जम्मू-कश्मीर में मारे गए 170 आतंकवादी Attack News 

जम्मू 8 नवम्बर । जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने इस वर्ष करीब 170 आतंकवादियों को मार गिराया और इनमें अधिकतर घाटी में सक्रिय शीर्ष कमांडर थे। यह जानकारी बुधवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसपी वैद्य ने दी।

मारे गए आतंकवादियों में मसूद अजहर का भतीजा ताल्हा राशिद, जैश ए मोहम्मद का महमूद भाई, लश्कर ए तैयबा का अबु दुजाना और वसीम शाह के साथ ही बुरहान वानी का उत्तराधिकारी हिज्बुल मुजाहिदीन का सब्जार अहमद भट शामिल है। वैद्य ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि इस वर्ष केवल कश्मीर में करीब 170 आतंकवादी मारे गए। चार-पांच शीर्ष कमांडरों को छोड़कर अन्य शीर्ष आतंकवादियों को मार गिराया गया है।’’

उन्होंने कहा कि सेना, सीआरपीएफ और पुलिस सहित सुरक्षा बलों ने कश्मीर में आतंकवादियों की तलाश तेज कर दी है।

पुलिस प्रमुख ने कहा, ‘‘जहां तक ‘ऑपरेशन आलआउट’ की बात है, काफी सफलता मिली है। श्रेय उन अधिकारियों और जवानों को जाता है जो बाहर क्षेत्र में काम करते हैं।’’

उन्होंने कहा कि पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के बीच काफी अच्छा समन्वय है और दावा किया कि कुछ को छोड़कर ‘‘हिज्बुल और लश्कर ए तैयबा के अधिकतर शीर्ष नेतृत्व को खत्म कर दिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि हाल में जैश ए मोहम्मद द्वारा आत्मघाती हमले की नयी घटना देखी गई।

उन्होंने कहा, ‘‘आत्मघाती हमले करने में जेईएम का बड़ा हाथ रहा है, जो नयी घटना है लेकिन सुरक्षा बल और पुलिस इस चुनौती का सामना कर रहे हैं। आतंकवादियों का उत्साह बढ़ाने के लिए सीमा पार से उनका मनोबल बढ़ाने का यह प्रयास है।’’

सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘सीमा पर नियंत्रण कायम करने और घुसपैठ रोकने में सेना बड़ा काम कर रही है। हमें काफी सफलता मिली है। चूंकि सीमा पर स्थितियां कठिन हैं, इसलिए कुछ लोग घुस जा रहे हैं। लेकिन अंदरूनी इलाकों में उनका खात्मा किया जा रहा है।’’

उन्होंने कहा कि दिसम्बर में हिमपात होता है और दर्रे बंद होने लगते हैं इसलिए सीमा पार से प्रयास किया जा रहा है कि इससे पहले ज्यादा से ज्यादा आतंकवादियों की घुसपैठ कराई जा सके।attacknews

उन्होंने कहा, ‘‘हम अपना अभियान जारी रखेंगे और जल्द ही कश्मीर में शांति स्थापित होगी। काफी कुछ किया जा चुका है। मुझे उम्मीद है कि चीजें और सुधरेंगी।’’ पुलिसकर्मियों के आतंकवाद में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि इस तरह के दो मामले उनके संज्ञान में आए।

वैद्य ने कहा, ‘‘हम कारणों पर गौर कर रहे हैं। कई कारण हैं। पुलिस भी इसी समाज का हिस्सा है और वह प्रभावित हो सकती है। वे भी इसी समाज, इन्हीं गांवों में रहते हैं। यह गंभीर चुनौती नहीं है। पुलिस बल को आतंकवादियों से बचाने के लिए हमने कुछ कदम उठाए हैं।’’

लुटेरी दुल्हनों ने तबाह किये मध्यप्रदेश और राजस्थान के कई परिवार,सरगना गिरफ्तार Attack News 

इंदौर 8 नवम्बर । फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शादी कराने वाले गिरोह के सरगना को पुलिस ने गिरफ्तार किया। महाराष्ट्र की लड़कियों की शादी मध्य प्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग शहरों में कराने के लिए 70 हजार से एक लाख रुपए तक लिए जाते थे।

शादी के बाद कुछ दिनों तक रुकने के बाद लुटेरी दुल्हनें ससुराल से नकदी और सोने चांदी के जेवर लेकर फरार हो जाती थी। पूछताछ के बाद पुलिस इन लुटेरी दुल्हनों की तलाश में जुट गई हैं। पकड़ा गया आरोपी अजय वर्मा फर्जी शादियों का सौदागर है, उसने अब तक आधा दर्जन से ज्यादा घरों को शादियों के नाम पर उजाड़ा दिया हैं।

गिरोह की लुटेरी दुल्हनों से मध्यप्रदेश समेत राजस्थान के कई शहरों में फर्जी शादियां करवा कर आरोपी ने लाखों रुपए की ठगी की है। आरोपी ने कबूल किया है कि गिरोह में शामिल लुटेगी दुल्हनें शादी करने के पहले डिमांड करती थी। ससुराल और लड़के के मुताबिक शादी की कीमत तय की जाती थी।

शादी के बाद सुसराल में 8 से 15 दिन रुकने के एवज में दुल्हनें 50 हजार रुपए की डिमांड करती थी। उसके बाद 70 से 1 लाख रुपए लेकर अजय शादियां करवा देता था। ज्यादातर युवतियां महाराष्ट्र की गिरोह में शामिल हैं। आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि अब तो उसने आधा दर्जन से ज्यादा शादियां मध्यप्रदेश औऱ राजस्थान के अलग अलग शहरों में करवाई हैं।attacknews

