इंदौर पुलिस ने पकड़ा पोर्न वेबसाइट बनाकर पूरे विश्व में देह व्यापार करवाने वाला मास्टर-माइंड Attack News 

इंदौर 23 नवम्बर। 10 देशो की कॉलगर्ल उपलब्ध कराने का दावा करने वाली वेबसाइट पर राज्य सायबर सेल इंदौर ने शिकंजा कस लिया है।

सायबर पुलिस ने पंचकूला से हरियाणा के एक ऐसे जादूगर को पकड़ा है जो ना सिर्फ वेबडेवलपर है बल्कि गूगल सर्च इंजिन ऑप्टोमाईजेशन के जरिये पलभर में पूरे विश्व की पहुंच में आ जाता था। गूगल पर कीवर्ड डालते ही यूज़र्स एस्कॉर्ट सर्विसेज की वेबसाइट पर पहुँच जाता है।

इस मास्टरमाइंड को राज्य सायबर सेल इंदौर को अपनी गिरफ्त में लेने के लिए लगभग 6 महीने का समय लगा।

पकड़े गए आरोपी हर्षल झा निवासी सारंगपुर जिला राजगढ़ को अपनी गिरफ्त में लिया है। 30 वर्षीय मास्टरमाइंड हर्षल झा ने अपने काम की शुरुआत मध्यप्रदेश के इंदौर से की थी।

ये काम करता था मास्टर माइंड

देह व्यापार का दावा करने वाली वेबसाइट को बनाने वाले हर्षल ने इंदौर में एस्कार्ट सर्विस के लिए सुबीना डॉट कॉम, सुबीना खान डॉट कॉम और रक्त सलूजा डॉट कॉम के नाम से एडल्ट वेब साइट्स बनाई। जिसकी शुरुआत उस समय हुई जब 2014 में हर्षल को सागर जैन नामक व्यक्ति से कॉलगर्ल की सेवाएं ली और फिर उज्बेकिस्तान की उसी कॉलगर्ल ने जिस्मफरोशी के धंधे के बादशाह इंदौर के सागर जैन से बेहतर तरीके से मुलाकात कराई और फिर इबारत लिखी गई |डिजिटल एस्कॉर्ट सर्विस के जरिये शहर से लेकर दुनिया तक मे कारोबार फैलाने की जिसके बाद सागर जैन ने हर्षल झा से सुबीना डॉट कॉम , सुबिना खान डॉट कॉम और रक्ति सलूजा डॉट कॉम नामक वेबसाइट बनाई ,जिसके जरिये सागर जैन का जिस्मफरोशी का धंधा जमकर चला।

इंदौर ही नही बल्कि विदेशो से भी यहां के ग्राहकों को एस्कॉर्ट सर्विस के जरिये कॉल गर्ल मुहैया कराई जाती थी। इसके लिए हर्षल एसीईओ की मदद से अधिक अधिक ऑनलाइन ग्राहक ढूंढता था। जिसके एवज में उसे दो वेबसाइट्स के लिए 10 – 10 हजार रुपए मिलते थे।

ऐसे पहुंचा इंदौर से पंचकूला

हर्षल का काम इंदौर में लंबे समय से चल रहा था लेकिन उसके आका याने सागर जैन को जब खजराना पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भिजवाया तो उसका काम बिखरने लगा ऐसे में उसकी योग्यता को देखते हुए उसके एक अन्य साथी राहुल उर्फ विकास बत्रा की मदद से उसने पंचकूला हरियाणा में कुछ लोगो के लिए काम करना शुरू कर दिया। यहां उसने इंग्लैंड, अमेरिका एवं ऑस्ट्रेलिया की एडल्ट वेब साइट के लिए जॉब वर्क शुरू किया और उसकी पहुंच विदेशी कॉलगर्ल तक हो चुकी थी।

सायबर सेल ने ऐसे ढूंढ निकाला

राज्य सायबर सेल के पुलिस अधीक्षक इंदौर जितेंद्रसिंह के मुताबिक देहरादून की यूनिवर्सिटी से बीटेक कर चुके हर्षल को पकड़ना इतना आसान नही था ।

सायबर पुलिस की विवेचना के दौरान पता चला कि एस्कार्ट सर्विस प्रोवाइड कराने वाली वेबसाइट्स मौर्या हिल्स इंदौर के डेजी मौर्या गार्डन बंगला नंबर 405 से हर्षल नामक व्यक्ति द्वारा संचालित की जा रही है।

जब पुलिस ने यहां दबिश दी तो वह अपने घर सारंगपुर चला गया। इस बीच हर्षल को उसके सारंगपुर के मित्र ने बताया कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है तो उसी रात उसने निरंजनपुर स्थित एक फ्लेट में सामान रखवा दिया, हालांकि पुलिस की नजर उक्त फ्लेट पर थी और अचानक एक दिन हर्षल का सामान पैकर्स एंड मूवर्स के माध्यम से पंचकूला पहुँचाया गया। फिर क्या था पुलिस ने इस क्लू के आधार पर मास्टरमाइंड को पंचकूला से गिरफ्तार कर लिया।

