकी बार मतदान के जरिए रामपुर के कलंक को मिटाना है। यहां के कलंक को खत्म कर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए हमें एकजुट होकर सामने आना होगा। अब हमें ना मौन रहना है और ना ही अपराधी के साथ खड़ा होना है। ”

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी जयाप्रदा के पक्ष में वोट की अपील करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि रामपुर में लोकतंत्र को स्थापित करना है तो इसके लिए भाजपा प्रत्याशी का यहां से जीतना जरूरी है। जो बहन और बेटियों पर बदजुबानी करने वाले के लिए वोट मांगे, क्या वह आधी आबादी का अपमान नहीं है। सपा बसपा गठबंधन को लोकनिंदा का कतई भी भय नही है।

चुनावी रैली में योगी ने कहा कि भारत की कला और संस्कृति के लिए जयाप्रदा समर्पित हैं। रामपुर देश-दुनिया में जाना जाता है। यहां की रजा लाइब्रेरी दुनियाभर में मशहूर हैं। रामपुर कभी चाकू के लिए प्रसिद्ध था। इस परंपरा को आगे बढ़ाने की जरूरत है। परंपरा को, गौरव को, दलित, नौजवान के हितों के सम्मान को बढ़ाने का काम भाजपा कर रही है, दूसरी ओर परंपरा को अपमानित करने वाले लोग हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रामपुर में दलितों को उजाड़ने का काम किया गया है जबकि उनकी सरकार में दलितों को उजाड़ने वाला या जेल में है या फिर उसका राम नाम सत्य हो गया। लोकसभा चुनाव के दौरान हर जुबां पर मोदी का नाम है। दुनिया भर में मोदी के नेतृत्व पर कोई संदेह नहीं कर सकता जबकि बिखरे विपक्ष के पास न नीति है और न ही नीयत।

योगी ने कहा कि जौहर विवि के नाम पर दलितों को उजाड़ जा रहा था, उस दौरान मैं सदन में उनके लिए लड़ रहा था। अब एंटी भू माफिया दल काम कर रहा है, हम किसी को छोड़ेंगे नहीं। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में मोदी सरकार की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। आयुष्मान योजना में रामपुर के एक लाख परिवार शामिल हैं। मोदी सरकार सबका साथ, सबका विकास पर काम कर रही।

इधर कानपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्टार प्रचारक एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दावा किया कि देश के हर कोने में श्री नरेन्द्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने की लहर उफान मार रही है।

भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने घाटमपुर पहुंचे श्री योगी ने कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस ने सिर्फ अपने खजाने को भरा है वहीं प्रदेश की पिछली सपा और बसपा सरकार ने भी यही काम किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो भी योजनाएं संचालित की उसका लाभ गरीबों को पारदर्शी तरीके से मिला। इसके साथ ही भारत का मान बढ़ाने का भी काम किया जिसके चलते देश के हर कोने से श्री मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने की लहर चल रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अबकी बार पहला ऐसा लोकसभा चुनाव है जब उम्मीदवार मौन हो गया है और देश का जागरुक मतदाता देश के लिए चुनाव लड़ रहा है। इसके पीछे सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया देश हित में काम है। प्रधानमंत्री ने जो भी जनता से वादा किया था उससे अधिक करके दिखाया। इसकी तुलना जब आप लोग अन्य प्रधानमंत्रियों से करेंगे तो स्वतः पता चल जाएगा कि कितना बड़ा अंतर है।

उन्होने कहा कि श्री मोदी ने कहा था कि मेरी सरकार देश में कोई भी योजना लाएगी तो मजहब या जाति देखकर उसका लाभ नहीं देगी और हुआ भी ऐसा। इसी के चलते गरीब महिलाओं को अब लकड़ी से खाना नहीं बनाना पड़ रहा है और उज्जवला योजना के तहत गरीब माताओं के आंखों से आंसू नहीं निकल रहे हैं। आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है जब देश के अंदर हर गरीब के पास अपना मकान है।

कांग्रेस पर तंज कसते हुए श्री योगी ने कहा कि कांग्रेस सरकार जाति विशेष वर्ग के पक्ष में ही बोलती आई है और यही उनके सत्ता पर आने का फार्मूला था जबकि मोदी सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखकर उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत रही है। इसी के चलते अब देश की जनता कांग्रेस की असलियत को समझ गयी और ऐसी तुष्टीकरण करने वाली पार्टी को दरकिनार कर दिया। अकबरपुर लोकसभा सीट के सभी मतदाताओं से अपील करता हॅूं कि जाति और धर्म को छोड़ विकास के लिए मतदान करें।

