भाजपा में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को लेकर कोई पुनर्विचार नहीं, वे ही भोपाल से लड़ेगी और जीतेगी भी attacknews.in

राजगढ़, 24 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने भाेपाल से पार्टी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के चुनाव लड़ने के संबंध में आज स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी कोई पुर्नविचार नहीं कर रही है, साध्वी प्रज्ञा ही चुनाव लड़ेगी और जीतेगी।

श्री सहस्त्रबुद्धे ने यहां पत्रकारों द्वारा साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर पुर्नविचार करने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात की। उन्होंने कहा कि भोपाल में पार्टी कोई पुर्नविचार नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा ही चुनाव लड़ेगी और जीतेगी।

इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा भी मौजूद रहे। श्री झा ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि इस समय हमारा उद्देश्य अधिक से अधिक सीटे मध्यप्रदेश में भाजपा को जिताना है। हम उसी दिशा में काम कर रहे है।

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टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा के दलित नेता उदित राज के लिए पार्टी अब दलित विरोधी हो गई और वो कांग्रेस में शामिल हो गए attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 अप्रैल । उत्तर-पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद उदित राज ने दोबारा टिकट नहीं मिलने पर भाजपा को बुधवार को दलित विरोधी करार दिया और दावा किया कि कांग्रेस ने हमेशा दलित हितों के लिए काम किया है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर मिलने के बाद श्री उदित राज ने कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित और कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने अंगवस्त्र पहनाकर उन्हें पार्टी में शामिल किया। इस दौरान उनके कई समर्थक भी मौजूद थे।

पिछले आम चुनाव में उत्तर-पश्चिम दिल्ली (सुरक्षित) सीट से लोकसभा पहुंचे उदित राज ने अपनी इंडियन जस्टिस पार्टी का भाजपा में विलय कर लिया था। नामांकन पत्र दाखिल करने के आखिरी दिन मंगलवार तक उन्हें उम्मीद थी उनका टिकट नहीं काटा जााएगा लेकिन भाजपा ने अंतरिम सर्वेक्षण का हवाला देते हुए उनका टिकट काटकर गायक हंसराज हंस को इस सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया। इससे नाराज होकर दलित नेता ने ट्वीट किया था कि भाजपा उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर कर रही है।

श्री उदित राज ने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा कि यदि उन्हें टिकट मिलता तो वह दोबारा चुनाव लड़ते लेकिन पिछले पांच साल के दौरान उन्होंने संसद और संसद से बाहर पार्टी लाइन से हटकर निरंतर दलित हितों के लिए आवाज उठाई और उसका खामियााजा उन्हें टिकट काटे जाने के रूप में मिला है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष जब दलित आंदोलन चरम पर था तो स्वाभाविक रूप से उन्होंने इसका समर्थन किया और पार्टी लाइन से हटकर संसद तथा संसद के बाहर आंदोलन कर रहे दलितों के साथ वह खड़े हो गये।

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नरेन्द्र मोदी ने ममता बनर्जी को स्टीकर दीदी बताया जो केंद्र की योजनाओं पर अपना लेवल लगा देती हैं attacknews.in

रानाघाट (पश्चिम बंगाल) /लोहरदगा , 24 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए उन्हें ‘‘स्टीकर दीदी’’ करार दिया और कहा कि केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर वह अपनी सरकार का लेबल चस्पा कर देती हैं।

मोदी ने यहां एक चुनावी रैली में कहा कि मतदाताओं ने जिन कारणों से पश्चिम बंगाल में वामपंथ को हटाकर उनकी पार्टी का समर्थन किया उसे उन्होंने पूरा नहीं किया।

उन्होंने दावा किया कि तृणमूल ने ‘‘गुंडागर्दी, सिंडिकेट और उगाही’’ के माध्यम से राज्य के लोगों की दुर्दशा कर रखी है।

उन्होंने कहा, ‘‘स्पीडब्रेकर दीदी स्टीकर दीदी भी हैं। वह लोगों के लिए मुफ्त बिजली या राशन जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं पर स्टीकर लगाकर दावा करती हैं कि ये लाभ राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे हैं।’’

मोदी ने पहले इससे पहले राज्य में केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में बाधा डालने के लिए बनर्जी को ‘‘स्पीडब्रेकर दीदी’’ बताया था।

मोदी ने कहा कि बनर्जी ने बंगाल के लोगों से धोखा किया है ‘‘जिन्होंने उन पर इतना भरोसा किया और उनका सम्मान किया’’ और जिन कारणों से मतदाताओं ने वामपंथ को सत्ता से बाहर किया उन्हें अभी तक पूरा नहीं किया गया है।

पश्चिम बंगाल में भाजपा को धमकी देने का प्रयास करने का बनर्जी और उनकी पार्टी पर आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा धमकी और हिंसा से डरने वाली नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर ऐसा है तो भाजपा देश में सत्ता में नहीं आती और केवल दो सांसदों के साथ शुरुआत करने के बाद दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी नहीं बनती।’’

उन्होंने दावा किया कि संसद में ममता आंसू बहाती थीं कि अवैध प्रवासियों को देश से बाहर भगाया जाए और अब वह उनकी सबसे बड़ी संरक्षक बन गई हैं।

उन्होंने कहा कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक संसद में लाया जाएगा और सभी अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकाला जाएगा।

लोहरदगा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर करारा हमला बोलते हुए बुधवार को कहा कि देश में तीसरे दौर के मतदान के बाद अपनी हार सुनिश्चित देख कर अब समूचा विपक्ष ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने की तैयारी कर रहा है।

प्रधानमंत्री ने आज यहां लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र में केन्द्रीय आदिवासी कल्याण राज्य मंत्री सुदर्शन भगत के पक्ष में आयोजित चुनाव सभा में यह आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि मतदान का तीसरा दौर आते आते जब विपक्ष को यह साफ हो गया कि उनकी हार सुनिश्चित है तो वह बहाने ढूंढने में लग गये और इसके लिए सभी विपक्षी दलों ने ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने की तैयारी शुरू कर दी है।

मोदी ने कहा, ‘‘जनता जब चौकीदार पर इतना प्यार बरसायेगी तो बेचारी ईवीएम को तो भुगतना ही पडे़गा। गालियां बेचारी ईवीएम को सुननी पड़ रही है।’’

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जो लोग प्रधानमंत्री बनने का सपना देखते थे वह आज अपने लोकसभा क्षेत्र की विधानसभाएं तक नहीं जीत पाते हैं।’’

मोदी ने एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की अपील करते हुए कहा कि बहुमत की सरकार के चलते ही पिछले पांच वर्षों में देश में नक्सलवाद और आतंकवाद पर नियंत्रण किया जा सका है।

उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मुख्य धारा में वापस आये हैं जबकि कांग्रेस के समय में हिंसा और आतंकवाद आगे था।

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अखिलेश यादव की सपा से भाजपा नेता बने नरेश अग्रवाल पर विवादित टिप्पणी: उन्हें तो ठर्रे में भी हनुमान जी दिखाई पड़ते हैं attacknews.in

हरदोई (उप्र), 24 अप्रैल । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर स्वच्छ भारत योजना के लिये अकूत धन इकट्ठा करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि देश को प्रचार मंत्री नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री चाहिये।

अखिलेश ने यहां एक चुनावी जनसभा में कहा, ‘भाजपा वालों ने झाड़ू लगाने के लिये ना जाने कितना पैसा इकट्ठा किया है। आपको याद है कि नहीं, शुरू में वे सब झाड़ू लिये घूम रहे थे। देश के प्रधानमंत्री भी झाड़ू लिये हुए… और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी झाड़ू लिये हुए…। बताइये, कूड़ा खत्म हुआ क्या? कहां है कूड़ा? कूड़ा भाजपा के दिमाग में है। इनकी बात शौचालय से ही शुरू होती है और शौचालय पर ही खत्म हो जाती है।’

उन्होंने कहा ‘वो (भाजपा) कहते हैं कि गठबंधन देश को मजबूत प्रधानमंत्री नहीं दे सकता। हम भरोसा दिलाना चाहते हैं कि जब जब जरूरत पड़ी है, देश को गठबंधन ने मजबूत और शानदार प्रधानमंत्री दिये हैं। हमें प्रचार मंत्री नहीं प्रधानमंत्री चाहिए।’

सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के राज में सीमाएं असुरक्षित हुई हैं। एक के बदले दुश्मन सैनिकों के 10 सिर लाने का वादा करके सत्ता में आये मोदी ने सीमा पर सबसे ज्यादा जवानों को शहीद करवा दिया।

भाजपा दावे कर रही है कि उसकी वजह से सीमाएं सुरक्षित हैं, मगर सरहदें अगर महफूज हैं तो वह सिर्फ हमारे जवानों की वजह से, भाजपा की वजह से नहीं।