हालांकि इस मिशन को पूरा करने के लिये लगभग 6 माह से भी अधिक समय लगा क्योंकि हर्षल बेहद शातिर दिमाग का है लेकिन उसे ये नही पता था कि कानून के हाथ लंबे होते है।

पुलिस गिरफ्त में आए हर्षल पूछताछ में ये भी बताया है कि उसके द्वारा बनाई वेब को रन करने और खरीदने के लिए इंदौर के महालक्ष्मी नगर से किसी ने सम्पर्क किया था। फिलहाल ये मास्टरमाइंड पुलिस की गिरफ्त में है और अब कई खुलासे होने की उम्मीद भी जताई जा रही।attacknews

सरकार की चेक-बुक समाप्त करने की कोई योजना नहीं Attack News 

नयी दिल्ली, 23 नवंबर । सरकार ने आज स्पष्ट किया चेक बुक सुविधा को वापस लेने को कोई प्रस्ताव नहीं है और वह इस तरह के किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही।

वित्त मंत्रालय ने मीडिया में इस आशय की आयी खबरों का खंडन करते हुये आज कहा कि इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है।

मीडिया में आयी खबरों में कहा गया था कि केन्द्र सरकार देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से निकट भविष्य में बैंकों खाताधारकों को दी जाने वाली चेक बुक सुविधा को समाप्त कर सकती है।attacknews

राहुल गांधी गुजरात में शुक्रवार को पाटीदारों के गढ़ में करेंगे रैली  Attack News 

अहमदाबाद 23 नवम्बर ।कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर शुक्रवार से गुजरात का चुनावी दौरा करेंगे और इस दौरान अहमदाबाद में एक रोड शो के अलावा पाटीदारों की बहुलता वाले निकोल क्षेत्र में सभा भी करेंगे।

गत 3 माह में गुजरात के आधा दर्जन दौरे कर चुके गांधी अपने दो दिवसीय दौरे के तहत कल पोरबंदर हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे। वहां वह मछुआरा समुदाय के साथ संवाद करेंगे। इसके बाद वह अहमदाबाद के निकट साणंद के नानी देवली में दलितों के साथ संवाद करेंगे।

वह अहमदाबाद के टैगोर हॉल में डाक्टरों और छोटी दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ तथा मंगल पांडे सभागार में शिक्षा जगत के प्रतिनिधियों के साथ संवाद करेंगे।

इसके बाद वह संभवत: पाटीदार बहुल निकोल में मोटरसाइकिल रैली के साथ एक रोड शो में भाग लेंगे और फिर एक चुनावी सभी को भी संबोधित करेंगे।

अगले दिन यानी 25 नवंबर को वह उत्तर गुजरात के गांधीनगर और अरावल्ली, तथा मध्य गुजरात के आदिवासी बहुल महिसागर और दाहोद जिलों का दौरा करेंगे और नुक्कड़ सभा तथा अन्य कार्यक्रमों में भाग लेंगे। देर शाम वह वडोदरा हवाई अड्डे से दिल्ली रवाना हो जाएंगेattacknews

हाफिज़ सईद की रिहाई पर भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान को फटकारा,फिर हो सकती हैं गिरफ्तारी Attack News 

नई दिल्ली 23 नवम्बर । 2008 के मुंबई हमले के आरोपी और लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद की रिहाई पर भारत और अमेरिका ने कड़ा ऐतराज जताया है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तान सरकार एक बार फिर हाफिज को हिरासत में ले सकती है।

हाफिज की रिहाई पर भारत ने पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए गुरुवार को कहा कि पाक ऐसा करके प्रतिबंधित आतंकवादियों को मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रहा है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि हाफिज सईद की रिहाई से यह पता चलता है कि आतंक फैलाने के दोषियों को सजा दिलाने के प्रति पाकिस्तान में गंभीरता की कितनी कमी है।

उन्होंने कहा पाकिस्तानी सिस्टम प्रतिबंधित आतंकवादियों को मुख्यधारा में लाना चाहता है। भारत इस बात से सख्त नाराज है कि खुद को आतंकवादी मानने वाले और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी को यूं रिहाई दे दी गई।

अमेरिका के आतंकवाद विरोधी शीर्ष जानकार और दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञों ने हाफिज को रिहा किए जाने की आलोचना करते हुए कहा कि पाकिस्तान का प्रमुख गैर नाटो सहयोगी का दर्जा रद्द करने का वक्त आ गया है।