मुख्यमंत्री ने सपा बसपा और रालोद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा शून्य पर पहुंच गयी थी। जिससे बसपा सुप्रीमो मायावती घबरा गयी और सपा भी घबरायी हुई थी क्योंकि विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने अखिलेश सरकार को पूरी तरह से नकार दिया था। इधर केन्द्र और प्रदेश की सरकार से उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व विकास हुआ जिससे यह लोग समझ गये थे कि अबकी बार फिर हमारा वही हाल होने वाला है। जिसके चलते एक-दूसरे को गाली देने वाले एक हो गयें, पर इनके एक होने से कुछ नहीं होने वाला है।

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शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार को आतंकित राजनीति करने वाला बताया; कांग्रेस का पलटवार: शिवराज का कार्यकाल भ्रष्टाचार और कुशासन वाला रहा है attacknews.in

भोपाल, 21 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राज्य की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सरकार आतंकित करने की राजनीति कर रही है।

लोकसभा चुनाव की पार्टी की तैयारियों में जुटे श्री चौहान ने यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ संभावित पराजय से बौखलाए हुए हैं। एक कहावत है, नाच न जाने, आंगन टेड़ा। संभालना आ नहीं रहा है। स्थिति संभल नहीं रही है और कर्मचारियों पर लट्ठ चला रहे हैं। आउटसोर्स वालों को देख लेंगे। सारे के सारे निकाल देंगे। सस्पेंड कर देंगे। नौकरी से निकाल देंगे। ये आतंकित करने की राजनीति यहां ये सरकार कर रही है।

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि अगर नियंत्रण नहीं है तो क्यों कुर्सी पर बैठे हो। शर्म आना चाहिए, ऐसे मंत्रियों को, जो कह रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी षडयंत्र कर रही है। और इसलिए हम ये नहीं कर पा रहे हैं। यदि नहीं कर पा रहे हो, तो सरकार में क्यों बैठे हो।

श्री चौहान ने कहा कि गेंहू ठीक से खरीद नहीं पा रहे। किसानों को पेमेंट कर नहीं रहे। धान उठा नहीं रहे। पोर्टल खुल नहीं रहा है। जनता बर्बाद है और त्राहि त्राहि कर रही है और दोष भारतीय जनता पार्टी को दे रहे हो। अगर स्थिति संभल नहीं रही, तो हटो कुर्सी से।

दरअसल राज्य में बिजली संकट संबंधी खबरें आ रही हैं। इसके चलते सरकार ने बिजली और अन्य विभागों से जुड़े लगभग तीन सौ कर्मचारियों पर कार्रवाई की है। इसी से जुड़े सवाल श्री चौहान से किए गए थे।

कांग्रेस ने शिवराज के कार्यकाल को भ्रष्टाचार और कुशासन वाला बताया:

मध्यप्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके (भाजपा) पंद्रह वर्षों के कार्यकाल में भ्रष्टाचार और कुशासन रहा और उन्हें पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए था।

इसके साथ ही श्रीमती ओझा ने गंभीर आरोप लगाया कि राज्य में अघोषित बिजली कटौती करवाकर भाजपा लोकसभा चुनाव में इसका फायदा लेना चाहती है। उसकी यह साजिश जनता के सामने प्रमाणित हो चुकी है।

श्रीमती ओझा ने कांग्रेस की ओर से जारी विज्ञप्ति में श्री चौहान के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि 15 वर्षों के भ्रष्टाचार, जंगलराज, कुशासन और प्रदेश के अवरुद्ध विकास के लिए जिस भाजपा सरकार को अभी चार महीने पहले ही जनता ने उखाड़ फेंका है, उस ‘निक्कमी सरकार’ के मुखिया रहे श्री चौहान को ऐसा बयान देने से पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए था, आत्मावलोकन करना चाहिए था।

श्रीमती ओझा ने कहा कि बेहतर होता कि यह बयान देने की बजाय श्री चौहान, अपने 15 साल के ‘जंगलराज’, जिसमें व्यापमं, ई-टेंडरिंग, अवैध उत्खनन, सिंहस्थ, शिक्षा-चिकित्सा, मध्यान्ह भोजन जैसे अनेक घोटाले हुए। 21 हजार किसानों ने आत्महत्याएं कीं। हजारों महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुए। इन पर कोई ‘‘प्रायश्चित पत्र’’ लाते। वे प्रदेश की जनता के सामने यह बताते कि उनके पूरे कार्यकाल में मध्यप्रदेश भ्रष्टाचार, कुपोषण, महिला अपराधों में ‘नंबर वन’ क्यों बना रहा।