अखिलेश ने कांग्रेस और भाजपा दोनों को ही घेरते हुए कहा ‘एक पार्टी कह रही है कि योजना आयोग खराब है। दूसरी पार्टी कह रही है कि नीति आयोग खराब है। हम कहते हैं कि लोगों को पढ़ा दो, लिखा दो, उन्हें लोहिया आवास दे दो, गरीब अपने घर में शौचालय खुद ही बना लेंगे।’ उन्होंने कहा कि सपा—बसपा—रालोद गठबंधन ‘महामिलावट’ नहीं है बल्कि यह देश में महापरिवर्तन लाने का काम कर रहा है। ‘यह महागठबंधन गरीब का है, गांव में रहने वाले का है । जिन्हें सम्मान नहीं मिल पाया इतने वषों से, यह उनका गठबंधन है । जो हमारे लोग खेत में काम कर रहे हैं … पसीना बहाने वाले लोग … यह उन लोगों का गठबंधन है।’ अखिलेश ने हरदोई की राजनीति में प्रभावशाली माने जाने वाले भाजपा नेता नरेश अग्रवाल का नाम लिये बगैर कहा कि उन्हें तो ‘ठर्रे’ में भी हनुमान जी दिखायी पड़ते हैं।

उन्होंने अग्रवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिसका चक्र पूरा हो जाए उसे गणित में ‘जीरो’ कहते हैं। जनता जानती है कि उनकी पोल खुल चुकी है। वह जीरो हो गये हैं।

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अमर सिंह ने कहा: मुस्लिम मतदाताओं को खुश करने के लिए मुलायम सिंह यादव ने आजम खान को खुली छूट दे दी हैं, इस बार चुनाव में जातिवाद बाहर हो गया और राष्ट्रवाद हावी हो गया attacknews.in

लखनऊ, 24 अप्रैल । राज्यसभा सदस्य और समाजवादी पार्टी के पूर्व वरिष्ठ नेता अमर सिंह ने दावा किया है कि इस लोकसभा चुनाव में राष्ट्रवाद ने जातिवाद को ढक लिया है। यही कारण है कि भाजपा एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनायेगी।

सिंह ने बातचीत में कहा कि भाजपा निश्चित रूप से एक बार फिर केन्द्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनायेगी, क्योंकि इस बार जातिवाद पर राष्ट्रवाद हावी हो चुका है और चुनावी फिजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के माफिक बन चुकी है।

उन्होंने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव और इस दफा के चुनाव के बीच अंतर का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली बार देश में ‘नमो लहर’ थी लेकिन इस बार लोग मोदी द्वारा पिछले पांच साल के दौरान कराये गये विकास कार्यों को देखकर वोट दे रहे हैं।

सिंह ने कहा कि आयुष्मान योजना से लेकर उज्ज्वला योजना और सौभाग्य योजना समेत अनेक कल्याणकारी कार्यों तक भाजपा सरकार ने सभी क्षेत्रों में काम किया है और आम आदमी की जिंदगी में नयी उम्मीद जगायी है।

उत्तर प्रदेश में सपा—बसपा गठबंधन के बारे में उन्होंने कहा ‘बसपा अध्यक्ष मायावती जी सपा कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ा रही हैं। इससे एक राजनीतिक दल के रूप में सपा के पतन का पता चलता है।’ सपा से निष्कासित किये जा चुके अमर सिंह ने पार्टी नेतृत्व की आलोचना करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में दल ने उत्तर प्रदेश की 39 लोकसभा सीटें जीती थीं, मगर जब से अखिलेश यादव के हाथ में पार्टी की कमान आयी है, तब से सपा की सीटों की संख्या में लगातार कमी आयी है।

कभी मुलायम के सबसे विश्वसनीय साथी रहे सिंह ने सपा संस्थापक पर ही तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा ‘वह दोहरी बाते करते हैं। उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। उन्होंने अपने बेटे अखिलेश का साथ देने के लिये शिवपाल और मुझे दोनों को ही धोखा दिया है।’ भाजपा के साथ अपनी बढ़ती नजदीकियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह भाजपा के सदस्य नहीं हैं मगर वह मोदी के लिये रामपुर में जनसभा को सम्बोधित करने गये थे।

रामपुर से सपा प्रत्याशी आजम खान द्वारा अपनी प्रतिद्वंद्वी जया प्रदा के खिलाफ की गयी अभद्र टिप्पणी के बारे में सिंह ने कहा कि खान के बयान खुद उन्हीं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हमारी बेटियों और बहनों का सम्मान किया जाना चाहिये।

उन्होंने कहा कि खान की पराजय रावण का पुतला जलाने जैसी बात होगी। रामपुर का हर नागरिक इस शख्स (खान) और जया प्रदा को ‘अनारकली’ कहने वाले उसके बेटे (अब्दुल्ला) को माकूल जवाब देगा।

सिंह ने आरोप लगाया कि मुस्लिम मतदाताओं को खुश करने के लिये सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने आजम खान को खुली छूट दे रखी है।

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चीफ जस्टिस गोगोई पर यौन शोषण मामले में नया मोड़;वकील द्वारा षड्यंत्र के दावे पर CBI, IB और दिल्ली पुलिस प्रमुखों के साथ न्यायाधीशों की गुप्त मुलाकात attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 अप्रैल । उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को केन्द्रीय जांच ब्यूरो और गुप्तचर ब्यूरो के निदेशकों तथा दिल्ली के पुलिस आयुक्त को उन तीन न्यायाधीशों से चैंबर में मुलाकात करने का निर्देश दिया जो एक अधिवक्ता के इस दावे की सुनवाई कर रहे हैं कि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को फंसाने की साजिश रची गयी है।

न्यायमूर्ति अरूण मिश्रा, न्यायमूर्ति आर एफ नरिमन और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की सदस्यता वाली विशेष पीठ ने कहा कि सारा घटनाक्रम ‘‘बहुत ही परेशान करने’’ वाला है क्योंकि यह देश में न्यायपालिका की स्वतंत्रता से संबंधित है।

पीठ ने अटार्नी जनरल के के वेणुगोपाल और सालिसीटर जनरल तुषार मेहता के इस अनुरोध को ठुकरा दिया कि इस मामले की न्यायालय की निगरानी में विशेष जांच दल से जांच करायी जाये। पीठ ने कहा कि इस समय न्यायालय किसी भी प्रकार की जांच में नहीं पड़ रहा है।

पीठ ने कहा, ‘‘यह कोई जांच नहीं है। हम इन अधिकारियों से गुप्त मुलाकात कर रहे हैं। हम नहीं चाहते कि कोई भी साक्ष्य सार्वजनिक हो।’’ पीठ ने इन अधिकारियों को अपराह्न 12.30 बजे न्यायाधीशों के चैंबर में उपस्थित होने का निर्देश दिया।

पीठ ने कहा कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो और गुप्तचर ब्यूरो के निदेशकों तथा दिल्ली के पुलिस आयुक्त से मुलाकात के बाद अपराह्न तीन बजे इस मामले में आगे सुनवाई की गई ।

इससे पहले, सवेरे सुनवाई शुरू होते ही अधिवक्ता उत्सव सिंह बैंस ने अपने दावे के समर्थन में सीलबंद लिफाफे में कुछ सामग्री पीठ को सौंपी। उत्सव बैंस ने एक हलफनामा दाखिल करके दावा किया था कि प्रधान न्यायाधीश को यौन उत्पीड़न के आरोपों में फंसाने की कथित फिक्सरों की एक बड़ी साजिश है।

पीठ ने बैंस द्वारा पेश सामग्री के अवलोकन के बाद कहा कि इस मामले में सामने आ रहे तथ्य ‘‘बहुत ही परेशान’’ करने वाले हैं।

न्यायमूर्ति मिश्रा ने अटार्नी जनरल से कहा, ‘‘क्या आप केन्द्रीय जांच ब्यूरो के किसी जिम्मेदार अधिकारी, बेहतर हो तो निदेशक को बुला सकते हैं? क्या आप उन्हें हमारे चैंबर में मिलने के लिये बुला सकते हैं?’’

वेणुगोपाल ने सकारात्मक जवाब दिया और बैंस की 20 अप्रैल की फेसबुक पोस्ट का जवाब दिया जिसमे उसने कुछ व्यक्तियों द्वारा उच्चतम न्यायालय के फैसले तय करने और प्रधान न्यायाधीश के कार्यालय की छवि खराब करने की बड़ी साजिश होने का दावा किया था।

सालिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि वह प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ आरोपों और अधिवक्ता के दावों से बेहद परेशान हैं। उन्होंने कहा कि यह देश की न्यायपालिका से संबंधित है।

मेहता ने कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि इस न्यायालय की निगरानी में एक विशेष जांच दल गठित किया जाये। न्यायालय की निगरानी में जांच से सच्चाई सामने आनी चाहिए।’’

वेणुगोपाल ने भी मेहता के कथन का समर्थन किया और कहा कि इस मामले में गहन जांच की जानी चाहिए।

हालांकि, न्यायमूर्ति मिश्रा का कहना था कि यह एक ‘‘संवेदनशील मुद्दा’’ है और प्रधान न्यायाधीश गोगोई ने इस मामले में कार्रवाई की है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत के इतिहास में पहली बार प्रधान न्यायाधीश ने यह कार्रवाई की है। ऐसा पहले से हो रहा था लेकिन किसी प्रधान न्यायाधीश ने ऐसा करने का साहस नहीं दिखाया।’’

न्यायमूर्ति मिश्रा ने कहा, ‘‘प्रधान न्यायाधीश बगैर किसी भय के यह कार्रवाई कर रहे हैं।’’

इसके साथ ही पीठ ने कहा कि उत्सव बैंस को पूरी सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए क्योंकि न्यायालय नहीं चाहता कि साक्ष्य नष्ट हों या उनके साथ कोई समझौता किया जा सके।