एएसपी क्राइम ब्रांच अमरेंद्र सिंह ने बताया कि छोटी ग्वालटोली थाने में फर्जी दस्तावेज के आधार पर शादी कराने वाले गिरोह के खिलाफ केस दर्ज था। पहले पकड़े गए तीन आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि गिरोह का मास्टरमाइंड मध्यप्रदेश के आष्टा निवासी अजय वर्मा हैं। सूचना मिली थी कि वह इंदौर में हैं, जिसके बाद सरगना को पकड़ा गया है।

पूछताछ में पता चला है कि आरोपी अब तक आधा दर्जन से ज्यादा फर्जी शादियां करवा चुका हैं। एक शादी के एवज में 80 हजार से एक लाख रुपए लेता था। शादी के बाद गिरोह में शामिल लुटेगी दुल्हनें कुछ दिन ससुराल में रुकती थी। बाद में मौका देखकर वहां से अपना सामान समेट कर वहां के गहने और नकदी लेकर फरार हो जाती थी।

हैरान करने वाली बात यह है कि इन सभी लुटेरी दुल्हनों के फर्जी पहचान पत्र शादी के पहले तैयार किए जाते थे, जिसके कारण ज्यादतर मामलों की शिकायतें नहीं हो पाती थी।

पुलिस की मानें तो इसके पहले भी इस तरह का गिरोह इंदौर में पकड़ा जा चुका है। लेकिन यह गिरोह इस तरह के काम करने में माहिर हैं। इस गिरोह में शामिल महिलाओं की संख्या भी ज्यादा हैं। पुलिस अब शामिल महिलाओं की तलाश में जुट गई हैं, जिनके पकड़े जाने के बाद आशंका है कि कई चौंकाने वाले खुलासे होंगे।

इंदौर के अनाज व्यापारी को कार में ही जिंदा जलाकर कर दिया खाक Attack News 

इंदौर 8 नवम्बर । व्यापारी का कंकाल उसकी कार की डिक्की में मिला । उसे जिंदा जलाकर हत्या किये जाने की बात कही जा रही । व्यापारी को इंदौर से 200 किमी दूर ले जाकर हत्या कर दी गई । पुलिस ठेकेदार समेत 3 संदिग्धों से पूछताछ कर रही हैं।

व्यापारी सोमवार शाम अपने हाॅस्टल के ठेकेदार से मिलने का बोलकर घर से निकला था। सड़क किनारे पूर तरह जली हुई कार इंदौर के अनाज व्यापारी अनिल जैन की हैं। वह सोमवार शाम 6 बजे से लापता थे। जैन का शव 200 किलोमीटर पेट्रोल पंप के पास सनावद गांव से लगे बायपास पर मिला हैं। हत्यारों ने पहले हत्या की और फिर कार की डिक्की में शव रखकर कार को जला दिया। अनाज व्यापारी अनिल जैन भंवरकुआं थाना क्षेत्र से सोमवार शाम अपने हॉस्टल निर्माण का काम देखने वाले ठेकेदार दिलीप से मिलने का बोलकर घर से निकले थे।attacknews

रात 10 बजे तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने थाने पर उनकी गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। अनिल जैन के बेटे के मुताबिक उसके पिता से उनके मोबाइल पर घटना वाले दिन शाम साढ़े सात बजे फोन लगाया था लेकिन फोन काट दिया गया। यही हाल करीब साढ़े 8 बजे भी हुआ, लेकिन उसके बाद फोन बंद हो गया, जिसके बाद थाने पहुंचकर रिपोर्ट करवाने की कोशिश की तो पुलिस ने सुबह आने को कहा, आला अधिकारियों को शिकायत करने के बाद डेढ़ बजे थाने पर गुमशुदगी दर्ज हुई थी।

बेटे का आरोप है कि मंगलवार सुबह करीब साढ़े 12 बजे पुलिस ने सूचना दी थी कि जिस कार से उसके पिता घर से निकले थे, वह कार जली हुई हालत में सनावद के पास मिली हैं, जिसके बाद परिजन वहां पहुंचे और कार से साथ व्यापारी की शिनाख्त हो पाई। इस बीच वहां के पुलिस स्टेशन, पेट्रोल पंप और फायर विभाग में जानकारी लेने पर पता चला कि कार को सोमवार रात 12 बजे ही जला दिया गया था।

कार में आग लगने की सूचना पर दमकल की टीम ने कार की आग तो बुझा दी, लेकिन कार को चैक नहीं किया गया। यहीं नहीं घटनास्थल के नजदीक शक्ति पेट्रोल पंप संचालक ने भी सुबह वहां के पुलिस कंट्रोल रुम को सूचना दी थी। उसके बाद सुबह 10 बजे मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने भी कार को चेक नहीं किया। करीब साढ़े 12 बजे दोबारा वहां की पुलिस ने जब कार चेक किया तो उसकी डिक्की में जला हुआ कंकाल मिला।

कार में कंकाल होने की सूचना सनावद पुलिस ने भंवरकुआ थाने पर दी थी, जिसके बाद पुलिस टीम और परिजन यहां से रवाना हुए। परिजनों के मुताबिक पहली बार ही आग बुझाने के दौरान कार को चेक कर लिया जाता तो पूरे मामले की जानकारी सामने आ जाती। बेटे ने आरोप लगाया कि उसके पिता की हत्या की गई हैं। पुलिस की लगातार लापरवाही चल रही हैं, पुलिस अगर समय पर रियेक्ट करती को शायद ऐसा नहीं होता।