श्रीमती ओझा ने कहा कि बिजली कटौती की बात करने वाले श्री चौहान और भाजपा का असत्य तब सामने आया, जब सीहोर में पदस्थ एक सहायक अभियंता, बिना कारण के बिजली सप्लाई बंद कर देता था और भाजपा समर्थकों से फेसबुक और सोशल मीडिया पर कांग्रेस सरकार के खिलाफ असत्य और अनर्गल टिप्पणी करवाता था।

सत्तारूढ़ दल कांग्रेस की नेता ने कहा कि ऐसा ही एक मामला उज्जैन के बिजली विभाग के अधिकारी भावसार का है, जिसने जनता में कांग्रेस के प्रति नाराजगी फैलाने के लिये बिजली बिलों के बकायादारों की संपत्ति कुर्क करने का फरमान जारी कर दिया। जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस सरकार ने बकायादारों की संपत्ति कुर्क करने और कर वसूली पर रोक लगा रखी है। इससे साफ है कि बिजली की अघोषित कटौती कराकर भाजपा लोकसभा चुनाव में इस मुद्दे का फायदा उठाना चाहती थी। उसकी यह साजिश अब जनता के सामने प्रमाणित हो चुकी है।

श्रीमती ओझा ने कहा कि प्रदेश और देश की जनता अब समझ चुकी है कि दोहरे चरित्र वाली भाजपा केवल असत्य, फरेब और जुमलों की राजनीति करती है। उसके ये हथकंडे अब काम नहीं आने वाले है। भाजपा से परेशान जनता ने प्रदेश में तो उसे सबक सिखा ही दिया, अब केंद्र की बारी है।

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पढ़िये इतिहास: कांग्रेस पार्टी को बुरे और सबसे बदतर दिनों में भी दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों ने खत्म नहीं होने दिया बल्कि वापस जिंदा किया attacknews.in

नयी दिल्ली 21 अप्रैल । आधी सदी से अधिक समय तक देश पर शासन करने वाली कांग्रेस को सत्तर के दशक से कई बार खराब हालात से गुजरना पड़ा और ऐसी स्थिति में जब उत्तर और पूर्व क्षेत्र में उसके पैर उखड़ गये तब दक्षिण और पूर्वोत्तर उसके साथ खड़ा दिखायी दिया।

देश के चुनावी इतिहास पर नजर डाली जाये तो कांग्रेस को सत्तर के दशक से लेकर अब तक कम से कम छह बार जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ा। ऐसे समय में जब उसका उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे उत्तर, मध्य और पूर्व के राज्यों में सफाया हो गया तब भी दक्षिण के कई राज्यों ने मजबूती से उसका साथ दिया। दक्षिणी राज्यों के अलावा महाराष्ट्र और असम भी कांग्रेस के बुरे समय में उसके साथ खड़े दिखायी दिये। कई बार देश में कांग्रेस के विरुद्ध बने माहौल का आन्ध्र प्रदेश , कर्नाटक , केरल , महाराष्ट्र और असम में असर तक नजर नहीं आया।

आजादी के बाद से केंद्र में लगातार सरकार चला रही कांग्रेस को पहली बार 1977 में सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ा। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांंधी द्वारा 1975 में देश में आपातकाल लागू किये जाने के विरुद्ध नाराजगी का असर 1977 के चुनाव में देखने को मिला। कांग्रेस के विरुद्ध चली ‘जनता लहर’ मेें उसके पैर उखड़ गये और वह सत्ता से बाहर हो गयी। देशव्यापी नाराजगी के बावजूद कांग्रेस इस चुनाव में 154 सीटें जीती थी। उत्तर और मध्य भारत में उसका लगभग सफाया हो गया था। उस समय दक्षिण और पश्चिम के राज्यों ने उसका साथ दिया था। उसे आन्ध्र प्रदेश में 41 , कर्नाटक में 26 , गुजरात और असम में दस – दस, केरल में 11, महाराष्ट्र में 20 तथा तमिलनाडु में 14 सीटें मिली थी।