सुनवाई के अंतिम क्षणों में बैंस ने पीठ से कहा कि उनके पास इस मामले से संबंधित कुछ बहुत ही महत्वूपर्ण और संवेदनशील साक्ष्य हैं और उन्हें इस संबंध में अतिरिक्त हलफनामा दाखिल करने की इजाजत दी जाये।

पीठ ने बैंस का यह अनुरोध स्वीकार करते हुये कहा, ‘‘यह टाइप किया हुआ नहीं बल्कि हस्तलिखित होना चाहिए।’’

शीर्ष अदालत में 20 अप्रैल को ‘न्यायपालिका की स्वतंत्रता से संबंधित अत्यधिक महत्व का सार्वजनिक मामला’ शीर्षक से सूचीबद्ध प्रकरण के रूप में सुनवाई हुयी थी। इससे पहले, कुछ समाचार पोर्टल पर उच्चतम न्यायालय की पूर्व कर्मचारी द्वारा प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों का दावा करने संबंधी खबर प्रकाशित हुयी थी।

यौन उत्पीड़न के इस सनसनीखेज मामले की शनिवार को शीर्ष अदालत में असामान्य और अप्रत्याशित सुनवाई के बाद बैंस ने यह हलफनामा दाखिल किया था। हलफनामे में उन्होंने दावा किया कि उन्हें शीर्ष अदालत की पूर्व महिला कर्मचारी का प्रतिनिधित्व करने और प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ प्रेस क्लब आफ इंडिया में प्रेस कांफ्रेस के लिये डेढ़ करोड़ रूपए देने की पेशकश की गयी थी।

शीर्ष अदालत ने मंगलवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान बैंस को बुधवार को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिये नोटिस जारी किया था। न्यायालय ने यह भी कहा था, ‘‘हम उन्हें इस न्यायालय में अपने हलफनामे के पैराग्राफ 17 से 20 में कहीं गयी बातों के समर्थन में सामग्री भी पेश करने का निर्देश देते हैं।’’

बैंस ने हलफनामे के 17वें पैरे में कहा है, ‘‘19 अप्रैल, 2019 को एक बहुत ही भरोसेमंद व्यक्ति ने पूरी गोपनीयता की शर्त पर पूरे भरोसे के साथ उन्हें एक कार्पोरेट हस्ती के बारे में बताया जिसने इस न्यायालय में सूचीबद्ध एक महत्वपूर्ण मामले में अपने पक्ष में आदेश प्राप्त करने के लिये उच्चतम न्यायालय के एक न्यायाधीश से संपर्क किया परंतु वह असफल रहा।

‘‘इसके बाद उस कार्पोरेट हस्ती ने इस मामले को उच्चतम न्यायालय के उस न्यायाधीश के न्यायालय से स्थानांतरित कराने का प्रयास किया परंतु इसमें भी सफलता नहीं मिली और प्रधान न्यायाधीश के पद से इस्तीफा देने के लिये दबाव डालने के लिये उन्हें यौन उत्पीड़न के झूठे मामले में फंसाने के लिये कथित फिक्सर और उसके साथियों के साथ हाथ मिलाया।’’

इसी तरह, हलफनामे के 20वें पैरे में अधिवक्ता ने कहा है, ‘‘वह उस कार्पोरेट हस्ती की संलिप्तता वाली चुनिन्दा घटनाओं को जानता है और घटनाओं और इसमें संलिप्त व्यक्तियों की सूची सीलबंद लिफाफे में इस न्यायालय को सौंपेगा यदि उसे ऐसा करने का निर्देश दिया गया।

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पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की हत्या में गिरफ्तार पत्नी अपूर्वा ने रोहित को मार गिराने के लिए दिमाग पहले से ही बना लिया था attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 अप्रैल । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के पुत्र रोहित शेखर की हत्या मामले में पत्नी अपूर्वा शुक्ला गिरफ्तार किया है।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अपूर्वा के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलने के बाद क्राइम ब्रांच ने उन्हें बुधवार सुबह गिरफ्तार किया है।

सूत्रों ने बताया कि हत्या की रात रोहित और अपूर्वा में झगड़ा हुआ था।

गौरतलब है कि 16 अप्रैल को रोहित अपने कमरे में मृत पाए गए थे। पुलिस ने हत्या की पुष्टि के बाद कई घंटे तक उनकी पत्नी से पूछताछ की थी।

पुलिस ने शनिवार को अपूर्वा से आठ घंटे तक लंबी पूछताछ की। अपूर्वा के बयानों में तालमेल नहीं होने के कारण जांच टीम ने उन पर शिकंजा कसा। इस हत्या में शामिल अन्य लोगों की भी पुलिस तलाश कर रही है।

इस मामले में रोहित की पत्नी अपूर्वा के अलावा घर में मौजूद दो सहायकों के बयान भी पुलिस को संदिग्ध लगे थे।

रोहित शेखर की मां ने पहले इसे स्वाभाविक मौत बताया था लेकिन जांच आगे बढ़ने के बाद उन्होंने कहा कि पत्नी से रोहित की अनबन रहती थी। क्राइम ब्रांच ने अपनी जांच में पहले यह भी कहा था कि रोहित की पत्नी उन पर शक करती थी और दोनों के बीच काफी तनाव था।

शादीशुदा जिंदगी से नाखुश अपूर्वा शुक्ला तिवारी ने अपने पति रोहित शेखर की हत्या कर दी थी. कई दिनों से रोहित शेखर हत्याकांड की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने बुधवार को इसका खुलासा किया और . अपूर्वा ने अपना जुर्म कबूल किया,इस पर दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने रोहित शेखर हत्याकांड में उनकी पत्नी को गिरफ्तार किया ।

क्राइम ब्रांच के एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजीव रंजन ने प्रेस क्रॉन्फ्रेंस कर कहा, रोहित शेखर 10 अप्रैल को अपने नौकर के साथ उत्तराखंड में थे और 15 अप्रैल को दिल्ली लौटे थे. इस बीच अपूर्वा ने वीडियो कॉल की थी तो रोहित शेखर कार में शराब पीते दिखाई दिए।

रोहित शेखर की हत्या 15-16 अप्रैल की दरमियानी रात को 1 बजे रात के करीब की गई थी।बताया जा रहा है कि 16 अप्रैल को रोहित शेखर घर में बेहोश हो गए थे।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये स्पष्ट नहीं हो पाया कि रोहित को नशीला पदार्थ दिया गया था या नहीं. विसरा रिपोर्ट से ये साफ हो पाएगा कि उसकी हत्या कैसे हुई थी।

राजीव रंजन ने कहा, पुलिस जांच में पूछताछ के बाद साफ हो गया कि अपूर्वा ने गला दबाकर और मुंह नाक बंद कर हत्या की थी।

बता दें कि शादी के बाद पहले दिन से ही पति-पत्नी के बीच संबंध अच्छे नहीं थे. हत्या की रात को भी झगड़ा हुआ था। ये कहा नहीं जा सकता है कि अपूर्वा रोहित पर शक करती थी. प्रापर्टी को लेकर भी अपूर्वा का रोहित से झगड़ा होता रहता था।पूछताछ के दौरान अपूर्वा ने हत्या की बात कबूल कर ली है।

पुलिस ने माना है कि अपूर्वा रोहित के महिला रिश्तेदार के साथ शराब पीने को लेकर गुस्से में थीं।अपूर्वा ने रात को 12.45 बजे तक टीवी देखा था।पहली मंजिल पर जाते हुए तीन लोग देखे गए, जहां रोहित का कमरा था, इनमें से एक अपूर्वा थीं, इसलिए शक के दायरे में आई. वारदात के बाद रोहित को हॉस्पिटल ले जाने तक अपूर्वा घर में ही रही थीं।अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

रोहित शेखर की हत्या मामले में पत्नी अपूर्वा शुक्ला को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने आज सुबह ही अरेस्ट किया ।अपूर्वा के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलने के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी की. हत्या वाली रात रोहित और अपूर्वा में झगड़ा हुआ था। सबूत मिटाने के लिए अपूर्वा ने मोबाइल फॉर्मेट भी किया था।बता दें कि 16 अप्रैल को रोहित अपने बंगले के कमरे में मृत पाए गए थे. पुलिस ने हत्या की पुष्टि के बाद कई घंटे तक अपूर्वा से पूछताछ की थी।

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NIA कोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने से इंकार किया और कहा: यदि साध्वी के खिलाफ सबूत नहीं थे तो चार्जशीट क्यों दाखिल की attacknews.in

मुंबई 24 अप्रैल । मुंबई की एनआईए कोर्ट ने प्रज्ञा ठाकुर को चुनाव लड़ने से रोकने की याचिका को खारिज कर दिया है।

कोर्ट ने कहा कि हमारे पास किसी को भी चुनाव लड़ने से रोकने का अधिकार नहीं है। इस मामले में हम दखल नहीं दे सकते। चुनाव आयोग ही कोई फैसला ले सकता है।

बता दें कि प्रज्ञा ठाकुर भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं।

एनआईए कोर्ट ने एनआईए पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यदि साध्वी के खिलाफ सबूत नहीं थे तो फिर उनके खिलाफ चार्जशीट ही क्यों दाखिल की गई। इस आधार पर कोर्ट ने प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ अर्जी को नकार दिया।

याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर को स्वास्थ्य के आधार पर जमानत दी गई है, लेकिन वह टीवी पर इंटरव्यू देते दिखाई दे रही हैं। इस पर प्रज्ञा ठाकुर के वकील जेपी मिश्रा ने कहा कि उनकी मुवक्किल इलाज करा रही हैं। उनकी स्थिति में सुधार हुआ है।

मालेगांव बम धमाके के एक पीड़िता के पिता ने प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ एनआइए कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की गई थी। कोर्ट ने इस पर प्रज्ञा ठाकुर से जवाब मांगा था।

प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि याचिका राजनीति से प्रेरित है। यह केवल पब्लिसिटी स्टंट के लिए किया गया काम है। याचिकाकर्ता ने कोर्ट का समय बर्बाद किया है। याचिका को खारिज किया जाना चाहिए।

29 सितंबर, 2008 को महाराष्ट्र के नासिक जिले के मालेगांव में धमाका हुआ था। इसमें छह लोग मारे गए थे और काफी लोग घायल हुए थे। मामले में प्रज्ञा ठाकुर समेत कई लोग आरोपी बनाए गए थे। अभी यह मामला कोर्ट में चल रहा है और वह अभी जमानत पर हैं।

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इंदौर में पकड़ाया फर्जी आयकर छापामारी करने वाला गिरोह, कईं छापामारी कर चुका था और कई छापामारी करने की तैयारी में था, काम करने का तरीका हिंदी फिल्म स्पेशल-26 की तरह धा attacknews.in

इंदौर(मध्यप्रदेश), 23 अप्रैल । पुलिस ने फिल्मी तर्ज पर फर्जी आयकर छापा मारने वाले गिरोह का मंगलवार को भंडाफोड़ करते हुए इसके सरगना समेत पांच युवकों को धर दबोचा।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अमरेंद्र सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों की पहचान देवेन्द्र डाबर (29), सुनील मण्डलोई (24), रवि सोलंकी (24), दुर्गेश गेहलोत (23) और सतीश गावड (30) के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि डाबर गिरोह का सरगना है और वह खुद को आयकर विभाग के “इंटेलिजेंस एण्ड क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट” का “चीफ इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर” बताता था । उन्होंने बताया कि उसने फर्जी पहचान पत्र भी बनवा रखा था।

सिंह ने बताया कि गिरोह के बारे में सुराग मिले हैं कि उसने कुछ समय पहले बुरहानपुर में आयकर विभाग का फर्जी छापा मारकर संबंधित व्यक्ति से अवैध वसूली की है।

उन्होंने आरोपियों के कब्जे से बरामद दस्तावेजों के हवाले से बताया, “गिरोह ने इंदौर के साथ ही धार, खंडवा, देवास, खरगोन, झाबुआ और अलीराजपुर जिलों के लगभग 35 बड़े व्यापारियों की चल-अचल संपत्ति की जानकारी जुटायी थी। इनके ठिकानों पर फर्जी आयकर छापे मारने की तैयारी की जा रही थी।”

एएसपी ने बताया कि गिरोह इंदौर की सिलिकॉन सिटी में एक साल तक आयकर विभाग का फर्जी दफ्तर भी चला चुका है। इस दफ्तर में करीब 80 बेरोजगार नौजवानों को बुलाकर उन्हें आयकर विभाग में अलग-अलग पदों पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे लगभग 40 लाख रुपये की ठगी की गयी है। ऐसे कई युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिये गये थे।

गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से आयकर विभाग की फर्जी सील के साथ पुलिस की वर्दी, “भारत सरकार” लिखी नेम प्लेट आदि चीजें बरामद की गयी हैं । मामले में विस्तृत जांच जारी है ।

ऐसे पकड़ाया गिरोह:

इंदौर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महोदय इंदौर जोन श्री वरूण कपूर द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र इन्दौर (शहर) को शहर में नकली आयकर अधिकारी के संबंध में कार्यवाही हेतु निर्देशित किया था।

उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) इंदौर श्री अवधेश कुमार गोस्वामी के निर्देशन में क्राईम ब्रांच की टीम को इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये थे।

आवेदक शुभम साहू नि. 97-98 राज नगर एक्सटेंशन इंदौर के द्वारा फर्जी आयकर अधिकारी के संबंध में कार्यवाही हेतु आवेदन पत्र वरिष्ठ कार्यालय को दिया गया था, जिस पर र्काईम ब्रांच इंदौर एवं थाना राजेन्द्र नगर पुलिस के साथ संयूक्त कार्यवाही करते आरोपी 1. देवेन्द्र पिता माधवलाल डाबर जाति भील उम्र-29 D.O.B 31.12.1990 नि.स्थाई पता बजरंग कालोनी (मंगलवारिया) कुक्षी जिला धार, हाल पता-401
भील कालोनी मूसाखेडी थाना आजाद नगर इंदौर 2. सुनील मण्डलोई पिता नानसिह मण्डलोई उम्र 24 साल निवासी 117 आजाद कालोनी कुक्षी जिला धार 3. रवि पिता महेश सोलंकी उम्र 24 साल निवासी 663/2 शांति नगर मुसाखेडी पिंक सिटी के पास इन्दौर 4. दुर्गेश पिता हरीसिहं गेहलोत उम्र 23 साल निवासी 219 न्यू इंदिरा एकता नगर मुसाखेडी रिंग रोड इन्दौर थाना आजाद नगर इन्दौर 5. सतीश पिता चम्पालाल गावड निवासी 325 भील कालोनी मुसाखेडी इन्दौर को पकडा व थाना राजेन्द्र नगर इंदौर में अपराध क्र.294/19 धारा-419,420,34 भादवि के तहत प्रकरण पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।

क्राईम ब्रांच को जांच के दौरान आवेदक शुभम साहू ने बताया गया कि वह प्राइवेट जाँब की तलाश में घूम रहा था, तब उसके दोस्त पवन पिता शंकर सिंह सोंलकी के माध्यम से देवेन्द्र डाबर से उसके घर पर मिला जिसने स्वयं को इंटेलीजेंस एण्ड क्रिमीनल इंवेस्टीगेशन ड़िपार्टमेन्ट (C.B.D.T) अटेचमेंट सेक्शन-06 चीफ इन्वेटीगेंशन आफिसर बताते हुए पूरा विश्वास दिलाते हुये आयकर विभाग की अपनी आई.डी.दिखाई। पवन सोंलकी के पद (सर्वेयर फिल्ड आफिसर, (F.O) का रिक्त होना बताया जिसके लिए 10 वीं, 12 वी की मार्कशीट, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आय का प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पेन कार्ड, 04 (पासपोर्ट साइज) की फोटो दिए और दिनांक 10.08.17 को आवेदक शुभम साहू को नियुक्ति पत्र पर (I.T.D. Govt. of India) लिखा होकर भारत सरकार का मोनो लगा था, मुख्य आयुक्त, आयकर विभाग इंदौर की सील व हस्ताक्षर तथा साथ ही अग्रेजी में (Govt. of India I.T.S. Officer I.T.D. Indore की सील लगी होकर स्वंय के द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे।

आरोपी के घर व ऑफिस पर लगभग 25 लडके थे, जिन्हे देवेन्द्र डाबर ने आयकर विभाग से जुडी किताबो से आयकर विभाग के बारे में पढाया। आरोपी देवेन्द्र डाबर के आलावा क्लास में कभी-कभी आरोपी सुनील मण्डलोई तथा आरोपी रवि सोंलकी द्वारा भी आयकर विभाग के बारे में पढाया जाता था।

आरोपी के द्वारा सभी लडको को उनके पदानुसार एक आई.डी.कार्ड बनाकर दिया जिसमें लडको की फोटो के साथ आयकर विभाग की गोल सील लगी होकर जिस पर (I.T.D. Indore and Govt. of India) लिखा होकर देवेन्द्र डाबर के हस्ताक्षर थे। देवेन्द्र डाबर ने ज्वाइनिंग के 03 माह बाद 10 से 12 हजार प्रतिमाह मासिक वेतन देने का बोला था, परन्तु नही दिए। वर्ष 2018 में देवेन्द्र डाबर के द्वारा 190-बी सिलीकाँन सिटी थाना राजेन्द्र इंदौर में स्थित एक ऑफिस खोला गया। देवेन्द्र डाबर ने अपने उक्त ऑफिस में करीबन 06 भृत्य व ड्रायवर जो कि खाकी रंग की वर्दी व कंधे पर (Govt. of India) लिखा होकर शेर का मोनो लगा रहता था। उक्त ऑफिस में करीबन 35-40 लडके आते थे, जहाँ पर आवदेक व अन्य साथ में कार्य करने वाले लडको को फाईल दिया करते थे, जिसको हमे अग्रेंजी में लिखना होता था, फाईलो को देवेन्द्र डाबर, सुनील मण्डलोई तथा रवि सोंलकी द्वारा चैंक किया जाता था। ऑफिस की फाईलो, रजिस्ट्ररो पर देवेन्द्र डाबर, सुनील मण्डलोई तथा रवि सोंलकी के हस्ताक्षर होते थे, तब आवेदक तथा अन्य लडको ने देवेन्द्र डाबर को नौकरी में अस्थाई से स्थाई करने के लिए बोला, तो उसने प्रत्येक लडके से 50-50 हजार रूपए की मांग की, तब आवेदक तथा उसके दोस्त पवन सोंलकी के द्वारा 25-25 हजार रूपए सिलीकाँन सिटी ऑफिस में नगद दिए थे, परन्तु उसकी जानकारी के अनुसार देवेन्द्र डाबर ने सुनील मण्डलोई के माध्यम से मोहित जाधव व अन्य लडको से नौकरी में अस्थाई से स्थाई पद पर नियुक्त करने के नाम पर लाखो रूपए की धोखाधडी की है।

