नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने दादरी में भीड़ के हाथों एक व्यक्ति के मारे जाने के मामले में अपनी रिपोर्ट केन्द्र सरकार को भेज दी है, लेकिन उसमें गोमांस खाने अथवा गोवध का उल्लेख नहीं है। हालांकि इस घटना की वजह गोमांस खाने की अफवाह ही थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि अखलाक और उसके बेटे दानिश पर कुछ अज्ञात लोगों ने ‘प्रतिबंधित पशु का मांस’ खाने के अपुष्ट आरोपों को लेकर हमला किया था।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि इस रिपोर्ट में घटना का तथ्यात्मक विवरण है जैसा कि गौतम बुद्धनगर जिले में दादरी के स्थानीय थाने में दर्ज प्राथमिकी में रिकार्ड है। हालांकि राज्य सरकार की रिपोर्ट उन परिस्थितियों का जिक्र नहीं करती है जिसने भीड़ को अखलाक की पीट पीटकर हत्या के लिए उकसाया
घटना के बाद की गयी कार्रवाई के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि प्राथमिक जांच के बाद कुछ संदिग्ध पकड़े गए हैं। इस हत्या के पीछे की संभावित वजह का विस्तार से जिक्र किये बगैर रिपोर्ट में कहा गया कि जांच जारी है। इससे पहले गृह मंत्रालय ने एक अक्तूबर को राज्य सरकार से इस घटना और इसके पश्चात प्रशासन द्वारा की गयी कार्रवाई का ब्योरा मांगा था। मंत्रालय ने कल फिर इस संबंध में राज्य सरकार का ध्यान आकषिर्त किया। उत्तर प्रदेश सरकार ने कल देर रात रिपोर्ट भेजी।
दादरी एवं अन्य स्थानों की सांप्रदायिक घटनाओं से चिंतित केंद्र ने कल सभी राज्यों से उन लोगों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने का कहा है जो धार्मिक भावनाओं का दोहन कर धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को कमजोर करने का प्रयत्न करते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बयान में कहा था कि वह उत्तर प्रदेश के दादरी की हाल की दुर्भाग्यपूर्ण घटना समेत देश में सांप्रदायिकता से जुड़ी विभिन्न घटनाओं को लेकर चिंतित है । दादरी में गोमांस खाने की अफवाह को लेकर एक व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था।