एक वरिष्ठ विशेषज्ञ ब्रूस रीडल ने कहा, मुंबई में 26/11 हमले के नौ साल बीत गए, लेकिन अब तक इसका मास्टरमाइंड न्याय के घेरे से बाहर है। पाकिस्तान का प्रमुख गैरनाटो सहयोगी का दर्जा रद्द करने का वक्त आ गया है।

अमेरिका सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से बढ़ रहे दबाव से घबराया पाकिस्तान अब एक बार फिर हाफिज को किसी दूसरे केस में हिरासत में लिए जाने पर विचार कर रहा है।

सूत्रों की मानें तो सईद पर अब दोबारा कानून का शिकंजा तभी कसा जा सकता है जब पाकिस्तान की सरकार उसके खिलाफ किसी दूसरे केस में कार्रवाई करे।

पाकिस्तान ने पहले ही आशंका जताई थी कि हाफिज सईद की रिहाई से अंतरराष्ट्रीय बिरादरी द्वारा उस पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। शायद इसी कारण अब पाकिस्तान काफी डरा हुआ है और किसी दूसरे केस में हाफिज को हिरासत में लेने पर विचार कर रहा है।

हाफिज ने फिर भारत के खिलाफ उगला जहर

हाफिज सईद ने रिहाई के आदेश के बाद ही भारत के खिलाफ जहर उगला दिया। हाफिज सईद ने एक वीडियो संदेश में कहा कि भारत मेरा कुछ नहीं बिगाड सकता। साथ ही उसने कहा कि मेरी रिहाई से भारत की किरकिरी हुई है, कश्मीर आजाद होकर रहेगा।

हाफिज सईद ने कहा कि हुकूमत और सरकार के अधिकारी सब आकर कह रहे थे कि इसको रिहा नहीं करना लेकिन जजों ने उनकी बात ना सुनकर मेरी रिहाई का हुकुम दिया।

हाफिज सईद ने खुद की रिहाई को पाकिस्तान की आजादी की जीत बताते हुए कहा कि इंशाल्लाह कश्मीर भी आजाद होकर रहेगा। हाफिज सईद ने कहा कि मैं कश्मीर के लिए लड रहा हूं और इसी वजह से भारत मेरे पीछे पडा हुआ है। साथ ही उसने कहा कि भारत की सभी कोशिशें बेकार हो गई और अल्लाह ने मुझे रिहाई दी। साथ ही उसने वीडियो में कहा कि मैं अल्लाह से दुआ करता हूं कि अल्लाह इसमें बरकत अता फरमाए और इस मुल्क की आजादी और कश्मीर की आजादी की खातिर हम भरपूर किरदार अदा करें।

कोर्ट ने दिया था नजरबंदी हटाने का आदेश

आपको बता दें कि पाकिस्तान की एक अदालत ने बुधवार को हाफिज सईद पर लगी नजरबंदी को हटाने का आदेश दिया था। इस साल जनवरी में हाफिज सईद की नजरबंदी शुरू हुई थी। इससे पहले की अदालती सुनवाई के दौरान पंजाब गृह विभाग ने दलील दी थी कि अगर उसे रिहा किया गया तो लोगों की सुरक्षा और सार्वनिक व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा पैदा हो सकता है। सईद पर 2008 के मुंबई हमले की साजिश रचने का आरोप है, जिसमें 166 भारतीय और विदेशी नागरिकों की मौत हो गई थी। भारत लगातार पाकिस्तान से नरसंहार के आरोपी को सजा देने का आग्रह करता रहा है।attacknews

अशोकनगर में अतिक्रमण हटाने गई महिला रेंजर को कुंए में फेंका Attack News 

अशोकनगर(मप्र) 23 नवम्बर । जिले कचनार थाना क्षेत्र में वन विभाग की जमीन से अतिक्रमण हटाने गई महिला अधिकारी को विवाद के बाद अतिक्रमणकारियों ने कथित तौर पर खेत के कुंए में फेंक दिया और फरार हो गए। पुलिस तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है।

जिला पुलिस अधीक्षक धमेन्द्र सिंह भदौरिया ने गुरुवार को बताया कि वनभूमि पर कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण कर खेती करने की सूचना पर वन विभाग की रेंजर मोनिका ठाकुर बुधवार को अपने दल के साथ कचनार थाना क्षेत्र के गांव करमसी गई थीं।

वहां उनका अतिक्रमणकारियों से विवाद हुआ और सतीश शर्मा, रामनिवास शर्मा और रामजीलाल शर्मा ने उन्हें खेत के कुंए में फेंक दिया और वहां से फरार हो गए।

बाद में वनकर्मियों ने रस्सी की सहायता से ठाकुर को सकुशल बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और तलाश में जुटी है।attacknews

तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक का दो पत्ती चुनाव चिन्ह पलानीस्वामी गुट को , शशिकला गुट को झटका Attack News 