राजेन्द्र नगर स्थित ऑफिस में संधारित स्टाफ के रजिस्ट्रर में करीबन 70 से 75 लडके के नाम लिखे हुए थे, और सभी लडको से नौकरी में अस्थाई से स्थाई करने के नाम पर लाखो रूपए लिए है। जब लडके वेतन की बात करते थे, तो आरोपीयों द्वारा भारत सरकार के पास अभी बजट नही होना बताया जाता था।

आरोपीगणो द्वारा वर्ष 2018 में विधान सभा चुनाव के दौरान पिथमपुर क्षेत्र में करीबन 20 लडको को चुनाव की डियूटी कराकर आदेश जारी किया था। देवेन्द्र डाबर अपने साथीयों के साथ मिलकर एक आयकर अधिकारी की तरह बर्ताव करता था और आयकर अधिकारी की तरह एक सफेद रंग की सफारी जिसका नंबर MP 09 CF 9700 है पर घूमता था उक्त वाहन पर सामने की ओर एक लाल रंग की प्लेट पर भारत सरकार का नाम व मोनो लगा होकर इन्वेटीगेंशन ऑफिसर इंटेलीजेंस एण्ड क्रिमीनल इंवेस्टीगेशन ड़िपार्टमेन्ट नई दिल्ली द्वारा प्रदत्त लिखा हुआ था, और आगे, पीछे लाल रंग से (Govt. of India) लिखा हुआ था। वह अपने साथ गाडी में गनमेन, ड्राइवर, सुनील मण्डलोई तथा अन्य लोगो को वर्दी पहनाकर बैठाता था। इसके ड्राइवर सतीश गवाडे ने मुझे तथा अन्य लडको को बताया था कि देवेन्द्र डाबर सर ने कई जगह आयकर की रेड (दबिश) दी जाना भी बताया है।

देवेन्द्र डाबर के द्वारा उसके ऑफिस में काम करने वाले लडको से कुक्षी, मनावर, खण्डवा, देवास, खरगोन, इंदौर, अलीराजपुर, धार, झाबुआ, उदयनगर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रो के बडे व्यापारीयों की फाईल (चल अचल सम्पत्ति की जानकारी) तैयार करवाई थी। जिसका उद्देश्य लडको को ट्रेनिंग देकर लडको के माध्यम से फर्जी रेड करवाने का था। देवेन्द्र डाबरे ने स्पेशल-26 फिल्म की तरह अपनी तैयारी कर रखी थी और कोई बडी फर्जी रेड करने वाला था बाद में आवेदक व अन्य लडको को मालूम पडा कि देवेन्द्र डाबर व उनके साथीयों का रूपयो को लेकर आपसी विवाद होने से ऑफिस बंद करना पडा। पीडित साक्षियों को मात्र एक बार वेतन देकर बाद में सालों तक वेतन नही दिया।

देवेन्द्र डाबर के द्वारा भृत्य (चपरासी) के पद पर भर्ती लडको को भारत सरकार के खाकी वर्दी, बैंच/मोनो/बेल्ट आदि लेकर दिया था और साथ में बैठाकर चलता था, उन्हे भी बेवकुफ बनाकर भर्ती करने के नाम पर लाखो रुपये लिये है। दुर्गेश गेहलोत देवेन्द्र डाबर का निज सहायक P.A. था और पुरा काम वही देखता था जो कि देवेन्द्र से शुरु से जुडा हुआ था और उसे देवेन्द्र तथा उसके साथीयो द्वारा की जा रही फर्जीबाडा व अवैध वसूली की जानकारी थी। सुनील मण्डलोई, रवि सोंलकी, सतीश गावड, दुर्गेश गेहलोत यह लोग मुझे व अन्य लोगों को देवेन्द्र डाबर के सही होने की बात बताते थे तथा लडको को विश्वास में लेते थें। सतीश गावड देवेन्द्र का शुरु से ड्रायवर था और हमेशा साथ में रहकर देवेन्द्र का साथ देता था। देवेन्द्र डाबर के द्वारा सभी लडको से गोपनीयता भंग नही करने का शपथ पत्र भरवाया गया था जिसमें यह शर्त थी, कि जो कोई भी इस विभाग/ऑफिस की गोपनीयता भंग करेगा उसे आयकर कानून के तहत 50,000/-रुपये अर्थदण्ड व 01 साल की सजा होने का प्रावधान हैं जिसके कारण लडके चाहकर भी शिकायत नही कर पाते थे।

देवेन्द्र डाबर, सुनील मण्डलोई, रवि सोंलकी, सतीश गावड, दुर्गेश गेहलोत व अन्य लोगो के द्वारा एक मत होकर मुझे व अन्य लडको को छल करने के उद्देश्य से आयकर विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और मिथ्या, कूट रचित दस्तावेज व नकली सील का उपयोग करते हुए मुझसे व अन्य लडको से नौकरी दिलाने व कराने का विश्वास दिलाते हुए दस्तावेज व आई.डी. कार्ड (आयकर विभाग) का दिया गया और आयकर विभाग का फर्जी ऑफिस (190-बी सिलीकाँन सिटी) खोलकर लडके पवन सोलंकी, मोहित जाधव, अरुण सोलंकी, माधव चौहन, मोइन खान, सुरेश चौहान, सखाराम देवके, अशोक साहनी, संदीप परमार, रंजीत यादव, कुलदीप भिडें, संजय चौहान, कैलाश मुवेल, आदि करीब 65-70 लोगो से लाखो रूपए की ठगी की गई है।

आरोपियों की प्रोफाइल:

1. देवेन्द्र डाबर –

आरोपी के पिता तहसील कार्यालय कुक्षी से बाबू (क्लर्क) के पद से सेवानिवृत्त हुए है। विगत 07 वर्ष से इंदौर शहर में रह रहा है। कक्षा 12वी के बाद बी.ए.प्रथम वर्ष का प्राइवेट फार्म भरा गया, किन्तु पेपर नही दिए गए। आरोपी बचपन से पूजा-पाठ, गायत्री पूजा एवं ओगड पूजा कराने का शौकीन था। आरोपी के द्वारा आयकर विभाग के द्वारा जारी विज्ञप्ति के बारे में पढा था, जिसमें बेनामी व आय से अधिक संपत्ति की सूचना आयकर विभाग को दी जाने पर कार्यवाही उपरांत 10 प्रतिशत का कमिशन दिए जाने के कारण आरोपी के द्वारा इसी सूचना को आधार बनाते अपने रिश्तेदार व दस्तो को स्वयं इंटेलीजेंस एण्ड क्रिमीनल इंवेस्टीगेशन ड़िपार्टमेन्ट (C.B.D.T.)अटैचमेंट सेक्शन-06 चीफ इन्वेटीगेंशन आफिसर का ऑफिसर बताते अस्थाई रूप आयकर विभाग में विभिन्न पदो पर भर्ती करने का आश्वासन दिया गया और भर्ती के नाम पर लडको से लाखो रूपए ठगे गये। आरोपी को कम्प्यूटर का अच्छा ज्ञान हैं, साथ ही आयकर विभाग से संबंधित किताबे व इंटरनेट से जानकारी हासिल करते आई.डी.कार्ड, आदेश पत्र, प्रोफार्मा, नियुक्ति पत्र आदि जारी किए जाते थे और फर्जी सील व सिक्के गलत जानकारी देते प्राप्त की गई।
■ मुख्य अभियुक्त/ मास्टर माईंड।
■ नियुक्ति पत्रक /आई.डी ./आदेश व अन्य दस्तावेजो पर हस्ताक्षर करता व जारी करता था।
■ सी.आई.ओ. चीफ इन्वेस्टीगेशन आफिसर (इंटेलीजेंस एण्ड क्रिमीनल इंवेस्टीगेशन ड़िपार्टमेन्ट (C.B.D.T.) अटैचमेंट सेक्शन-06 चीफ इन्वेटीगेंशन आफिसर )
ऽ खबरी-(20 से 25 व्यक्ति) (S.F.O.) सीनियर फिल्ड आफिसर (01)सर्वेयर(10 से 15 व्यक्ति)/भृत्य (06 व्यक्ति)/वरिष्ठ जाँच अधिकारी(S.I.O.) (01), जाँच अधिकारी (C.I.O.) (01) आदि पदो की भर्ती हेतु करीब 65 से 70 लडको के नियुक्ति आदेश जारी करते प्रत्येक से 25 हजार से 02 लाख रुपये तक लगभग 40 लाख रुपये प्राप्त किये गये एवं स्वयं को (C.I.O.) (इंटेलीजेंस एण्ड क्रिमीनल इंवेस्टीगेशन ड़िपार्टमेन्ट (C.B.D.T.) अटैचमेंट सेक्शन-06 चीफ इन्वेटीगेंशन आफिसर- आयकर विभाग सेक्सन-06 बताया।