एएसपी धनंजय शाह ने बताया कि शव को इंदौर लाकर पोस्टमार्टम के लिए एमवाय हॉस्पिटल में रखवाया गया । गुमशुदगी दर्ज करने के बाद ही आसपास के जिलों में कार नंबर समेत व्यापारी की सूचना प्रसारित कर दी गई थी। प्राथमिक तौर पर स्पष्ट हो गया है कि व्यापारी की हत्या की गई हैं। इस पूरे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए घटना की कड़ियों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा हैं। संदेही ठेकेदार समेत दो अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही हैं।

अनिल जैन के हॉस्टल के निर्माण का काम ठेकेदार दिलीप देखता था। उसी से मिलने के लिए जैन उसके घर मुसाखेड़ी गया था, जिसके बाद वह घर नहीं लौटा। पुलिस को आशंका है कि अनिल जैन और ठेकेदार दिलीप के बीच रुपयों के देनदेन को लेकर विवाद था, जिसके चलते दिलीप ने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर अनिल जैन की हत्या कर दी हैं। पुलिस अब इस पूरे मामले का जल्दी खुलासा करने की बात कह रही हैं।

हिन्दी में सबसे बड़ा उपन्यास लिखने वाले साहित्यकार मनु शर्मा का निधन Attack News  

नयी दिल्ली, आठ नवंबर । वरिष्ठ साहित्यकार और हिन्दी में सबसे बड़ा उपन्यास लिखने वाले मनु शर्मा का आज सुबह वाराणसी में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे।

शर्मा का उपन्यास ‘‘कृष्ण की आत्मकथा’’ आठ खण्डों में आया है और इसे हिन्दी का सबसे बड़ा उपन्यास माना जाता है। इसके अलावा उन्होंने हिन्दी में तमाम उपन्यासों की रचनाएं की।

शर्मा के पुत्र हेमंत शर्मा ने बताया कि उनके पिता का आज सुबह साढ़े छह बजे वाराणसी स्थित आवास पर निधन हुआ। उन्होंने बताया कि शर्मा का कल अंतिम संस्कार वाराणसी में किया जाएगा।attacknews

उनका जन्म 1928 को शरद पूर्णिमा को फैजाबाद के अकबरपुर में हुआ था। उन्होंने हिन्दी में कई उपन्यास लिखे जिनमें ‘‘कर्ण की आत्मकथा’’, ‘‘द्रोण की आत्मकथा’’, ‘‘द्रोपदी की आत्मकथा’’, ‘‘के बोले मां तुमि अबले’’, ‘‘छत्रपति’’, ‘‘एकलिंग का दीवाना’’, ‘‘गांधी लौटे’’ काफी विख्यात हुए। उनके कई कहानी संग्रह और कविता संग्रह भी आये। शुरूआत में वह हनुमान प्रसाद शर्मा के नाम से लेखन करते थे।

शर्मा को उत्तर प्रदेश सरकार के सर्वोच्च सम्मान ‘यश भारती’ से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें गोरखपुर विश्वविद्यालय से मानद डीलिट. की उपाधि से भी सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें तमाम पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘‘स्वच्छ भारत अभियान’’ के तहत जिन प्रारंभिक नौ लोगों को नामित किया था उनमें से एक मनु शर्मा भी थे।

आम आदमी पार्टी रघुराम राजन को बनाएगी राज्यसभा सांसद Attack News 

नई दिल्ली 8 नवम्बर । पिछले कुछ महीने से आम आदमी पार्टी में चल रही आतंरिक कलह के बीच चौंकाने वाला फैसला सामने आ सकता है।

आशंका जताई जा रही है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन को आम आदमी पार्टी राज्यसभा भेज सकती है।attacknews

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से राज्य सभा की तीन सीटें है, जिनके लिए जनवरी में चुनाव होने वाले है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आम आदमी पार्टी रघुराम राजन के साथ संपर्क बनाए हुए है। ऐसे में माना जा रहा है कि आप की ओर से उन्हें राज्य सभा भेजा जा सकता है। आप के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी ने यह फैसला लिया है कि हमारी पार्टी के किसी नेता को राज्य सभा नहीं भेजा जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाली मशहूर हस्तियों को उच्च सदन भेजा जाएगा।

पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन से भी इस पर चर्चा चल रही है, लेकिन अभी तक इसे लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। पार्टी के कुछ नेता राज्य सभा सीट की उम्मीद लगाए हैं और किसी बाहरी को उच्च सदन भेजे जाने पर बवाल होना तय है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास की नाराजगी की खबरें इस साल के शुरुआत से ही आ रही हैं। अभी दिल्ली विधानसभा में 70 में से 66 विधायक आम आदमी पार्टी के हैं। दिल्ली से राज्य सभा की 3 सीटें आप के खाते में हैं, जिन पर जनवरी 2018 में चुनाव होना है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वीकारा : पंजाब में सक्रिय हैं ISI और विदेश में बैठे आतंकवाद के साजिशकर्ता Attack News 

चंडीगढ़ 8 नवम्बर । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब पुलिस द्वारा 4 व्यक्तियों को गिरफ्तार करके जगदीश गगनेजा की हत्या केस सहित निश्चित करके किये गए कत्ल के बहुत से मामलों को हल करने का ऐलान किया। इसे मुख्य मंत्री ने आई.एस.आई द्वारा पाकिस्तान और अन्य देशों में अपने नैटवर्क द्वारा राज्य की सदभावना को भंग करके अस्थिरता पैदा करने के लिए बड़ी साजिश का खुलासा भी किया।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि चाहे राज्य सरकार ने आर.एस.एस के राज्य के उप प्रधान ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा के कत्ल का केस सी.बी.आई को सौंप दिया था परंतु राज्य पुलिस द्वारा दहशतगर्द गिरोह बेनकाब करके इस कत्ल के केस की गुत्थी भी सुलझा ली गई है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि उनकी सरकार बनने के बाद दहशती गिरोह को काबू करने की यह आठवीं घटना है।