कांग्रेस को 1977 के बाद 1989 , 1996 , 1998 , 1999 और 2014 में सत्ता विरोधी लहर के कारण बुरी स्थिति का सामना करना पड़ा। वर्ष 1989 में भ्रष्टाचार विशेषकर बोफोर्स दलाली के मुद्दे को उछाल कर लड़े गये चुनाव में सत्ता विरोधी लहर के कारण राजीव गांधी सरकार चली गयी थी और जनता दल नेता विश्वनाथ प्रताप सिंह सरकार बनाने में कामयाब हो गये थे । इस चुनाव में उत्तर प्रदेश , बिहार , उड़िसा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में पैर उखड़ जाने के बावजूद कांग्रेस को 197 सीटें मिली थी। दक्षिण और पूर्वोत्तर के राज्यों के अलावा महाराष्ट्र उसके साथ खड़ा रहा था। इस चुनाव में कांग्रेस को जहां उत्तर प्रदेश में 15 , बिहार में चार , गुजरात में तीन , हरियाणा में चार , मध्य प्रदेश में आठ , उड़ीसा में तीन , पंजाब में दो और पश्चिम बंगाल में चार सीटें मिली थी वहीं उसे आन्ध्र प्रदेश में 39 , कर्नाटक में 27 , केरल में 14 और महाराष्ट्र में 28 सीटें मिली थी । पूर्वोत्तर क्षेत्र की अधिकतर सीटें कांग्रेस को मिली थी ।

वर्ष 1996 में सत्ता विरोधी लहर के कारण कांग्रेस की पी वी नरसिंह राव सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा कर दोबारा सत्ता नहीं लौट सकी और भारतीय जनता पार्टी के नेता अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार बनी जो 16 दिन ही चल सकी थी । बाद में यूनाईटेड फ्रंट की सरकार बनी जिसमें श्री एच डी देवगौड़ा और श्री इन्द्र कुमार गुजराल प्रधानमंत्री बने । श्री देवगौड़ा 324 दिन और श्री गुजराल 332 दिन सत्ता में रहे । इस चुनाव में कांग्रेस को 140 सीटें मिली थी । उत्तर प्रदेश , बिहार , हरियाणा और पंजाब में उसे गहरा झटका लगा था । उत्तर प्रदेश में उसे पांच , बिहार में दो , हरियाणा में और पंजाब में दो- दो तथा मध्य प्रदेश में आठ सीटें मिली थी । कांग्रेस विरोध के बावजूद इस पार्टी को आन्ध्र प्रदेश में 22 , असम में पांच , गुजरात में दस , कर्नाटक में पांच , केरल में सात , महाराष्ट्र में 15 , उड़िसा में 16 राजस्थान में 12 तथा पश्चिम बंगाल में नौ सीटें मिली थी ।

वर्ष 1998 के आम चुनाव में भी कांग्रेस विरोध जारी रहा और इस चुनाव में वह 141 सीट पर सिमट गयी थी और भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनाने में सफल हुए थे इस चुनाव में उत्तर प्रदेश और दिल्ली में कांग्रेस का सफाया हो गया था तथा बिहार , गुजरात , हरियाणा और पश्चिम बंगाल में वह बेहद कमजोर हो गयी थी । बिहार में उसे पांच , गुजरात में सात , हरियाणा में तीन तथा पश्चिम बंगाल में एक सीट मिली थी।

कांग्रेस को इस चुनाव में आन्ध्र प्रदेश में 22 , असम में दस , कर्नाटक में नौ , केरल में आठ , महाराष्ट्र में 33, राजस्थान में 18 , मध्य प्रदेश में दस और ओडिसा में पांच सीटें मिली थी ।

कांग्रेस विरोध का सिलसिला 1999 के चुनाव में भी दिखा और श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की दोबारा सरकार बनी। इस चुनाव में भी कांग्रेस कोई करिश्मा नहीं कर सकी और 114 सीट जीत कर संसद में अब तक के सबसे कम सीट पर पहुंच गयी थी। इस चुनाव में उसे कर्नाटक में 18 , महाराष्ट्र में दस , केरल में आठ , असम में दस , मध्य प्रदेश में 11 , पंजाब में आठ ,राजस्थान में नौ , और गुजरात में छह सीटें मिली थी । कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में दस , बिहार में चार , पश्चिम बंगाल में तीन , उड़िसा एवं तमिलनाडु में दो – दो सीटें मिली थी ।

मनमोहन सिंह सरकार के दस वर्ष के शासन के दौरान भ्रष्टाचार को लेकर 2014 में उपजे सत्ता विरोधी लहर ने संसदीय इतिहास में कांग्रेस को अब तक की सबसे बुरी स्थिति 44 सीटों पर पहुंचा दिया था । इस चुनाव में गुजरात , हिमाचल प्रदेश , जम्मू कश्मीर , झारखंड, दिल्ली , ओडिशा , राजस्थान और तमिलनाडु में कांग्रेस खाता भी नहीं खोल सकी थी । उसे कर्नाटक में उसे नौ , केरल में आठ , पश्चिम बंगाल में चार , पंजाब में तीन , मध्य प्रदेश ,महाराष्ट्र , मणिपुर में दो – दो तथा हरियाणा , छत्तीसगढ़ , मेघालय और मिजोरम में एक – एक सीट मिली थी । आन्ध्र प्रदेश में दो , अरुणाचल प्रदेश में एक , असम में दो ,बिहार में दो , और उत्तर प्रदेश में दो सीटें मिली थी ।