2. सुनील मण्डलोई

आरोपी सुनील मुख्य आरोपी देवेन्द्र का दोस्त है, जो 12वी क्लास तक पढा है, व बी.ई.की पढाई की हैं लेकिन पढाई पूरी नही की हैं, जिसे आय़कर विभाग में (S.F.O.) (सीनियर फिल्ड आफिसर) के पद पर तैनात किया था। जो कि विभाग का एक ही मुख्य पद था और इसके द्वारा साक्षी कुलदीप भीडे, आशीष चौहान, अरविन्द अलावा, संजय चौहान, मोहित जाधव से भर्ती हेतु लाखो रुपये लिये गये व कुछ राशि मुख्य अभियुक्त को भी दी गई इसके द्वारा फाईलो पर अधिकारी के रुप में हस्ताक्षर किये गये लडको को आयकर विभाग के बारे में किताबों से पढता था और विश्वास मे लेता था।

3. रवि सोलंकी

आरोपी रवि मुख्य आरोपी देवेन्द्र डाबर का रिश्तेदार है जो कि(S.I.O.) सीनियर इन्वेटिगेंशन अधिकारी के पद पर पदस्थ था, जाँच कर्ता अधिकारी (I.O./S.F.O.) के पद पर पदस्थ होकर ऑफिस की फाईलों पर हस्ताक्षर करता था और निचले कर्मचारियों द्वारा तैयार रिपोर्ट को वैरीफाई भी करता था। आयकर विभाग के बारे में किताबों से पढता था और विश्वास मे लेता था।

4. दुर्गेश गेहलोत

आरोपी दुर्गेश मुख्य आरोपी देवेन्द्र डाबर का P.A. निज सहायक था, जिसके द्वारा रिकार्ड का संधारण किया जाता था और ल़डको के ऊपर पूरा कट्रोंल रखता था जो कि मुख्य अभियुक्त का सबसे करीबी व्यक्ति के रुप में ऑफिस का पूरा काम देखता था। मुख्य अभियुक्त के बारे में व उसके कार्यों के बारे में प्रारंभ से जानकारी थी ।

5. सतीश गावड

आरोपी सतीश आरोपी देवेन्द्र डाबर का चालक होकर उसका पर्सनल गनमैन भी था जो कि अपने पास एक रायफल (एयरगन) भी रखता था। मुख्य अभियुक्त से प्रारंभ से जुडा हुआ था और अभियुक्त के साथ में रहने के लिए प्रतिमाह मासिक वेतन भी लिया करता था। वाहन क्रमांक टाटा सफारी MP 09 CF 9700 को आयकर विभाग की फर्जी नेमप्लेट जिस पर भारत सरकार लिखाकर होकर (इन्वेटीगेंशन आफिसर इंटेलीजेंस एण्ड क्रिमीनल इंवेस्टीगेशन ड़िपार्टमेन्ट नई दिल्ली द्वारा प्रदत्त) लिखकर चलाता था, पीडितो को मुख्य अभियुक्त के बारे में सही होने की जानकारी देते हुए एक खाकी वर्दी जिस पर भारत सरकार लिखा होकर अशोक का मोनो (बेल्ट, बैंच) लगा रहकर पहनता था। देवेन्द्र डाबर के साथ कई जगह रेड दी जा चुकी है।

आरोपीगणो से स्वंय की आई.डी. व अन्य की आई.डी, सील-सिक्के/नियुक्ति पत्रक, आदेश पत्र व रजिस्ट्रर, लेपटाप व प्रिंटर, हस्ताक्षर शुदा फाईल, मोबाईल फोन, आयकर विभाग की वाहन प्लेट, वाहन व एयरगन, साक्षियों के द्वारा जमा की गई वर्दी व बैंच, नेमप्लेट, भारत सरकार की वर्दी मय बेल्ट व बैंच मिले हैं।

आरोपीगणो से उनकी टीम और टीम मैंम्बर की भूमिका के बारे में तथा आरोपीगणां के द्वारा ठगी की गई राशि व की गई रेड कार्यवाही से हुई बरामद राशि के संबंध में जानकारी ली जा रही है। आरोपीगणों के बैंक खातों तथा सम्पत्ति की जानकारी प्राप्त की जा रही हैं। इन्कम टेक्स विभाग से आरोपीयों के तार जुडे होने के संबंध मे विस्तृत पूछताछ की जा रही हैं । विवेचना के दौरान किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता पाई जाती है तो उसके विरूध्द वैधानिक कार्यवाही की जायेंगी।

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ISIS ( इस्लामिक स्टेट) ने ली श्रीलंका में आतंकवादी बम धमाकों के साथ 321 लोगों के मारे जाने की जिम्मेदारी,हमलावरों के नाम भी बताएं, अब तक 321 मरे attacknews.in

कोलंबो, 23 अप्रैल । इस्लामिक स्टेट ने श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए भयानक आत्मघाती हमलों की मंगलवार को जिम्मेदारी ली और इसे अंजाम देने वाले सात आत्मघाती बम हमलावरों की पहचान की। इन हमलों में 321 लोगों की मौत हो गयी ।

जिहादी गतिविधियों की निगरानी करने वाले साइट इंटेलीजेंस ग्रुप के अनुसार अपनी प्रचार संवाद समिति ‘अमाक’ के मार्फत एक बयान में आईएसआईएस ने कहा, ‘‘ दो दिन पहले श्रीलंका में गठबंधन के सदस्य देशों के नागरिकों और ईसाइयों को निशाना बना कर जिन लोगों ने हमला किया, वे इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े थे। ’’

इस बयान में हमलावरों की पहचान अबु उबायदा, अबु अल मुख्तार, अबु खलील, अबु हम्जा, अबु अल बारा, अबु मुहम्मद और अबु अब्दुल्लाह के रूप में की गयी है। बयान में यह भी बताया गया है कि किसने कहां हमला किया।

बयान में यह भी दावा किया है कि इन धमाकों में करीब 1000 लोग या तो मारे गये हैं या घायल हुए हैं।

साइट इंटेलीजेंस ग्रुप की निदेशक रीता कात्ज ने ट्वीट किया, ‘‘ आईएसआईएस के संदेश में दिया गया ब्योरा (हमलावरों के नाम, उनमें किसने ने कहां हमला किया) दर्शाता है कि इस हमले में इस संगठन का हाथ है, लेकिन कहां तक उसका हाथ था, यह अभी देखना है। जिम्मेदारी लेने में देरी से भी कई अनुत्तरित सवाल खड़े होते हैं।’’

श्रीलंका ने कहा है कि स्थानीय इस्लामिक चरमपंथी संगठन नेशनल तौहीद जमात पर इन विस्फोटों की साजिश रचने का संदेह है।

सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री रजीत सेनारत्ने ने कहा, ‘‘ माना जा रहा है कि धमाके करने वाले सभी आत्मघाती हमलावर श्रीलंकाई नागरिक थे।’’

इन हमलों के सिलसिले में एक ड्राइवर समेत 40 संदिग्ध गिरफ्तार किये गये हैं। इसी ड्राइवर की गाड़ी का आत्मघाती हमलावरों ने कथित रूप से इस्तेमाल किया था।

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सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ़ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच जस्टिस एस ए बोबड़े कमेटी करेगी attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 अप्रैल । प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की आंतरिक जांच के लिए मंगलवार को उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति एस. ए. बोबडे को नियुक्त किया गया।

संपर्क किए जाने पर न्यायमूर्ति बोबडे ने इस घटनाक्रम की पुष्टि की। वरिष्ठता क्रम के मुताबिक वह सीजेआई के बाद वरिष्ठतम न्यायाधीश हैं।

उन्होंने बताया कि नंबर 2 जज होने के नाते प्रधान न्यायाधीश ने उन्हें शीर्ष न्यायालय की एक पूर्व महिला कर्मचारी द्वारा उनके (सीजेआई के) खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरापों की जांच के लिए नियुक्त किया है।

न्यायमूर्ति बोबडे ने बताया कि उन्होंने शीर्ष न्यायालय के दो न्यायाधीशों – न्यायमूर्ति एन वी रमन और न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी को शामिल कर एक समिति गठित की है।

न्यायमूर्ति बोबडे ने कहा, ‘‘मैंने समिति में न्यायमूर्ति रमन को शामिल करने का फैसला किया है क्योंकि वह वरिष्ठता में मेरे बाद हैं और न्यायमूर्ति बनर्जी को इसलिये शामिल किया गया है क्योंकि वह महिला न्यायाधीश हैं।’’

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तीसरे चरण की 117 लोकसभा सीटों पर 2014 के पिछले चुनाव की अपेक्षा 3.3 प्रतिशत कम मतदान हुआ attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को 15 राज्यों की 117 सीटों पर शाम सात बजे तक 66 प्रतिशत मतदान हुआ। तीसरे चरण वाली इन सीटों पर लोकसभा चुनाव 2014 में 69.3 प्रतिशत मतदान हुआ था।

उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने संवाददाताओं को बताया कि मतदान के ये अंतिम आंकड़े नहीं हैं। उल्लेखनीय है कि 11 अप्रैल को पहले चरण में 69.5 प्रतिशत और 18 अप्रैल को दूसरे चरण में 69.44 प्रतिशत मतदान हुआ था।

उल्लेखनीय है कि अब तक के तीन चरणों के दौरान इस चरण में सर्वाधिक 117 सीटों पर मतदान हुआ। पहले चरण में 91 और दूसरे चरण में 95 सीटों पर मतदान हुआ था। सिन्हा ने बताया कि अब तक तीनों चरणों में लोकसभा की 303 सीटों पर हुये मतदान में 69.81 प्रतिशत मतदाताओं ने हिस्सा लिया।