प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान पुलिस जांच और संदिग्धों से पूछताछ का जि़क्र करते हुये मुख्यमंत्री ने बताया कि इन गिरफ्तारियों से बीते महीने मारे गए एक अन्य आर.एस.एस नेता रवीन्द्र गुसाईं के कत्ल के केस को भी हल कर लिया गया है। यह गिरफ्तारियां जनवरी, 2016 से लुधियाना, खन्ना और जालंधर में लक्षित कर किये गए कत्लों के बहुत से मामलों के साथ संबंधित हैं।

मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि गिरफ्तार किये गए साजि़शकत्र्ताओं में धर्मेंद्र उर्फ गुगनी नाम का एक गैंगस्टर भी शामिल है जो नाभा ज़ैल में बंद है और इसके साथ गर्मख्यालियों और गैंगस्टरों के बीच सांठ-गाँठ का शक सही साबित होता है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विस्तार में जानकारी देते हुये कहा कि 4 साजि़शकारों से की गई पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि वे विदेशों में विभिन्न स्थानों पर मिले और उनको प्रशिक्षण दिया गया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इन्होंने यह भी खुलासा किया है कि वे पाकिस्तान और कुछ पश्चिमी देशों में साजि़शकर्ताओं के साथ बातचीत करने के लिए इनक्रिप्टिड (गुप्त संदेश) मोबाइल सॉफ्टवेयर या एप भी प्रयोग करते थे।

मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आई.एस.आई की नजऱें हमेशा ही देश की अमन-शांति को भंग करने और नौजवानों को गर्मख्याली के रास्ते पर डालने की तरफ रही हैं। उन्होंने कहा कि सूबा सरकार किसी भी कीमत पर पंजाब की अमन -शान्ति और सदभावना में विघ्न डालने की इजाज़त नहीं देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मामलों की जांच से यह बात सामने आई है कि लक्षित कर किये गए कत्ल का मकसद सांप्रदायिक मतभेद पैदा करना था जिससे आई.एस.आई. अपनी भारत विरोधी योजना में और आगे बढ़ सके क्योंकि पाकिस्तान और विदेशी धरती पर पाकिस्तान की इस ख़ुफिय़ा एजेंसी के सक्रिय होनेके ठोस संकेत सामने आए हैं।तीन संदिग्धों की पहचान जिंमी सिंह (जम्मू का निवासी जो कि हाल ही में इंग्लैंड से कई वर्ष रहने के बाद वापिस लौटा था और एक हफ़्ता पहले दिल्ली के इंद्रिरा गांधी हवाई अड्डे से हिरासत में लिया गया था, जगतार सिंह जौहल उर्फ जग्गी (इंग्लैंड का नागरिक जिसकी हाल ही में शादी हुई थी और जालंधर में पकड़ा गया था) धर्मेंद्र उर्फ गुगनी (लुधियाना के नज़दीक मेहरबान का गैंगस्टर जो कि हत्यारों को हथियार स्पलाई करता था), के तौर पर हुई है।

मुख्यमंत्री के अनुसार आज दोपहर काबू किये गए चौथा अपराधी जो कि बहुत से मामलों में प्रमुख शूटर था, की पहचान फि़ल्हाल नहीं की जा सकती क्योंकि उससे पूछताछ चल रही है और पुलिस के पास उसके विरूद्ध अह्म सबूत हैं।

मुख्य मंत्री ने डी.जी.पी. को यह निर्देश भी दिया है कि इन वारदातों का सुराग लगाने वाली पुलिस टीम और भविष्य में ऐसे अहम सुराग निकालने वाले पुलिस कर्मचारियों को ईनाम और सम्मान देने की रणनीति भी बनायी जाये।

डी.जी.पी. ने हालांकि पंजाब के सीमावर्ती राज्य होने के कारण भविष्य में अंतरराष्ट्रीय साजिशकारों द्वारा ऐसी घटनाओं के बिल्कुल ही न घटने की संभावना को दरकिनार नहीं किया परंतु साथ ही पंजाब के लोगों को भरोसा भी दिलाया कि वह पंजाब पुलिस की कोशिशों से सुरक्षित हाथों में हैं।डी.जी.पी. ने कहा कि हत्यारो ने हरेक केस में कुछ न कुछ सुराग ज़रूर छोड़े थे जैसे दुर्गा दास और ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा (जालंधर) केस में वही हथियार इस्तेमाल किया गया था जो अमित शर्मा के मामले में लुधियाना में इस्तेमाल किया गया था।attacknews

उन्होंने आगे कहा कि जांच से यह भी उजागर होता था कि उसी तरह का हथियार फरवरी, 2017 में डेरा सच्चा सौदा (खन्ना) के साथ संबंधित सतपाल कुमार और उसके पुत्र की हत्या में इस्तेमाल किया गया जो बाद में जुलाई, 2017 में लुधियाना के ईसाई पादरी सुल्तान मसीह के कत्ल में इस्तेमाल कि या गया और पिछले महीने आर.एस.एस. नेता रवीन्द्र गुसाईं केस में भी वही हथियार इस्तेमाल किया गया था। वास्तव में, उसी तरह के हथियार, 9 एम.एम., प्वाईंट 32 और प्वाईंट 30 बोर के पिस्तौल ही जनवरी, 2016 में आर.एस.एस. शाखा मामले में और फरवरी, 2016 के अमित अरोड़ा हत्या मामले में इस्तेमाल कि ये गये थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- कालेधन के खिलाफ जनता ने लड़ी बड़ी लड़ाई 