नयी दिल्ली, 23 नवंबर । चुनाव आयोग ने अखिल भारतीय अन्नाद्रमुक पलानीस्वामी गुट को वास्तविक अन्नाद्रमुक पार्टी करार देते हुए, दो पत्ती.चुनाव चिन्ह उसे आवंटित कर दिया है।

आयोग के इस फैसले से शशिकला गुट का करारा झटका लगा है।

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री जे जयललिता के निधन के बाद अन्नाद्रमुक में वर्चस्व को लेकर लडाई शुरू हो गयी और उनकी करीबी सहयोगी श्रीमती शशिकला पार्टी की महासचिव बन गयी।

चुनाव आयोग ने गुरुवार को कहा कि एआईएडीएमके पार्टी का दो पत्तियों वाला चुनाव चिन्ह मुख्यमंत्री ई पलानीसामी- ओ पन्नीरसेल्वम के गुट का ही रहेगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि शशिकला गुट चुनाव समिति के फैसले के खिलाफ मद्रास उच्च न्यायालय में केस फाइल कर सकते हैं।एआईएडीएमके के एक वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मैत्रेयन ने कहा, ‘हम हार्ड कॉपी का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयुक्त से मौखिक रूप से जानकारी मिली है कि दो पत्ते का प्रतीक हमें आवंटित कर दिया गया है।

तमिलनाडु के सीएम के पलानीस्वामी ने फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘चुनाव आयोग ने हमारे पक्ष में फैसला दिया है। हम प्रसन्न हैं। इसके लिए बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने हमें समर्थन दिया था।’

विरोधी गुटों के द्वारा भाजपा के साथ नजदीकी का आरोप लगाए जाने को लेकर पलानीस्वामी ने इसका खंडन करते हुए कहा कि, ‘यह गलत है। तथ्य और साक्ष्य हमारे पक्ष में थे। विधायक, सांसद और पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन हमारे साथ था।

ज्ञातव्य है कि दोनों गुओं में पार्टी के चुनाव चिह्न दो पत्ती को लेकर संघर्ष चल रहा था।

दोनों ही गुट पार्टी के चुनाव चिह्न पर अपना दावा कर रहे थे। शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरण ने चुनाव चिह्न और पार्टी पर नियंत्रण पाने की भी कोशिशें की थीं। ज्ञातव्य है कि पूर्व सीएम जयललीता की मौत के बाद पार्टी में फूट पड गई और पार्टी दो गुटों में विभाजित हो गई। attacknews

मध्यप्रदेश के नव-नियुक्त जनसंपर्क आयुक्त पी.नरहरि ने किया कार्यभार ग्रहण Attack News 

भोपाल 23  नवम्बर ।नव-नियुक्त आयुक्त जनसम्पर्क श्री पी. नरहरि ने आज जनसम्पर्क संचालनालय में पदभार ग्रहण किया। स्थानान्तरित आयुक्त जनसम्पर्क श्री अनुपम राजन ने नव-नियुक्त आयुक्त का स्वागत करते हुए उन्हें पदभार सौंपा।

नव-नियुक्त आयुक्त जनसम्पर्क श्री पी. नरहरि ने पदभार ग्रहण करने के पश्चात संचालनालय के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। श्री नरहरि ने संचालनालय की विभिन्न शाखाओं का अवलोकन भी किया।

वीरप्पा मोइली ने कहा:हम कामना करते हैं कि,राहुल गांधी 2019 में प्रधानमंत्री पद संभालेंगे Attack News 

हैदराबाद, 23 नवंबर । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने यहां कहा कि राहुल गांधी के कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनने के बाद भी पार्टी में सोनिया गांधी की भूमिका बनी रहेगी और वह पार्टी का मार्गदर्शन करती रहेंगी।

मोइली ने कहा कि वर्ष 2019 में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए कांग्रेस ‘‘आक्रामक एवं निरंतर कदम’’ उठाएगी। उन्होंने कहा कि वह न केवल पार्टी बल्कि केन्द्र सरकार की बागडोर संभालने के लिए परिपक्व हैं।

उन्होंने कहा कि नेतृत्व में बदलाव पार्टी में सबकुछ बदल देगा लेकिन उन्होंने कहा कि राहुल अपने नेताओं की बुद्धिमत्ता और युवा जज्बे पर विचार करेंगे।

मोइली ने कहा, ‘‘हम कामना करते हैं कि वह 2019 में प्रधानमंत्री पद संभालेंगे। इसके लिए, जो भी कदम उठाने की जरूरत होगी….आक्रामक कदम…. निरंतर कदम, वे पार्टी में उठाए जाएंगे।’’

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अगले लोक सभा चुनावों में न केवल राहुल गांधी को पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा बल्कि वह ‘‘2019 में प्रधानमंत्री बनेंगे।’’