आयोग के आंकड़ों के अनुसार तीसरे चरण में शामिल मतदान वाले सभी राज्यों की चार सीटों को छोड़कर सभी सीटों पर मतदान का प्रतिशत पिछले चुनाव की तुलना में कम हुआ है। इनमें सर्वाधिक कमी जम्मू कश्मीर की अनंतनाग सीट पर दर्ज की गयी। अनंतनाग में पिछले चुनाव के मुकाबले में अब तक हुये मतदान में 26.5 प्रतिशत और ओडिशा में छह सीटों पर 14.32 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।

जिन चार सीटों पर पिछले चुनाव की तुलना में मत प्रतिशत बढ़ा है, उनमें असम की बरपेटा सीट पर सर्वाधिक 14.33 प्रतिशत इजाफा हुआ। इसके अलावा गुजरात की बनासकांठा सीट पर 3.16 प्रतिशत, केरल की पटनमथीटा सीट पर 1.23 प्रतिशत और अत्तिंगल सीट पर 0.3 प्रतिशत वोट बढ़ा है।

तीसरे चरण में ओडिशा की छह सीटों पर 58.13 प्रतिशत मतदान हुआ। इन सीटों पर 2014 में 72.45 प्रतिशत मतदान हुआ था।

सिन्हा ने बताया कि मतदान के शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक तीसरे चरण में गुजरात की सभी 26 सीटों पर 58.99 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पिछले चुनाव (2014) में राज्य की इन सीटों पर 63.32 प्रतिशत मतदान हुआ था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी मतदान में हिस्सा लिया। शाह गांधीनगर सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं।

इसके अलावा उत्तर प्रदेश की दस लोकसभा सीटों पर शाम सात बजे तक 56.57 प्रतिशत मतदान हुआ। इनमें सर्वाधिक पीलीभीत सीट पर 61.74 प्रतिशत और मैनपुरी में सबसे कम 53.37 प्रतिशत मतदान हुआ। पीलीभीत से भाजपा के वरुण गांधी और मैनपुरी से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव सपा के उम्मीदवार हैं। उत्तर प्रदेश की इन दस सीटों पर 2014 के चुनाव में 61.48 प्रतिशत मतदान हुआ था।

तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में 0.45 से छह प्रतिशत तक की कमी आयी है। उत्तर प्रदेश की 80 में से अब तक तीन चरण में हुये 26 सीटों पर मतदान का प्रतिशत 60.7 रहा है।

इस चरण में पश्चिम बंगाल की पांच सीटों पर सर्वाधिक 78.98 प्रतिशत मतदान हुआ। यह तीसरे चरण के मतदान में शामिल 15 राज्यों में सर्वाधिक मत प्रतिशत है। पश्चिम बंगाल में तीन चरणों में कुल दस सीटों पर 81.5 प्रतिशत मतदान हुआ है। हालांकि तीसरे चरण वाली सीटों पर 2014 के चुनाव की तुलना में इस बार 3.57 प्रतिशत कम मतदान हुआ।

वहीं जम्मू कश्मीर की अनंतनाग सीट के छह विधानसभा क्षेत्रों में 12.86 प्रतिशत मतदान हुआ। सिन्हा ने बताया कि जम्मू कश्मीर में मतदान के दौरान हिंसा या अन्य कोई शिकायत नहीं मिली है।

इस चरण में बिहार की पांच सीटों पर शाम छह बजे तक 59.95 प्रतिशत मतदान हुआ। इन सीटों पर 2014 के चुनाव की तुलना में 5.13 प्रतिशत की कमी आयी है।

इस चरण में छत्तीसगढ़ की सात सीटों पर पिछले चुनाव की तुलना में 4.49 प्रतिशत कमी के साथ 64.68 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं असम की चार सीटों पर 70.05 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां भी पिछले चुनाव की तुलना में 1.69 प्रतिशत की कमी आयी है।

कर्नाटक की 14 सीटों पर 60.97 प्रतिशत, केरल की सभी 20 सीटों पर 69.02 प्रतिशत और त्रिपुरा की एक सीट पर 71.45 प्रतिशत मतदान हुआ। पूर्वी त्रिपुरा सीट पर 18 अप्रैल को प्रस्तावित मतदान तीसरे चरण के लिये स्थगित कर दिया गया था।

इसके अलावा महाराष्ट्र की 14 सीटों पर शाम छह बजे तक 55.65 प्रतिशत और गोवा की सभी दो सीटों पर 70.97 प्रतिशत मददान हुआ। तीसरे चरण में ओडिशा की छह सीटों पर 57.86 प्रतिशत मतदान हुआ। यह पिछले दो चरणों में हुये मतदान की तुलना में न्यूनतम है। पहले चरण में राज्य की चार सीटों पर 73.82 प्रतिशत और दूसरे चरण में पांच सीटों पर 72.56 प्रतिशत मतदान हुआ था।

सिन्हा ने बताया कि तीसरे चरण में मतदान सामान्य रूप से शांतिपूर्ण रहा। केरल में 11 मतदाताओं की विभिन्न कारणों से मौत होने की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि मौत के यह मामले मतदाताओं के मतदान के लिये आने के दौरान या मतदान कर वापस जाने के दौरान अचानक बीमार होने जैसी वजहों से सामने आये हैं।

उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद संसदीय क्षेत्र में एक मतदाता की हत्या और एक मतदान कर्मी की बीमारी के कारण मौत का मामला सामने आया है। सिन्हा ने स्पष्ट किया कि मृतक मतदानकर्मी ड्यूटी पर नहीं था। वहीं असम के एक मतदान केन्द्र पर मतदान के बहिष्कार की काशिश किये जाने की सूचना मिली है। इसके अलावा केरल में एक मतदान केन्द्र पर ईवीएम के बटन में गड़बड़ी की सूचना मिलने पर मशीन को परीक्षण के बाद बदल दिया गया।

अभिनेता सनी देओल संभालेंगे विनोद खन्ना की विरासत और सूफी गायक हंसराज हंस को दिल्ली से टिकट मिलते ही नाराज हो गये सांसद उदित राज attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मशहूर बॉलीवुड कलाकार सनी देओल को पंजाब की गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है जबकि होशियारपुर (सु.) सीट से केन्द्रीय मंत्री विजय सांपला का टिकट काट कर सोम प्रकाश को प्रत्याशी घोषित किया है।

भाजपा ने अपनी 26वीं सूची में तीन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। पार्टी ने श्री देअोल को गुरदासपुर से और सोम प्रकाश को होशियारपुर (सु.)से टिकट देने के साथ ही श्रीमती खेर को चंडीगढ़ सीट से दोबारा उम्मीदवार घोषित किया है।

इससे पहले अभिनेता सनी देओल मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये।

श्री सनी देओल ने यहां रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, रेल मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा की पंजाब इकाई के मुखिया श्वेत मलिक की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

श्री देओल ने इस मौके पर कहा कि जिस तरह से उनके पिता धर्मेन्द्र पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े थे, उसी तरह वह आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने देश के लिए बहुत कुछ किया है, हमें और आगे जाना है। देश के युवाओं को मोदी के नेतृत्व की जरूरत है।

उन्होंने पार्टी में अपनी भूमिका के बारे में कुछ उजागर नहीं किया और इतना ही कहा, “मुझे जो भी काम दिया जाएगा, मैं दिल से और पूरी मेहनत से करूंगा।”

श्रीमती सीतारमण ने मशहूर फिल्म बॉर्डर का उल्लेख करते हुए कहा कि श्री देओल ने अपनी जानदार अदाकारी से देश में राष्ट्रभक्ति की भावना का संचार किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एजेंडा में सीमाओं के मुद्दे शीर्ष पर हैं। उन्होंने कामना की कि श्री देओल अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि के गौरव के अनुरूप भाजपा में दिल से जुड़े रहेंगे।

श्री गोयल ने कहा कि श्री देओल के साथ एक पारिवारिक रिश्ता राजनीतिक रिश्ते में भी बदल रहा है। उनके पिता धर्मेन्द्र लोकसभा के सांसद रहे हैं और उनकी प्रतिबद्धता भाजपा के साथ बहुत गहरी थी। 2008 में संसद में एक महत्वपूर्ण विषय पर मतदान के लिए वह अमेरिका के अस्पताल से छुट्टी लेकर दिल्ली आये थे और वोट डाल कर इलाज के लिए अमेरिका लौट गये थे।

उन्होंने कहा कि श्री देओल ने कला के माध्यम से देश के लोगों की सेवा की है और अब वह एक नये रूप में देश की सेवा करेंगे। वह देश के युवाओं काे प्रेरणा देंगे।

श्री देओल को पंजाब के गुरुदासपुर सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है। गुरुदासपुर से पूर्व में फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना भी भाजपा से सांसद रहे हैं। करीब दो साल पहले श्री खन्ना के निधन हो गया था और उसके बाद हुए उपचुनाव में इस सीट पर कांग्रेस जीत गयी थी।

श्री देओल ‘हीमैन’ के नाम से लोकप्रिय एवं अपने जमाने के प्रसिद्ध अभिनेता धमेंद्र के बड़े पुत्र हैं। श्री धमेंद्र 2004 में राजस्थान के बीकानेर सीट से भाजपा सांसद निर्वाचित हुए थे और उनकी पत्नी हेमा मालिनी उत्तर प्रदेश की मथुरा सीट से भाजपा से मौजूदा सांसद है और वहां से चुनाव लड़ रही है।