नईदिल्ली 8 नवम्बर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने  कहा कि देश की 125 करोड़ जनता ने भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी है।

नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर कई ट्वीट कर श्री मोदी ने देश की जनता का आभार जताया है।attacknews

प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में लिखा,“मैं भ्रष्टाचार और काला धन को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कई फैसलों का समर्थन करने के लिए भारत की जनता को झुक कर प्रणाम करता हूं।

रेयान इंटरनेशनल स्कूल के प्रघुम्न ठाकुर का हत्यारा कक्षा 11 वी का ही छात्र निकला Attack News 

नई दिल्ली 8 नवम्बर । गुरुग्राम के रायन इंटरनेशल स्कूल की दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या की जांच कर रही सीबीआई ने स्कूल के 11वीं कक्षा के छात्र को गिरफ्तार किया है।attacknews

सीबीआई का कहना है कि इसी छात्र ने प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या की है। बताया जा रहा है कि इस छात्र ने परीक्षा टालने और पैरेंट-टीचर मीटिंग टालने के लिए प्रद्युम्न की हत्या की थी।

सीबीआई का कहना है कि प्रद्युम्न की हत्या यौन शोषण के लिए नहीं की गई थी।

सीबीआई का कहना है कि बस कंडक्टर अशोक ने नहीं बल्कि स्कूल की 11वीं कक्षा के छात्र ने प्रद्युम्न की हत्या की।

सीबीआई ने बुधवार सुबह प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि इस वारदात के संबंध में जांच के दौरान कई वैज्ञानिक सबूत भी मिले हैं। सीसीटीवी फुटेज में भी आरोपी छात्र दिखा है। सीबीआई का कहना है कि आरोपी छात्र स्कूल में चाकू लेकर आया था।

सीबीआई ने आज दोपहर को उसे ज्यूवेनाइनल कोर्ट में पेश किया। जब कि आरोपी छात्र के पिता का कहना है कि उनका बेटा निर्दोष है। उनका कहना है कि सीबीआई पहले ही उससे 4-5 बार पूछताछ कर चुकी है।

साथ ही उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने ही टॉयलेट के पास स्कूल के माली को सबसे पहले देखा था।कंडक्टर अशोक कुमार को ही गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस वक्त आरोपी ने हत्या की बात कबूल की थी, लेकिन बाद में वह अपने बयान से पलट गया था। आरोपी कंडक्टर ने कहा था कि उसने पुलिस और स्कूल प्रशासन के दबाव में आकर हत्या की बात स्वीकार की थी। बाद में इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई।

8 नवम्बर 2016 को घोषित नोटबंदी के दौरान 62 बार बदले गए नियम Attack News 

नई दिल्ली 8 नवम्बर । नोटबंदी को एक साल पूरा हो गया । आज भी 8 नवंबर 2016 की वो रात याद है, जब पीएम नरेन्द्र मोदी ने अचानक रात 8 बजे टीवी चैनलों पर 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करने का ऐलान किया। जिन लोगों ने खबर नहीं देखी थी, उन्हें जानकारों से इस बात की सूचना मिली तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ लेकिन थोडी ही देर में यह खबर पूरे देश में आग की तरह फैल गई।

लोगों के पास 500 और 1000 के नोटों के लाखों रुपए घर पर रखे थे, उनके होश ही उड गए। पीएम के इस फैसले से कालेधन वाले सकते में आ गए। आज भी नोटबंदी के दौरान बैंकों के बाहर कई किमी. तक लगी लंबी लाइनें अभी भी याद हैं।attacknews

एक बार ऐसा लगा जैसे पूरा देश थम सा गया और सभी देशवासी बैंकों के बाहर खडे थे। विपक्ष ने निशाना साधते हुए कहा था कि पीएम मोदी ने पूरे को लाइन में खडा कर दिया। इस नोटबंदी में लोगों के साथ-साथ सरकार को भी कई परेशानियों का सामना करना पडा।

ऐसे में इन परेशानियों से निपटने के लिए सरकार ने नोटबंदी के दौरान कई बार नियम बदले। 8 नवंबर से लेकर 25 दिसंबर तक केंद्र सरकार ने लगभग 62 बार नोटबंदी पर नियम बदले।

8 नवंबर- सरकार ने नोटबंदी का ऐलान किया। उस दिन सरकार ने बड़े नोट को बदलने की सीमा 4000 रुपये तय की।

13 नवंबर- सरकार ने नोट बदलने की लिमिट को बढ़ाकर 4500 रुपये की।

17 नवंबर – चार दिनों बाद सरकार ने नोट बदलने की सीमा को घटाकर 2000 कर दी।

24 नवंबर – पुराने नोट को बदलने पर सरकार ने रोक लगा दी।

8 नवंबर को सरकार की तरफ से कहा गया कि कोई भी शख्स एक एटीएम कार्ड से 2000 रुपये निकाल सकता है, वहीं बैंक से एक हफ्ते में 20 हजार रुपये और एक दिन में 10 बजार रुपये निकाले जा सकते हैं।

13 नवंबर- एटीएम से कैश निकालने की सीमा को बढ़ाकर सरकार ने 2500 रुपये की गई और साथ ही बैंक से भी कैश निकालने की सीमा को बढ़ाते हुए सरकार ने 20 हजार से 24 हजार कर दिया। 10,000 के रोज की लिमिट खत्म कर दी।

नोटबंदी की घोषणा के साथ ही सरकार ने पुराने नोट को सरकारी अस्पताल, पेट्रोल पंप, एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन पर इस्तेमाल करने की छूट दी।

9 नवंबर- इसके अगले ही दिन सरकार ने यह धोषणा की कि ये पुराने नोट मेट्रो स्टेशन, टोल प्लाजा, दवा की दुकानों पर चलेंगे।