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बिहार में,मैं भी चौकीदार,टी-शर्ट ने बिक्री में रिकॉर्ड बनाया वहीं लालू , तेजस्वी और राहुल टोपी की भी अच्छी खासी मांग attacknews.in

पटना 21 अप्रैल । बिहार में इस वर्ष के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की प्रचार सामग्रियों में ‘मैं भी चौकीदार’ टी-शर्ट की धूम मची है और रिकार्ड बिक्री हो रही है,वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, उनके पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की टोपी की अच्छी-खासी मांग है।

प्रचार सामग्री की दुकानें राजधानी पटना में काफी पहले ही सज चुकी हैं। नामांकन शुरू होने के बाद से ही उम्मीदवार और पार्टी के कार्यकर्ता यहां पहुंचने लगे हैं। प्रचार सामग्रियों में घरेलू उपयोग से लेकर फैशन की वस्तुएं तक शामिल हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा प्रचार के मामले में एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ चल रही है। लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए पार्टियों के साथ ही प्रत्याशियों ने भी पूरी ताकत झोंक दी है।

प्रत्याशियों के साथ ही उनके समर्थक झंडा, बैनर, पोस्टर और अन्य चुनावी सामग्री की खरीददारी करने में जुटे हैं। जहां भाजपा के समर्थक नमो टी-शर्ट ले रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस पार्टी के समर्थक राहुल गांधी की कैप। कमल, लालटेन, तीर और हाथ छाप के बैज की भी मांग है। बिहार में अधिकतर चुनाव सामग्री दिल्ली और मुंबई से मंगाई जा रही है। दिल्ली से शर्ट और टोपी जबकि मुंबई से मेटल बैज, क्लिप और बैंड मंगवाये जा रहे हैं।

भाजपा के प्रचार प्रकोष्ट के प्रदेश संयोजक वैद्यनाथ रमण ने बताया कि कार्यकताओं के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मैं भी चौकीदार टोपी’, ‘मोदी है तो मुमकिन है’ और ‘फिर एक बार मोदी सरकार’ वाली टी शर्ट की काफी मांग है। चुनाव स्थल पर कार्यकर्ताओं के लिये तीसरे चरण तक के लिये सिल्वर बैज, पार्टी के झंडे समेत अन्य प्रचार सामग्री भेज दी गई है।

वीरचंद पटेल पथ पर स्थित राजद कार्यलय में प्रत्याशी और उनके समर्थक चुनावी सामग्री की खरीददारी कर रहे हैं। स्टाल पर मतदाताओं को समझाने के लिए बनायी गयी डमी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से लेकर बैनर, टोपी, बैच, चाभी रिंग, स्टिकर, हैंड बैंड भरी पड़ी हैं। कार्यालय में स्टॉल लगाये ए. के. टेडर्स के अशोक सिंह ने बताया कि 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार चुनाव आयोग की सख्ती के कारण प्रचार सामग्री की बिक्री पर असर पड़ा है।

उन्होंने बताया कि उनके स्टॉल पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की तस्वीर वाले झंडे, टोपी, गले का पट्टा, चाभी का छल्ला, लालटेन, बैज और टी शर्ट उपलब्ध हैं। इनमें राजद सुप्रीमो की तस्वीर वाले झंडे को पार्टी कार्यकर्ता खूब पसंद कर रहे हैं।

राजद के प्रदेश कार्यालय के बाहर पार्टी के साथ ही महागठबंधन के घटक दलों कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) की भी प्रचार सामग्री उपलब्ध है। प्रचार सामग्री में लालू-राबड़ी, लालू-तेजस्वी की तस्वीर वाले झंडे की भी बिक्री जमकर हो रही है लेकिन राजद अध्यक्ष के पुत्र तेजप्रताप यादव और पुत्री तथा राज्यसभा सांसद मीसा भारती की तस्वीर वाली प्रचार सामग्री उपलब्ध नहीं है।