दिल्ली के सांसद उदित राज का विरोध:

भारतीय जनता पार्टी के दलित नेता और सांसद उदित राज ने पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार काे कहा कि भाजपा को जनाधार वाला नेता नहीं चाहिए।

श्री उदित राज ने उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा का चुनाव टिकट नहीं मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा कि उन्हें भाजपा छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पार्टी को जनाधार वाला नेता नहीं चाहिए। उन्होेंने कहा, “मुझे अत्यंत दुःख है कि भारतीय जनता पार्टी मुझे पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर कर रही है।” वह फिलहाल उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं। मौजूदा लोकसभा चुनावों में पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाकर पंजाबी लोक गायक हंसराज हंस को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।

उन्होंने कहा, “पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुझे टिकट नहीं देने का कारण बताना चाहिए। किसी को टिकट देने या न देने का आधार आंतरिक सर्वे को बनाया गया है लेकिन यह असत्य है।” उन्होेंने कई सर्वेक्षणों का उल्लेख करते हुए कहा कि दिल्ली में उन्हे सबसे अच्छा सांसद घोषित किया गया। लोकप्रियता भी सभी सांसदों से अधिक हैं।

श्री उदित राज ने अपनी इंडियन जस्टिस पार्टी का भाजपा में विलय करने पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि अपना दल जैसे छोटी पार्टियां फायदे में रही जिन्होंने जनाधार स्थानीय होने के बावजूद बहुत कुछ लिया है। उन्होंने कहा, “क्या मेरी यह खता थी कि मैं भाजपा में दलित नेता के नाम से जाना जाता रहा और 2014 में जब मैं पार्टी में शामिल हुआ था तो व्यापक जन समर्थन लोकसभा के चुनाव में मिला। क्या पार्टी को जनाधार वाला दलित नेता नहीं चाहिए? क्या मैं समय समय पर दलितों की आवाज़ उठाना गलत था।”

हंसराज हंस को बनाया उतर पश्चिम दिल्ली से भाजपा का प्रत्याशी:

भाजपा ने मंगलवार को उत्तर पश्चिम दिल्ली से गायक हंस राज हंस को पार्टी उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की।

यह घोषणा नामांकन दाखिल करने की अंतिम समय सीमा से कुछ घंटों पहले की गई।

उत्तर-पश्चिम दिल्ली से मौजूदा सांसद उदित राज ने सीट से उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर इस्तीफा देने और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर खड़ा होने की धमकी दी थी।

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि हंस राज को उम्मीदवार बनाने की घोषणा में देरी के पीछे एक कारण यह भी था।

हंस राज के सामने आम आदमी पार्टी के गुग्गन सिंह और कांग्रेस के राजेश लिलोठिया की चुनौती होगी

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पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की हत्या करने का अपराध पत्नी अपूर्वा ने कबूला attacknews.in

नईदिल्ली 23 अप्रैल । रोहित शेखर की हत्या में अपूर्वा ही शामिल थी। दिल्ली क्राइम ब्रांच की पूछताछ में आखिर अपूर्वा ने सच उगल ही दिया।

अपूर्वा के लगातार बदलते बयानों से पुलिस को उस पर पूरा शक गहरा गया था। रोहित शेखर की मौत के बाद जिस तरह के घटनाक्रम सामने आये उससे अपूर्वा को हिरासत में लेकर की गई पूछताछ में यह साफ हो गया कि हत्या वाली रात अपूर्वा और रोहित के बीच झगड़ा हुआ था।

झगड़े का एक कारण यह था कि उस रात रोहित अपनी एक महिला मित्र के साथ शराब पी रहा था और अपूर्वा ने यह देख लिया था।

उधर अपूर्वा अपने मायके वालों के लिए अलग से मकान बनाने को लेकर भी रोहित से अनबन कर चुकी थी।

बताते हैं कि अपूर्वा और रोहित के बीच इस मामले को लेकर हत्या वाली रात दोनों के बीच हाथापाई हुई थी और इस दौरान ही रोहित को गला दबाकर मार दिया। पुलिस ने अपूर्वा का रक्त नमूना और घटनास्थल पर पाये गये रक्त के धब्बों का सैम्पल लिया है जिसे परीक्षण के लिए भेजा गया है।

अपूर्वा ने सबूत मिटाने के लिए अपना मोबाइल तक फार्मेट कर दिया और जिस कमरे में रोहित की हत्या हुई वहीं के सीसीटीवी कैमरे खराब होना भी इस बात को पुख्ता करता था कि हत्या में कोई बाहरी व्यक्ति नहीं घर का ही शामिल था। इस हत्याकांड को अब गैर-इरादतन हत्या का एंगल दिया जा सकता है।

अपूर्वा के बयानों के अनुसार उसके और रोहित के बीच में हाथापाई के दौरान दोनों ही एक दूसरे को मारने की कोशिश कर रहे थे जिसमें अपूर्वा कामयाब हो गयी।

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जबलपुर और शहडोल में राहुल गांधी ने कहा: गरीबों को 72 हजार महिलाओं के खाते में डाले जाएंगे और एक साल में 22 लाख पदों को भर देंगे attacknews.in

जबलपुर/ शहडोल , 23 अप्रैल । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि उनकी पार्टी जो भी निर्णय लेती है, सोच समझ कर लेती है और उस पर दृढ़ता के साथ अमल भी करती है। इसलिए ही कांग्रेस ने गरीब परिवार के लोगों को प्रति वर्ष 72-72 हजार रूपए देने का वादा किया है।

श्री गांधी ने यहां शाम को कांग्रेस प्रत्याशी विवेक तन्खा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। श्री गांधी ने कहा कि ये पैसे महिलाओं के बैंक खाते में ही डाले जाएंगे। उन्होंने कहा कि देश में पैसे की कमी नहीं है, लेकिन मौजूदा मोदी सरकार ने यह पैसा बड़े और धनवानों के लोगों को ही दिया है। वहीं कांग्रेस सत्ता में आने पर यह पैसे गरीबों के हित में लगाएगी।

श्री गांधी ने अन्य सभाओं की तरह यहां पर भी प्रधानमंत्री श्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह पर हमले बरकरार रखे।

उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने हजारों करोड़ रूपयों का फायदा देश के गिने चुने उद्योगपतियों को पहुंचाया। मौजूदा सरकार ने गरीबों का ध्यान कतई नहीं रखा। यह कार्य केवल कांग्रेस की सरकारें करती हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि श्री मोदी देश के लोगों को राेजगार के नाम पर पकोड़ा तलने की सलाह देते हैं और उनकी ही पार्टी के प्रमुख के परिजन 50 हजार रूपए को मात्र कुछ महीनों में 80 करोड़ रूपए बना लेते हैं। यह भाजपा की दोहरी नीति और नीयत का द्योतक है।

शहडोल में कहा:22 लाख पदों को 1 साल में भर देंगे:

शहडोल, में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने पर रिक्त पड़े लगभग 22 लाख सरकारी पदों पर एक वर्ष के अंदर भर्तियां की जाएंगी।

श्री गांधी ने मध्यप्रदेश के शहडोल संसदीय क्षेत्र के लिए कांग्रेस प्रत्याशी प्रमिला सिंह के पक्ष में यहां आयोजित चुनावी सभा को संबोधित किया। श्री गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार में लगभग 22 लाख रिक्तियां हैं। इन्हें कांग्रेस की सरकार एक वर्ष में भरेगी।

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के किसानों के दो लाख रूपए तक के कर्ज दस दिनों के अंदर माफ करने की घोषणा की थी और इस पर अमल में दो दिन भी नहीं लगे। इसी तरह लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस अपनी रिक्त पदों को एक वर्ष में भरने की घोषणा पर अमल करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे स्वयं इस बात की गारंटी लेते हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ‘न्याय’ के तहत कांग्रेस देश के पांच करोड़ गरीब परिवारों की महिलाओं के बैंक खाते में प्रतिवर्ष 72 हजार रूपए के हिसाब में पैसा जमा कराएगी। ऐसा करने से गरीब आदिवासी परिवारों को लाभ पहुंचेगा। इस तरह पांच वर्षों में एक महिला के खाते में तीन लाख 60 हजार रूपए पहुंचेंगे।

उन्होंने बताया कि ऐसा होने से गरीबों और आदिवासियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और इसके चलते बाजारों में भी रौनक लौटेगी और देश की आर्थिक गतिविधियों में सुधार होगा। ऐसा होने से नोटबंदी और जीएसटी के कारण बंद हो चुके उद्योगों और व्यापारों को भी लाभ पहुंचेगा। उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी के मामलों को लेकर भी मोदी सरकार की जमकर आलोचना की।

इसके पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि चार माह की कांग्रेस सरकार ने अपने वचनों को क्रमवार पूरा करना शुरू किया है और वचनपत्र में शामिल सभी वचनों को पूरा किया जाएगा। वहीं भाजपा सरकार के कार्यकाल में क्या स्थिति थी, किसी से छिपी नहीं है। किसानों की आत्महत्या और महिला अपराधों में यह प्रदेश देश में नंबर वन पर था।

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