10 नवंबर- पुराने नोटों से सरकारी स्कूलों और यूनिवर्सिटी की फीस, बिजली बिल, पानी का बिल और टैक्स भरे जा सकते हैं।

14 नवंबर को सरकार ने कहा कि पुराने नोटों को इस्तेमाल करने की छूट जिन खास जगहों पर दी गई है वह 24 नवंबर तक के लिए ही है।

24 नवंबर -1000 रुपये के नोट पूरी तरह से बंद कर दिए गए, 500 के नोट चलते रहेंगे।

सरकार ने कहा कि बिना किसी किसी हड़बड़ी के 30 दिसंबर तक पैसे जमा कराइए।

19 दिसंबर- सरकार ने अपने नए फैसले में कहा कि सारे पैसे एक बार में जमा करने होंगे और अब तक क्यों नहीं जमा कराया यह बैंक को बताना होगा।

21 दिसंबर- इसके बाद 21 दिसंबर को सरकार ने यू-टर्न लेते हुए फैसले को बदल दिया और कहा कि बैंक में पैसा जमा कराते वक्त कुछ नहीं पूछा जाएगा।

अरुण जेटली ने 28 प्रतिशत जीएसटी के अंतर्गत आने वाली वस्तुओं की संख्या कम किये जाने का दिया संकेत Attack News 

नयी दिल्ली, सात नवंबर। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत उच्च कर 28 प्रतिशत की श्रेणी में आने वाली वस्तुओं की सूची में काट छांट किए जाने का आज संकेत दिया। जीएसटी के तहत कर संग्रह अब पूर्व के स्तर पर आने के बाद उन्होंने यह संकेत दिया है।

पहली जुलाई से लागू जीएसटी के तहत 1,200 से अधिक प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं को 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत कर की श्रेणी में लाया गया है। विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं के कर निर्धारण का आधार पहले की करारोपण व्यवस्था को बनाया गया है ताकि वस्तुओं और सवाओं पर कर का भार पहले के स्तर पर है और सरकार के राजस्व पर भी प्रतिकूल प्रभाव न पड़े ।

जेटली ने कहा कि कुछ जिंसों पर 28 प्रतिशत कर की दर पहले से ही नहीं होनी चाहिए थी और यही वजह है कि पिछली तीन-चार बैठकों में जीएसटी परिषद 100 तरह की चीजों पर जीएसटी दर में कमी की है। इन पर कर 28 प्रतिशत से घटा कर 18 प्रतिशत और 18 प्रतिशत से 12 प्रतिशत पर लाया गया है।attacknews

वित्त मंत्री ने इंडिया टुडे के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हम धीरे-धीरे कर की दर को नीचे ला रहे हैं। इसके पीछे विचार यह है कि जैसे आपका राजस्व संग्रह स्थिरता हासिल करता है हमें इसमें कमी (उच्च कर दायरे में आने वाली वस्तुओं की संख्या में कमी) लानी चाहिए और परिषद अबतक इसी रूप से काम कर रही है….।’’ जीएसटी परिषद की अगली बैठक 10 नवंबर को होगी और हाथ से नीर्मित फर्नीचर, प्लास्टिक उत्पादों और शैंपू जैसे दैनिक उपयोग के सामानों पर कर की दरें कम करने पर विचार कर सकती है।

उन्होंने कहा कि उपभोक्ता अब जीएसटी व्यवस्था में खरीदी गयी चीजों पर लगने वाले कर पर नजर रख रहे हैं जबकि पूर्व में उत्पाद शुल्क वस्तु की कीमत में समाहित होता था। जेटली ने कहा कि पूर्व कर व्यवस्था में यह पता नहीं होता था कि आप कितना उत्पाद शुल्क दे रहे हैं।

भारत ने स्वदेश निर्मित लंबी दूरी की ‘निर्भय’ मिसाइल का किया परीक्षण Attack News 

बालेश्वर (ओडिशा), सात नवंबर । भारत ने स्वदेश निर्मित और लंबी दूरी की सब-सॉनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का आज परीक्षण किया। यह मिसाइल 300 किलोग्राम तक के आयुध ले जाने में सक्षम है।

ओडिशा तट पर चांदीपुर से मिसाइल का परीक्षण किया गया। यह स्वदेश निर्मित मिसाइल प्रणाली का प्रयोग के तौर पर किया गया पांचवां परीक्षण है।

रक्षा वैज्ञानिकों को इस बार बिना किसी खामी के परीक्षण की उम्मीद है। मिसाइल के पहले किए गए चार परीक्षणों में से केवल 2013 में किया गया परीक्षण ही सफल रहा था।

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सूत्रों ने बताया कि अत्याधुनिक क्रूज मिसाइल को यहां चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) के लॉन्च कॉम्प्लैक्स-3 से विशेष रूप से डिजाइन किए गए लॉन्चर से सुबह करीब 11 बज कर करीब 20 मिनट पर प्रक्षेपित किया गया।

डीआरडीओ के एक वैज्ञानिक ने मिसाइल के प्रक्षेपण के तुरंत बाद कहा कि परीक्षण की सभी शुरुआती प्रक्रिया सफल रहीं।

उन्होंने बताया कि विस्तृत आकलन के लिए ट्रैकिंग प्रणाली से डेटा हासिल किया जा रहा है।attacknews

एडवांस्ड सिस्टम्स लैबोरेटरी (एएसएल) द्वारा विकसित ठोस रॉकेट मोटर बूस्टर से संचालित इस मिसाइल की परिचालनगत रेंज 1000 किलोमीटर तक है।