जनता दल यूनाईटेड (जदयू) कार्यालय में स्टॉल लगाये शांति प्रिंटर्स के कुणाल राज ने बताया कि उनके स्टॉल पर जदयू के साथ-साथ भाजपा और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के बैनर, पोस्टर और झंडे उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुखौटे कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों के बीच काफी पसंद किये जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि नीतीश टोपी, मैटल तीर, गोल बैज, झंडा और बैनर की काफी मांग है। आने वाले दिनों में जैसे-जैसे चुनावी सरगर्मी बढ़ती जाएगी स्टॉल पर नेता और उनके समर्थकों की अधिक भीड़ जुटने लगेगी।

एक अन्य चुनाव सामग्री विक्रेता राजीव रंजन ने बताया कि उनके पास सभी पार्टियों की प्रचार सामग्री मौजूद हैं। इस बार कई नए आइटम के ऑर्डर भी दिए गए हैं। इनमें रिस्ट बैंड, पेन ड्राइव, कॉफी मग, घड़ी, पेन, पेंसिल और राइटिंग पैड भी शामिल हैं। प्रचार सामग्री के अलावा माला बनाने के लिए सूई-धागे से लेकर जीत का जश्न मनाने के लिए अबीर-गुलाल तक उपलब्ध हैं।

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श्रीलंका में आतंकवादी बम धमाकों में मरने वालों का आंकड़ा 200 पार , मौतों का सिलसिला अभी भी जारी, पूरे देश में कर्फ्यू लगाया, अभी तक 8 धमाकों की पुष्टि attacknews.in

कोलंबो, 21 अप्रेैल । श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में रविवार को ईस्टर के अवसर पर तीन कैथोलिक चर्चो और तीन पांच सितारा होटलों को निशाना बनाकर किए गए बम धमाकों में कम से कम 207 लोगों की मौत हो गयी तथा 450 से अधिक लोग घायल हो गए।

बम धमाकों में घायल हुए लोगों में 13 विदेशी नागरिक भी है घायलों को विभिन्न अस्पतालाें में भर्ती कराया गया है। जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक श्रीलंका की राजधानी काेलंबो और अन्य शहराें में चर्चों और होटलों को निशाना बनाकर कुल आठ धमाके किए गए। राजधानी के दो कैथोलिक चर्च में ईस्टर के मौके पर कई लोग प्रार्थना के लिए एकत्रित हुए थे।

इन हमलों को देखते हुए श्रीलंका सरकार ने व्हाट्सएप, वाइबर और फेसबुक सहित सोशल नेटवर्क और मैसेजिंग एप्स पर अस्थायी रूप रोक लगा दी है। श्रीलंका सरकार ने इस घटना के बाद आपातकालीन बैठक की है। शिक्षा मंत्रालय ने सभी स्कूलों को सोमवार और मंगलवार तक के लिए बंद रखने का निर्देश दिये हैं। सरकार ने सोमवार सुबह छह बजे तक राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगाया है।

सिलसिलेवार धमाकों के बाद शहर की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है। अब तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

प्रधानमंत्री विक्रमासिंघे ने इन धमाकों की कड़ी निंदा करते हुए इस मुश्किल समय में लोगों से एकजुट होने तथा गलत सूचनाओं पर विश्वास नहीं करने और शांति बनाए रखने की अपील की है।

श्रीलंका के वित्त मंत्री मंगला समरवीरा ने ट्वीट किया, “चर्च और होटलों में ईस्टर रविवार बम धमाकों में निर्दोष लोग मारे गए हैं और ऐसा लगता है कि हत्या, अफरा तफरी और अराजकता फैलाने के लिए इसे बहुत व्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया गया है।”

श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति और विपक्षी नेता महिंदा राजपक्षे ने धमाकों की निंदा करते हुए इसे अमानवीय करार दिया है।

श्रीलंका एयरलाइंस कंपनी ने कहा हमले के बाद कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाया गया है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार देश में आठ स्थानों पर विस्फोट हुए जिसमें से राजधानी काेलंबों के तीन चर्चों और तीन होटलों और शेष शहर के अन्य स्थानों पर हुए।

पहला विस्फोट कोचचिकाडे में सेंट एंथेनी चर्च में हुआ और अन्य विस्फोट कटुवापिटिया और कटाना के सेंट सेबेस्टियन चर्च में विस्फोट हुआ।

पुलिस ने बताया कि राजधानी कोलंबो के ही तीन पांच सितारा होटल शंगरी-ला, सिनामन ग्रैंड और किंग्सबरी में भी धमाके हुए।.