उन्नीस साल कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के बाद इसे छोड़ रहीं सोनिया गांधी की ‘‘विरासत’’ के बारे में पूछे जाने पर मोइली ने कहा, ‘‘यह मत भूलिये कि वह एक मां हैं और वह पार्टी की भी मां हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी भूमिका कम नहीं होगी और वह हमेशा कांग्रेस के साथ रहेंगी तथा हम सभी का मार्गदर्शन करेंगी।’’ कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके मोइली ने कहा कि राहुल गांधी का एक नेता के रूप में अपना एक नजरिया है और जनता उन्हें बहुत उम्मीद से देख रही है।

मोइली ने कहा, ‘‘वह :राहुल: बीते वर्षों में काफी परिपक्व हुए हैं और एक अनुभवी सांसद हैं। वह बहुत प्रशिक्षित और बहुत पारदर्शी नेता होने के साथ बहुत ऊर्जावान हैं।’’ उन्होंने कहा कि राहुल का पार्टी अध्यक्ष बनना बहुत जरूरी था और वह ‘‘सही समय पर पद संभाल रहे हैं।’’ राहुल गांधी :47: गुजरात विधानसभा चुनावों से एक दिन पहले पांच दिसंबर को अपनी मां सोनिया से पार्टी की बागडोर संभालेंगे।attacknews

इराकी बलों ने IS के अंतिम ठिकाने पर कब्जा करने का अभियान शुरू किया Attack News 

बगदाद, 23 नवंबर (एएफपी) इराकी बलों ने सीरिया की सीमा से सटे पश्चिमी रेगिस्तान से आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट :आईएस: के बचे हुए लड़ाकों को समाप्त करने के लिए आज बड़ा अभियान शुरू किया।

सैनिकों और अर्द्धसैनिक बलों द्वारा घाटियों और सभी शहरी क्षेत्रों से जेहादियों का सफाया करने के बाद अब पश्चिमी क्षेत्र में इनके अंतिम ठिकानों पर कब्जा करने की तैयारी है।

संयुक्त अभियान कमान के प्रमुख जनरल अब्देलामीर याराल्लाह ने एक बयान में कहा कि इराकी सेना, संघीय पुलिस और अर्द्धसैनिक इकाइयों हाशेद अल शाबी ने आज सुबह सालाहद्दीन, नीनेवेह और अनबार प्रांतों में फैले अल जजीरा क्षेत्र से जेहादियों का सफाया करने का अभियान शुरू किया।attacknews

नरेन्द्र मोदी ने कहा:लोकतांत्रिक विश्व में साइबर हमले एक बड़ा खतरा है Attack News 

नयी दिल्ली, 23 नवंबर :भाषा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साइबर स्पेस को आतंकवाद और कट्टरपंथ का मैदान बनने के खतरे को रोकने के लिये दुनिया के देशों के बीच सूचना के आदान प्रदान और समन्वय स्थापित करने की अपील की । उन्होंने कहा कि निजता और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच बारीक संतुलन बनाया जा सकता है।

‘‘वैश्विक साइबर स्पेस सम्मेलन’’ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इंटरनेट अपने आप में समावेशी प्रकृति का है । लेकिन खुले और सुलभ इंटरनेट की खोज अक्सर खतरे को बुलावा देती है। वेबसाइट की हैकिंग और उसे विकृत बनाने की खबरें तो छोटी बात हैं । इनसे स्पष्ट होता है कि साइबर हमले एक बड़ा खतरा हैं विशेष तौर पर लोकतांत्रिक विश्व में । हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हमारे समाज के संवेदनशील वर्ग साइबर अपराधियों के दुष्ट साजिशों के जाल में नहीं फंसें । हमें इसके लिये सजग रहने की जरूरत है । मोदी ने कहा कि इसके लिए इस बात पर काफी ध्यान देने की जरूरत है कि साइबर खतरों से निपटने के वास्ते हमारे पास अच्छी तरह से प्रशिक्षित और सक्षम पेशेवर हों ।

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष मई और जून में वैश्विक स्तर पर साइबर हमले में 3,00,000 कम्प्यूटर प्रभावित हुए । इसके कारण बैंकों, बहुराष्ट्रीय कंपनियों और कई प्रतिष्ठानों का कामकाज बाधित हुआ । उन्होंने कहा कि ‘‘हैकिंग’’ शब्द ने आज रोमांचक रूप ले लिया है, हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि साइबर सुरक्षा हमारे युवाओं के कैरियर के लिये आकर्षक और व्यवहार्य विकल्प बने । मोदी ने कहा कि इसी के साथ सभी देशों को यह जिम्मेदारी लेना सुनिश्चित करना चाहिए कि डिजिटल स्पेस आतंकवाद और कट्टरपंथ की अंधकारपूर्ण ताकतों का मैदान नहीं बनना चाहिए । सूचनाओं का आदान प्रदान और सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल इस खतरे के सतत रूप से बदलते स्वरूप से निपटने के लिये महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि देशों को इस बात की जिम्मेदारी लेना सुनिश्चित करना चाहिए कि डिजिटल स्पेस आतंकवाद और कट्टरपंथ का मैदान नहीं बने । साइबर योद्धाओं को ऐसे साइबर हमलों के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस खतरे के सतत रूप से बदलते स्वरूप से निपटने के लिये सुरक्षा एजेंसियों के बीच सूचनाओं का आदान प्रदान और समन्वय करना जरूरी है।