सूत्रों ने बताया कि यह मिसाइल छह मीटर लंबी, 0.52 मीटर चौड़ी और इसके पंख 2.7 मीटर तक फैले हैं। यह 200 से 300 किग्रा. तक के आयुध ले जा सकती है।

‘निर्भय’ का पहला परीक्षण 12 मार्च 2013 को किया गया था और उस समय मिसाइल के एक हिस्से में खराबी आने के कारण उसने बीच रास्ते में ही काम करना बंद कर दिया था। दूसरा परीक्षण 17 अक्तूबर 2014 को किया गया जो सफल रहा था।

16 अक्तूबर 2015 को किए गए अगले परीक्षण में मिसाइल 128 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद अपने रास्ते से भटक गई थी।

मिसाइल का आखिरी परीक्षण 21 दिसंबर 2016 को किया गया और उस समय भी यह निर्धारित रास्ते से भटक गई थी। ये सभी परीक्षण चांदीपुर से किए गए।

कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना ने मसूद अज़हर के भतीजे को मार गिराया Attack News 

श्रीनगर, सात नवंबर । जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गत रात हुई मुठभेड़ में मारे गए दो विदेशी आतंकवादियों में से एक जैश-ए-मोहम्मद सरगना मौलाना मसूद अजहर का भतीजा बताया जा रहा है। साथ ही सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से पहली बार अमेरिका में निर्मित एम4 राइफल भी बरामद की है।

पुलिस की एक विज्ञप्ति में आज कहा गया, ‘‘यह मालूम हुआ है कि पुलवामा के अगलार में मुठभेड़ में मारे गए दो विदेशी समेत तीन आतंकवादियों में से एक जैश-ए-मोहम्मद सरगना मौलाना मसूद अजहर का भतीजा तल्हा रशीद है।’’ विक्टर बल के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल बी एस राजू ने कहा कि ऐसी रिपोटें हैं कि मारे गए आतंकवादियों में अजहर का भतीजा भी शामिल है। बहरहाल, यह पुलिस जांच का विषय है।attacknews

गत रात अगलार इलाके में भीषण मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए और सेना का एक जवान भी शहीद हो गया।

सुरक्षाबलों ने दो एके-47 राइफल के अलावा एम4 राइफल भी बरामद की, जिसका अफगानिस्तान और इराक में युद्ध में ज्यादातर अमेरिकी सेना इस्तेमाल करती है।

कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के भतीजे के मारे जाने के दावे की जांच के अलावा पुलिस इसकी भी जांच करेगी कि अमेरिका में निर्मित राइफल कश्मीर कैसे पहुंची।

खान ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने पहली बार मृतक पाकिस्तानी आतंकवादी को अपना माना है। अब मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि वे शव को भी स्वीकार करें।’’ जैश संस्थापक मौलाना मसूद अजहर उन तीन आतंकवादियों में से एक है जिसे वर्ष 1999 में काठमांडो से हाइजैक किए गए भारतीय विमान के यात्रियों के बदले में केंद्र सरकार ने रिहा किया था।

देशभर की कामकाजी महिलाएं अब यौन उत्पीड़न या प्रताड़ना की शिकायतें ऑनलाइन कर सकती हैं Attack News 

नयी दिल्ली, सात नंवबर । केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न संबंधी शिकायतों को आनलाइन दर्ज कराने के लिए आज आनलाइन शिकायत प्रबंधन प्रणाली ‘‘एसएचई बाक्स’’ (यौन उत्पीड़न इलेक्ट्रानिक बाक्स) शुरू किया। उन्होंने कहा कि शिकायत दर्ज होने के दिन से ही उस पर कार्रवाई शुरू होगी।

‘‘एसएचई बाक्स’’ (यौन उत्पीड़न इलेक्ट्रानिक बाक्स) महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर होगा।

मेनका ने संवाददाताओं को बताया कि उनके मंत्रालय के तहत एक प्रकोष्ठ आनलाइन दर्ज करवाई गयी प्रत्येक शिकायत को देखेगा। वह इसे संबद्ध संगठन की आतंरिक शिकायत समिति के साथ साझा करेगा। कानून के तहत ऐसी समिति बनाना अनिवार्य है।

शिकायतकर्ता इस समिति द्वारा की जारी जांच की स्थिति पर भी नजर रख सकेगी।

उन्होंने कहा कि अभी तक मंत्रालय ने सरकारी महिला कर्मचारियों के लिए कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की आनलाइन शिकायत दर्ज करवाने के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की थी। इस पर मंत्रालय को 346 शिकायतें मिलीं।

मेनका ने कहा कि उनका मंत्रालय शिकायत मिलने के दिन से ही उस पर कार्रवाई करने लगता है। उन्होंने कहा कि इन शिकायतों पर कार्रवाई के लिए स्थानीय पुलिस तथा गृह मंत्रालय सहित अन्य मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ समन्वय किया जाता है।

उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे अपनी वास्तविक समस्याओं की आनलाइन शिकायत अवश्य करायें। किन्तु वे इसका उपयोग किसी ‘‘हल्की शिकायत’’ के लिए नहीं करें। उन्होंने कहा कि ‘‘हल्की शिकायत’’ करने से इसका उद्देश्य ही विफल हो जाता है।

मेनका ने बताया कि उनके मंत्रालय ने पहले भी सरकारी कर्मचारियों के लिए एक वेब पेज शुरू किया था जिसका विस्तार अब निजी क्षेत्र के लिए भी किया गया है।

एसएचई बाक्स का इस्तेमाल करने वालों के पास पोर्टल के जरिये महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों से संवाद करने का विकल्प होगा। उन्हें निश्चत समयावधि में जवाब दिया जायेगा।attacknews