गौरतलब है कि ईसाई धर्म की मान्यताओं के अनुसार, गुड फ्राइडे के तीसरे दिन ईसा मसीह दोबारा जीवित हो गए थे, जिसे ईसाई धर्म के लोग ईस्टर संडे के नाम से मनाते हैं।

श्रीलंका के रक्षामंत्री आर विजयवर्धन का कहना है, “ये आत्मघाती हमले हैं. अभी तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।”

उन्होंने कहा, “खुफिया एजेंसियों ने हमले के बारे में सूचित किया था, लेकिन इससे पहले कि उन्हें रोका जाता धमाकों को अंजाम दे दिया गया। इसकीसाज़िश विदेश में रची गयी।”

इन धमाकों में तीन पुलिस अधिकारी भी मारे गए हैं. ये धमाका उस समय हुआ जब पुलिस अधिकारी कोलंबो में एक घर की तलाशी ले रहे थे।

कोलंबो राष्ट्रीय अस्पताल ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की है।श्रीलंका से प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि मृतकों में नौ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।

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गुजरात में नरेन्द्र मोदी ने कहा: मैने आतंकवाद का सफाया करने का निर्णय लिया हैं और इसके लिए उन्हें अपनी कुर्सी की भी परवाह नहीं है attacknews.in

पाटन, 21 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उन्होंने आतंकवाद का सफाया करने का निर्णय लिया है और इसके लिए उन्हें अपनी कुर्सी की भी परवाह नहीं है।

श्री मोदी ने आज अपने गृह राज्य गुजरात में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन पाटन में सत्तारूढ़ भाजपा की चुनावी सभा में कहा आतंकवाद ने 40 साल में हिन्दुस्तान के लोगों का आंसू सूखने नहीं दिया। इसके चलते आये दिन जवानों के शव तिरंगे में लपेट कर आते थे। मंदिरों के बाहर तक पुलिस तैनात करनी पड़ी।

उन्होंने देश में आतंकवाद के प्रसार के लिए पूववर्ती कांग्रेसी सरकारों के नरम रवैये को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हमे सोचना होगा कि देश की यह दुर्दशा किसने की। पहले देश के कोने कोने में आये दिन बम धमाके और दंगे होते थे। मुंबई में इतना बड़ा हमला हुआ पर दो दिन कैंडल मार्च के बाद सरकार ने कुछ नहीं किया।

श्री मोदी ने कहा, ‘मैने तय कि इस कुर्सी को रहना है तो रहे या जाये पर या तो मै रहूंगा या आतंकी रहेंगे। देश भर में बम धमाके करने वाले आतंकियों को कश्मीर के दो दो ढाई जिलों तक सीमित कर दिया गया है। ऐसा नहीं है कि आतंकवादी सुधर गये है। उनकी कोशिश चालू है। वे कुछ कर नही पा रहे। हां एक सौ बार प्रयास करने पर एक आध घटनाएं कर पाते हैं।’

श्री मोदी ने कहा कि अगर वह भी पुलवामा और उरी आतंकी हमले के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जैसा रूख दिखाते तो क्या लोग उन्हें माफ करते।

प्रधानमंत्री ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद हुए एरियल स्ट्राइक की चर्चा करते हुए कहा कि पाकिस्तान को अंदाजा भी नहीं था कि यह ऐसा होगा।

उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘ पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान सोच रहा था कि मोदी कहां से हमला करेगा। आज शरद पवार ने कहा है कि मोदी क्या करने वाला होता है किसी को पता नहीं चल पाता। अगर पवार को नहीं समझ पड़ती तो इमरान खान को कहां से पड़ेगी। मै तो हनुमान जी का भगत हूं । सेना ने एरियल स्ट्राइक किया और खेल खत्म।’

श्री मोदी ने कहा कि हमले के बाद इसको लेकर ये लोग (विपक्षी) संदेह जता रहे थे जबकि पाकिस्तान रो रहा था। भारत ने पाकिस्तान का विमान भी गिरा दिया और हमारे पकड़े गये पायलट को उसे लौटाना पड़ा। हमने चेतावनी दी थी कि उसे एक खरोंच तक नहीं आनी चाहिए। अमेरिका के एक प्रवक्ता ने तब कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो भारत कोई बड़ी कार्रवाई कर देगा। मोदी एक साथ 12 मिसाइल से हमला कर देगा। यह अच्छा हुआ वापस कर दिया वरना यह कत्ल की रात होती।