दुनिया के अनेक देशों के प्रतिनिधियों एवं साइबर विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर एक तरफ हम निजता और खुलेपन के बीच बारीक संतुलन बनाने के साथ साथ दूसरी तरफ राष्ट्र की सुरक्षा मजबूत कर सकेंगे । इसके अलावा हम एकसाथ मिलकर वैश्विक एवं मुक्त व्यवस्था और हर देश से जुड़ी कानूनी जरूरतों के विषय पर हमारे मतभेदों को दूर कर सकेंगे ।

मोदी ने कहा कि सरकार डिजिटल पहुंच के माध्यम से लोगों का सशक्तिकरण करने के लिए प्रतिबद्ध है और आधार की मदद से सब्सिडी को लक्षित लोगों तक बेहतर तरीके से पहुंचाने से दस अरब डालर की राशि बचाने में मदद मिली हैattacknews

राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के लिए सरकार फिर से विधेयक पेश करेगी Attack News 

नयी दिल्ली, 23 नवंबर । सरकार राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा प्रदान करने के लिये संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में फिर विधेयक पेश करेगी। शीर्ष सरकारी अधिकारियों ने आज यह बात बतायी ।

अधिकारियों ने बताया कि यह कदम राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग :एनसीबीसी: को अन्य पिछड़ा वर्ग के हितों की रक्षा के लिये पूर्ण अधिकार प्रदान करने में मददगार होगा ।

एक अधिकारी ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर बताया कि सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग के लिये समानता और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध है और संसद के आसन्न सत्र में इस विधेयक को लाने का निर्णय किया है।

उल्लेखनीय है कि प्रस्तावित विधान को ओबीसी समुदाय के मतदाताओं पर पकड़ मजबूत बनाने के भाजपा के कदम के रूप में देखा जा रहा है ।

अधिकारियों ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिये राष्ट्रीय आयोग के समकक्ष दर्जा प्रदान करने के लिये सरकार ने पहले एक विधेयक पेश किया था ।

प्रस्तावित संविधान संशोधन विधेयक पहले लोकसभा में पेश किया गया जहां यह पारित हो गया । लेकिन राज्यसभा में यह कुछ संशोधनों के साथ पारित हुआ । इसके कारण विधेयक के दो तरह के प्रारूप दोनों सदनों से पारित हुए । ऐसे में अब विधेयक को लोकसभा में फिर से पेश किया जायेगा ।attacknews

ब्रिटेन में फिल्म पद्मावती को मंजूरी मिलने के बाद भी निर्माता भारतीय सेंसर की अनुमति के बिना रिलीज नहीं करेंगे Attack News 

मुंबई/ लंदन, 23 नवंबर। ब्रिटेश बोर्ड ऑफ फिल्म क्लासिफिकेशन (बीबीएफसी) ने फिल्म ‘पद्मावती’ से बिना कोई दृश्य हटाए उसे रिलीज किए जाने की अनुमति दे दी है लेकिन निर्माताओं का कहना है कि वह भारतीय सेंसर बोर्ड की मंजूरी के बिना इसे अभी कहीं भी रिलीज नहीं करेंगे।

फिल्मकार संजय लीला भंसाली की फिल्म को बीबीएफसी ने 12ए रेटिंग दी है, जिससे ब्रिटेन की जनता उसे बिना किसी बदलाव (फिल्म से बिना कोई दृश्य हटाए) देख पाएगी। 12ए रेटिंग के तहत फिल्म को 12 से कम उम्र के बच्चे अपने अभिभावकों के बिना नहीं देख सकते।

ब्रिटिश सेंसर बोर्ड की आधिकारिक वबेसाइट पर ‘‘पद्मावती को 12(ए)’’ प्रमाणपत्र दिए जाने की जानकारी दी गई है।

वेबसाइट पर कहा गया,‘‘फिल्म से किसी भी दृश्य को नहीं हटाया गया है।’’ बहरहाल, ‘वायकॉम18’ से जुड़े सूत्र ने कहा कि वे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) की मंजूरी के बिना फिल्म को दुनिया में कहीं भी रिलीज करने की योजना नहीं बना रहे हैं।