इस पोर्टल में उन 112 संगठनों की जानकारी भी दी गयी है जिन्हें महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न मुद्दे पर कार्रवाई के लिए प्रशिक्षण: कार्यशाला चलाने के लिए सूचीबद्ध कर रखा है।

कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न कानून 2013 के तहत 10 या अधिक कर्मचारी वाले किसी भी संगठन के लिए आतंरिक शिकायत समिति का गठन करना अनिवार्य है जो यौन उत्पीड़न संबंधी शिकायतों का निस्तारण कर सके।

वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा : नोटबंदी पर आने वाली पीढियाँ गर्व करेगी Attack News 

नयी दिल्ली, सात नवंबर । नोटबंदी को भारतीय अर्थव्यवस्था के इतिहास का महत्वपूर्ण क्षण बताते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि नोटबंदी ने देश में स्वच्छ, पारदर्शितापूर्ण और ईमानदार वित्तीय प्रणाली प्रदान की है जिस पर आने वाली पीढ़ी गर्व करेगी ।

‘‘ नोटबंदी के एक वर्ष’’ शीर्षक से अपने लेख में जेटली ने कहा कि आठ नवंबर को भारतीय अर्थव्यवस्था के इतिहास में महत्वपूर्ण क्षणों के रूप में याद किया जायेगा । यह दिवस देश से कालाधन की गंभीर बीमारी के उपचार के इस सरकार के संकल्प को प्रदर्शित करता है । हम भारतीयों को भ्रष्टाचार और कालाधन के संदर्भ में ‘‘चलता है’’ की भावना के साथ रहने को मजबूर कर दिया गया था और इस व्यवहार का प्रभाव मध्यम वर्ग और समाज के निचले तबके के लोगों को भुगतना पड़ रहा था ।

उन्होंने कहा कि समाज के एक बड़े तबके के भीतर लम्बे समय से यह तीव्र इच्छा थी कि हमारे समाज को भ्रष्टाचार और कालाधन के अभिशाप से मुक्त किया जाए । और इसी इच्छा के परिणामस्वरूप लोगों ने मई 2014 में जनादेश दिया ।

जेटली ने अपने लेख में लिखा कि मई 2014 में सत्ता संभालने के बाद इस सरकार ने कालाधन की बुराई से निपटने की लोगों की इच्छा को पूरा करने का निर्णय किया और कालाधन के मामले पर एसआईटी का गठन किया । हमारा देश इस बात से वाकिफ है कि किस प्रकार पूर्व की सरकार ने वर्षो तक उच्चतम न्यायालय के निर्देश को नजरंदाज किया था । उस समय की सरकार की कालाधन के खिलाफ लड़ाई के संदर्भ में इच्छा शक्ति की कमी का एक और उदाहरण 28 वर्षो तक बेनामी सम्पत्ति अधिनियम को लागू करने में देरी करना था । वित्त मंत्री ने कहा कि इस सरकार ने निर्णय किया और कालाधन के खिलाफ लड़ाई के उद्देश्यों को पूरा करने के लिये तीन वर्षो में सुविचारित और सुनियोजित तरीके से निर्णय किया और कानून के पूर्व के प्रावधानों को लागू किया । एसआईटी के गठन से विदेशी सम्पत्ति के संदर्भ में जरूरी कानून पारित कराने से लेकर नोटबंदी और जीएसटी को लागू करने का निर्णय इसी दिशा में उठाया गया कदम है । उन्होंने कहा कि जब देश ‘कालाधन विरोधी दिवस’ मना रहा है, तब एक बहस शुरू हो गई है कि क्या नोटबंदी की कवायद अपने उद्देश्यों को पूरा कर सकी । इस संदर्भ में नोटबंदी अल्पावधि और मध्यावधि में तय उद्देश्यों के संदर्भ में सकारात्मक परिणाम लाने वाला कदम रहा ।attacknews

जेटली ने कहा कि सम्पूर्ण रूप से यह कहना गलत नहीं होगा कि नोटबंदी से देश स्वच्छ, पारदर्शितापूर्ण और ईमानदार वित्तीय प्रणाली की ओर बढ़ा है। कुछ लोगों को अभी तक इसके फायदे नहीं दिखे हैं । आने वाली पीढ़ी नवंबर 2016 के बाद के राष्ट्रीय आर्थिक विकास को गर्व की भावना के साथ देखेगी क्योंकि इसने उन्हें निष्पक्ष एवं ईमानदार व्यवस्था रहने के लिये प्रदान की है।

भाजपा ने गुजरात में शुरू किया मतदाताओं के घर-घर जाने का महासंपर्क अभियान Attack News 

अहमदाबाद, 07 नवंबर । गुजरात में तेज होते चुनावी घमासान के बीच 22 साल से सत्तारूढ भाजपा ने आज से मतदाताओं से सीधे और घर-घर जाकर (डोर टू डोर) संपर्क करने के लिए गुजरात गौरव महासंपर्क अभियान शुरू किया जिसके तहत पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने अहमदाबाद में अपने पूववर्ती विधानसभा क्षेत्र नाराणपुरा के एक मंदिर में पूजा अर्चना कर इसकी शुरूआत की और लोगों को खुद पार्टी के पर्चे भी वितरित किये।

मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अपने गृहनगर राजकोट के वार्ड नंबर एक से इसकी शुरूआत की तथा बाद में विपक्षी कांग्रेस का गढ कहे जाने वाले वार्ड नंबर तीन तथा अन्य क्षेत्रों का भी दौरा किया।attacknews

12 नवंबर तक चलने वाले इस अभियान में कई केंद्रीय मंत्री और प्रख्यात भोजपुरी गायक सह सुपरस्टार सह दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी भी शिरकत करेंगे।