श्री मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि एयर स्ट्राइक का सबूत मांग रही विपक्षी पार्टी ने पहले और दूसरे चरण के चुनाव के बाद ऐसा करना बंद कर दिया है। उन्हें सूचना मिल गयी है कि ऐसा करने से जनता नाराज हो रही है। देश की सेना और इसके पराक्रम पर भरोसा नहीं करने वाली और सेना प्रमुख को गुंडा कहने वाली कांग्रेस अब सबूत मांगने के मामले में ढीली हो गयी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासन में 1985 के बाद से, जब देश की सुरक्षा जरूरतें बढ़ रहीं थीं, एक भी नयी तोप सेना को नहीं दी गयी। उनकी सरकार में तोप और टैंक आदि के तीन कारखाने देश में हैं जिनमें से एक गुजरात के हाजिरा में है। सेना को अब ऐसा टैंक दिया गया है जो 48 किमी तक गोला फेंक सकता है यानी गुजरात के नाडाबेट से सीधे पाकिस्तान के अंदर हमला किया जा सकता है। सीमावर्ती राज्य गुजरात में अब डीसा में एक बड़ा एयर फोर्स स्टेशन बन रहा है। देश में ही एके 47 से भी बढ़िया रायफल बनाने का ऐसा काम शुरू हुआ है कि हमे न केवल अब इसे खरीदना न पड़े बल्कि भारत इसे बाहर बेच तक सकता है।

उन्होंने अंतरिक्ष में उपग्रह पर हमला कर सकने वाली एंटी सैटेलाइट प्रणाली का सफल परीक्षण कर दुनिया में ऐसी क्षमता वाला चौथा देश बनने की भारत की उपलब्धि पर भी विपक्षी दलों के सवाल खड़े करने को लेकर उनकी निंदा की।

श्री मोदी ने कहा कि गुजरात उनका अपना घर है। यहां के लोगों को उन्हें बतौर आशीर्वाद सभी 26 सीटों पर जीत दिलानी चाहिए। ऐसा नहीं होने पर और चुनाव के परिणाम आशानुरूप नहीं होने पर लोग यहां के परिणाम को लेकर उन पर ताना मार सकते हैं।

उन्होंने कहा,‘उत्तर गुजरात और गुजरात की संतान के तौर पर आपका मेरे ऊपर जितना हक उतना मेरा भी आपके ऊपर है। मै आपसे आशीर्वाद लेने आया हूं और आप ऐसा आशीर्वाद दें कि किसीको मुझ पर तंज कसने का मौका न मिले। 23 मई को परिणाम आये तो फिर एक बार मोदी सरकार बननी तय है पर अगर कही ऐसा नहीं हुआ तो टीवी पर और कहीं की नहीं बल्कि यही चर्चा होगी कि गुजरात में क्या हुआ। क्या आप ऐसा होने दोगे।घर के लड़के की जिम्मेदारी किसकी है।’

उन्होंने सेना के पू्र्व प्रमुख जनरल करियप्पा का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें भी तभी सबसे अधिक आनंद मिलता है जब अपने घर में सम्मानित किया जाता है। इससे नयी ऊर्जा और देश के लिए और कुछ करने की प्रेरणा भी मिलती है।

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बिहार में राष्ट्रीय जनता दल पर गंभीर संकट, लालू प्रसाद यादव ने जेल से ही हस्ताक्षर कर टिकट बांट दिये, आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन attacknews.in

पटना 21 अप्रैल । बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने लोकसभा चुनाव के दौरान ही बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के जेल से ही अपनी पार्टी का संचालन करने और उनके हस्ताक्षर से उम्मीदवारों को टिकट दिये जाने का नया खुलासा कर राजद के लिए मुश्किलें और बढ़ा दी है।

जदयू प्रवक्ता एवं विधान परिषद् सदस्य नीरज कुमार ने चुनाव आयोग को आज लिखे पत्र में राजद अध्यक्ष श्री यादव पर आरोप लगाया है कि वह झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल से ही अपनी राजनीतिक पार्टी का संचालन कर रहे हैं। यही कारण है कि वे आज भी राजद के अध्यक्ष बने हुए हैं। उन्हाेंने जेल मैनुअल के प्रावधानों का हवाला देते हुये कहा कि जब कोई कैदी राजनीति से संबंधित पत्र नहीं लिख सकता है। लेकिन, श्री यादव ने तो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपने हस्ताक्षर से उम्मीदवारों के टिकट जारी किए हैं।

श्री कुमार ने कहा कि सतरहवें आम चुनाव (2019) में राजद अध्यक्ष श्री यादव के हस्ताक्षर से पार्टी के उम्मीदवारों को टिकट दिये गये, जो पूरी तरह राजनीतिक कार्य है। उन्होंने चुनाव से आग्रह किया है कि श्री यादव की यह गतिविधि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है इसलिए उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाये।

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