‘पद्मावती’ में दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म का निर्माण ‘‘वायकॉम18’’ और भंसाली प्रोडक्शन्स ने मिलकर किया है। सूत्र ने कहा, ‘‘फिल्म से बिना कोई दृश्य हटाए ब्रिटेन सेंसर बोर्ड ने उसे पास कर दिया है। लेकिन हम भारत में इसके सेंसर बोर्ड द्वारा पास किए जाने का इंतजार कर रहे हैं। तब तक, हम कहीं भी फिल्म रिलीज नहीं करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘फिल्म को एक दिसंबर को रिलीज होना था, अभी 50 से अधिक देश हैं जहां यह (फिल्म के प्रमाणन की) प्रक्रिया जारी है।’’ विभिन्न राजपूत समूह और राजनेता ‘पद्मावती’ का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने भंसाली पर इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है।

कई समूह फिल्म में राजपूत रानी पद्मिनी और अलाउद्दीन खिलजी के बीच प्रेम संबंध दिखाए जाने वाले स्वप्न दृश्य होने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

बहरहाल, भंसाली ने एक वीडियो संदेश जारी कर इसे महज एक अफवाह करार दिया है।

इतिहासकारों के बीच पद्मिनी के अस्तित्व को लेकर भी टकराव है।

फिल्म को पहले एक दिसंबर को रिलीज होना था लेकिन विवाद के बाद इसकी रिलीज आगे बढ़ा दी गई।attacknews

ब्रिटेन में बिना कट के फिल्म पद्मावती पास,यूके में 1 दिसम्बर को होगी रिलीज Attack News 

नई दिल्ली 23 नवम्बर ।संजय लाली भंसाली की फिल्‍म ‘पद्मावती’ को लेकर भारत में जबरदस्‍त विरोध हो रहा है। कई संगठन इसके रिलीज के विरोध में मरने-मारने को तैयार बैठे हैं, लेकिन ब्रिटिश सेंसर बोर्ड ने फिल्‍म को रिलीज होने की मंजूरी देदी है। ब्रिटिश में ‘पद्मावती’ को 1 दिसंबर को रिलीज करने की इजाजत मिल गई है।

हैरानी की बात यह है कि ब्रिटिश बोर्ड ऑफ फिल्‍म सर्टिफिकेशन (बीबीएफसी) ने बिना किसी कट के फिल्म को पास कर दिया है। बोर्ड को इसमें एक सिंगल कट लगाने की भी जरूरत महसूस नहीं हुई।

बीबीएफसी ने1 दिसंबर को यूनाइटेड किंगडम में आधिकारिक रिलीज के लिए फिल्म को पारित किया है। इसकी जानकारी देते हुए उन्‍होंने लिखा- बिना किसी कट के फिल्‍म को पास कर दिया गया है।

यूके में ‘पद्मावती’ को 12A सर्टिफिकेट दिया है। इसका मतलब यह है कि दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्‍टारर इस फिल्‍म को 12 साल और उससे ऊपर की उम्र वाले लोग देख सकते हैं।

बीबीएफसी ने ‘पद्मावती’ को सर्टिफिकेट देते हुए फिल्‍म के बारे में लिखा कि यह एक हिंदी भाषा की एपिक ड्रामा फिल्‍म है, जिसमें एक सुल्तान, राजपूत रानी को पकड़ने के लिए आक्रमण करता है।attacknews

रूस के राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन का सामना करेगी पोर्न स्टार ऐलेना बर्कोवा Attack News 

रूस 23 नवम्बर । चुनाव की सरगर्मियों से तो हर कोई वाकिफ है. चुनाव प्रचार में ग्लैमर का तड़का लगाने के लिए बॉलीवुड के कलाकारों को भी उतारा जाता रहा है. लेकिन अगर चुनाव में कोई पोर्न स्टार उतर जाए तो उस चुनाव प्रचार की क्या सरगर्मियां होंगी, या फिर पोर्न स्टार के सामने उतरे अन्य नेताओं की स्थिति क्या होगी, अंदाजा ही लगाया जा सकता है. ऐसा कुछ इन दिनों रूस में हो रहा है.

रूस में अगले साल की शुरूआत में राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं. चुनावों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं.  ऐलेना रूस के मशहूर रियलिटी टीवी शो ‘डोम-2’ की एंकरिंग भी कर चुकी हैं।

व्लादिमीर पुतिन वर्तमान राष्ट्रपति हैं और होने वाले चुनावों में वे फिर से दावा पेश करने जा रहे हैं.

पुतिन के सामने अन्य दलों ने भी चुनौती दी है, इस चुनौती में ग्लैमर का तड़का लगाया है ऐलेना बर्कोवा ने.

ऐलेना इस चुनाव में खड़ी होने वाली चौथी महिला उम्मीदवार बनने जा रही हैं.

ऐलेना बर्कोवा एक मशहूर मॉडल है और पोर्न स्टार रह चुकी है. बर्कोवा ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि वे फिल्म निर्माता वेनस्टेन से तंग आ गई है, वेनस्टेन पर यौन उत्पीड़न के कई आरोप लगे हुए हैं. ऐलेना बर्कोवा रूस की मशहूर मॉडल और टीवी एंकर भी रह चुकी हैं.

मुर्मान्स्क शहर की रहने वाली 32 वर्षीय ऐलेना इससे पहले भी चुनाव लड़ चुकी हैं. 2009 में ऐलेना ने मेयर पद के लिए चुनाव लड़ा था, उस समय वह राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए छोटी थी.

यहां राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की उम्र कम से कम 35 साल होनी चाहिेए. बर्कोवा ने 2004 में पोर्न फिल्मों की दुनिया में कदम रखा था. इंस्टाग्राम पर उसके करीब 7 लाख प्रशंसक हैं.

पोर्न फिल्मों के बाद ऐलेना ने रियलिटी टीवी शो ‘डोम-2’ में कदम रखा था. लेकिन इसके बाद ड्रग्स रखने के आरोप में उसे तीन साज कैद की सजा भी हुई थी.

ऐलेना ड्रग्स रखने के आरोप में जेल की सजा भी काट चुकी है।

चुनावी वादे: ऐलेना ने अपने चुनावी वादों में महिलाओं पर होने वाले यौन उत्पीड़न को प्रमुखता दी है-

– 40 सेंटीमीटर से लंबी स्कर्ट पहनना माना जाएगा अपराध.
– नहीं होगा मर्दों को तलाक देने का अधिकार, बनाया जाएगा अलग कानून.
– यौन उत्पीड़न करने वाले व्यक्ति को मिलेगी कड़ी सजा, सरेआम होगी फांसी.
– अनिवार्य होगी सेक्स एजुकेशन और इसका एक्जाम भी पास करना होना जरूरी. 

जिम्बाब्वे के नए राष्ट्रपति एमर्सन नांगाग्वा शुक्रवार को लेंगे शपथ Attack News 

हरारे। 23 नवम्बर ।जिम्बाब्वे में रॉबर्ट मुगाबे के उत्तराधिकारी के रूप में एमर्सन नांगाग्वा शुक्रवार को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। नांगाग्वा इस समय देश से बाहर हैं और राजधानी हरारे में स्वागत के लिए तैयार उनके समर्थक अपने नेता की वापसी का इंतजार कर रहे हैं।

दो हफ्ते पहले मुगाबे की पत्नी ग्रेस से मतभेद गहरा जाने पर नांगाग्वा उप राष्ट्रपति पद से बर्खास्त कर दिए गए थे। इसके बाद वह सुरक्षा कारणों से देश छोड़कर दक्षिण अफ्रीका चले गए थे। संसद के स्पीकर जैकब मुदेंदा ने बताया कि सत्तारूढ़ जानू-पीएफ पार्टी ने उन्हें जानकारी दी है कि राष्ट्रपति पद के लिए नांगाग्वा का नाम तय किया गया है।

मंगलवार को रॉबर्ट मुगाबे (93) के इस्तीफा देने से राष्ट्रपति पद खाली हुआ था। मुगाबे ने जनता, पार्टी और अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के दबाव के बाद पद से इस्तीफा दिया था। उससे एक सप्ताह पहले सेना ने उनके अधिकार छीनते हुए उन्हें आवास में ही नजरबंद कर दिया था।

मुगाबे के इस्तीफे पर उनकी पार्टी ने कहा है कि वयोवृद्ध नेता को अब विश्राम की भूमिका में आ जाना चाहिए। पार्टी और देश उनके योगदान को कभी नहीं भूलेगा। जिंबाब्वे के सबसे नजदीकी सहयोगी चीन ने मुगाबे के इस्तीफे का स्वागत किया है।

कहा है कि जिंबाब्वे की आजादी और उसके निर्माण में मुगाबे का सबसे बड़ा योगदान है। चीन के वह अच्छे मित्र थे और रहेंगे।

इससे पहले मुगाबे के इस्तीफे से उत्साहित लोग इस बार बैंड-बाजे के साथ हरारे की सड़कों पर उतरे और अपनी खुशी का इजहार किया।

सेना के प्रतिकार से छिनी सत्ता-

ब्रिटिश सत्ता के विरुद्ध आंदोलन चलाकर जिंबाब्वे को आजाद कराने का श्रेय मुगाबे को है। 1980 में आजादी के बाद 37 साल तक मुगाबे देश की सत्ता पर काबिज रहे। बढ़ती उम्र के साथ उनकी सक्रियता कम होती गई।

इस बीच पत्नी ग्रेस (52) के पर्दे के पीछे से सरकार चलाने से विवाद पैदा होते रहे और देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ती चली गई। इसी से पनप रहे जनाक्रोश के बीच उप राष्ट्रपति पद से नांगाग्वा की बर्खास्तगी हुई। कभी रक्षा मंत्री रहे नांगाग्वा के इस अपमान का प्रतिकार सेना ने मुगाबे को नजरबंद करके किया।